सोमवार, 27 जून 2011

ho ji re diwana,thara dera ladiya jave....orignal rajasthani folk song for u

पत्रकार जे.डे.की हत्या की गुत्थी सुलझी




पत्रकार जे.डे.की हत्या की गुत्थी सुलझी 
 

मुंबई। मुंबई पुलिस ने वरिष्ठ पत्रकार जे.डे. की हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने जेडे की हत्या के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों को महाराष्ट्र और कर्नाटक से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि इन लोगों की पहचान फिलहाल उजागर नहीं की गई है। गौरतलब है कि 11 जून को मुंबई के पवई इलाके में जेडे की हत्या कर दी गई थी।

इससे पहले जेडे के ईमले का पासवर्ड भी क्रेक कर दिया गया है। पुलिस ने आईटी विशेषज्ञों की मदद से पासवर्ड को क्रेक किया। पुलिस का कहना है कि जेडे के मेल से कई अहम जानकारियां मिली है। पुलिस के मुताबिक अब इस बात का पता चल सकेगा कि जेडे किन लोगों के खिलाफ स्टोरी कर रहे थे और उनकी स्टोरी से किन किन लोगों को नुकसान हो सकता था। ये जानकारियां मिलने से हत्या के पीछे की वजह का पता चलने में मदद मिलेगी। 

राजस्थान दर्शन भाग 2......चित्तोड़ गढ़


रणनीति के दृष्टिकोण से चित्तौड़गढ़ का राजधानी के रुप में महत्व
चित्तौड़गढ़ का किला राजपूताने में हमेशा एक विशेष महत्व रखता है। इसे मेवाड़ के गुहिलवंशियों की पहली राजधानी के रुप में सम्मान प्राप्त है, जिसे उन्होंने मौर्यवंश के अंतिम शासक मानमोनी को हराकर अपने अधिकार में कर लिया था। यह दुर्ग अरावली की पहाड़ी पर उत्तर से दक्षिण की ओर लंबाई में बना है, जिसमें बीच में समतल भूमि आ जाने के कारण एक कुंड, तालाब, मंदिर, महल आदि सभी एक निश्चित निर्माण-योजना के तहत समय-समय पर बनते रहे हैं। कुछ जलाशय तो ऐसे हैं जो निरन्तर जलापूर्ति के साधन के रुप में काम आते रहे हैं। इस गढ़ के सम्बन्ध में प्रचलित एक कहावत है जो इस दुर्ग के महत्व को बताता है।

गढ़ तो चित्तौड़गढ़ और सब गढ़ैया
वास्तव में इस दुर्ग का निर्माण अभी भी हमें विस्मय व रोमांच से भर देता है। लेकिन रणनीतिक दृष्टिकोण से देखने पर पता चलता है कि अपने भौगोलिक कारणों से यह दुर्ग युद्ध के लिए रणथंभौर और कुभलगढ़ जैसे दुर्गों की तरह उपयुक्त नहीं था। नि:संदेह किला सुदृढ़ था। पहाड़ी के किनारे-किनारे उदग्र खड़े चट्टानों की पंक्ति थी जिसके ऊपर एक ऊँचा और सुदृढ़ प्रकार बना हुआ था। साथ ही साथ दुर्ग में प्रवेश करने के लिए लगातार सात दरवाजे कुछ अन्तराल पर बनाए गये थे। इन सब कारणों से किले में प्रवेश कर पाना तो शत्रुओं के लिए बहुत ही मुश्किल था। परन्तु यह विस्तृत मैदान के बीच एक लम्बी पहाड़ी पर बना है जो अन्य पर्वत श्रेणियों से पृथक हो गया है। अतएव शत्रुओं द्वारा उसका घेरा डालकर किले में इस्तेमाल होने वाला रसद पहुँचाना सुगमता से रोक दिया जाता था। इस दुर्ग का जब-जब घेरा डाला गया तब-तब गढ़ में भोजन-सामग्री विद्यमान रहने तक ही गढ़ सुरक्षित रहा। भोजनादि सामग्री खत्म होते ही राजपूतों को विवश होकर युद्ध के लिए किले का द्वार खोल देना पड़ता था। लेकिन प्रायः शत्रुओं की बड़ी सेना होने की स्थिति में उन्हें हार का सामना करना पड़ता था। इस प्रकार हम देखते हैं कि चित्तौड़गढ़ का राजधानी के रुप में चयन रणनीति की दृष्टि से उचित नहीं था और यही कारण था कि महाराणा उदय सिंह ने उदयपुर को अपनी राजधानी बनाई, जो चारों तरफ पर्वतों से घिरे होने के कारण ज्यादा सुरक्षित था।





वर्तमान में चित्तौड़गढ़ जंक्शन से किले के ऊपर तक पक्की सड़क बनी हुई है। करीब सवा मील जाने पर गम्भीरी नदी आती है, जिसपर अलाउद्दीन खिलजी के शाहजादे खिज्र खाँ का सन् १३०३ (वि. सं. १३६०) में बनवाया हुआ पत्थर का एक सुदृढ़ पुल है। कुछ लोगों का मानना है कि यह पुल राणा लक्ष्मण सिंह के पुत्र अरिसिंह ने, जो अलाउद्दीन के साथ लड़ाई में मारा गया था, ने बनवाया था, लेकिन ज्यादातर विद्वान इससे सहमत नहीं हैं, क्योंकि इस पुल के निर्माण में कई हिन्दु और जैन मंदिरों को गिराकर उसके पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। साथ ही इसकी निर्माण शैली भी मुसलमान (सारसेनिक) है। नदी के जल प्रवाह के लिए दस मेहरावें बनी हैं, जिसमें नौ के ऊपर के सिरे नुकीले हैं। नदी के पश्चिमी तट से छठे का अग्रभाग अर्धवृत्ताकार है।
पुल से थोड़ी दूर जाने पर कोट से घिरा हुआ चित्तौड़ का कस्बा आता है जिसको तलहटी (तलहट्टिका) कहते हैं। कस्बे में जिले की कचहरी है, जिस के पास से किले की चढ़ाई प्रारम्भ हो जाती है। दुर्ग के अंतिम प्रवेश तक कुल सात दरवाजे बनाये गये हैं। इसमें प्रवेश के रास्ते से लेकर अन्दर के परिसर तक कई एक इमारतें हैं, जिनका संक्षिप्त उल्लेख इस प्रकार है-

द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन


 प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग 


भगवान शंकर के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन व पूजन से जीवन में आने वाली सारी बाधाएं दूर हो जाती है।

शास्त्रों के अनुसार कोई भी तीर्थयात्री देश के भले ही सारे तीर्थ कर ले किन्तु जब तक वह ओंकारेश्वर में किए गए तीर्थों का जल लाकर नहीं चढ़ाता तब तक उसके सारे तीर्थ अधूरे माने जाते हैं।

ज्योर्तिलिंग की विशेषता

ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग की विशेषता है कि यह दो स्वरुपों में है। पहला अमरेश्वर या ममलेश्वर और दूसरा ओंकारेश्वर। इस ज्योर्तिंलिंग का महत्व है कि इनकी पूजा व उपासना से सभी मनोरथ पूरे होते हैं। दोनों शिवलिंग मंदिर अलग होते हुए भी दोनों की शक्ति और स्वरुप एक ही माने जाते हैं।

जो मनुष्य इस तीर्थ में पहुंच कर अन्नदान, तप, पूजा आदि करता है अथवा अपना प्राणोत्सर्ग यानि मृत्यु को प्राप्त होता है उसे भगवान शिव के लोक में स्थान प्राप्त होता है।

कहां है स्थित

मध्यप्रदेश में देश के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से 2 ज्योतिर्लिंग विराजमान हैं। एक उज्जैन में महाकाल के रूप में और दूसरा ओंकारेश्वर में ममलेश्वर (अमलेश्वर) के रूप में विराजमान हैं। ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग मध्यप्रदेश के इंदौर में नर्मदा नदी के किनारे स्थित है।

कथा (ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग)

एक बार नारदजी ने गोकर्ण तीर्थ में जाकर गोकर्ण नामक शिव की पूजा और पुन: विंध्याचल पर्वत पर जाकर वहां भी श्रद्धापूर्वक शिवजी का पूजन किया। इस पर गर्वोन्मत विंध्य नारदजी के समझ उपस्थित होकर अपने को सर्वश्रेष्ठ बतलाने लगा। नारदजी ने उसके दर्पदलन के लिए उससे कहा कि सुमेरू के समक्ष तुम्हारी कोई गणना नहीं क्योंकि उसकी तो देवताओं में गणना होती है।

यह सुनकर विंध्य सुमेरू से भी उच्च पद पाने के लिए शंकरजी के शरणागत होकर, ओंकार नामक शिव की पार्थिव मूर्ति बनाकर उनकी पूजा करने लगा। विंध्य के घोर तप से प्रसन्न होकर शिवजी ने उससे वरदान मांगने को कहा, विंध्य ने भगवान से मनोवांछित कार्यों को सिद्ध कर सकने का वर मांगा।

इस पर भगवान सोचने लगे कि इसने तो ऐसा वरदान मांगा है जो दूसरों के लिए दुखद है अब तो ऐसा कुछ करना होगा कि यह किसी को दुख न दे सके। तब शिवजी ने उसके द्वारा बनायी गयी ओंकार नामक पार्थिव मूर्ति के अन्दर ज्योति रूप में समा गये और तभी से यह ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग से प्रसिद्ध हुयी।

एक और मान्यता के अनुसार भगवान शंकर के महान भक्त अम्बरीष और मुचुकंद के पिता सूर्यवंशी राजा मान्धाता ने इस पर्वत पर कठोर तपस्या करके प्रभु को प्रसन्न किया और शिवजी के प्रकट होने पर उनसे यहीं निवास करने का वरदान मांग लिया। तभी से इस स्थान को ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग के नाम से जानते हैं।

रविवार, 26 जून 2011

पंजाब में अवैध लिंग जांच का पर्दाफाश करने के लिए स्टिंग ऑपरेशन करने वालों को 50,000 रुपये का इनाम




चंडीगढ़।। पंजाब में अवैध लिंग जांच का पर्दाफाश करने के लिए स्टिंग ऑपरेशन करने वालों को 50,000 रुपये का इनाम दिया जाएगा। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने रविवार को यह घोषणा की।

गौरतलब है कि पंजाब में लिंगानुपात प्रति 1,000 पुरुषों पर 893 महिलाएं हैं। लिंगानुपात के मामले में इस राज्य की स्थिति देश के अन्य राज्यों से दयनीय है। लिंगानुपात की बुरी स्थिति के मद्देनजर पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री सतपाल गोसाईं ने कन्या भ्रूणहत्या के मामले को उजागर करने वाले किसी भी पत्रकार या गैर-पत्रकार को इनाम देने की घोषणा की।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब क्षेत्र में कन्या भ्रूणहत्या जैसी बुराई को खत्म करने और लिंगानुपात में सुधार के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। 

अमेरिका में दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा




अमेरिका में देशभक्ति का परिचय देते हुए एक भारतीय मूल के व्यक्ति ने दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा तैयार किया है, जिसका वजन 250 किलोग्राम है।

इस तिरंगे का आकार 153x102 फुट है। इसे बनाने वाले मोंटी सैयद स्थानीय कारोबारी हैं। इसी साल अप्रैल में उन्हें लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्‍स में स्थान दिया गया।

उनकी इस कला का प्रदर्शन 16 और 17 जुलाई को ‘वाइब्रैंट
इंडिया’ नामक समारोह में किया जाएगा। इसमें हिंदी सिनेमा के कई कलाकार भी शिरकत करेंगे।

सैयद ने कहा कि तिरंगा शांति और एकता का संदेश देता है। सभी लोगों को एकजुट होकर तिरंगे के संदेश को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने इस तिरंगे को बनाने में कुल 15 दिनों का वक्त लगाया। 35 साल के सैयद ने कहा कि अगले साल भारत के विभिन्न राज्यों में इस ध्वज के जरिए शांति और एकता का संदेश फैलाया जाएगा। 

नंगे नहाने का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया

लंदन के साउथ वेल्स की होसिली बीच पर 20 जून को चार सौ लोगों ने एक साथ नंगे होकर स्नान किया और नंगे नहाने का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। ये लोग दुनिया के अलग-अलग भाग से यहां जमा हुए और नंगे होकर इस विश्व रिकॉर्ड में भागीदार बने।

इस स्नान के आयोजकों और इसमें भाग लेने वाले लोगों का मानना है कि इससे पहले कभी इतने लोगों ने नंगे होकर स्नान नहीं किया। उन्होंने बताया कि इससे पहले 250 लोगों ने एक साथ नंगे होकर स्नाना किया था, लेकिन इस बार इन्होंने 400 लोगों के साथ नया रिकॉर्ड बनाया है।

इस चर्चित स्नान में भाग लेने वाले लोग सोमवार सुबह से ही साउथ वेल्स की होसिली बीच पर पहुंच गए और सुबह ठीक आठ बजे इन्होंने अपने कपड़ों को लगभग फाड़ते हुए पानी में छलांग लगा दी।

इन लोगों की मस्ती जल्द ही आहों में बदल गई, क्योंकि बीच का पानी काफी ठंडा था, लेकिन फिर भी इन लोगों ने नंगे होकर स्नान करने का जमकर मजा लिया।

पैसे दीजिए, मनचाही लड़की के साथ डेट पर जाइए!

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पैसे से प्यार नहीं खरीदा जा सकता है', यह कहावत अब गलत साबित हो रही है। एक नई विवादित अमेरिकी डेटिंग वेबसाइट पर पैसे देकर डेट पर जाया जा सकता है।

WhatsYourPrice.com नाम की इस वेबसाइट के फाउंडर 40 साल के ब्रैंडन वे हैं। सिंगापुर में जन्मे और एमआईटी से पढ़े ब्रैंडन पिछले आधे दशक से ऑनलाइन डेटिंग के बिजनेस में लगे हुए हैं। डेटिंग के बादशाह माने जाने वाले इस आदमी ने SeekingArrangement.comऔर SeekingMillionaire.com जैसी फायदेमंद डेटिंग साइट्स बनाई हैं।

इनकी हालिया वेबसाइट लोगों को दो कैटिगरी में बांटती है, एक जो डेटिंग करना चाहते हैं और दूसरे वे जिनके साथ डेटिंग की जानी है। जब डेटिंग तय हो जाती हो तो डेटिंग के लिए दिए जाने वाले पैसे का 5 से 10 फीसदी हिस्सा वेबसाइट अपनी फीस के तौर पर लेती है।

वेबसाइट के मुताबिक इसके पास 2000 भारतीय ग्राहक हैं जो औसतन हर डेट के लिए 7 हजार रुपए से ज्यादा देते हैं। अगले साल ब्रैंडन वेबसाइट को हिंदी समेत जापानी, स्पैनिश और चाइनीज़ जैसी कई भाषाओं में पेश करने वाले हैं। दुनिया भर में इस वेबसाइट के 1 लाख से ज्यादा मेंबर हैं।

वेबसाइट के बारे में इसके मालिक कहते हैं कि पुरुष इसे इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि यह उन्हें ऐसी महिलाओं के साथ डेट करने की सुविधा देता है, जिन्हें वे अपनी पहुंच से बाहर मानते हैं। महिलाएं इसलिए पसंद करती हैं क्योंकि अगर उन्हें लगता है कि वे बेहतर पुरुष की हकदार हैं तो उनके पास ऑप्शन रहते हैं।

इस वेबसाइट का आइडिया कहां से आया, इस बारे में ब्रैंडन कहते हैं, ‘ यह मेरे अपने डेटिंग एक्स्पीरियंस से आया। एक एशियन होने के नाते अमेरिका में डेटिंग करना बहुत मुश्किल है। मैंने एक डेटिंग एजेंसी और कुछ डेटिंग वेबसाइट जॉइन की लेकिन उसके नतीजों से फ्रस्ट्रेट हो गया। तो मुझे लगा कि अगर मैं किसी लड़की को इंप्रेस करने के लिए उसके 2 घंटे नहीं मांग सकता तो यही दिक्कत और लड़कों के साथ होगी। ’

क्या कई लोग इसको वेश्यावृत्ति नहीं समझेंगे? इस सवाल पर ब्रैंडन कहते हैं, ‘ मुझे लगता है कि ऐसा सोचना बेवकूफी होगी क्योंकि पहली डेट में सेक्स नहीं होता। केवल यही डेटिंग वेबसाइट ऐसी है जो आपको किसी ऐसे के साथ प्यार के लिए मौका देती है, जिसे आप अपनी पहुंच से बाहर मानते हैं। ’

लड़कियों से रेप कर गजनी स्टाइल में लिखे नाम

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मुंबई।। मालवणी पुलिस ने 16 साल के किशोर को गिरफ्तार किया है, जिसने सात साल की बच्ची के साथ रेप किया था।

उसके हाथ में पुलिस को करीब आधा दर्जन लड़कियों के नाम लिखे मिले। यह नाम उसने गजनी फिल्म के आमिर खान स्टाइल में लिखाए थे।

बलात्कारी ने पुलिस को बताया कि उसने इन लड़कियों के साथ भी रेप किया था। पुलिस अब इस बात का पता लगा रही है कि इन लड़कियों के परिवारवालों ने क्या पुलिस में रेप की शिकायत दर्ज कराई थी?

पति को बंधक बनाकर पत्नी से गैंग रेप

रांची ।। झारखंड के जमशेदपुर में 8 लोगों ने पति को बंधक बनाकर पत्नी से गैंग रेप किया। पुलिस ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।

पुलिस के मुताबिक, पति-पत्नी सोमवार शाम पार्क में घूमने गए थे। इस बीच 3 व्यक्ति वहां पहुंचे और खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए उनसे पूछताछ करने लगे। वे जबरन उन्हें नजदीक के जंगल में ले गए, जहां 5 और लोग उनके साथ आ गए।

उन्होंने महिला के पति को बंधक बना लिया और उसके साथ बारी-बारी से रेप किया। मंगलवार को युगल ने पुलिस में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसके बाद इस सिलसिले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

पश्चिम बंगाल में पुरुलिया जिले के इस युगल की शादी 3 महीने पहले हुई थी। 

युवती ने महिला को जलाकर मार डाला

युवती ने महिला को जलाकर मार डाला 
 

कुरूक्षेत्र। हरियाणा में एक युवती ने जमीन विवाद में एक महिला को जलाकर मार डाला। पुलिस अधिकारी यशवंत सिंह ने बताया कि घटना कुरूक्षेत्र जिले के हलदेरा गांव की है।

आरोप है कि बलजीत कौर (19) ने धनपति (50) पर केरोसन छिड़क कर उन्हें आग लगा दी, जिसमें जलकर उनकी मौत हो गई।

बताया जाता है कि धनपति ने शुक्रवार को एक नीलामी के दौरान चार एकड़ भूमि जीती थी। बलजीत इसी बात से नाराज थी, क्योंकि इस जमीन पर बरसाें से उसके परिजनों का मालिकाना हक था। 

जाली रसीदों से सहारे विदेशी नागरिकों से ठगी बाड़मेर एफ.आर.ओ. कार्यलय के हैड कांस्टेबल की करतूत


जाली रसीदों से सहारे विदेशी  नागरिकों से ठगी 


बाड़मेर एफ.आर.ओ. कार्यलय के हैड कांस्टेबल की करतूत



बाड़मेर के विदेशी पंजीयन अधिकारी (एफ.आर.ओ.) कार्यालय में कार्यरत एक हेड कांस्टेबल ने वीजा अवधि ब़ाने के नाम पर जाली रसीदों से जमकर अपनी जेब भरी और सरकारी राजस्व को भी जमकर चुना लगाया। हैड कांस्टेबल की यह करतुत पिछले सप्ताह उजागर होने के बाद सी.आई.डी.इंटेलिजेंटस के अफसर सकते में आ गए। मामला जयपुर मुख्यालय पहुंचने के बाद हैड कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है।


उक्त कांस्टेबल ने बाड़मेर आए विदेशी प्रतिनिधि मण्डल से नियमों से परे जाली रसीदें थमाकर करीब 20 हजार रूपए ऐंठ लिए। जबकि विभागीय अधिकारीयों का कहना है कि विदोी पंजीयन अधिकारी (एफ.आर.ओ.) में कोई भी काम रोकड़ में नहीं होता। किसी भी प्रकार के भाुल्क के लिए डिमाण्ड ड्राफ्ट के माध्यम से भुगतान किया जाता है।
जानकारी के मुताबिक बाड़मेर जिला मुख्यालय पर विदेशी पंजीयन अधिकारी (एफ.आर.ओ.) का जिम्मा सी.आई.डी. बॉर्डर इंटेलिजेंटस के पास है। इस भाखा का मुख्यकार्य विदोी नागरिकों के पासपोर्ट व वीजा सम्बंधि दस्तावेजों की जांच एवं इससे संबधित अन्य कार्यो का निश्पादन करना होता है।


बताया गया कि विदेशी  पंजीयन अधिकारी (एफ.आर.ओ.) कार्यालय में कार्यरत हैड कांस्टेबल खेताराम गत तीन चार साल से वीजा अवधि ब़ाने का कार्य प्रभार देखता था। बताया गया कि पिछले सप्ताह बाड़मेर में स्थापित निजी कंपनी के संयत्र में कार्यरत विदोी नागरिकों के एक दल ने वीजा अवधि ब़ाने के लिएविदेशी पंजीयन अधिकारी (एफ.आर.ओ.) कार्यालय में आवेदन किया, लेकिन उक्त कार्यालय में कार्यरत कांस्टेबल खेताराम ने उक्त दल के सदस्यों से धोखाधड़ी करते हुए उन्हे फर्जी रसीद थमाकर 20 हजार रू. ऐंठ लिए।


मामले का खुलासा तब हुआ जब उक्त निजी कम्पनी में कार्यरत सेवानिवृत पुलिस अधिकारी ने जाली रसीद देखी तो उसे बड़ी हेरानी हुई। उक्त सेवानिवृत अधिकारी ने इस मामलें की िकायत सी.आई.डी. जयपुर मुख्यालय में की। जिसके बाद बाड़मेर से जयपुर तक हड़कम्प मच गया।
बाड़मेर कार्यालय में कार्यरत बी.आई. प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने हैड कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से कार्य मुक्त कर बी.आई. की चौहटन चौकी रवाना कर दिया।
इस पूरे मामले में अधिकारीयों की माने तो विभाग में किसी भी तरह की रोकड़ रूपयों का लेन देन नहीं होता है। अगर कोई शुल्क  जमा करवाना होता है तो विभाग डी.डी. के माध्यम से जमा करवाना पड़ता है।


कई सालों से मेहरबानी
यह हैड कांस्टेबल मूल रूप से बी.आई.(बार्डर इंटेलिजेंटस) की चौहटन चोकी में कार्यरत है। मगर अधिकारियों की मेहरबानी से यह 2008 से बाड़मेर के एफ.आर.ओं कार्यालय में अटेचमेंट के रूप में कार्यरत है। लंबे समय से मेहरबानी के कारण बी.आई. के उच्च अधिकारी भी संदेह के घेरे में है।


एफ.आर.ओं में कार्यरत हैड कांस्टेबल खेताराम के फर्जी रसीदों से पैसे वसूल करने का मामला सामने आया है। उसे निलम्बित कर मुख्यालय भरतपुर किया गया है। मामले की जांच करवाई जा रही है।’’
धीमाराम, कार्यवाह, प्रभारी बी.आई. बाड़मेर। 

डायना की ड्रेस 816,000 डॉलर में नीलाम

डायना की ड्रेस 816,000 डॉलर में नीलाम 
 
लंदन। ब्रिटेन की दिवंगत राजकुमारी डायना की एक पोशाक 816,000 डॉलर में नीलाम हुई है। नीले रंग की इस मखमली पोशाक को विक्टर एडेलस्टीन ने डिजाइन किया था। कनाडा के टोरंटो शहर में नीलाम होने वाले 14 गाउन में से डायना की पोशाक सबसे ज्यादा दाम में नीलाम हुई।

डायना ने इस पोशाक को 1985 में व्हाइट हाउस के एक आयोजन के दौरान पहना था। इस समारोह में डायना ने हॉलीवुड अभिनेता जॉन ट्रेवोल्टा के साथ नृत्य किया था। 

पाक कोर्ट में अजीब अर्जी, ऐक्ट्रेस मीरा का कौमार्य जांचो




इस्लामाबाद।। पाकिस्तान की अदालतों में भले ही हजारों गंभीर मामले लंबित हैं, लेकिन लोगों की ओर से कुछ अजीबो-गरीब मामलों में याचिकाएं दायर की जा रही हैं। इसी तरह की कुछ याचिकाओं में पूछा गया है कि क्या पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम शराब पीते हैं या फिर क्या ऐक्ट्रेस मीरा अब तक वर्जिन हैं 

पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक मोहम्मद फैयाज नामक शख्स ने लाहौर की एक अदालत में याचिका दायर कर दावा किया है कि शराब का विज्ञापन करके अकरम ने मुसलमानों की भावनाओं को आहत किया है।

वहीं, अतीक रहमान नामक एक शख्स ने याचिका दायर कर यह जानने की मांग की है कि क्या मीरा का कौमार्य 'बचा हुआ है। यह शख्स खुद को मीरा का पति होने का दावा करता है। रहमान ने कहा कि यह साबित करने के लिए कि मीरा शादीशुदा है, उनके कौमार्य की जांच करानी चाहिए। जज ने इस याचिका पर सुनवाई करने से इनकार दिया है। इससे पहले हिंदी सिनेमा की कुछ फिल्मों में काम करने को लेकर भी मीरा के खिलाफ याचिका दायर की गई थी।

योग गुरु बाबा रामदेव आज दिल्ली में सरकार पर जमकर बरसे

नई दिल्ली. योग गुरु बाबा रामदेव आज दिल्ली में सरकार पर जमकर बरसे। यहां पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि वे भ्रष्टाचार और काले धन का मुद्दा उठाते रहेंगे। वे योग और खुद की क्षमताओं पर प्रश्न उठाने वालों पर भी जमकर बरसे और कहा कि प्रश्न उठाने वाले पहले 1 लाख किलोमीटर की यात्रा करें, 10 करोड़ लोगों को संबोधित करें, नौ दिन का अनशन करें फिर योग के बारे में बात करें। उन्होंने सरकार को चुनौती दी कि वे रामदेव के पास काला धन निकाल कर बताएं और यदि काला धन मिलता है तो वे इसे राष्ट्रीय संपत्ति घोषित कर देंगे।
रामलीला मैदान में ही आतंकवादी हमले का खतरा क्यों
उन्होंने कहा कि पुलिस ने रामलीला मैदान पर कहा कि उन्हें बाबा पर आतंकवादी हमले की आशंका थी। एक लाख किलोमीटर की यात्रा के दौरान कोई खतरा नहीं था अचानक रामलीला मैदान में ही आतंकवादी हमले का खतरा क्यों? उन्होंने कहा कि उन्होंने पूरे देश में लंबी या6 की लेकिन उस समय तो उनकी जान को कोई खतरा नहीं था। अचानक खतरा कहां से आ गया।

सरकार पहले भ्रष्टाचारी थी अब अत्याचारी हो गई है
रामदेव ने आज कहा कि सरकार पहले भ्रष्टाचारी थी लेकिन अब अत्याचारी हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार और काला धन के मामले में ध्यान बंटाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि हमारी मांग असंवैधानिक है फिर सरकार ने हमसे बातचीत क्यों की। उन्होंने आरोप लगाया कि रामलीला मैदान पर नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का हनन किया गया।
महिलाओं के साथ बलात्कार की कोशिश
उन्होंने आरोप लगाया कि रामलीला मैदान पर महिलाओं से बलात्कार करने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि वे कायर नहीं हैं बल्कि वे रामलीला मैदान पर जानवरों की मौत नहीं मरना चाहते थे। उन्होंने कहा कि पुलिस बाबा को मिटाने की तैयारी कर आई थी।
उन्होंने योग और खुद की क्षमताओं पर सवाल खड़े करने वालों पर भी निशाना साधा और कहा कि आलोचना करने वाले पहले 1 लाख किलोमीटर की यात्रा करें, 10 करोड़ लोगों को संबोधित करें और फिर 9 दिन का अनशन करें।
मैं किसी राजवंश का नहीं, यही मेरा गुनाह है

मेरा गुनाह यही है कि किसी राजवंश में पैदा नहीं हुआ हूं। हमने गांव और गरीब की बात की यही मेरा गुनाह है। गांव और गरीब की बातें करना ही मेरा गुनाह है।
सिब्बल को पूज्य कहने में मुझे शर्म आती है
कपिल सिब्बल पर कटाक्ष करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि वह आदरणीय हैं लेकिन पूज्य कहने में मुझे शर्म आती है। कपिल सिब्बल से मेरी बातचीत के टेप का खुलासा हो।
पासपोर्ट मामले में आचार्य का बचाव
बाबा ने दावा किया कि आचार्य बालकृष्ण का पासपोर्ट पूरी तरह संवैधानिक है। उन्होंने कहा कि यह भी भ्रष्टाचार औऱ काले धन से ध्यान भटकाने की साजिश है। उन्होंने कहा कि यदि पासपोर्ट गलत है तो पहले आचार्य को विदेश जाने से क्यों नहीं रोका गया।
किसी का मुखौटा नहीं
उन्होंने बाबा रामदेव को आरएसएस का एजेंट बताने वालों पर भी हमला किया और कहा कि वे किसी का मुखौटा नहीं हैं बल्कि 120 करोड़ लोगों के मुखौटे हैं। उन्होंने कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का हालांकि नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि वे उन लोगों पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे जो उन्हें महाठग कहते हैं और हमेशा मुद्दों से ध्यान बांटने की कोशिश करते हैं।
बाबा आज पहुंचे दिल्ली
बाबा रामदेव आज हरिद्वार से दिल्ली पहुंच गए हैं। वे रामलीला मैदान पर हुई पुलिस कार्रवाई के बाद, पहली बार दिल्ली आए। उन्होंने यहां पुलिस कार्रवाई में घायल राजबाला से मुलाकात की। दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था, लेकिन उन्हें दिल्ली में घुसने से नहीं रोका गया। 
रामलीला मैदान पर हुए लाठीचार्ज के बाद बाबा रामदेव पर 15 दिन के लिए दिल्ली में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी। लेकिन रविवार को वे दिल्ली पहुंचे। उन्होंने गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली में प्रवेश किया। हालांकि पत्रकारों ने उनसे बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने केवल हाथ हिलाकर अभिवादन किया और कोई बातचीत नहीं की।
वे दिल्ली पहुंचने के बाद सीधे जीबी पंत अस्पताल पहुंचे और वहां उन्होंने गंभीर अवस्था में जीवन और मौत से जूझ रही गुड़गांव की महिला राजबाला से मुलाकात की। राजबाला 4-5 जून की दरमियानी रात को हुई पुलिसिया कार्रवाई के बाद से ही अस्पताल में भर्ती हैं। जीबी पंत अस्पताल में पुलिस का भारी बंदोबस्त किया गया था। पुलिस ने बाबा के साथ कुछ लोगों के अलावा किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया। इस कारण मरीजों को भी दिक्कत हुई। बाबा के समर्थक बड़ी संख्या में अस्पताल के गेट पर जमा थे और उन्होंने बाबा के समर्थन में जोरदार नारेबाजी की।
बाबा ने दिल्ली के लिए निकलने के पहले आचार्य बालकृष्ण से भी विस्तार से बातचीत की है।
दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों ने आज सुबह इस बारे में विचार किया कि क्या बाबा रामदेव को दिल्ली में घुसने की इजाजत दी जाए। लेकिन बाद में निर्णय लिया गया कि उनके घुसने पर कोई पाबंदी नहीं लगाई जाएगी, लेकिन उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी।  

मुख्यमंत्री का स्टेट प्लेन हुआ खराब



जोधपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जिस स्टेट प्लेन से जोधपुर आए थे और उसी में उन्हें लौटना था, लेकिन वह खराब हो गया है। स्टेट प्लेन में गड़बड़ी के कारण मुख्यमंत्री को मुंबई में होने वाली प्लानिंग कमिशन की बैठक में भाग लेने के लिए नियमित फ्लाइट से मुंबई जाना पड़ा।
मुख्यमंत्री गहलोत सोमवार सुबह अपने नियमित कार्यक्रमों में सुबह से ही लेट चल रहे थे। सुबह सर्किट हाउस में सुनवाई दो घंटे बाद भी शुरू नहीं हुई। सांगरिया में विवेक विहार की लांचिंग भी एक घंटे देरी से हुई।
फिर समारोह में मंत्रियों के भाषणों को काटना पड़ा और मुख्यमंत्री ने अपना संबोधन आरंभ कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें आज मुंबई जाना है, प्लानिंग कमिशन की बैठक में भाग लेना है। स्टेट प्लेन खराब हो गया है इसलिए उन्हें नियमित फ्लाइट से मुंबई जाना पड़ेगा। बाद में मुख्यमंत्री ने अपना दूसरा कार्यक्रम फायर ब्रिगेड की स्काई लिफ्ट का लोकार्पण किया और दोपहर दो बजे सीधे एयरपोर्ट पहुंच कर मुंबई के लिए उड़ान भर ली।

प्रदेश बिजली के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा...मुख्यमंत्री अशोक गहलोत




जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बिजली कंपनियां 30 हजार करोड़ रुपए के घाटे में हैं, मगर सरकार किसानों को पूरी बिजली देगी। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से कोयला उत्पादन पर रोक हटाने के संबंध में बात हुई है। उम्मीद है अब सुपर क्रिटिकल प्लांट आरंभ हो जाएंगे।

मुंबई में होने वाली 12 पंचवर्षीय योजना की बैठक में 26 हजार मेगा वाट की योजना बनेगी तो प्रदेश बिजली के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा। बोरानाडा में शनिवार को 220 केवी जीएसएस का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी विंड एनर्जी से 1500 मेगावाट और बायोमास से 70 मेगावाट बिजली बन रही है। हालांकि उनका मथानिया में सोलर प्लांट का प्रयोग सफल नहीं हो पाया, मगर खींवसर व बीकानेर में 4.5 व 5 मेगावाट के प्लांट सफल हो गए।

मारवाड़ में सोलर एनर्जी की विपुल संभावनाओं के कारण कई कंपनियां अपने प्लांट लगा रही हैं। फलौदी में जमीनों के फर्जी बेचान पर उन्होंने फलौदी विधायक ओम जोशी से कहा कि वे पीछे पड़े रहें और ऐसे लोग जेल जाने चाहिए। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री जितेंद्रसिंह ने कहा कि यूपीए चेयरमैन सोनिया गांधी ने प्रदेश के दौरे में कहा था कि किसानों को पांच साल तक 90 पैसे में बिजली मिलेगी।

हालांकि सरकार को यह बिजली 3 रुपए में पड़ती है, मगर 300 करोड़ रुपए खर्च करके भी पांच साल तक 90 पैसे में ही बिजली देंगे। यह सरकार का वादा है। समारोह को जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा व सांसद चंद्रेश कुमारी ने भी संबोधित किया। समारोह में स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल, राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, ऊर्जा सचिव नरेशपाल गंगवार भी मौजूद थे। इससे पहले विद्युत वितरण निगम लि. के सीएमडी शैलेंद्र अग्रवाल से सभी का स्वागत किया।

यूं तो पूरा गांव खत्म हो जाएगा: लूणी विधायक मलखानसिंह विश्नोई ने मुख्यमंत्री को कई उलाहने दिए। उन्होंने कहा कि शहर का कचरा लूणी में, मृत मवेशी लूणी में, दूषित पानी लूणी में और भूमि अवाप्ति भी लूणी में हो रही है। रीको के पांचवें चरण में तो पूरा गांव ही अवाप्त हो जाएगा तो कैसे चलेगा? ऊर्जा मंत्री ने कृषि कनेक्शनों पर रोक लगा दी, मुख्यमंत्री 1 साल से समय नहीं दे रहे हैं। यह जीएसएस 1 साल पहले बना, लोकार्पण अब हुआ। ऐसे ही सात-आठ स्कूल-अस्पताल मुख्यमंत्री का इंतजार कर रहे हैं। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा विकास भी लूणी का खूब हुआ। जीएसएस यहां पर, विवेक विहार लूणी में, कांकाणी में 400 केवी जीएसएस मंजूर, और क्या चाहिए? भूमि अवाप्ति पर मुख्यमंत्री ने पुन: निर्णय करने का भरोसा दिलाया।

सोनिया जी मेरे नंबर घटा देंगी: बोरानाडा में पंडाल में जब महिलाओं को कुर्सियों से नीचे बैठे देखा तो मुख्यमंत्री बोले, ...अरे सोनिया जी देखतीं तो मेरे नंबर घटा देतीं। अगली बार महिलाएं कुर्सी पर और पुरुष नीचे बैठने चाहिए। अब देखो दुर्गा बलाई मंच पर हैं और उनके पति भंवर बलाई कहीं नीचे बैठे होंगे।

मैं तो अब नजदीक आया हूं: जल संसाधन मंत्री महिपाल मदेरणा ने अपने भाषण में कहा कि ‘मैं तो अब मुख्यमंत्री के नजदीक आया हूं। मुख्यमंत्री ने नए राजस्थान का सपना देखा है और उसे पूरा कर रहे हैं।’ मदेरणा ने लोगों से कहा कि सरकार काम खूब करवा रही है, मगर लोग भूल जाते हैं। इस बार उन्हें याद जरूर रखना

यह पेड़ न सिर्फ हजार साल पुराना है बल्कि, यह चलता भी है.



गुजरात. संजन बांदर गाँव में लगा एक आम का पेड़ न सिर्फ पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है बल्कि, एक अनोखी विशेषता की वजह से यह दुनिया भर के लिए आश्चर्य और आकर्षण का विषय है.
यह पेड़ न सिर्फ हजार साल पुराना है बल्कि, यह चलता भी है. इस गाँव में रहने वाले किसी भी व्यक्ति से पूछिए, वो आपको यही बताएगा कि आम का यह पेड़ चलता है और अपने मूल स्थान से यह 200 मीटर खिसक चुका है. यहाँ के मुख्य वन अधिकारी एच एस सिंह का कहना है कि "आम के इस पेड़ को गुजरात के 50 हेरिटेज पेड़ों की सूची में रखा गया है जिसमे कई अनूठी विशेषताएं है."
दरअसल यह बेहद पुराना और बड़ा पेड़ है जिसकी शाखाएं बड़ी होकर झुक जाती हैं और जमीन को छूने लगती हैं. कुछ समय बाद यही शाखा एक नया पेड़ बन जाता है. ऐसा पिछले लगभग हजार साल से जारी है. इसी वजह से ऐसा आभास होता है कि पेड़ चल रहा है जबकि पुराणी शाखा के सूखने और नै शाखा के पेड़ बन जाने की वजह इसका स्थान थोडा-थोडा खिसकता रहता है. अपनी इसी विशेषता के कारण ऐसा आभास होता है कि पेड़ खिसक रहा है.

पाबंदी के बाद बाबा रामदेव पहली बार दिल्ली पहुंचे


नई दिल्ली: कालेधन के खिलाफ़ आंदोलन का बिगुल फूंकने बाले योगगुरु स्वामी रामदेव रामलीला मैदान में हुई पुलिसिया कार्रवाई के बाद पहली बार रविवार को दिल्ली पहुंचे.
दिल्ली पुलिस ने साफ किया है कि उन्हें यहां आने से नहीं रोका जाएगा, हालांकि पुलिस ने रामदेव के आगमन के मद्देनज़र उन संभावित इलाकों में सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी है, जहां उनका खासा प्रभाव माना जाता है. पुलिस उनपर कड़ी नज़र रख रही है.
बाबा रामदेव अपने दिल्ली प्रवास के दौरान दिल्ली के जी बी पंत अस्पताल जाकर रामलीला पुलिस कार्रवाई के दौरान जख्मी राजबाला से मिलेंगे. राजबाला की हालत गंभीर बनी हुई है.
ग़ौरतलब है कि कालेधन के मुद्दे को लेकर अपने समर्थकों के साथ रामलीला मैदान में आंदोलन कर रहे बाबा रामदेव के खिलाफ पुलिस ने चार जून की रात कार्रवाई की थी.
इसके बाद पुलिस ने बाबा रामदेव को देहरादून पहुंचा दिया था और उनके दिल्ली प्रवेश पर 15 दिनों की पाबंदी लगा दी थी.

अपहरण के बाद काटा तस्कर का कान

जोधपुर दिनेश मांजू हत्याकांड की रंजिश के चलते कुछ लोगों ने शनिवार करीब साढ़े चार बजे एक तस्कर का अपहरण कर लिया। बाद में गंभीर रूप से घायल कर उसे जैसलमेर रोड पर सेखाला गांव के पास पटक दिया। लगभग उसी वक्त पाल रोड से मुख्यमंत्री का काफिला भी बोरानाडा की ओर निकला था।

घायल को बालेसर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर किया गया। अपहर्ताओ में से दो की पहचान हो चुकी है तथा पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पुलिस कमिश्नर भूपेंद्र कुमार दक ने बताया कि झंवर के ढाणा गांव निवासी हीरालाल कावा पुत्र गोपा राम विश्नोई का शनिवार शाम करीब साढ़े चार बजे चौहाबो थानांतर्गत डाली बाई मंदिर के निकट से कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया। पुलिस को उसकी बाइक व हेलमेट घटनास्थल पर मिली। बाद में हीरालाल शेरगढ़ पुलिस को सेखाला फांटा पर घायल हालत में मिला।

उसके कान का एक हिस्सा कटा हुआ था, वहीं हाथ, पैर पर कई चोटें लगी थीं। उसके घुटने व इससे नीचे सूजन को देखते हुए पैर में फ्रैक्चर का अनुमान लगाया जा रहा है। प्रारंभिक पूछताछ में हीरालाल ने बताया कि उसे चार लोगों ने अगवा किया था। अपहर्ताओं में दिनेश मांजू हत्याकांड के दौरान उसके साथ रहने वाले कैलाश जाखड़ के साथ ही विशनाराम विश्नोई और दो अन्य युवक शामिल हैं।

इससे पहले किसी ने उसे फोन कर डाली बाई के मंदिर के पास बुलाया था। गाड़ी में डालने के बाद आरोपियों ने उसकी आंखों पर कपड़ा बांध दिया और मारपीट शुरू कर दी। इसकी वजह दिनेश मांजू की हत्या में उसकी कथित मिलीभगत बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार हीरालाल की चित्तौड़, मंदसौर सहित कुछ अन्य जिलों की पुलिस तलाश कर रही है। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के मामले लंबित हैं। देर रात पुलिस उसे बालेसर अस्पताल से जोधपुर लेकर पहुंची।