सोमवार, 30 मई 2011

भूरियाके घर डेढ़ लाख की चोरी

भूरियाके  घर डेढ़ लाख की चोरी 
 
इंदौर/ भोपाल। केंद्रीय मंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के स्कीम नं. 78 स्थित मकान पर शनिवार रात चोर हाथ साफ कर गए। सुरक्षा को धता बताते हुए बदमाश खिड़की का ग्रिल तोड़कर घुसे। चोरों ने भूरिया की साली का कमरा बाहर से बंद किया और दो टीवी, 30 हजार रूपए व अन्य सामान उठा ले गए। मकान में भूरिया के पुत्र डॉ. विक्रांत, उनका भाई व मौसी थे। चोरी की सूचना से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।


एफएसएल विशेषज्ञ और डॉग स्क्वॉड के साथ पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। विक्रांत ने आशंका जताई है कि बदमाशों को घर की जानकारी थी। भूरिया के घर में निजी एजेंसी का गार्ड तैनात है। वह यहां तीन माह से काम पर आ रहा है। सुबह पता चला कि रात में वह तैनात नहीं था। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

उच्चस्तरीय जांच की मांग

कांग्रेस प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने इंदौर में केंद्रीय मंत्री और प्रदेश कांग्र्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के निवास पर चोरी की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। मांग गृह मंत्री उमाशंकर गुप्ता एवं पुलिस महानिदेशक एसके राउत से की गई है। मिश्रा ने आशंका जताई है कि इसमें कोई षड्यंत्र भी हो सकता है। उन्होंने इंदौर पुलिस पर भी निशाना साधा है। 

आ गया आधा पैसा/सेकेंड वाला प्लान


आ गया आधा पैसा/सेकेंड वाला प्लान

मोबाइल सेवा देने वाली जानी मानी कंपनी एमटीएस ने देशभर में अपने ग्राहकों के लिए बेहद सस्ता प्लान लांच कर दिया है। एमटीएस ने लोकल और नेशनल कॉल्स के लिए आधा पैसा प्रति सेकेंड की कॉल दर के हिसाब से नया प्लान लांच किया है। खास बात यह है कि ये कॉल दर लाइफ टाइम प्लान के तहत भी लागू है। और इसके तहत आप किसी भी नेटवर्क पर कॉल कर के सस्ती दरों का फायदा उठा सकते हैं।

आपको बता दें कि कंपनी ने मार्च में ही इस सेवा को लांच किया था। लेकिन तब ये सेवा सिर्फ मुंबई और गोवा के ग्राहकों के लिए शुरू की गई थी। और इसे केवल लोकल कॉल्स के लिए ही लागू किया गया था।

जानकारों का कहना है कि मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी यानी बिना नंबर बदले मोबाइल कंपनी बदलने की सुविधा शुरू होने के बाद से मोबाइल कंपनियों द्वारा नए नए ऑफर्स की पेशकश की जा रही है। ताकी ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने नेटवर्क से जोड़ा जा सके। यह भी माना जा रहा है कि एमटीएस की तरफ से की गई इस पेशकश के बाद दूसरी मोबाइल कंपनियां भी इस तरह के प्लान लांच कर सकती हैं।


पत्नी व मासूम पुत्र की हत्या के आरोपी की जमानत खारिज


पति ने पहले पत्नी से मारपीट कर घर से निकाला, फिर वापस लाने के बाद कर दी हत्या

जोधपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने दहेज के लालच में अपनी पत्नी व मासूम पुत्र की हत्या करने के आरोपी के जमानत आवेदन को खारिज कर दिया है। यह आदेश न्यायाधीश कैलाश चन्द्र जोशी ने प्रार्थी आरोपी जोगा राम की जमानत याचिका की सुनवाई में दिए।

मामले के अनुसार जालोर जिले के तहत झाब पुलिस थाना में शिकायतकर्ता सुरेश कुमार ने 9 दिसंबर 2010 को यह शिकायत दर्ज करवाई कि उसकी बहन नेनू देवी का विवाह करीब दो वर्ष पूर्व जोगा राम के साथ हुआ था, लेकिन उसने थोड़े दिन बाद ही नेनू देवी के साथ मारपीट शुरू कर दी। उसने 20 अक्टूबर 2010 को उसकी बहन को मारपीट कर घर से निकाल दिया।

लेकिन बाद में वह उसके घर आया और स्टॉम्प पर लिखकर समझौता करते हुए मेरी बहन को वापस ले गया। लेकिन 8 दिसंबर 2010 को मेरी बहन और उसका डेढ़ वर्षीय मासूम पुत्र की ससुराल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।

राजकीय अधिवक्ता अनिल जोशी ने आरोपी की जमानत का विरोध करते हुए कहा कि विवाह के 2 वर्ष बाद विवाहिता की ससुराल में हत्या होना साबित करता की यह दहेज हत्या का मामला है। आरोपी पत्नी को पैसों के लिए तंग करता था तथा अनुसंधान में ज्ञात हुआ कि उसकी सास भी अपनी पेंशन की रकम हर माह जंवाई को भेजती थी।

बेनजीर हत्याकांड में मुशर्रफ भगोड़ा घोषित

बेनजीर हत्याकांड में मुशर्रफ भगोड़ा घोषित
 

इस्लामाबाद। बेनजीर भुट्टो हत्याकांड में पाकिस्तान की विशेष अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को भगोड़ा घोçष्ात कर दिया है। मुशर्रफ को जांच में सहयोग नहीं करने के आरोप में भगोड़ा घोषित किया गया है।

रावलपिण्डी स्थित विशेष अदालत के न्यायाधीश राणा निसार ने फिलहाल देश से बाहर रह रहे मुशर्रफ पर फेडरल इनवेस्टीगेशन एजेंसी (एफआईए) के अनुरोध पर यह कार्रवाई की।

अभियोजक पक्ष ने जज को बताया कि मुशर्रफ पर कोर्ट की ओर से जारी किए गए गिरफ्तारी वारंट की पालना भी नहीं हो पा रही है।

मुशर्रफ 2009 से ब्रिटेन में रह रहे हैं। लेकिन दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि नहीं होने के कारण वारंट की पालना संभव नहीं है।

इसके बाद उन्हें भगोड़ा घोषित करने की मांग की गई जिसे अदालत ने मान लिया । जज ने कहा कि उन्हें भगोड़ा घोषित किए जाने वाले विज्ञापन अखबारों में छपवाए जाएं। साथ ही मुशर्रफ की चल और अचल सम्पत्ति पर भी सरकार कब्जा कर ले।

गौरतलब है कि 2007 में भुट्टो की मौत मामले में पांच सदिग्धों पर सुनवाई चल रही है। फरवरी में अदालत ने मुशर्रफ के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया था। 

17 बीवियों के बाद भी लड़की की तलाश

17 बीवियों के बाद भी लड़की की तलाश 
 

चेन्नई। संयुक्त अरब अमीरात के निवासी दाद मोहम्मद अल बलूशी के 17 बीवियां, 90 बच्चे और 50 पोत-पोतियां है। लेकिन अब भी उनकी परिवार को बढ़ाने की ईच्छा कम नहीं हुई है। अगले महीने अपने पैर का इलाज कराने जयुपर आ रहे बलूशी को इस दौरान भारतीय पत्नी की तलाश है।

बलूशी ने बताया कि आने वाले दो दिन में वे एक पाकिस्तानी लड़की से निकाह कर रहे हैं। लेकिन उनकी इच्छा है कि अगली पत्नी भारतीय हो। उन्होंने कहा कि "मैं उम्मीद करता हूं की मेरी भारत यात्रा के दौरान मुझे भारतीय पत्नी मिल जाए। मेरी सभी पत्नियां अनपढ है और इस बार में मैं 18 से 22 साल की पढ़ी-लिखी भारतीय लड़की को जीवन साथी बनाना चाहता हूं।

60 वर्षीय बलुशी भारतीय लड़की को दुल्हन बनाऎ जाने पर कहा कि आज दुनिया भर में भारतीय महिलाओं को विशेष सम्मान मिलता है। वे दयालू और विनम्र होती है। शरीयत कानून में एक समय में चार बीवियों को रखने के कारण हर शादी के बाद बलुशी एक पत्नी को तलाक दे देते हैं। 

हत्या कर कब्रिस्तान में फेंकी लाश!

हत्या कर कब्रिस्तान में फेंकी लाश!
 

जयपुर। सांगानेर थाना इलाके के मालपुरा गेट के पास स्थित कब्रिस्तान में सोमवार सुबह पुलिस को एक युवक की लाश मिली। उसके सिर और शरीर पर चोट के गहरे निशान थे। सिर पर किसी धारदार हथियार से वार किया गया था, जिससे सिर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका था। स्थानीय लोगों से सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और लाश को मुर्दाघर में रखवाया।

आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने मरने वाले युवक की शिनाख्त टोंक निवासी रमेंश चंद्र शर्मा के रूप में की है। पुलिस के अनुसार रमेश मालपुरा गेट के पास ही एक प्रोपर्टी डीलर आफिस में बैठता था और आफिस के पास ही करीब दस साल से रह रहा था। पुलिस प्रोपर्टी डीलर से इस बारे में पूछताछ कर रही है। आसपास रहने वाले कुछ लोगों से भी इस बारे में पूछताछ की जा रही है। पुलिस हत्या की आशंका से इनकार नहीं कर रही है। 

पति को ससुराल बुला कर पत्नी ने फूंका

पति को ससुराल बुला कर पत्नी ने फूंका
 

जयपुर। पति-पत्नी के सात जनम तक साथ निभाने के रिश्ते किस तरह से पल में ही धराशायी हो रहे हैं, यह हाल ही हुई कुछ घटनाओं से दिखाई दे रहा है। अभी कल की ही बात है, जब खबर आयी कि एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के रवैये से निराश होकर पहले अपनी सात साल की बेटी को जहर दे दिया, फिर खुद भी जहर खाकर जान दे दी।


एक अन्य मामला आज सामने आया, जिसमें कहा जा रहा है कि पत्नी को मायके से लेने गए युवक को उसकी पत्नी ने केरोसिन उड़ेल कर फूंक डालने की कोशिश की। गंभीर हालत में युवक को अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उसकी दशा अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।

उधर, इस मामले को लेकर इलाके में भी तरह-तरह की चर्चाएं हैं। लोग इस घटना से अचरज में हैं। लोगों का कहना है कि अगर यह बात सच है कि एक पत्नी ने ही अपने पति को जला कर मार डालने की कोशिश की, तो इसका मतलब है कि आज के दौर में कोई भी कुछ भी कर सकता है।

जानकारी के मुताबिक, मामला करधनी थाना इलाके का है। करधनी पुलिस के अनुसार नागौर जिले के रहने वाले 24 साल के मनोज कुमार की शादी कुछ समय पहले करधनी इलाके में रहने वाले मालीराम की बेटी मेघा से हुई थी। कुछ दिन पहले मेघा अपने पिता के घर आ गई थी। शनिवार को सवेरे मेघा को लेने मनोज भी करधनी आया हुआ था।

इसी दौरान दोनों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। मेघा ने रसोई में रखा केरोसिन मनोज पर उड़ेल दिया और गुस्से मेंमाचिस की जलती हुई तीली उस पर फेंक दी। जल्द ही केरोसिन से लथ-पथ मनोज के कपड़ों ने आग पकड़ ली। गंभीर रूप से झुलसने के कारण मनोज अचेत हो गया। बाद में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में उसे होश आया, तो पुलिस ने उसका पर्चा-बयान लिया, जिसमें उसने अपनी पत्नी मेघा पर ही इस घटना का आरोप मढ़ा।

रेत के धोरों से प्रतिध्वनित हो रहा विकास का संगीत


रेत के धोरों से प्रतिध्वनित हो रहा
विकास का संगीत
. डॉ दीपक आचार्य
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारीए
जैसलमेर
            हिन्दुस्तान की पश्चिमी सरहद पर अवस्थित जैसलमेर जिला अब विकास की तेज रफ्तार पर है। किसी जमाने में ठेठ सरहद का करीबी इलाका होने की वजह से यह उपेक्षित और पिछड़ा रहा होगा लेकिन अब यह प्रदेश के अन्य जिलों की ही तरह विकास की मुख्य धारा मेें आने लगा है।
            समन्वित भागीदारी से हुआ विकास
            राजस्थान भर में विकास की दृष्टि से देखा जाए तो जैसलमेर वह जिला है जिसने कम समय में तरक्की के कई सफर देखे हैं। सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों की बदौलत जैसलमेर में हर कहीं बदलाव देखने में आ रहा है। आम आदमी के उत्थान से लेकर आँचलिक और सामुदायिक विकास की ढेरों योजनाएंए परियोजनाएं और कार्यक्रम यहाँ चलाए जा रहे हैं जिनसे निश्चय ही जिला तरक्की की दिशा मेें लगातार आगे बढ़ रहा है।
            यहाँ के समग्र विकास को लेकर जन प्रतिनिधियों की पहलए विभागीय अधिकारियों का योगदान और आम जनता की भागीदारी से विकास का जो सफर शुरू हुआ है वह रुकने वाला नहीं है।
            विषम भौगालिक हालातोंए कठिनाइयों भरे जीवन और पुरानी पीढ़ियों के कठोर संघर्ष को ध्यान में रखते हुए जैसलमेर जिले में स्वस्थ विकास का सुनहरा परिवेश लाने के लिए हरसंभव प्रयास हो रहे हैं। इनके कारण जैसलमेर जिला स्वस्थ विकास की कल्पनाओं को साकार कर रहा है।
            पवन और सौर ऊर्जा ने उगाए विकास के सूरज
            प्रकृति की विपरीत धाराओं पर विजय पाते हुए सृजन का इतिहास रचने में माहिर मानव के परिश्रम का संकेत जैसलमेर जिले में हर कहीं देखा जा सकता है। सूरज की घातक तपन और भीषण गर्मी के साथ ही तेज आँधियों को अपने अनुकूल बनाकर बिजली के भण्डार भर रहे पवन ऊर्जा और सौर ऊर्जा के विराटकाय उपकरण यही दर्शा रहे हैं कि विकास के सूरज पश्चिम में भी उगाए जा सकते हैं।
            जैसलमेर जिले भर में बड़े पैमाने पर घूम रहे पंखे और सौर ऊर्जा के पैनल्स जगह.जगह रोशनी के कतरे बिखेरते हुए अंधेरों पर विजय का पैगाम सुना रहे हैं।
            एलईडी लाईटों ने किया रौशन
            इसी कड़ी में जैसलमेर पूरे देश में ऎसा पहला जिला होने का गौरव पा चुका है जिसके दो गांव पूरी तरह एलईडी लाईटों से रोशन हो चुके हैं। जिले के सीमावर्ती गिरदूवाला और घण्टियाली गांवों में दशकों से अंधेरा छाया हुआ रहा। इन गांवों में सभी घरों को पवन और सौर ऊर्जा से जोड़ते हुए नई तकनीक की एलईडी लाइटों से रौशन किया गया है। पूरे के पूरे दो गांवों को एलईडी लाईटों से विद्युतीकृत कर देने वाला जैसलमेर देश का पहला जिला है।
            जिले में तेज धूप और आंधियों से बिजली पैदा करने के लिए विभिन्न स्थानों पर पंखों का विस्तार हो रहा हैए जीएसएस की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है और यहां की विषमताओं पर विजय पाते हुए विकास का संगीत सुनाने के सभी यत्न हो रहे हैं।
            पानी पहुँचाने पर जोर
            किसी जमाने में बूँद.बूँद के लिए थकाऊ सफर वाले जैसलमेर जिले में अब हालात पहले जैसे नहीं रहे। अब पहले के मुूकाबले पर्याप्त पानी उपलब्ध है और लोगों को पानी के लिए पहले की तरह मशक्कत नहीं करनी पड़ती। सरकार ने जैसलमेर जिले में पानी की सबसे बड़ी समस्या को अपनी प्राथमिकता में सबसे ऊपर रखा हुआ है तथा पेयजल सुलभ कराने के लिए खूब काम हो रहा है।
            जलदाय विभाग की ओर से पेयजल योेजनाओं का काम कराया जा रहा है वहीं कई योजनाएं पूर्ण होकर गांवों व शहरों में पेयजल दे रही हैं।  जैसलमेर जिला मुख्यालय से लेकर सीमावर्ती इलाकों तक रह रहे लोगों को पीने का पानी दिलाने के लिए कारगर योजनाएं लागू की गई हैं।
            नहर ने दिया जीने का सुकून
            जैसलमेर जिले में इन्दिरा गांधी नहर परियोजना ने नहरी जल का व्यापक नेटवर्क स्थापित कर लिया है। नहरों की वजह से मनुष्यों और मवेशियों के लिए भरपूर पानी मिल रहा है। इसके साथ ही खेती.बाड़ी में भी जैसलमेर जिले ने नए युग में प्रवेश कर लिया है। दूर.दूर तक रेत का महासागर दिखाने वाली जैसलमेर की धरती पर अब फसलें लहलहाते हुए देखना कितना सुकूनदायी है यह जैसलमेर के लोगों के सिवा और कौन जान सकता है।
            पर्यटन के मामले में दुनिया में अव्वल
            सदियों से अपने आँचल में कितनी ही विलक्षणताओं को छुपाए बैठे जैसलमेर की मौलिक संस्कृतिए कला और पुरातन वैभव अब पूरी दुनिया के सामने है। देश.दुनिया के हर कोने तक जैसलमेर की गंध बिखरी हुई है। यही कारण है कि पर्यटन के क्षेत्र में जैसलमेर जिला हिन्दुस्तान भर में खास पहचान रखता है। भीषण गर्मियों के दौर को छोड़ दिया जाए तो यहाँ साल भर देशी.विदेशी मेहमानों की भरमार रहती है। स्वर्ण नगरी का कला.वैभव और यहाँ की सांस्कृतिक परम्पराओं को देखने आने वाला हर कोई पर्यटक अपने आपको धन्य मानता है।
            पर्यटन जगत में लगातार बुलंदियों की ओर बढ़ रहे जैसलमेर जिले में सालाना सैलानियों की भारी रेलमपेल का सीधा असर यहाँ की आर्थिक और सामाजिक स्थितियों पर पड़ा हैए इससे आर्थिक समृद्धि का ग्राफ निरन्तर ऊँचाइयों की ओर अग्रसर है।
            पर्यटन व्यवसाय ने जैसलमेर जिले में बेहतर स्थान बना लिया है और इससे होटल  व ट्रॉवेल व्यवसाय के साथ ही स्थानीय व्यापारियों को भी खूब आर्थिक आधार मिला है। इन काम.धंधों से काफी संख्या में लोगों के जुड़ने के कारण बेरोजगारी पर भी काफी हद तक अंकुश लगा है।
            सरहदी होने का फायदा
            सरहदी इलाका होने से जैसलमेर में सीमा सुरक्षा बल और अन्य तमाम प्रकार की सैन्य गतिविधियों का केन्द्र है और इस कारण से यह पूरा क्षेत्र सामरिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील और महत्वपूर्ण है। इसी कारण सरकार का भी सबसे ज्यादा ध्यान इस तरफ है। इतना महत्व का स्थल होने के कारण भी यहाँ सीमा क्षेत्रीय विकास गतिविधियों ने विकास का इतिहास कायम किया है।
            विभिन्न महत्वपूर्ण गतिविधियों के कारण जैसलमेर जिले में बुनियादी सेवाओं और सुविधाओं पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है। जैसलमेर जिले के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही हैं जिनसे जैसलमेर के विकास का रथ तेज गति से आगे बढ़ रहा है।
            रेतीले धोरों की छाती पर हरियाली
            मरुथल की छाती पर हरियाली की चादर बिछाने के लिए वन विभाग अपनी कई योजनाओं के माध्यम से लगातार कोशिशें कर रहा है। खासकर नहरी क्षेत्र में नहरों के किनारे तथा अन्य स्थानों पर व्यापक वृक्षारोपण की गतिविधियां अब रंग ला रही हैं।
            जिला कलक्टर के नवाचारों से आया बदलाव
            विकास के लिए समस्याओं से मुक्ति पहली शर्त है। आम आदमी से लेकर परिवेश तक की समस्याओं का समाधान करने के बाद ही विकास पाया जा सकता है।  इसके लिए जिला प्रशासन और राज्य सरकार भरसक कोशिशों में जुटी हुई है। जिलास्तर पर जिला प्रशासन की ओर से समस्याओं के निराकरण के लिए व्यवस्था बनी हुई है।
            गांवों को लोगों को समस्याओं से मुक्ति दिलाने के लिए जैसलमेर जिला कलक्टर श्री गिरिराजसिंह कुशवाहा ने जो नवाचार अपनाया है वह ग्रामीणों के लिए किसी वरदान से कम नहीं रहा। जिला कलक्टर ने इसके लिए गांवों का दौरा किया और सरपंचों तथा ग्रामीण जन प्रतिनिधियों से समस्याओं की जानकारी ली। इनका दस्तावेजीकरण कर संबंधित विभागों को सौंपा गया। इससे गाँवों की समस्याएँ एक.एक कर खत्म होती चली गई। जिलाक लक्टर ने गाँवों की जमीनी हकीकत को देखने के लिए कम समय में ही पूरा जिला नाप लिया है। इन सभी कारणों से गांवों की समस्याओं का समय पर समाधान होते रहने की परंपरा बन गई है।
            अभियानों ने दिया सुकून
            जिले में प्रशासन गांवों के संग अभियान ने ग्रामीणों को खूब राहत दी और गांवों के लोग अपने भले की योजनाओं से लाभान्वित हुए। अब जिले भर में खरीफ अभियान के अन्तर्गत ग्राम पंचायतों में कृषि रथ घूम रहे हैं और कृषि ज्ञान एवं आदान शिविर हो रहे हैं। ग्रामीण काश्तकारों और पशुपालकों के लिए ये शिविर घर बैठे आयी गंगा साबित हो रहे हैं।
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बंगलादेशी घुसपैठियो को बाडमेर लाया गया



बंगलादेशी घुसपैठियो को बाडमेर लाया गया
बाडमेर भारत पाकिस्तान की पश्चिमी सरहद पर दो रो पूर्व गडरा रोड पुलिस द्धारा गडरा रेलवे स्टेशन पर पकडे गऐ बांग्लादेरूाी घुसपैइियो को सोमवार को संयुक्त पूछताछ के लिऐ बाडमेर जिला मुक्ष्यालय पर लाया गया हैं।गडरा रोड थानाधिकारी लक्ष्मी नारायण केवलिया ने बताया कि शुक्रवार को गडरा रेलवे स्टेशन पर दो संदिग्ध युवकों को पकडा गया था।पूछताछ में उनकी पहचान मोहम्मद आलमगिर 21 साल निवासी बंगलादेश तथा सैफुद्धीन रहमान निवासी पश्चिम बं्राल जिला दमदम के रूप् में हुई।इनके पास से नब्बे हजार की ईरानी करेसीे भी बरामद की गईंकेवलिया ने बताया कि आलमगिर हरिदासपुर सीमा चौकी से भारतीय सीमा में आया ,जॅहा वह पश्चिम बंगाल के दम दम जिले के बासतपुर गांव गया ।जहॉ दसकी मुलाकात सैफु से हुई।दोनो कलकत्ताएदिल्ली,अजमेर, जोधपुर होते हुऐ बाडमेर पहुचें।जहा ये रूााम को बस से गडरा रोड पहुॅचे।जहा पूलिस गश्त के दौरान पकड लियो।इन लोगो के पासबाडमेर तथा राजस्थान के नक्से तारबन्दी काटने का कटर ,मोबाईल फोन,तीन सिमंे भी बरामद की।उन्होने बताया कि बांग्लादेशी युवक के पास पासपोर्ट भी था।जिसकी वीजा अवधि 16 मई को ही समाप्त होगई थी।यह युवक ओमान और मलेशिया से कुछ रोज पूर्व ही लौटे था।इन्होने प्रारम्भिक पूछताछ में सरहद पर भूल तथा गलती से आना बता रहे हैं। दोनो को आज जिला मुख्यालय पर संयुक्त पूछताछ के जिऐ लायां गया है ।