नागौर. नागौर का एक ऐसा गांव जहां शराब तो दूर गुटखा तक नहीं मिलता
-एक दशक से अधिक समय से शराब का ठेका नहीं
-पांच साल से गुटखा भी प्रतिबंधित
साभार हनुमान राम इणानिया
मूण्डवा (नागौर)। नागौर जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग 89 पर आबाद ईनाणा गांव। गांव भले ही छोटा है, लेकिन मिसाल में सबसे अलग। करीब छह हजार की आबादी वाले इस गांव में शराब बिकना तो बहुत दूर की बात यहां तो गुटखे का पाउच तक दुकानों पर नजर नहीं आता। वर्ष 2011 में राजस्थान दिवस को इस गांव ने स्मरणीय बनाया। गांव की चौपाल में तीन फैसले किए। पहला शादी समारोह में डीजे या बग्गी का पूर्ण बहिष्कार, दूसरा शादी समारोह में आतिशबाजी नहीं करने तथा तीसरा गांव में गुटखे बिक्री व खाने पर पूर्ण प्रतिबंध। शराब बंदी तो यहां कई वर्षों से जारी है। पूर्व सरपंच भंवरसिंह ईनाणियां कहते हैं, वर्ष 1995 में ज्ञान तालाब पर शराब बंदी पर चर्चा की। इसके बाद ईनाणा गांव में ग्रामीणों की सहमति से शराब के ठेके पर प्रतिबंध लगा दिया।
डीजे व बग्गी को शादी के अलावा भी अन्य समारोह में भी पूर्णत: वर्जित किया गया। महिलाओं व युवाओं में गुटखा सेवन की बढ़ती लत के चलते सबसे खतरनाक मानते हुए गांव की चौपाल में दुकानों पर गुटखे बेचने पर पाबंदी लगाई। अब गांव में कोई भी दुकानदार गुटखा नहीं बेचता है।
अब तो ठेके भी नहीं होता
गांव में शराब का ठेका प्रतिबंधित कर देने के कारण पिछले कई सालों से आबकारी विभाग भी ईनाणा गांव के लिए शराब ठेके की निलामी नहीं करता। वहीं गुटखे बिक्री पर रोक लगाने से यहां के युवाओं में नशे की लत भी नहीं है। यदि कोई चोरी-छिपे गुटखा खाते हुए नजर भी आ जाता है तो उसे हेय दृष्टि से देखा जाता है।
इनका कहना है
हाथों हाथ उतार दिए थे पाउच
करीब पांच साल पहले चौपाल पर गांव वालों ने गुटखा नहीं बेचने पर सहमति जताई थी। मैंने तो उसी दिन पाउच उतार लिए। गांव की बात पर आज भी गुटखा नहीं बेचता।
हरिराम, दुकानदार ईनाणा
आज तक नहीं बेचा गुटखा
जब से दुकान की है, कभी गुुटखा दुकान पर नहीं बेचा। गांव का निर्णय सर्वोपरी है। इससे युवकों तथा बच्चों में कुलत नहीं पड़ेगी।
हीराराम प्रजापत, दुकानदार, ईनाणा
कई मामलों में आदर्श हैं गांव
मेरे कार्यकाल में ग्रामीणों ने एतिहासिक फैसला किया। जिस पर आज भी हम सभी ग्रामीणों को गर्व है। हमारा गांव कई मामलों में आदर्श है। यदि सभी गांव ऐसा करे तो अधिकांश झगड़े बंद हो जाएं।
ओमप्रकाश ईनाणियां, पूर्व सरपंच ईनाणा
नई दिल्ली।IndiaVsPak: पाकिस्तान की हार से बौखलाई एक्ट्रेस, कहा- पागल है आफरीदी, कुछ नहीं हो सकता
बांग्लादेश में शनिवार को खेले गए एशिया कप टी-20 में भारत के हाथों पाकिस्तान की हार से टीवी एक्ट्रेस कंदील बलोच बेहद खफा है। उन्होंने पाकिस्तान की हार के लिए कैप्टन शाहिद आफरीदी को जिम्मेदार ठहराते हुए पागल करार दिया है।
सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर अपने ट्वीट में कंदील बलोच ने लिखा- मैंने आपसे क्या कहा था, जब तक यह पागल आफरीदी कप्तान रहेगा तब तक टीम का कुछ नहीं होने वाला। जल्द ही वर्ल्ड कप होने वाले और हमारी टीम के ये हालात है। शर्म की बात है। इन सबके लिए आफरीदी ही जिम्मेदार है।
पीएम मोदी का उड़ाया था मजाक
एक्ट्रेस ने अपने फेसबुक अकाउंट पर वीडियो अपलोड किया है। वीडियो जांघो पर थाप मारने से शुरू होता है। वीडियो में कंदीला ने कहा, मोदी जी आपका चाय का बिजनेस कैसा चल रहा है, आपका जो चाय का ढाबा है रेलवे स्टेशन के साथ। मुझे उम्मीद है कि वो बहुत अच्छा चल रहा होगा। माफ कीजिए मैं नरेंद्र मोदी की बात कर रही हूं, भारत के प्रधानमंत्री।
कौन है कंदील बलोच?
धमकी देने वाली कंदील बलोच एक मॉडल और टीवी एक्ट्रेस है। उसे सोशल मीडिया की ड्रामा क्वीन कहा जाता है। सबसे पहली बार वह 2013 में पाकिस्तान आयडल के ऑडिशन में देखी गई थी। उस दौरान जजों ने उसके बेसुरे गाने सुनकर उसे भगा दिया था। रिजेक्ट होने पर उसने कैमरे के सामने जमकर ड्रामा किया था और जजों को भला-बुरा कहा था। - कैपिटल टीवी के मॉर्निंग शो में उसकी हरकतों और फिजूल की बातों पर पूरे पाकिस्तान में मजाक बनता है। उसके डायलॉग डबस्मैश पर काफी पॉपुलर हैं।
इस्लामाबाद।पठानकोट हमला: हिरासत में लिए गए अटैकर्स की मदद करने वाले 3 संदिग्ध आतंकीपाकिस्तान में पंजाब प्रान्त के गुजरांवाला की आतंकवाद विरोधी अदालत के जज ने शनिवार को भारत के पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले के तीन संदिग्ध आरोपियों को आतंकवाद विरोधी विभाग के पास 6 दिन की रिमांड पर भेज दिया। तीन संदिग्धों को आतंकवाद विरोधी विभाग ने गुजरांवाला के चांद दा किला के पास के एक किराये के मकान से गिरफ्तार किया था। तीनों के बारे में संदेह है कि उन्होंने पठानकोट वायुसैनिक हमले को अंजाम देने वालों की सुविधाएं प्रदान की थी। तीनों संदिग्ध आतंकवादियों के नाम खालिद महमूद इरशाद हक तथा मुहम्मद शोयब है। तीनों ने अपने विरूद्ध लगाए गए आरोपों का प्रतिवाद किया है।जांच टीम आएगी भारतपंजाब के पठानकोट एयरबेस में 2 जनवरी को हुए आतंकवादी हमले में जैश-ए-मोहम्मद की भूमिका के संबंध में जानकारी जुटाने के लिए पाकिस्तानी जांच दल मार्च में भारत आएगा। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पुलिस के आतंकवाद निरोधक विभाग ने हमले के संबंध में शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके बाद छह सदस्यीय जांच दल का भारत आने का रास्ता साफ हो गया है। पंजाब प्रांत के आतंकवाद निरोधक विभाग के अतिरिक्त महानिरीक्षक राय ताहिर की अगुवाई वाला दल भारत के उन आरोपों की जांच करेगा जिसमें उसने कहा था कि आतंकवादी हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ था। प्रोटेक्टिव कस्टडी में मास्टमाइंड मसूद अजहरहाल ही में एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सचिव सरताज अजीज ने कहा था कि हमले का मास्टरमाइंड मसूद अजहर हिरासत में है। पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर मसूद अजहर को हिरासत में लेने की बात स्वीकारी है। अजीज ने बताया कि जैश-ए-मोहम्मद का चीफ मसूद अजहर को 14 जनवरी से पुलिस की एतियातन कस्टडी (प्रोटेक्टिव कस्टडी) में रखा गया है। साथ ही जैश के दफ्तरों को भी सील किया गया है।
जोधपुर चांदी की दस सिल्लियों सहित दो गिरफ्तारनागौरी गेट थाना पुलिस ने शनिवार को शिप हाउस बालाजी मंदिर के पास एक ऑटो में चांदी की दस सिल्लियों के साथ दो युवकों को गिरफ्तार किया। आरोपी जयपुर से बिना बिल व दस्तावेज के यह चांदी लेकर आए थे।पुलिस के अनुसार मंदिर के पास गश्त कर रहे हैड कांस्टेबल हनुमानराम व रामप्रकाश ने संदिग्ध नजर आ रही ऑटो को रोका। तलाशी लेने पर उसमें चांदी के दस सिल्लियां बरामद हुई। जिनका वजन करीब 18-20 किलो था।उसमें सवार मूलत: देचू थानान्तर्गत कानोडिया पुरोहितान हाल सूरसागर के सुखरा नगर निवासी जेठमल जैन व मूलत: पीपाड़ शहर हाल सुखरा नगर निवासी राकेश माली चांदी के संबंध में कोई बिल पेश नहीं कर पाए। जिस पर पुलिस ने चांदी जब्त कर दोनों को गिरफ्तार किया। आरोपी यह चांदी जयपुर से लेकर आए थे।
रायपुर युवक को अपनी फेसबुक फ्रैंड से मिलना पड़ा भारीअपनी फेसबुक फ्रेंड से मिलना दिल्ली के एक युवक को मंहगा पड़ गया। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में युवती से मिलने पहुंचे युवक और उसके भाई को लड़की के परिजनों ने जमकर पीटा और पुलिस के सुपुर्द कर दिया।जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के रहने वाले एक युवक की फेसबुक पर रायुपर निवासी एक लड़की से दोस्ती हो गई। पहले मामला केवल फेसबुक था लेकिन बाद में दोनों ने एक दूसरे के फोन नंबर ले लिए। इसके बाद दोनों के बीच वॉट्सएप के अलावा मोबाइल पर भी बातचीत होने लगी। ये सिलसिला कुछ माह से ऐसे ही चल रहा था।एक दिन अचानक युवती ने लड़के से मिलने की इच्दा जताई। वह लड़के को रायपुर आने के लिए कह रही थी। इसी के चलते दिल्ली का युवक अपने भाई को साथ लेकर रायपुर पहुंच गया। रायपुर में युवक की मुलाकात अपनी फेसबुक फ्रेंड से हो गई। दोनों वहां बाजार में घूम रहे थे। इसी दौरान दोनों को लड़की के किसी घरवाले ने साथ देख लिया।फिर क्या लड़की के घरवाले वहीं पहुंच गए और दोनों लड़कों को पकड़ कर साथ ले गए और दोनों की जमकर धुनाई कर दी। बाद में जब युवकों ने इस बात की शिकायत पुलिस से करना चाही तो पुलिस ने उन्हें हवालात में डाल दिया। बाद में दोनों लड़कों को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
मुंबई।ठाणे: एक परिवार के 14 लोगों की हत्या, फिर की आत्महत्या महाराष्ट्र के ठाणे से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक परिवार के 14 लोगों की हत्या कर दी गई। हैरान वाली बात यह है कि हत्या करने वाला उसी परिवार का सदस्य था। हालांकि घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने भी सुसाइड कर लिया।पुलिस के मुताबिक, ठाणे के कासारवडवाली इलाके में तड़के एक शख्स हसनैन वरेकर ने अपने परिवार के 14 लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी। मृतकों में सात बच्चे, छह महिलाएं और एक पुरूष शामिल है। गंभीर रूप से घायल एक महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कहा जा रहा है कि संपत्ति विवाद की वजह से इन हत्याओं को अंजाम दिया गया। हालांकि पुलिस का कहना है कि हत्या की वजह की अभी पुष्टि नहीं की जा सकती और इस बारे में जांच जारी है।मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक शनिवार देर रात तक हसनैन के घर पर दावत चल रही थी, लेकिन करीब 1 बजे के आसपास घर से चिल्लाने की आवाजें आने लगीं। इसके बाद पड़ोसी घर के पास एकत्र हो गए। जब काफी देर तक किसी ने दरवाजा नहीं खोला, तब पुलिस को सूचना दी गई।घटना की जानकारी मिलते ही ठाणे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने जब दरवाजा तोड़ कर घर में प्रवेश किया तब सारे घर में लाशें बिखरी पड़ी थीं और हाथ में चाकू लिए हसनैन का शव छत से लटक रहा था। पुलिस को आशंका है कि हसनैन ने खाने में कोई नशीला पदार्थ मिलाकर सब को बेहोश किया और फिर एक बड़े चाक़ू से गला रेत कर सबकी हत्या कर दी।
मीरपुर।Asia Cup: हार्दिक-कोहली चमके, टीम इंडिया ने पाक को हरायाहार्दिक पांड्या की घातक गेंदबाजी (3) के बाद विराट कोहली की सूझबूझ भरी बल्लेबाजी (49) की बदौलत टीम इंडिया ने यहां शेरे बांग्ला नेशनल स्टेडियम में खेले जा रहे एशिया कप के चौथे मुकाबले में पाकिस्तान को 5 विकेट से हरा दिया। पाकिस्तान ने 17.3 ओवर में सभी विकेट गंवाकर 83 रनों रन बनाए वहीं भारतीय टीम ने 15.3 ओवर में 5 विकेट खोकर 85 रन बनाए और जीत के लक्ष्य को हासिल कर लिया। पाकिस्तान से जीत के लिए मिले 84 रनों के लक्ष्य का पीछा करने भारतीय टीम की ओर से रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे उतरे। लेकिन पाकिस्तानी गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने पहले ही ओवर की दूसरी गेंद पर रोहित शर्मा (0) पगबाधा करार दिए गए। रोहित के बाद पहले ओवर की चौथी गेंद पर अजिंक्य रहाणे (0) भी चलते बने। आमिर के पहले ओवर में दो झटके के बाद क्रीज पर विराट कोहली और सुरेश रैना पर जिम्मेदारी आन पड़ी। दोनों टीम के स्कोर को 2.4 ओवर में 8 रनों तक ले जा सके थे कि सुरेश रैना (1) को मोहम्मद आमिर ने वहाब रियाज के हाथों कैच कराकर चलता कर दिया। इसके बाद विराट कोहली और युवराज सिंह ने भारतीय पारी न सिर्फ संभाला बल्कि मुश्किल में फंसी टीम को संकट से निकाला। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी हुई थी कि विराट कोहली (49रन, 51 गेंद) 15वें ओवर की पहली गेंद पर मोहम्मद शामी की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए।कोहली के बाद 15वें ओवर की ही तीसरी गेंद पर हार्दिक पांड्या भी बगैर खाता खोले चलते बने। लेकिन इन दो झटकों से टीम इंडिया पर कोई खासा प्रभाव नहीं पड़ा। युवराज सिंह (नाबाद 14) का साथ देने के लिए कप्तान धोनी (नाबाद 7 रन) आए और दोनों ने बिना कोई जोखिम लिए टीम इंडिया को 27 गेंद शेष रहते 5 विकेट से जीत दिला दी। इससे पहले टीम इंडिया से टॉस हारकर पाकिस्तान की ओर से मोहम्मद हफीज और शर्जील खान उतरे। लेकिन भारतीय गेंदबाज आशीष नेहरा ने पहले ओवर की चौथी गेंद पर मोहम्मद हफीज को धोनी के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। शुरुआती झटके के बाद खुर्रम मंजूर बैटिंग के लिए शर्जील खान का साथ देने के लिए आए। दोनों के बीच 18 रनों की साझेदारी हो पाई थी कि शर्जील खान को जसप्रीत बुमराह ने 7 रनों के निजी स्कोर पर 3.3वें ओवर में चलता कर दिया।शर्जील के आउट होने के बाद बैटिंग के लिए शोएब मलिक आए, लेकिन भारतीय क्षेत्ररक्षकों ने 6वें ओवर की 5वीं गेंद पर खुर्रम मंजूर को 10 रनों के निजी स्कोर पर रन आउट कर पवेलियन भेज दिया। खुर्रम के बाद भी 7वें शोएब मलिक (4) और 8वें ओवर की पहली गेंद पर उमर अकमल और छठी गेंद पर शाहिद अफरीदी (2 रन, रन आउट) चलते बने। इसके बाद शरफराज अहमद और वहाब रियाज ने पारी को संभालने का प्रयास किया। लेकिन 12 ओवर की चौथी गेंद पर रवींद्र जडेजा ने वहाब रियाज (4) को पगबाधा कर पवेलियन भेज दिया। रियाज के आउट होने के बाद मोहम्मद शमी और सरफराज अहमद ने पाक के स्कोर को 70 रनों तक पहुंचा पाए थे कि सरफराज अहमद 25 रनों के निजी स्कोर पर आउट हो गए।सरफराज के बाद मोहम्मद शमी (8) और मोहम्मद आमिर (1) को भी भारतीय गेंदबाजों ने जल्द पवेलियन भेज दिया और पूरी पाकिस्तान टीम 17.3 ओवर में 83 रनों पर ढेर हो गई।
जोधपुर/कोटा कांस्टेबल के क्वार्टर में मिला हार्डकोर अपराधी मांगीलालबीकानेर में पेशी के बाद जोधपुर लाए जाने के बाद चालानी गार्ड की मिलीभगत से फरार होने वाले हार्डकोर मांगीलाल को कोटा पुलिस ने कुन्हाड़ी थाना परिसर में कांस्टेबल के सरकारी आवासीय परिसर से दबोच लिया। वह तीन महीने से फरार था।जाट आंदोलन के दौरान हरियाणा में छुपे रहने के बाद वह एक दिन पहले ही कोटा पहुंचा था और एक अन्य कांस्टेबल की मदद से कांस्टेबल के सरकारी आवास आया था। उसके कब्जे एक लोडेड पिस्तौल, 5 कारतूस, एक तलवार, गुजरात से चुराई कार तथा 9 मोबाइल बरामद किए गए हैं।पुलिस कमिश्नर अशोक राठौड़ के अनुसार गत 19 नवम्बर को बीकानेर जिले में पेशी के बाद यहां बीजेएस के विष्णु नगर स्थित घर से मूलत: लोहावट थानान्तर्गत नोखड़ा भाटियान निवासी मांगीलाल विश्नोई फरार हो गया था। शास्त्रीनगर थाना प्रभारी अमित सिहाग को मांगीलाल के शुक्रवार रात कोटा शहर में होने की सूचना मिली।कोटा शहर के पुलिस अधीक्षक सवाई सिंह गोदारा के निर्देशन में पुलिस ने तलाश शुरू की और शनिवार अल-सुबह तीन बजे कुन्हाड़ी थाना परिसर में कांस्टेबल श्यामलाल विश्नोई के सरकारी क्वार्टर से मांगीलाल पुत्र भागीरथराम विश्नोई को गिरफ्तार किया। उसने भागने का प्रयास भी किया, लेकिन एएसपी अनंत कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने घेरा बनाकर उसे पकड़ लिया।तलाशी में उसके कब्जे से चोरी की एक कार, नौ मोबाइल, एक लोडेड पिस्तौल, पांच कारतूस व तलवार भी बरामद हुई। उसके कोटा शहर में किसी वारदात की फिराक में होने का अंदेशा है। उससे पूछताछ की जा रही है।जाट आंदोलन खत्म होने पर हरियाणा से भागाएसपी (कोटा शहर) सवाई सिंह गोदारा ने बताया कि जाट आंदोलन के दौरान मांगीलाल हरियाणा में छुपा था। पुलिस के आंदोलन में व्यस्त होने से वह बेखौफ था, लेकिन आंदोलन समाप्त होते ही सुरागों के आधार पर पुलिस ने हरियाणा में धरपकड़ शुरू की। तब वह वहां से भागकर राजस्थान में आ गया। वह चित्तौडग़ढ़ होते हुए शुक्रवार को ही कोट शहर आया था।एक कांस्टेबल ने पहुंचाया दूसरे कांस्टेबल के घरपुलिस का कहना है गुजरात से चुराई स्विफ्ट डिजायर से कोटा पहुंचने के बाद उसने वहीं तैनात एक कांस्टेबल से सम्पर्क किया। उसी कांस्टेबल ने मांगीलाल को कुन्हाड़ी थाना परिसर में कांस्टेबल श्यामलाल विश्नोई सरकारी क्वार्टर में छुपाया। हालांकि क्वार्टर पहुंचने तथा पुलिस के पकडऩे तक श्यामलाल अपने क्वार्टर में नहीं था। दोनों सिपाहियों की भूमिका के संबंध में जांच की जा रही है। दोनों सिपाही लोहावट क्षेत्र के हैं और उसी क्षेत्र में आरोपी का गांव भी है।हत्या, लूट, डकैती व वसूली के दो दर्जन मामले दर्जमांगीलाल के खिलाफ सन 2003 से अब तक हत्या, लूटपाट, डकैती, पुलिस पर फायरिंग, मादक पदार्थ की तस्करी, शराब तस्करी, हत्या के प्रयास, डोडा पोस्त के सरकारी गोदाम लूटने जैसे दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। वह नागौर, जोधपुर, चित्तौडग़ढ़, जैसलमेर, चूरू, पाली, बीकानेर व मंदसौर जिले का आरोपी है।फरारी में भी टोल नाकों पर करवाए हमलेजोधपुर से फरार होने के बाद वह नागौर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, हरियाणा में छुपता रहा, जहां से अलग-अलग मोबाइल व सिम से गिरोह चलाए। उसने जोधपुर से फलोदी के बीच दो टोल नाकों पर तीन-चार जानलेवा हमले भी कराए थे।कमीज हाथ आया, लेकिन खुद भाग निकला थाचालानी गार्ड की मदद से गत 19 नवम्बर की दोपहर मांगीलाल भाग निकला था। वह नागौर में गोटन थानान्तर्गत डूकियों की ढाणी स्थित एक मकान में जा छुपा था। सुरागों के आधार जोधपुर पुलिस ने आधी रात वहां दबिश दी, लेकिन वह भाग निकला था। उसका कमीज ही पुलिस के हाथ लग पाया था।
जैसलमेर गुमशुदा को मिलाया अपने परिवार वालो से पुलिस थाना कोतवाली से पुर्णमाराम सउनि,जुगताराम कानि ने 02 माह से बिना बताये अपने घर से लापता अमितसिंह पुत्र दिनेशप्रतापसिंह जाति बनेल उम्र 28 साल निवासी धनहारवाडी पुलिस थाना रायपुर जिला सिन्धी मध्यप्रदेश को अपने परिवार मे सगे भाई विनीतसिंह व मामा अनिलसिह से मिला गया जिन्होने जैसलमेर पुलिस को धन्यवाद दिया।