शनिवार, 27 फ़रवरी 2016

जोधपुर/कोटा कांस्टेबल के क्वार्टर में मिला हार्डकोर अपराधी मांगीलाल



जोधपुर/कोटा कांस्टेबल के क्वार्टर में मिला हार्डकोर अपराधी मांगीलाल

बीकानेर में पेशी के बाद जोधपुर लाए जाने के बाद चालानी गार्ड की मिलीभगत से फरार होने वाले हार्डकोर मांगीलाल को कोटा पुलिस ने कुन्हाड़ी थाना परिसर में कांस्टेबल के सरकारी आवासीय परिसर से दबोच लिया। वह तीन महीने से फरार था।



जाट आंदोलन के दौरान हरियाणा में छुपे रहने के बाद वह एक दिन पहले ही कोटा पहुंचा था और एक अन्य कांस्टेबल की मदद से कांस्टेबल के सरकारी आवास आया था। उसके कब्जे एक लोडेड पिस्तौल, 5 कारतूस, एक तलवार, गुजरात से चुराई कार तथा 9 मोबाइल बरामद किए गए हैं।



पुलिस कमिश्नर अशोक राठौड़ के अनुसार गत 19 नवम्बर को बीकानेर जिले में पेशी के बाद यहां बीजेएस के विष्णु नगर स्थित घर से मूलत: लोहावट थानान्तर्गत नोखड़ा भाटियान निवासी मांगीलाल विश्नोई फरार हो गया था। शास्त्रीनगर थाना प्रभारी अमित सिहाग को मांगीलाल के शुक्रवार रात कोटा शहर में होने की सूचना मिली।



कोटा शहर के पुलिस अधीक्षक सवाई सिंह गोदारा के निर्देशन में पुलिस ने तलाश शुरू की और शनिवार अल-सुबह तीन बजे कुन्हाड़ी थाना परिसर में कांस्टेबल श्यामलाल विश्नोई के सरकारी क्वार्टर से मांगीलाल पुत्र भागीरथराम विश्नोई को गिरफ्तार किया। उसने भागने का प्रयास भी किया, लेकिन एएसपी अनंत कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने घेरा बनाकर उसे पकड़ लिया।



तलाशी में उसके कब्जे से चोरी की एक कार, नौ मोबाइल, एक लोडेड पिस्तौल, पांच कारतूस व तलवार भी बरामद हुई। उसके कोटा शहर में किसी वारदात की फिराक में होने का अंदेशा है। उससे पूछताछ की जा रही है।







जाट आंदोलन खत्म होने पर हरियाणा से भागा

एसपी (कोटा शहर) सवाई सिंह गोदारा ने बताया कि जाट आंदोलन के दौरान मांगीलाल हरियाणा में छुपा था। पुलिस के आंदोलन में व्यस्त होने से वह बेखौफ था, लेकिन आंदोलन समाप्त होते ही सुरागों के आधार पर पुलिस ने हरियाणा में धरपकड़ शुरू की। तब वह वहां से भागकर राजस्थान में आ गया। वह चित्तौडग़ढ़ होते हुए शुक्रवार को ही कोट शहर आया था।



एक कांस्टेबल ने पहुंचाया दूसरे कांस्टेबल के घर

पुलिस का कहना है गुजरात से चुराई स्विफ्ट डिजायर से कोटा पहुंचने के बाद उसने वहीं तैनात एक कांस्टेबल से सम्पर्क किया। उसी कांस्टेबल ने मांगीलाल को कुन्हाड़ी थाना परिसर में कांस्टेबल श्यामलाल विश्नोई सरकारी क्वार्टर में छुपाया। हालांकि क्वार्टर पहुंचने तथा पुलिस के पकडऩे तक श्यामलाल अपने क्वार्टर में नहीं था। दोनों सिपाहियों की भूमिका के संबंध में जांच की जा रही है। दोनों सिपाही लोहावट क्षेत्र के हैं और उसी क्षेत्र में आरोपी का गांव भी है।



हत्या, लूट, डकैती व वसूली के दो दर्जन मामले दर्ज

मांगीलाल के खिलाफ सन 2003 से अब तक हत्या, लूटपाट, डकैती, पुलिस पर फायरिंग, मादक पदार्थ की तस्करी, शराब तस्करी, हत्या के प्रयास, डोडा पोस्त के सरकारी गोदाम लूटने जैसे दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। वह नागौर, जोधपुर, चित्तौडग़ढ़, जैसलमेर, चूरू, पाली, बीकानेर व मंदसौर जिले का आरोपी है।



फरारी में भी टोल नाकों पर करवाए हमले

जोधपुर से फरार होने के बाद वह नागौर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, हरियाणा में छुपता रहा, जहां से अलग-अलग मोबाइल व सिम से गिरोह चलाए। उसने जोधपुर से फलोदी के बीच दो टोल नाकों पर तीन-चार जानलेवा हमले भी कराए थे।



कमीज हाथ आया, लेकिन खुद भाग निकला था

चालानी गार्ड की मदद से गत 19 नवम्बर की दोपहर मांगीलाल भाग निकला था। वह नागौर में गोटन थानान्तर्गत डूकियों की ढाणी स्थित एक मकान में जा छुपा था। सुरागों के आधार जोधपुर पुलिस ने आधी रात वहां दबिश दी, लेकिन वह भाग निकला था। उसका कमीज ही पुलिस के हाथ लग पाया था।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें