मंगलवार, 18 अगस्त 2015

लखनऊ।फरमान: प्रेमिका के साथ भागने वाले लड़के की बहनों को न्यूड कर घुमाओ



लखनऊ।फरमान: प्रेमिका के साथ भागने वाले लड़के की बहनों को न्यूड कर घुमाओ


यूपी के बागपत जिले में एक खाप पंचायत ने तुगलकी फरमान सुनाया है। जिले के खाप पंचायत ने एक लड़के को लड़की से प्रेम करने और उसे घर से भगाकर ले जाने की सजा उसके घरवालों को सुनाई है।

खाप ने फरमान जारी करते हुए कहा कि लड़के की दो बहनों के साथ दुष्कर्म कर उन्हें निर्वस्त्र घुमाया जाए। इस फैसले के बाद लड़के के परिवार वाले दहशत में है और घर छोड़कर इधर-उधर भटकने के लिए मजबूर है।

इसी दौरान लड़के की बहन ने सुप्रीम कोर्ट से उसके परिवार सुरक्षा की गुहार लगाई है। इसके बाद कोर्ट ने यूपी पुलिस और पुलिस महानिदेश, बागपत के एसपी को नोटिस जारी किया है।

ससुराल छोड़कर प्रेमी के साथ भागी

एक समुदाय के एक लड़के के साथ उसी गांव की एक लड़की से प्यार हो गया। दोनों की प्यार की बात परिवार वालों को पता चली तो 10 फरवरी को लड़की की शादी कर दी।

लेकिन वह 22 अप्रैल को ससुराल को छोड़कर मायके में आ गई और अपने प्रेमी के साथ भाग गई। इसके बाद लड़की के परिवार वालों के दबाव में दोनों ने 2 मई को दिल्ली के महरौली थाने में समर्पण कर दिया।

महिला को गंदी गालियां देता था तोता, थाने में जाते ही बोलती हुई बंद

महाराष्ट्र के चंद्रपुर में एक अजीबोगरीब मामला हुआ है. यहां एक तोते पर एक बुजुर्ग महिला (80) को गंदी गालियां देने का आरोप लगा है. पुलिस ने समन भेजकर तोते को थाने में तलब किया. लेकिन वहां खाकी वर्दीधारियों को देखकर उसकी बोलती बंद हो गई. इस मामले में तोते सहित तीन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है.


जानकारी के मुताबिक, जिले के राजुरा में जानाबाई सखारकर नाम की महिला रहती है. उसने अपने सौतेले बेटे सुरेश पर आरोप लगाया कि वह अपने तोते ‘हरियल’ को उसे गाली देना सिखाया है. वह जब भी उसके घर के सामने से गुजरती है, तो तोता उसे गाली देना शुरू कर देता है. मानसिक रूप से परेशान होकर महिला ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है.


पुलिस इंस्पेक्टर पी.एस. डोंगरे ने बताया, 'महिला और उसके सौतेले बेटे के बीच जमीन को लेकर विवाद है. हमने तोते को बहुत सावधानी से देखा, लेकिन थाने में शिकायतकर्ता से सामना होने के बाद उसने एक शब्द भी नहीं बोला. महिला की मानसिक प्रताड़ना को देखते हुए तोते को वन विभाग को सौंप दिया गया है.'

सुप्रीम कोर्ट को उड़ाने की धमकी, सुरक्षा चाक चौबंद

सुप्रीम कोर्ट को उड़ाने की धमकी, सुरक्षा चाक चौबंद


 
सूत्रों के हवाले से खबर है कि सुप्रीम कोर्ट को पिछले सप्ताहांत एक धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ है. इस ईमेल में कोर्ट को उड़ाने की धमकी दी गई गई है. इसके बाद से कोर्ट में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.

इस महीने की शुरुआत में 1993 मुंबई ब्लास्ट मामले में दोषी याकूब मेमन की फांसी को रोकने से इंकार करने वाले जस्टिस दीपक मिश्रा को भी एक अज्ञात घमकी भरी चिट्ठी मिली थी. ये चिट्ठी दिल्ली में जज के घर के पीछे पाई गई थी. अंदाजा लगाया गया था कि इसे किसी ने दीवार के पीछे से फेंका है जो सीसीटीवी की जद से बाहर है. इस चिट्ठी में एक छोटा सा संदेश लिखा था कि 'तमाम सुरक्षा के बावजूद हम तुम्हें खत्म कर देंगे.'




सूत्रों का कहना है कि पिछले हफ्ते दिल्ली पुलिस ने याकूब मेमन पर फैसला सुनाने वाले 4 जजों की सुरक्षा की जांच की. जस्टिस दीपक मिश्रा को मिले धमकी भरे खत पर भारत के चीफ जस्टिस एच एल दत्तू ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ऐसे मामलों से निपटने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है. 'हमारा काम निडर होकर सही फैसला करना है, हम तो बस अपना काम करते हैं.'

जैसलमेर दर्शन। जैसलमेर का राज्य चिन्ह और ताजिमी ठिकाने


जैसलमेर दर्शन। जैसलमेर का राज्य चिन्ह और ताजिमी ठिकाने


:: जैसलमेर का राज्य चिन्ह ::




जैसलमेर के राज्य चिन्ह में एक ढाल है जिस पर एक सुगन चिड़िया है । ढाल के दोनों और हिरण है । ढाल के मध्य में किले की बुर्जे दिखाई देती है । जिस पर एक हाथ से टुटा हुआ भाला है जो शत्रु पर आक्रमण करते हुए दिखाया गया है । इस भाले के चिन्ह से इस राज्य की कुलदेवी सांगीयाजी से स्वांग अथवा भाला रखने वाली है । कहते है की मगध के राजा जरासंध के पास यह भाला था । जिससे उसकी सब जगह विजय होती थी । श्रीकृष्ण के समय में यादवों ने महाकाली की आराधना की जिससे देवी प्रसन्न हो शत्रु से युद्ध कर यह भाला प्राप्त कर यादवों को प्रदान किया । छीनते समय यह भाला टूट गया जब टूटे हुए भालें का चिन्ह ही उस पर अंकित कर दिया । पक्षी सुगन चिड़ि के बारे में कहते है की एक समय यह चिड़िया देवराज जी के सिर पर आ बैठी थी तब से उनके हर कार्य में जीत रही । तब से इस चिड़िया को शुभ मानते है । ढाल के नीचे छ्त्राला यादवपति लिखा है । श्रीकृष्ण मेघाडंबर धारण किया तब से छ्त्राला यादव पति कहलाये ।
:: जैसलमेर के ताजीमी ठिकाने ::

१ बिकमपुर २ बरसलपुर ३ तेजमालता, रणधा , मोढ़ा ४ झिनझिनयाली , बईया ,कुंडा, भाडली ,देवड़ा , सिहड़ार ५ गजेसिंह का गाँव , चेलक ६ जोगीदास का गाँव नवांतला ७ बड़ोदा गाँव ,डांगरी , राजगढ़ ८ बारू , टेकरा ९ सत्याया , बालाना अजासर, घंटियाली ।

जैसलमेर स्थापना दिवस विशेष। जैसलमेर दर्शन। जैसलमेर सोनार दुर्ग का निर्माण


जैसलमेर स्थापना दिवस विशेष। जैसलमेर दर्शन। जैसलमेर सोनार दुर्ग का निर्माण

:: जैसलमेर सोनार दुर्ग का निर्माण ::
महारावल जैसल ने संवत 1212 विक्रमी सन 1156 ई. श्रावण सुदी ग्यारहस ने रविवार घन लग्न रोहिणी नक्षत्र में त्रिकुट पर्वत पर दुर्ग की स्थापना की पहाड़ी के नीचे शहर बसाया और जैसलमेर के दुर्ग की स्थापना की और पहाड़ी के नीचे शहर बसाया और जैसलमेर के दुर्ग में सिंहासन पर विराजे महारावल जैसल । महारावल जैसल ने ईशाल को बहुत द्रव्य दिया । दो कोस ( ६ मील ) की सीवदी और पांच बेरा दिया । जैसलमेर में महारावल ने जैसलसर तालाब का निर्माण करवाया । गढ़ में चार महल बनवाया । उस समय उनकी लागत 16940 रु थी जो भाटी की बही में लिखी है । संवत १२१८ में प्रोहितो को दक्षिणा दी ।
:: दोहा ::
संवत बारह सो बारह सावन मास सुमेर ।
जैसल थाप्यो जोरावर महिपत जैसलमेर ।
लंका ज्यों अगजीत है घणा घाट रे घेर ।
रघु रहसी भाटियों महिपत जैसलमेर ।
:: महारावल जैसल के गढ़ों की विगत ::
१ गढ़ जैसलमेर २ देरावर ३ तनोट ४ बीकमपुर ५ रोहड़ी ६ भखर ७ घोटाड़ू ८ फलोदी ९ खावड़ १० मारोट ११ सातल १२ नोहर १३ चौहटन १४ पूगल १५ बाड़मेर १६ नाचनो १७ जुनोगढ़
:: छपय ::
बारह सो बारोतरो कियो जैसल जैसलगिरी ।
ईसा वरस सोवनमेर मंड्यो मेरावर ।
सुद सावण ११ रोहिणी नक्षत्र रविवारे ।
प्रथ्वी में प्रगट्यो त्रिकुट गढ़ लंका कारे ।
तहां छेद लगे नको , सुख निवास भाटी रहे ।
पहवीय गढ़ सिणगार ऐ , देखेय दुर्जन उदहे ॥
:: दोहा ::
बारह सो चोबीस में सावण सुद पूनम ।
एता दिन सुख भोगवे सरग पोहतो जादम ॥ (१ )
जैसलमेर कराय गढ़ बारह वर्ष कियो राज ।
जैसल सरग पधारियो देय दन्त द्रव वाज ॥ ( २ )
:: खंडन :
भाटियों के रावो की बही के अनुसार जैसलमेर की स्थापना संवत 1212 श्रावण मास रोहिणी नक्षत्र घन लग्न श्रावण सुदी ११ ने रविवार अंकित है परन्तु कई इतिहासकारों व् ख्यात्कारों ने जैसलमेर की स्थापना संवत १२१२ श्रावण सुदी १२ दर्शाया है ।
लगातार ................

बाड़मेर सजायाफ्ता कैदी की रविवार को इलाज के दौरान मौत

बाड़मेर  सजायाफ्ता कैदी की रविवार को इलाज के दौरान मौत 

बाड़मेर में खुली जेल में सजा काट रहा था, तबीयत बिगड़ने पर 14 अगस्त को जोधपुर रेफर किया गया

जोधपुर | एमडीएमअस्पताल में भर्ती एक सजायाफ्ता कैदी की रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। बाड़मेर जेल में बंद कैदी की तबीयत बिगड़ने पर उसे कुछ दिन पहले बाड़मेर से जोधपुर एमडीएम अस्पताल रेफर किया गया था। एमडीएम मोर्चरी में शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। कैदी की मौत के बाद मामले की कार्रवाई के लिए एसडीएम देवाराम सुथार को बुलाया गया, लेकिन पूरे दिन इंतजार के बाद वे शाम को अस्पताल में आए। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई हो पाई।

शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने बताया कि केंद्रीय कारागृह जोधपुर के अधीक्षक ने रविवार को पुलिस में रिपोर्ट दी कि भीलवाड़ा के कोतवाली थाना क्षेत्र में बोहरों की मस्जिद के पास रहने वाले मेहबूब अली सलीम (47) पुत्र रुस्तम अली को हत्या के मामले में 15 जनवरी 2011 को न्यायालय से सजा हुई थी। इसके बाद वह बाड़मेर में खुली जेल में सजा काट रहा था। जहां उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे 10 अगस्त 2015 को बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां से उसे 14 अगस्त को जोधपुर एमडीएम अस्पताल में रेफर कर दिया। एमडीएम अस्पताल में रविवार सुबह उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।

सोमवार, 17 अगस्त 2015

एसपी घूसकांड : फरहीन की जमानत उच्चतम न्यायालय से मंजूर

एसपी घूसकांड :  फरहीन की जमानत उच्चतम न्यायालय से मंजूर

कोटा. दो लाख रुपए के एसपी घूसकांड मामले में आरोपित फरहीन तबस्सुम की सोमवार को उच्चतम न्यायालय से जमानत मंजूर हो गई।

अधिवक्ता रोहित सिंह राजावत ने बताया कि फरहीन की ओर से पिछले दिनों उच्चतम न्यायालय में जमानत अर्जी पेश की गई थी। इस पर सुनवाई के बाद सोमवार को अदालत ने उसे मंजूर कर लिया। हालांकि अभी वहां से आदेश प्राप्त नहीं हुआ है। आदेश कोटा की एसीबी अदालत में आएगा। फिर तस्दीक होने के बाद ही वह जेल से रिहा हो सकेगी।

जबकि उसके पति निसार अहमद की जमनत अर्जी उच्च न्यायालय में लम्बित है। वहां से खारिज होने के बाद ही उच्चतम न्यायालय में पेश की जा सकेगी। फरहीन की जमानत पूर्व में उच्च न्यायालय से खारिज हो चुकी है।

इससे पहले मुख्य आरोपित निलम्बित एसपी सत्यवीर सिंह की भी जमानत उच्चतम न्यायालय से ही मंजूर हुई थी। गौरतलब है कि एसीबी जयपुर की टीम ने गत वर्ष 27 मई को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह और मध्यस्थ दम्पती निसार व फरहीन को गिरफ्तार किया था। इसके बाद करीब सवा साल से निसार व फरहीन जेल में ही हैं।

बाड़मेर सड़क हादसों में 3 घायल--



 बाड़मेर सड़क हादसों में 3 घायल--

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आज हुए अलग अलग सड़क हादसों में तीन जने घायल हो गए जिन्हें 108 एम्बुलेंस बाड़मेर द्वारा राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

ईएमटी लीलाराम सेजु ने बताया की सुबह गडरा रोड पर मारूडी के पास एक टैक्सी के पलटने से चालक इंदिरा नगर निवासी पपुराम पुत्र जेठाराम 22 जाती-राईका घायल हो गया ।इसी तरह एक अन्य हादसे में रोहिली रोड पर बाइक के फिसलने से सगताराम पुत्र भंवरा राम 35 और सवाईराम पुत्र शंकरलाल 38 जाती-कुमावत निवासी भाडखा जो की भाडखा से रोहिली जा रहे थे की रोड पर गाड़ी का संतुलन बिगड़ने से घायल हो गए जिन्हें 108 एम्बुलेंस द्वारा बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

बाड़मेर कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नही -महेचा

बाड़मेर कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नही -महेचा

राजस्थान प्रशसनिक सेवा मे नव चयनित समाज बंधुओ का सम्मान समारोह श्री मल्लिनाथ राजपूत बोर्डिंग हॉउस मे आयोजित हुआ।


बाड़मेर शिक्षाविद् कमलसिंह महेचा ने बताया की जीवन मे सफलता प्राप्त करने का एक मात्र तरीका है कठीन मेहनत।

ras मे तीसरी रैंक प्राप्त राजेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि उन्होंने किस तरह कठीन परिस्तिथियों

मे भी हिम्मत नही हारी और अर्जुन की तरह अपने लक्ष्य की ओर निगाहे जमाये रखी और परिणाम आपके सामने है।

ras मे 28 वी रैंक पर चयनित राजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि उनकी सफलता मे उनके गुरु दिलीप महेचा का बहुत बड़ा योगदान है।सभी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालो से अनुरोध है कि एक बार उनसे जरूर मिले।


58 वी रैंक पर चयनित गोपाल सिंह ओसिया ने कहा

एक सामान्य प्रतिभा वाला छात्र भी अपने लक्ष्य के प्रति जूनून बनाये रखे तो सफलता निश्चित है।

76 वी रैंक पर चयनित महावीर सिंह जोधा ने बताया की एक योजनाबद्ध तरीके से प्रयास करने से सफलता आसान हो जाती है इसलिए मेहनत के साथ साथ योजना भी रखे।

181वी रैंक पर आये दिनेश सिंह रूपसी ने बताया कि यहाँ इस छात्रावास मे अनुशाशन गजब का है और परिक्षाओ मे सफलता के लिए इसी अनुशासन की आवश्यकता है।

सामान्य महिला श्रेणी मे 7 वी रैंक पर चयनित श्रीमती सूरज राठौर ने बताया की महिला शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाये और बालिकाओ को और ज्यादा पढ़ने के लिए प्रेरित करे।

318 वी रैंक पर चयनित रविन्द्र प्रताप सिंह केरली ने बताया कि हम इतिहास मे नज़र डाले तो पाते है कि हम नेतृत्व करने मे सक्षम थे तो अब भी कड़ी मेहनत से आगे आ सकते है और फिर से कामयाब हो सकते है।

356 वी रैंक पर चयनित समंदर सिंह भाटी ने बताया कि बड़े पदों पर चयनित होकर समाज को भूले नही।

सामान्य महिला श्रेणी मे 83 वी रैंक पर चयनित श्रीमती कृष्णा भाटी ने अगर बेटी को दहेज़ देना है तो वो शिक्षा का दो।मेरे ससुरजी ने मेरी शिक्षा को ही दहेज़ मानकर स्वीकार किया।

मल्लिनाथ छात्रवस के ही विद्यार्थी और ras मे चयनोट गोपाल सिंह सुआला ने भी अपने छात्रावास के दिनों को याद किया।
भूर सिंह भाटी ने भी अपने विचार रखे।


समारोह मे मूलसिंह भाटी,भारत सिंह शेखावत,शेर सिंह भुरटिया,लाल सिंह रामदेरिया,महिपाल सिंह चुली,हरी सिंह आंटा,पहाड़ सिंह चुली,नारायण सिंह आगोर,रेवंत सिंह कवास,दीप सिंह रणधा,गोपाल सिंह रामसर,नारायण सिंह भाटी,महेंद्र सिंह तारातरा,स्वरुप सिंह आगोर,सांग सिंह लुणु,राजेन्द्र सिंह भिंयाड़,कृष्ण सिंह रानीगाँव,नेपाल सिंह तिबनियार,भोम सिंह बलाई,उदय सिंह रोहिडि,गणपत सिंह सोढा,भूर सिंह भाटी,रतन सिंह उदय नगर,तनवीर सिंह फोगेरा,हनुवंत सिंह कवास, व समाज के छात्र छात्राएं उपस्तिथ थे।

सञ्चालन मांगू सिंह बिशाला ने किया।