बाड़मेर सजायाफ्ता कैदी की रविवार को इलाज के दौरान मौत
बाड़मेर में खुली जेल में सजा काट रहा था, तबीयत बिगड़ने पर 14 अगस्त को जोधपुर रेफर किया गया
जोधपुर | एमडीएमअस्पताल में भर्ती एक सजायाफ्ता कैदी की रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। बाड़मेर जेल में बंद कैदी की तबीयत बिगड़ने पर उसे कुछ दिन पहले बाड़मेर से जोधपुर एमडीएम अस्पताल रेफर किया गया था। एमडीएम मोर्चरी में शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। कैदी की मौत के बाद मामले की कार्रवाई के लिए एसडीएम देवाराम सुथार को बुलाया गया, लेकिन पूरे दिन इंतजार के बाद वे शाम को अस्पताल में आए। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई हो पाई।
शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने बताया कि केंद्रीय कारागृह जोधपुर के अधीक्षक ने रविवार को पुलिस में रिपोर्ट दी कि भीलवाड़ा के कोतवाली थाना क्षेत्र में बोहरों की मस्जिद के पास रहने वाले मेहबूब अली सलीम (47) पुत्र रुस्तम अली को हत्या के मामले में 15 जनवरी 2011 को न्यायालय से सजा हुई थी। इसके बाद वह बाड़मेर में खुली जेल में सजा काट रहा था। जहां उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे 10 अगस्त 2015 को बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां से उसे 14 अगस्त को जोधपुर एमडीएम अस्पताल में रेफर कर दिया। एमडीएम अस्पताल में रविवार सुबह उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
बाड़मेर में खुली जेल में सजा काट रहा था, तबीयत बिगड़ने पर 14 अगस्त को जोधपुर रेफर किया गया
जोधपुर | एमडीएमअस्पताल में भर्ती एक सजायाफ्ता कैदी की रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। बाड़मेर जेल में बंद कैदी की तबीयत बिगड़ने पर उसे कुछ दिन पहले बाड़मेर से जोधपुर एमडीएम अस्पताल रेफर किया गया था। एमडीएम मोर्चरी में शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। कैदी की मौत के बाद मामले की कार्रवाई के लिए एसडीएम देवाराम सुथार को बुलाया गया, लेकिन पूरे दिन इंतजार के बाद वे शाम को अस्पताल में आए। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई हो पाई।
शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने बताया कि केंद्रीय कारागृह जोधपुर के अधीक्षक ने रविवार को पुलिस में रिपोर्ट दी कि भीलवाड़ा के कोतवाली थाना क्षेत्र में बोहरों की मस्जिद के पास रहने वाले मेहबूब अली सलीम (47) पुत्र रुस्तम अली को हत्या के मामले में 15 जनवरी 2011 को न्यायालय से सजा हुई थी। इसके बाद वह बाड़मेर में खुली जेल में सजा काट रहा था। जहां उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे 10 अगस्त 2015 को बाड़मेर के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां से उसे 14 अगस्त को जोधपुर एमडीएम अस्पताल में रेफर कर दिया। एमडीएम अस्पताल में रविवार सुबह उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
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