रविवार, 28 अगस्त 2011

पान की लाली को लील गया गुटखा


पान की लाली को लील गया गुटखा




मारवाद के मीठे पान कभी शान और शौकत के प्रतीक रहे हैं। बाडमेर के लोग कभी पान के जबरदस्त शौकिन रहे हैंमगर अन शैकिनों पर भी गंअखे का असर चढ गया।जिसके कारण ना केवल पान की षान में कमी आई हैं बल्कि पान का व्यासाय भी दम तोड रही हैं।पान के साथ जुडी परम्पराऐं ,संस्कृति और किदवन्तिया भी इसके साथ ही समाप्त होने के कगार पर हैं।

बाडमेर में पिछले साठ सालों सें पान का व्यवसाय करने वाले मूलजी का परिवार आज भी पान के इस व्यापार को ढो रहा हैं।मूलजह भारत पाकिस्तान विभाजन सें पहले थार क्षैत्र के एक मात्र पान के बडे व्यवसायी थे।और आज भी मूलजी का पोता भरत अपने पुश्तेनी व्यवसाय को सम्भालें हैं।मूलजी के पोते भरत कुमार नें बताया कि एक दशक पूव्र तक पान के प्रति लोगों की जबरदस्त दीवानगी थी।उस वक्त में प्रति दिन बीस से तीस हजार पान बाउमेर जिले में बेचते थे।उस वक्त बाडमेर में पान की सतर से अधिक छोटी बउी दुकानें थी।भरत ने बताया कि उस वक्त प्रात कालीन रेल से सुबह चार बजे पान आते थेंपान के व्यवसायी सीधे रेल पर ही अपना माल लेने आ जातें क्योकि अन्हे डर था कि डिमाण्ड अधिक होने के कारण शायद उन्हे पान मिले या नही मिले।उस वक्त बाडमेर के नारायणजी पान वाले,जगदीश खत्री,श्यामजी पान वाले हीराभाई पान वाले ,बसन्त पान वाला ,झामन पान वाला बेहतरीन पान बनाने वालों में शुमार थे।जहॉ एक हजार से अधिक पान प्रतिदिन बिकते थे।शंष दुकानों में भी 500 से 700 पान प्रतिदिन बिकते थे।बेल के इन पान को लकी मीठी तथा रैली श्रेणी में बांटा जाता था।उस वक्त लकह पान की जबरदस्त मांग थी।सुबह ग्यारह बजे से दोपहर दो बजे तक साय। सात बजे से रात 11 बजे तक पान के शौकिनों की दुकानों पर भीड लगी रहती थी।पान के इन्तजार में लोग धण्टों बतियाते रहते थे।



ये लोग बेहतरीन पान बनाने की मिशाल थै।समय के साथ ये लोग दुनिया छोड चुके हैं।इनमे से जगदीश ,टौर झामन आज भी अपनी साख बनाऐ हुऐं है। कहना अतिश्योक्ति ना होगा कि पान की कुछ शान इन लोगों नें बनाऐं रखी हैं।आज बाडमेर में पान की महज आठ दस दुकानें हैं।पान दुकान चलाने वालें राजू भाई का कहना है कि मेरी पुश्तेनी पान की पेढी हैं।पहले मेरे पिताजी श्यामजी पान लगाते थें।उन्हे आज भी श्यामजी पान वाला के नाम से लोग जानते हैं।पान का वयवसाय खत्म सा हो गया हैंे।पान के कद्रदान थोडे से बचे हैं।गुटखें के प्रचलन नें पान कह लाली को खतम कर दिया ।

भरत का कहना है कि वह दौर सूनहरा था।हमारा भी व्यवसाय के प्रति जबरदस्त मोह था।प्रति पान दस पैसा मजदूरी मिल जाती थी।1996 सें पान का संक्रमण काल शुरू हुआ था जब पहली वार गुटखा बाजार में आया।तेजह से बढते गुटखे के प्रचलन नें पान व्यवसाय को चौपट कर दिया।आज पान की बिक्री चालीस हजार प्रतिदिन से धटकर महज दस हजार सें भी कम रह गयी हैं।वही गुटखे के दस लाख पाउच प्रतिदिन बिक रहे हैं।



कभी पान लबों की शान हुआ करता था।चूना,कत्था,सुपारी ,लौंग ,इलायची,किमाम,बेलगम, सौंफ ,गुलकन्द कें मिश्रण का पान खाते ही पान के शोकिनों को नई उमंग ओर तरोताजगी का सुखद अहसास होजाता था।इसके साथ ही जर्दायुक्त पान का प्रचलन बराबर था।इसके अलावा बनारसी पान ,कलकती पान,सिन्धी पान,मीठा पान तथा रैली पान का भ्सी बराबर मांग थी।मगर जबसें गुटखे का प्रचलन शुरू हुआ हैं तब से पान आम आदमी से दूर हो गया।आज पान की बजाय गुटखें कें सैकडों ब्राण्ड प्रचलन में हैं।बहाहाल कभी सामाजिक सरोकारों तथा परम्पराओं का प्रतीक रहा पान की लाली होंठों सें दूर हो गई
हैं

अब राइट टू रिकॉल की लड़ाई लड़ेंगे अन्ना

अब राइट टू रिकॉल की लड़ाई लड़ेंगे अन्ना
Aamir Khan
नई दिल्ली। सशक्त लोकपाल के लिए रामलीला मैदान में 288 घंटेतक अनशन करने वाले अन्ना के इरादे अब भी पस्त नहीं हुए हैं। उन्होंने अगली लड़ाई का ऎलान कर दिया है। अनशन खत्म करने के बाद अन्न ने मंच से लोगों को कहा कि उन्होंने अनशन अभी छोड़ा नहीं है। यह केवल स्थगित हुआ है। अब वे राइट टू रिकॉल की लड़ाई लडेंगे।

उन्होंने कहा कि देश के चुनाव तंत्र में बदलाव होना चाहिए। जनता को "राइट टू रिजेक्ट" मिलना चाहिए। उसे उम्मीदवार को वापस बुलाने का अधिकार मिलना चाहिए। नापसंदगी के विकल्प पर सबसे ज्यादा वोट आने पर दोबारा चुनाव कराए जाने चाहिए। साथ ही लोगों को चुने हुए प्रतिनिधियों को वापस बुलाने का हक मिलना चाहिए।

सत्ता का विकेद्रीकरण हो
समर्थकों से खचाखच भरे रामलीला मैदान के मंच से उन्होंने कहा कि इस आंदोलन ने विश्वास दिलाया है कि देश से भ्रष्टाचार खत्म होगा और डॉ. अंबेडकर द्वारा बनाए संविधान पर चलने के लिए प्रेरणा दी है। सत्ता केंद्रित होने के कारण देश में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। सत्ता का विकेंद्रीकरण होने पर देश में असली लोकशाही आएगी। लोकसभा, विधानसभा की तर्ज पर ग्राम सभा को भी मजबूत करना होगा।


माल खाए मदारी और नाच करे बंदर
किसानों की हालत वे बोले कि कृषि प्रधान भारत में माल खाए मदारी और नाच करे बंदर वाली बात नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा मजदूरों की हालत सुधारनी होगी। शिक्षा के नाम पर अपनी दुकाने चलाने वाले लोगों को हटाकर इस रवैये में बदलाव लाना होगा।

टोपी से नहीं बनते "अन्ना"
अन्ना ने कहा कि सिर पर मैं अन्ना की टोपी पहनने से कोई अन्ना नहीं बन जाता। असली अन्ना बनने के लिए सभी को कथनी और करनी में समानता रखनी होगी। उन्होंने कहा कि शुद्ध आचार विचार रखने के साथ खुद में त्याग की भावाना लाओ। अपना अपमान पीना सीखो।

इंडिया गेट पर जीत का जश्न
इससे पहले टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने जनलोकपाल बिल की प्रमुख मांगो को संसद में सहमति मिलने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का शुक्रि या अदा किया। केजरीवाल ने कहा कि देश आज त्योंहार मना रहा है। उन्होंने रविवार शाम छह बजे लोगों से इंडिया गेट पर पहुंचने का आह्वान कर जनतंत्र का जश्न बनाने के लिए आमंत्रित किया।

केजरीवाल ने इसके लिए वे देश की संसद और सांसदों और सबसे ज्यादा अन्ना के समर्थकों के धन्यवाद करते हैं जिनकी बदौलत आज यह दिन देखने को मिला है। केजरीवाल ने देश की संसद के प्रति सम्मान जताते हुए कहा कि हर कानून बनाने से पहले जनता की राय ली जानी चाहिए। जनतंत्र में जन से बड़ा कोई नहीं है। उन्होंने लोगों से घूस नहीं लेने और देने की अपील की।

सिरफिरे ने किया पूरे परिवार का खात्मा

सिरफिरे ने किया पूरे परिवार का खात्मा

टोंक। जिले के देवली कस्बे में पत्नी से विवाद के चलते रविवार को एक शख्स ने पत्नी समेत ससुराल पक्ष के चार जनों की हत्या कर स्वयं को गोली मार ली। गोली से घायल ससुर को कोटा रैफर कर दिया गया।

टोंक के पुलिस अधीक्षक भूपेन्द्र साहू ने बताया कि कोटा निवासी प्रदीप सिंहल का पत्नी सुमन के साथ विवाद चल रहा था। प्रदीप रविवार सुबह ससुराल देवली आया। गुस्से में उसने रिवाल्वर से पत्नी सुमन, ससुर प्रकाश चंद जैन, साले संजय तथा उसकी पत्नी किरन, दूसरे साले लोकेश की पत्नी अंकिता को गोली मार दी। जिसमें संजय, किरन व अंकिता की मौके पर मौत हो गई। सुमन ने देवली चिकित्सालय में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। ससुर प्रकाश चंद हालत गम्भीर होने पर चिकित्सकों ने कोटा रैफर कर दिया।

घटना के बाद प्रदीप पास के एक मकान की चौथी मंजिल पर बॉलकनी में रिवाल्वर लेकर खड़ा हो गया। जहां वह चिल्ला-चिल्लाकर पत्नी और ससुरालवालों पर उसे बर्बाद करने का आरोप लगा रहा था। मौके पर पहुंचे पत्रकारों को प्रदीप ने अपनी व्यथा बता स्वयं के गोली मार ली। जिससे उसकी भी मौके पर मौत हो गई। पुलिस अधीक्षक साहू ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। प्रारम्भिक तौर पर अभियुक्त और उसकी पत्नी के बीच विवाद सामने आया है।

अग्निवेश की गद्दारी..पहले बाबा रामदेव के साथ अब अन्ना के साथ

नई दिल्ली। सरकार से वार्ता के लिए खुद को नहीं भेजा जाना शायद स्वामी अग्निवेश को रास नहीं आया। गुस्से में उन्होंने खुद को टीम अन्ना से अलग कर लिया। अब पता चला है कि स्वामी अग्निवेश अन्ना की पीठ में छुरा घोंपने का काम कर रहे थे। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्वामी अग्निवेश ने केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल से फोन पर बातचीत के दौरान अन्ना को पागल हाथी करार दिया। सिब्बल से अग्निवेश की बातचीत के वीडियो में कई चौंकानी वाली बातें सामने आई है।

फोन पर कपिल सिब्बल से बातचीत के दौरान अग्निवेश कह रहे हैं कि "बहुत जरूरी है कपिल जी, नहीं तो ये पागल होते जा रहे हैं जैसे हाथी। सरकार जितना इनके सामने झुक रही है उतना ही ये लोग सिर पर चढ़ रहे हैं। जब पूरी संसद खड़े होकर अन्ना से अनशन खत्म करने की अपील कर रही थी तब ही अन्ना को अनशन तोड़ देना चाहिए था। इस बात से बहुत शर्मिदा महसूस कर रहा हूं कि हमारी सरकार आखिर इतनी कमजोर क्यों दिखाई पड़ रही है। सरकार को आगे से कड़ा रूख अपनाना चाहिए।

गौरतलब है कि जब सरकार ने अन्ना को वार्ता का प्रस्ताव भेजा था तब अन्ना ने सरकार से वार्ता के लिए किरण बेदी और केजरीवाल को भेजा था। इससे अग्विनेश काफी नाराज हो गए थे। लोकसभा की अनशन तोड़ने की अपील के बाद भी जब अन्ना ने अनशन तोड़ने से इनकार कर दिया तो स्वामी अग्निवेश और भड़क गए और टीम अन्ना से अलग हो गए। उन्होंने किरण बेदी और अरविंद केजरीवाल पर अन्ना हजारे को बहकाने का आरोप लगाया था।

बॉर्डर के पास चीन बना रहा रेलवे स्टेशन


बाड़मेर बॉर्डर के पास चीन बना रहा रेलवे स्टेशन

बाड़मेर। राजस्थान की बाड़मेर सीमा के नजदीक चीन की सेना के पहुंचने की खबर के बाद भारत के लिए एक और चिंताजनक खबर है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब 10 मीटर दूर पाकिस्तान रेलवे स्टेशन बना रहा है। स्टेशन के निर्माण के लिए सामग्री डाल दी गई है। सूत्रों के मुताबिक रेलवे स्टेशन के निर्माण का ठेका चीनी कंपनी को दिया गया है।


अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय सीमा के 150 यार्ड के भीतर कोई भी निर्माण कार्य नहीं कर सकता लेकिन पाकिस्तान ने नियमों का उल्लंघन करते हुए निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। बाड़मेर सेक्शन के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल माधो सिंह ने बताया कि बीएसएफ ने निर्माण कार्य पर विरोध जताया है। बीएसएफ ने अपना विरोध स्वरूप पाकिस्तानी रेंजर्स को एक पत्र भी भेज दिया है। इससे पहले खबर आई थी कि चीन और पाकिस्तान की सेना राजस्थान बॉर्डर के नजदीक संयुक्त अभ्यास कर रही है।

नारियल पानी पीकर अन्‍ना ने तोड़ा अनशन


नई दिल्ली।। लोकसभा में अपनी 3 मांगों वाला प्रस्ताव पास होने के बाद अन्ना हजारे ने रविवार सुबह 12 दिन से चला आ रहा अपना अनशन तोड़ दिया है। पश्चिमी दिल्ली के सुंदर नगर की 5 साल की सिमरन ने नारियल पानी पिलाकर अन्ना को अनशन तुड़वाया। इस ऐतिहासिक मौके का गवाह बनने के लिए हजारों लोग रामलीला ग्राउंड में मौजूद हैं। टीम अन्ना के अरविंद केजरीवाल ने बताया कि अन्ना हजारे अब सीधे अस्पताल जाएंगे।टीम अन्ना के अरविंद केजरीवाल ने बताया कि अन्ना हजारे अब सीधे अस्पताल जाएंगे। वह वहां 3 से चार दिन रहेंगे।उन्होंने लोगों से शाम 6 बजे इंडिया गेट पर इकट्ठा होने की अपील की।


अनशन तोड़ने के बाद अन्ना ने लोगों को संबोधित किया। उन्होंने 12 दिन तक चले अपने अनशन में साथ देने के लिए लोगों, मीडिया, डॉक्टर नरेश त्रेहान और उनकी टीम, सिविल सोसायटी के सदस्यों और स्वयंसेवकों को धन्यवाद दिया।

केजरीवाल ने सांसदों को शुक्रिया कहा
सबसे पहले मंच को टीम अन्ना के अरविंद केजरीवाल ने संबोधित किया। उन्होंने अन्ना की 3 शर्तों को मानने के लिए प्रधानमंत्री का शुक्रिया अदा किया। साथ ही उन्होंने सांसदों और राजनीतिक दलों का भी आभार जताया। केजरीवाल ने अन्ना के स्वास्थ्य पर नजर रख रहे डॉक्टर नरेश त्रेहान का भी खास तौर पर शुक्रिया अदा किया। उन्होंने आंदोलन से जुड़े सभी लोगों को धन्यवाद दिया।

डॉक्टर त्रेहान की देखरेख में तोड़ेंगे अनशन
अपडेट @9.47
डॉक्टर नरेश त्रेहान रामलीला ग्राउंड पहुंचे। अन्ना हजारे नरेश त्रेहान की देखरेख में ही अनशन तोड़ेंगे। त्रेहान अनशन के दौरान अन्ना के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए थे।

राजघाट जा सकते हैं अन्ना
खबर है कि डॉक्टरों ने इजाजत दी तो अनशन खत्म करने के बाद अन्ना हजारे राजघाट भी जा सकते हैं। अन्ना अनशन शुरू करने से पहले राजघाट गए थे।

रामलीला मैदान छोड़ देगी टीम अन्ना
जानकारी मुताबिक टीम अन्ना आज रामलीला ग्राउंड भी खाली कर देगी। अन्ना के अनशन तोड़ने के बाद टीम अन्ना की कोर कमिटी की बैठक होगी, जिसमें यह फैसला लिया जाएगा।

रातभर मनता रहा अन्ना की जीत का जश्न
आसमान में आतिशबाजी , जमीन पर जलतीं मोमबत्तियां तो हवा में लहराते सैकड़ों तिरंगे झंडे। रातभर यह नजारा थारामलीला मैदान का। मैदान में देर रात तक लोगों का आना - जाना जारी रहा और आने वाले लोगों के चेहरों पर जीत केभाव साफ झलक रहे थे। ज्यादातर स्वयंसेवक रात होते ही चलते बने , जिस कारण उत्साही भीड़ कई बार बेकाबू होउठी। प्रदर्शनकारियों ने ढोल - नगाड़े के साथ जीत के नारे लगाए , हालांकि कुछ लोगों के मन में सरकार के इस फैसले परअभी भी संशय बना हुआ था।

अन्ना के गांव में खुशी की लहर
उधर अन्ना के गांव रालेगणसिद्धि में अन्ना के आज अनशन तोड़ने को लेकर उत्सव सा माहौल है। हजारे के एक करीबसहयोगी दत्ता अवारी ने बताया , ' हम अन्ना की जीत पर खुशियां मना रहे हैं। हम जानते हैं वह अपना जो लक्ष्यनिर्धारित कर लेते हैं , वह उसे हासिल कर ही रहेंगे। ' हजारे की निकट रिश्तेदार कांताबाई ने कहा , ' वह हमेशा ही अटलरहे हैं और कोई उनका दिमाग नहीं बदल सकता। '

गुरू रामदास महाराज पंचतत्व में विलीन

गुरू रामदास महाराज पंचतत्व में विलीन

बालोतरा। श्री सीताराम चोंच मंदिर बालोतरा के दिवंगत गादीपति हरिदास महाराज के वयोवृद्ध शिष्य तथा श्री भोलाराम आश्रम जागसा के गादीपति रामदास महाराज का शनिवार को बैकुंठधाम गमन हो गया। 88 वष्ाीüय रामदास महाराज पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे। उनके देहावसान के समाचार के बाद संभाग के कोने-कोने से हजारों की संख्या में पहुंचे भक्त भाविकों ने गुरू रामदास महाराज को सजल नेत्रों से श्रद्धांजलि देते हुए अंतिम विदाई दी। शनिवार शाम निकली बैकुंठी यात्रा में जन सैलाब उमड़ पड़ा। देर शाम दिवंगत रामदास महाराज की पार्थिव देह को विधिविधान के साथ पंचतत्व में विलीन किया गया।

श्री भोलाराम आश्रम जागसा के गादीपति रामदास महाराज के शनिवार सुबह 6 बजे बैकुंठधाम गमन के समाचार के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। बालोतरा, बुड़ीवाड़ा, जागसा, जोधपुर, जालोर, बाड़मेर, कालूड़ी, असाड़ा, टापरा सहित आस-पास के गांवो से बड़ी संख्या में पहुंच रहे महिलाओं व पुरूषों की भीड़ के चलते दोपहर होने तक आश्रम परिसर पूरी तरह से खचाखच हो गया। बालोतरा व आस-पास के गांवों से जागसा तक पहुंचने के लिए नि:शुल्क बसों की व्यवस्था की गई।

लोगों को अंतिम दर्शन के लिए खड़े रहने तक के लिए जगह नहीं मिली। आश्रम के मुख्य भवन में दिवंगत रामदास महाराज की पार्थिव देह को श्रद्धालुओं के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। दिन भर भजन कीर्तन का दौर चलता रहा। दोपहर बाद बैकुंठी सजाई गई। विभिन्न अनुष्ठानों के बाद शाम को नवखंडी बैकुंठी में पार्थिव देह को रखा गया।

महामंडलेश्वर राघवदास महाराज, रघुदास महाराज तिरसिंगड़ी, रामकिशोरदास गुड़ामालानी, समदड़ी महंत नरसिंगदास महाराज, हनुमान बगेची बालोतरा के गादीपति नारायणदास महाराज, मीठा महंत उम्मेदगिरी, वरिया महंत नारायण भारती, धनवा महंत लक्ष्मणगिरी, ऊंचिया महंत नरेशगिरी महाराज, तुलसीदास महाराज पादरू सहित मुख्य शिष्य सियावरदास महाराज व साधु संतों ने गुरू रामदास महाराज की पार्थिव देह की परिक्रमा लगाकर साधु संप्रदाय की क्रियाएं संपन्न करवाई। आरती के बाद बैकुंठीयात्रा रवाना हुई। गांव के मुख्य मार्गो से होती हुई बैकुंठी यात्रा पुन: आश्रम पहुंची। यहां पर गमगीन माहौल में रामदास महाराज को अंतिम विदाई दी गई। मुख्य शिष्य सियावरदास महाराज ने चिता को अग्नि दी। जयकारों से गूंजते माहौल में पार्थिव देह को पंच तत्व में विलीन किया गया।

मुजरिम बाप की बेटी ने लगाया एसएसपी पर संगीन आरोप

जोधपुर। फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीनों की खरीद -फरोख्त करने के मामलों में वांछित विशनाराम जालोड़ा की तलाश में घूम रही पुलिस के एक एएसपी पर जालोड़ा के विष्णु नगर निवासी महिला ने ज्यादती किए जाने का आरोप लगाते हुए इस्तगासा पेश किया है। न्यायालय ने परिवाद एसपी के पास जांच के लिए भेजा है।

उल्लेखनीय है कि विशनाराम पर पुलिस ने दो हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। अब इसे भी पुलिस ने बढ़ाकर चार हजार रुपए कर दिया है। हाल में पुलिस ने उसके यहां से अवैध हथियार बनाने का कारखाना पकड़ा था, लेकिन आरोपी अपने साथी के साथ वहां से भाग गया था। पीड़िता के तीन पुत्र व चार पुत्रियां हैं, इनमें बड़ी 22 वर्षीय बेटी की शादी हो चुकी है। गत 23 अगस्त की रात फलौदी एएसपी केसरसिंह महिला के घर पहुंचे और विशनाराम के बारे में पूछा। तलाशी के दौरान विशनाराम वहां नहीं मिला, तब एएसपी ने पीड़िता से ज्यादती की। इस संबंध में पीड़िता ने लोहावट थाने में मामला दर्ज करवाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया।

पकड़े जाने के भय से कर रहे हैं ड्रामा

लंबे समय तक अपराधों में लिप्त रहे विशनाराम को अब पकड़े जाने का भय सताने लगा है। पुलिस से बचने के लिए अब मिथ्या आरोपों से ध्यान बांटने की कोशिशें की जा रही है। पुलिस इनके झूठ में फंसने वाली नहीं है। जिसके खिलाफ 44 मामले दर्ज हो चुके हो, उसे तो पुलिस आज नहीं तो कल पकड़ ही लेगी।
केसरसिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, फलौदी।

2 साल की नन्ही सी मासूम बेटी के हत्यारे को उम्रकैद

जोधपुर. दीपावली के दिन अपनी दो साल की बेटी का गला घोंटकर हत्या करने वाले पिता को जिला एवं सेशन न्यायालय (जिला) ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। सेशन न्यायाधीश अनुराधा शर्मा ने खेड़ापा थाना क्षेत्र के हथुंडी गांव निवासी त्रिलोकराम मेघवाल को अपनी दो वर्षीय पुत्री मंजू की गला घोटकर हत्या करने का दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।


लोक अभियोजक रामसुख शर्मा ने बताया कि मृतका की मां पुष्पा देवी ने 6 नवंबर 2010 को खेड़ापा थाने में इस आशय की रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसका पति त्रिलोकराम आदतन शराबी है और उस पर शक करता है। इस कारण पति-पत्नी में झगड़ा होता रहता था। 5 नवंबर 2010 की रात त्रिलोकराम शराब पीकर आया और झगड़ा किया। इसी दौरान त्रिलोकराम ने आवेश में आकर अपनी ही बेटी मंजू का गला घोटकर हत्या कर दी।