अब राइट टू रिकॉल की लड़ाई लड़ेंगे अन्ना
नई दिल्ली। सशक्त लोकपाल के लिए रामलीला मैदान में 288 घंटेतक अनशन करने वाले अन्ना के इरादे अब भी पस्त नहीं हुए हैं। उन्होंने अगली लड़ाई का ऎलान कर दिया है। अनशन खत्म करने के बाद अन्न ने मंच से लोगों को कहा कि उन्होंने अनशन अभी छोड़ा नहीं है। यह केवल स्थगित हुआ है। अब वे राइट टू रिकॉल की लड़ाई लडेंगे।
उन्होंने कहा कि देश के चुनाव तंत्र में बदलाव होना चाहिए। जनता को "राइट टू रिजेक्ट" मिलना चाहिए। उसे उम्मीदवार को वापस बुलाने का अधिकार मिलना चाहिए। नापसंदगी के विकल्प पर सबसे ज्यादा वोट आने पर दोबारा चुनाव कराए जाने चाहिए। साथ ही लोगों को चुने हुए प्रतिनिधियों को वापस बुलाने का हक मिलना चाहिए।
सत्ता का विकेद्रीकरण हो
समर्थकों से खचाखच भरे रामलीला मैदान के मंच से उन्होंने कहा कि इस आंदोलन ने विश्वास दिलाया है कि देश से भ्रष्टाचार खत्म होगा और डॉ. अंबेडकर द्वारा बनाए संविधान पर चलने के लिए प्रेरणा दी है। सत्ता केंद्रित होने के कारण देश में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। सत्ता का विकेंद्रीकरण होने पर देश में असली लोकशाही आएगी। लोकसभा, विधानसभा की तर्ज पर ग्राम सभा को भी मजबूत करना होगा।
माल खाए मदारी और नाच करे बंदर
किसानों की हालत वे बोले कि कृषि प्रधान भारत में माल खाए मदारी और नाच करे बंदर वाली बात नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा मजदूरों की हालत सुधारनी होगी। शिक्षा के नाम पर अपनी दुकाने चलाने वाले लोगों को हटाकर इस रवैये में बदलाव लाना होगा।
टोपी से नहीं बनते "अन्ना"
अन्ना ने कहा कि सिर पर मैं अन्ना की टोपी पहनने से कोई अन्ना नहीं बन जाता। असली अन्ना बनने के लिए सभी को कथनी और करनी में समानता रखनी होगी। उन्होंने कहा कि शुद्ध आचार विचार रखने के साथ खुद में त्याग की भावाना लाओ। अपना अपमान पीना सीखो।
इंडिया गेट पर जीत का जश्न
इससे पहले टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने जनलोकपाल बिल की प्रमुख मांगो को संसद में सहमति मिलने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का शुक्रि या अदा किया। केजरीवाल ने कहा कि देश आज त्योंहार मना रहा है। उन्होंने रविवार शाम छह बजे लोगों से इंडिया गेट पर पहुंचने का आह्वान कर जनतंत्र का जश्न बनाने के लिए आमंत्रित किया।
केजरीवाल ने इसके लिए वे देश की संसद और सांसदों और सबसे ज्यादा अन्ना के समर्थकों के धन्यवाद करते हैं जिनकी बदौलत आज यह दिन देखने को मिला है। केजरीवाल ने देश की संसद के प्रति सम्मान जताते हुए कहा कि हर कानून बनाने से पहले जनता की राय ली जानी चाहिए। जनतंत्र में जन से बड़ा कोई नहीं है। उन्होंने लोगों से घूस नहीं लेने और देने की अपील की।
नई दिल्ली। सशक्त लोकपाल के लिए रामलीला मैदान में 288 घंटेतक अनशन करने वाले अन्ना के इरादे अब भी पस्त नहीं हुए हैं। उन्होंने अगली लड़ाई का ऎलान कर दिया है। अनशन खत्म करने के बाद अन्न ने मंच से लोगों को कहा कि उन्होंने अनशन अभी छोड़ा नहीं है। यह केवल स्थगित हुआ है। अब वे राइट टू रिकॉल की लड़ाई लडेंगे।
उन्होंने कहा कि देश के चुनाव तंत्र में बदलाव होना चाहिए। जनता को "राइट टू रिजेक्ट" मिलना चाहिए। उसे उम्मीदवार को वापस बुलाने का अधिकार मिलना चाहिए। नापसंदगी के विकल्प पर सबसे ज्यादा वोट आने पर दोबारा चुनाव कराए जाने चाहिए। साथ ही लोगों को चुने हुए प्रतिनिधियों को वापस बुलाने का हक मिलना चाहिए।
सत्ता का विकेद्रीकरण हो
समर्थकों से खचाखच भरे रामलीला मैदान के मंच से उन्होंने कहा कि इस आंदोलन ने विश्वास दिलाया है कि देश से भ्रष्टाचार खत्म होगा और डॉ. अंबेडकर द्वारा बनाए संविधान पर चलने के लिए प्रेरणा दी है। सत्ता केंद्रित होने के कारण देश में भ्रष्टाचार बढ़ गया है। सत्ता का विकेंद्रीकरण होने पर देश में असली लोकशाही आएगी। लोकसभा, विधानसभा की तर्ज पर ग्राम सभा को भी मजबूत करना होगा।
माल खाए मदारी और नाच करे बंदर
किसानों की हालत वे बोले कि कृषि प्रधान भारत में माल खाए मदारी और नाच करे बंदर वाली बात नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा मजदूरों की हालत सुधारनी होगी। शिक्षा के नाम पर अपनी दुकाने चलाने वाले लोगों को हटाकर इस रवैये में बदलाव लाना होगा।
टोपी से नहीं बनते "अन्ना"
अन्ना ने कहा कि सिर पर मैं अन्ना की टोपी पहनने से कोई अन्ना नहीं बन जाता। असली अन्ना बनने के लिए सभी को कथनी और करनी में समानता रखनी होगी। उन्होंने कहा कि शुद्ध आचार विचार रखने के साथ खुद में त्याग की भावाना लाओ। अपना अपमान पीना सीखो।
इंडिया गेट पर जीत का जश्न
इससे पहले टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने जनलोकपाल बिल की प्रमुख मांगो को संसद में सहमति मिलने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का शुक्रि या अदा किया। केजरीवाल ने कहा कि देश आज त्योंहार मना रहा है। उन्होंने रविवार शाम छह बजे लोगों से इंडिया गेट पर पहुंचने का आह्वान कर जनतंत्र का जश्न बनाने के लिए आमंत्रित किया।
केजरीवाल ने इसके लिए वे देश की संसद और सांसदों और सबसे ज्यादा अन्ना के समर्थकों के धन्यवाद करते हैं जिनकी बदौलत आज यह दिन देखने को मिला है। केजरीवाल ने देश की संसद के प्रति सम्मान जताते हुए कहा कि हर कानून बनाने से पहले जनता की राय ली जानी चाहिए। जनतंत्र में जन से बड़ा कोई नहीं है। उन्होंने लोगों से घूस नहीं लेने और देने की अपील की।
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