बजरी खनन पर रोक से अटके निर्माण
बालोतरा। राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा बजरी खनन पर रोक लगाए जाने के बाद शहर सहित उपखंड क्षेत्र में बजरी का टोटा पैदा हो गया है। निर्माण कार्यो में अड़चन से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। जिन लोगों ने बजरी का स्टॉक कर रखा है, वे मनमाने दाम वसूल कर अपनी जेबें भर रहे हैं। दूसरी तरफ न्यायालय की रोक के बावजूद प्रशासनिक अनदेखी से खेड़ व कलावा सरहद में बजरी खनन का कार्य बदस्तूर चल रहा है। लूणी नदी के प्रवाह क्षेत्र में कनाना से लेकर सिणधरी तक कई जगह चोरी चुपके बजरी खनन हो रहा है। अवैध खनन कर पहंुचाई जा रही बजरी के मनमर्जी से भाव वसूले जा रहे हैं।
राजस्थान उच्च न्यायालय ने हाल ही में पूरे प्रदेश में बजरी खनन पर रोक के आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के बाद लूणी नदी के प्रवाह क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पिछले कई वर्षो से हो रहे जायज व नाजायज खनन में कमी आ गई है। कई इलाकों में न्यायालय की रोक के बावजूद बजरी का खनन रूक नहीं पाया है। खनन में लगे लोग बदस्तूर लूणी नदी के प्रवाह क्षेत्र में मशीनरी से बजरी के अंधाधुंध खनन में लगे हैं। प्रशासनिक स्तर पर इसकी रोकथाम को लेकर अब तक सख्त रूख नहीं अपनाया गया है। ऎसे में न्यायालय के आदेशों की क्षेत्र में पूरी तरह से पालना नहीं हो पा रही है।
निर्माण में अड़चन
बजरी खनन पर लगाई गई रोक के बाद से शहर सहित उपखंड क्षेत्र में बजरी की किल्लत पैदा हो गई है। चालू निर्माण कार्य बीच में अटक गए हैं। नए निर्माण करवाने के इच्छुक लोगों को मजबूरन कार्य टालना पड़ रहा है। जिन लोगों ने बजरी का स्टॉक कर रखा है, उनकी इन दिनों मौज बनी हुई है। मनमाने दाम वसूलकर वे लोगों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं।
कोढ़ में खाज : बालोतरा में वस्त्र कारोबार बंद रहने से बेरोजगारी के कारण मजदूरों की हालत वैसे ही खस्ता थी। हजारों लोग ठाले बैठे थे। ऎसे में कमठा निर्माण पर मजदूरी से सैकड़ों श्रमिको को रोजगार का अवसर मिल रहा था। बजरी खनन पर रोक के बाद निर्माण कार्य अटकने से श्रमिकों को मजदूरी नहीं मिल रही है।
विकास कार्य प्रभावित
बजरी की किल्लत से सरकारी योजनाओं के तहत हो रहे विकास कार्य भी प्रभावित हो गए हैं। विभिन्न योजनाओं के तहत ग्राम पंचायतों व नगरपालिका क्षेत्र में निर्माण कार्य चल रहे हैं। बजरी पर एकाएक रोक लगने से सरकारी योजनाओं के तहत चल रहे निर्माण कार्य भी लड़खड़ा गए हैं।
राजस्थान में रिफाइनरी की उम्मीदों में फिर एक पेंच पड़ गया लगता है। राज्य की सारी उम्मीदें ओएनजीसी पर टिकी हैं और ओएनजीसी को अब वेदांता समूह ने ले लिया है। इससे राज्य की कुछ चिंताएं बढ़ी हैं। उधर,ओएनजीसी अब एमआरपीएल को नामांकित कर सकती है। इस आशय के संकेत राज्य सरकार के अधिकारियों से मिले हैं।
ओएनजीसी 2005 से ही रिफाइनरी को घाटे का सौदा मानकर चल रही है, लेकिन राजस्थान से राजनीतिक दबाव के चलते वह कोई न कोई दूसरा बहाना बना लेती है और मामला टल जाता है। अब मौजूदा सरकार ने केंद्र और ओएनजीसी पर रिफाइनरी के लिए दबाव बढ़ा दिया है। खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बजट भाषण में कह चुके हैं कि रिफाइनरी लाने के लिए उनकी सरकार लगातार कोशिशें कर रही है और अब उसमें सकारात्मक संकेत हैं।
ओएनजीसी के संपर्क के बाद मेंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रो केमिकल्स के अधिकारियों ने इस बारे में विचार शुरू कर दिया है। एम आरपीएल ने इंजीनियर्स इंडिया से भी संपर्क किया है। राज्य सरकार और ओएनजीसी के बीच भी बातचीत चल रही है, लेकिन इसके लिए अभी कोई दस्तावेज तैयार नहीं हो सका है।
रिफाइनरी मामले में जानकारों का कहना है कि देश में अभी काफी रिफाइनरीज हैं और उनकी तेल शोधन क्षमता देश की मौजूदा तेल उत्सर्जन क्षमता से काफी ज्यादा है। इसे इस रूप में देखा जा रहा है कि राजस्थान में नई रिफाइनरी लगी तो उसके लिए कच्चा तेल उपलब्ध करवाना मुश्किल होगा, लेकिन कुछ का मानना है कि इस रिफाइनरी के लिए राजस्थान के अपने तेल कुओं से तेल का पर्याप्त उत्सर्जन हो सकता है।
कोटा. कोटा में एक नर्सिग होम के डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दफनाने के लिए कब्र तक पहुंचा दिया। गनीमत रही कि एनवक्त पर शरीर में हलचल देखकर पिता के हाथ रुक गए और वे जिंदा बेटी को दफनाने के पाप से बच गए। अब यह बच्ची शहर के ही एक अन्य निजी चिकित्सालय में भर्ती है।
हालांकि, प्री-मैच्योर होने के कारण उसका स्वास्थ्य खराब है। जिस नर्सिग होम में यह लापरवाही बरती गई, वह महापौर डॉ. रत्ना जैन का है। वे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की केंद्रीय समिति की सदस्य भी हैं। इस घटना को लेकर परिजनों में आक्रोश है, लेकिन वे फिलहाल इसलिए चुप हैं, क्योंकि जच्च की तबीयत खराब है और वह नर्सिग होम में भर्ती है।
दूसरी ओर, नवजात बेटी का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है। फिलहाल परिजन किसी कानूनी पचड़े में उलझने की बजाय इलाज पर ध्यान दे रहे हैं। नवजात के पिता अमित का कहना है कि इस बारे में बाद में विचार किया जाएगा।
नांता के विकास नगर में रहने वाले अमित मीणा की पत्नी रेणु को शुक्रवार सुबह प्रसव पीड़ा हुई थी। परिजन उसे महापौर के नयापुरा स्थित रत्ना नर्सिग होम ले गए। रेणु को प्री मैच्योर (5 माह) डिलीवरी हुई और बेटी को जन्म दिया। करीब ढाई घंटे बाद डॉक्टर ने बच्ची को जीवित नहीं बताते हुए उसे अमित को सौंप दिया। अमित अन्य परिजनों के साथ उसे दफनाने के लिए नयापुरा मुक्तिधाम पहुंच गए। कब्र खोद दी गई।
नवजात के शव उसमें रखा ही जा रहा था कि अमित के सीने से चिपकी बच्ची के शरीर में कुछ हरकत हुई। अमित चौंक गया। उसे हिलाया-डुलाया तो बच्ची जीवित निकली। गम के आंसू खुशी में तबदील हो गए। बच्ची को सीधे नर्सिग होम लाया गया। डॉ. रत्ना जैन ने जांच की तो वे भी चौंक ढाई घंटे पहले मृत घोषित बच्ची जीवित घोषित कर दी गई। इसके बाद डॉ. जैन ने उसे अपने पति डॉ. अशोक जैन की पार्टनरशिप वाले तलवंडी स्थित निजी अस्पताल में रैफर कर दिया। उधर, बेटी के गम में सुध-बुध खोकर बैठी रेणु को भी उसके जीवित होने का पता लगा तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
महापाप से बच गया : अमित
अगर मेरी बेटी के शरीर में हरकत का अहसास होने में जरा सी भी देर हो जाती तो मैं उसे अपने हाथों से जिंदा दफन कर चुका होता। महापाप हो जाता। मैं इस महापाप से बच गया।
छाती से चिपके रहने से लौट आई धड़कनें : डॉक्टर
नर्सिग होम संचालक डॉ. रत्ना जैन का कहना है कि रेणु की प्री-मैच्योर (५ माह) डिलीवरी थी। बच्ची का वजन ५६क् ग्राम था। शरीर नीला पड़ चुका था, धड़कन भी नहीं थी। इसकी जानकारी परिजनों को दे दी गई। हम रेणु को संभालने में जुट गए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने बेटी परिजनों को सौंप दी। काफी देर सीने से चिपकाए रखने से उसकी धड़कन लौट आई। मेडिकल साइंस के अनुसार 5 माह का शिशु भ्रूण के बराबर ही होता है। ऐसे बच्चे कम ही बच पाते हैं।
बच जाते हैं पांच माह में जन्मे बच्चे
सबसे छोटा प्रीमेच्योर बच्चा जर्मनी की फ्रीडा है। इसका जन्म गर्भधारण के पांच माह में हो गया था। वजन 460 ग्राम और लंबाई 11 इंच थी। यह जीवित रही। दिल्ली के शालीमार बाग में भी पिछले साल फरवरी में एक बच्ची का जन्म गर्भधारण के 5 माह में हुआ था। जन्म के वक्त उसका वजन 600 ग्राम था।
हरीश के परिजनों को जगी उम्मीद
हरीश के चाचा ने कहा काश इस बार हत्या की गुत्थी सुलझ जाए, सीबीआई पर कोई दबाव न हो...
बहुचर्चित हरीश हत्याकांड की एक बार फिर सीबीआई करेगी जांच,तीन माह में जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश
जैसलमेर उनकी आंखों के आंसू सूख चुके हैं, हत्या का खुलासा होने के इंतजार में आंखे पथरा गई है, वे जब जब हरीश की तस्वीर देखते हैं तो उनकी आंखों के आगे हरीश से जुड़ी यादें सामने आ जाती है। साथ ही पुलिस, सीआईडी व सीबीआई की नाकामी भी नजर आती है। यह स्थिति उस युवक के परिजनों की है जिसकी करीब 10 वर्ष पूर्व 18 जनवरी 2002 को निर्मम हत्या कर दी गई थी। शुक्रवार को हरीश के पिता व अन्य परिजन गड़सीसर तालाब के उस स्थान पर जहां उसकी लाश मिली थी उसकी आत्मा की शांति व हत्यारों के पकड़े जाने की कामना को लेकर पूजा अर्चना कर रहे थे। गौरतबल है कि इंदिरा कॉलोनी रहने वाले तथा एयरफोर्स चौराहा पर मोटरपार्टस की दुकान करने वाले 19 वर्षीय युवक हरीश प्रजापत की 18 जनवरी 2002 को गड़सीसर तालाब की पाल के पीछे स्थित दादावाड़ी में तलवार से हत्या कर दी थी। हत्यारों ने हरीश की लाश को पत्थर से बांधकर गड़सीसर तालाब में फैंक दिया था। बहुचर्चित इस हत्याकांड की पहले पुलिस, सीआई और सीबीआई ने जांच की लेकिन इस हत्या की गुत्थी सुलझने के बजाय उलझती गई और किसी को भी सफलता नहीं मिली।
एक बार फिर हरीश के चाचा सगताराम की याचिका पर हाईकोर्ट ने इस हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंपी है और तीन माह में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।
सीबीआई ने ईनाम भी रखा था: इस मामले में सीबीआई ने अखबारों के माध्यम से कई अपीलें भी जारी की। उस दौरान हत्यारों के बारे में सुराग देने पर पहले 25 हजार और बाद में एक लाख रुपए का ईनाम भी रखा गया था।
जांच भी रही संदिग्ध : हरीश के पिता चांदाराम के मुताबिक पुलिस, सीआईडी व सीबीआई की जांच भी संदेह के घेरे में रही है। जांच में कई बार ऐसे मोड़ आए जहां पुलिस व अन्य एजेंसियों की जांच संदिग्ध नजर आई। कई बार ऐसा भी लगा कि जांच एजेंसियां जानबूझकर मामले को उलझा रही है।
क्या इस बार हत्यारों तक पहुंच पाएगी सीबीआई : बहुचर्चित हरीश हत्याकांड की चर्चा एक बार फिर होने लगी है। हर किसी की जुबां पर यही बात है कि क्या इस बार हरीश के हत्यारों तक पहुंच पाएगी सीबीआई। हरीश के परिजन आज भी दुखों के पहाड़ के नीचे दबे हुए हैं मगर समय के साथ साथ उसके हत्याकांड की जांच धुंधली होती गई। गौरतलब है कि पूर्व में सीबीआई कई वर्षो तक इस मामले की जांच कर चुकी है। एक के बाद एक पूछताछ और गुत्थी उलझती गई, आखिरकार सीबीआई ने एफआर लगाने का फैसला कर लिया। हाईकोर्ट ने याचिका में प्रस्तुत किए गए ठोस आधारों को देखते हुए दोबारा जांच के आदेश दिए हैं। जहां हरीश के परिजनों को एक बार उसके हत्यारों का पता लगाने की उम्मीद जगी है वहीं जिले में भी यही चर्चा होने लगी है।
क्या हत्या से जुड़े सुराग अब मिल पाएंगे।
2006 में जांच बंद होने के बाद क्या हत्यारे निश्ंिचत हो गए थे, या फिर लगातार इस मामले से जुड़े सुराग, सबूतों व लोगों पर दबाव बना हुआ था।
क्या सीबीआई पूर्व में जांच करने वाले अधिकारियों से संदेह के आधार पर पूछताछ करेगी।
पूर्व में संदिग्ध लोगों से की गई पूछताछ दोबारा होगी, यदि होगी तो क्या उनके बयान वही रहेंगे या फिर बदल जाएंगे।
बेटे ने मां को पीटा, मामला दर्ज
बाड़मेर चौहटन थाना क्षेत्र में शुक्रवार को बेटे के मां के साथ मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार धनाऊ निवासी डेली पत्नी खुशालचंद ओसवाल ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसके लड़के रतनलाल ने घर में घुसकर उसके साथ मारपीट की। इसके साथ घर में लगे छीणे तोड़कर नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।
आग से युवक झुलसा
बाड़मेर घर के बाहर कचरे में लगी आग से महावीर नगर निवासी मूलाराम पुत्र अशोक कुमार (28) झुलस गया। परिजनों का कहना है कि युवक की मानसिक स्थिति खराब है। पुलिस के अनुसार शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे वह घर के बाहर था इसी बीच वह आग की चपेट में आया। उसे राजकीय अस्पताल भर्ती कराया गया है।
साढ़े तीन लाख रुपए का सट्टा पकड़ा
बालोतरा पुलिस ने रेगरपुरा क्षेत्र में शुक्रवार देर रात आईपीएल मैच के दौरान क्रिकेट पर सट्टा लगा रहे दो जनों को दबोच लिया। इनके कब्जे से सट्टे में काम आने वाला सामान व हिसाब का रजिस्टर बरामद हुआ। डीएसपी रामेश्वरलाल ने बताया कि मुखबिर से इत्तला मिली थी कि तीसरी रेलवे फाटक के पास पूनमचंद अग्रवाल के सूने मकान में क्रिकेट पर सट्टा लगाया जा रहा है। इस पर उनके साथ सब इंस्पेक्टर भंवरसिंह, एएसआई शेराराम, कांस्टेबल कमलसिंह, बजरंग, नरसिंग व जाब्ते ने दबिश दी। कमरे में हनुमानचंद पुत्र दीपचंद चौपड़ा निवासी रबारियों का धोरा व वासूदेव प्रजापत निवासी रबारियों का टांका क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे थे। पुलिस ने उनके कब्जे से तीन हिसाब के रजिस्टर, एक टीवी, दो टेलीफोन, आठ मोबाइल, 12 चार्जर व दो कैल्क्यूलेटर बरामद किए।
आखिरी छोर तक पानी पहुंचाएगी 'जल सेना'
पानी के इंतजाम को लेकर बनाई 80 अधिकारियों की टीम
आगामी दिनों में भीषण गर्मी की आशंका के चलते उठाया कदम
ढाणी तक होगी मॉनिटरिंग, मुख्यालय पर बनाया कंट्रोल रूम
कलेक्टर की अनूठी पहल
बाड़मेर गर्मी के दिनों में थार के आखिरी छोर में बैठे वाशिंदों को पीने का पानी मुहैया करवाने के लिए कलेक्टर डॉ. वीना प्रधान ने जल सेना का गठन किया है। इस जल सेना में अस्सी टुकडिय़ां शामिल है। जिनकी कमान आला प्रशासनिक अधिकारी संभालेंगे और सेना में हर विभाग के कर्मचारी व अधिकारी शामिल होंगे।
अमूमन हर साल गर्मी के दिनों में जिले के हर हिस्से में पानी को लेकर त्राहि -त्राहि मचने लगती है। अंतिम छोर पर बैठे ग्रामीणों के सामने तो पानी की उपलब्धता आज भी सपना है। जलदाय विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही और जनता के लिए किसी का जवाबदेह का नहीं होना, समस्या को और बढ़ा देता है। हजारों मवेशी काल कलवित हो जाते है। ऐसे में पशुपालन आधारित आजीविका कमाने वाले लोगों को लिए खुद अपने और अपने मवेशियों के लिए पानी का इंतजाम करना किसी चुनौती से कम नहीं है।
॥जिस इलाके में जो अधिकारी तैनात होगा उसके लिस्ट मय नंबर के वहां सरकारी भवनों में चस्पा होगी। इससे ग्रामीणों को इस बात की आसानी होगी कि वे अपनी शिकायत कहां करे। मुख्य कंट्रोल रूम से भी इस बारे में जानकारी मिल सकेगी कि किसे शिकायत करें। पानी पहुंचाने में जहां लापरवाही होगी वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी।' डॉ. वीना प्रधान, कलेक्टर
भाटी राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के जैसलमेर प्रभारी नियुक्त
जैसलमेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के प्रदेश महामंत्री ने आदेशा जारी कर चन्दन सिंह भाटी को जैसलमेर जिले का प्रभारी नियुक्त किया हें समिति की और से जरी आदेश में प्रदेशा महामंत्री राजेंद्र बारहट ने बताया की भाटी द्वारा राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए बाड़मेर जिले में वृहद स्टार पर अभियान चला कर संगठन में नई जान फूंक कर संगठन को नै दिशा प्रदान की हें साथ ही राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए अभियान को जन जन तक पंहुचा कर आम जनता को राजस्थानी अभियान के साथ जड़ने में बड़ी सफलता हासिल की हें बारहट के अनुसार भाटी की कार्य प्रणाली से प्रभावित होकर उन्हें जैसलमेर जिले का प्रभारी मनोनीत किया हें ,साथ ही उन्हें निर्देश जारी किये हें की जैसलमेर जिले में अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के गठन के साथ समिति के घटक संगठनो राजस्थानी महिला परिषद् ,राजस्थानी मोटियार परिषद् .राजस्थानी चिंतन परिषद् का गठन तहसील स्टार पर कर नई कार्यकारिणी शीघ्र घोषित की जाए ,भाटी को जोधपुर संभाग के उप पाटवी {उपाध्यक्ष } पद मर मनोनीत किया गया हें .भाटी ने बताया की शीघ्र जैसलमेर जिले का दौरा कर राजस्थानी भाषा प्रेमियों की बैठक बुला कर राजस्थानी भाषा को जैसलमेर में आम जन तक पंहुचने की दिशा में चर्चा कर नई कार्यकारिणी के गठन के प्रयास किये जायेंगे
अवैध शराब बेचने वालो के विरूद्ध पुलिस की कार्यवाही
पुलिस थाना जैसलमेर में एक साथ 02 मुकदमे दर्ज
पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता बिश्नोई के निर्देशानुसार जिला जैसलमेर में अवैध शराब रखने वालो के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत कल दिनांक 05.04.2012 को पुलिस थाना जैसलमेर में एकसाथ 02 कार्यवाही।
पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में विरेन्द्रसिंह निपु पुलिस थाना जैसलमेर मय जाब्ता द्वारा कल दिनांक 05.04.2012 को रात्रि 8.30 पीएम पर कॉलेज के सामने अवैध रूप से अग्रेजी शराब बेचते हुऐ पाये जाने पर मुलदान पुत्र मुरारदान चारण नि0 झिणकली हाल बबर मगरा जैसलमेर को गिरफतार किया। दूसरी तरफ कल दिनांक 05.04.2012 को ही पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में सुनिल पंवार (प्रोबे.) आरपीएस हाल थानाधिकारी पुलिस जैसलमेर मय जाब्ता द्वारा केन्द्रिय बस स्टेण्ड जैसलमेर के पास अवैध रूप से अंग्रेजी शराब बेचते हुऐ पाये जाने पर रूपकिशोर पुत्र तोलोराम खत्री नि0 अम्बेडकर कॉलोनी जैसलमेर को गिरफतार किया।
इसके अलावा मोटर वाहन अधिनियम के तहत बिना नम्बरी व ओरलोड 15 वाहनों के खिलाफ कार्यवाही की गई।
शांति भंग के आरोप में पुलिस थाना जैसलमेर में 01 गिरफतार
पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 05.04.2012 को लडाईझगडे पर उतारु गेमराराम पुत्र मनजीराम मेघवाल नि0 गिराब हाल गफूर भट्टा को जीतसिंह हैड कानि मय जाब्ता द्वारा शांति भंग के आरोप में धारा 151 सीआरपीसी के तहत गिरफतार किया।
बाड़मेर। सीमा पार से हथियारों का जखीरा और 14 किलो से ज्यादा विस्फोटक सामग्री आरडीएक्स देश में लाने के मामले में आरोपी मीरू खां को उच्च न्यायालय ने जमानत पर रिहा करने से इनकार कर दिया। हाईकोर्ट ने इस प्रकरण की गंभीर मानते हुए यह आदेश पारित किया। आरोपी बाड़मेर जिले में राठौड़ों का तला का रहने वाला है।
जमानत प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के दौरान सरकारी अघिवक्ता अनिल जोशी ने कहा कि मीरू खां हथियारों और आरडीएक्स के वितरण में शामिल रहा है। यह जखीरा कुख्यात आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा को पहुंचाया जाना था। उन्होंने जमानत अर्जी नामंजूर करने का अनुरोध किया। सुनवाई के बाद न्यायाधीश निशा गुप्ता ने मीरू का प्रार्थना पत्र अस्वीकार कर दिया।
बाड़मेर की सदर थाना पुलिस ने 8 सितंबर 2009 को गडरारोड के पास जमीन में छुपा कर रखा हथियारों व विस्फोटक का जखीरा बरामद किया था। इसमें आठ विदेशी पिस्तौल, साढ़े चौदह किलो आरडीएक्स, कारतूस, डेटोनेटर, बैटरी और तार सहित अन्य सामग्री शामिल थी। हथियार व बारूद पंजाब के बब्बर खालसा संगठन के लिए भारत लाए गए थे। हथियारों की सौदेबाजी इंग्लैण्ड में बैठे बब्बर खालसा संगठन के परमजीत उर्फ पम्मा के कहने पर हुई।
कोर्ट के आदेश से हुए हजारो बरोजगार उद्यमियों ने किया बवाल
बाड़मेर.राजस्थान के बाड़मेर के बालोतरा इलाके में कोर्ट के आदेश से हुए हजारो बरोजगार उद्यमियों ने बालोतरा कस्बे बंद के दोहरान जमकर हुड्ग किया इनपर काबू पाने के लिए पुलिस हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा .....हजारो की तादाद में बेरोजगारों ने शहर में जब टायर जलाकर प्रदशन किया तो पुलिस से उलझ गए फिर प्रदशन कारियों ने पुलिस के बेरीगेट उठाकर फेक दिए करीब दो घंटे तक शहर में इन हजारो बेरोजगारों ने जमकर बवाल मचाया हालात को देखते हुए आस पास के थाने के पुलिस बल को शहर में तेनात कर दिया गया है
राजस्थान का सबसे बड़ा कपड़ा उद्योग पिछले एक माह से हाई कौर्ट के आदेशो के बाद बंद पड़ा हैं जिसकी वजह से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से एक लाख से ज्यादा लोग बेरोजगार और प्रभावित हुए हैं दरअसल यहाँ पर से बहने वाली लूणी नदी में फेक्त्रियो का पानी जा रहा था जो इस नदी को प्रदूषित कर रहा था ऐसे में हाइकोर्ट ने यह आदेश देकर सभी फेक्टरियो को आगामी आदेशो तक बंद करने के आदेश दे दिए इसके खिलाफ व्यापारी और मजदूर ने शुक्रवार को बाड़मेर के बालोतरा कस्बे को बंद का ऐलान किया था करीब 10 हजारो बेरोजगार ने सुबह से है कस्बे को बंद कर दिया था दोपहर में प्रद्शंकारियो ने रेलवे फटाक के पास टायर जलाकर प्रदशन कर रहे थे इसी दोहरान बेरोजगार पुलिस के साथ उलझ गए और पुलिस के साथ जमकर धका मुकी की फिर इन प्रद्शंकारियो जब एक ठेले को उल्टा कर रहे थे तो पुलिस ने लाठिचाज कर भीड़ को तीतर बीतर किया फिर प्रद्शंकारियो ने पुलिस के बेरिगेट उठकर फेक दिए और पुलिस पर तयार फेकने शरू कर दिए इस तरह से दो घटने तक प्रद्शंकारियो ने जमकर उत्पात मचाया प्रद्शंकारियो नेता केलाश चोधरी का कहना है कि हम एक लाख से जायदा लोग हाइकोर्ट के आदेश से बरोजगार हो गए है इस लिए हम लोग आज प्रदशन कर रहे थे पुलिस ने हम लाठीचार्ज किया है अगर हमारी मागे मानी नहीं गई तो हम आगे और उग्र आन्दोलन करगे
.प्रशाशन का कहना है कि .इस पुरे मामले में यह मामला पूरा हाइकोर्ट ने यह आदेश दिया है कि फेक्टारियो को बंद कर दिया जाए करीब एक माह से सारी फेक्टरिया बंद है इसको लेकर आज बेरोजगार मजदुर प्रदशन कर रहे थे इन पर काबू पाने के लिए हमने हल्का सा बल प्रयोग किया है
जोधपुर हाइकोर्ट के एक आदेश ने लाखो लोगो बेरोजगार कर दिया है दरसल एक माह पहले ही एक याचिका पर सुनवाई करते हुए .... जोधपुर हाइकोर्ट ने यहाँ पर से बहने वाली लूणी नदी में फेक्त्रियो का पानी जा रहा था जो इस नदी को प्रदूषित कर रहा था ऐसे में हाइकोर्ट ने यह आदेश देकर सभी फेक्टरियो को आगामी आदेशो तक बंद करने के आदेश दे दिए थे अब यहाँ के हजारो लोगो ने प्रदशन और उग्र आन्दोलन की रहा पर चले गए है अगर समय रहते इनकी मागो पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो हालात और बिगड़ सकते है
राजेंद्र राठौड़ की गिरफ्तारी पर राजपूत समाज में रोष
राणी रूपादे संस्थान में प्रताप फाउंडेशन की बैठक
बाड़मेर सीबीआई की ओर से भाजपा विधायक राजेंद्र राठौड़ की गिरफ्तारी के विरोध में गुरुवार को स्थानीय राणी रूपादे संस्थान में श्री प्रताप फाउंडेशन की आपात बैठक आयोजित हुई। इस प्रकरण को लेकर प्रतिनिधि संस्थाओं की रणनीति के अनुसार अगला कदम उठाने का निर्णय लिया। फाउंडेशन के संभाग प्रभारी राजेंद्रसिंह भिंयाड़ ने बताया कि बैठक को संबोधित करते हुए एडवोकेट स्वरूपसिंह राठौड़ ने कहा कि पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ की गिरफ्तारी एक राजनैतिक साजिश है। सरकार प्रदेश में सीबीआई का दुरुपयोग कर प्रदेश की सामाजिक समरसता व जातीय एकता को तोड़ रही है।
भाजपा जिलाध्यक्ष मेजर परबतसिंह ने मामले को गंभीर बताते हुए आंदोलन के लिए तैयार रहने की बात कही। कैप्टन हीरसिंह भाटी ने कहा कि समाज इस प्रकार के कृत्य को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा और इसके विरुद्ध आंदोलन करने वाले संगठन को समाज समर्थन देगा। प्रताप फाउंडेशन, राजपूत करणी सेना, राजपूत सभा जयपुर व अन्य प्रतिनिधि संस्थाओं के निर्णयानुसार आगामी कदम उठाया जाएगा। बैठक में कमलसिंह महेचा, पहाड़सिंह चूली, वीरसिंह भाटी, स्वरूपसिंह खारा, पहाड़सिंह तिबनियार, मानसिंह दुधोड़ा, बालसिंह मारूड़ी, पृथ्वीसिंह आगौर, जितेंद्रसिंह सेतराऊ, नवलसिंह बलाई, भगवानसिंह रोहिली, महेंद्रसिंह सोढ़ा, मगरसिंह खारा समेत कई लोग उपस्थित थे।
भाजपा कल करेगी विरोध प्रदर्शन : राजेंद्र राठौड़ की गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा ने जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। जिला प्रवक्ता स्वरूप आचार्य ने बताया कि सात अप्रैल को सुबह 11.00 बजे जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
आलाकमान पहुंचे गहलोत विरोधी 13 विधायक
जयपुर/ नई दिल्ली। सरकार पीडित कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की मांग को लेकर दिल्ली में दस्तक दी। गहलोत विरोधी माने जाने वाले दर्जन भर से अधिक विधायकों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल से मुलाकात की और सरकार के खिलाफ शिकायतों का मोर्चा खोल दिया।
पटेल से विधायकों ने कहा, राजस्थान सरकार में विधायकों की सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे उनमें व कार्यकर्ताओं में निराशा है। उन्होंने आगाह किया कि नेतृत्व परिवर्तन नहीं किया गया, तो अगले चुनाव में पार्टी कि हालत खराब हो जाएगी। पिछले दिनों विधानसभा स्थित कांग्रेस विधायक कक्ष में काफी हंगामेदार माहौल में हुई विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि मंत्रियों से शिकायत हो तो वे मुख्यमंत्री से मिले और यदि मुख्यमंत्री से शिकायत हो तो सोनिया गांधी से मिलें।
ये विधायक मिलने मिलने पहुंचे थे दिल्ली
बताया जाता है कि पटेल से मिलने वाले विधायकों में कर्नल सोनाराम चौधरी, उदय लाल आंजना, गंगासहाय शर्मा, पाना चंद मेघवाल, सी एल प्रेमी, दौलतराज नायक, जाकीर हुसैन गहसावत, रूपाराम डूडी, लाल शंकर गाटिया, सज्जन कटारा, गणेश सिंह परमार, पुष्कर डांगी और प्रदीप कुमार सिंह हैं। इनमें से कुछ विधायकों से बात करने पर उन्होंने पूरे घटनाक्रम की पुष्टि की।
खराब हो रही सरकार की छवि
सूत्रों के अनुसार पीडित विधायकों ने अहमद से कहा है कि वे उनकी भावनाएं सोनिया गांधी तक पहुंचाएं। विधायकों ने शनिवार देर रात पटेल से मुलाकात की और रविवार को वापस लौटे। सूत्रों का कहना है कि सभी विधायकों ने आलाकमान को साफ किया कि विधायकों की सुनवाई नहीं हो रही और शिकायत करने पहुंचो तो मुख्यमंत्री भी समय नहीं देते।
अफसरशाही हावी है और कार्यकर्ताओं की भी काफी शिकायतें हैं। उन्होंने पार्टी की स्थितियों को लेकर कहा कि विधायक और कार्यकर्ता निराश हैं और सरकार की कार्यप्रणाली से कांग्रेस की छवि भी खराब हो रही है। पटेल से विधायकों ने कहा कि सरकार के कामकाज में सुधार होना चाहिए। वे यही चाहते हैं कि वहां पर पार्टी और मजबूत हो। इसके साथ किसानों की समस्याओ से भी आलाकमान को अवगत कराया। पटेल ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह उनकी बातों को कांग्रेस अध्यक्ष के सामने रखेंगे।
ओबामा से आगे निकले नरेन्द्र मोदी
अहमदाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी फिलहाल "द 2012 टाइम 100 पोल" में दुनिया की सबसे शक्तिशाली व लोकप्रिय राजनेताओं में शुमार किए जाने वाले अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से आगे हो गए हैं। मोदी के गत सप्ताहांत अमरीका की प्रतिषित टाइम मैगजीन के कवर पेज पर जगह बनाने के बाद उन्हें "द 2012 टाइम 100 पोल" में शामिल किया गया है।
टाइम के अनुसार इस पोल का उद्देश्य नेताओं, कलाकारों, नायकों, नित नया करने वालों और लोगों के आदर्श बने रहने वालों में से दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों का चुनाव करना है। अधिकृत वोटिंग छह अप्रेल को समाप्त होगी तथा विजेता को "टाइम 100" के अंक में शामिल किया जाएगा।
टाइम के सम्पादकों द्वारा चुनी गए पूरी टाइम 100 लिस्ट 17 अप्रेल को टाइमडॉटकॉम पर सार्वजनिक की जाएगी। भारतीय समयानुसार रविवार शाम तक मोदी 12557 हां व 3694 नहीं के साथ ओबामा से आगे हो गए थे। ओबामा को इस समय तक 11673 हां व 9763 नहीं मिले थे।
मोदी धु्रवीकृत शख्सियत
61 वर्षीय गुजरात के मुख्यमंत्री का उल्लेख हाल के टाइम इन्टरनेशनल में भारतीय राजनीति की सर्वाधिक ध्रवीकृत शख्सियत के रूप में किया गया था। उनके समर्थक उन्हें कारोबार को प्रोत्साहित करने वाला खासा सक्रिय नेता मानते हैं।
यह लगातार नौकरशाही के लिए आलोचना बनने वाले भारत में असाधरण है। भले ही वे भारत के अगले प्रधानमंत्री की होड़ में हों, लेकिन उनके साथ गुजरात दंगा 2002 की भद्दी विरासत भी जुड़ी हुई है। इन दंगों में हजारों जानें गई थी।
एक वर्ष मे 900 दुधारू गायो की मौत!
खुईयाला। जिले के पश्चिमी ग्रामीण क्षेत्रों में विगत एक वर्ष मे करा रोग से करीब 900 गायें काल का ग्रास बन चुकी है। गत वर्ष से हाबूर, सोनू, सेरावा, पारेवर, तेजपाला, कबीर बस्ती, खुईयाला सहित कई गांवों व ढाणियों में गायो की मौत हो रही है। चिकित्सको के अनुसार अधिक दूध देने वाली व प्रतिवर्ष ब्याहने वाली गायें इस बीमारी का शिकार अधिक हो रही है।
इस रोग मे गायो के पैरों में जकड़न आती है व दो-तीन दिन बाद चलना-फिरना बंद हो जाता है। गायो के मुंह में पानी आना शुरू हो जाता है, जिससे गायें मर जाती है। क्षेत्र में लंबे समय से फैली इस बीमारी को देखकर पशुपालक काफी परेशान है। घरेलू उपयोगी दूध व दही के लिए रखी गायों की अकाल मौत देखकर पशुपालक परेशान है।
संस्थाओं ने किया भ्रमण
क्षेत्र में फैली करा रोग नामक बीमारी की जानकारी प्राप्त करने के लिए दो दिन पूर्व हैल्थ इन सफरिंग जयपुर व आश्रय जयपुर संस्थाओं के अधिकारियों ने हाबूर, सोनू, सेरावा आदि गांवों का भ्रमण कर मृत गायों के नमूने लिए। हैल्थ इन सफरिंग जयपुर के डॉ. प्रदीप सिंघल व पशुपालक विभाग के चिकित्सक डॉ. वासुदेव गर्ग ने इन गांवों का दौरा कर मृत पशुओं के कंकाल को गहरे गड्डो में दबाने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि यह रोग दुधारू पशुओं में अधिक फैलता है।
इन्होंने कहा
इस बीमारी से बचाव ही उपचार है। मृत पशुओं को गहरे गड्डो में गाड़ दिया जाए ताकि बीमारी से मृत पशुओं के कंकाल स्वस्थ्य पशु नहीं खा सके।
-डॉ. अनिल कुमार
पशु चिकित्साधिकारी, पशु पालन विभाग, रामगढ़
छात्राओं से अभद्र व्यवहार पर दो शिक्षक निलंबित
राउप्रावि सगरोमोणी गोदारों की ढाणी व निम्बे की ढाणी स्कूल का मामला बीईईओ ने जांच में पाया दोषी
बाड़मेर शिक्षा विभाग ने स्कूली छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोप में दो शिक्षकों को निलंबित कर दिया। बीईईओ की जांच रिपोर्ट में शिक्षकों के दोषी पाए जाने पर जिला शिक्षाधिकारी ने निलंबन की कार्रवाई की।
जिला शिक्षाधिकारी पृथ्वीराज दवे ने बताया कि राउप्रावि निम्बे की ढाणी ग्राम पंचायत सोहडा के शिक्षक रामदेवसिंह व राउप्रावि सगरोमोणी गोदारों की ढाणी ग्राम पंचायत बायतु चिमनजी में कार्यरत प्रबोधक जसाराम को निलंबित कर दिया गया है। इन शिक्षकों के खिलाफ स्कूली छात्राओं से अभद्र व्यवहार की शिकायतें मिलने पर बीईईओ बायतु को जांच के आदेश दिए गए थे। जांच में दोनों शिक्षक दोषी पाए गए। जांच रिपोर्ट के आधार पर शिक्षकों को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया।
शिक्षक रामदेवसिंह का मुख्यालय बीईईओ कार्यालय चौहटन व प्रबोधक जसाराम का मुख्यालय बीईईओ कार्यालय सिवाना किया गया है।
बालोतरा। पुरानी अनबन को लेकर शहर मे बीती रात एक युवक का अपहरण कर मारपीट का मामला प्रकाश में आया है।पुलिस ने चोटिल युवक को उपचार के लिए राजकीय नाहटा चिकित्सालय में भर्ती करवाया। इस संबंध में दोनों पक्षों की ओर से क्रॉस मामले बालोतरा थाने में दर्ज हुए हैं। शनिवार देर रात सांखलों का बेरा जसोल निवासी जगदीश के पुत्र रमेश को कुछ युवकों ने एक राय होकर उसके घर से अगवा किया।बाद में मनणावास इलाके में बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट की गई।
बंधक हालत में पीडित रमेश ने मोबाइल पर परिजनों को अपने साथ घटित घटना की जानकारी दी। इसकी भनक लगने पर माली समाज के दर्जनों युवा एकत्रित हो गए। पुलिस को इस बात की सूचना दी गई।
पीडित युवक को पुलिस ने उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया।माली समाज के लोगों का आरोप था कि पुलिस ने काफी टालमटोल के बाद उनका सहयोग किया। इस बात की शिकायत जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक से भी की गई। पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल, थानाधिकारी मनोज शर्मा ने भी मौके पर पहुंचे तथा घटना के बारे में जानकारी लेकर भर्ती युवक के हालचाल जाने। राधेश्याम माली,माली युवा संगठन के अध्यक्ष ओमप्रकाश गहलोत,विक्रम एम पंवार, सुरेन्द्र गहलोत, दिलीप चौहान, सहित लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।बाद में पचपदरा विधायक मदन प्रजापत से मुलाकात कर उन्हें वारदात से अवगत करवाया।
परस्पर मामले दर्ज
इस संबंध में जगदीश पुत्र केसाराम निवासी जसोल ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि ओमसिंह पुत्र शंकरसिंह निवासी मांजीवाला वगैरह चार जनों ने एकराय होकर उसके रहवासीय घर में अनाधिकृत प्रवेश किया। उसके पुत्र रमेश को अगवा कर ले गए। इसके क्रॉस में पुखराज पुत्र शिवजी निवासी मनणावास ने मामला दर्ज करवाकर बताया कि रमेश पुत्र जगदीश निवासी जसोल ने देर रात उसके घर में अनाधिकृत प्रवेश कर उसकी भाभी के साथ छेड़छाड़ कर लज्जा भंग की।
तफ्तीश चल रही है
दोनों पक्षों ने क्रॉस मामले दर्ज करवाए है। तफ्तीश की जा रही है।
मनोज शर्मा
थानाधिकारी बालोतरा
म्हारौ प्यारो नंदलाल किशोरी राधे....
बाड़मेर। म्हारौ प्यारो नंदलाल किशोरी राधे राधे.. की संगीतमय मधुर प्रस्तुति के साथ राधाकृष्ण महाराज ने वृंदावनधाम में सैकड़ों श्रोताओं को भक्तिभाव से विभोर करते हुए रविवार को नैनी बाई रो मायरो कथा का वाचन प्रारंभ किया। भजनों पर भक्त करताल से उनका साथ देते नजर आए, प्रसंगों को भावप्रिय होकर सुना, मर्म की बात पर गंभीरता और विनोद पर मुस्कराने के साथ पहले दिन की कथा आगे बढ़ी।
राधाकृष्ण महाराज ने गोसेवा के प्रयोजनार्थ आयोजित इस कथा को परमपुण्य बताते हुए इसे रामनवमी के पर्व से जोड़ा। उन्होंने कहा कि विष्णु भगवान जब राम अवतार के लिए धरती पर आने लगे तो लक्ष्मी ने कहा कि वैकुण्ठ के मालिक को धरती पर जाने की क्या जरूरत? भगवान ने कहा कि गैया और मैया वैकुण्ठ में नहीं है। मुझे कुछ दिनों के लिए गाय और मां की सेवा करनी है। राम, कृष्ण ,रामदेव और सारे अवतार भगावान की इसी परम इच्छा से हुए है।
मायरा बड़ी गहरी परंपरा
आधुनिक युग में दिखावे के रूप में प्रकट हो रहे मायरे पर व्यंग्य करते हुए महाराज ने कहा कि यह तो बायरा हो गया है। मायरा बहुत गहरी परंपरा है। जिस बेटी के पास अपनी पुत्री के विवाह का सामथ्र्य नहीं होता था,उसका पिता बेटी की परिस्थिति को समझते हुए अपने दामाद, बेटी और समधि की मदद के लिए गोपनीय तरीके से मदद करता था, जिसे मायरा कहा जाता था। यह रिश्ते और संबंध निभाने की बहुत गहर परंपरा थी।
पहले दिन पांडाल भरा
कथा के पहले दिन पांडाल भर गया। महिलाओं की संख्या ज्यादा रही। कथा का सीधा प्रसारण भी किय जा रहा है।
नरसी मेहता की बताई महत्ता
कथा के पहले दिन नरसी मेहता के जन्म, उनके जन्म के समय बहरे गूंगे होने और बाद में संतकृपा से आवाज लौटने, महादेव से कृष्णभक्ति का वरदान मांगने सहित कई प्रसंगों को छुआ।
प्रभातफेरी निकाली
गोपाल गोवर्घन गोशाला पथमेड़ा सुबह 5 बजे शहर में गिरधारीलाल चंडक के नेतृत्व में प्रभात फेरी निकाली गई।राधे महिला मण्डल, गोपी महिला मण्डल, जानकी महिला मण्डल सहित कई गोभक्त शामिल थे। सुबह निराश्रित गोवंश को लापसी खिलाई गई।
अभिनंदन और बहुमान : कथा प्रारंभ से पूर्व स्वागत समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश मूथा ने ठाकुरजी की तस्वीर पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्र्रम की शुरूआत की। कथावाचक राधाकृष्ण महाराज का महंत खुशालगिरी, यजमान नरेन्द्र सिंघल ने बहुमान किया।
अयोजन समिति के संयोजक महामण्डलेश्वर स्वामी रामकिशोराचार्य ने कथा के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। आलोक सिंहल ने स्वागत भाषण दिया। इस अवसर पर दिलीप तिवारी, आनंद पुरोहित, खेमाराम आर्य, दिलीप लोहिया द्वारा माल्यार्पण किया गया। पथमेड़ा गोशाला के महासचिव श्रवणसिंह राव व विधायक मेवाराम जैन का व्यासपीठ द्वारा सम्मान किया गया।
इटावा।। यूपी के इटावा जिला स्थित प्राचीन ब्रह्माणी मंदिर में झंडा चढ़ाने को लेकर हुए विवाद के बाद श्रद्धालुओं और पुलिस के बीच हुई फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई। फायरिंग में एक थानाध्यक्ष सहित करीब 30 लोग जख्मी हो गए।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बलरई क्षेत्र के बीहड़ वाले इलाके में शाम को ब्रह्माणी मंदिर में झंडा चढ़ाने को लेकर श्रद्धालुओं के बीच हुए विवाद ने बड़ा रूप ले लिया। इस बीच किसी श्रद्धालु ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। कुछ गोलियां वहां मौजूद पुलिस और पीएसी के जवानों की तरफ भी दागी गईं।
उन्होंने बताया कि मंदिर के पास तैनात पुलिस और पीएसी के जवानों ने भी स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए गोलियां चलाईं। गोलीबारी में तीन अज्ञात श्रद्धालुओं की मौत हो गई और बलरई के थानाध्यक्ष जय श्याम सहित करीब 30 पुलिसकर्मी और श्रद्धालु घायल हो गए। सीनियर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।
दिल्ली (ब्यूरो)। सुहागरात में पति ने पत्नी से पूछा तुमने बायोडाटा में जिस नौकरी का जिक्र किया है, उसकी सैलरी स्लिप कहां हैं। साथ ही पढ़ाई की डिग्री का प्रमाण पत्र मांगा। महिला सैलरी स्लिप नहीं दिखा पाई तो पति ने सेक्स करने से मना कर दिया। उसने कहा, सैलरी स्लिप दिखाओ तभी मैं सेक्स करूंगा।
न्यायमूर्ति कैलाश गंभीर ने फैसले में कहा कि विवाह एक महत्वपूर्ण घटना है। यह जीवन में खुशी व दुख की नींव और दो आत्माओं का मिलन है। विवाह पत्नी के नए जीवन की इच्छा के सपने पूरे करने का आधार है, लेकिन पति द्वारा पहली रात ही शारीरिक संबंध बनाने के लिए उसकी शैक्षिक योग्यता और रोजगार संबंधी प्रमाणपत्र मांगने से पत्नी के सारे सपने बिखर गए।
यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पति ने ऐसी शर्त रख दी। इससे साफ है कि पति ने पत्नी से दूरी बनाए रखी और उसका रवैया वैवाहिक संबंध बनाने की अपेक्षा आय की तरफ था। यह आचरण नृशंसता और क्रूरता की श्रेणी में आता है। ऐसे में पत्नी को तलाक लेने का अधिकार है।
अदालत ने निचली अदालत द्वारा पत्नी को तलाक देने संबंधी फैसले को उचित ठहराते हुए पति के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया। अदालत ने पति के उस आवेदन को भी खारिज कर दिया जिसमें पत्नी को उसके साथ रहने का निर्देश देने का आग्रह किया गया था।
दरअसल, पति ने नौकरी करने वाली पत्नी के लिए अखबार में विज्ञापन दिया था। दोनों का 28 मई, 2001 को विवाह हो गया। पत्नी ने आरोप लगाया कि पहली ही रात को पति ने शैक्षिक योग्यता व रोजगार संबंधी प्रमाणपत्र देने को कहते हुए तर्क रखा कि जब तक प्रमाणपत्र नहीं मिलेंगे वह शारीरिक संबंध नहीं बनाएगा। इतना ही नहीं उसे दहेज के लिए भी प्रताड़ित किया गया।
अंत में उसने मानसिक प्रताड़ना के आधार पर तलाक के लिए आवेदन किया और निचली अदालत ने 5 मार्च, 2003 को तलाक मंजूर कर लिया। पति ने हाईकोर्ट में आवेदन दायर कर फैसले को चुनौती दी। साथ ही माना कि उसने संबंध बनाने के लिए शर्त रखी थी क्योंकि पत्नी ने बायोडाटा में गलत तथ्य दे रखे थे।