आलाकमान पहुंचे गहलोत विरोधी 13 विधायक
जयपुर/ नई दिल्ली। सरकार पीडित कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की मांग को लेकर दिल्ली में दस्तक दी। गहलोत विरोधी माने जाने वाले दर्जन भर से अधिक विधायकों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल से मुलाकात की और सरकार के खिलाफ शिकायतों का मोर्चा खोल दिया।
पटेल से विधायकों ने कहा, राजस्थान सरकार में विधायकों की सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे उनमें व कार्यकर्ताओं में निराशा है। उन्होंने आगाह किया कि नेतृत्व परिवर्तन नहीं किया गया, तो अगले चुनाव में पार्टी कि हालत खराब हो जाएगी। पिछले दिनों विधानसभा स्थित कांग्रेस विधायक कक्ष में काफी हंगामेदार माहौल में हुई विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि मंत्रियों से शिकायत हो तो वे मुख्यमंत्री से मिले और यदि मुख्यमंत्री से शिकायत हो तो सोनिया गांधी से मिलें।
ये विधायक मिलने मिलने पहुंचे थे दिल्ली
बताया जाता है कि पटेल से मिलने वाले विधायकों में कर्नल सोनाराम चौधरी, उदय लाल आंजना, गंगासहाय शर्मा, पाना चंद मेघवाल, सी एल प्रेमी, दौलतराज नायक, जाकीर हुसैन गहसावत, रूपाराम डूडी, लाल शंकर गाटिया, सज्जन कटारा, गणेश सिंह परमार, पुष्कर डांगी और प्रदीप कुमार सिंह हैं। इनमें से कुछ विधायकों से बात करने पर उन्होंने पूरे घटनाक्रम की पुष्टि की।
खराब हो रही सरकार की छवि
सूत्रों के अनुसार पीडित विधायकों ने अहमद से कहा है कि वे उनकी भावनाएं सोनिया गांधी तक पहुंचाएं। विधायकों ने शनिवार देर रात पटेल से मुलाकात की और रविवार को वापस लौटे। सूत्रों का कहना है कि सभी विधायकों ने आलाकमान को साफ किया कि विधायकों की सुनवाई नहीं हो रही और शिकायत करने पहुंचो तो मुख्यमंत्री भी समय नहीं देते।
अफसरशाही हावी है और कार्यकर्ताओं की भी काफी शिकायतें हैं। उन्होंने पार्टी की स्थितियों को लेकर कहा कि विधायक और कार्यकर्ता निराश हैं और सरकार की कार्यप्रणाली से कांग्रेस की छवि भी खराब हो रही है। पटेल से विधायकों ने कहा कि सरकार के कामकाज में सुधार होना चाहिए। वे यही चाहते हैं कि वहां पर पार्टी और मजबूत हो। इसके साथ किसानों की समस्याओ से भी आलाकमान को अवगत कराया। पटेल ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह उनकी बातों को कांग्रेस अध्यक्ष के सामने रखेंगे।
जयपुर/ नई दिल्ली। सरकार पीडित कांग्रेस विधायकों ने प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की मांग को लेकर दिल्ली में दस्तक दी। गहलोत विरोधी माने जाने वाले दर्जन भर से अधिक विधायकों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल से मुलाकात की और सरकार के खिलाफ शिकायतों का मोर्चा खोल दिया।
पटेल से विधायकों ने कहा, राजस्थान सरकार में विधायकों की सुनवाई नहीं हो रही है, जिससे उनमें व कार्यकर्ताओं में निराशा है। उन्होंने आगाह किया कि नेतृत्व परिवर्तन नहीं किया गया, तो अगले चुनाव में पार्टी कि हालत खराब हो जाएगी। पिछले दिनों विधानसभा स्थित कांग्रेस विधायक कक्ष में काफी हंगामेदार माहौल में हुई विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा था कि मंत्रियों से शिकायत हो तो वे मुख्यमंत्री से मिले और यदि मुख्यमंत्री से शिकायत हो तो सोनिया गांधी से मिलें।
ये विधायक मिलने मिलने पहुंचे थे दिल्ली
बताया जाता है कि पटेल से मिलने वाले विधायकों में कर्नल सोनाराम चौधरी, उदय लाल आंजना, गंगासहाय शर्मा, पाना चंद मेघवाल, सी एल प्रेमी, दौलतराज नायक, जाकीर हुसैन गहसावत, रूपाराम डूडी, लाल शंकर गाटिया, सज्जन कटारा, गणेश सिंह परमार, पुष्कर डांगी और प्रदीप कुमार सिंह हैं। इनमें से कुछ विधायकों से बात करने पर उन्होंने पूरे घटनाक्रम की पुष्टि की।
खराब हो रही सरकार की छवि
सूत्रों के अनुसार पीडित विधायकों ने अहमद से कहा है कि वे उनकी भावनाएं सोनिया गांधी तक पहुंचाएं। विधायकों ने शनिवार देर रात पटेल से मुलाकात की और रविवार को वापस लौटे। सूत्रों का कहना है कि सभी विधायकों ने आलाकमान को साफ किया कि विधायकों की सुनवाई नहीं हो रही और शिकायत करने पहुंचो तो मुख्यमंत्री भी समय नहीं देते।
अफसरशाही हावी है और कार्यकर्ताओं की भी काफी शिकायतें हैं। उन्होंने पार्टी की स्थितियों को लेकर कहा कि विधायक और कार्यकर्ता निराश हैं और सरकार की कार्यप्रणाली से कांग्रेस की छवि भी खराब हो रही है। पटेल से विधायकों ने कहा कि सरकार के कामकाज में सुधार होना चाहिए। वे यही चाहते हैं कि वहां पर पार्टी और मजबूत हो। इसके साथ किसानों की समस्याओ से भी आलाकमान को अवगत कराया। पटेल ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वह उनकी बातों को कांग्रेस अध्यक्ष के सामने रखेंगे।
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