बारमेर तम्बाकू नियंत्रण पर जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएमएचओ ने कहा-
तंबाकू उपभोग रोकने के लिए हमें करने होंगे मिलकर प्रयास
तंबाकू नियंत्रण एवं आमजन में जागरूकता लाने के लिए पुलिस विभाग, पंचायतीराज विभाग शिक्षा विभाग, स्थानीय संस्थाओं की एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेश चैधरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ, जिसमें डाॅ. चैधरी ने तंबाकू उपभोग को रोकने के लिए मिलकर प्रयासों की आवश्कता बताई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएमएचओ डाॅ. चैधरी ने कहा कि प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से तंबाकू का सेवन मनुष्य के लिए जानलेवा साबित हो सकता है, जिसकी जानकारी यहां मौजूद विभागों को आमजन तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग साथ आगे आना होगा। उन्होने कहा कि पुलिस विभाग, पंचायतीराज विभाग, शिक्षा विभाग व स्थानीय संस्थाओं का तंबाकू नियंत्रण की गतिविधियों को आमजन तक पहुंचाना तंबाकू सेवन से बढ़ती मौतों में एक सार्थक कदम सिद्ध होगा। उन्होने सभी विभागों से स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित गतिविधियों में सहयोग का आह्वान किया । उन्होनें उपस्थित सभी विभागों को तंबाकू सेवन के उपभोग के रोकथाम की कार्यप्रणाली का प्रशिक्षण प्रदान किया।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. पीसी दीपन ने प्रोजेक्टर के माध्यम से राजस्थान में तंबाकू सेवन से होने वाली मौतों की जानकारी देते हुए बताया कि आज सर्वे के अनुसार 50 हजार मौत प्रतिवर्ष धूम्रपान के दुष्प्रभाव व तंबाकू सेवन से होती ह,ै जिनमें 10 प्रतिशत मौत का कारण अप्रत्यक्ष धूम्रपान होता है। उन्होंने तंबाकू सेवन से ह्रदय घात, लकवा, फेंफडों के कैसर व मुख कैंसर होने का खतरा 25 प्रतिशत बढ़ने की संभावना बताई। उन्होंने कोटपा एक्ट की धारा 4, 5, 6 अ ,ब तथा 7 के दौरान अपनायी जाने वाली प्रक्रिया से अवगत कराया । उन्होंने शिक्षा विभाग से तंबाकू सेवन को प्रथम स्तर पर रोकने के सफल प्रयास की आशा जताते हुए विद्यालयांे मंे तंबाकू सेवन पर पूर्णतः प्रतिबंध की अपेक्षा की।
इस दौरान पुलिस उपाधिक्षक विजयसिंह, जिला शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, प्रारम्भिक डीईओ कन्हैया लाल, एसएचओ कोतवाली हरीश राठौड़, एडीईओ, राजेश्वरी चैधरी सहित प्रधान, विद्यालयों के प्रधानाचार्य, संस्थाओं के प्रतिनिधी सहित पंचायतीराज विभाग-शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी प्रशिक्षणार्थी रहे।
सिलिकोसिस जांच शिविर में न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड ने की 140 श्रमिकों की जांच
जिला अस्पताल में सिलिकाॅसिस जांच शिविर में न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड द्वारा 140 श्रमिकों की जाचं की गई तथा सिलिकाॅसिस पीडितों को प्रमाण पत्र बनाये गये।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेष चैधरी ने बताया कि आज जिला अस्पताल में
न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड द्वारा 140 श्रमिकों की जांच की गई । इन श्रमिकों में खान श्रमिक व संनिर्माण
श्रमिक षामिल है । न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड में डाॅ. गोरधन चैधरी टीबी चेस्ट, डाॅ. दिनेष परमार
फीषियन व डाॅ. संजय मित्तल रेडियोलाॅजिस्ट षामिल रहे।
तंबाकू उपभोग रोकने के लिए हमें करने होंगे मिलकर प्रयास
तंबाकू नियंत्रण एवं आमजन में जागरूकता लाने के लिए पुलिस विभाग, पंचायतीराज विभाग शिक्षा विभाग, स्थानीय संस्थाओं की एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेश चैधरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ, जिसमें डाॅ. चैधरी ने तंबाकू उपभोग को रोकने के लिए मिलकर प्रयासों की आवश्कता बताई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएमएचओ डाॅ. चैधरी ने कहा कि प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से तंबाकू का सेवन मनुष्य के लिए जानलेवा साबित हो सकता है, जिसकी जानकारी यहां मौजूद विभागों को आमजन तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग साथ आगे आना होगा। उन्होने कहा कि पुलिस विभाग, पंचायतीराज विभाग, शिक्षा विभाग व स्थानीय संस्थाओं का तंबाकू नियंत्रण की गतिविधियों को आमजन तक पहुंचाना तंबाकू सेवन से बढ़ती मौतों में एक सार्थक कदम सिद्ध होगा। उन्होने सभी विभागों से स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित गतिविधियों में सहयोग का आह्वान किया । उन्होनें उपस्थित सभी विभागों को तंबाकू सेवन के उपभोग के रोकथाम की कार्यप्रणाली का प्रशिक्षण प्रदान किया।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. पीसी दीपन ने प्रोजेक्टर के माध्यम से राजस्थान में तंबाकू सेवन से होने वाली मौतों की जानकारी देते हुए बताया कि आज सर्वे के अनुसार 50 हजार मौत प्रतिवर्ष धूम्रपान के दुष्प्रभाव व तंबाकू सेवन से होती ह,ै जिनमें 10 प्रतिशत मौत का कारण अप्रत्यक्ष धूम्रपान होता है। उन्होंने तंबाकू सेवन से ह्रदय घात, लकवा, फेंफडों के कैसर व मुख कैंसर होने का खतरा 25 प्रतिशत बढ़ने की संभावना बताई। उन्होंने कोटपा एक्ट की धारा 4, 5, 6 अ ,ब तथा 7 के दौरान अपनायी जाने वाली प्रक्रिया से अवगत कराया । उन्होंने शिक्षा विभाग से तंबाकू सेवन को प्रथम स्तर पर रोकने के सफल प्रयास की आशा जताते हुए विद्यालयांे मंे तंबाकू सेवन पर पूर्णतः प्रतिबंध की अपेक्षा की।
इस दौरान पुलिस उपाधिक्षक विजयसिंह, जिला शिक्षा अधिकारी ओमप्रकाश शर्मा, प्रारम्भिक डीईओ कन्हैया लाल, एसएचओ कोतवाली हरीश राठौड़, एडीईओ, राजेश्वरी चैधरी सहित प्रधान, विद्यालयों के प्रधानाचार्य, संस्थाओं के प्रतिनिधी सहित पंचायतीराज विभाग-शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी प्रशिक्षणार्थी रहे।
सिलिकोसिस जांच शिविर में न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड ने की 140 श्रमिकों की जांच
जिला अस्पताल में सिलिकाॅसिस जांच शिविर में न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड द्वारा 140 श्रमिकों की जाचं की गई तथा सिलिकाॅसिस पीडितों को प्रमाण पत्र बनाये गये।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेष चैधरी ने बताया कि आज जिला अस्पताल में
न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड द्वारा 140 श्रमिकों की जांच की गई । इन श्रमिकों में खान श्रमिक व संनिर्माण
श्रमिक षामिल है । न्यूमोकोनोओसिस बोर्ड में डाॅ. गोरधन चैधरी टीबी चेस्ट, डाॅ. दिनेष परमार
फीषियन व डाॅ. संजय मित्तल रेडियोलाॅजिस्ट षामिल रहे।