*🅱पुलिस जाब्ते के अलावा चुनावों में तैनात होगी सशस्त्र बलों की 650 कंपनियां तैनात*
*🅱जयपुर:* प्रदेश में शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान कराने के लिए भारी सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। पुलिस के 80 हजार जाब्ते के अलावा सशस्त्र बलों की 650 कंपनियां तैनात की जाएगी। इलेक्शन कमीशन आॅफ इंडिया के निर्देश पर गृहमंत्रालय ने इन कंपनियों की तैनातगी के आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें अर्द्ध सैनिक बलों की 475 कंपनियां तथा 20 राज्यों से सशस्त्र बलों की 175 कंपनियां बुलाई गई है।
राजस्थान में 7 दिसम्बर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट पड़ेंगे, वहीं 11 दिसम्बर को मतगणना होगी। प्रदेश में चुनाव शांतिपूर्ण हो इसके लिए पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त किए जा रहे हैं। चुनाव आयोग खुद विधानसभा चुनावों पर सुरक्षाबंदोस्त पर निगरानी रख रहा है। इधर गृहमंत्रालय ने पहले विधानसभा चुनावों के लिए केंद्रीय पैरा मिलिट्री फोर्स की 30 तथा राज्य शस्त्र बलों की 20 कंपनियों मंजूरी दी थी।
इसके बाद राजस्थान पुलिस व चुनाव विभाग के आग्रह पर चुनाव आयोग ने समीक्षा के दौरान सशस्त्र बलों की 600 अतिरिक्त कंपनियों की जरूरत बताई। इसके बाद आयोग ने गृहमंत्रालय को इन कंपनियों की व्यवस्था करने के लिए लिखा। इसके बाद मंत्रालय से इन कंपनियों की तैनातगी की मंजूरी मिली।ऐसे में अब राज्य में चुनावों के दौरान सशस्त्र बलों की 650 कपंनियां तैनात रहेंगी।
पैरा मिलिट्री फोर्स और राज्य सशस्त्र बलों की ज्यादातर कंपनियां एक दिसंबर को आकर मोर्चा संभाल लेंगी। इनमें कुछ कंपनियां मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव कराकर आएंगी, वहीं करीब दस कंपनियां सीधे ही राजस्थान आएंगी। इनमें 675 कंपनियां 7 दिसंबर को मतदान के बाद रवाना हो जाएंगी। वहीं पैरा मिलिट्री फोर्स की 25 कपंनियां सात दिसम्बर को मतदान के बाद 11 दिसम्बर को मतगणना पूरी होने के बाद रवाना होंगी। इनको ईवीएम की सुरक्षा के लिए भी तैनात किया जाएगा।
गृहमंत्रालय ने पैरा मिलिट्री फोर्स और राज्य सशस्त्र बलों की 650 कंपनियों के नियोजन के लिए बीएसएफ आईजी अनिल पालीवाल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इनकी तैनातगी को लेकर राज्य पुलिस या चुनाव आयोग इनसे समन्वय स्थापित करेगें। वहीं पैरा मिलिट्री फोर्स और राज्य सशस्त्र बलों के मुखियों से भी समन्वय किया जा सकेगा।
*🅱इन 50 कंपनियां पहले हो चुकी मंजूर :*
सीआरपीएफ — 10 कंपनी
सीआईएसएफ — 10 कंपनी
एसएसबी — 5 कंपनी
आरपीएफ — 5 कंपनी
राज्य सशस्त्र बल की 20 कंपनी
*🅱पैरामिलिट्री फोर्स — कहां से कितनी कंपनियां :*
पैरामिलिट्री फोर्स की 475 कंपनियां
सीआरपीएफ — 134 कंपनी
बीएसएफ — 110 कंपनी
सीआईएसएफ — 103 कंपनी
आईटीबीपी — 42 कपंनी
एसएसबी — 41 कंपनी
आरपीएफ— 45 कंपनी
*🅱स्टेट आर्म्ड फोर्स की 125 कंपनी किस राज्य से कितनी :*
बिहार — 15
अरुणाचल प्रदेश — 3
छत्तीसगढ़ — 10
चंडीगढ़ — 3
गोवा — 2
गुजरात — 3
हरियाणा — 5
हिमाचल प्रदेश — 3
झारखंड — 15
मध्यप्रदेश — 10
मणिपुर — 5
मेघालय — 3
नागालैंड — 8
ओडिशा — 5
पंजाब — 10
सिक्किम — 5
तमिलनाडू — 5
त्रिपुरा — 8
उत्तरप्रदेश — 4
उत्तराखंड — 3
*🅱इन 25 कंपनियों का जिम्मा मतगणना तक :*
सीआरपीएफ — 5 कंपनी
बीएसएफ — 5 कंपनी
सीआईएसएफ — 5 कंपनी
आईटीबीपी —5 कपंनी
एसएसबी —5 कंपनी
ईवीएम सुरक्षा, काउंटिंग ड्यूटी व अन्य कार्य में तैनात रहेंगी
*🅱625 कंपनियां मतदान कराकर रवाना होंगी :*
सीआरपीएफ — 139 कंपनी
बीएसएफ — 105 कंपनी
सीआईएसएफ — 108 कंपनी
आईटीबीपी — 42 कपंनी
एसएसबी — 41 कंपनी
आरपीएस — 45 कंपनी
*🅱जयपुर:* प्रदेश में शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान कराने के लिए भारी सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। पुलिस के 80 हजार जाब्ते के अलावा सशस्त्र बलों की 650 कंपनियां तैनात की जाएगी। इलेक्शन कमीशन आॅफ इंडिया के निर्देश पर गृहमंत्रालय ने इन कंपनियों की तैनातगी के आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें अर्द्ध सैनिक बलों की 475 कंपनियां तथा 20 राज्यों से सशस्त्र बलों की 175 कंपनियां बुलाई गई है।
राजस्थान में 7 दिसम्बर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट पड़ेंगे, वहीं 11 दिसम्बर को मतगणना होगी। प्रदेश में चुनाव शांतिपूर्ण हो इसके लिए पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त किए जा रहे हैं। चुनाव आयोग खुद विधानसभा चुनावों पर सुरक्षाबंदोस्त पर निगरानी रख रहा है। इधर गृहमंत्रालय ने पहले विधानसभा चुनावों के लिए केंद्रीय पैरा मिलिट्री फोर्स की 30 तथा राज्य शस्त्र बलों की 20 कंपनियों मंजूरी दी थी।
इसके बाद राजस्थान पुलिस व चुनाव विभाग के आग्रह पर चुनाव आयोग ने समीक्षा के दौरान सशस्त्र बलों की 600 अतिरिक्त कंपनियों की जरूरत बताई। इसके बाद आयोग ने गृहमंत्रालय को इन कंपनियों की व्यवस्था करने के लिए लिखा। इसके बाद मंत्रालय से इन कंपनियों की तैनातगी की मंजूरी मिली।ऐसे में अब राज्य में चुनावों के दौरान सशस्त्र बलों की 650 कपंनियां तैनात रहेंगी।
पैरा मिलिट्री फोर्स और राज्य सशस्त्र बलों की ज्यादातर कंपनियां एक दिसंबर को आकर मोर्चा संभाल लेंगी। इनमें कुछ कंपनियां मध्यप्रदेश व अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव कराकर आएंगी, वहीं करीब दस कंपनियां सीधे ही राजस्थान आएंगी। इनमें 675 कंपनियां 7 दिसंबर को मतदान के बाद रवाना हो जाएंगी। वहीं पैरा मिलिट्री फोर्स की 25 कपंनियां सात दिसम्बर को मतदान के बाद 11 दिसम्बर को मतगणना पूरी होने के बाद रवाना होंगी। इनको ईवीएम की सुरक्षा के लिए भी तैनात किया जाएगा।
गृहमंत्रालय ने पैरा मिलिट्री फोर्स और राज्य सशस्त्र बलों की 650 कंपनियों के नियोजन के लिए बीएसएफ आईजी अनिल पालीवाल को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इनकी तैनातगी को लेकर राज्य पुलिस या चुनाव आयोग इनसे समन्वय स्थापित करेगें। वहीं पैरा मिलिट्री फोर्स और राज्य सशस्त्र बलों के मुखियों से भी समन्वय किया जा सकेगा।
*🅱इन 50 कंपनियां पहले हो चुकी मंजूर :*
सीआरपीएफ — 10 कंपनी
सीआईएसएफ — 10 कंपनी
एसएसबी — 5 कंपनी
आरपीएफ — 5 कंपनी
राज्य सशस्त्र बल की 20 कंपनी
*🅱पैरामिलिट्री फोर्स — कहां से कितनी कंपनियां :*
पैरामिलिट्री फोर्स की 475 कंपनियां
सीआरपीएफ — 134 कंपनी
बीएसएफ — 110 कंपनी
सीआईएसएफ — 103 कंपनी
आईटीबीपी — 42 कपंनी
एसएसबी — 41 कंपनी
आरपीएफ— 45 कंपनी
*🅱स्टेट आर्म्ड फोर्स की 125 कंपनी किस राज्य से कितनी :*
बिहार — 15
अरुणाचल प्रदेश — 3
छत्तीसगढ़ — 10
चंडीगढ़ — 3
गोवा — 2
गुजरात — 3
हरियाणा — 5
हिमाचल प्रदेश — 3
झारखंड — 15
मध्यप्रदेश — 10
मणिपुर — 5
मेघालय — 3
नागालैंड — 8
ओडिशा — 5
पंजाब — 10
सिक्किम — 5
तमिलनाडू — 5
त्रिपुरा — 8
उत्तरप्रदेश — 4
उत्तराखंड — 3
*🅱इन 25 कंपनियों का जिम्मा मतगणना तक :*
सीआरपीएफ — 5 कंपनी
बीएसएफ — 5 कंपनी
सीआईएसएफ — 5 कंपनी
आईटीबीपी —5 कपंनी
एसएसबी —5 कंपनी
ईवीएम सुरक्षा, काउंटिंग ड्यूटी व अन्य कार्य में तैनात रहेंगी
*🅱625 कंपनियां मतदान कराकर रवाना होंगी :*
सीआरपीएफ — 139 कंपनी
बीएसएफ — 105 कंपनी
सीआईएसएफ — 108 कंपनी
आईटीबीपी — 42 कपंनी
एसएसबी — 41 कंपनी
आरपीएस — 45 कंपनी