रविवार, 7 अक्टूबर 2018

देखे वीडियो। *जयपुर में हुआ दिवंगत पुलिस इंस्पेक्टर मुकेश कानूनगो का अंतिम संस्कार* *

देखे वीडियो। *जयपुर में हुआ दिवंगत पुलिस इंस्पेक्टर मुकेश कानूनगो का अंतिम संस्कार*
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सरकार से घोषणा....

- मृतक के एक परिजन को अनुकम्पा नियुक्ति
- वेस्ट जिला sp अशोक कुमार गुप्ता जी ने जिले से 5 लाख की घोषणा
- सरकार ने की अब तक के पैकेज से ज्यादा देने की घोषणा
- मरणोपरांत बहादुरी पदक देने की शिफारिश

बाड़मेर जिले की राजस्व सीमाओं में निषेधाज्ञा लागू

बाड़मेर जिले की राजस्व सीमाओं में निषेधाज्ञा लागू

बाड़मेर, 07 अक्टूबर। जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने एक आदेश जारी कर बाड़मेर जिले की राजस्व सीमाओं में शांतिपूर्वक, स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं सुव्यवस्थित ढंग से चुनाव सम्पन्न कराने के लिए निषेधाज्ञा लागू की है, ताकि जिले के सभी क्षेत्रों एवं सभी वर्गों के मतदाता बिना किसी भय के अपने संवैधानिक मतधिकार का उपयोग कर सकें। यह आदेश तत्काल लागू होकर आगामी आदेश तक प्रभावी रहेगा। उक्त निषेधाज्ञा की अवहेलना या उल्लंघन भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के तहत दण्डनीय है।

जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि जिले की राजस्व सीमाओं के भीतर सम्पूर्ण क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का विस्फोटक पदार्थ, रासायनिक पदार्थ, आग्नेय अस्त्र-शस्त्र, जैसे- रिवाल्वर, पिस्टल, बंदूक, एम.एल गन, बी.एल. गन, आदि एवं अन्य हथियार जैसे गण्डासा, फर्सी, तलवार, भाला, कृपाण, चाकू, छुरी, बर्छी, गुप्ती, कटार, धारिया, बाघनखा जो किसी धातु के शस्त्र के रूप में बना हो आदि तथा विधि द्वारा प्रतिबन्धित हथियार और मोटे घातक हथियार-लाठी आदि सार्वजनिक स्थानों पर धारण कर न तो घूमेगा, और न ही प्रदर्शन करेगा और न ही साथ में लेकर चलेगा। उन्होंने बताया कि यह आदेश ड्युटी पर तैनात सीमा सुरक्षा बल, राजस्थान सशस्त्र पुलिस बल, राजस्थान सिविल पुलिस, चुनाव ड्युटी में तैनात अर्द्धसैनिक बल, होमगार्ड एवं चुनाव ड्युटी में मतदान दलों में तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी नकाते ने बताया कि बाड़मेर जिले से बाहर का कोई भी व्यक्ति जिले की सीमा में इस प्रकार के हथियारों को अपने साथ नहीं लायेगा, ना ही सार्वजनिक स्थानों पर प्रयोग या प्रदर्शन करेंगा। कोई भी व्यक्ति संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट की स्वीकृति के बिना किसी भी सार्वजनिक स्थल पर कोई भी जुलूस, सभा, धरना, भाषण आदि का आयोजन नहीं करेगा एवं न ही संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट की पूर्व अनुमति के बिना ध्वनि प्रसारण यंत्र का प्रयोग किया जावेगा। ध्वनि प्रसारण यंत्र के लिए अनुमति संबंधित उपखण्ड मजिस्ट्रेट द्वारा प्रातः 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक दी जा सकेगी। ऐसे आयोजनों में कोई इस प्रकार का कृत्य नहीं करेगा जिससे यातायात व्यवस्था, जन व्यवस्था एवं जनशांति विक्षुब्ध हो। यह प्रतिबंध बारात एवं शवयात्रा पर लागू नहीं होगा। उनके मुताबिक कोई भी व्यक्ति सांप्रदायिक सद्भावना को ठेस पहुंचाने वाले तथा उत्तेजनात्मक नारे नहीं लगायेगा, न ही ऐसा कोई भाषण और उद्बोधन देगा, न ही ऐसे किसी पम्पलेट, पोस्टर या अन्य प्रकार की चुनाव सामग्री छापेगा या छपवाएगा, वितरण करेगा या करवायेगा और न ही किसी एम्प्लीफायर, रेडियो, टेपरिकार्डर, लाउडस्पीकर, ऑडियो-वीडियो कैसेट या अन्य किसी इलैक्ट्रानिक उपकरणों के माध्यम से इस प्रकार का प्रचार-प्रसार करेगा अथवा करवाएगा, और न ही ऐसे कृत्यों के लिए किसी को दुष्प्रेरित करेगा।

आदेश के अनुसार कोई भी व्यक्ति या संस्था इन्टरनेट तथा सोशल मीडिया यथा फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप, यूट्यूब, आदि के माध्यम से किसी प्रकार का धार्मिक उन्माद, जातिगत द्वेष या दुष्प्रचार नही करेगा। कोई भी व्यक्ति किसी के समर्थन या विरोध में सार्वजनिक एवं राजकीय सम्पतियों पर किसी तरह का नारा-लेखन या प्रति-चित्रण नहीं करेगा, ना ही करवाएगा और न ही किसी तरह के पोस्टर, होर्डिंग आदि लगाएगा, और न ही सार्वजनिक सम्पतियों का विरूपण करेगा या करवायेगा। किसी भी निजी सम्पति का उक्त प्रयोजनार्थ उपयोग उसके स्वामी की लिखित पूर्वानुमति के बिना नहीं किया जा सकेगा।

अधिकारियों-कर्मचारियों को आदर्श आचार संहिता की पालना के निर्देश

बाड़मेर, 07 अक्टूबर। जिला कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने विधानसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता के प्रभावी होने के साथ ही भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश तथा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के तहत् राजकीय अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रावधानों का शक्ति से पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि कोई भी राजकीय कर्मचारी ना तो किसी प्रकार की राजनीतिक गतिविधियों जैसे रैली,सभा या चुनाव प्रचार में भाग ले सकेगा और ना ही किसी उम्मीदवार, पार्टी के चुनाव, मतदान,गणना अभिकर्ता  के रूप में कार्य कर सकेगा। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को अपने कार्यालय एवं विभाग में उक्त निर्देशों की पालना करने को पाबन्द किया है। जिला कलक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी नकाते ने विधानसभा चुनाव के दौरान जिले में स्थित राजकीय विभागों, उपक्रमों के विश्राम भवनों, अतिथि गृह, डाक बंगलों आदि में मंत्रीगण एवं राजनैतिक व्यक्तियों के रूकने के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइंस की पूर्ण पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके लिए सम्बन्धित विभागों एवं उपक्रमों के अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए है। जिला निर्वाचन अधिकारी नकाते ने एक आदेश जारी कर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों की अनुपालना तथा आर्म्स एक्ट 1959 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए बाड़मेर जिले के क्षेत्राधिकार में आने वाले समस्त शस्त्र अनुज्ञापत्रधारियों को अपने अनुज्ञापत्र में दर्ज शस्त्र को तुरंत प्रभाव से संबंधित,निकटतम पुलिस थाने के शस्त्रागार में जमा कराने के लिए पाबन्द किया है। यह आदेश कानून व्यवस्था से जुड़े केन्द्र एवं राज्य सरकार कार्मिकांे तथा शस्त्र अनुज्ञापत्रधारी सुरक्षाकर्मी बैंक, जीवन बीमा निगम इत्यादि पर लागू नहीं होगा। शस्त्र अनुज्ञापत्रधारी चुनाव परिणाम घोषित होने के सात दिवस बाद अपना शस्त्र संबंधित थाने से प्राप्त कर सकेंगे। शस्त्र जमा नहीं कराने की स्थिति में शस्त्र अनुज्ञापत्रधारी के विरूद्ध धारा 188 भारतीय दंड संहिता एवं आर्म्स एक्ट 1959 के अन्तर्गत कार्यवाही की जाएगी।

बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित

बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित

बाड़मेर, 07 अक्टूबर। विधानसभा आम चुनाव 2018 सुचारू रूप से संपन्न करवाने के लिए निर्वाचन नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के साथ कार्मिकांे की डयूटी लगाई गई है।

बाड़मेर विधानसभा के रिटर्निग अधिकारी नीरज मिश्र ने बताया कि नियंत्रण कक्ष का प्रभारी वरिष्ठ सहायक जसपालसिंह को बनाया गया है। नियंत्रण कक्ष के दूरभाष 02982-220009 है। जो 24 घंटे कार्यरत रहेगा। नियंत्रण कक्ष मंे प्राप्त होने वाली समस्त सूचनाआंे, शिकायतांे को पंजिका मंे इन्द्राज करने एवं रिटर्निग अधिकारी के समक्ष प्रतिदिन प्रातः 10 बजे प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है।

वसुंधरा जी, सबसे ज्यादा नाराजगी तो आपको लेकर है। आप किन रूठों को मनाने की बात कर रही हैं? महेन्द्र भारद्वाज जैसे मीडिया सलाहकार भी ईमेज खराब कर रहे हैं।


वसुंधरा जी, सबसे ज्यादा नाराजगी तो आपको लेकर है। आप किन रूठों को मनाने की बात कर रही हैं? महेन्द्र भारद्वाज जैसे मीडिया सलाहकार भी ईमेज खराब कर रहे हैं।
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6 अक्टूबर को अजमेर के किशनगढ़ में मार्बल एसोसिएशन के सभागार में राजस्थान के 163 भाजपा विधायकों एवं प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में प्रदेश के चुनाव प्रभारी और केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी उपस्थित थे। इस बैठक को लेकर 7 अक्टूबर को राजस्थान पत्रिका में एक खबर छपी। खबर के मुताबिक बैठक में सीएम ने भाजपा विधायकों से कहा कि चुनाव में मतदान से पहले रूठों को मनाएं। लोगों के रूठे रहने से चुनाव जीतना मुश्किल है। चलो सीएम को पांच वर्ष बाद इस बात का अहसास तो हुआ कि भाजपा विधायकों के व्यवहार से लोग नाराज हैं। लेकिन सवाल यह है कि जो लोग सीएम के व्यवहार से नाराज हैं उन्हें कौन मनाएंगा? विधायकों से तो उनके निर्वाचन क्षेत्र वाले ही नाराज होंगे, लेकिन सीएम राजे से तो नाराजगी रखने वालेे लोग प्रदेशभर में मिले जाएंगें। क्या सीएम ने अपने से रूठों को मनाने की कोई पहल की है? लेकिन माने या नहीं, लेकिन उनके प्रति नाराजगी से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह भी परिचित हैं, इसलिए कार्यकर्ताओं की बैठक में शाह बार-बार कह रहे हैं कि नाराजगी किसी नेता से हो सकती है, लेकिन भाजपा से नहीं। असल में सीएम को वो ही लोग पसंद हैं, जो मिजाजपुर्सी करते हों। यही वजह है कि सीएम ने अपने आस-पास एक ऐसी चैकड़ी बना ली है जो सच्चाई से अवगत नहीं होने देती। यह चैकड़ी जो सूचना देती है वही सीएम तक पहुंचती है। सीएम को कोई बात बुरी न लग जाए, इसलिए मंत्री आदि भी चुप रहते हैं। अब तो राजेन्द्र सिंह राठौड़ जैसे भरोसेमंद मंत्री भी वो ही बोलते हैं जो सीएम को पसंद हैं। महेन्द्र भारद्वाज जैसे सलाहकारों ने मीडिया से सीएम की दूरी बहुत बढ़ा दी है। भारद्वाज ऐसे मीडिया सलाहकार हैं जो सीएम का नाम लेकर पत्रकारों को नौकरी से हटवाते हैं या नियुक्ति करवाते हैं। भारद्वाज की वजह से सरकार के जनसम्पर्क निदेशालय का भट्टा बैठा हुआ है। समझ में नहीं आती कि भारद्वाज में क्या गुण देख कर सीएम ने अपना मीडिया सलाहकार बना रखा है। चूंकि विज्ञापनों की खैरात मिलती है इसलिए कई पत्रकार मालिक आदि भांड की भूमिका निभाते हैं। मीडिया की सीएम से नाराजगी का एक बड़ा कारण महेन्द्र भारद्वाज भी हैं। जब तक भारद्वाज को मीडिया सलाहकार के पद से नहीं हटाया जाता, तब तक सीएम के संबंध मीडिया से नहीं सुधर सकते हैं। यह बात अलग है कि सीएम को भी भारद्वाज जैसे चापलूस मीडिया सलाहकार ही चाहिए। भारद्वाज को भी अब यह समझना चाहिए कि आचार संहिता लग चुकी है और खैरात बांटने पर प्रतिबंध लग गया है। भारद्वाज के हटने के बाद ही वसुंधरा राजे को पता चलेगा कि उनके नाम का कितना दुरुपयोग हुआ है।
एस.पी.मित्तल) (07-10-18)
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दूसरी बार के चुनावी सर्वे में भी एबीपी न्यूज ने राजस्थान में वसुंधरा राजे को हराया। लेकिन इस बार सीएम के पसंद में सचिन पायलट आगे।


दूसरी बार के चुनावी सर्वे में भी एबीपी न्यूज ने राजस्थान में वसुंधरा राजे को हराया। लेकिन इस बार सीएम के पसंद में सचिन पायलट आगे।
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6 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के तुरंत बाद एबीपी न्यूज ने जो चुनावी सर्वे घोषित किए उसे देश के सबसे बड़े अखबार दैनिक भास्कर ने 7 अक्टूबर को प्रकाशित किया है। एबीपी न्यूज का यह दूसरा चुनावी सर्वे है। इस चैनल ने अपने दोनों सर्वे में राजस्थान में भाजपा और उसकी नेता वसुंधरा राजे को हारा हुआ माना है। भाजपा ने राजे के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर रखी है। चैनल ने अपने दूसरे सर्वे में राजस्थान में 200 में से भाजपा को मात्र 56 सीटें मिलने का अनुमान लगाया, जबकि कांग्रेस  को पूर्ण बहुमत के साथ 142 सीटें मिलने की उम्मीद जताई है। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुकाबले राजस्थान में भाजपा की सबसे बुरी स्थिति है। लेकिन इस बार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट के लिए यह अच्छी खबर है कि अशोक गहलोत के मुकाबले मुख्यमंत्री के तौर पर पायलट को पहली पसंद बताया है। गहलोत को जहां 24 प्रतिशत वहीं पायलट को 36 प्रतिशत लोगों ने पसंद किया है। यह दूसरा अवसर है, जब एबीपी न्यूज के सर्वे में भाजपा को हराया गया है। हालांकि इससे पहले आज तक न्यूज चैनल और दैनिक भास्कर ने जो सर्वे जारी किए, उसमें राजस्थान में भाजपा की हार का आंकलन किया गया है। मीडिया घरानों के चुनावी सर्वे के विश्लेषणों को भाजपा झूठा ही बताएगी। लेकिन यह भी सही है कि अभी तक किसी भी सर्वे ने भाजपा की जीत नहीं बताई है।
विलम्ब से मतदान क्यों?ः
एमपी और छत्तीसगढ़ में मतदान 28 नवम्बर तक हो जाएगा, लेकिन राजस्थान में 7 दिसम्बर को मतदान रखा गया है। हालांकि यह निर्णय संवैधानिक संस्था चुनाव आयोग का है, इसलिए कोई टिप्पणी करना उचित नहीं है। लेकिन भाजपा के बड़े नेता इस बात से खुश है कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव से फ्री होने के बाद राजस्थान में हालात सुधारने का भरपूर अवसर मिलेगा।
एस.पी.मित्तल) (07-10-18)
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बाड़मेर की राजनीती में युवाओं का योगदान ,आज़ाद सिंह राठौड़ ,पीयूष डोशी, धन सिंह सबसे चर्चित युवा चेहरे।।

 बाड़मेर की राजनीती में युवाओं का योगदान ,आज़ाद सिंह राठौड़ ,पीयूष डोशी, धन सिंह सबसे चर्चित युवा चेहरे।।

बाड़मेर की राजनीती में दमदार युवा ,इस बार आगे आये युवा । ।युवाओ को बहुत कम मिले अवसर





बाड़मेर। रेगिस्तान की राजनीति में युवाओ को चुनाव लड़ने का अवसर मिला और उन्होंने इतनी लंबी पारी खेली कि नईपीढ़ी के लिए अवसर ही नहीं मिला।अब एक बार फिर उनके उम्रदराज होने से युवाओं को मौके का वक्त आ गया है। विरदी चंद जैन ,अब्दुल हदी और गंगाराम चौधरी दुनिआ को अलविदा कह गए। कर्नल सोनाराम चौधरी ,तरुण कागा ,अमिन खान उम्रदराज हो चले,जिसके चलते राजनीती में युवाओ की राजनीती में प्रवेश की संभावनाए बढ़ी हैं

युवाओं का राजनीति में आने की पैरवी हर ओर से हो रही है। जिले में इस वर्ष 29 हजार युवा मतदाता जुड़े है और 21 से 35 की उम्र के करीब चार लाख से अधिक मतदाता है। उम्रदराज मतदाताओं का सपना भी यही है कि उनके घर की रीढ़ की हड्डी यानि युवा का भविष्य सुधरे।

*दशकों तक युवा इंतजार करते रहे*

गंगाराम चौधरी, हेमाराम चौधरी, अब्दुल हादी, वृद्धिचंद जैन, मदनकौर, अमीनखां, अमराराम चौधरी,मेवाराम जैन  ऎसे नाम है जो बाड़मेर की राजनीति में ऎसे आकर जमे कि फिर इनको उखाड़ने के कम ही अवसर आए। युवा उम्र में आए इन विधायकों ने अपनी पूरी उम्र राजनीतिक पारी में गुजार दी।

एक ही युवती

महिलाओं में विधायक के तौर पर श्रीमती मदनकौर 1962 में 37 साल की उम्र में विधायक बनी और इसके बाद चार बार विधायक रही है। अन्य कोई महिला विधायक बनी ही नहीं। हालांकि इसी उम्र में पिछले चुनाव में मृदुरेखा चौधरी और डॉ प्रियंका चौधरी ने किस्मत आजमाई, लेकिन वे असफल रही।

इस बार दौड़ में सशक्त युवा

आज़ाद सिंह राठोड -बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से सशक्त दावेदार ,दो सालो में राजनीती में अपनी खास पहचान बनाई व्ही युवाओ में जोरदार क्रेज

पीयूष डोशी भाजपा के जिला बूथ संयोजक ,राजनितिक पृष्ठभूमि से होने के साथ सफल उद्द्यमी ,और समाज और युवाओ में अच्छी पकड़ ,भाजपा बाड़मेर से दावेदार

शम्मा खान- शिव से दावेदारी करने वाली कांगे्रस की शम्माखां की उम्र 38  वर्ष है।

बाड़मेर से भाजपा की दावेदार प्रियंका चौधरी की उम्र 40 से अधिक  वर्ष है।

बायतु से भाजपा के दावेदार कैलाश चौधरी 43  वर्ष के है।
पचपदरा से मदन प्रजापत 43  वर्ष के है।

सिवाना से कांग्रेस से दावेदार महेन्द्र टाईगर 50  वर्ष के है।

चौहटन -अनुसूचित जाती के लिए रिजर्व इस सीट पर एक युवा पूराराम मेघवाल दस्तक दे रहे ,शिक्षित होने के साथ क्षेत्र में सक्रीय ,गत बार भी दावेदारी की

शिव शिव विधानसभा क्षेत्र से इस बार तीन युवाओ की दावेदारी चर्चा में हे स्वरुप सिंह खारा ,धन सिंह मौसेरी और समुद्र सिंह फोगेरा तीनो युवाओ की श्रेणी में हे

कॉलेज की राजनीति से कौन-कौन

जिले में महाविद्यालय की राजनीति से विधायक बनने वालों में जोधपुर विश्वविद्यालय में अध्यक्ष रहे डा. जालमसिंह रावलोत रहे।
पूर्व सांसद हरीश चौधरी भी जोधपुर विश्वविद्यालय से अध्यक्ष रह चुके है।


दलीय व्यवस्था में युवा संगठन

भाजपा का युवाओं के लिए भारतीय जनता युवा मोर्चासंगठन है, जिसका मौजूदा समय में कोई अध्यक्ष सवाई कुमावत हे मगर उनका कोई राजनितिक कद नहीं हे है।
कांग्रेस का युवाओं के लिए युवक कांगे्रस संगठन है,जिसमें अब चुनाव करवाए जा रहे है। ठाकराराम माली ,लक्ष्मण गोदारा बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के युवा अध्यक्ष है।

प्रमुख विधायक। नाम पहली जीत उम्र

श्रीमती मदनकौर 1962 37
हेमाराम चौधरी 1980 32
अमीनखां 1980 41
गंगाराम चौधरी 1962 40
अमराराम चौधरी 1980 37
मदन प्रजापत 2008 33
गोपाराम मेघवाल 1998 36
जालमसिंह रावलोत 2003 38

मौजूदा विधायकों की उम्र

बाड़मेर मेवाराम जैन 65
शिव  मानवेन्द्र सिंह  51
बायतु कैलाश चौधरी ३४
पचपदरा अमराराम 75
गुड़ामालानी लादूराम विश्नोई 76
सिवाना  हमीर सिंह भायल ५४
चौहटन   तरुण कागा 65

इस बार जुड़े युवा मतदाता
शिव 1706
बाड़मेर 5430
बायतु 1903
पचपदरा 4501
सिवाना 3569
गुड़ामालानी 3006
चौहटन 4717
कुल 24832

युवाओं को कमान मिले

देश में 50 प्रतिशत युवा है। यह हमारे देश की सबसे बड़ी शक्ति है। युवा ही युवाओं की समस्याओं को समझ सकता है। आज का युवा पढ़ा लिखा है। शिक्षा और विज्ञान की क्रांति की समझ रखता है। राजनीति में आने वालों का पहला उद्देश्य ही क्षेत्र के साथ देश का विकास है। जमाने के साथ दौड़ने और विकसित राष्ट्र की कल्पना के लिए युवाओं को अवसर दिए जाने चाहिए। - डॉ. अशोक तंवर , प्रवक्ता, राजनीति विज्ञान

अंबाला / शादी डाॅट कॉम पर दोस्ती की, फिर हनी ट्रैप में फंसाकर गुजरात की गीता ने वसूले एक लाख रुपये

अंबाला / शादी डाॅट कॉम पर दोस्ती की, फिर हनी ट्रैप में फंसाकर गुजरात की गीता ने वसूले एक लाख रुपये
Honey trap trapped for one lakh rupees
अम्बाला. गुजरात के पोरबंदर की गीता ठक्कर ने शादी डाॅट कॉम के जरिए अम्बाला रेल विहार के बलजिंद्र पाल सिंह को दोस्ती के बहाने हनी ट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। तंग आकर बलजिंद्र ने पुलिस का सहारा लिया। सारा ताना-बाना बुनने के बाद जांच टीम ने पुलिस लाइन से गीता को एक लाख लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। कोर्ट ने कार्रवाई के बाद गीता को जेल भेज दिया है।

49 साल की गीता ठक्कर पोरबंदर में ब्यूटी पार्लर चलाती है। वर्ष 2017 में उसकी शादी डाॅट कॉम पर रेल विहार के बलजिंद्र पाल सिंह से बातचीत हुई। बहुत ही कम समय में दोनों एक-दूसरे को जानने लगे और बात आगे बढ़ गई। यही नहीं दोनों ने अपने फेसबुक एकाउंट और वाट्सएप नंबर भी सांझा कर लिए। यह सिलसिला मार्च से दिसंबर 2017 तक चलता रहा। बलदेव नगर थाना के सब इंस्पेक्टर सुरेश दलाल ने बताया कि पैसों की बरामदगी हो गई है। मामले की जांच जारी है।

गीता ठक्कर तलाकशुदा है और उसकी एक बेटी है। बलजिंद्र का भी पत्नी से तलाक का केस चल रहा है। उसके पास एक बेटा है। दोनों को अागे की जिंदगी बिताने के लिए एक लवयात्री की जरूरत थी। यही कारण था कि दोनों ने शादी डाॅट कॉम पर अपना-अपना स्टेटस डाल रखा था। लिहाजा, संपर्क होते ही दोनों एक-दूसरे के नजदीक आ गए।

कई माह तक चली बातचीत के बाद बलजिंद्र पाल सिंह ने गीता को अम्बाला बुलाया। यहां कई दिन तक वे एक-दूसरे के साथ रहे। यही नहीं इस दौरान वे शिमला सहित अन्य जगह भी घूमे। इनके बीच संबंध भी बन गए। गीता वापस पोरबंदर चली गई। बलजिंद्र उससे मिलने पोरबंदर गया, तो गीता ने व्यापार को आगे बढ़ाने के नाम पर रुपये मांगे। शादी से पहले ऐसी डिमांड पर बलजिंद्र चौकस हो गया और गीता से दूरियां बनाने लगा।

इसके बाद बलजिंद्र ने उससे कोई संपर्क नहीं रखा। उसके सभी नंबर भी ब्लॉक कर दिए। गीता ने पहले पड़ाव थाने में बलजिंद्र के खिलाफ रेप की शिकायत दी। मगर वहां समझौता हो गया। गीता ने सितंबर में दूसरी बार महिला थाने में शिकायत सौंप दी। पता चला है कि इनके बीच 13 लाख में समझौता हो गया था। एक दम इतने पैसे देने आसान नहीं थे, इसलिए बलजिंद्र समय मांगने लगा। मगर गीता उस पर दबाव बनाने लगी।

लगातार गीता की पैसों की मांग से तंग होकर बलजिंद्र बलदेव नगर थाने पहुंचा। यहां उसने सारी बात पुलिस को बताई। साथ ही कहा कि इस समय वह उससे एक लाख रुपए मांग रही है। इस पर पुलिस ने बलजिंद्र से एक लाख लेने के बाद उस पर साइन किए और उसे देकर भेज दिया। जैसे ही पुलिस लाइन की पार्किंग में गीता ने पैसों से भरा पैकेट पकड़कर नोट गिनने लगी। पुलिस ने उसे पकड़ लिया। गीता पर केस दर्ज किया गया।

अलवर / चोरी का आरोप लगा छात्र के प्राइवेट पार्ट में डाला पेट्रोल, उलटा लटका कर पीटा

अलवर / चोरी का आरोप लगा छात्र के प्राइवेट पार्ट में डाला पेट्रोल, उलटा लटका कर पीटा
symbolic image
अलवर. बड़ौदामेव इलाके के रहने वाले एक नाबालिग छात्र को चोरी का आरोप लगाकर पहले घर में बंधक बनाकर उलटा लटकाया गया। इसके बाद उसके प्राइवेट पार्ट में सीरिंज से पेट्रोल डाला गया।

पुलिस ने आरोपों की पुष्टि होने पर शनिवार को मुख्य आरोपी जाफर खान को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने नसोपुर के रहने वाले आरोपी को जेल भेज दिया।

बड़ौदामेव कार्यवाहक थानाधिकारी तेजसिंह ने बताया कि एक नाबालिग छात्र के पिता ने 2 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसका 15 वर्षीय बेटा गांव से बड़ौदामेव में जाफर खान की दुकान से कपड़े खरीदकर लाया था। कपड़े पसंद नहीं आने पर वह बदलने के लिए फिर उस दुकान पर पहुंचा। इस दौरान दुकान मालिक जाफर ने गल्ले में से 500 रुपए चोरी करने का आरोप लगाते हुए उसकी पिटाई की।

इसके बाद छात्र को बाइक पर बैठाकर गांव इमलाड़ी ले गए। यहां बरकत ने अपने घर में छात्र को कमरे में बंधक बनाकर रखा। साथ ही तीनों आरोपियों ने चोरी उगलवाने के लिए पहले तो उलटा लटकाकर छात्र की पिटाई की, फिर उसके प्राइवेट पार्ट में सिरिंज से पेट्रोल डाला।

पुलिस ने बताया कि जांच में आरोपियों के खिलाफ मामला पुष्ट होने पर जाफर को गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथी आसम खान व बरकत खान फरार हैं। छात्र 9वीं में पढ़ता है।

देर रात सीकर के फतेहपुर शहर कोतवाल और कांस्टेबल को बदमाशों ने मारकर की हत्या

देर रात सीकर के फतेहपुर शहर कोतवाल और कांस्टेबल को बदमाशों ने मारकर की हत्या

सीकर.

फतेहपुर इलाके के बेसवा गांव के पास शनिवार देर रात बदमाशों ने फतेहपुर शहर कोतवाल मुकेश कानूनगो और एक कांस्टेबल रामप्रकाश को गोली मार दी। फायरिंग में दोनों की मौत हो गई। गोली कोतवाल के गले और कांस्टेबल के सीने में लगी है। दोनों को गंभीर हालत फतेहपुर अस्तपला लाया गया। यहां उपचार के दौरान दोनों की ही मौत हो गई।

कोतवाल मुकेश कानूनगो मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे

जानकारी के अनुसार नेछवा, नवलगढ़, फतेहपुर सहित कई इलाकों में लूट की वारदातें कर चुके फतेहपुर के मंडावा स्टैण्ड निवासी अजय चौधरी और जगदीप उर्फ धनकड़ रात को फतेहपुर इलाके में आए हुए थे। इसकी सूचना फतेहपुर शहर कोतवाली पुलिस को मिली। इस पर कोतवाल मुकेश कानूनगो मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे।

जिला पुलिस अधीक्षक सहित जिले के आलाधिकारी अस्पताल पहुंचे

इस बीच बदमाश कार में सवार थे। पुलिस ने बदमाशों की गाड़ी को रुकवाया और तलाशी लेने लगे। इसी दौरान बदमाशों ने इन पर फायरिंग कर दी। फायरिंग में कोतवाल व कांस्टेबल गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में उन्हें फतेहपुर अस्पताल लाया गया, यहां देर रात एक बजे के करीब उनकी मौत हो गई। सूचना पर जिला पुलिस अधीक्षक सहित जिले के आलाधिकारी अस्पताल पहुंच गए।

इनका कहना है
बदमाशों के इलाके में आने की सूचना पर फतेहपुर शहर कोतवाल और जाब्ता मौके पर पहुंचा था। गाड़ी की तलाशी लेते समय बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। फायरिंग में कोतवाल व कांस्टेबल की मौत हो गई। बदमाशों की तलाश की जा रही है।

प्रदीप मोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक, सीकर

शनिवार, 6 अक्टूबर 2018

जैसलमेर विधानसभा आम चुनाव-2018 जिले में हटाए जा रहे सरकारी उपलब्धियों के होर्डिग व पोस्टर्स

 जैसलमेर विधानसभा आम चुनाव-2018
 जिले में हटाए जा रहे सरकारी उपलब्धियों के होर्डिग व पोस्टर्स

     जैसलमेर ,06 अक्टूबर। भारत निर्वाचन आयोग ,नई दिल्ली द्वारा विधानसभा आम चुनाव -2018 की घोषणा के साथ ही आदर्ष आचार संहिता लागू कर दी गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) ओम कसेरा के निर्देषों की पालना में आयुक्त नगरपरिषद जैसलमेर पवन कुमार ने नगरीय क्षेत्र में लगे सरकारी/सार्वजनिक कोष से सरकार की उपलब्धियाॅं दर्षाने सम्बन्धी विज्ञापन ,होर्डिग्स ,पोस्टर आदि के हटाने का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है एवं तत्काल ही सभी होर्डिंग व पोस्टर्स हटवा दिए गये है। इसके साथ ही सरकारी कार्यालयों से भी पोस्टर्स हटाए जा रहे हैं।
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प्रकौष्ठ प्रभारियों की बैठक आज

     जैसलमेर ,06 अक्टूबर। जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर ) ओम कसेरा की अध्यक्षता में प्रकौष्ठ प्रभारियों की बैठक रविवार , 07 अक्टूबर को सायं 5ः30 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में रखी गई है।
       उप जिला निर्वाचन अधिकारी (एडीएम) वीरेन्द्र कुमार वर्मा ने यह जानकारी दी एवं प्रकौष्ठ प्रभारियों को निर्देषित किया गया है कि वे इस बैठक में आवष्यक रुप से नियत समय पर उपस्थित होवें।
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बाड़मेर थार का चुनावी रणक्षेत्र ,थार की राजनितिक शख्सियत रावळ उम्मेद सिंह

बाड़मेर थार का चुनावी रणक्षेत्र ,थार की राजनितिक शख्सियत  उम्मेद सिंह रावळ

सबसे कम उम्र में  विधायक बनने का कीर्तिमान आज भी आपके नाम 

बाड़मेर के पहले राजनितिक शख्स जिले से बाहर जाकर चुनाव लड़े और जीते 

बाड़मेर थार के तपते धोरो में राजनीती करना पचास और साठ के दशक में बहुत मुश्किल था ,इस  थार की थळी ने राजस्थान की राजनीती में नायब हीरे दिए ,चाहे वो तन सिंह महेचा हो या रमदान चौधरी हो या वृद्धि चंद जैन या अब्दुल हादी ,बहुत से नाम हे जो राजस्थान की राजनीती में लम्बे समय तक ध्रुव टारे की तरह चमकते रहे ,ऐसे ही एक राजनीती सितारे का उदय हुआ ,उस वक़्त बाड़मेर की जनता ने जागीरदार घरानो के प्रति अटूट आस्था थी ,उन घरानो का जबरदस्त सामान था। 1962 के विधानसभा चुनाव थे ,राम राज्य परिषद का जोरदार बोलबाला था ,इससे पूर्व रामराज्य परिषद से तन सिंह महेचा चुनाव लड़ चुके थे ,बाद में वो सांसद बन गए तो नए चेहरे की तलाश आरम्भ हुई,ज्यादा कोई मशक्क्त किये बाड़मेर फोर्ट के रावळ उम्मेद सिंह को चुनाव लड़ने का न्योता जनता की तरफ से गया ,उस वक़्त रावळ सा की उम्र पच्चीस साल से कुछ दिन कम थी ,पर फार्म भरने तक उम्र पच्चीस हो रही थी ,उस वक़्क़त रावळ साब के प्रति आमजन में खूब मान सम्मान था ,जनता का स्नेह देख वो राम राज्य परिषद की और से चुनाव मैदान में उत्तर गए उनका मुकाबला कांग्रेस के वृद्धि चंद  , वृद्धि चंद जैन जागीरदारी प्रथा के खिलाफ बोलने और आंदोलन चलने वाले चर्चित वकील थे ,बड़ा कड़ा मुकाबला लग रहा था ,लेकिन चुनाव का दौर चलते चलते रावळ सा काफी बढ़त ले चुके थे ,उन्होंने चुनाव और जनता का दिल दोनों जीते ,बेहद सहज सरल और मृदुभाषी उम्मेद सिंह के प्रति लोगो में दीवानगी थी ,उन्होंने जब अपना पहला चुनाव जीता तब वे पूर्ण पच्चीस साल और कुछ दिन के थे ,सबसे क उम्र में चुनाव जीत कर विधानसभा में पहुंचने का उनका कीर्तिमान आज भी कायम हे ,अगला १९८० का चुनाव उनको डीडवाना से लड़ाया गया ,वे पहले शख्स हे थार के जिन्होंने अपने गृह जिले से बाहर जाकर चुनाव लड़ा और जीते दूसरी बार विधायक बने ,ये उनके व्यक्तित्व का  कमाल था की बाहरी जिले की विधानसभा से चुनाव लड़े और जीत क्र विधानसभा पहुंचे ,तीसरा चुनाव उन्होंने शिव विधानसभा क्षेत्र से १९८५ में लड़ा ,उनका मुकाबला कांग्रेस के तेज तर्रार अमिन खान से था ,अपनी मतदाताओं में अच्छी पकड़ और सीधा संपर्क होने के कारन उन्होंने अमिन खान को ग्यारह हजार से अधिक मतो से हराकर विधानसभा पहुंचे ,

बाड़मेर की जागीर के रावळ उम्मेद सिंह 87 गाँवो के जागीरदार थे उस वक़्क़त उनकी जागीर का राजस्व 1891 से सत्तर हजार था ,उनका व्यक्तित्व विशाल था ,उच्च शिक्षित होने के साथ आमजन से सीधा जुड़ाव उन्हें खास बनता था ,सर्व समाज में बहुत लोकप्रिय थे ,उनका आदर मान लोग दिल से करते ,आम लोगो की मदद करना उन्होंने अपना धर्म बना रखा था ,उनके द्वार से कोई खाली नहीं जाता ,२९ सितंबर 2006 को जब उन्होंने अंतिम साँस ली मनो पुरे बाड़मेर पर दुखो का पहाड़ टूट पड़ा हो ,उनकी शव यात्रा में हज़ारो लोग पहुंचे ,जो उनकी शख्सियत को ब्यान करती हे ,उन्होंने बाड़मेर जिले की जनता के लिए विकास के कार्य खूब किये ,सकारात्मक सोच के साथ वे अंत तक विकास में जुटे रहे ,

जैसलमेर विधानसभा आम चुनाव-2018 जिले में आदर्ष आचार संहिता लागू,नेताओ के होर्डिंग्स हटे



जैसलमेर विधानसभा आम चुनाव-2018
जिले में आदर्ष आचार संहिता लागू,नेताओ के होर्डिंग्स हटे 

     जैसलमेर ,06 अक्टूबर। भारत निर्वाचन आयोग ,नई दिल्ली द्वारा विधानसभा आम चुनाव -2018 की घोषणा के साथ ही आदर्ष आचार संहिता लागू कर दी गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) ओम कसेरा ने बताया कि चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही जिले में आदर्ष आचार संहिता लागू हो गई है, जो चुनाव प्रक्रिया सम्पन्न होने तक प्रभावी रहेगी।
       जिला निर्वाचन अधिकारी कसेरा ने बताया कि आदर्ष आचार संहिता लागू होते ही राजकीय विभागों/उपक्रमों के विश्राम भवनों/होटलों/अतिथिगृह/डाक बंगलो में केन्द्र या राज्य सरकार के कोई मंत्री ,सांसद ,विधायक या राजनैतिक कार्यकर्ता नहीं रुक सकते , सिर्फ ऐसे राजनैतिक व्यक्ति जिन्हें स्केल या उससे उपर की सुरक्षा मिली हो उनको ही ठहरने की अनुमति दी जा सकती है , बषर्ते कि ऐसे आवास जिन्हें पहले से ही निर्वाचन से संबंधित अधिकारी या पर्यवेक्षकों को उपभोग करने के लिये उपलब्ध नहीं कराये गये है।
       उन्होंने बताया कि आचार संहिता लागू होने के साथ ही सरकारी/सार्वजनिक कोष से सरकार की उपलब्धियाॅं दर्षाने सम्बन्धी विज्ञापन ,होर्डिग्स ,पोस्टर आदि नहीं लगाये जा सकते और यदि लगाये हुए है तो उनको तुरन्त हटा लिया जावें और इसकी पालना रिपोर्ट आयोग को प्रेषित करने के लिए सूचना से इस कार्यालय को अविलम्ब अवगत करावें।
       उन्होंने बताया कि इस दौरान समाचार पत्रों ,इलेक्ट्रोनिक मीडिया या अन्य मीडिया के माध्यम से राजकीय कोष से सताधारी दल को फायदा पहुंचाने के उद्धेष्य से किसी भी उपलब्धि बाबत विज्ञापन एवं राजनैतिक प्रवृति के समाचार प्रसारित नहीं किए जावें। राज्य/केन्द्र सरकार/सार्वजनिक उपक्रमों को वेबसाईट से मंत्रियों ,राजनैतिक व्यक्तियों अथवा दलों के संदर्भ/फोटो आदि यदि हैं तो उन्हें तुरंत हटा लिया जावें।
     जिला निर्वाचन अधिकारी ने ली बैठक
      जिला निर्वाचन अधिकारी कसेरा ने निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव की घोषणा के साथ ही लागू की गई आदर्ष आचार संहिता की पालना के सम्बन्ध में जिलाधिकारियों की बैठक ली एवं उन्हें निर्देष दिए कि वे आदर्ष आचार संहिता के क्षेत्र में पालना सुनिष्चित करावें। उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू होते ही सभी अधिकारी व कर्मचारी निर्वाचन आयोग के अधीन कार्यरत रहेगें इसलिये वे चुनाव के महत्वपूर्ण कार्य को गम्भीरता से सम्पादित करावें एवं इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
       उन्होंने विषेष रुप से नगरीय निकाय के अधिकारियों ,पंचायतीराज के अधिकारियों के साथ ही अन्य अधिकारियों को निर्देष दिए कि उनके कार्यालयों में जो भी केन्द्र व राज्य सरकार की उपलब्धियों से संबंधित कोई भी पोस्टर्स ,बैनर्स ,होर्डिग्स इत्यादि लगे हुए हो तो आज तत्काल की उन्हें हटा कर उसकी सूचना जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध करावें। बैठक में उप जिला निर्वाचन अधिकारी (एडीएम) वीरेन्द्र कुमार वर्मा ,मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेष्वरलाल मीणा ,उपायुक्त उपनिवेषन मोहनदान रतनू , अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी चेतन चैहान के साथ ही जिलाधिकारीगण उपस्थित थे।
       उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देष दिए कि वे मुख्यालय का परित्याग नहीं करेगें और न ही अपना मोबाईल बंद रखेगें। अति आवष्यक होने पर जिला निर्वाचन अधिकारी से अनुमति लेकर ही मुख्यालय परित्याग करेगें। आदर्ष आचार संहिता लागू होते ही विभागीय अधिकारियों ने सरकारी कार्यालयों में लगे सरकारी उपलब्धियों व राजनैतिक पदाधिकारियों के होर्डिंग ,पोस्टर ,बैनर इत्यादि हटाने का कार्य चालू कर दिया है।
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अजमेर मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे का विजय संकल्प सभा में भाषण

अजमेर मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे का 
विजय संकल्प सभा में भाषण
6 अक्टूबर, 2018

  सृष्टि के रचियता भगवान ब्रह्मा जी और महान सूफी संत ख्वाजा साहेब की इस पवित्र धरती पर प्रधानमंत्री जी मैं आपका स्वागत करती हूं, अभिनंदन करती हूं।
हाल ही में आपको संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार ’ब्ींउचपवदे व िज्ीम म्ंतजी’ मिला है।
यह हम सब के लिए ही नहीं, पूरे देश के लिए गर्व की बात है। इसके लिए मैं प्रदेशवासियों की ओर से आपको बधाई देती हूं।
प्रधानमंत्री जी आपका 50 महीनों का कार्यकाल देश के इतिहास में गोल्डन पिरीयड के रूप में दर्ज हो चुका है।
आपके कुशल नेतृत्व में भारत विश्व में एक महाशक्ति के रूप में उभरा है।
हमें जो जिम्मेदारी प्रदेश की जनता ने दी है, उसे हमने पूरे मन और मेहनत से निभाया है और जनता की सेवा की है।
हमने लगातार यात्रा करके उनकी कठिनाई को सुलझाने का काम किया है।
किसानों को मुफ्त बिजली
हमने कोशिश की है कि हमारा किसान समृद्धशाली बने। इसके लिए हमने लघु और सीमांत किसानों के 50 हजार रुपये तक के ऋण माफ किये हैं और बड़े किसानों को भी अनुपातिक तौर पर ऋण माफी का लाभ दिया है।
हम चाहते हैं कि किसानों को मुफ्त बिजली मिले ताकि उनकी आय में और इजाफा हो सके।
इस उद्देश्य से मैं ये घोषणा करती हूं कि ग्रामीण क्षेत्र के सामान्य श्रेणी कनेक्शन वाले सभी किसानों को निश्चित सीमा तक मुफ्त बिजली दी जाएगी। इसके आदेश हमने कल ही निकाल दिए।
ये किसानों की आय को दुगुना करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
प्रधानमंत्री जी, मैं आपको धन्यवाद देना चाहती हूं कि आपने आम लोगों की पीड़ा समझते हुए पेट्रोल-डीजल के दाम कम किये।
हमने भी ट।ज् में 4ः की कमी करके प्रदेशवासियों को राहत दी।
आज राज्य में पेट्रोल और डीजल करीब साढे़ 5 रू. सस्ता है।
आपकी उज्ज्वला योजना में 37 लाख महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन मिले हैं।
हमने पूरे प्रदेश को जल संकट से भी उबारने का प्रयास किया है। जहां पानी नहीं था, वहां हमने पीने का शुद्ध पानी पहुंचाया है। चाहे नागौर हो या भीलवाड़ा। या फिर बाड़मेर।
मैं अजमेर की परेशानी को भी समझती हूंूं। यहां भी पेयजल का संकट है। जो हमारे लिए एक चिंता का विषय है।
बारिश की कमी से बीसलपुर बांध भी इस बार नहीं भरा है।
यह बांध हमेशा भरा रहे, इसके लिए हम चम्बल और ब्राह्मणी नदी का पानी लाने का काम कर रहे हैं।
37 हजार करोड़ रुपये की इस म्त्ब्च् से 13 जिले लाभान्वित होंगे, जिनमे अजमेर भी प्रमुख रूप से शामिल है।
हम बीसलपुर बांध की ऊंचाई भी बढ़ाएंगे। जिससे जल संग्रहण क्षमता में बढ़ोतरी होगी।
अजमेर शहर की पेयजल व्यवस्था को ठीक करने के लिए 100 करोड़ के काम भी अलग से चल रहे हैं जो शीघ्र पूरे होंगे।
सीकर, चुरू, झंुुझुनूं के लिए मा. प्रधानमंत्री जी के आशीर्वाद से  हमें यमुना का पानी मिलेगा।
सड़क तंत्र को मजबूत करने के लिए हमने 65,000 ज्ञड सड़कांे का निर्माण किया।
सभी पंचायतों में ग्रामीण गौरव पथ-6,560 पंचायतों में कार्य पूर्ण। बाकी में इस वर्ष के अंत तक पूर्ण हो जाएंगे।
हमने 24 करोड़ से ब्रह्मा मंदिर का विकास किया। इसी प्रकार 625 करोड़ की लागत से 125 मंदिरों और 150 करोड़ की लागत से लोकसंतों, महापुरूषों, लोकदेवताओं के 48 पैनोरमा बनाये।
महिला
जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक हमारी सरकार महिलाओं के साथ।
राजश्री-बेटी जन्म के साथ लक्ष्मी के रूप में हाथ में रूपया।
साइकिल, स्कूटी, लेपटाॅप, छात्रवृत्ति, पालनहार, श्रमिक कार्डधारी के लिए 55 हजार, पेंषन।
अब हमने ैउंतज च्ीवदम देकर महिलाओं को सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं से जोड़ने का काम किया है।
12 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ दुष्कर्म पर फांसी।
शिक्षा
शिक्षा को हमने महत्व दिया है-आज 26 से दूसरे स्थान पर।
50 साल में 7 डमकपबंस ब्वससमहम. 5 साल में 7 डमकपबंस ब्वससमहम
कौशल विकास एवं रोजगार
ैापसस ज्तंपदपदह में देष में सबसे आगे-1 हजार नये प्ज्प्
रोजगार मेले-15 लाख को निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर।
आपकी प्रधानमंत्री मुद्रा योजना में - 44.50 लाख को ऋण।
2 लाख को सरकारी नौकरी-1.25 लाख पाइपलाइन में।
कांग्रेस सरकार ने 5 साल में विकास कार्यों पर सिर्फ 1.5 लाख करोड़ खर्च किए।
वहीं आर्थिक चुनौतियों के बावजूद हमने 4 लाख करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाए, जो एक रिकाॅर्ड है।
आजकल कांग्रेस के नेताओं मंे बयान देने की होड़ मची हुई है। ये लोग साढ़े 4 साल से कहा थे?
मुझे तो याद नहीं कि इन्होंने एक बार भी विधानसभा में किसानों, महिलाओं, युवाओं और कमजोर वर्ग के लिए बहस में भाग लिया हो और कोई मुद््दा उठाया हो।
ये तो बस चुनाव के मौसम में ही निकलकर आते हैं।
मा. प्रधानमंत्री जी मैं आपको विश्वास दिलाना चाहती हंू कि जो सपना हमने खुशहाल राजस्थान का देखा है।
जो सपना हमने एक सशक्त, समृद्ध और सम्पन्न राजस्थान का देखा है।
जो सपना हमने एक मजबूत और शक्तिशाली राजस्थान का देखा है।
उसे 36 की 36 कौम के साथ और आशीर्वाद से साकार करेंगे।
आपके कुशल नेतृत्व और राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह जी के मार्गदर्शन में हम एक बार फिर राजस्थान में इतिहास रचेंगे और भाजपा की सरकार बनाएंगे।
सिर्फ यहीं नहीं देश में भी आपके नेतृत्व में फिर से भाजपा की सरकार बनाएंगे।
आप सब अपने हाथ खड़े कर प्रधानमंत्री जी को विश्वास दिलाएं कि हम यह सपना पूरा करके ही रहेंगे।
हम इतिहास रचकर ही रहेंगे।

विधानसभा चुनाव-2018* *राज्य में विधानसभा चुनाव का कार्यक्र्रम घोषित* *7 दिसंबर को होगा मतदान, मतगणना 11 दिसंबर को*

विधानसभा चुनाव-2018*

*राज्य में विधानसभा चुनाव का कार्यक्र्रम घोषित*
 *7 दिसंबर को होगा मतदान, मतगणना 11 दिसंबर को*

- राज्य भर में आज से प्रभावी होगी आचार संहिता
- संपूर्ण प्रदेष में पहली बार होगा वीवीपैट मषीनों का उपयोग
- पौने 5 करोड़ से ज्यादा मतदाता डालेंगे वोट

जयपुर, 6 अक्टूबर। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य में विधानसभा चुनाव-2018 की घोषणा कर दी गई है। चुनाव कार्यक्रम के अनुसार प्रदेष की सभी दो सौ सीटों के लिए आगामी 7 दिसम्बर, 2018 को मतदान होगा तथा 11 दिसंबर को मतगणना होगी। राज्य में कुल 4 करोड़ 74 लाख, 79 हजार 402 से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। चुनाव घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्ष आचार संहिता भी तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री आनंद कुमार ने शनिवार को शासन सचिवालय में आयोजित प्रेस काॅन्फ्रेंस यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के साथ ही प्रदेष में स्थानान्तरण एवं नियुक्तियों पर रोक लग गई है। अति आवष्यक होने पर राज्य सरकार निर्वाचन आयोग से मंजूरी लेने के बाद ही चुनाव से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मचारियों को स्थानान्तरित कर सकेगी।

उन्होंने बताया कि दो सौ सीटों के लिए चुनाव प्रक्रिया के तहत 12 नवम्बर को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन दाखिल करने का काम शुरू हो जाएगा। राज्य में 19 नवम्बर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। 20 नवम्बर को नामांकन पत्रों की जांच होगी तथा 22 नवम्बर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि 07 दिसम्बर, शुक्रवार को मतदान होगा तथा 11 दिसम्बर को मतगणना करवाई जाएगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेष की 200 विधानसभा सीटों में 34 अनुसूचित जाति, 25 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं, वहीं 141 सीटें सामान्य वर्ग के लिए हैं। विधानसभा चुनाव में सभी दो सौ सीटों पर केन्द्रीय पर्यवेक्षक चुनाव प्रक्रिया तथा उम्मीदवारों के खर्चे पर नजर रखेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेष में शांतिपूर्ण चुनाव के कानून एवं व्यवस्था के लिए पुख्ता प्रबंध किए जाएंगे।

श्री कुमार ने बताया कि सरकारी वाहनों, हेलीकॉप्टर एवं विमान के चुनाव कार्यों में उपयोग पर भी रोक रहेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकाषन सामग्री यथा पोस्टर, पैंफलेट आदि पर प्रकाषक और मुद्रक का नाम आवष्यक रूप से प्रकाषित करना अनिवार्य होगा। ऐसा नहीं करने वाले प्रिंटिंग प्रेस स्वामियों पर लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 127 (क) के तहत कार्यवाही की जाएगी।

*2013 के मुकाबले बढ़े 67 लाख से अधिक मतदाता*
उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 4 करोड़ 07 लाख 26 हजार 144 थी, जिसकी तुलना में इस विधानसभा चुनाव के लिए मतदाताओं सूचियों के अंतिम प्रकाशन के बाद 67 लाख 53 हजार से ज्यादा मतदाता बढ़े हैं।

*प्रदेष में 4 करोड़ 74 लाख से अधिक मतदाता करेंगे मताधिकार का प्रयोग*
श्री कुमार ने बताया कि मतदाता सूचियों के अंतिम प्रकाशन के अनुसार राज्य में कुल 4 करोड़ 74 लाख, 79 हजार 402 मतदाता हैं। इसमें 2 करोड़, 47 लाख, 60 हजार, 755 पुरुष और 2 करोड़ 27 लाख 18 हजार 647 महिला मतदाता हैं। उन्होंने बताया कि 1 लाख 13 हजार 642 सर्विस मतदाता भी हैं। प्रदेश में कुल 51 हजार 796 मतदान केंद्र हैं, जिनमें 9 हजार 490 शहरी तथा 42 हजार 306 ग्रामीण इलाकों में स्थित हैं।

*सभी मतदान केंद्रों पर 7 अक्टूबर को विषेष अभियान*
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री आनंद कुमार ने बताया कि राज्य के सभी मतदान केन्द्रो पर 7 अक्टूबर, रविवार को एक विशेष अभियान प्रातः 9 से सायं 6 बजे तक आयोजित किया जाएगा। अभियान के तहत् आम नागरिको के लिए अन्तिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूची का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके तहत पात्र व्यक्ति का नाम जोड़ने के लिए आवेदन पत्र प्राप्त करने के कार्यवाही भी की जाएगी। इसके लिए एक जनवरी 2018 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले मतदाताओ को ही पात्र माना जाएगा।

श्री कुमार ने बताया कि राज्य के सभी मतदान केन्द्रो पर बी.एल.ओ. राजनैतिक दलों द्वारा नियुक्त बी.एल.ए. के साथ प्रातः 9 बजे से सायं 6 बजे तक उपस्थित रह कर इस विशेष अभियान को सफल बनाने के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि पात्र व्यक्ति से आवेदन पत्र प्राप्त किये जाएंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि जिला स्तर पर इस विशेष अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए, जिससे अभियान के दौरान राज्य के आम नागरिकों की सहभागिता अधिक से अधिक हो सके।

*मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से की वार्ता*
श्री कुमार ने बताया कि चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधयों के साथ शासन सचिवालय में बैठक आयोजित कर उन्हें चुनाव कार्यक्रम तथा आदर्ष आचार संहिता की जानकारी दे दी गई है। निर्वाचन विभाग ने सभी दलों से स्वतंत्र-निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान तथा आदर्ष आचार संहिता का पालन करवाने के लिए पूर्ण सहयोग देने का आग्रह किया है।

*सरकारी खर्चों पर उपलब्धियों का विज्ञापन निषेध रहेगा*
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा है कि आदर्श आचार संहिता के लागू होते ही सरकारी खर्चे पर सरकारी उपलब्धियों संबंधी विज्ञापन, होर्डिंग्स आदि का प्रदर्शन पर पूरी तरह रोक रहेगी। आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार सरकारी/सार्वजनिक कोष से सरकार की उपलब्धियां दर्शाने संबंधी विज्ञापन, होर्डिंग्स, पोस्टर आदि नहीं लगाए जा सकते हैं। यदि लगाए गए हों तो उन्हंे तुरंत प्रभाव से हटा लिया जाए एवं अविलंब इसकी पालना रिपोर्ट विभाग को प्रेषित की जाए। उन्होंने कहा कि समाचार पत्रों, इलेक्ट्रोनिक मीडिया या अन्य मीडिया के माध्यम से राजकीय कोष से सत्ताधारी दल को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से किसी भी उपलब्धि बाबत् विज्ञापन एवं राजनैतिक प्रवृति के समाचार प्रसारित नहीं किए जाएं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि राज्य, केन्द्र सरकार एवं इनके सार्वजनिक उपक्रमों की वेबसाइट से मंत्रियों, राजनैतिक व्यक्तियों अथवा दलों के संदर्भ, फोटो आदि यदि है तो उन्हें तुरन्त हटा लिया जाए। उन्होंने कहा कि सरकारी/सार्वजनिक भवनों में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्रीगण एवं अन्य राजनैतिक व्यक्तियों (राष्ट्रपति, राज्यपाल, अतीत के विख्यात ऐतिहासिक पुरुषों, कवियों एवं राष्ट्रीय नेताओं को छोड़कर) के फोटोग्राफ नहीं लगाए जा सकते और यदि लगे हुए है तो उनको तुरन्त हटा लिया जाए।

*आचार संहिता की पालना के लिए 614 दलों का गठन*
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री आनंद कुमार ने कहा कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के साथ ही मतदाताओं को नगद, राशि, गिफ्ट आइटम्स जैसे साड़ी, धोती, कंबल आदि शराब नारकोटिक्स पदार्थ वितरित नहीं किए जा सके इसके लिए पूरे राज्य में 614 उड़न दस्ता, आयकर विभाग, आबकारी विभाग, नारकोटिक्स विभाग, वाणिज्य कर विभाग के दल का गठन किया गया है। उड़न दस्ता दल प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सतत काम करेंगे। नगद राशि वितरण, धोती, कंबल, साड़ी आदि वितरण शराब एवं नारकोटिक्स पदार्थों के वितरण की सूचना मिलने पर संबंधित विभाग के दल एवं उड़न दस्ता मौके पर जाकर तलाशी लेंगे और नगद राशि तथा सामान की जब्ती करेंगे।

*आमजन से की अपील*
उन्होंने आम जन से अपील की है कि यात्रा करते समय अपने साथ अनावश्यक रूप से बड़ी मात्रा में नकद राशि लेकर नहीं चलें। बड़ी मात्रा में नगद राशि मिलने पर अनावश्यक रूप से असुविधा का सामना करना पड़ सकता है। उड़न दस्ता ऐसी राशि को जप्त कर सकता है और कानून की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आमजन किसी भी राजनीतिक दल अभ्यर्थियों से किसी भी प्रकार की सामग्री नगद राशि, शराब एवं अन्य पदार्थ स्वीकार नहीं करें। सामग्री एवं नगद राशि स्वीकार करना भारतीय दंड संहिता की धारा 171 बी के तहत दंडनीय अपराध है, जिसमें 1 वर्ष के कारावास अथवा जुर्माना अथवा दोनों में दंड दिया जा सकता है। उन्होंने आम जनता से यह भी अपील की है कि नगद राशि, गिफ्ट आइटम, शराब या अन्य वस्तुओं का यदि कहीं वितरण किया जा रहा है तो उसका वीडियो, ऑडियो भारत निर्वाचन आयोग के एप सी-विजिल पर अपलोड करें, जिससे उक्त गतिविधियों पर कार्यवाही की जा सके। इसके अतिरिक्त टोल फ्री नंबर 1950 पर भी सूचना दी जा सकती है।

बाड़मेर मतदान केन्द्रांे पर विशेष अभियान रविवार को



बाड़मेर मतदान केन्द्रांे पर विशेष अभियान रविवार को
बाड़मेर, 06 अक्टूबर। बाड़मेर जिले मंे सात विधानसभा क्षेत्रांे मंे समस्त मतदान केन्द्रांे पर रविवार को विशेष अभियान आयोजित होगा।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि निर्वाचन विभाग के निर्देशानुसार बाड़मेर जिले के समस्त मतदान केन्द्रों पर रविवार को विशेष अभियान आयोजित होगा। इसके तहत बीएलओ मतदान केन्द्रांे पर प्रातः 9 बजे से सायं 6 बजे तक उपस्थित होकर आम नागरिकों के लिए अंतिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूची प्रदर्शित करेंगे। इस दौरान किसी पात्र व्यक्ति का नाम मतदाता सूची में जोड़ने से रह गया हो अथवा संशोधन या विलोपन करना हो तो संबंधित व्यक्ति से आवेदन पत्र प्राप्त करेंगे। उन्हांेने बताया कि समस्त बीएलओ को निर्देशित किया गया है कि वे रविवार को मतदान केन्द्रों पर विशेष अभियान का आयोजन कर निर्वाचन आयोग के निर्देशांे के अनुरूप कार्य करना सुनिश्चित करें।

पुलिस उप निरीक्षक प्रतियोगी परीक्षा रविवार को

बाड़मेर, 06 अक्टूबर। उप निरीक्षक पुलिस प्रतियोगी परीक्षा 2016 रविवार को जिला मुख्यालय पर दो सत्रांे मंे प्रातः 10 से 12 बजे एवं दोपहर 3 से सांय 5 बजे तक आयोजित होगी।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि बाड़मेर जिला मुख्यालय पर 29 परीक्षा केन्द्रांे पर उप निरीक्षक पुलिस प्रतियोगी परीक्षा आयोजित होगी। इसको लेकर जिला एवं पुलिस प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। उन्हांेने बताया कि परीक्षा के दौरान अनुचित साधनांे एवं अनुचित लाभ प्राप्त करने के प्रयासांे की रोकथाम करने के लिए जिला रसद अधिकारी कंवराराम एवं वाणिज्य कर अधिकारी भवानीसिंह को नियुक्त किया गया है। इनको अनुचित साधनांे एवं गतिविधियांे की रोकथाम के लिए जारी निर्देशांे की पूर्ण पालना सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा दिवस को जिला मुख्यालय पर स्थित फोटो स्टेट, फैक्स का कार्य करने वाली दुकानांे एवं साइबर कैफे का निरीक्षण करने के लिए अधिकृत किया गया है। इसके अलावा पांच सतर्कता दल गठित किए गए है। उन्हांेने बताया कि उप निरीक्षक पुलिस प्रतियोगी परीक्षा-2016 के दौरान केन्द्रो पर मोबाइल, ब्लूटूथ आदि इलेक्ट्रोनिक सामग्री एवं संचार उपकरणों की सख्त मनाही रहेगी। किसी अभ्यर्थी के पास इस तरह की अवांछित सामग्री पाई गई तो कठोर कार्यवाही की जाएगी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार परीक्षा केन्द्रों पर अभ्यर्थी को परीक्षा हॉल में सेल्युलर फोन, कार्डलेस फोन, ब्लूटूथ एवं समस्त प्रकार के इलेक्ट्रोनिक्स, संचार उपकरणों का प्रयोग करने की सख्त मनाही है। परीक्षा वस्तुपरक परीक्षा के रूप में ली जा रही है, इसलिए अभ्यर्थी को किसी प्रकार की सहायक सामग्री यथा केलकुलेटर एवं रफ कार्य के लिए पेपर उपलब्ध नहीं करवाएं जाएंगे और न ही उपयोग करने की अनुमति दी जाएगी।

राजस्थान लोक सेवा आयोग के निर्देशः परीक्षा व्यवस्था में लगे कार्मिक अभिजागर, कनिष्ठ सहायक एवं सहायक कर्मचारी अपने मोबाइल फोन प्रश्न पत्र पैकेट खोले जाने के पूर्व केन्द्राधीक्षक के पास स्वीच ऑफ कर जमा करवाना होगा। परीक्षा केन्द्र में निर्दिष्ट अधिकारियों को छोड़कर मोबाइल फोन की पूर्णतया मनाही रहेगी। परीक्षार्थियांे को प्रवेश पत्र एवं मूल फोटो परिचय पत्र को छोड़कर अन्य किसी भी प्रकार की अवांछित सामग्री साथ मंे लाने की अनुमति नहीं होगी।

फोटो स्टेट एवं फैक्स की मशीनें बंद रहेगीः उप निरीक्षक पुलिस प्रतियोगी परीक्षा के दौरान रविवार को परीक्षा केन्द्रांे के 500 मीटर की परिधि मंे आने वाली समस्त फोटो स्टेट एवं फैक्स की दुकानंे तथा साइबर कैफे प्रातः 9 से सांय 5 बजे तक बंद रहेंगे।

पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रम पशुपालन विभाग से सम्बद्ध नहीं
बाड़मेर, 06 अक्टूबर। पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता हेतु प्रशिक्षण एवं उनकी नियुक्ति के सम्बन्ध में दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित विज्ञापनों के माध्यम से आंमत्रित किए जा रहे आवेदन पत्रों के विषय में स्थिति स्पष्ट करते हुए पशुपालन निदेशक डा. लक्ष्मण लाल राठौड़ ने बताया कि इन संस्थानों द्वारा आयोजित पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रशिक्षण प्रमाण पत्र कार्यक्रम राज्य सरकार के पशुपालन विभाग की ओर से मान्यता प्राप्त नहीं है, ना ही विभाग से किसी प्रकार की सम्बद्धता है।

उन्होंने बताया कि ऐसी संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता राज्य सरकार के पशुपालन विभाग में पशुधन सहायक के पद पर नियुक्ति के लिये पात्र नहींं हैं। उल्लेखनीय है कि विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों से दो वर्षीय पशुधन सहायक प्रशिक्षण पाठयक्रम में प्रवेश के लिए जीव विज्ञान, कृषि विषय से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण होने की अनिवार्यता है। मान्यता प्राप्त संस्थानों से दो वर्षीय पशुधन सहायक प्रशिक्षण पाठयक्रम सफलता पूर्वक पूर्ण करने वाले अभ्यर्थी ही पशुधन सहायक के पद पर नियुक्ति हेतु अनिवार्य पात्रता रखते हैं। डा. राठौड़ ने बताया कि ऐसे संस्थानों से पशु स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रशिक्षित व्यक्ति को रोजगार देने के लिये राज्य सरकार तथा पशुपालन विभाग बाध्य नहीं है इसके लिये प्रशिक्षित व्यक्ति स्वंय उत्तरदायी होंगे।