गुरुवार, 21 दिसंबर 2017

कुलभूषण जाधव को तत्काल फांसी का कोई खतरा नहीं: पाकिस्तान

कुलभूषण जाधव को तत्काल फांसी का कोई खतरा नहीं: पाकिस्तान

Kulbhushan Jadhav under no threat of immediate execution says Pakistan
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने गुरूवार को कहा कि कुलभूषण जाधव को तत्काल फांसी का कोई खतरा नहीं है. पाकिस्तान ने इन कयासों को खारिज किया कि कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी सोमवार को उनसे अंतिम मुलाकात करेंगी.




पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता डॉक्टर मोहम्मद फैसल ने कहा कि पाकिस्तान ने जाधव की मां और पत्नी को उनसे मुलाकात की अनुमति पूरी तरह मानवीय आधार पर दी है. फैसल ने साप्ताहिक ब्रीफिंग में मीडिया से कहा, ‘‘मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि कमांडर (जाधव) को तत्काल फांसी का कोई खतरा नहीं है और उनकी दया याचिकाएं अब भी लंबित हैं.’’ वह जाधव को परिवार से मुलाकात के बाद संभवत: तत्काल फांसी दिए जाने के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे.




फैसल ने कहा कि जाधव की मां और पत्नी को उनसे मुलाकात का अवसर ‘इस्लामी परंपराओं’ के मद्देनजर उपलब्ध कराया जा रहा है और यह ‘पूरी तरह मानवीय आधार पर आधारित है.’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने दोनों महिलाओं को वीजा जारी कर दिया है. मुलाकात विदेश मंत्रालय में होगी.’’ भारतीय उच्चयोग से एक राजनयिक को जाधव की मां और पत्नी के साथ आने की अनुमति दी जाएगी.




फैसल ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘पाकिस्तान कमांडर जाधव की मां और पत्नी की मीडिया से बात कराने की अनुमति देने को तैयार है. हम इस संबंध में भारत के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.’’ पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने 47 साल के जाधव को जासूसी और आतंकवाद के आरोप में अप्रैल में मौत की सजा सुनाई थी. इसके बाद मई में भारत अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत चला गया जिसने उनकी फांसी पर रोक लगा दी और अभी इसका अंतिम फैसला लंबित है.

जालोर बागवानी के क्षैत्र में समग्र विकास हो - सांसद पटेल



जालोर बागवानी के क्षैत्र में समग्र विकास हो - सांसद पटेल
नईदिल्ली। 21 दिसम्बर, 2017 गुरूवार।

जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने बुधवार को लोकसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान देष में बागवानी को बढावा देने का मुद्दा उठाया।

सांसद पटेल ने कृषि राज्य मंत्री प्रषोत्तम रूपाला से प्रष्न करने हुए कहा कि देष में बागवानी क्षैत्र में एकिकृत विकास हेतु क्षैत्र मे बागवानी मिषन कि मुख्य विषेषताए क्या है; और इसके तहत प्रदान कि जाने वाली सुविधा का ब्यौरा क्या हैं? मिषन के अन्तर्गत एक जिले व तहसिल को शामिल करने हेतु क्या मापदण्ड क्या अपनाया जा रहा हैं; मिषन के तहत शामिल किये गये जिला एवं ब्लाॅको का क्या राज्य वार ब्यौरा क्या हैं। बागवानी क्षैत्र कि उन फसलो का ब्यौरा क्या हैं जिने मिषन के अन्तर्गत शामिल किये जाने कि सम्भावना हैं। क्या मिषन के अन्तर्गत कटाई के पश्चात किन्ही आधारभूत ईकाइयों की स्थापना कि गई हैं। यदि हा तो तत्सबंधी ब्यौरा क्या हैं। क्या जलवायु परिर्वतन को देखते हुए गैर परम्परागत क्षैत्र में फलो सब्जियों एवं पुष्पों सहित अन्य बागवानी फसलों के संबंध में नवाचार और रूपान्तरण हेतु कोई कदम उठाय गयें हैं। यदि हा तो तत्सबंधी ब्यौरा क्या है। और मिषन के अन्तर्गत प्राप्त कि गई उपल्पब्धिया का राजस्थान सहित राज्य वार ब्यौरा क्या हैं?

सांसद पटेल के प्रष्न का जबाब देते हुए कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने बताया कि समेकित बागवानी विकास मिशन एक केंद्रीय प्रायोजित योजना है जिसका कार्यान्वयन 2014-15 से किया गया। (एमआईडीएच) का मुख्य उद्देश्य फलों, सब्जियों, कंदमूल, फसलों, मशरूम, मसाला, फूलों, सुगंधित पौधों, नारियल, काजु, कोको, बाॅस को कवर करते हुए बागवानी क्षेत्र का समग्र विकास है (एमआईडीएच) में मंत्रालय की चल रही मिषना/योजनाओं राष्ट्रीय बागवानी मिशन (एनएचएम) पूर्वोत्तर एवं हिमालयी राज्यों के लिए बागवानी मिशन (एचएमएनईएच) राष्ट्रीय कृषि वानिकी बाॅस मिषन (एनएबीएम) राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (एनएचबी) नारियल विकास बोर्ड (सीडीबी) और केंद्रीय बागवानी संस्थान (सीआईएच) नागालैंड को शामिल किया गया है (एमआईडीएच) के तहत सभी राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों को शामिल किया जाता है।

कृषि राज्य मंत्री ने बताया एमआईडीएच के तहत गुणवताप्रद बीज और पौधरोपण सामग्री के उत्पादन के लिए नर्सरियों, टिष्यू कलसर यूनोटो कि स्थापना किया जाना एवं क्षैत्र विस्तार अर्थात फलो, सब्जियों फूलों के लिए फलोद्यानों तथा बागानों कि स्थापना करना उनके साथ-साथ अनुत्पादक पुराने और जीर्ण फलोद्यानों का पूनरूद्वार करना सरंक्षित खेती अर्थात उत्पादकता में सुधार करने व बैमोसम उच्च मुल्य कि सब्जियों एवं फूलों को उगाने के लिए पोली हाउस, ग्रीन हाउस का निर्माण, जैविक खेती और प्रमाणिकरण, जलसंसधान और पनधारा प्रबंधन का सर्जन और परागन के लिए मधुमखी पालन एवं बागवानी यंत्रीकरण तथा फसलोपरांत और विपणन अवसंरचना का निमार्ण करना आदि शामिल हैं। एमआईडीएच के तहत राजस्थान के 24 जिले शामिल हैं।

कृषि राज्य मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला ने कहा कि एमआईडीएच के तहत ऋण संबद्ध पाष्र्वांत राज सहायता फसलोपरांत अवसंरचना जैसे शीत भण्डारण, पैक हाउस, पकाई कक्ष, प्याज भण्डारण आदि के निमार्ण के लिए उपलब्ध हैं। इन अवसंरचना इकाईया का राजस्थान राज्य में शीत भण्डारण की संख्या 27 है जिसकी क्षमता 115390 एमटी हैं, व पकाई कक्ष 14, पैक हाउस 358, समेकित पैक हाउस 3 है तथा कम लागत वाली प्याज भण्डारण 4338 एमटी है।

कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि एमडीआईएच के तहत राजस्थान राज्य में क्षैत्रिय विस्तार 151761 हैक्टयर, पनरूद्वार 5428 है0, सरंक्षित खेती 8531 है0, जैविक खेती 8408 है0, नर्सरी की सं0 135 है एवं जलसंसाधन की सं. 3135, फसलोप्रान्त प्रबंधन की सं. 4905 तथा कुल 19 मंडी है। तथा जलवायु परिर्वतन को देखते हुए गैर परम्परागत क्षैत्र में फलो सब्जियों एवं पुष्पों सहित अन्य बागवानी फसलों के संबंध में नवाचार जलवायु परिर्वतन के कारण सुनातियों का सामना करने के लिए भारतिय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने फसलो पर जलवायु परिर्वतन के प्रभाव का शमन करने के लिए कदम उठाय हैं और एक परियोजना नामतः राष्ट्रीय कृषि जलवायु सहय नवाचार (एनआईसीआरए) का कार्यान्वयन किया हैं।

जैसलमेर सरकारी विभागों के लेटर पेड पर दीनदयाल उपाध्याय का लोगो प्रयोग एवं मुद्रण करने के निर्देष

 जैसलमेर सरकारी विभागों के लेटर पेड पर दीनदयाल उपाध्याय

 का लोगो प्रयोग एवं मुद्रण करने के निर्देष

जैसलमेर, 21 दिसम्बर। संयुक्त शासन सचिव, मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग राजस्थान जयपुर के द्वारा जारी परिपत्र में दिए गए निर्देषों की अनुपालना में समस्त सरकारी विभागों को प.दीनदयाल उपाध्याय लोगो के लेटर पेड का आवष्यक रुप से उपयोग किया जाना है।

जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना ने जिले के सभी विभागीय अधिकारियों काअलग-अलग पत्र प्रेषित कर निर्देषित किया गया हैं कि वे वर्तमान में छपे हुए लेटर पेड पर पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के लोगो का स्टीकर लगा कर भविष्य में छपने वाले लेटर पेड पर  पं. दीनदयाल उपाध्याय के निर्धारित आकार के लोगो का मुद्रण करवा कर ही उपयोग में लिया जाना सुनिष्चित करेगें।

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राजस्थान वित्त निगम द्वारा पर्यटन के महत्व को देखते हुए

गेस्ट हाउस के रख-रखाव हेतु ऋण प्रदान करने की नई योजना जारी

जैसलमेर, 21 दिसम्बर । राजस्थान वित्त निगम द्वारा पर्यटन के महत्व को देखते हुए छह माह से अधिक समय से संचालित किए जा रहे गेस्ट हाउस के रख रखाव, कार्यषील पूंजी तथा आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने हेतु 10 लाख रुपये से 3 करोड़ रुपये तक के ऋण प्रदान करने की नई योजना जारी की गई है ।

राजस्थान वित्त निगम, जोधपुर द्वितीय ब्रांच के षाखा प्रबन्धक एच0 आर0 नवल ने बताया कि निगम की टीमें  जैसलमेर जिले के रामदेवरा, पोकरण तथा जैसलमेर के गेस्ट हाउस संचालकों से संपर्क कर उनकी वित्तीय आवष्यकता के अनुरूप इस नई योजना का लाभ उठाने की जानकारी प्रदान कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि  इस योजना में स्थानीय निकाय द्वारा आवासीय भूखण्ड पर गेस्ट हाउस संचालित करने की अनुमति, वित्तीय संस्थान से ऋण प्राप्त करने तथा रहवासीय भूखण्ड के मूल दस्तावेज रहन रखने का अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर पेष करना होगा ।

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ग्रामपंचायत कनोई में रात्रि चैपाल शुक्रवार को

जैसलमेर, 21 दिसम्बर। ग्रामपंचायत कनोई में रात्रि चैपाल शुक्रवार, 22 दिसंबर को आयोजित होगी। जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना रात्रि चैपाल में ग्रामीणों की परिवेदनाएं सुनेंगे एवं उनकी समस्याओं का समाधान करेंगे। ग्राम पंचायत क्षेत्र के ग्रामीणजनों से आह्वान किया कि वे रात्रि चैपाल में अधिकाधिक संख्या में पहुंच कर अपनी समस्याओं को रखें ताकि उनका विभागीय अधिकारियों द्वारा निराकरण किया जा सकें।

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साहित्य अकादमी पुरस्कार 2017: हिंदी में रमेश कुंतल मेघ और उर्दू में बेग एहसास को मिलेगा अवॉर्ड

साहित्य अकादमी पुरस्कार 2017: हिंदी में रमेश कुंतल मेघ और उर्दू में बेग एहसास को मिलेगा अवॉर्ड
Sahitya Akademi award 2017: Ramesh Kuntal Megh in Hindi, Baig Ehsas in Urdu will be awarded

नई दिल्ली: विविधता भरे भारत के बहुल भाषी साहित्य को राष्ट्रीय चेहरा प्रदान करने वाली संस्था साहित्य अकादमी ने आज हिंदी में रमेश कुंतल मेघ की ‘विश्वमिथकसरित्सागर’ और उर्दू के बेग एहसास की ‘दख़मा’ सहित 24 भाषाओं की कृतियों को पुरस्कार के लिए चुना. साहित्य अकादमी के सचिव डॉक्टर के श्रीनिवास राव ने 24 भाषाओं में साहित्य अकादमी और वार्षिक अनुवाद पुरस्कारों की घोषणा की.




राव ने बताया, ‘‘साहित्य अकादमी के अध्यक्ष प्रो विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता में आज हुई अकादमी के कार्यकारी मंडल की बैठक में पुरस्कारों के लिए इन नामों का अनुमोदन किया गया.’’ उन्होंने कहा कि इन सभी रचनाओं का चयन अकादमी के नियमानुसार गठित संबंधित भाषाओं की तीन सदस्यीय निर्णायक समितियों की संस्तुतियों के आधार पर किया गया है.









इस साल रमेश कुंतल मेघ की ‘विश्वमिथकसरित्सागर’ को हिंदी का साहित्य पुरस्कार प्रदान किया गया है. उनकी इस पुस्तक में वास्तुशास्त्र, समाजशास्त्र, सौन्दर्यबोधशास्त्र, समाजविज्ञानों के हाशियों पर भी मिथकों के नाना ‘पाठरूपों’ (भरतपाठ से लेकर उत्तर-आधुनिक पाठ) और‘सामाजिक पंचांगों’ के बारे में चर्चा की गई है. इसमें विश्व के लगभग 35 देशों की मिथक-गाथा, विश्व धरोहर की 9 संस्कृतियों की मिथक-चित्र-आलेखकारी, विश्व के मिथक-भौगोलिक मानचित्रों का लेखा-जोखा और दुर्लभ चित्रफलकों की कूची से उकेरती विश्वमिथक गाथाओं को शामिल किया गया है.




उर्दू में यह पुरस्कार बेग एहसास के कहानी संग्रह ‘दख़मा’ को प्रदान किया गया है. चौबीस भाषाओं में दिए जाने वाले इन पुरस्कारों में सात उपन्यास, पांच काव्य संग्रह, पांच कहानी संग्रह, पांच समालोचना, एक नाटक और एक निबंध को पुरस्कृत किया गया है. अंग्रेजी भाषा में यह पुरस्कार ममंग दई के उपन्याय ‘द ब्लैक हिल’, असमिया में जयंत माधव बरा के उपन्यास ‘मरियाहोला’, बांग्ला में आफसार आमेद के उपन्यास ‘सेइ निथोंज मानुषटा’ और तमिल में इंकलाब की कविता ‘कानधल नाटकल’ को प्रदान किया गया.




इसके अलावा बोडो, डोगरी, गुजराती, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, ओड़िया, पंजाबी, राजस्थानी, संस्कृत, संथाली, सिंधी एवं तेलुगू भाषा में भी यह पुरस्कार प्रदान किया गया.




राव ने इसी के साथ वार्षिक अनुवाद पुरस्कारों की भी घोषणा की. इसके तहत बांग्ला में लिखी शंभु मित्र की ‘अभिनय नाटक मंच’ के इसी नाम से किए गए हिंदी अनुवाद के लिए प्रतिभा अग्रवाल को पुरस्कृत किया गया. वहीं महाकवि कालिदास की संस्कृत में रचित ‘मेघदूत’ के उर्दू तर्जुमा ‘कालिदास की अजीम शायरी-मेघदूत (खंड-1)’ के लिए महमूद अहमद सहर को यह पुरस्कार दिया गया.




अनुवाद श्रेणी में भी अन्य सभी भाषाओं में पुरस्कार की घोषणा की गई. साहित्य अकादमी पुरस्कारों का वितरण अगले साल 12 फरवरी को वार्षिक साहित्योत्सव के दौरान किया जाएगा, जबकि अनुवाद पुरस्कारों को अगले साल जुलाई-अगस्त में प्रदान किया जाएगा.

राजस्थान सरकार में मंत्री के बेटे की दबंगई, युवक का अपहरण कर पीट-पीटकर किया अधमरा

राजस्थान सरकार में मंत्री के बेटे की दबंगई, युवक का अपहरण कर पीट-पीटकर किया अधमरा


अलवर: राजस्थान के अलवर में राज्य के कैबिनेट मंत्री हेम सिंह भड़ाना के बेटे और उसके दोस्तों ने कथित रूप से एक शख्स की बुरी तरह पिटाई कर दी है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मंत्री के बेटे और उसके दोस्तों ने युवक को बंधक बनाकर पीटा. युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है. वहीं पीड़ित के पिता ने इस बारे में कहा है कि कुछ लोग मंत्री के लिए अप्शब्द बोल रहे थे. उस समय मेरा बेटा भी वहीं खड़ा था. जो लोग अप्शब्द बोल रहे थे वो मौके पर से निकल गए. लेकिन मेरा बेटा वहीं खड़ा रहा. इसके बाद उसे बंधक बनाकर पीटा गया. हमें उसे छुड़ाने के लिए जाना पड़ा. हमें भी धमकी दी गई. वहीं इस मामले को लेकर पुलिस ने कोई भी बयान देने से इनकार कर दिया है. शिवाजी पार्क एसएचओ, विनोद सामरिया ने कहा है कि हम अभी कोई भी बयान देने की स्थिति में नहीं है.गौरतलब है कि मंगलवार रात 8.32 बजे एक स्विफ्ट गाड़ी मंत्री के निवास वीर सावरकर नगर में मकान के सामने रुकी. गाड़ी में बैठे युवकों ने कांच ऊपर कर मंत्री को गालियां दी. उस समय मंत्री भी घर पर ही थे. भडाना बाहर निकलते इससे पहले ही गाड़ी सवार युवक भाग गए. साथियों का नाम नहीं बताने पर मंत्री के बेटों ने तेजसिंह के साथ मारपीट की.

तेजसिंह के पिता का कहना है कि वह गाली देने वालों में शामिल नहीं था. वह बेकसूर है. पीड़ित युवक के पिता सतीश यादव ने बताया कि उसके बेटे को मंत्री के बेटों उसके साथियों ने सुबह करीब आठ बजे अपहरण कर लिया था. पुलिस अभी इस मामले पर किसी भी तरह का बयान देने से बच रही है, पुलिस ने अरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.

यूपी: आश्रम में साध्वियों के साथ गैंगरेप, मना करने पर बांध कर पीटते थे

यूपी: आश्रम में साध्वियों के साथ गैंगरेप, मना करने पर बांध कर पीटते थे

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बस्ती: संत कुटीर आश्रम के बाबा स्वामी सच्चिदानंद सहित चार महंतों द्वारा साध्वियों से क​थित गैंगरेप की शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने बताया कि छत्तीसगढ़ की दो लड़कियों और बस्ती की दो अन्य लड़कियों ने अपनी शिकायत में बाबा और महंतों के खिलाफ मारपीट, यौन शोषण और रेप का आरोप लगाया है.

संत कुटीर आश्रम सदर कोतवाली क्षेत्र के अमहट घाट के पास है. पुलिस के मुताबिक पीड़ित साध्वियों का आरोप है कि आश्रम में उनके साथ रेप किया जाता था, मना करने पर रस्सी से बांध कर यातनाएं दी जाती थीं.


किसी तरह आश्रम से जान बचा कर भागी ये साध्वियां पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचीं और आपबीती सुना कर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने मुकदमा दर्ज कर जांच के आदेश दे दिए हैं.

पुलिस ने आश्रम पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है. आश्रम के संचालक धरम राज चौधरी ने लड़कियों के आरोप को निराधार बताते हुए दावा किया कि धन की हेराफेरी करने के कारण उन्हें आश्रम से निकाल दिया गया है. पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगे कार्रवाई की जाएगी.

बाड़मेर में बोले सेना प्रमुख, कहा- भेड़चाल के चलते कश्मीरी युवा हो रहे है पत्थरबाजी की घटनाओ में शमिल

बाड़मेर में बोले सेना प्रमुख, कहा- भेड़चाल के चलते कश्मीरी युवा हो रहे है पत्थरबाजी की घटनाओ में शमिल

बाड़मेर: कश्मीरी युवा भेड़चाल के चलते पत्थरबाजी की घटनाओ में शामिल हो रहे है. युवाओ को पत्थरबाजी का असल मकसद पता नहीं है गुमराह युवा जो एक बार पत्थरबाजी में शामिल हुआ या उसके बाद पत्थरबाजी में शामिल नहीं हुआ ऐसे 4000 युवाओ पर कश्मीर सरकार केस वापिस ले रही है, ये बात भारतीय थल सेना प्रमुख बिपिन रावत ने बाड़मेर में शहीद धर्माराम की मूर्ती अनावरण समारोह के दौरान आयोजित प्रेस वार्ता में कही.




शहीद धर्माराम की मूर्ती अनावरण समारोह में शिरकत करने आए सेना प्रमुख ने मिडिया से रूबरू होते हुए कहा कि बाड़मेर सांसद कर्नल सोनाराम की वजह से मुझे इस कार्यक्रम में शिरकत करने का मौका मिला है शहीद धर्माराम ने बड़ी काबिलता से प्रशिक्षण पूरा किया. धर्माराम ने कई आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन में अपनी काबिलियत का परिचय दिया. शहीद धर्माराम ने बड़ी निडरता से पुलगांव में लश्कर के डिस्ट्रिक कमाण्डर को ढेर करते हुए वीर गति को प्राप्त किया.




शहीद धर्माराम पर पूरे देश को गर्व है सेना प्रमुख ने कहा कि शहीद धर्माराम के परिवार सरकार के प्रयास के चलते सारी सुविधाएं मिल गयी है. शहीद के बच्चो को अच्छी शिक्षा मिले और उसका छोटा सा बच्चा मिल्ट्री स्कूल में भर्ती होकर सेना में अपनी सेवाएं दे. और अपने पिता की तरह नाम रोशन करे पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से बढ़ती हरकतों पर सेना प्रमुख ने कहा की हमे उनसे डरने की जरूरत नहीं है. अगर वो किसी प्रकार की कोई तैयारी कर रहे है तो हम भी पूरी तरह से तैयार है सेनिको की सेवानिवृति की उम्र बढ़ाने के सवाल पर सेना प्रमुख ने कहा की अभी छोटे स्तर पर ये मांग उठ रही है अगर मांग बढ़ेगी तो इस पर जरूर विचार किया जाएगा.

बाड़मेर। सेनाध्यक्ष ने शहीद धर्माराम की प्रतिमा का किया अनावरण

बाड़मेर। सेनाध्यक्ष ने शहीद धर्माराम की प्रतिमा का किया अनावरण

हजारो लोगो ने किया शहादत को सलाम 


रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर 

बाड़मेर। जिले के तारातरा गांव के जांबाज धर्माराम जाट ने 25 मई 2015 को जम्मू कश्मीर में लश्कर तैयबा के खुंखार आतंकी अय्यात उल्लाह के सीने में 30 गोलियां उतार कर मार गिराया और खुद शहीद हो गए। भारत सरकार ने शहीद धर्माराम को मरणोपरांत शौर्यवीर चक्र से सम्मानित किया था। गुरुवार को उनके पेतृक गांव धर्मासर तारातरा में शौर्यवीर चक्र विजेता शहीद धर्माराम जाट की आदमकद प्रतिमा का अनावरण थल सेनाध्यक्ष बिपिन रावत, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी ,सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने किया। अथितियो ने जैसे ही शहीद की मूर्ति का अनावरण किया उस वक्त शहीद धर्माराम के जयकारों से आसमाँ गूँजता नजर आया। कार्यक्रम में अथितियो ने शहीद की मूर्ति का अनावरण किया और शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शहीद की शहादत को नमन किया। इस अवसर पर हजारो लोगो का जनसैलाब शहीद के पेतृक गांव धर्मासर तारातरा पहुँचा और शहीद धर्माराम की शहादत को नमन किया। 




वो दिन था 25 मई 2015 जम्मू कश्मीर के यारीपुरा जिले के काजीकुला में 25 मई 2015 को एक मकान में दो आतंकी छिपे हुए होने की सूचना मिली थी। इस पर बाड़मेर के लाल धर्माराम समेत उनके पंद्रह साथियों का दल मौके पर पहुंचे। आतंकियों को सेना की ओर से मकान घेरने की भनक लग गई। इस बीच एक आतंकी ने मकान की छत पर चढ़कर धर्माराम को गोली मार दी थी, इसके बावजूद धर्माराम ने आतंकी अय्यात उल्लाह भट्ट के सीने में एके-47 से 30 गोलियां मारकर 15 सैनिकों की जान बचाई। घायलावस्था में धर्माराम को इलाज के लिए श्रीनगर ले गए, जहां वो शहीद हो गए।

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बाड़मेर हड़ताल के दौरान विभिन्न संगठनांे के चिकित्सक दे रहे हैं सेवाएं

बाड़मेर हड़ताल के दौरान विभिन्न संगठनांे के चिकित्सक दे रहे हैं सेवाएं

बाड़मेर, 21 दिसंबर। राजकीय चिकित्सालय मंे चिकित्सकांे की हड़ताल के दौरान वेदांता, केयर्न आयल एंड गैस तथा सीमा सुरक्षा बल की ओर से उपलब्ध कराए गए चिकित्सकांे की बदौलत मरीजांे को चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध हो रही है।

राजकीय चिकित्सालय मंे 17 दिसंबर से लगातार वेदांता, केयर्न आयल एंड गैस, धारा संस्थान, हेल्पेज इंडिया, वोकार्ड फाउंडेशन, बाड़मेर जन सेवा समिति के सहयोग से छह चिकित्सकांे की सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। वेदांता, केयर्न आयल एंड गैस के सी.एस.प्रबंधक सी.पी.सिंह राजावत ने बताया कि 1600 मरीजांे को उपचारात्मक सेवाएं प्रदान की गई हैं राजावत के मुताबिक आपातकालीन परिस्थितियांे मंे केयर्न आयल एंड गैस जिला प्रशासन एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मार्गदर्शन मंे सदैव सहयोग के लिए तत्पर है। धारा संस्थान के मुख्य अधिशाषी महेश पनपालिया ने बताया कि आपातकालीन परिस्थितियांे मंे प्रमुख चिकित्साधिकारी बी.एल.मंसूरिया के निर्देशों के अनुरूप उपलब्ध कराई जा रही है। राजकीय चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्साधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया ने विभिन्न संगठनांे की ओर से मिल रहे सहयोग की सराहना की है।

जीपीएफ अंशदान में गैप्स की पूर्ति के लिए अभियान

बाड़मेर, 21 दिसंबर। राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग सभी कार्मिकों के जीपीएफ खातों को पूर्ण करने के लिए पदस्थापन से आदिनांक तक जीपीएफ अंशदान में गैप्स की पूर्ति आनलाईन करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। 

राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग के निदेषक भंवरलाल मेहरा ने बताया कि सम्बन्धित खातेदारों एवं उनके आहरण एवं वितरण अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे शीघ्र इस विभाग से सम्बन्धित कार्यालयों से समन्वय स्थापित करते हुए 31 मार्च 2018 तक कार्मिकों के खातों में गैप्स को पूर्ण कराने में सहयोग प्रदान करे एवं जिला कार्यालय द्वारा वांछित दस्तावेज यथा कटौती पत्र, जीए 55 ए एवं खातेदार की विधिवत तैयार पास-बुक जिला कार्यालय को उपलब्ध कराये ताकि ऐसे कार्मिकों के सेवा निवृत्ति पर एक बार में ही समय पर सम्पूर्ण राषि का भुगतान किया जा सके। निदेशक ने बताया कि जिन राज्य कर्मचारियों के वेतन बिल पे-मैनेजर से तैयार होकर कोषालय द्वारा प्रतिमाह पारित किये जा रहे उनकी 1 अप्रैल 2012 के प्श्चात् की समस्त जीपीएफ कटौतियां पूर्व से ही ऑनलाईन प्रदर्षित हो रही है ऐसे मामलों में भी पदस्थापन से 31 मार्च 2012 तक का लेजर ऑनलाईन किया जाना है। राज्य बीमा एवं प्रावधायी निधि विभाग जयपुर के संयुक्त निदेशक रामपाल परसोया ने बताया कि प्रथम चरण में उन खातेदारों के जीपीएफ खातों को पूर्ण किया जाएगा, जिनकी सेवा निवृत्ति आगामी 5 वर्षों में हो रही है।

डीएसीपी के एरियर का होगा भुगतान

डीएसीपी का लाभ योग्यता की दिनांक से होगा देय

बाड़मेर, 21 दिसंबर। राज्य सरकार के कार्मिक विभाग ने चिकित्सकों को डीएसीपी के भुगतान हुए एरियर की वसूली पर रोक लगा दी है एवं पूर्व में एरियर का भुगतान नहीं होने पर एरियर का भुगतान करने की अधिसूचना जारी कर दी है। साथ ही 1 अप्रेल 2018 से डीएसीपी का लाभ ज्वाइनिंग डेट की बजाय योग्यता की दिनांक से देय होने की भी अधिूसचना जारी की गयी हैै। 

इस अधिसूचना के अनुसार राजस्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा तृतीय संशोधन नियम 2017 के तहत बनाए गए नियम 11 जुलाई 2011 से प्रवृत्त समझे जाएंगे। इनके अनुसार डीएसीपी के अधीन 11 जुलाई 2011 से 31 मार्च 2014 तक अवधि के दौरान प्रथम बार पदोन्नत किए गए चिकित्साधिकारियों को वेतन और भत्तों का वास्तविक संदाय उस तारीख से, जिससे पदोन्नति देय हो, एक बारीय अपवाद के रूप में अनुज्ञेय होगा। डीएसीपी के अधीन 1 अप्रेल 2014 से 31 मार्च 2018 के बीच पदोन्नति होने के मामले में डीएसीपी के अधीन पदोन्नति पर वेतन और भत्तों का वास्तविक संदाय वास्तविक पद ग्रहण की तारीख से संदेय होगा और डीएसीपी के अधीन पदोन्नति की पात्रता की तारीख से अर्थात पात्रता वर्ष की अगली एक अप्रेल से पदग्रहण तारीख तक की कालावधि के लिए वेतन काल्पनिक आधार पर नियत किया जायेगा। 1 अप्रेल 2018 को या उसके पश्चात डीएसीपी के अधीन पदोन्नति पर नकद फायदा पदग्रहण की तारीख को विचार में लिये बिना उस तारीख से अनुज्ञेय होगा, जिसको वह देय हो। 

बाड़मेर राजस्व शपथ आयुक्त की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित

बाड़मेर राजस्व शपथ आयुक्त की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित

बाड़मेर, 21 दिसंबर। बाड़मेर जिले मंे वर्ष 2017 के लिए नियुक्त राजस्व शपथ आयुक्त की कार्य अवधि 31 दिसंबर को समाप्त होने जा रही है। वर्ष 2018 के लिए राजस्व शपथ आयुक्त की नियुक्ति राजस्थान शपथ आयुक्त नियम, 1970 के तहत की जानी है।

जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि जो राजस्व अभिभाषक राजस्व शपथ आयुक्त के पद के लिए नियुक्ति चाहते है वे राजस्व न्यायालय वार बाड़मेर, बालोतरा, रामसर, पचपदरा, सिवाना, बायतू, शिव, गुड़ामालानी, चौहटन, सिणधरी, सेड़वा, धोरीमन्ना, गडरारोड़, गिड़ा, समदड़ी मंे अपने आवेदन प्रस्तुत कर सकते है। जिला कलक्टर ने बताया कि आवेदन पत्र मंे संबंधित अभिभाषक अपनी पंजीकरण संख्या, नियुक्ति स्थान, संबंधित बार एसोसिएशन के अध्यक्ष, सचिव की अनुशंषा सहित आवेदन पत्र प्रस्तुत करें। इसके लिए आवेदन पत्र 27 दिसंबर 2017 तक प्राप्त किए जाएंगे। निर्धारित समयावधि के बाद प्रस्तुत होने वाले आवेदन पत्रांे को स्वीकार नहीं किया जाएगा।


बाड़मेर महत्वपूर्ण विकास योजनाआंे की नियमित मोनेटरिंग करने के निर्देश



बाड़मेर महत्वपूर्ण विकास योजनाआंे की नियमित मोनेटरिंग करने के निर्देश
-मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने राज विकास की बैठक मंे निर्देशांे की क्रियान्विति की समीक्षा की।
बाड़मेर, 21 दिसंबर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की नियमित मॉनीटरिंग के लिए शुरू किए गए नवाचार ‘राजविकास‘ के सकारात्मक परिणामों पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि विकास की यह रफ्तार ऐसे ही बनी रहे, ताकि सब मिलकर राजस्थान को विकास का मॉडल स्टेट बना सकें। श्रीमती राजे गुरूवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में राजविकास की सातवीं बैठक में पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशों की क्रियान्विति की समीक्षा कर रही थीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम विकास की गति बढ़ाने के लिए सिस्टम की रि-इंजीनियरिंग कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि नियमों और प्रक्रियाओं का सरलीकरण हो तथा जनहित में त्वरित निर्णय लेकर विकास परियोजनाओं में लगने वाले समय और लागत में कमी लाएं। उन्होंने कहा कि परियोजनाएं समय पर पूरी होंगी तो इनका फायदा आमजन को मिलेगा और राजस्थान देश में एक तेजी से बदलते राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाए रख सकेगा।

श्रीमती राजे ने राजस्थान को मार्च-2018 तक खुले में शौच से मुक्त बनाने के लक्ष्य की समीक्षा करते हुए कहा कि हमारे शहर देश के टॉप-50 स्वच्छ शहरों में स्थान बनाएं। साथ ही प्रमुख शहर टॉप-10 में भी शामिल हों। इसके लिए जनवरी माह में शुरू होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण के सभी मापदंड पूरे करें और जनप्रतिनिधियों तथा आमजन को इस मुहिम से जोड़ें। उन्होंने कहा कि शहर की स्वच्छता रैंकिंग को वहां के लोगों के लिए गौरव का विषय बनाएं। मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिला कलक्टरों से स्वच्छ भारत अभियान की प्रगति की जानकारी ली और कहा कि शौचालय निर्माण के काम में तेजी लाकर अपने-अपने जिले को शीघ्र ओडीएफ बनाएं। इस दौरान बाड़मेर जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने स्वच्छ भारत मिशन एवं प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण की प्रगति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। उन्हांेने कहा कि बाड़मेर जिले को खुले मंे शौच से मुक्त कराने के लिए समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्रीमती राजे ने पोकरण-फलसूंड-बालोतरा लिफ्ट वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट समेत अन्य पेयजल परियोजनाओं का काम भी जल्दी पूरा करने के निर्देश दिए।

जालोर/चितलवाना दूसरी पत्नी की हत्या के लिए पति ने ही रचा था हादसे का ड्रामा, हालात ऐसे बने कि पहली को भी जिंदा जलने दिया

जालोर/चितलवाना 
दूसरी पत्नी की हत्या के लिए पति ने ही रचा था हादसे का ड्रामा, हालात ऐसे बने कि पहली को भी जिंदा जलने दिया



चितलवानाथाना क्षेत्र के सेसावा गांव से 1 किमी दूर मंगलवार दोपहर में खड़ी कार में लगी आग से दो महिलाओं की हुई मौत हादसा नहीं बल्कि हत्या थी। जलाकर इनको दर्दनाक मौत देने वाला कोई और नहीं बल्कि उन दोनों महिलाओं का पति सेसावा निवासी दीपाराम जो इसे हादसे का रूप देना चाहता था। पुलिस पूछताछ में देर रात पति ने गृह क्लेश के चलते हत्या करने की बात कबूल ली। दोनों पत्नियों के बीच रोज-रोज के झगड़े से परेशान होकर वह 15 दिनों से हत्या की प्लानिंग बना रहा था। पुलिस के अनुसार मंगलवार को सेसावा स्थित स्वयं के घर से दीपाराम ने दोनों पत्नियों को अरणियाली गांव में गहने बनवाने का कहकर कार में बिठाया। दूसरी पत्नी दौली अगली सीट पर तो पहली पत्नी मालू पीछे की सीट पर बैठी। दूसरी पत्नी के पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर दीपाराम को गिरफ्तार कर लिया।


पहली पत्नी मंदबुद्धि थी तो दूसरी शादी की, लेकिन दूसरी भी आए दिन तंग करने लगी तो पहली के प्रति वापस उमड़ा प्यार। यही दूसरी पत्नी को बर्दाश्त नहीं हुआ और बढ़ता गया गृह क्लेश : दीपारामने पहली पत्नी के मंदबुद्धि होने के कारण दूसरी शादी की थी। लेकिन वह भी तेज निकली। दोनों में आए दिन झगड़ा होने लगा तो दीपाराम का झुकाव वापस पहली पत्नी के प्रति हुआ। इससे दौली और भड़क गई। उनमें इस बात पर आए दिन झगड़ा होने लगा। दोनों के बीच कई बार हाथापाई की जानकारी भी सामने आई।

पालनपुरमें साथ रहते हुए आए दिन होता था झगड़ा, एक माह पहले ही दूसरी पत्नी का सास से भी हुआ था झगड़ा : घरमें आए दिन के झगड़ों को देखते हुए दीपाराम दूसरी पत्नी को अपने साथ ही पालनपुर में रखता था। वह भवन निर्माण के ठेके लेता था और उसकी आर्थिक स्थिति काफी ठीक थी। लेकिन वहां भी दोनों आए दिन झगड़ते थे। एक माह पहले सेसावा आए तो दौली का अपनी सास के साथ भी झगड़ा हुआ था। इसके बाद से ही दीपाराम ने उसे रास्ते से हटाने की ठान ली थी।

पहली पत्नी को मारना नहीं चाहता था, लेकिन हालात ऐसे बने कि उसे भी नहीं बचाया

दीपारामपहली पत्नी मालू देवी को नहीं मारना चाहता था। दूसरी से झगड़े के कारण उसके प्रति वापस लगाव हो गया था। सोच यह भी थी कि जैसे-तैसे वह तीनों बच्चों को पाल लेगी। लेकिन दूसरी पत्नी को मारने का जुनून इस कदर सवार था कि उसने पहली की मौत भी स्वीकार कर ली। इसी कारण उसे भी नहीं बचाया।

शीशोंपर काली फिल्म गैस टंकी देखकर लोग नहीं गए करीब और दोनों पत्नियां जिंदा ही जल गई

दीपारामके चिल्लाने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। कार के शीशों पर काली फिल्म चढ़ी थी इसलिए अंदर बैठी दोनों पत्नियां दिखी नहीं। लोगों को सिर्फ आग ही दिखी। लोगों को इस बीच गैस टंकी दिखी तो विस्फोट होने के डर से भी कार के करीब नहीं गए। दूर से ही पानी डालते रहे। कार के शीशे टूटे तो पता चला कि दो महिलाएं जिंदा जल गईं।

पुलिस और समाज को हादसा ही लगे, इसलिए बनाई पूरी प्लानिंग

गहनेबनवाने का बहाना- दूसरी पत्नी कईदिन से गहनों की मांग कर रही थी। इसलिए उसने यही बहाना काम लिया। इस बात पर वह भी राजी हो गई। हालांकि इसी बीच पहली पत्नी भी कार में सवार हो गई। लेकिन यहां उसने बच्चों को साथ नहीं लिया इस कारण उस पर संदेह हुआ।

{पितासे बात करवाई- घटनासे पहली रात को दीपाराम ने दूसरी पत्नी की उसके पीहर में बात करवाई। वहां बताया कि सुबह वह उसके गहने बनवाने के लिए सुनार के यहां जाएगा। ताकि उसके पीहर पक्ष को भी पूरा घटनाक्रम स्वाभाविक लगे।

{दूसरी पत्नी को साथ ले गया- घरसे निकलते वक्त पहली पत्नी भी कार में बैठ गई। यह उसकी प्लानिंग से अलग था। लेकिन उसको उसने पीछे की सीट पर बैठाया ताकि वह सुरक्षित रहे।

{जाते समय आगे बैठाया और उसी तरफ से पत्थरों से टक्कर मारी - दूसरीपत्नी को ठिकाने लगाने के इरादे से ही उसने उसको आगे बैठाया। उसी तरफ से टक्कर भी मारी। सोच यह थी कि वह चोटिल भी होगी। बच भी गई तो कार पलटने से मरेगी। फिर भी बची तो कार में आग लगा देगा।

जालोर में चितलवाना के निकट सेसावा गांव में कार में जिंदा जली दो महिलाओं के मामले में भास्कर के बाद पुलिस ने किया खुलासा

अपनी दूसरी पत्नी का चौथा पति था दीपाराम, 15 लाख से ज्यादा खर्च किए थे शादी के लिए, 10 लाख की एफडी करवानी पड़ी थी पहली पत्नी के नाम

जानकारीके अनुसार दौली देवी दीपाराम की दूसरी पत्नी थी। लेकिन दीपाराम उसका चौथा पति था। पहले एक शादी के बाद उसके दो जगह और नाते हुए। दीपाराम से तीसरा नाता हुआ। इसके लिए दीपाराम ने करीब 10 लाख रुपए समाज की पंचायत में जुर्माना भरा, 5 लाख से ज्यादा पंच पटेलों खाने पर खर्च किए। पहली पत्नी को नहीं छोड़ने के आश्वासन के साथ उसके नाम 10 लाख रुपए की एफडी करवानी पड़ी थी।


सीएनजी किट में गैस नहीं थी, पेट्रोल से चल रही थी कार

कार गैस से चल रही होती तो बड़ा विस्फोट होता। पुलिस पूछताछ में दीपाराम ने यह बात स्वीकार की। गैस टैँक में गैस नहीं थी।

पत्थरों से टक्कर के वक्त ही मारना चाहता था, सफल नहीं हुआ तो घर लौटते समय जिंदा जलाया

दीपारामकेवल दूसरी पत्नी को ही मारना चाहता था इसलिए जाते समय उसने उसे आगे बैठाया। उसी साइड से उसने जानबूझकर पत्थरों से गाड़ी टकराई कि इसके बाद कार पलट जाएगी और वह हालात का फायदा उठा दौली देवी काे मार देगा। लेकिन गाड़ी नहीं पलटी और दौली देवी भाग निकली। मौके पर दो-तीन महिलाएं पहुंचने से वह उसके मंसूबे पूरे नहीं हुए और उसे वापस घर की और लौट गया।

फ्यूल टैंक के अलावा खुला पेट्रोल भी था कार में

 कार में खुला पेट्रोल भी था। दीपाराम ने स्वीकार किया कि वह दो लीटर की कोल्ड ड्रिंक की बोतल में पालनपुर से ही पेट्रोल भरवाकर लाया था।

कार में दोनों पत्नियां जिंदा जलती रहीं वह बाहर खड़ा देखता रहा

कारमें आग लगाकर दीपाराम खुद नीचे उतर गया। कार स्टार्ट छोड़ दी जिससे वह ऑटो लॉक हो गई। वह बाहर खड़ा देखता रहा। करीब पांच मिनट बाद एक बाइक सवार उधर से गुजरा तो वह दिखावे के लिए चिल्लाने लगा।

कार को जानबूझकर ही लॉक किया था

पेट्रोलकी बोतल ड्राइवर सीट के नीचे रखी थी। वापस घर लौटते समय चलती कार में पेट्रोल की बोतल का ढक्कन खोला ताकि पूरा बिखर जाए। इसके बाद तिल्ली फेंक कर वह कार को स्टार्ट छोड़कर ही नीचे उतर गया और गेट वापस बंद कर दिया। इससे कार ऑटो लॉक हो गई। चूंकि कार में दो लीटर पेट्रोल फैला था इसलिए उसने तेजी से आग पकड़ ली।

विवाद कार में बैठते ही शुरू हो गया था

दूसरीपत्नी को अंदेशा था कि उसके साथ कुछ गलत हो सकता है। कार में बैठते ही दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया था। पत्थर से टक्कर के बाद उसका अंदेशा पुख्ता हो गया और वह निकलकर भागी। दीपाराम उसे जबरन बैठाकर लाया। वापस घर लौटते समय भी दोनों आपस में झगड़ रहे थे।

बुधवार, 20 दिसंबर 2017

बाड़मेर ग्यारवीं का आया चाँद नजर, झूम उठे मोमिनो के दिल



बाड़मेर ग्यारवीं का आया चाँद नजर, झूम उठे मोमिनो के दिल
बाड़मेर। आसमान से ग्यारवीं के चाँद का दीदार हुआ तो मोमिनो के चेहरे खुशी से चमक उठे और दिल खुश हो गया।

़बाड़मेर जामा मस्जिद के पेश इमाम जनाब लाल मोहम्मद साहब सिद्दीकी ने बताया कि ग्यारवीं का महीना मुस्लिम समाज के लिए बड़ी फजीलत रखता है, क्योंकि यह महीना बड़े पीर साहब हजरत शैख अब्दुल कादिर जीलानी की याद में मनाया जाता है। सिद्दीकी ने यह ऐलान किया कि बरोज मंगल शाम को ग्यारवीं का चाँद नजर आ गया लेहाजा बरोज बुध इस्लामी महीने ग्यारवी शरीफ की एक तारीख मानी जाएगी।

शाही इमाम ने कहा पूरी मुस्लिम दुनियां में यह ग्यारवीं का महीना बड़े पीर की याद में मनाया जाता है, लोग इस महीने में खैर खैरियात ओर गौसे पाक के नाम लंगर ओर शीरीनी तकसीम करते है और जलसे जुलूस का कार्यक्रम रख कर बड़े पीर साहब की जीवणी पर रोशनी डालते है।

:बाड़मेर - 24 दिसंबर तक करे शतप्रतिषत राषन सामग्री का वितरण

:बाड़मेर -  24 दिसंबर  तक करे शतप्रतिषत राषन सामग्री का वितरण


बाड़मेर  उचित मूल्य दुकानदारों द्वारा पोष मषीन के माध्यम से किये गये राषन वितरण की समीक्षा की गयी, जिसमें पाया गया कि माह में कुछ उचित मूल्य दुकानदारों द्वारा आदिनांक तक पोष मषीन से राषन सामग्री का वितरण प्रारम्भ नही किया गया है या बहुत कमa वितरण किया गया है।
अतः जिले के समस्त उचित मूल्य दुकानदारों को निर्देष दिये जाते है कि वे दिनांक 24.12.2017 तक पात्र उपभोक्ता को रसद सामग्री का वितरण शतप्रतिषत पोष मषीन के माध्यम से करे। दिनांक 24 के पष्चात् पोष मषीन अपडेषन का कार्य प्रारम्भ हो जाने से वितरण कार्य में बाधा आ सकती है। किसी प्रकार की लापरवाही बरतने पर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई अमल में लायी जावेगी। 

अजमेर संभागीय आयुक्त ने की मुख्यमंत्री जन संवाद के प्रकरणों की समीक्षा

अजमेर संभागीय आयुक्त ने की मुख्यमंत्री जन संवाद के प्रकरणों की समीक्षा

अजमेर, 20 दिसम्बर। संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सहाय मीना ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री जन संवाद में दर्ज प्रकरणों की समीक्षा की तथा उनके निस्तारण के बारे में आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए।

    संभागीय आयुक्त श्री मीना ने कहा कि प्रार्थी को प्रकरण में हुई प्रगति के बारे में नियमित सूचना उपलब्ध करवायी जाए। इससे प्रार्थी को संतुष्ट करने में आसानी रहेगी। प्रार्थी के द्वारा संबंधित अधिकारी से प्रकरण के निस्तारण के संबंध में जानकारी मांगने पर संवेदनशीलता के साथ सूचना देनी चाहिए। प्रकरणों के निस्तारण में समस्त विभागों का सहयोग रहता है। इन्हें आपसी समन्वय के साथ कार्य करना चाहिए।

    उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्तर से संबंधित प्रकरणों के निस्तारण के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को उच्च स्तर पर समय-समय पर सम्पर्क करना आवश्यक है। व्यापक जनहित से जुड़े मुद्दो को प्राथमिकता से निस्तारित किया जाना चाहिए।

    उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित समयावधि में प्रार्थी को राहत देने का प्रयास किया जाए। विकास कार्यों को जमीनी स्तर पर शीघ्र आरम्भ करने से आमजन में विश्वास बढ़ेगा। निविदा प्रक्रियाधीन कार्याें को शीघ्रता से आगे बढ़ाकर समय पर कार्यादेश जारी किए जाए। इसके पश्चात संवेदक को समय पर कार्य आरम्भ कर पूर्ण करने के लिए पाबंद किया जाए। इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जानी आवश्यक है।

    इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस टीना डाबी, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कैलाशचंद शर्मा, मुख्यमंत्री जन संवाद के प्रभारी श्री किशोर कुमार, नगर निगम उपायुक्त सुश्री ज्योति ककवानी, जिला रसद अधिकारी श्री संजय माथुर, अजमेर विकास प्राधिकरण के उपायुक्त श्री हेमन्त स्वरूप माथुर उपस्थित थे।

 

संभागीय उपभोक्ता जागृति सम्मेलन गुरूवार को

अजमेर, 20 दिसम्बर। संभागीय उपभोक्ता जागृति सम्मेलन का आयोजन जिला परिषद के पं. दीनदयाल उपाध्याय सभागार में गुरूवार 21 दिसम्बर को प्रातः 11.00 बजे किया जाएगा। इसमें संभाग के जिला रसद अधिकारी, प्रवर्तन अधिकारीगण की उपस्थिति के साथ-साथ उपभोक्ताओं से जुडे विभाग, जिला उपभोक्ता मंच के अध्यक्ष एवं सदस्यगण, प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम लि., उपभोक्ता क्लब, उपभोक्ता स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधि, विधिक मापविज्ञान, खाद्य सुरक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, तेल कम्पनियों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।