गुरुवार, 21 दिसंबर 2017

बाड़मेर। सेनाध्यक्ष ने शहीद धर्माराम की प्रतिमा का किया अनावरण

बाड़मेर। सेनाध्यक्ष ने शहीद धर्माराम की प्रतिमा का किया अनावरण

हजारो लोगो ने किया शहादत को सलाम 


रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर 

बाड़मेर। जिले के तारातरा गांव के जांबाज धर्माराम जाट ने 25 मई 2015 को जम्मू कश्मीर में लश्कर तैयबा के खुंखार आतंकी अय्यात उल्लाह के सीने में 30 गोलियां उतार कर मार गिराया और खुद शहीद हो गए। भारत सरकार ने शहीद धर्माराम को मरणोपरांत शौर्यवीर चक्र से सम्मानित किया था। गुरुवार को उनके पेतृक गांव धर्मासर तारातरा में शौर्यवीर चक्र विजेता शहीद धर्माराम जाट की आदमकद प्रतिमा का अनावरण थल सेनाध्यक्ष बिपिन रावत, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी, राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी ,सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने किया। अथितियो ने जैसे ही शहीद की मूर्ति का अनावरण किया उस वक्त शहीद धर्माराम के जयकारों से आसमाँ गूँजता नजर आया। कार्यक्रम में अथितियो ने शहीद की मूर्ति का अनावरण किया और शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शहीद की शहादत को नमन किया। इस अवसर पर हजारो लोगो का जनसैलाब शहीद के पेतृक गांव धर्मासर तारातरा पहुँचा और शहीद धर्माराम की शहादत को नमन किया। 




वो दिन था 25 मई 2015 जम्मू कश्मीर के यारीपुरा जिले के काजीकुला में 25 मई 2015 को एक मकान में दो आतंकी छिपे हुए होने की सूचना मिली थी। इस पर बाड़मेर के लाल धर्माराम समेत उनके पंद्रह साथियों का दल मौके पर पहुंचे। आतंकियों को सेना की ओर से मकान घेरने की भनक लग गई। इस बीच एक आतंकी ने मकान की छत पर चढ़कर धर्माराम को गोली मार दी थी, इसके बावजूद धर्माराम ने आतंकी अय्यात उल्लाह भट्ट के सीने में एके-47 से 30 गोलियां मारकर 15 सैनिकों की जान बचाई। घायलावस्था में धर्माराम को इलाज के लिए श्रीनगर ले गए, जहां वो शहीद हो गए।

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