रविवार, 26 नवंबर 2017

हॉस्पिटल से मां को डिस्चार्ज कराने के लिए बच्चे ने मांगी भीख, सांसद ने की मदद

हॉस्पिटल से मां को डिस्चार्ज कराने के लिए बच्चे ने मांगी भीख, सांसद ने की मदद

हॉस्पिटल से मां को डिस्चार्ज कराने के लिए बच्चे ने मांगी भीख, सांसद ने की मदद
पटना.हॉस्पिटल में भर्ती मां की छुट्टी कराने और बिल चुकाने के लिए 10 साल के कुंदन ने कई दिन तक गांव-गांव जाकर भीख मांगी। कुछ लोगों ने जब बच्चे से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ। घटना बिहार की राजधानी पटना की है, यहां के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में महिला को करीब 13 दिन पहले भर्ती कराया गया था। फैमिली का आरोप है कि डॉक्टरों ने उन्हें 70 हजार रुपए का बिल दिया। किसी तरह उन्होंने 50% बिल पेमेंट कर दिया। इसके बाद भी डॉक्टरों ने महिला को हॉस्पिटल से जाने की इजाजत नहीं दी। उसे कई दिन तक रोके रखा और ऑपरेशन के बाद टांके भी नहीं काटे। रविवार को मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव हॉस्पिटल पहुंचे और पुलिस को बुलाकर महिला की छुट्टी कराई।
प्रेग्नेंट महिला को 16 दिन पहले दर्द उठा था
- जानकारी के मुताबिक, महिला और उसकी फैमिली मधेपुरा के हनुमान नगर इलाके में रहती है। 16 दिन पहले उसे अचानक पेट में दर्द उठा। फैमिली उसे सहरसा के एक हॉस्पिटल में ले गई। वहां डॉक्टरों ने बताया कि महिला के पेट में पल रहे बच्चे की मौत हो गई है। उन्होंने इलाज के लिए पटना जाने की बात कही।
- वहां डॉक्टर ने 5 हजार रुपए जमा करा लिए और महिला को पटना के हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया। यहां उसका ऑपरेशन किया गया। डॉक्टरों ने इलाज के बदले फैमिली को 70 हजार का बिल थमा दिया।
- फैमिली का आरोप है कि जब उन्होंने आधा बिल चुकाने के बाद घर जाने की बात कही, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें रोक लिया। पैसे ना देने पर महिला के टांके तक नहीं काटे। इस बीच उनका 10 साल का बेटा कुंदन पैसा जुटाने के लिए गांव-गांव जाकर भीख मांगने लगा।
बिना परमिशन के चल रहा था हॉस्पिटल
- मामले की जानकारी मिलने पर मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव रविवार को पटना पहुंचे। पुलिस और सिविल सर्जन को हॉस्पिटल बुलाकर डॉक्टरों से बात की। महिला का बकाया बिल माफ कराने के बाद उसे एम्बुलेंस से गांव भेजा गया।
- सिविल सर्जन ने जब दस्तावेजों की जांच की तो सामने आया कि हॉस्पिटल के बिना लाइसेंस और परमिशन के चल रहा था।
सांसद ने कहा- हॉस्पिटल पर कार्रवाई हो
- सांसद पप्पू यादव ने कहा, ''बिहार की राजधानी में कई हॉस्पिटल चल रहे हैं, जिनके पास लाइसेंस नहीं है। डॉक्टर लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर इलाज के नाम वसूली करते हैं। मरीजों को हॉस्पिटल में भर्ती कराने के बदले एम्बुलेंस वाले कमीशन लेते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्स कार्रवाई होनी चाहिए।''

जैसलमेर में मेगा विधिक विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर का हुआ आयोजन



जैसलमेर में मेगा विधिक विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर का हुआ आयोजन


महिलाओं एवं बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए संचालित योजनाओं का समय पर मिले लाभ - जिला न्यायाधीश, भाटी



नारी शक्ति का सम्मान करना प्रत्येक व्यक्ति का परम दायित्व है - विधायक भाटी



जैसलमेर, 26 नवम्बर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जैसलमेर एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में जिला मुख्यालय पर शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर का आयोजन जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी के मुख्य आतिथ्य एवं जिला एवं सेशन न्यायाधीश मदनलाल भाटी की अध्यक्षता में हुआ। समारोह में नगर परिषद् सभापति श्रीमती कविता खत्री, अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल. स्वामी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जय नारायण मीणा, वरिष्ठ अधिवक्ता चंदनाराम चैधरी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

जैसलमेर विधायक भाटी ने विधिक दिवस पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि नारी शक्ति का सम्मान करना प्रत्येक व्यक्ति का परम दायित्व है एवं उसे आज के दिन संकल्प लेना है कि वे महिलाओं व बालिकाओं को सशक्त बनाने में अपना पूरा सहयोग प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए भामाशाह योजना, बेटी बचाओ - बेटी पढाओ योजना के साथ ही अनेकों कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है जिससे भी महिलाओं को सशक्त होने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने विधिक चेतना शिविर के माध्यम से भी महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ ही महिला उत्पीडन, बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने के लिए जो कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं वे भी प्रशंसनीय है एवं इनसे भी कुरीति पर रोक अवश्य ही लगेगी। उन्होंने महिलाओं को अधिकारों के प्रति सजग रहकर उनके लिए संचालित योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया।

जिला एवं सेशन न्यायाधीश श्री भाटी ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य लोगों को कानूनी एवं विधिक जानकारी प्रदान करना है वहीं इसके माध्यम से सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी पात्र व्यक्ति तक पंहुचाने के पूरे प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मेगा विधिक चेतना शिविर महिला सशक्तिकरण को समर्पित रखा गया है इसलिए महिलाओं एवं बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए संचालित योजनाओं की जानकारी इस शिविर के माध्यम से दी जा रही है। उन्होंने बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपनी बेटियों को बेटों के समान समझें एवं उन्हें उच्च शिक्षा अर्जित करावें। उन्होंने बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी कुरीति को समाज से जड़ मूल से समाप्त करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। उन्होंने सीमा सुरक्षा बल के सामाजिक सरोकार कार्याें की भी तारीफ की वहीं एनसीसी कैडेट्स एवं उनके अधिकारियों को एनसीसी दिवस पर बधाई दी। उन्होंने यह भी संदेश दिया कि किसी भी गरीब व्यक्ति को धन की कमी के कारण न्याय से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा एवं उन्हें न्याय प्राप्त करने के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण पूरा सहयोग प्रदान करेगा।

अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल. स्वामी ने कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण की गतिविधियों के माध्यम से लोगों को विधिक साक्षरता की जानकारी मिलती है वहीं सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ भी मौके पर मिलता है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा भी बाल विवाह रोकथाम के लिए पूरे प्रयास किये जा रहे हैं। इसके साथ ही कानून द्वारा कन्या भ्रूण हत्या न हो इसके लिए भी कानूनी प्रावधान किये गए है जिसके कारण भी इसमें कमी आई है। उन्होंने चिकित्सकों की हड़ताल के दौरान सीमा सुरक्षा बल ने मरीजों की सेवा की उसके लिए आभार जताया।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयनारायण मीणा ने कहा कि महिलाओं पर उत्पीडन, बाल विवाह, कन्या भ्रूण हत्या समाज के लिए जघन्य अपराध है इसकी रोकथाम के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रदेश स्तर पर विशेष सेल का गठन किया गया है जो ऐसे मामलों में त्वरित कार्यवाही करती है। उन्होंने बताया कि महिला उत्पीडन के मामलों में महिला थाना संचालित है वहीं सभी थानों में महिला डेस्क की भी व्यवस्था है।

नगर परिषद सभापति श्रीमती कविता खत्री ने भी विधिक सेवा प्राधिकरण के इस प्रकार के मेगा शिविरों की तारीफ की एवं कहा कि इससे महिलाओं को सशक्त होने के लिए योजनाओं की जानकारी एक ही छत के नीचे मिलती है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में अपना पूरा सहयोग प्रदान करें।

वरिष्ठ अधिवक्ता चंदनाराम चैधरी ने भी महिलाओं को सदैव सम्मान देने का संकल्प लेने का आह्वान किया वहीं महिला उत्पीडन, बाल विवाह रोकथाम, दहेज प्रथा रोकथाम के लिए कानूनी प्रावधानों पर प्रकाश डाला।

पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डाॅ महेन्द्र कुमार गोयल ने अतिथियों का स्वागत किया वहीं संभागियों को संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करने की शपथ दिलाई। समारोह में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रवीण चैहान, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेश्वर लाल मीणा, उपखंड अधिकारी जैसलमेर हंसमुख कुमार, सहायक निदेशक हिम्मतसिंह कविया, तहसीलदार विरेन्द्र सिंह, विकास अधिकारी सुखराम विश्नोई, जिला भामाशाह अधिकारी डाॅ बी.एल.मीणा, आयुक्त नगर परिषद् झबरसिंह चैहान, नगर परिषद् के उप सभापित रमेश जीनगर के साथ ही पार्षद श्रीमती ईश्वरी भाटिया, सूरजपाल सिंह, पूर्व उपजिला प्रमुख श्रीमती गंगा देवी व्यास, के साथ ही सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी, जवान, एनसीसी के अधिकारी एवं कैडेटस, महिलाएं, नगर के गणमान्य नागरिक, अधिवक्ता उपस्थित थे।

समारोह के प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती की तस्वीर पर दीप प्रज्ज्वलित किया। अतिथियों का स्वागत पूर्णकालिक सचिव डाॅ महेन्द्र कुमार गोयल, अपर लोक अभियोजक विपिन कुमार व्यास, आयुक्त झबर सिंह, पार्षद श्रीमती ईश्वरी देवी भाटिया ने किया। कार्यक्रम का संचालन रंगकर्मी एवं पूर्व मरूश्री विजय बल्लाणी ने किया। पूर्णकालिक सचिव ने शिविर में सहयोग के लिए सभी का आभार जताया।

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मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर में सराहनीय सेवा के लिए किया सम्मान, योजनाओं के लाभार्थियों को दिए स्वीकृति पत्र
जैसलमेर, 26 नवम्बर। जिला मुख्यालय पर आयोजित मेगा विधिक चेतना एवं लोक कल्याणकारी शिविर के दौरान जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी, जिला एवं सेशन न्यायाधीश मदनलाल भाटी, नगर परिषद् सभापति श्रीमती कविता खत्री, अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल. स्वामी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जय नारायण मीणा, वरिष्ठ अधिवक्ता चंदनाराम चैधरी ने सीमा सुरक्षा बल द्वारा चिकित्सकों की हडताल के दौरान मरीजों की सेवा के लिए किए गए कार्य हेतु उपमहानिरीक्षक सीमा सुरक्षा बल दक्षिण नरेश कुमार को सम्मानित किया जिनका पुरस्कार उनकी धर्मपत्नी ने प्राप्त किया। इसी प्रकार सीमा सुरक्षा बल के चिकित्सा अधिकारी डाॅ एस.रणवीर सिंह, डाॅ श्रुति मिश्रा के साथ ही फार्मासिस्ट पूनम सेन, हैड कांस्टेबल अवधेश कुमार, एम एस नायर, सरना बसप्पा को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गए।

इसी प्रकार शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य के लिए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भागू का गांव की अध्यापिका श्रीमती सुमन लता शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक आईदान सिंह, सदस्य चाईल्ड लाईन अनुराधा शर्मा को भी प्रशंसा पत्र प्रदान किये गए। समारोह के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पंचायत समिति सम क्षेत्र से जयनारायण सिंह, श्रीमती अगर कंवर, श्रीमती प्रेमी निवासी दूजासर, श्रीमती रहीमा, श्रीमती अमनी काठोडी, श्रीमती खातू देवीकोट, श्रीमती किरण कोटडी को प्रधानमंत्री आवास के लिए स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए।

समारोह में नगर परिषद् द्वारा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत प. दीनदयाल अंत्योदय योजना में जैसल महिला सहकारी समिति बबर मगरा व श्री कालेडॅूंगर राय बहुउद्देशीय महिला प्राथमिक सहकारी समिति लि. गफूर भट्टा की महिलाओं को पंजीयन प्रमाण पत्र एवं 50-50 हजार रूपये की हस्तांतरण राशि की डायरी प्रदान की गई। इसी प्रकार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा दिव्यांग देवीसिंह निवासी कीता को ट्राई साईकिल, दिव्यांग टीकम को व्हील चेयर तथा अमृत राम को दिव्यांग निःशक्तता प्रमाण पत्र प्रदान किये गए। समारोह में महिलाओं को भामाशाह कार्ड भी प्रदान किए गए।



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हत्यारे के नाखूनों तक में था महिला का खून और मांस, दी थी ऐसी दर्दनाक मौत



हत्यारे के नाखूनों तक में था महिला का खून और मांस, दी थी ऐसी दर्दनाक मौत

हत्यारे के नाखूनों तक में था महिला का खून और मांस, दी थी ऐसी दर्दनाक मौत



उदयपुर (राजस्थान)।पिछले साल 1 दिसंबर 2016 को शहर में हुए वकील रुचिता मर्डर केस में आरोपी दिव्य कोठारी के बरामद कपड़ों की DNA जांच रिपोर्ट आ गई है। इसमें यह साबित हुआ है कि आराेपी के कपड़ों पर लगे खून से रुचिता का खून मैच करता है। हत्या से पहले रुचिता के साथ रेप की भी कोशिश की गई थी। बॉडी पर 17 जगह किए गए था वार..पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक हत्यारे ने रुचिता को बहुत ही वहशियाना तरीके से मौत के घाट उतारा था। हत्यारे ने रुचिका की बॉडी पर 17 जगह दो औजारों से वार किए थे।

- हत्यारे ने उसके सिर को दीवारों से इतना भिड़ाया कि खोपड़ी के भीतर तक के कई हिस्से बुरी तरह चकनाचूर हो गए। उसके दोनों जबड़े भी टूट गए थे। मुंह के अंदरूनी हिस्सों तक में फ्रैक्चर थे।

- पुलिस ने हत्याकांड में इस्तेमाल हुए पेंचकस और पानानुमा औजार जब्त किए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रुचिता के चेहरे, सिर और दूसरे हिस्सों पर 3 से 5 सेमी लंबे घाव पाए गए थे।

- दीवार पर पटकने और धारदार हथियार से मारने से ब्रेन पर आई चोटों से रुचिता की मौत हो गई थी।

- इनवेस्टीगेशन आॅफिसर ने बताया था कि हत्या के दौरान रुचिता का खून आरोपी के कपड़ों, जूतों और पेंचकस आदि पर तो लगा ही, नाखूनों तक में खून और मांस फंसा हुआ था।

पाक बॉर्डर पर मिले बाज की बॉडी में है मेटेलिक वस्तु, जांच एजेंसियां सतर्क

पाक बॉर्डर पर मिले बाज की बॉडी में है मेटेलिक वस्तु, जांच एजेंसियां सतर्क

पाक बॉर्डर पर मिले बाज की बॉडी में है मेटेलिक वस्तु, जांच एजेंसियां सतर्क
श्रीगंगानगर।एक सप्ताह पहले जिले के केसरीसिंहपुर क्षेत्र में पाकिस्तान बॉर्डर के पास से पकड़े गए संदिग्ध बाज के शरीर में भी एक मेटेलिक वस्तु और मौजूद है। ऐसा वेटरनरी कॉलेज बीकानेर की ओर से की जांच और एक्सरे रिपोर्ट में सामने आया है। यह रिपोर्ट वन विभाग के मार्फत पुलिस के पास पहुंची है। रिपोर्ट मिलने के बाद जांच अधिकारी ने शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट भेज कर मार्गदर्शन मांगा है। जानिए और इस बारे में .... थानाधिकारी वेदप्रकाश लखोटिया ने बताया कि बीकानेर में बाज को रेस्क्यू किए जाने के साथ ही वेटरनरी कॉलेज से जांच करवाई गई। जांच में पता चला है कि यह पक्षी बाज अपनी श्रेणी के शेड्यूल प्रथम के तृतीय पार्ट का पक्षी है। इसके शरीर में 11.37 गुणा 0.80 एमएम की मेटेलिक वस्तु होने की पुष्टि हुई है। यह क्या वस्तु है? इसकी जांच करवाए जाने के लिए इसे बाहर निकालना आवश्यक है, लेकिन फिलहाल पुलिस किसी प्रकार की जोखिम नहीं लेना चाहती।

- चिप निकालने के लिए इस बाज का ऑपरेशन करना पड़ेगा। ऑपरेशन के लिए उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा है। बहरहाल, चिप मिलने की आशंका के बाद जांच एजेंसियां और अधिक सतर्क हो गई हैं।

पंखों में था एंटीना

- उल्लेखनीय है कि 18 नवंबर की दोपहर अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गांव 1 वी की रोही में संदिग्ध बाज पकड़ा गया था। इसके पंखों में 5-6 इंच के एंटीना के साथ सेल नुमा वस्तु चिपकी हुई थी। इसके पैरों में चार छल्ले भी पाए गए थे। इन छल्लों पर यूएई के साथ ही कतर 11 अंक लिखे हुए थे। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर होने के कारण इसके पकड़े जाने के बाद श्रीकरणपुर एवं श्रीगंगानगर से बीएसएफ के अलावा खुफिया एजेंसियां भी गईं थी।

आशंका ये भी, रास्ता भटक गया होगा बाज

- जांच एजेंसियों को आशंका यह भी है कि अरब देशों में ऐसे पक्षी शिकार के अलावा रेस सहित लड़ाई करवाने के लिए पाले जाते हैं। हो सकता है कि उनकी उड़ान की दूरी सहित अन्य जानकारी के लिए इसमें ऐसी चिप लगाई गई हो। पाकिस्तान या बलूचिस्तान में इन्हें उड़ाने के लिए अथवा लड़ाई के लिए इनका उपयोग किया जाता है।

- यह पक्षी रास्ता भटक कर यहां गया होगा। इनके छल्लों पर अंकित नंबर भी मोबाइल नंबर जैसे प्रतीत हो रहे हैं। बहरहाल जांच एजेंसियां सुरक्षा के दृष्टिगत इसकी हर एंगल से जांच पड़ताल में जुटी हैं।

किसान ने देखा था

- एक किसान ने इस बाज को पक्षी खाते देखा था। उसके पंजों में कोई सेलनुमा चमकीली वस्तु देख वह घबरा गया और ग्रामीणों को बताया। ग्रामीणों ने पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने जाल डालकर इसे पकड़ा था। फिर इसे बीकानेर भेज दिया गया था।

सर्दी में भगवान ने भी ओढ़ी रजाई, भोग में गर्म दूध के साथ गोंद के लड्डू

सर्दी में भगवान ने भी ओढ़ी रजाई, भोग में गर्म दूध के साथ गोंद के लड्डू
सर्दी में भगवान ने भी ओढ़ी रजाई, भोग में गर्म दूध के साथ गोंद के लड्डू

जयपुर।सर्दी के जोर पकड़ते ही ठाकुरजी को सर्दी से बचाने के प्रयास शुरू हो गए हैं। राजधानी जयपुर सहित राजस्थान में खासकर वैष्णव मंदिरों गोविंद देवजी, राधा-दामोदरजी, सरस निकुंज, लक्ष्मीनारायण बाईजी, आनंदकृष्ण बिहारीजी, लाडलीजी सहित अन्य मंदिरों में ठाकुरजी का पहनावा, दिनचर्या और भोग भी बदल दिया गया है। जानिए और इस बारे में ..गहरे रंग की गर्म पोशाक पहनाने के साथ ही कंबल, रजाई ओढ़ाई जा रही है। वहीं हल्के वस्त्र की बजाय ठाकुरजी ने अब गहरे रंग के ऊनी वस्त्र धारण कर लिए हैं। सर्दी से ठाकुरजी को बचाने के लिए गर्भगृह में हीटर अंगीठी भी जलाई जा रही हैं। भोग में गर्म दूध के साथ गोंद के लड्डू परोसे जा रहे हैं।

- वर्तमान में गहरे रंग काला, नीला, लाल रंग के वस्त्र पहनाए जा रहे हैं। रात को रजाई ओढ़ाई जा रही है ताकि ठाकुरजी को सर्दी ना लग जाए। ठाकुरजी बसंत पंचमी तक इसी तरह के वस्त्र धारण करेंगे।

- मुख्य तौर पर घी, दूध के साथ ही सोंठ, गोंद मेवा आदि से बने गर्म खाद्य वस्तुओं का भोग लगाया जा रहा है। बाल भोग राजभोग में भी भगवान को गर्म व्यंजनों का भोग लगाया जा रहा है।

शाम को सो जाते हैं ठाकुर जी

- इसी तरह दिनचर्या भी बदल गई है। ठाकुरजी शाम को 6:30 बजे बाद सो जाते हैं। यह व्यवस्था श्रद्धालुओं के घर में होने वाली ठाकुरजी की पूजा में भी लागू हो गई है।

इन मंदिरों की सेवा में भी परिवर्तन

- जयपुर के गोविंददेवजी मंदिर में ठाकुरजी को गर्म पोशाक धारण कराई गई है। गर्भगृह में हीटर जलाया गया है। पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में भी ठाकुरजी की सेवा बदल गई है। चांदनी चौक स्थित आनंद कृष्ण बिहारी, चौड़ा रास्ता स्थित राधा दामोदरजी, रामगंज स्थित लाडलीजी, पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथजी सहित विभिन्न मंदिरों में ठाकुरजी को शाम होने से पहले ही गर्म शॉल और रात को रजाई ओढ़ाई जाती है। जैसे-जैसे सर्दी पड़ेगी, वैसे-वैसे ठाकुरजी के गर्भगृह में अंगीठी अथवा हीटर जलाकर गर्मी की जाएगी।

झुंझुनूं में भी बदला आरती का समय

- नवंबर के आखिरी दिनों में सर्दी का असर बढ़ने लगा है। पिछले नौ दिन में न्यूनतम पारा 6.3 डिग्री गिर चुका है। बिसाऊ के गोविंददेव मंदिर में राधा-कृष्ण को शॉल ओढ़ाई गई। झुंझुनूं के राणी सती मंदिर में सुबह की आरती सुबह 6.30 की बजाय सुबह 7 बजे होगी। शाम की आरती 5 बजे की बजाय 4.45 बजे तथा रात की आरती 10.45 की बजाय 9.45 बजे होगी। बिहारीजी मंदिर में मंगला आरती सुबह 5.30 और शाम को 6 बजे होगी। कल्याणजी के मंदिर में सुबह 6.15 बजे की बजाय 6.30 बजे होगी।

महिला ने पति के साथ जाने से किया इनकार, कहा - मैं तो प्रेमी संग ही जाऊंगी

महिला ने पति के साथ जाने से किया इनकार, कहा - मैं तो प्रेमी संग ही जाऊंगी
महिला ने पति के साथ जाने से किया इनकार, कहा - मैं तो प्रेमी संग ही जाऊंगी

टोंक.यहां पर अपने तरह का एक अजीब मामला सामने आया। जब एक महिला के प्रेमी के साथ चले जाने पर उसके फैमिली के लोगों ने एसडीएम कोर्ट में गुहार लगाई। जब महिला को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया गया तो उसने अपने पति के साथ नही बल्कि, प्रेमी के साथ जाने की इच्छा जाहिर की। जिस पर एसडीएम काेर्ट ने पुलिस को प्रेमी के साथ जाने के ऑर्डर दिए। महिला ने बताया- 2 साल से उसका किसी और से चल रहा है अफेयर ...

- मौलवीनगर की रहने वाली सावित्रीदेवी की शादी 5 साल पहले सुरेश बैरवा के साथ हुई थी। दोनों जयपुर आकर मजदूरी करने लगे। इसके बाद सावित्री देवी का प्रेम सिरोही के लालाराम बैरवा के साथ जयपुर में हो गया।

- करीब एक हफ्ते पहले सावित्रीदेवी लालाराम के साथ चली गई। जिसके बाद उसके मायके अौर ससुराल के लोग एसडीएम आॅफिस पहुंचे। जिस पर उपखंड मजिस्ट्रेट ने अलीगढ पुलिस को 97 CRPC के तहत महिला को तलाश करने के निर्देश दिए।

- इसके बाद अलीगढ टीआई ने सिरोही से महिला को दस्तयाब कर उपखंड मजिस्ट्रेट की कोर्ट में शनिवार को पेश किया जहां उसके बयान लिए गए।

- उसने बताया कि 2 साल से लालाराम से उसका अफेयर चल रहा है। साथ ही उसने अपने ससुराल में पति और माता-पिता के साथ जाने से इनकार कर अपने प्रेमी के साथ ही जाने की इच्छा जाहिर की।

- जिस पर उपखंड मजिस्ट्रेट ने उसके प्रेमी लालाराम के साथ जाने आदेश दिए और पुलिस पूरी सिक्युरिटी के साथ गाड़ी में बैठाकर प्रेमी के साथ रवाना किया।

- इस दौरान एसडीएम ऑफिस में महिला के ससुराल और उसके परिजन समेत लोगों की भीड़ जमा थी।

साथी टीचर के साथ भागकर रह रही थी लड़की, 9 महीने बाद कर ली खुदकुशी

साथी टीचर के साथ भागकर रह रही थी लड़की, 9 महीने बाद कर ली खुदकुशी
साथी टीचर के साथ भागकर रह रही थी लड़की, 9 महीने बाद कर ली खुदकुशी

अलवर. कस्बे में शुक्रवार देर रात एक 21 साल की लड़की की लाश फंदे से लटकी मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लाश को फंदे से उतरवाकर उसे मोर्चरी में रखवाया जहां उसका मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कर लाश पिता को सौंप दी गई है। इधर, लड़की के पिता ने उसके साथ रह रहे साथी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया है। जनवरी में भागी थी साथी के साथ...

- ऊषा और उसका साथी अशोक मेघवाल एक स्कूल में साथ पढ़ाते थे। दोनों के बीच अफेयर होने के कारण अशोक 31 जनवरी 2017 को ऊषा को अपने साथ भगा ले गया।

- 7 फरवरी को ऊषा के पिता पूर्णचंद ने थाने में अपनी बेटी के किडनैपिंग का अशोक के खिलाफ नामजद केस दर्ज करवाया था।

- अशोक कस्बे के इंडस्ट्रियल एरिया की एक यूनिट में काम करता था, वहीं ऊषा एक एजेंसी में बतौर कंप्यूटर ऑपरेटर काम करती थी।

- पुलिस के मुताबिक, ऊषा शर्मा पिछले तीन-चार महीने से अपने साथी अशोक मेघवाल के साथ इंद्रा कॉलोनी में रह रही थी। शुक्रवार देर रात ऊषा ने अज्ञात कारणों से फांसी लगा ली। वारदात का पता लड़की के साथी अशोक को काम से वापस आने पर चला।

- मृतका के पिता की रिपोर्ट पर पुलिस तहकीकात कर रही है। पुलिस ने लड़की के साथी अशोक मेघवाल को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है।

शादी के दूसरे दिन दुल्हन ने बुलाई पुलिस, कहा- मुझे अगवा कर जबरन की शादी

शादी के दूसरे दिन दुल्हन ने बुलाई पुलिस, कहा- मुझे अगवा कर जबरन की शादी
शादी के दूसरे दिन दुल्हन ने बुलाई पुलिस, कहा- मुझे अगवा कर जबरन की शादी
जयपुर/ सीकर.झुंझुनूं के रहने वाले सुरेन्द्र को शादी कराने वाले एक दलाल ने फंसाया था, एक लाख रुपए लेने के बाद उसने सुरेन्द्र की शादी पंजाब की पूजा से तय करवाई थी। शादी के अगले ही दिन पूजा ने सुरेन्द्र से कहा- हमारे यहां शादी के बाद अपने पुराने कपड़ों को नदी में डालने का रिवाज है। पुराने कपड़े घर में रहें तो शुभ नहीं होता। सुरेन्द्र पूजा की बातों में आ गया। दोनाें ने लुधियाना का टिकट करवाया। होटल में चेक इन किया। वहां से पूजा ऐसी गायब हुई कि उसका आज तक कोई सुराग नहीं मिल पाया। सुरेन्द्र कई दिनों तक यही सोचता रहा कि पूजा के साथ कोई अनहोनी तो नहीं हो गई। कई दिन वह उसी होटल में ठहरा रहा। आखिरकार थक-हारकर वह गांव लौट आया। पूजा 30 हजार रुपए के गहने और 60 हजार रुपए कैश लेकर भागी थी। हालांकि, सुरेन्द्र को गहने-पैसाें से ज्यादा परिवार की इज्जत जाने का अफसोस था। शादी के बाद पुलिस को फोन कर कही ये बात...झुंझुनूं के ही रहने वाले बिजेंद्र की शादी पंजाब के मोगा की रमंथ के साथ 2 नवंबर को हुई। 3 नवंबर को पूरा परिवार शादी के जश्न में डूबा था, तभी उनके दरवाजे पर पुलिस की गाड़ी आकर रूकी।

- पुलिस ने जब ये बताया कि आपने रमंथ का किडनैप किया है तो पूरा परिवार सकते में आ गया। रमंथ ने खुद पुलिस को इंफोर्म किया था कि उसे किडनैप कर जबरन शादी रचाई गई है।

- रमंथ के साथ शादी के लिए बिजेंद्र के परिवार ने ढिगाल निवासी एक दलाल को एक लाख 70 हजार रुपए भी दिए। परिवार ने चार लाख रुपए से ज्यादा खर्च कर दिए। अब रमंथ और दलाल दोनों गायब हो गए हैं।

दूल्हे के घर से सब कुछ समेटकर भाग गईं दुल्हनें

- यह कहानी अकेले सुरेन्द्र या बिजेंद्र की नहीं है। शेखावाटी के कई गांवों में ऐसे सैकड़ों किस्से हैं। कई मामले तो सिर्फ घर की इज्जत जाने के डर से बाहर नहीं आ पाए। हालांकि, अब कुछ मामलों के सामने आने से बाहरी राज्यों से आई दुल्हनों और उनके दलालों का पूरा नेटवर्क सामने आ रहा है।

- भास्कर की पड़ताल में यह सामने आया है कि शेखावाटी के तीन जिलों (झुंझुनूं, सीकर, चूरू) में करीब 10-12 हजार बाहरी राज्यों से लाई गई दुल्हनें हैं। इन्हीं जिलों में करीब दो हजार से ज्यादा ऐसी दुल्हनें भी हैं जो चंद रोज में ही दूल्हे के घर से सब कुछ समेटकर भाग गई।

- दुल्हनें खरीद कर लाने का यह सिलसिला शेखावाटी में तीन दशक से भी लंबे समय से चल रहा है, लेकिन पहला केस 16 नवंबर को दर्ज हुआ है। मुकुंदगढ़ पुलिस थाने में महाराष्ट्र की खुशी, शुभांगी, पूनम और दलाल सलीम काजी के खिलाफ मुकदमा संख्या 200/17 दर्ज हुआ है। पुलिस चारों को गिरफ्तार कर जांच कर रही है। एक टीम जांच के लिए महाराष्ट्र भेजी गई है। पुलिस आरोपियों के बताए ठिकानों की तफ्तीश कर रही है।

बाड़मेर राजनीती *कांग्रेसियो की बोपरह।।बीजेपी ढूंढ रही नये चेहरे।*



बाड़मेर राजनीती *कांग्रेसियो की बोपरह।।बीजेपी ढूंढ रही नये चेहरे।*



*हालांकि विधानसभा चुनावों में अभी साल भर का वक़्त है।मगर सत्तासीन और विपक्ष अपने चुनावी चौसर के घोड़े चुनने में लगी है।इस बार दिलचस्प है है दोनों दल नये चेहरे ढूंढ रहे।कांग्रेस के लिए सचिन पायलट का होम वर्क पूरा हो चुका है।तो भाजपा अभी तक चेहरे तलाष नही कर पाई।।राजनीतिक गलियारों में चर्चा ए आम है कि कांग्रेस ने अपने नए चेहरों का पैनल तैयार कर लिया।पुराने चेहरों को बदलने का काम तेजी से हो रहा।सचिन ने जातीय समीकरण के हिसाब से मोहरे फिट करने में कामयाबी हासिल कर ली।इस कामयाबी में पूर्व मुख्यमंत्री ढ़ोक गहलोत के विश्वशनीय नेताओ की बलि चढ़ना तय है।हाल ही में अशोक गहलोत की तरफ से चर्चा में आये नये चेहरों की गोपनीय रिपोर्ट निजी स्तर पर मंगवाई है।गहलोत के पुराने साथी उनका साथ लगभग छोड़ सचिन से हाथ मिला चुके है।एक मात्र जनप्रतिनिधि अभी भी गहलोत के गुणगान कर रहे।।विधानसभा चुनाव पायलट के नेतृत्व में लड़े गए तो बाड़मेर से पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी,राष्ट्रीय सचिव हरीश चौधरी और जैसलमेर से प्रदेश सचिव रूपाराम धनदे नई शक्ति के रूप में उभर कर सामने आएंगे।।ऐसे में गहलोत के मोहरों का क्या हश्र ह्योग ज्यादा सोचने की जरूरत नही।।इस वक्त अल्पसंख्यक नेताओ की बात करे तो बाड़मेर के दोनों राजनीतिक घराने सचिन में विश्वास व्यक्त कर चुके है तो जैसलमेर में फकीर परिवार अभी भी असमंज की स्थिति में है।सचिन के साथ खुलकर फकीर परिवार अभी नही गया जिसका खामियाजा भी भुगत रहे है।बहरहाल कांग्रेस सत्ता की सीढ़ियां सफलतापूर्व चढ़ने के लिए राजपूत समाज को प्रतिनिधित्व देकर बीजेपी पर बढ़त और मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने का प्रयास कर रहा।अमीन खान का राजपूतो को कांग्रेस में लाने का बयान इसी संदर्भ में देखा जा रहा हैं। इसी की परिणीति है कि गत दिनों एक युवा राजपूत की कई दशकों बाद कांग्रेस में जाट बाहुल्य क्षेत्र में हुई।।पिछला और आगे भी कई वर्षों तक एक राजपूत नेता का कांग्रेस में जाट बाहुल्य क्षेत्र में जाकर प्रवेश सम्भव नही लगता।मगर यह युवा नेता के लिए जरूर संतोष का विषय है कि उनका कांग्रेस में प्रवेश जाट बाहुल्य क्षेत्र में संगठन के जिला अध्यक्ष और दिग्गज जाट नेताओं की उपस्थिति में हुआ।कांग्रेस में राजपूत नेताओ का बाड़मेर में प्रवेश दिवास्वप्न सा था।राजपूतो को एक मात्र विधायक ने कभी कांग्रेस में आगे आने नही दिया।राजपूतो को अपना वोट बैंक में पिछलग्गू बनाये रखा।।जिसके चलते राजपूत समाज के कई होनहार युवाओ का राजनीतिक भविष्य चौपट हो गया।जाट नेताओं द्वारा युवा राजपूत पर भरोसा सारी कहानी बयां कर रहा है।सचिन की चौसर जम चुकी है।वही बीजेपी ने बिधान सभा चुनाव जीतने का नया फार्मूला तैयार किया हैं।इसपे आगे बात करेंगे।*

खुलासा: दाऊद इब्राहिम का इकलौता बेटा बना मौलाना, डिप्रेशन में डॉन

खुलासा: दाऊद इब्राहिम का इकलौता बेटा बना मौलाना, डिप्रेशन में डॉन


मुंबई धमाकों के आरोपी और भारत के मोस्ट मॉन्टेड अपराधी दाऊद इब्राहिम को लेकर बड़ी खबर आई है. दुनिया भर में दूसरे नंबर का सबसे अमीर अपराधी डिप्रेशन में चला गया है.


Dawood Ibrahim’s Only Became a Maulana, Shuns ‘Family Business

छोटे भाई से पूछताछ में हुआ खुलासा

दरअसल दाऊद इब्राहिम का इकलौता बेटा मोइन नवाज डी कासकर मौलाना बन गया है. दाउद के बेटे की उम्र 31 साल है, उसके फैमिली बिजनेस छोड़ मौलाना बनने का फैसला किया है. यही बुरी खबर दाऊद को डिप्रेशन में ले गई है, ये खुलासा दाऊद के छोटे भाई इकबाल इब्राहिम कासकर से पूछताछ के दौरान हुआ है. इकबाल कासकार को कुछ दिनों पहले मुबई की एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने गिरफ्तार किया था. पूछताछ में ये भी पता चला कि परिवार में अशांति को लेकर दाऊद अंदर से टूट गया है.




दाऊद के परिवार की कहानी

दाऊद के कुल चार बच्चे हैं जिनमें तीन बेटियां और एक लड़का मोइन नवाज डी कासकर है. दाऊद की एक बेटी की कुछ साल पहले मलेरिया की वजह से मौत हो गई थी. उसकी एक बेटी की शादी पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियादाद के बेटे जुनैद से हुई थी.

दाऊद का बेटा मोईन ब्रिटेन में बिजनस मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहा था, साल 2011 में पाकिस्तान लौट आया, इसकी शादी भी हो चुकी है. जानकारी के मुताबिक शुरुआत से ही मोईन की रुचि धार्मिक कार्यों में ज्यादा थी. उसके कुरान की सभी आयतें मुंहजुबानी याद कर ली थीं.




बेटे से करता है बहुत प्यार, डिप्रेशन में गया डॉन

इकबाल कासकर ने पूछताछ में बताया कि बेटे के ऐसे बर्ताव की वजह से दाऊद तनाव में था. कासकर के मुताबिक मोईन अब दाऊद के साथ नहीं रहता है वो अपने परिवार के एक मस्जिद में रहता है. बताया जाता है कि दाऊद मोईन को बहुत प्यार करता है. उसके कराची स्थिति अपने घर का नाम भी बेटे के नाम पर मोईन पैलेस रखा है.




क्या चाहता था दाऊद?

दाऊद चाहता था दाऊद ये नहीं चाहता था कि उसका बेटा अंडरवर्ल्ड के लिए काम करे. वो चाहता था कि उसका जितना सफेद कारोबार है वो उसे संभाले लेकिन मोईन की रुचि दाऊद के किसी काम में नहीं था.

देखें तस्‍वीरें: कुरुक्षेत्र में राष्‍ट्रपति ने अंतरराष्‍ट्रीय गीता माहेत्‍सव का किया आगाज



देखें तस्‍वीरें: कुरुक्षेत्र में राष्‍ट्रपति ने अंतरराष्‍ट्रीय गीता माहेत्‍सव का किया आगाज


देखें तस्‍वीरें: कुरुक्षेत्र में राष्‍ट्रपति ने अंतरराष्‍ट्रीय गीता माहेत्‍सव का किया आगाज


कुरुक्षेत्र में शनिवार काे अंतरराष्‍ट्रीय गीता जयंती महोत्‍सव का शुभारंभ हुआ। राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसका उद्घाटन किया। उन्‍होंने नौकुंडीय यज्ञ में आहुति डाल कर इसका आगाज किया। इस मौके पर मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल, हरियाणा के राज्‍यपाल प्रो. कप्‍तान सिंह सोलंकी, हिमाचल के राज्‍यपाल आचार्य देवव्रत ने भी यज्ञ में आहुतियां डालीं।



राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पवित्र ब्रह्म सरोवर सहित अन्‍य स्‍थलों का अवलोकन किया। उन्‍होंने पुरुषोतमपुरा बाग का भी दौरा किया। राष्‍ट्रपति कोविंद ने ब्रह्मसरोवर के पवित्र जल का आमचन किया। इसके बाद गीता पूूजन कर नौ कुंडीय हवन में पूूर्णाहुति डालकर महोत्सव की विधिवत शुरूआत की।राष्‍ट्रपति का यहां पहुंचने पर राज्‍यपाल प्रो. कप्‍तान सिंह सोलंकी और मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने स्‍वागत किया। इस मौके पर आयोजन स्‍थल और इसके आसपास के क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा की गई थी।

दबंगों ने दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोका, पुलिस पहरे में निकली बारात

दबंगों ने दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोका, पुलिस पहरे में निकली बारात

दबंगों ने दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोका, पुलिस पहरे में निकली बारात
जयपुर। राजस्थान में अजमेर जिले के सरवर गांव में करीब एक दशक बाद दलित समाज के युवक की बारात घोड़ी पर निकली। गुरुवार को घोड़ी पर बारात निकलते समय भी विवाद हुआ, दबंगों ने दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोका। लेकिन सूचना पर गांव पहुंचे पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों ने दलित दूल्हे की बारात घोड़ी पर निकलवाई।




जानकारी के अनुसार, दलित प्रधान बैरवा का गुरुवार को विवाह था, बारात रवाना होते समय गांव के दबंगों ने दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोक दिया। दबंगों ने यह भी चेतावनी दी कि यदि फिर दूल्हे को घोड़ी पर बिठाने का प्रयास किया गया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इस पर बैरवा समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर गौरव गोयल व पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह से शिकायत की। कलेक्टर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर व उप पुलिस अधीक्षक सहित बड़ी संख्या में पुलिस के जवान गांव में भेजे। इसके बाद दूल्हा प्रधान बैरवा घोड़ी पर बैठा।




गांव के दलित समाज के लोगों ने बताया कि इस गांव में कई साल बाद दलित दूल्हा घोड़ी पर बैठा है। गांव की कुछ जातियों के दबंग किसी दलित को घोड़ी पर नहीं बैठने देते, अब तक दूल्हे को पैदल ही जाना होता था। गुरुवार को पहली बार प्रधान बैरवा ने घोड़ी पर बैठने का प्रयास किया तो दबंगों ने रोका, लेकिन प्रशासन और पुलिस के हस्तक्षेप से दबंगों को शांत करवाया गया और दलित दूल्हा घोड़ी पर बैठा। एक बुजुर्ग के अनुसार करीब 15 साल पहले भी एक दुल्हा घोड़ी पर बैठा तब भी काफी विवाद हुआ था, इसके बाद दलित दूल्हे पैदल ही जाते हैं।

सूर्य देव अपने रथ पर रोज करते हैं इंक्यावन लाख योजन की यात्रा

सूर्य देव अपने रथ पर रोज करते हैं इंक्यावन लाख योजन की यात्रा


रोज प्रात सूर्य देव अपने सात घोड़ों वाले रथ पर बैठ कर यात्रा निकलते हैं और उनकी एक परिक्रमा से पूरा होता है एक दिन। जानें उनके रथ की विशेषतायें।
सूर्य देव अपने रथ पर रोज करते हैं इंक्यावन लाख योजन की यात्रा


ऐसा है सूर्य का रथ


जिस रथ के चलने से आप दिन और रात को पहचानते हैं सूर्य देव के उस रथ का विस्तार नौ हजार योजन है। इससे दुगुना इसका ईषा-दण्ड यानि जूआ और रथ के बीच का भाग है। रथ का धुरा डेढ़ करोड़ सात लाख योजन लम्बा है, जिसमें पहिया लगा हुआ है। इस रथ के पहियों के घूमने से पूर्वाह्न, मध्याह्न और अपराह्न होते है। इसमें जुते सात घोड़ों के नाम हैं गायत्री, वृहति, उष्णिक, जगती, त्रिष्टुप, अनुष्टुप और पंक्ति। इस रथ का दूसरा धुरा साढ़े पैंतालीस सहस्र योजन लम्बा है। इसके दोनों जुओं के परिमाण के बराबर ही इसके युगार्द्धों का परिमाण है। इनमें से छोटा धुरा रथ के जूए के सहित ध्रुव के आधार पर स्थित है और दूसरे धुरे का चक्र मानसोत्तर पर्वत पर स्थित है।
सूर्य के रथ से तय होती है ऋतुएं


सूर्य के रथ की चाल पन्द्रह घड़ी में सवा सौ करोड़ साढ़े बारह लाख योजन से कुछ अधिक ही है। इसी के साथ-साथ चन्द्रमा तथा अन्य नक्षत्र भी घूमते रहते हैं। सूर्य का रथ एक मुहूर्त मतलब दो घड़ी में चौंतीस लाख आठ सौ योजन चलता है। इस रथ का संवत्सर नाम का एक पहिया है जिसके बारह अरे ही बारह मास, छः नेम छः ऋतु और तीन चौमासे हैं। इस रथ की एक धुरी मानसोत्तर पर्वत पर तथा दूसरा सिरा मेरु पर्वत पर स्थित है। इस रथ में बैठने का स्थान छत्तीस लाख योजन लम्बा है। इस रथ का सारथ्‍य अरुण नाम के सारथी करते हैं। इस तरह भगवान भुवन भास्कर नौ करोड़ इंक्यावन लाख योजन लम्बी परिधि को एक क्षण में दो सहस्त्र योजन के हिसाब से तय करते हैं।
ये है सूर्य रथ का मार्ग


सूर्य की परिक्रमा का मार्ग मानसोत्तर पर्वत पर इंक्यावन लाख योजन है। मेरु पर्वत के पूर्व की ओर इन्द्रपुरी से होते हुए दक्षिण की ओर यमपुरी से गुजर कर पश्चिम की ओर वरुणपुरी और उत्तर की ओर चन्द्रपुरी तक, मेरु पर्वत के चारों ओर सूर्य की परिक्रमा पूरी होती है। इसी यात्रा के बाद में सभी जगह कभी दिन, कभी रात्रि, कभी मध्याह्न और कभी मध्यरात्रि होती है। सूर्य जिस पुरी में उदय होते हैं उसके ठीक सामने अस्त होते प्रतीत होते हैं। जिस पुरी में मध्याह्न होता है उसके ठीक सामने अर्ध रात्रि होती है।

26/11 मुंबई हमला: खून से लिखी गई तारीख की 9वीं बरसी आज

26/11 मुंबई हमला: खून से लिखी गई तारीख की 9वीं बरसी आज
26/11 मुंबई हमला: खून से लिखी गई तारीख की 9वीं बरसी आज

26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले को भला कौन भूल सकता है? मुंबई के इतिहास में खून से रंगी इस तारीख की आज 9वीं बरसी है। 10 हमलावरों ने मुंबई को खून से रंग दिया था, जिसके प्रमाण अभी भी मौजूद हैं।

26 नवंबर, 2008 की रात करीब 9.50 बजे शुरू हुए इस आतंकी हमले में कुल 166 लोग मारे गए थे एवं 300 से ज्यादा घायल हुए थे। मुंबई के प्रमुख रेलवे स्टेशन सीएसएमटी सहित, ताज होटल, होटल ट्राइडेंट, लियोपोल्ड कैफे एवं नरीमन हाउस सहित सड़क पर चलते कुछ वाहनों को भी निशाना बनाया गया था। चार दिन चले इस हमले के दौरान पुलिस मुठभेड़ में पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते आए 10 में से नौ आतंकी मारे गए थे। साथ ही मुंबई पुलिस के तीन जांबाज अधिकारियों सहित कई जवान भी शहीद हुए।


क्या कहते हैं पीड़ित
हमले को याद करते हुए सीएसटी स्टेशन के बाहर चाय बेचने वाले मोहम्मद तौसीफ (छोटू) बताते हैं, 'जब भी मैं उस क्षण (26/11 हमला) के बारे में सोचता हूं तो मैं अभी भी कांप जाता हूं। मैंने कई घायल लोगों का बचाया था, हालात विकट थे। मैं उस दिन का इंतजार कर रहा हूं जब पाकिस्तान में बैठे इस हमले का मास्टरमाइंड पकड़ा जाएगा।'


26/11 के हमले की पीड़िता देविका के पिता बताते हैं, 'मेरी बेटी उस समय 9 साल की थी। उसे गोली मार दी गई थी जो बहुत ही दर्दनाक था। हां हम खुश हैं कि कसाब को फांसी दी गई थी, लेकिन जब तक पाकिस्तान में बैठे असली मास्टरमाइंड को दंडित नहीं किया जाता है, तब तक हम संतुष्ट नहीं होंगे।'इसी हमले में अपने 6 रिश्तेदारों को खोने वाले रहीम अंसारी बताते हैं, 'घटना के बाद मैं डिप्रैसन में चला गया था, मेरे रिश्तेदारों के पास बचने का कोई मौका नहीं था। खुशी है कि अपराधियों को या तो मार दिया गया या दंडित किया जा चुका है। हाफिज सईद पाकिस्तान में है, बेहतर होता यदि भारत सरकार उन्हें यहां लाती है और उन्हें सजा देती।'



आज 'मन की बात, चाय के साथ' के जरिए भाजपा का प्रचार

आज 'मन की बात, चाय के साथ' के जरिए भाजपा का प्रचार


प्रधानमंत्री को चायवाला बताकर उनका मजाक बनाने की कांग्रेस की पहले की गई कोशिश का भाजपा फायदा उठाना चाहती है। इसके लिए रविवार को चुनावी राज्य गुजरात में भाजपा नेता जनता के साथ चाय पीते हुए रेडियो पर मोदी के 'मन की बात' सुनेंगे। राज्य की 182 विधानसभा सीटों के 50 हजार 128 मतदान केंद्रों पर 'मन की बात-चाय के साथ' कार्यक्रम होगा।

आज 'मन की बात, चाय के साथ' के जरिए भाजपा का प्रचार


भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अहमदाबाद के दरियापुर में, पीयूष गोयल पोरबंदर, धर्मेद्र प्रधान सूरत कि लिम्बायत सीट, स्मृति ईरानी जूनागढ़, वित्त मंत्री अरुण जेटली सूरत पश्चिम के अदाजन क्षेत्र में मन की बात सुनेंगे। इसके अलावा उमा भारती, ज्वेल ओरांव, पुरुषोत्तम रुपाला, राज्य भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघाणी, मुख्यमंत्री विजय रुपानी और गुजरात के कई मंत्री और विधायक, सांसद विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद रहकर मन की बात सुनेंगे।




प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के बाद 27 से 29 नवंबर तक सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में आठ रैलियां करेंगे। यहां 9 दिसंबर को चुनाव होना है। युवक कांग्रेस ने मोदी को चायवाला बताकर ट्वीट किया था। इसी के जवाब में भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव ने 23 नवंबर को इस कार्यक्रम की घोषणा की। युवक कांग्रेस की मैगजीन 'युवा देश' के ट्विटर हैंडल से विवाद शुरू हुआ जिसमें मोदी के अतीत और अंग्रेजी ज्ञान को निशाना बनाकर मजाक बनाने की कोशिश की गई। हालांकि युवक कांग्रेस ने ट्वीट हटाते हुए माफी मांग ली है।




मुख्यमंत्री विजय रपानी ने ट्वीट को गरीब विरोधी और वर्ग विशेषष का बताया। 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि मोदी चाय बेचते थे वे प्रधानमंत्री नहीं बन सकते। इस पर भाजपा ने चाय पर चर्चा कार्यक्रम शुरू किया था।