पाक बॉर्डर पर मिले बाज की बॉडी में है मेटेलिक वस्तु, जांच एजेंसियां सतर्क
श्रीगंगानगर।एक सप्ताह पहले जिले के केसरीसिंहपुर क्षेत्र में पाकिस्तान बॉर्डर के पास से पकड़े गए संदिग्ध बाज के शरीर में भी एक मेटेलिक वस्तु और मौजूद है। ऐसा वेटरनरी कॉलेज बीकानेर की ओर से की जांच और एक्सरे रिपोर्ट में सामने आया है। यह रिपोर्ट वन विभाग के मार्फत पुलिस के पास पहुंची है। रिपोर्ट मिलने के बाद जांच अधिकारी ने शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट भेज कर मार्गदर्शन मांगा है। जानिए और इस बारे में .... थानाधिकारी वेदप्रकाश लखोटिया ने बताया कि बीकानेर में बाज को रेस्क्यू किए जाने के साथ ही वेटरनरी कॉलेज से जांच करवाई गई। जांच में पता चला है कि यह पक्षी बाज अपनी श्रेणी के शेड्यूल प्रथम के तृतीय पार्ट का पक्षी है। इसके शरीर में 11.37 गुणा 0.80 एमएम की मेटेलिक वस्तु होने की पुष्टि हुई है। यह क्या वस्तु है? इसकी जांच करवाए जाने के लिए इसे बाहर निकालना आवश्यक है, लेकिन फिलहाल पुलिस किसी प्रकार की जोखिम नहीं लेना चाहती।
- चिप निकालने के लिए इस बाज का ऑपरेशन करना पड़ेगा। ऑपरेशन के लिए उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा है। बहरहाल, चिप मिलने की आशंका के बाद जांच एजेंसियां और अधिक सतर्क हो गई हैं।
पंखों में था एंटीना
- उल्लेखनीय है कि 18 नवंबर की दोपहर अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गांव 1 वी की रोही में संदिग्ध बाज पकड़ा गया था। इसके पंखों में 5-6 इंच के एंटीना के साथ सेल नुमा वस्तु चिपकी हुई थी। इसके पैरों में चार छल्ले भी पाए गए थे। इन छल्लों पर यूएई के साथ ही कतर 11 अंक लिखे हुए थे। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर होने के कारण इसके पकड़े जाने के बाद श्रीकरणपुर एवं श्रीगंगानगर से बीएसएफ के अलावा खुफिया एजेंसियां भी गईं थी।
आशंका ये भी, रास्ता भटक गया होगा बाज
- जांच एजेंसियों को आशंका यह भी है कि अरब देशों में ऐसे पक्षी शिकार के अलावा रेस सहित लड़ाई करवाने के लिए पाले जाते हैं। हो सकता है कि उनकी उड़ान की दूरी सहित अन्य जानकारी के लिए इसमें ऐसी चिप लगाई गई हो। पाकिस्तान या बलूचिस्तान में इन्हें उड़ाने के लिए अथवा लड़ाई के लिए इनका उपयोग किया जाता है।
- यह पक्षी रास्ता भटक कर यहां गया होगा। इनके छल्लों पर अंकित नंबर भी मोबाइल नंबर जैसे प्रतीत हो रहे हैं। बहरहाल जांच एजेंसियां सुरक्षा के दृष्टिगत इसकी हर एंगल से जांच पड़ताल में जुटी हैं।
किसान ने देखा था
- एक किसान ने इस बाज को पक्षी खाते देखा था। उसके पंजों में कोई सेलनुमा चमकीली वस्तु देख वह घबरा गया और ग्रामीणों को बताया। ग्रामीणों ने पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने जाल डालकर इसे पकड़ा था। फिर इसे बीकानेर भेज दिया गया था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें