रविवार, 26 नवंबर 2017

शादी के दूसरे दिन दुल्हन ने बुलाई पुलिस, कहा- मुझे अगवा कर जबरन की शादी

शादी के दूसरे दिन दुल्हन ने बुलाई पुलिस, कहा- मुझे अगवा कर जबरन की शादी
शादी के दूसरे दिन दुल्हन ने बुलाई पुलिस, कहा- मुझे अगवा कर जबरन की शादी
जयपुर/ सीकर.झुंझुनूं के रहने वाले सुरेन्द्र को शादी कराने वाले एक दलाल ने फंसाया था, एक लाख रुपए लेने के बाद उसने सुरेन्द्र की शादी पंजाब की पूजा से तय करवाई थी। शादी के अगले ही दिन पूजा ने सुरेन्द्र से कहा- हमारे यहां शादी के बाद अपने पुराने कपड़ों को नदी में डालने का रिवाज है। पुराने कपड़े घर में रहें तो शुभ नहीं होता। सुरेन्द्र पूजा की बातों में आ गया। दोनाें ने लुधियाना का टिकट करवाया। होटल में चेक इन किया। वहां से पूजा ऐसी गायब हुई कि उसका आज तक कोई सुराग नहीं मिल पाया। सुरेन्द्र कई दिनों तक यही सोचता रहा कि पूजा के साथ कोई अनहोनी तो नहीं हो गई। कई दिन वह उसी होटल में ठहरा रहा। आखिरकार थक-हारकर वह गांव लौट आया। पूजा 30 हजार रुपए के गहने और 60 हजार रुपए कैश लेकर भागी थी। हालांकि, सुरेन्द्र को गहने-पैसाें से ज्यादा परिवार की इज्जत जाने का अफसोस था। शादी के बाद पुलिस को फोन कर कही ये बात...झुंझुनूं के ही रहने वाले बिजेंद्र की शादी पंजाब के मोगा की रमंथ के साथ 2 नवंबर को हुई। 3 नवंबर को पूरा परिवार शादी के जश्न में डूबा था, तभी उनके दरवाजे पर पुलिस की गाड़ी आकर रूकी।

- पुलिस ने जब ये बताया कि आपने रमंथ का किडनैप किया है तो पूरा परिवार सकते में आ गया। रमंथ ने खुद पुलिस को इंफोर्म किया था कि उसे किडनैप कर जबरन शादी रचाई गई है।

- रमंथ के साथ शादी के लिए बिजेंद्र के परिवार ने ढिगाल निवासी एक दलाल को एक लाख 70 हजार रुपए भी दिए। परिवार ने चार लाख रुपए से ज्यादा खर्च कर दिए। अब रमंथ और दलाल दोनों गायब हो गए हैं।

दूल्हे के घर से सब कुछ समेटकर भाग गईं दुल्हनें

- यह कहानी अकेले सुरेन्द्र या बिजेंद्र की नहीं है। शेखावाटी के कई गांवों में ऐसे सैकड़ों किस्से हैं। कई मामले तो सिर्फ घर की इज्जत जाने के डर से बाहर नहीं आ पाए। हालांकि, अब कुछ मामलों के सामने आने से बाहरी राज्यों से आई दुल्हनों और उनके दलालों का पूरा नेटवर्क सामने आ रहा है।

- भास्कर की पड़ताल में यह सामने आया है कि शेखावाटी के तीन जिलों (झुंझुनूं, सीकर, चूरू) में करीब 10-12 हजार बाहरी राज्यों से लाई गई दुल्हनें हैं। इन्हीं जिलों में करीब दो हजार से ज्यादा ऐसी दुल्हनें भी हैं जो चंद रोज में ही दूल्हे के घर से सब कुछ समेटकर भाग गई।

- दुल्हनें खरीद कर लाने का यह सिलसिला शेखावाटी में तीन दशक से भी लंबे समय से चल रहा है, लेकिन पहला केस 16 नवंबर को दर्ज हुआ है। मुकुंदगढ़ पुलिस थाने में महाराष्ट्र की खुशी, शुभांगी, पूनम और दलाल सलीम काजी के खिलाफ मुकदमा संख्या 200/17 दर्ज हुआ है। पुलिस चारों को गिरफ्तार कर जांच कर रही है। एक टीम जांच के लिए महाराष्ट्र भेजी गई है। पुलिस आरोपियों के बताए ठिकानों की तफ्तीश कर रही है।

बाड़मेर राजनीती *कांग्रेसियो की बोपरह।।बीजेपी ढूंढ रही नये चेहरे।*



बाड़मेर राजनीती *कांग्रेसियो की बोपरह।।बीजेपी ढूंढ रही नये चेहरे।*



*हालांकि विधानसभा चुनावों में अभी साल भर का वक़्त है।मगर सत्तासीन और विपक्ष अपने चुनावी चौसर के घोड़े चुनने में लगी है।इस बार दिलचस्प है है दोनों दल नये चेहरे ढूंढ रहे।कांग्रेस के लिए सचिन पायलट का होम वर्क पूरा हो चुका है।तो भाजपा अभी तक चेहरे तलाष नही कर पाई।।राजनीतिक गलियारों में चर्चा ए आम है कि कांग्रेस ने अपने नए चेहरों का पैनल तैयार कर लिया।पुराने चेहरों को बदलने का काम तेजी से हो रहा।सचिन ने जातीय समीकरण के हिसाब से मोहरे फिट करने में कामयाबी हासिल कर ली।इस कामयाबी में पूर्व मुख्यमंत्री ढ़ोक गहलोत के विश्वशनीय नेताओ की बलि चढ़ना तय है।हाल ही में अशोक गहलोत की तरफ से चर्चा में आये नये चेहरों की गोपनीय रिपोर्ट निजी स्तर पर मंगवाई है।गहलोत के पुराने साथी उनका साथ लगभग छोड़ सचिन से हाथ मिला चुके है।एक मात्र जनप्रतिनिधि अभी भी गहलोत के गुणगान कर रहे।।विधानसभा चुनाव पायलट के नेतृत्व में लड़े गए तो बाड़मेर से पूर्व राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी,राष्ट्रीय सचिव हरीश चौधरी और जैसलमेर से प्रदेश सचिव रूपाराम धनदे नई शक्ति के रूप में उभर कर सामने आएंगे।।ऐसे में गहलोत के मोहरों का क्या हश्र ह्योग ज्यादा सोचने की जरूरत नही।।इस वक्त अल्पसंख्यक नेताओ की बात करे तो बाड़मेर के दोनों राजनीतिक घराने सचिन में विश्वास व्यक्त कर चुके है तो जैसलमेर में फकीर परिवार अभी भी असमंज की स्थिति में है।सचिन के साथ खुलकर फकीर परिवार अभी नही गया जिसका खामियाजा भी भुगत रहे है।बहरहाल कांग्रेस सत्ता की सीढ़ियां सफलतापूर्व चढ़ने के लिए राजपूत समाज को प्रतिनिधित्व देकर बीजेपी पर बढ़त और मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने का प्रयास कर रहा।अमीन खान का राजपूतो को कांग्रेस में लाने का बयान इसी संदर्भ में देखा जा रहा हैं। इसी की परिणीति है कि गत दिनों एक युवा राजपूत की कई दशकों बाद कांग्रेस में जाट बाहुल्य क्षेत्र में हुई।।पिछला और आगे भी कई वर्षों तक एक राजपूत नेता का कांग्रेस में जाट बाहुल्य क्षेत्र में जाकर प्रवेश सम्भव नही लगता।मगर यह युवा नेता के लिए जरूर संतोष का विषय है कि उनका कांग्रेस में प्रवेश जाट बाहुल्य क्षेत्र में संगठन के जिला अध्यक्ष और दिग्गज जाट नेताओं की उपस्थिति में हुआ।कांग्रेस में राजपूत नेताओ का बाड़मेर में प्रवेश दिवास्वप्न सा था।राजपूतो को एक मात्र विधायक ने कभी कांग्रेस में आगे आने नही दिया।राजपूतो को अपना वोट बैंक में पिछलग्गू बनाये रखा।।जिसके चलते राजपूत समाज के कई होनहार युवाओ का राजनीतिक भविष्य चौपट हो गया।जाट नेताओं द्वारा युवा राजपूत पर भरोसा सारी कहानी बयां कर रहा है।सचिन की चौसर जम चुकी है।वही बीजेपी ने बिधान सभा चुनाव जीतने का नया फार्मूला तैयार किया हैं।इसपे आगे बात करेंगे।*

खुलासा: दाऊद इब्राहिम का इकलौता बेटा बना मौलाना, डिप्रेशन में डॉन

खुलासा: दाऊद इब्राहिम का इकलौता बेटा बना मौलाना, डिप्रेशन में डॉन


मुंबई धमाकों के आरोपी और भारत के मोस्ट मॉन्टेड अपराधी दाऊद इब्राहिम को लेकर बड़ी खबर आई है. दुनिया भर में दूसरे नंबर का सबसे अमीर अपराधी डिप्रेशन में चला गया है.


Dawood Ibrahim’s Only Became a Maulana, Shuns ‘Family Business

छोटे भाई से पूछताछ में हुआ खुलासा

दरअसल दाऊद इब्राहिम का इकलौता बेटा मोइन नवाज डी कासकर मौलाना बन गया है. दाउद के बेटे की उम्र 31 साल है, उसके फैमिली बिजनेस छोड़ मौलाना बनने का फैसला किया है. यही बुरी खबर दाऊद को डिप्रेशन में ले गई है, ये खुलासा दाऊद के छोटे भाई इकबाल इब्राहिम कासकर से पूछताछ के दौरान हुआ है. इकबाल कासकार को कुछ दिनों पहले मुबई की एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने गिरफ्तार किया था. पूछताछ में ये भी पता चला कि परिवार में अशांति को लेकर दाऊद अंदर से टूट गया है.




दाऊद के परिवार की कहानी

दाऊद के कुल चार बच्चे हैं जिनमें तीन बेटियां और एक लड़का मोइन नवाज डी कासकर है. दाऊद की एक बेटी की कुछ साल पहले मलेरिया की वजह से मौत हो गई थी. उसकी एक बेटी की शादी पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियादाद के बेटे जुनैद से हुई थी.

दाऊद का बेटा मोईन ब्रिटेन में बिजनस मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहा था, साल 2011 में पाकिस्तान लौट आया, इसकी शादी भी हो चुकी है. जानकारी के मुताबिक शुरुआत से ही मोईन की रुचि धार्मिक कार्यों में ज्यादा थी. उसके कुरान की सभी आयतें मुंहजुबानी याद कर ली थीं.




बेटे से करता है बहुत प्यार, डिप्रेशन में गया डॉन

इकबाल कासकर ने पूछताछ में बताया कि बेटे के ऐसे बर्ताव की वजह से दाऊद तनाव में था. कासकर के मुताबिक मोईन अब दाऊद के साथ नहीं रहता है वो अपने परिवार के एक मस्जिद में रहता है. बताया जाता है कि दाऊद मोईन को बहुत प्यार करता है. उसके कराची स्थिति अपने घर का नाम भी बेटे के नाम पर मोईन पैलेस रखा है.




क्या चाहता था दाऊद?

दाऊद चाहता था दाऊद ये नहीं चाहता था कि उसका बेटा अंडरवर्ल्ड के लिए काम करे. वो चाहता था कि उसका जितना सफेद कारोबार है वो उसे संभाले लेकिन मोईन की रुचि दाऊद के किसी काम में नहीं था.

देखें तस्‍वीरें: कुरुक्षेत्र में राष्‍ट्रपति ने अंतरराष्‍ट्रीय गीता माहेत्‍सव का किया आगाज



देखें तस्‍वीरें: कुरुक्षेत्र में राष्‍ट्रपति ने अंतरराष्‍ट्रीय गीता माहेत्‍सव का किया आगाज


देखें तस्‍वीरें: कुरुक्षेत्र में राष्‍ट्रपति ने अंतरराष्‍ट्रीय गीता माहेत्‍सव का किया आगाज


कुरुक्षेत्र में शनिवार काे अंतरराष्‍ट्रीय गीता जयंती महोत्‍सव का शुभारंभ हुआ। राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसका उद्घाटन किया। उन्‍होंने नौकुंडीय यज्ञ में आहुति डाल कर इसका आगाज किया। इस मौके पर मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल, हरियाणा के राज्‍यपाल प्रो. कप्‍तान सिंह सोलंकी, हिमाचल के राज्‍यपाल आचार्य देवव्रत ने भी यज्ञ में आहुतियां डालीं।



राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पवित्र ब्रह्म सरोवर सहित अन्‍य स्‍थलों का अवलोकन किया। उन्‍होंने पुरुषोतमपुरा बाग का भी दौरा किया। राष्‍ट्रपति कोविंद ने ब्रह्मसरोवर के पवित्र जल का आमचन किया। इसके बाद गीता पूूजन कर नौ कुंडीय हवन में पूूर्णाहुति डालकर महोत्सव की विधिवत शुरूआत की।राष्‍ट्रपति का यहां पहुंचने पर राज्‍यपाल प्रो. कप्‍तान सिंह सोलंकी और मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने स्‍वागत किया। इस मौके पर आयोजन स्‍थल और इसके आसपास के क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा की गई थी।

दबंगों ने दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोका, पुलिस पहरे में निकली बारात

दबंगों ने दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोका, पुलिस पहरे में निकली बारात

दबंगों ने दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोका, पुलिस पहरे में निकली बारात
जयपुर। राजस्थान में अजमेर जिले के सरवर गांव में करीब एक दशक बाद दलित समाज के युवक की बारात घोड़ी पर निकली। गुरुवार को घोड़ी पर बारात निकलते समय भी विवाद हुआ, दबंगों ने दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोका। लेकिन सूचना पर गांव पहुंचे पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों ने दलित दूल्हे की बारात घोड़ी पर निकलवाई।




जानकारी के अनुसार, दलित प्रधान बैरवा का गुरुवार को विवाह था, बारात रवाना होते समय गांव के दबंगों ने दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोक दिया। दबंगों ने यह भी चेतावनी दी कि यदि फिर दूल्हे को घोड़ी पर बिठाने का प्रयास किया गया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इस पर बैरवा समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर गौरव गोयल व पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह से शिकायत की। कलेक्टर ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अतिरिक्त जिला कलेक्टर व उप पुलिस अधीक्षक सहित बड़ी संख्या में पुलिस के जवान गांव में भेजे। इसके बाद दूल्हा प्रधान बैरवा घोड़ी पर बैठा।




गांव के दलित समाज के लोगों ने बताया कि इस गांव में कई साल बाद दलित दूल्हा घोड़ी पर बैठा है। गांव की कुछ जातियों के दबंग किसी दलित को घोड़ी पर नहीं बैठने देते, अब तक दूल्हे को पैदल ही जाना होता था। गुरुवार को पहली बार प्रधान बैरवा ने घोड़ी पर बैठने का प्रयास किया तो दबंगों ने रोका, लेकिन प्रशासन और पुलिस के हस्तक्षेप से दबंगों को शांत करवाया गया और दलित दूल्हा घोड़ी पर बैठा। एक बुजुर्ग के अनुसार करीब 15 साल पहले भी एक दुल्हा घोड़ी पर बैठा तब भी काफी विवाद हुआ था, इसके बाद दलित दूल्हे पैदल ही जाते हैं।

सूर्य देव अपने रथ पर रोज करते हैं इंक्यावन लाख योजन की यात्रा

सूर्य देव अपने रथ पर रोज करते हैं इंक्यावन लाख योजन की यात्रा


रोज प्रात सूर्य देव अपने सात घोड़ों वाले रथ पर बैठ कर यात्रा निकलते हैं और उनकी एक परिक्रमा से पूरा होता है एक दिन। जानें उनके रथ की विशेषतायें।
सूर्य देव अपने रथ पर रोज करते हैं इंक्यावन लाख योजन की यात्रा


ऐसा है सूर्य का रथ


जिस रथ के चलने से आप दिन और रात को पहचानते हैं सूर्य देव के उस रथ का विस्तार नौ हजार योजन है। इससे दुगुना इसका ईषा-दण्ड यानि जूआ और रथ के बीच का भाग है। रथ का धुरा डेढ़ करोड़ सात लाख योजन लम्बा है, जिसमें पहिया लगा हुआ है। इस रथ के पहियों के घूमने से पूर्वाह्न, मध्याह्न और अपराह्न होते है। इसमें जुते सात घोड़ों के नाम हैं गायत्री, वृहति, उष्णिक, जगती, त्रिष्टुप, अनुष्टुप और पंक्ति। इस रथ का दूसरा धुरा साढ़े पैंतालीस सहस्र योजन लम्बा है। इसके दोनों जुओं के परिमाण के बराबर ही इसके युगार्द्धों का परिमाण है। इनमें से छोटा धुरा रथ के जूए के सहित ध्रुव के आधार पर स्थित है और दूसरे धुरे का चक्र मानसोत्तर पर्वत पर स्थित है।
सूर्य के रथ से तय होती है ऋतुएं


सूर्य के रथ की चाल पन्द्रह घड़ी में सवा सौ करोड़ साढ़े बारह लाख योजन से कुछ अधिक ही है। इसी के साथ-साथ चन्द्रमा तथा अन्य नक्षत्र भी घूमते रहते हैं। सूर्य का रथ एक मुहूर्त मतलब दो घड़ी में चौंतीस लाख आठ सौ योजन चलता है। इस रथ का संवत्सर नाम का एक पहिया है जिसके बारह अरे ही बारह मास, छः नेम छः ऋतु और तीन चौमासे हैं। इस रथ की एक धुरी मानसोत्तर पर्वत पर तथा दूसरा सिरा मेरु पर्वत पर स्थित है। इस रथ में बैठने का स्थान छत्तीस लाख योजन लम्बा है। इस रथ का सारथ्‍य अरुण नाम के सारथी करते हैं। इस तरह भगवान भुवन भास्कर नौ करोड़ इंक्यावन लाख योजन लम्बी परिधि को एक क्षण में दो सहस्त्र योजन के हिसाब से तय करते हैं।
ये है सूर्य रथ का मार्ग


सूर्य की परिक्रमा का मार्ग मानसोत्तर पर्वत पर इंक्यावन लाख योजन है। मेरु पर्वत के पूर्व की ओर इन्द्रपुरी से होते हुए दक्षिण की ओर यमपुरी से गुजर कर पश्चिम की ओर वरुणपुरी और उत्तर की ओर चन्द्रपुरी तक, मेरु पर्वत के चारों ओर सूर्य की परिक्रमा पूरी होती है। इसी यात्रा के बाद में सभी जगह कभी दिन, कभी रात्रि, कभी मध्याह्न और कभी मध्यरात्रि होती है। सूर्य जिस पुरी में उदय होते हैं उसके ठीक सामने अस्त होते प्रतीत होते हैं। जिस पुरी में मध्याह्न होता है उसके ठीक सामने अर्ध रात्रि होती है।

26/11 मुंबई हमला: खून से लिखी गई तारीख की 9वीं बरसी आज

26/11 मुंबई हमला: खून से लिखी गई तारीख की 9वीं बरसी आज
26/11 मुंबई हमला: खून से लिखी गई तारीख की 9वीं बरसी आज

26 नवंबर, 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले को भला कौन भूल सकता है? मुंबई के इतिहास में खून से रंगी इस तारीख की आज 9वीं बरसी है। 10 हमलावरों ने मुंबई को खून से रंग दिया था, जिसके प्रमाण अभी भी मौजूद हैं।

26 नवंबर, 2008 की रात करीब 9.50 बजे शुरू हुए इस आतंकी हमले में कुल 166 लोग मारे गए थे एवं 300 से ज्यादा घायल हुए थे। मुंबई के प्रमुख रेलवे स्टेशन सीएसएमटी सहित, ताज होटल, होटल ट्राइडेंट, लियोपोल्ड कैफे एवं नरीमन हाउस सहित सड़क पर चलते कुछ वाहनों को भी निशाना बनाया गया था। चार दिन चले इस हमले के दौरान पुलिस मुठभेड़ में पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते आए 10 में से नौ आतंकी मारे गए थे। साथ ही मुंबई पुलिस के तीन जांबाज अधिकारियों सहित कई जवान भी शहीद हुए।


क्या कहते हैं पीड़ित
हमले को याद करते हुए सीएसटी स्टेशन के बाहर चाय बेचने वाले मोहम्मद तौसीफ (छोटू) बताते हैं, 'जब भी मैं उस क्षण (26/11 हमला) के बारे में सोचता हूं तो मैं अभी भी कांप जाता हूं। मैंने कई घायल लोगों का बचाया था, हालात विकट थे। मैं उस दिन का इंतजार कर रहा हूं जब पाकिस्तान में बैठे इस हमले का मास्टरमाइंड पकड़ा जाएगा।'


26/11 के हमले की पीड़िता देविका के पिता बताते हैं, 'मेरी बेटी उस समय 9 साल की थी। उसे गोली मार दी गई थी जो बहुत ही दर्दनाक था। हां हम खुश हैं कि कसाब को फांसी दी गई थी, लेकिन जब तक पाकिस्तान में बैठे असली मास्टरमाइंड को दंडित नहीं किया जाता है, तब तक हम संतुष्ट नहीं होंगे।'इसी हमले में अपने 6 रिश्तेदारों को खोने वाले रहीम अंसारी बताते हैं, 'घटना के बाद मैं डिप्रैसन में चला गया था, मेरे रिश्तेदारों के पास बचने का कोई मौका नहीं था। खुशी है कि अपराधियों को या तो मार दिया गया या दंडित किया जा चुका है। हाफिज सईद पाकिस्तान में है, बेहतर होता यदि भारत सरकार उन्हें यहां लाती है और उन्हें सजा देती।'



आज 'मन की बात, चाय के साथ' के जरिए भाजपा का प्रचार

आज 'मन की बात, चाय के साथ' के जरिए भाजपा का प्रचार


प्रधानमंत्री को चायवाला बताकर उनका मजाक बनाने की कांग्रेस की पहले की गई कोशिश का भाजपा फायदा उठाना चाहती है। इसके लिए रविवार को चुनावी राज्य गुजरात में भाजपा नेता जनता के साथ चाय पीते हुए रेडियो पर मोदी के 'मन की बात' सुनेंगे। राज्य की 182 विधानसभा सीटों के 50 हजार 128 मतदान केंद्रों पर 'मन की बात-चाय के साथ' कार्यक्रम होगा।

आज 'मन की बात, चाय के साथ' के जरिए भाजपा का प्रचार


भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अहमदाबाद के दरियापुर में, पीयूष गोयल पोरबंदर, धर्मेद्र प्रधान सूरत कि लिम्बायत सीट, स्मृति ईरानी जूनागढ़, वित्त मंत्री अरुण जेटली सूरत पश्चिम के अदाजन क्षेत्र में मन की बात सुनेंगे। इसके अलावा उमा भारती, ज्वेल ओरांव, पुरुषोत्तम रुपाला, राज्य भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघाणी, मुख्यमंत्री विजय रुपानी और गुजरात के कई मंत्री और विधायक, सांसद विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद रहकर मन की बात सुनेंगे।




प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के बाद 27 से 29 नवंबर तक सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में आठ रैलियां करेंगे। यहां 9 दिसंबर को चुनाव होना है। युवक कांग्रेस ने मोदी को चायवाला बताकर ट्वीट किया था। इसी के जवाब में भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव ने 23 नवंबर को इस कार्यक्रम की घोषणा की। युवक कांग्रेस की मैगजीन 'युवा देश' के ट्विटर हैंडल से विवाद शुरू हुआ जिसमें मोदी के अतीत और अंग्रेजी ज्ञान को निशाना बनाकर मजाक बनाने की कोशिश की गई। हालांकि युवक कांग्रेस ने ट्वीट हटाते हुए माफी मांग ली है।




मुख्यमंत्री विजय रपानी ने ट्वीट को गरीब विरोधी और वर्ग विशेषष का बताया। 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि मोदी चाय बेचते थे वे प्रधानमंत्री नहीं बन सकते। इस पर भाजपा ने चाय पर चर्चा कार्यक्रम शुरू किया था।

शुक्रवार, 24 नवंबर 2017

बाड़मेर तमिलनाडु डीजीपी सांगाराम जांगिड़ का किया अभिनन्दन, धीरन फ़िल्म पर जांगिड़ ने अपने अनुभव किये साझा

बाड़मेर तमिलनाडु डीजीपी सांगाराम जांगिड़ का किया अभिनन्दन, धीरन फ़िल्म पर जांगिड़ ने अपने अनुभव किये साझा

बाड़मेर
6 राज्यो में आंतक का पर्याय बन चुके ओमा बावरिया गैंग का खात्मा कर राष्ट्रपति गैलेंट्री एवार्ड से सम्मानित आईपीएस औऱ वर्तमान में तमिलनाडु के डारेक्टर जनरल ऑफ पुलिस सांगाराम जांगिड़ शुक्रवार की रोज शहर के प्रबुद्ध जनों ने उनके डीजीपी बनने और उनके जीवन पर साउथ में धीरन नामक
फ़िल्म बनने पर स्नेहमिलन समारोह आयोजित कर अभिनन्दन किया गया। स्थानीय युवा उधमी आजाद सिंह राठौड़ के कार्यालय परिषर में आयोजित अभिनन्दन कार्यक्रम में शिक्षाविद कमलसिंह महेचा, वरिष्ठ पत्रकार एवम लेखक शंकर गोली, पूर्व प्रधान उदाराम मेघवाल, युवा लेखक आजाद सिंह राठौड़ मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर चंदन सिंह भाटी ,संजय शर्मा ,हरीश धनदे ,महेश दादनी ,महेश पनपालिया ,आदिल भाई ,अमित बोहरा ,रमेश कड़वासरा ,छगन सिंह चौहान ,स्वरुप सिंह भाटी ,जय परमार ,भुवनेश शर्मा ,राजेंद्र लहुआ ,हुकमाराम सुथार ,ललित सौ ,हर्षद शारदा ,सहित कई मोजिज लोग उपस्थित थे ,आयोजन में स्वागत भाषण के जरिये डीजीपी जांगिड़ की जीवनी पर प्रकाश डाला। आयोजन में डीजीपी तमिलनाडु पुलिस ने ओमा बावरिया गैंग के खात्मे की पूरी घटना को तफशील से बताया। अपने ऑपरेशन के डेढ़ साल को रुपहले पर्दे पर देखना बहुत यादगार लगा श्री जांगिड़ को। बकौल जांगिड़ अद्भुत अनुभव था खुद के काम को 70 एम एम के पर्दे पर देखना।आंतक का पर्याय बन चुकी ओमा बावरिया की गैंग भरतपुर रूपावास से जुड़ी थी। इसके कारण फिल्म का फिल्मांकन भी भरतपुर, बाड़मेर व जैसलमेर में हुआ है। फ़िल्म में साउथ के ख्यातनाम अभिनेता कार्तिक सांगाराम जांगिड़ के किरदार को अदा कर रहे है और फ़िल्म को युवा डारेक्टर विनोथ ने निर्देशित किया है। सांगाराम जांगिड़ के मुताबित थिरन का स्पेशल प्रीमियर में उन्हें बतौर विशिष्ठ अतिथि बुलाया गया यह उनके लिए यादगार था। गौरतलब है कि आंतक का पर्याय बन चुके ओमा बावरिया गैंग को बिना किसी सुराग के खत्म करने वाले पुलिस अधिकारी और अब चैन्नई पुलिस डीजीपी सांगाराम जांगिड़ ने गैंग का सफाया किया था। सांगाराम बाड़मेर जिले के कवास गांव के निवासी है। साल 1995-2005 के बीच बावरिया गैंग ने 50 के करीब हत्याएं और हाईवे पर लूट की कई वारदातों को अंजमा दिया था। इस गैंग को खत्म करने का जिम्मा आईपीएस सांगााराम जांगिड़ को मिला था। जांगिड़ के नेतृत्व में हुई कार्रवाई में गैंग के 13 सदस्य गिरफ्तार किए गए थे और पुलिस ने दो एंकाउंटर भी किए। बावरिया गैंग खत्म करने के साहसिक कार्य के लिए सांगाराम को राष्ट्रपति गैलेंट्री अवार्ड प्रदान किया गया।डेढ़ साल तक राजस्थान , हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र में केस को सुलझाने के लिए अपनी टीम के साथ प्रयास कर सफलता पाने वाले सांगाराम जांगिड़ अपनी टीम के साथ साथ डीजीपी ए एस गिल,आई जी ओपी ग्लोत्रा,भरतपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक एसपी राजीव शर्मा, धौलपुर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक हेमन्त प्रियदर्शी, इस्पेक्टर महावीर सिंह, सुखवीर सिंह के साथ का शुक्रिया अदा करना नही भूलते। उनके मुताबित बहुत मुश्किल था ऑपरेशन , लेकिन मेहनत रंग लाई।आयोजन में युवा फोटोग्राफर तरुण चौहान ने अपने द्वारा खेचे गए एक छायाचित्र को बतौर स्मृति जांगिड़ को भेंट किया।
आयोजन में नगरपरिषद के पार्षद नरेश देव सारण, बीरबल माली, हुकमाराम सुथार, रघुवीर सिंह तामलोर ने डीजीपी सांगाराम जांगिड़ का स्मृति चिन्ह देकर बहुमान किया। आयोजन का मंच संचालन मुकेश पचौरी ने किया।

दिनदहाड़े घर में महिला की गला घोंटकर हत्या, नकदी और जेवरात लेकर भागे लुटेरे

दिनदहाड़े घर में महिला की गला घोंटकर हत्या, नकदी और जेवरात लेकर भागे लुटेरे

मदनगंज-किशनगढ़.बुधवार को दिनदहाड़े घर में घुसकर अज्ञात लुटेरों ने महिला का गला घोंटकर हत्या कर दी। लुटेरों ने महिला की आंखों में मिर्ची डालकर और उसके बाद घसीटकर दूसरे कमरे में ले जाकर दुपट्‌टे से गला घोंट दिया। इसके बाद लुटेरे मकान की पहली मंजिल से नकदी, जेवरात लूटकर फरार हो गए। चौंकाने वाला तथ्य ये रहा कि पूरी घटना की भनक आसपास में किसी को नहीं चली। घटना का पता शाम 6.15 बजे के आसपास महिला के पति के घर आने पर चला। घटना से मौके पर हड़कंप मच गया और लोगों की भीड़ जमा हो गई।

दिनदहाड़े घर में महिला की गला घोंटकर हत्या, नकदी और जेवरात लेकर भागे लुटेरे


- जानकारी के अनुसार मित्र निवास कॉलोनी में एसएन पांडे (54) का मकान है। पांडे पेशे से आर्किटेक्चर है और घर में ही उनका ऑफिस है। बुधवार दोपहर 3 बजे पांडे अजमेर विजिट के लिए रवाना हो गए।

- घर में उनकी पत्नी उमा पांडे (52) अकेली थी। शाम 6.15 बजे के आसपास पति पांडे घर लौटे और पत्नी को आवाज लगाई। भीतर जाने वाले दरवाजे के पास जमीन पर लाल मिर्ची बिखरी हुई मिली।

- गैलरी के पास खून के निशान और घसीटने के निशान मिले। भीतर जाने पर पांडे को उनकी पत्नी का शव का कमरे में पड़ा मिला। शव के गले में दुपट्‌टे से फंदा लगा हुआ था। ये देख पति के होश उड़ गए।

- उन्होंने आसपास के लोगों और परिचितों को घटना की जानकारी दी। देखते ही देखते मोहल्लेवासियों की भीड़ जमा हो गई। घटना की सूचना पुलिस को दी गई।

- सूचना पर मदनगंज थाना प्रभारी जोगेंद्र सिंह, किशनगढ़ शहर थाना प्रभारी अनूप सिंह चौधरी मय जाप्ता मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने एफएसएल की टीम को बुलाया गया। टीम ने घटनास्थल से सैंपल लिए। पुलिस आसपास की गली मोहल्ले में लगे सीसीटीवी खंगालने में जुटी है।




महिला ने किया संघर्ष का प्रयास

- पुलिस के अनुसार लुटेरों ने महिला से जैसे-तैसे दरवाजा खुलवाया। महिला ने दरवाजा खोला होगा अौर इस दौरान लुटेरों ने महिला की आंखों में मिर्ची डाल दी। जमीन पर मिर्ची बिखरी हुई है। इसके बाद लुटेरे महिला को पकड़कर भीतर ले गए। वहां जमीन पर गिराकर महिला का सिर जमीन से पटका। जिससे उसके सिर से खून बहने लगा।

- इस दौरान महिला ने संघर्ष किया जिससे उसके हाथ की चूड़ियां टूटकर बिखर गई। लुटेरे महिला को घसीटकर कमरे में ले गए और दुपट्‌टे से गले में फंदा लगाकर लगाकर गला घोंट दिया। इसके बाद मकान की पहली मंजिल पर जाकर नकदी व जेवरात लूटकर ले गए।




किसी के लिए नहीं खोलती थी दरवाजा

- पुलिस सूत्रों के अनुसार महिला हमेशा घर में अकेली रहती थी। ज्यादातर उनके पति बाहर साइड विजिट पर जाते थे। कईं बार रात को भी नहीं आते थे। महिला कभी भी दरवाजा नहीं खोलती। कोई आता भी था तो पहली मंजिल की खिड़की से बात करती थी।

- शाम को दूध वाले से भी रस्सी के जरिये दूध पहली मंजिल पर ले लेती थी। आर्किटेक्चर ऑफिस में करीब चार लड़कियां काम करती है। चारों लड़कियों ने बताया कि उमा कभी दरवाजा नहीं खोलती थी। ऐसेे में लुटेरों के आने पर दरवाजा कैसे खोल लिया। घटना में किसी परिचित की संलिप्तता होने की शंका जताई जा रही है।




तीनों संतानेंं बाहर

पांडे की तीन संताने हैं। इनमें बड़ी बेटी पूनम, उससे छोटा बेटा मनीष और सबसे छोटा बेटा मयंक है। पूनम की शादी हो गई। वहीं मनीष बेंगलुरू में जाॅब करता है। मयंक दिल्ली में पढ़ाई कर रहा है। ऐसे में घर में सिर्फ एसएन पांडे और उनकी पत्नी उमा ही रहती थी। लुटेरों ने इसी मौके का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दिया।




एक युवक दस दिनों से आकर खड़ा रहता था गली में

क्षेत्र की महिलाओं ने बताया कि एक युवक पिछले दस बारह दिन से गली में आकर खड़ा रहता था। युवक मोबाइल पर बातें किया करता था। मोहल्लेवासी रोजाना उस अजनबी युवक को देखते थे। बुधवार को दिन युवक कहीं नजर नहीं आया। कही युवक या उसके साथियों ने रैकी तो नहीं की।

डीएसपी ने ली घटना की जानकारी

महिला की हत्या की घटना के बाद मौके पर डीएसपी ओमप्रकाश किलानिया ने घटना की जानकारी ली। डीएसपी ने पूरे मकान का निरीक्षण किया। बुधवार को ही किलानिया ने डीएसपी का पदभार ग्रहण किया था।

विद्यालयों में स्टार रैंकिग की पहल ‘स्टेट एजूकेशन रिसर्च ट्रेनिंग सेंटर’ की स्थापना की जाएगी



विद्यालयों में स्टार रैंकिग की पहल

‘स्टेट एजूकेशन रिसर्च ट्रेनिंग सेंटर’ की स्थापना की जाएगी

85 हजार करोड़ रूपये बजट व्यय कर प्रदेश को बनाया शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी

राष्ट्रीय सर्वे में राजस्थान शिक्षा क्षेत्र में 18 वे ंसे आया चौथे स्थान पर

अजमेर, 24 नवम्बर। शिक्षा राज्य मंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि पिछले चार वर्षों में राज्य में आदर्श, उत्कृष्ट और स्वामी विवेकानंद विद्यालयों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया गया है। राज्य सरकार का प्रयास है कि इसी तर्ज पर प्रदेश के सभी विद्यालय ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेेंस’ के रूप में विकसित हों। इसीलिए प्रदेश के विद्यालयों में स्टार रैंकिग की हम पहल करने जा रहे हैं। इसके अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में श्रेष्ठतम के आधार पर विद्यालयों को स्टार रैंकिंग प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्टाफ पैटर्न की हम समीक्षा कर रहे हैं, प्रयास किया जाएगा कि विद्यालय में छात्र अनुपात में सभी स्थानों पर समुचित शिक्षक पदस्थापित हों।

85 हजार करोड़ रूपये बजट व्यय कर बनाया राजस्थान को शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी

उन्होंने कहा कि आगामी सत्र से प्रदेश में शैक्षिक गुणवत्ता के लिए ‘स्टेट एजूकेशन रिसर्च ट्रेनिंग सेंटर’ की स्थापना की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में स्टूडियो की स्थापना होगी ताकि विडियो कॉन्फ्रेन्स के तहत राज्यभर से इसका जुड़ाव रहे। शैक्षिक गुणवत्ता के लिए हमने कक्षा एक से 8 तक विद्यालयों में लर्निंग लेवल तय किए हैं। राजस्थान प्राथमिक शिक्षा परिषद् और रमसा को एकीकृत करके प्रदेश में शिक्षा का और अधिक प्रभावी विकास किया जाएगा। श्री देवनानी आज यहां शिक्षा संकुल में राज्य सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित मीडिया से संवाद में संबोधित कर रहे थे।

18 वें से राजस्थान आया चौथे स्थान पर

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले चार वर्षाें में नवाचारों को अपनाते हुए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए 85 हजार करोड़ रूपये बजट व्यय कर प्रदेश को शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने की पहल की है। इसी से हाल के आए राष्ट्रीय सर्वे में कभी 18 वें स्थान पर रहने वाला राजस्थान आज शिक्षा क्षेत्र में चौथे स्थान पर आ गया है।

जिला शिक्षा अधिकारी के 142 पद भरे

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले चार वषोर्ंं में प्रदेश में स्कूलों के एकीकरण, प्रत्येक ग्राम पंचायत में 9 हजार 895 आदर्श एव 9500 उत्कृष्ट विद्यालयों की स्थापना की जहां पहल की वहीं एक लाख 9 हजार शिक्षकों की रिकॉर्ड पदोन्नतियॉं प्रदान की। इसके साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी के सभी पद भर दिए गए। आज 142 जिला शिक्षा अधिकारी पद भरे हुए हैं साथ ही प्रधनाचार्य के भी 95 प्रतिशत से अधिक पद भर दिए गए हैं।

1 लाख 50 हजार के करीब नवीन नियुक्तियॉं की पहल

उन्होंने कहा कि सरकार जब सत्ता में आई तब शिक्षा क्षेत्र में 52 प्रतिशत शिक्षकाें के पद रिक्त थे जो अब घट कर मात्र 15 प्रतिशत तक ही रह गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में एक लाख 50 हजार के करीब नवीन नियुक्तियॉं की पहल की गई है। इसमें सीधी भर्ती से 87 हजार 634 पदों पर शिक्षकों की जहां नई नियुक्तियां की है वहीं 16 हजार 669 पदों पर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रियाधीन है।

नामांकन में 22 लाख की वृद्धि

उन्होंने कहा कि आज 63 हजार विद्यालयों वाला शिक्षा प्रदेश का सबसे बड़ा विभाग है। उन्होंने कहा कि चार वर्ष पहले विद्यालयों में 60 लाख का नामांकन था। राज्य सरकार द्वारा राजकीय विद्यालयों के सुदृढ़ीकरण के लिए किए प्रयासों से सरकारी विद्यालयों के स्तर में वृद्धि हुई। इसी का परिणाम रहा कि आज सरकारी विद्यालयों में 82 लाख के करीब नामांकन हो गया है। यानी पिछले चार सालों में नामांकन में 22 लाख की वृद्धि हुई है।

1 लाख 46 हजार बालिकाओं को गार्गी पुरस्कार

शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि पिछले चार वर्ष शिक्षा में बेहतरीन विकास के रहे हैं। राष्ट्रीय सर्वेक्षण में और ‘असर‘ की रिर्पोट में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में राजस्थान जहां पहले नम्बर पर रहा है वहीं भारत सरकार द्वारा ‘स्वच्छ विद्यालय‘ योजना के अंतर्गत भी देशभर में राजस्थान आंध्रप्रदेश और तमिलनाडू के बाद तीसरे स्थान पर रहा। सरकारी विद्यालयों का परीक्षा परिणाम निजी विद्यालयों से आगे निकला। बालिका शिक्षा में राजस्थान अग्रणी हुआ और 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने पर मिलने वाले गार्गी पुरस्कार की संख्या में भी इन प्रयासों के कारण तीन गुना तक वृद्धि हुई। आज 1 लाख 46 हजार बालिकाओं को यह पुरस्कार दिया जा रहा है।

450 करोड़ के हुए विकास कार्य

श्री देवनानी ने कहा कि प्रदेश के विद्यालयों में आधारभुत सुविधाओं के विकास के अंतर्गत पहली बार विद्यालयों में 450 करोड़ के विकास कार्य करवाए गए हैं। हमने नाबार्ड से ऋण लेकर भी विद्यालयों के विकास के कार्य प्राथमिकता से करवाए हैं।

शिक्षा राज्य मंत्री ने विद्यालयों मे अपनाए गए नवाचारों की चर्चा करते हुए कहा कि पिछले चार वर्षोें में बीएड,एसटीसी इन्र्टनशिप के तहत विद्यालयों में प्रशिक्षणरत अभ्यर्थियों की सेवाएं पढ़ाने के लिए ली गई। निजी विद्यालयों की मान्यता की ऑनलाई प्रक्रिया प्रारंभ की गई। शाला दर्शन और शाला दर्पणक के अंतर्गत शिक्षा विभाग को संपूर्ण रूप में ऑनलाईन किया गया। ई-ज्ञान पोर्टल के जरिए विद्यार्थियों को पाठ्यपुस्तकें और तमाम शिक्षा सबंधित ज्ञानवद्र्धक जानकारियॉं ऑनलाईन उपलब्ध कराई गई। संस्कृत शिक्षा में पदों को बढ़ाया। पाठ्यक्रम में योग, सूर्य नमस्कार के साथ ही 200 से अधिक महापुरूषों, वीर-वीरांगनाओं के चरित्रों के प्रेरक पाठ सम्मिलित किए। उद्देश्य यही रहा है कि विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके।

सुदृढ मोनिटरिंग के लिए पंचायत एलिमेंट्री एजुकेशन ऑफिसर

श्री देवनानी ने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा में पंचायत स्तर पर सुदृढ मोनिटरिंग के लिए पंचायत एलिमेंट्री एजुकेशन ऑफिसर लगाए गए हैं। देशभर में स्टार्फिंग पैटर्न की सराहना हुई है। चरणबद्ध तरीके से प्रदेश में प्री-प्राईमरी स्कूल की शुरूआत। इसके तहत 11500 आंगनबाड़ी केन्द्रों को स्कूलों से एकीकृत किया गया। विद्यालयों के विकास के लिए विद्यालय सलाहकार समितियों का गठन किया गया। मातृशक्ति से शैक्षिक उन्नयन के लिए पहली बार ‘मदर-टीचर्स‘ बैठकों का आयोजन किया गया।

5 वीं और 8 वीं की परीक्षाएं प्रारंभ कराने की पहल

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 5 वीं और 8 वीं की परीक्षाएं प्रारंभ कराने की पहल की गई। व्यावसायिक शिक्षा की शुरूआत हमने की। बालिकाओं को 11.3 लाख साईकिलों का वितरण किया गया। 98 हजार लैपटॉप मेधावी छात्र-छात्राओं को दिए गए। इसके साथ 5 लाख बालिकाओं को आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। दृष्टिहीन विद्यार्थियों को एण्ड्रॉयड मोबाईल फोन वितरित किए। राज्य की 43 हजार 672 स्कूलों में अक्षय पेटिका रखवाई। विद्यालय विकास में सामाजिक भागीदारी सुविकसित करने के लिए अब तक इन पेटिकाओं में 4 करोड़ के लगभग राशि एकत्र हुई है।8बालिकाओं के शैक्षिक प्रोत्साहन के लिए शारदा बालिका छात्रावासों की स्थापना। की हमने पहल की। आज 186 बालिका छात्रावासों से 181 पूर्ण रूप से क्रियाशील हैं। इनमें इस समय 13 हजार 387 बालिकाए नामांकित है।

स्मार्ट वर्चुअल क्लासरूमों के जरिए मेडिकल-इंजीनियरिंग कोचिंग

श्री देवनानी ने कहा कि कक्षा 6 से 11 तक की बालिकाओं को ट्रांसपोर्ट वाउचर सुविधा प्रदान की जा रही है। क्लिक योजना के तहत विद्यार्थियों को कम्प्यूटर प्रशिक्षण। 716 स्कूलों के 63 हजार 219 विद्यार्थी इससे लाभान्वित हो रहे है। उन्होंने कहा कि 770 राजकीय विद्यालयों तथा 11 जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थाओं मे ंस्मार्ट वर्चुअल क्लासरूमों के माध्यम से राज्य के दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों के विद्यार्थियों को मेडिकल एवं इंजीनियरिंग परीक्षाओं की गुणवत्तापूर्ण निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ‘एलन’ इन्स्टीट्यूट से एमओयू किया गया। 186 पिछड़े क्षेत्रों में स्वामी विवेकानंद विद्यालयों के जरिए अंग्रेजी माध्यम से अध्यापन की पहल। 55 प्रतिशत सीट बालिकाओं के लिये हमने आरक्षित किए।

शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि विकास सतत प्रक्रिया है। इसी के तहत हम शिक्षा क्षेत्र में मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में निरंतर राजस्थान को शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि राजस्थान आने वाले वर्षों में देश का प्रमुख शिक्षा राज्य बनकर अपनी विशिष्ट पहचान बनाए। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नरेशपाल गंगवार, रमसा की आयुक्त श्रीमती आनन्दी, विशिष्ट शासन सचिव श्री अशफाक हुसैन, निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्री नथमल डीडेल सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।



जिला अग्रणी बैंक की विशेष टाउन हॉल बैठक आयोजित

आयकर दाता भी ले सकते अटल पेंशन योजना का लाभ


अजमेर, 24 नवम्बर। अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कैलाश चंद शर्मा की अध्यक्षता में जिला अग्रणी बैंक की विशेष टाउन हॉल बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को आयोजित हुई। इसमें अटल पेंशन योजना कैम्पियन पर चर्चा की गई।

श्री शर्मा ने बताया कि अटल पेंशन योजना सरकार द्वारा समस्त भारतीय नागरिकों को बीमा कवर उपलब्ध करवाने के लिए आरम्भ की गई है। इसके अन्तर्गत प्रत्येक नागरिक को गारण्टी के साथ पेंशन दिए जाने का प्रावधान है। इसमें 18 से 40 वर्ष के व्यक्ति आवेदन कर सकते है। आवेदन के लिए व्यक्ति को अपना बचत खाता संधारित करने वाली बैंक शाखा में सम्पर्क करना होगा। आवेदन करने के पश्चात एक निर्धारित राशि बैंक खाते से स्वतः हस्तांतरित हो जाएगी। वर्तमान में आयकरदाता भारतीय नागरिक भी इस योजना का लाभ ले सकते है। इसमें एक हजार से लेकर 5 हजार तक मासिक पेंशन 60 वर्ष की उम्र के पश्चात दिए जाने का प्रावधान है। आवेदक की मृत्यु पर वही पेंशन राशि जीवनसाथी को देने का प्रावधान है। साथ ही जीवनसाथी की भी मृत्यु होने पर कॉर्पस फण्ड नामित को दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि 18 वर्ष की आयु के युवा द्वारा 60 वर्ष की आयु में एक हजार रूपए पेंशन प्राप्त करने के लिए 42 रूपए प्रतिमाह का अंशदान देना होगा। अंशदान की राशि उम्र एवं पेंशन विकल्प के आधार पर तय होगी। यही पेंशन 5000 हजार रूपए प्राप्त करने के लिए 210 रूपए का अंशदान खाते से काटा जाएगा। इस योजना का असंगठित-संगठित कार्मिक, सरकारी, अद्र्धसरकारी एवं निजी क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारी, पीएफ का लाभ प्राप्त करने वाले, आयकरदाता, फैक्ट्री मालिक और फैक्ट्री मजदूर लाभ ले सकते है। इसकी किश्त मासिक, त्रेमासिक अथवा छःमाही जमा करवा सकते है। आवेदक को 60 वर्ष की उम्र में निर्धारित पेंशन प्राप्त होने की गारण्टी सरकार द्वारा दी जाती है। इसमें बाजार में चल रही विभिन्न योजनाओं एवं बीमा से अधिक रिटर्न मिलता है। आवेदन के लिए बैंकों द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

सिडबी के श्री अजीत कुमार ने स्र्टाट अप इण्डिया/उदयमित्र की जानकारी सभी बैंक समन्वयकों को दी तथा जिले में पोर्टल पर प्रदर्शित आवेदनों के निस्तारण करने के लिए बैंकों को आग्रह किया।

इस अवसर पर बैंक ऑफ बड़ौदा के आरबीडीएम श्री अरूण शर्मा, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक श्री बी.बी.खरबंदा, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री आर.सी टेलर, ऑरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के श्री प्रेम कुमार मौर्य सहित समस्त बैंकों के जिला समन्वयक एनआरएलएम, एनयूएलएम, जीएमएवीएस, आरएसकेएस तथा दिशा के प्रतिनिधि उपस्थित थे।



यूरोलॉजी कैम्प के लिए बैठक 28 नवम्बर को
अजमेर, 24 नवम्बर। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के यूरोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित होने वाले यूरोलॉजी कैम्प की व्यवस्थाओं के संबंध में 28 नवम्बर को दोपहर एक बजे सामूहिक चिकित्सालय संघ के अधीक्षक की अध्यक्षता में मेडिकल कॉलेज के सेमीनार कक्ष में बैठक आयोजित की जाएगी।



प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में बेहतरीन कार्य करने वाले हुए सम्मानित
अजमेर, 24 नवम्बर। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत बेहतरीन कार्य करने वाले व्यक्तियों को सूचना केन्द्र में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में शुक्रवार को सम्मानित किया गया।

जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी (आरसीएचओ) श्री रामलाल चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के जिला स्तरीय पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता सयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जोन अजमेर डॉ. गजेन्द्र सिंह सिसोदिया द्वारा की गई। इसमें जिले में पीएमएसए अभियान के अन्तर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले राजकीय चिकित्सा संस्थान - सैटेलाईट चिकित्सालय आदर्श नगर अजमेर, अमृतकौर चिकित्सालय ब्यावर, यज्ञ नारायण चिकित्सालय किशनगढ, सीएचसी बिजयनगर, पीएचसी जामोला, प्राईवेट चिकित्सक डॉ रमा गर्ग अजमेर, डॉ. सुधा चन्डक अजमेर, डॉ राजेश अग्रवाल बिजयनगर एवं जिला स्तर से श्री सुखपाल चौधरी जिला नोडल अधिकारी एनएचएम अजमेर ब्लॉक स्तर से श्री योगेश्वर सिंह बीपीएम एनएचएम ब्लॉक अराई को सम्मानित किया गया। पुरस्कार समारोह में जिला स्तरीय अधिकारी, समस्त पीएमओं, बीसीएमओं, बीपीएम, चिकित्सा संस्थानों के प्रभारी एवं सपोर्टिग स्टाफ एवं आशा सहयोगिनियां ने भाग लिया।

उन्होंने बताया कि पुरस्कार समारोह के पश्चात जनसंख्या पखवाडा 2017 के तहत पुरूष नसबन्दी हेतु समीक्षा की गई एवं पखवाडे के दौरान प्रचार प्रसार किया जाकर अधिक से अधिक पुरूष नसबन्दी दिनांक 28 नवम्बर 2017 से 4 दिसम्बर 2017 तक करवाने के लिए निर्देशित किया गया। इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट जिला मुख्यालय पर भिजवानें हेतु निर्देशित किया गया। वर्तमान में 21 से 27 नवम्बर तक मोबिलाईजेशन सप्ताह मनाया जा रहा है। इस सप्ताह में लक्षित पुरूषों से सम्पर्क किया जा रहा है एवं उनकी सहमति प्राप्त की जा रही है।

उन्होंने बताया कि पुरस्कार समारोह के पश्चात विभाग में संचालित सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा की जाकर समस्त चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को निर्देशित किया कि आगामी दिसम्बर माह में कार्य को गति प्रदान की जाकर लक्ष्य अर्जित करनें हेतु निर्देशित किया गया। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा की गई अजमेर जिले में अब तक 77 हजार 273 पैकज 36 करोड 4 लाख बुक किये गये। कम पैकेज वाले चिकित्सा संस्थान अराई, पीसांगन, श्रीनगर को पैकेज में बढोतरी करनें के निर्देश दिये।



किरण माहेश्वरी का यात्रा कार्यक्रम
अजमेर, 24 नवम्बर। उच्च, तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग मंत्री श्रीमती किरण माहेश्वरी रविवार 26 नवम्बर को प्रातः 11 बजे अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लेगी।

दो बच्चों की मां के साथ प्रेमी ने बनाया फिजिकल रिलेशन, फिर सामने आई ये कहानी

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राजपुर।यहां एक सप्ताह से लापता महिला का शव मिलने के बाद इस मर्डर की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। आरोपी ने केवल हत्या की बात ही नहीं कबूली बल्कि उसने हत्या की दिन की पूरी कहानी और हत्या के पीछे की वजह भी बता दी। आरोपी ने बताया कि वो बहलाकर उस महिला को बाड़ी में ले गया और वहां फिजिकल होने के बाद जब वो उसके विश्वास में आ गई तो चुपके से गमछे से गला दबा दिया। जानिए पूरी कहानी...पुलिस ने बताया कि लाउ निवासी रामनारायण बड़ा का गांव की ही पतियारो उरांव के साथ 2007 से प्रेम संबंध चल रहा था।

- दोनों लिव इन में रहने लगे। इस दौरान बिना शादी के इनके दो बच्चे भी हुए। इधर दो साल से रामनारायण ने पतियारो से दूरी बना ली। पतियारों को पता चला कि उसका पति किसी और से शादी कर चुका है।

- इसके बाद उसने ने कोर्ट में भरण पोषण की मांग की थी। इससे रामनारायण रंजिश रखने लगा था। 11 अक्टूबर की शाम पतियारो से गांव में ही रामनारायण मिला और उसे अपने बाड़ी में ले गया।

बाड़मेर जननी की सुरक्षा करने वाले सिपाहियों का हुवा समान -डॉ चोधरी

बाड़मेर जननी की सुरक्षा करने वाले सिपाहियों का हुवा समान -डॉ चोधरी

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस जिला स्तरीय पुरस्कार समारोह का

आयोजन जांगिड पंचायत भवन बाडमेर में माननीय विधायक मेवाराम जैन कि

अध्यक्षता में आयोजित किया गया। विधायक जैन ने बताया कि प्रत्येक गर्भवती

महिला खास है और हर गर्भवती महिला को विषेष देखभाल मिलनी चाहिए किसी भी

गर्भवती महिला को बिना अग्रिम चेतावनी अथवा सुक्ष्म चेतावनी के साथ जीवन

में खतरा उत्पन्न हो सकता है इसलिए सभी गर्भवती महिलाओं कि गुणवता युक्त

प्रसव पूर्व जांच होनी चाहिए जिससे समय पर खतरों कि पहचान कर मातृ मृत्यु

को कम किया जा सके ।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेष चैधरी ने बताया कि

गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जोखिम के कारणों को समय पर पता कर, रोके

जाने वाले कारणों से होने वाली मृत्युओं को काफी हद तक कम किया जा सकाता

है। यह तभी संभव है जब आवष्यक सेवाओं की सम्पूर्ण उपलब्धता गर्भवती महिला

को समय पर मिले।

सचिन भार्गव डीपीएम ने बताया कि प्रत्येक गर्भवती महिला को गुणवता युक्त

प्रसव पूर्व जांच सुविधाएं मिल सके इसी उदेष्य के साथ भारत सरकार द्वारा

सम्पूर्ण देष में माह के दौरान एक निष्चित दिन हर माह कि 9 तारीख को

अभियान के रूप में एएनसी सेवाए देने हेतु प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व

अभियान भारत सरकार के आदेषनुसार आरम्भ करने का निर्णय लिया है।

इनका हुआ सम्मान

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन में

सर्वोतम कार्य करने वाले खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी बाडमेर, षिव,

सीएचसी धोरीमना, पीएचसी मिठडाउ, असाडा, सनावडा, गिडा, परेउ, बाटाडु, जिला

स्तरीय अधिकारी सचिन भार्गव डीपीएम, राकेष भाटी जिला आषा समन्वयक, मुकेष

गर्ग, उमेदाराम, योगेष, जोगेष, खण्ड स्तरीय कार्मिक बीपीएम, बीएनओ,

एकाउन्टेन्ट, बीएचएस, उवं पीएचएस को समारोह में पुरस्कृत किया गया।

राकेष भाटी जिला आषा समन्वयक ने बताया कि कार्यक्रम में जिले के खण्ड

मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, धारा संस्थान, केर्यन

इण्डिया, वर्ड विजन इण्डिया एवं राजवेस्ट के प्रतिनिधी, खण्ड स्तरीय

कर्मचारी, शहरी आषा सहयोगिनी, जीएनएम नर्सिग स्टुडेंट आदि उपस्थित रहे।

जेल अधीक्षक ने लेडी कांस्टेबल से कहा, मर्दों से बहुत बात करती हो, धंधा करती हो क्या

जेल अधीक्षक ने लेडी कांस्टेबल से कहा, मर्दों से बहुत बात करती हो, धंधा करती हो क्या

जेल अधीक्षक ने लेडी कांस्टेबल से कहा, मर्दों से बहुत बात करती हो, धंधा करती हो क्याभोपाल। जिला जेल में पदस्थ महिला आरक्षक ने जेल अधीक्षक पर अभद्र और अश्लील भाषा में बातचीत करने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने इसकी शिकायत डायल-181 सेवा पर दर्ज कराई है। महिला आरक्षक ने राज्य महिला आयोग में भी शिकायत की है। महिला आरक्षक ने कहा है कि जेल की सुरक्षा में 7 महिला कांस्टेबल हैं। सबके साथ अधीक्षक ऐसी ही हरकत करता है। कब तक चुप रहते। अगर हम नहीं आवाज उठाएंगे तो कौन उठाएगा।उन्होंने मेरे पास आकर अमर्यादित भाषा का उपयोग किया। महिला आरक्षक ने बताया कि जेल अधीक्षक सिंह ने कहा कि तुझे आदमी से बात करने में मजा आता है। इसी के साथ जेल अधीक्षक ने अन्य बुरे शब्दों का उपयोग भी किया। अधीक्षक यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि तुम धंधा भी करती हो। कभी हमारे घर भी आओ।

जिला जेल में पदस्थ महिला जेल प्रहरी ने बताया कि 17 नवंबर को जब वे रायफल ड्यूटी पर थीं तब करीब साढ़े तीन बजे एक व्यक्ति किसी कैदी से मिलने आया। मैंने समय खत्म होने के कारण उसको अगले दिन आने को कहा। जब मैं युवक को जवाब दे रही थी तभी पास में जेल अधीक्षक आरआर सिंह आकर खड़े हो गए थे।

लेडी कांस्टेबल को नाइट में होटल बुलाता था DSP, शादी का देता था झांसा

लेडी कांस्टेबल को नाइट में होटल बुलाता था DSP, शादी का देता था झांसा

लेडी कांस्टेबल को नाइट में होटल बुलाता था DSP, शादी का देता था झांसाभोपाल (मप्र).एक महिला कांस्टेबल की शिकायत पर इंदौर सीआईडी में पदस्थ एक डीएसपी के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। लेडी कांस्टेबल ने डीएसपी पर शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया था। डीएसपी के साथ ही उसके साले के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। क्या था मामला?

भोपाल के एक थाने में कार्यरत एक लेडी कांस्टेबल ने तत्कालीन थाना प्रभारी और अब इंदौर सीआईडी में पदस्थ पवन मिश्रा के खिलाफ शिकायत की थी। साउथ भोपाल के एसपी राहुल लोधा ने बताया कि महिला की शिकायत पर जांच की गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर पवन मित्रा के साथ-साथ उनके साले अनुज पांडे के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। अनुज पर मारपीट करने का आरोप है। पुलिस ने फिलहाल दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की है।डीएसपी का कहना था, रिटायरमेंट के बाद तुमसे शादी कर लूंगा...

महिला ने 'भास्कर' से बातचीत में कहा, साल 2005 में मैं तत्कालीन हबीबगंज थाना प्रभारी पवन मिश्रा के संपर्क में आई। तब से हमारा मिलना-जुलना शुरू हुआ। ईश्वर को साक्षी मान उन्होंने मेरी मांग में सिंदूर भर के मुझे पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। कुछ समय बाद जब उनका ट्रांसफर इंदौर हो गया तो वो मुझे वहां मिलने के लिए बुलाने लगे। जब भी उनकी नाइट ड्यूटी होती थी तो वो मुझसे होटल में मिलते थे। मैं उन्हें शादी के लिए जोर देती रही मगर उनका कहना था रिटायरमेंट के बाद तुमसे शादी कर लूंगा। मार्च 2016 में उनकी पत्नी को हमारे संबंधों के बारे में पता चल गया। उसके बाद से मुझे और मेरे बच्चे को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। दिसंबर 2016 में वे अपने साले अनुज पांडे के साथ मेरे भोपाल स्थित घर आए और मेरे साथ मारपीट की। मुझे धमकाया कि अगर केस वापस नहीं लिया तो 10 झूठे केस में फंसवा दूंगा। जब मैंने महिला थाने में शिकायत की तो उन्होंने दोबारा संबंध मधुर बना लिए और शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बनाया।




हो सकती है 10 साल तक की सजा

शादी का झांसा देकर या पति होने का अहसास दिलाकर शारीरिक संबंध बनाने के मामले में दस साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। पुलिस ने केस दर्ज किए जाने की जानकारी पुलिस मुख्यालय को दे दी है। मिश्रा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी हो सकते हैं।