सोमवार, 5 जून 2017

बाड़मेर, फिल्म प्रदर्शन के जरिए दी यातायात नियमांे की जानकारी



बाड़मेर, फिल्म प्रदर्शन के जरिए दी यातायात नियमांे की जानकारी
बाड़मेर, 05 जून। समदड़ी पंचायत समिति के जेठन्तरी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित सड़क सुरक्षा एवं जन जागरूकता कार्यक्रम के दौरान आमजन को सड़क सुरक्षा के विविध पहलूआंे से रूबरू कराया गया।

सार्वजनिक निर्माण विभाग, विश्व बैंक एवं महिला मंडल बाड़मेर आगोर की ओर से आयोजित सड़क सुरक्षा, शिक्षा एवं जागरूकता कार्यक्रम के दौरान फिल्म प्रदर्शन के जरिए आमजन को सड़क सुरक्षा नियमांे की जानकारी दी गई। इस दौरान कम्प्यूटर ऑपरेटर संजीव सैनी व ईशराराम समेत टीम सदस्यांे ने ग्रामीणों को सड़क सुरक्षा की जानकारी दी गई। उन्हांेने टेलीफिल्म के जरिए बताया कि मौजूदा समय मंे सड़क दुर्घटनाएं अधिक हो रही है। उन्हांेने कहा कि हमंे सड़क दुर्घटनाआंे को कम करना है,दो पहिया वाहन मोटरसाइकिल चालक हेलमेंट का प्रयोग करे। उन्हांेने कहा कि चार पहिया वाहन चालक सीट बेल्ट का प्रयोग करे इसे बोझ नही समझे अपनी सुरक्षा स्वयं कर,ेजिससे अपने परिवार पर कोई मुसीबत नही आए। इस दौरान यातायात नियमांे एवं ट्रोमा ओबलिक सीपीआर के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही प्रायोगिक परीक्षण के जरिए ग्रामीणांे को विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान टीम सदस्य और ग्राम सेवक खेत सिंह भायल,मांगीलाल चौधरी ने सड़क सुरक्षा के लिए ग्रामीणों को प्रमाण पत्र दिए। साथ ही सड़क सुरक्षा एवं जन जागृति के लिये स्वयंसेवकांे को शपथ दिलाई गई।

बाड़मेर पेट्रोल डालकर जलाने के प्रकरण में आरोपी गिरफ्तार

बाड़मेर पेट्रोल डालकर जलाने के प्रकरण में आरोपी गिरफ्तार

बाड़मेर बांकाराम पुत्र श्री ईशराराम जाति जाट निवासी निम्बलकोट जो टैक्सी ड्राईवर है। उसके पास जोगाराम पुत्र श्री बांकाराम जाति जाट निवासी खारीया फांटा आया व बांकाराम को कहा कि टैक्सी किराया पर खारीया फांटा चलना है तब बांकाराम ने किराया तय कर बांकाराम का काकाई भाई ओमाराम व जोगाराम तीनों टैक्सी लेकर खारीया फांटा को रवाना हुआ तब खारीया फांटा पहुंचने वाले ही थे तब पिछे बैठे जोगाराम ने बांकाराम के ऊपर पेट्रोल की बोतल शरीर पर डालकर माचिस की तिली से आग लगा दी तब बांकाराम के पूरे शरीर में आग लग गई तब ओमाराम ने आग बुझाई। आग से बांकाराम करीब 70 प्रतिशत जलने से निजी अस्पताल में ईलाज कर उपचार हेतु जोधपुर रेफर किया गया जो महात्मा गांधी अस्पताल में जैर ईलाज भर्ती है। उक्त सम्बन्ध में पुलिस थाना सिणधरी पर प्रकरण सं. 74/2017 दिनांक 31.05.207 धारा 307,326 भादसं में पंजिबद्ध किया गया। प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए थानाधिकारी पुलिस थाना सिणधरी के नेतृत्व में एक विषेष टीम का गठन किया जाकर आरोपियों की तुरन्त गिरफ्तारी के निर्देष दिये गये। विषेष टीम द्वारा आज दिनांक 05.06.2017 को मुख्य आरोपी जोगाराम को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई। आरोपी से अनुसंधान जारी है। 

बाड़मेर भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैंच पर सट्टेबाजी करते एक गिरफ्तार, सट्टेबाजी उपकरण जब्त



बाड़मेर भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैंच पर सट्टेबाजी करते एक गिरफ्तार, सट्टेबाजी उपकरण जब्त
बाड़मेर डाॅ. गगनदीप सिंगला जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर के निर्देषानुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा एवं वृताधिकारी बालोतरा के नेतृत्व में श्री भंवरलाल सिरवी नि.पु. थानाधिकारी बालोतरा मय जाब्ता जगदीष सियाग उ.नि. श्रीमति संजना बेनिवाल उ.नि., लुम्बाराम हैड कानि0 714, सुरेन्द्र कानि. 742, विनोदकुमार कानि. 1301, उदयसिंह कानि. 1002, संजुकुमार कानि. 1664, ओमप्रकाष कानि. 741 जरिये सरकारी वाहन मय चालक संजय शर्मा ड्रा. कानि. 391 चैम्पियनस् ट्रोफी लीग क्रिकेट मैच पर हो रही सटटे बाजी व सट्टोरियो के खिलाफ अभियान के तहत दिनांक 05.06.2017 को थाना पर जरिये खास मुखबीर ईतला मिली कि कस्बा बालोतरा में रूगजी की पोल के पास में स्थित महेन्द्र कुमार पुत्र परसराम जाति जैन अपने रहवासीय मकान रूगजी की पोल, बालोतरा में महेन्द्र व संदीप द्वारा चैम्पियंस ट्रोफी लीग में भारत बनाम पाकिस्तान के बीच चल रहे क्रिकेट मैच पर भारी मात्रा में सट्टेबाजी लगाई जा रही है, जिसपर थानाधिकारी बालोतरा भंवरलाल सीरवी नि.पु. मय जाब्ता द्वारा महेन्द्रकुमार पुत्र परसराम जाति जैन चैपड़ा निवासी रूगजी की पोल, बालोतरा स्थित महेन्द्रकुमार के रहवासी मकान पर तीसरी मंजिला पर बने ओफिस में दबीष देकर महेन्द्रकुमार के कब्जे से क्रिकेट सट्टा सामग्री हिसाब 40000/- रूपये एव पिछले दिनो का कुल 80 लाख रूपयों के लिखे हिसाब के कागजात व उपकरण एक पीयानो सेट में लगे कुल 23 मोबाईल, हैडफान 01, की बोर्ड 01, टी.वी. रिमोड 02, केलकुलेटर 01, रेगुलेटर 01, एक हिसाब लिखा बडा रजिस्टर एवं एक डायरी हिसाब लिखी हुई, दो पेन, लकडी का एक बोर्ड और एक मीडीयम साईज एल0ई0डी जब्त कर मुल्जिम महेन्द्रकुमार पुत्र परसराम जाति जैन चैपड़ा निवासी रूगजी की पोल, बालोतरा को गिरफ्तार किया गया वही रात्रि में अन्धेरे का फायदा उठाकर दो अन्य सटटेबाज संदीप चैपड़ा व राकेष नाई फरार हो गये। उक्त सम्बन्घ में आरोपियों के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर जुर्म धारा 3/4 राज. जुआ अध्यादेष के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।

जैसलमेर, विष्व पर्यावरण दिवस पर स्वर्णनगरी जैसलमेर में घरेलू कचरा पात्र वितरण समारोह का वार्ड संख्या 2 से शुभारम्भ



जैसलमेर, विष्व पर्यावरण दिवस पर स्वर्णनगरी जैसलमेर में घरेलू

कचरा पात्र वितरण समारोह का वार्ड संख्या 2 से शुभारम्भ

स्वर्णनगरी को प्लास्टिक एवं पाॅलिथीन मुक्त बनाने का लें संकल्प-जिला कलक्टर

स्वर्णनगरी को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने के लिए सभी का सहयोग जरूरी-सभापति

जैसलमेर, 05 जून। विष्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर नगर परिषद जैसलमेर के तत्वावधान में सोमवार को वार्ड संख्या 2 जय नारायण व्यास काॅलोनी में गीले एवं सूखे कचरे के निस्तारण के लिए कचरा पात्र वितरण शुभारम्भ समारोह का आयोजन जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना के मुख्य आतिथ्य एवं नगर परिषद सभापति श्रीमती कविता खत्री की अध्यक्षता मंे आयोजित हुआ। समारोह में पूर्णकालिक सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण डाॅ.महेन्द्र कुमार गोयल, उप सभापति रमेष जीनगर, वार्ड संख्या 2 के पार्षद इन्द्रसिंह उज्जवल, आयुक्त झब्बरसिंह चैहान, समाजसेवी कंवराजसिंह चैहान, अधिषाषी अभियंता सुभाष अग्रवाल विषिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थें।

जिला कलक्टर मीना ने विष्व पर्यावरण दिवस पर सभी को बधाई देते हुए कहा कि निर्जला एकादषी के पावन पर्व पर स्वर्णनगरी जैसलमेर को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने तथा प्लास्टिक एवं पाॅलिथीन मुक्त बनाने के लिए सभी नगरवासी संकल्प लंे एवं यह प्रण करंे कि वे इसका उपयोग अपने जीवन में नहीं करेगें। उन्होंनें कहा कि वातावरण में बढते प्रदुषण के कारण हमारे आस-पास का जल, हवा, मिट्टी हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बन रही है इसलिए हमें आज के दिन यह भी संकल्प लेना है कि ‘‘ एक घर-एक पेड ‘‘ लगाएगें तभी हम पर्यावरण बचाने में अपनी सहभागिता दर्ज करा सकेगें। उन्होंनें वार्ड वासियों से आह्वान किया कि राज्य सरकार द्वारा घर-घर कचरा पात्र वितरण करने का जो अभियान शुरू किया है उसमें मन से सहयोग करते हुए गीले एवं सूखे कचरा पात्र के संग्रहण कि लिए 2 बाल्टियां प्रदान की है उसमें ही कचरा संग्रहित कर डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने वाली टैक्सी में ही कचरा डालेगें तो आने वाले समय में पूरा वार्ड एक दम स्वच्छ एवं सुन्दर दिखेगा। उन्होंनें नगर परिषद सभापति एवं वार्ड पार्षदों से कहा कि वे हर घर के आगे एक पेड लगे इस अभियान को स्वर्ण नगरी में सही ढंग से संचालित करें ताकि यह नगरी वृक्षों से हरी भरी नजर आवें।

जिला कलक्टर ने कहा कि विष्व पर्यावरण दिवस की तभी सार्थकता सिद्व होगी जब स्वर्णनगरी के वाषिंदें हर घर के आगे नीम,पीपल के पेड लगाएगें एवं पाॅलिथीन का उपयोग किसी भी सूरत में नहीं करेगें। उन्होंनें महिलाओं से आह्वान किया कि वे इस कचरा पात्र का पूरा उपयोग करें वहीं उनके घर में जो साडियां या सूती कपडे उपयोग में नहीं आ रहें है उनको नगर परिषद में प्रदान करावें ताकि उन साडियां के थैले बनाएं जाकर उनको ही वापस उपलब्ध कराए जा सकें। उन्होंनें आयुक्त को निर्देष दिए कि वे इस अभियान को भी सही ढंग से संचालित करें ताकि अधिक से अधिक कपडे के थैले बनाकर हर परिवार को वितरित किए जा सकें एवं पाॅलिथीन की थैलियों के उपयोग को बंद किया जा सकें। उन्होंनें आषा जताई कि जिस प्रकार से पर्यटन दृष्टि से स्वर्णनगरी विख्यात है उसी दृष्टि से स्वच्छता एवं सुन्दरता के क्षेत्र में उसका नाम रोषन हों।

नगर परिषद सभापति श्रीमती कविता खत्री ने कहा कि नगर को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने के लिए सभी नगर वासियों के सहयोग की आवष्यकता है तभी हम स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणीय होगें। उन्होंनें सीख दी कि हमें अपने मन की सोच बदलकर यह प्रण लेना होगा कि कोई भी चीज हम गलत जगह पर नहीं फेंकें एवं उसके लिए जो कचरा पात्र दिया है उसमें ही डालें। उन्होंनें कहा कि नगर परिषद ने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण की व्यवस्था की है उसका पूरा उपयोग करें ताकि हर गली मौहल्ला स्वच्छ एवं सुन्दर रहें। उन्होंनें महिलाओं से आह्वान किया कि जो कचरा पात्र उन्हें दिए है उसका वें पूरा उपयोग करें।

पूर्ण कालिक सचिव डाॅ.महेन्द्र कुमार गोयल ने विष्व पर्यावरण दिवस मनाने के उद्देष्य पर विस्तार से प्रकाष डाला एवं कहा कि पर्यावरण को यदि बचाना है तो हमें अधिक से अधिक पेड पौधे लगाने होगें। उन्होंनें यह भी संदेष दिया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भी पर्यावरण संरक्षण के लिए सदैव तत्पर है एवं जब भी जरूरत पडें उनका सहयोग लें।

उप सभापति रमेष जीनगर ने भी कहा कि दूषित पर्यावरण से ही मानव एवं जीव जन्तु का अस्तित्व खतरे में है इसलिए हम सभी को मिल कर पर्यावरण को बचाना है। उन्होंनें स्वर्णनगरी को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने के लिए नगर परिषद ने कचरा पात्र को घर-घर वितरण करने की जो निर्जला एकादषी के दिवस शुरूआत की उसको हमें फलीभूत बनाना है। वार्ड संख्या 2 के पार्षद इन्द्रसिंह उज्जवल, पार्षद आनन्द व्यास ने भी विष्वास दिलाया कि वे एक घर-एक पेड लगाने के कार्यक्रम को पूरा सफल बनाने में सहयोग प्रदान करेगें।

अतिथियों ने इस अवसर पर वार्ड पार्षद 2 की निवासी श्रीमती रेखा, श्रीमती मनीषा, श्रीमती विजया, श्रीमती चंचल, मनोहरलाल छंगाणी, श्यामनारायण भाटिया, डूंगरसिंह इन्दा को सूखे एवं गीले कचरे के संग्रहण के लिए 2 बाल्टियां व घरेलू सामग्री लाने के लिए जूट का सुन्दर बैग जिस पर स्वच्छता का संदेष लिखा हुआ प्रदान किया। जिला कलक्टर ने सभी को कहा कि वे अब घर का कचरा इन कचरा पात्र में ही संग्रहित करेगें एवं जो भी व्यक्ति कचरा बाहर डाले उसको टोकें एवं पे्ररित करें कि वे किसी भी सूरत में घर के बाहर कचरा नहीं डालें।

समारोह के अन्त में जिला कलक्टर, सभापति के साथ ही अन्य अतिथियों ने बगीचे में नीम, सरेष, गुलमोहर के पौधे अपने हाथों से लगाएं वहीं वार्ड पार्षदों के साथ ही वार्ड वासियों ने भी विष्व पर्यावरण दिवस पर पौधे लगाकर अपनी सहभागिता दर्ज कराई। समारोह के अवसर पर वार्ड पार्षद सूरजपालसिंह, हाकमदान, मोहन परिहार, पुखराज, श्रीमती गवरादेवी, श्रीमती खातुदेवी, श्रीमती ईष्वरी भाटिया, अरविन्द व्यास, आनन्द व्यास के साथ ही नगर परिषद के अधिकारी/कर्मचारी, वार्ड वासी उपस्थित थें। समारोह का संचालन सहायक अभियंता राजीव कष्यप ने किया।

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अन्र्तराष्ट्रीय योग दिवस के लिए योगाभ्यास

जैसलमेर, 05 जून। अन्र्तराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2017 से पूर्व प्रत्येक रविवार को सुबह 6 बजे से 7 बजे तक शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग जैसलमेर के तत्वाधान में योग प्रोटोकाॅल का योगाभ्यास करवाया जा रहा है। जिला आयुर्वेद अधिकारी एवं सदस्य सचिव योग समिति डाॅ.अनिरूद्व गौतम ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देषानुसार जैसलमेर जिले में 21 जून से पूर्व के प्रत्येक रविवार को प्रत्येक ब्लाॅक एवं ग्राम पंचायत पर सुबह 6ः30 बजे से 7ः30 बजे तक योगाभ्यास का कार्यक्रम चल रहा है जिसमें आयुर्वेद विभाग के समस्त अधिकारी/कर्मचारी एवं स्वयंसेवी संगठनांे के सदस्य एवं आम नागरिक योगाभ्यास से लाभान्वित हो रहे है।

foto...पर्यटन परिक्रमा खूबसूरत हरी वादियों के बीच हिल स्टेशन कुफरी

foto...पर्यटन परिक्रमा खूबसूरत हरी वादियों के बीच हिल स्टेशन कुफरी 














हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से कुछ ही दूरी पर स्थित कुफरी एक छोटा सा और बेहद प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। यह शिमला से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कुफरी को हिमाचल प्रदेश के राज्य पक्षी 'मोनाल' का घर भी कहा जाता है। कुफरी हिल स्टेशन का नाम शब्द 'कुफ्र' से बना है जिसका अर्थ 'झील' होता है। यहां हर प्रकार के स्नो स्पोर्ट्स का केन्द्र भी बना हुआ है। कुफरी की ऊंची चोटियों तक पहुँचाना थोड़ा मुश्किल होता है, इसके लिए पर्यटक खच्चर  या टट्टू की सवारी कर सकते हैं। हम लोग शेनल की खूबसूरत वादियों के बीच किंग्सवुड होम स्टे में ठहरे थे ,शानदार व्यवस्था के साथ ही आप प्राकृतिक नज़ारे देख खुश हो जायेंगे ,किंग्सवुड के मालिक सेवानिवृत आईएएस जे एस राणा बेहद सरल और सहज व्यक्तित्व के धनि हैं तो उनके सुपुत्र हिमांशु शेर राणा इस होम स्टे को शालीनता से संचालित करते हैं ,. 


 डॉ अशोक तंवर और मेरा परिवार दो वाहनों में शेनल से कुफरी पहुंचे ,भरी भीड़ और शोर शराबे के बीच वाहन चालक यशपाल चौहान ने घोड़ो की सवारी के लिए परिचित से मिलाया ,पांच सौ रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से पैसा लेकर रसीद देदी ,खच्छर पर पहाड़ियों का भ्रमण हमारे लिए रोमांच भरा होना था ,इसी बीच बच्चो ने एडवेंचर एक्टिविटी की जिद की तो उनके लिए भी एडवेंचर के टिकट लिए ,सभी एडवेंचर एक्टिविटी के प्रति व्यक्ति एक हज़ार रुपये ,इसके बाद शुरू हुआ हमारा कुफरी की और पलायन ,खच्चर वर्षो से इसी रास्ते जाते जाते माहिर हो गए ,खच्चर पे पहली बार सवारी की। रोमांचित हुए ,जब कुफरी पहुंचे तो दस दस रुपये की रसीद फिर कटी गयी ,उन्हें बोलै भैया अभी दस रूपये दिए तो बोले पंचायत बदल गयी फागु आ गया हैं ,चलो ऐसी रूपये की रसीद फिर कट गयी ,कुफरी में छोटा सा बाजार भी लगा हे जिसमे आप चाय नास्ता ,स्नेक्स आदि लेने के साथ खरीददारी भी कर सकते हैं ,


कुफरी 

अनंत दूरी तक चलता आकाश, बर्फ से ढकी चोटियां, गहरी घाटियां और मीठे पानी के झरने, कुफरी में यह सब है। यह पर्वतीय स्‍थान शिमला के पास समुद्री तल से 2510 मीटर की ऊंचाई पर हिमाचल प्रदेश के दक्षिणी भाग में स्थित है। कुफरी में ठण्‍ड के मौसम में अनेक खेलों का आयोजन किया जाता है जैसे स्‍काइंग और टोबोगेनिंग के साथ चढ़ाडयों पर चढ़ना। ठण्‍ड के मौसम में हर वर्ष खेल कार्निवाल आयोजित किए जाते हैं और यह उन पर्यटकों के लिए एक बड़ा आकर्षण है जो केवल इन्‍हें देखने के लिए यहां आते हैं। यह स्‍थान ट्रेकिंग और पहाड़ी पर चढ़ने के लिए भी जाना जाता है जो रोमांचकारी खेल प्रेमियों का आदर्श स्‍थान है। हिमाचल प्राकृतिक सौंदर्य से लबालब है। यहां की खूबसूरत हरी भरी वादियां, यहां की संस्कृति, उत्सव, मेले और यहां के भोले-भाले लोगों का स्नेह यहां आने वालों को बार-बार आने के लिए उत्साहित करता है। प्रकृति की गोद में बसा हिमाचल पर्यटकों को यहां बर्बस ही खींच लाता है। वहीं सर्दी के मौसम में यह पर्यटन स्थल कुफरी बर्फ की चादर ओढ़े ओर भी खुबसूरत हो उठता है। ऐसे ही हिमाचल प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में स्थित कुफरी जो शिमला से करीब  17 किमी. दूर स्थित है। एक छोटा सा शहर है जो शिमला में ही स्थित है। यहां आप अपने परिवार के साथ पिकनिक पर जा सकते हैं। यहां आप हॉर्स राइडिंग, बंज्जी जंपिंग, रोप क्लाइम्बिंग, जिप लाइनिंग का लुत्फ उठा सकते हैं। हालांकि यह जगह थोड़ी महंगी है, लेकिन आप यहां भरपूर आनंद उठा सकते हैं।

कुफरी में स्किंग, ट्रेकिंग और हाइकिंग करते पर्यटक

हिमाचल प्रदेश स्थित कुफरी को सर्दियों का हॉटेस्ट प्लेस कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान पर्यटक अपने स्कीइंग गीयर्स के साथ यहां पहुंचते हैं और एक-दूसरे पर बर्फ के गोले फेंकने और स्नो मैन बनाने के लिए तैयार रहते हैं। इस दौरान आने वाले पर्यटकों के कोलाहल से यहां की पहाडिय़ां जीवंत हो उठती हैं। स्की स्लोप्स से लोगों को उतरते देखना काफी रोमांचक होता है। कुफरी की सफेद भुरभुरी दुनिया में प्रवेश कर आप भी बर्फ के साम्राज्य का आनंद ले सकते हैं। कुफरी अपने ट्रेकिंग और हाइकिंग रूट्स के कारण भी जाना जाता है। यह हिल रिसोर्ट समुद्र तल से 2,510 मी. की ऊंचाई पर स्थित है और विभिन्न आकर्षणों से भरपूर है। प्रत्येक वर्ष हजारों पर्यटक कुफरी पहुंचते हैं और एक बार यहां पहुंचने पर हमेशा के लिए यहीं बसना चाहते हैं। हाइकिंग, स्कीइंग, खूबसूरत नजारे, देवदार के वृक्षों की मीठी सुगंध और ठंडी-ठंडी बहती हवाएं-यह सब आपको कुफरी में मिलेगा।

शिमला की बर्फीली इस जगह का नाम कुफ्र शब्द से पड़ा है, जिसका स्थानीय भाषा में मतलब है झील। इस जगह के साथ जुड़े आकर्षण के कारण यहां वर्ष भर पर्यटक आते हैं। महासू पीक, ग्रेट हिमालयन नेचर पार्क, और फागू कुफरी में कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों में से हैं।

कुफरी का तापमान

कुफरी मानसून के मौसम के दौरान अल्प वर्षा प्राप्त करता है और तापमान 10 डिग्री तक गिर जाता है। सर्दियों में बहुत ठंड होती हैं और इस दौरान तापमान शून्य से नीचे गिर सकता है। मार्च और नवंबर के बीच की अवधि में इस जगह का दौरा करने के लिए आदर्श माना जाता है।

कब जाएं- जैसा कि हमने पहले ही कहा है कि शिमला की हसीन वादियां वर्षपर्यंत पर्यटकों का स्वागत करती हैं। सावधानी बरतें।यहां सालभर किसी भी मौसम में जाया जा सकता है। केवल भारी बर्फबारी के समय सड़क बंद होने की स्थिति में ही पर्यटकों को तकलीफों का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप सर्दियों के मौसम में शिमला जाने की तैयारी करें तो पहले शिमला और हिमाचल के मौसम के बारे में जरूर पता कर लें।

नलडेरा

हिमाचल के एक क्विक टूरिस्ट डेस्टिनेशन नलडेरा। नलडेरा तक पहुचने का रास्ता बड़ा ही मजेदार है। कांडा घाट ले नलदेरा की और जाते समय रास्ते में पड़ती है ग्रीन वैली जो बहुत ही खूबसूरत है। इस पूरी वैली में सिर्फ पाइन के पेड़ हैं। नलडेरा में आपको खास तरह के गर्म जुराब मिलेंगे जिनको यहां की स्थानीय महिलाएं बड़ी कुशलता से बुनती हैं। यहां से आप ऊन के बने जूते भी खरीद सकते हैं।


ग्रीन वैली के बाद हिमाचल का और शानदार टूरिस्ट डेस्टिनेशन आता है कुफरी। कुफरी शिमला से 16 किमी दूर है दजो अपने बेहतरीन प्राकृतिक नजारों के लिए जाना जाता है। कुफरी जाते समय रास्ते में आपको बहुत सारे याक दिखते हैं जिनके साथ लोग तस्वीरें खिंचवाते हैं कोई उनपर बैठकर राइड करता है। महासु चोटी कुफरी की सबसे ऊंची चोटी है। जहां टट्टू पर सवार होकर जाया जा सकता है। कुफरी में एक टेलिस्कोप प्वाइंट है जहां से आसमान के नजारे का मजा लिया जा सकता है। शहर के भागम-भाग से दूर पहाड़ो की शांति आपको आपको एक अलग तरह की अनुभूति देती है। आप कुफरी में तेजी से गाड़ी दौड़ाने का मजा भी ले सकते हैं।


कुफरी कैसे जाएं
कुफरी कैसे जाएं-कालका, चंडीगढ़, दिल्ली, अमृतसर, जम्मू और पंजाब शहर से शिमला के लिए नियमित रूप से बस सेवा उपलब्ध है। इसके अलावा आप यहां से टैक्सी भी किराए पर ले सकते हैं। यदि स्वयं के वाहन को चला रहे हैं तो कुफरी और ऊंची पहाडिय़ों पर अतिरिक्त सुरक्षा का पूरा ध्यान रखे ,

कुफरी रेलमार्ग:- यदि आप शिमला आ रहे हैं तो कालका से टॉयट्रेन लेना न भूलें। कालका से शिमला का सफर 95 किमी तक का है।

कुफरी वायुमार्ग- चूंकी शिमला हिमाचल की राजधानी है, इसलिए हर प्रमुख शहर से यहाँ के लिए वायुसेवा उपलब्ध है।

कुफरीसड़क मार्ग राज्य परिवहन की बसें और निजी डीलक्स बसें दोनों, आसानी से शिमला से कुफरी के लिए उपलब्ध हैं। कुफरी का क्षेत्र में अप्रैल और जून के महीने के बीच गर्मियों के दौरान समशीतोष्ण जलवायु का पाया जाता है। इस मौसम के दौरान इस जगह का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस और 19 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है।




रविवार, 4 जून 2017

बाड़मेर, विशेष योग्यजन शिविर संबंधित वीडियो कांफ्रेसिंग आज



बाड़मेर, विशेष योग्यजन शिविर संबंधित वीडियो कांफ्रेसिंग आज
-जिला मुख्यालय एवं ब्लाक स्तर पर अटल सेवा केन्द्रांे मंे उपस्थित रहेंगे अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि।

बाड़मेर, 04 जून। विशेष योग्यजन शिविरांे के संबंध मंे सोमवार को प्रातः 10 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जिला मुख्यालय एवं ब्लाक स्तर पर अटल सेवा केन्द्रांे मंे आमुखीकरण प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमंे जन प्रतिनिधियांे के साथ विभागीय अधिकारियांे को उपस्थित रहने का अनुरोध किया गया है।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक सुरेन्द्रसिंह पूनिया ने बताया कि केन्द्र सरकार ने दिव्यांग जन अधिकार अधिनियम 2016 के तहत निःषक्तता की श्रेणियों बढाकर 21 कर दिया है। उनके मुताबिक मुख्यमंत्री के निर्देषानुसार सम्पूर्ण राज्य में विषेष योग्यजनो के सषक्तिकरण एवं कल्याण के लिए उनको चिन्हित करने का विशेष अभियान चलाकर उन्हे लाभान्वित किया जाना है। इसके लिए विषेष योग्यजन षिविर आयोजित किये जाने है। उन्हांेने बताया कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन षिविर तीन चरणों मंे चिन्हीकरण, पंजीयन एवं प्रमाणीकरण एवं अंग, उपकरण वितरण में संपादित होंगे। प्रथम चरण चिन्हीकरण एवं पंजीयन 01 जून से प्रारंभ हो चुका है। इसके तहत 24 सितंबर 2017 तक ई-मित्रांे एवं अटल सेवा केन्द्र के माध्यम से विशेष योग्यजनोें का पंजीयन किया जाएगा। सहायक निदेषक पूनिया ने बताया कि 5 जून 2017 को प्रातः 10 बजे से 1ः30 तक वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जिला मुख्यालय एवं ब्लॉक स्तर पर अटल सेवा केन्द्र में आमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसमंे जिले के विभागीय अधिकारियांे के साथ जन प्रतिनिधियांे जिला प्रमुख, विधायक, प्रधान, जिला परिषद सदस्य,पंचायत समिति सदस्यांे से संबंधित अटल सेवा केन्द्र मंे वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान उपस्थित होने का अनुरोध किया गया है।

आज से 9 जून तक मनाया जाएगा जल स्वावलम्बन सप्ताह
बाड़मेर, 04 जून। मुख्यमंत्री जल स्वालम्बन अभियान के दूसरे चरण के तहत चयनित गांवों में 5 से 9 जून तक जल स्वावलम्बन सप्ताह मनाया जाएगा।

जिला परिषद एम.एल.नेहरा ने बताया कि जल स्वावलंबन सप्ताह के तहत जल संरक्षण के प्रति आमजन को जागरूक करने और भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस संबंध में जिले के समस्त विकास अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उनके मुताबिक जल स्वावलम्बन सप्ताह में प्रत्येक ग्राम में एक जल स्वालम्बन सामूहिक रैली का आयोजन किया जाएगा। रैली में बैनर, नारा उद्घोष, तख्तियांे के जरिए जल संरक्षण नारांे को प्रदर्षित करवाया जाएगा। साथ ही ग्रामवासियों के साथ बैठक कर अभियान के तहत अभी तक करवाए गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा की जाएगी। अभियान के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण, श्रमदान, पूर्ण हो चुके कार्यों का लोकार्पण, ग्रामवासियों दानदाताओं व संगठनों द्वारा सहयोग की समीक्षा और सहयोग करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अभियान में दानदाताओं को उनके सहयोग के लिए सम्मान स्वरूप प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे। साथ ही कार्यशाला, जल स्वावलम्बन रथ, रैली, नुक्कड़ नाटक आदि आयोजित किए जाएंगे। जल स्वालम्बन सप्ताह में जिला स्तर पर भी कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री जल स्वालम्बन अभियान में 10 हजार रूपए से अधिक का योगदान देने वाले दानदाताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

अजमेर दिव्यांगों के जीवन में लाए बदलाव- डाॅ. समित शर्मा



अजमेर दिव्यांगों के जीवन में लाए बदलाव- डाॅ. समित शर्मा

अजमेर, 04 जून। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक एवं विशिष्ट शासन सचिव डाॅ. समित शर्मा की अध्यक्षता में रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में पं. दीनदयाल उपाध्याय विेशेष योग्यजन शिविर-2017 के संदर्भ में आयोजित बैठक में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि दिव्यांगों की प्रारम्भिक अवस्था में पहचान कर सहयोग करने से उनके जीवन में बदलाव लाया जा सकता है। जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने बैठक में दिव्यांगो से जुड़े मुद्दो पर डाॅ. शर्मा के साथ चर्चा की।

डाॅ. शर्मा ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर 2017 के अन्तर्गत जिले के समस्त दिव्यांगों का चिन्हिकरण किया जाकर पंजीयन किया जाएगा। उपयुक्त दिव्यांगों को प्रमाण पत्रा जारी किए जाएंगे। दिव्यांगों को आवश्कतानुसार कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरित किए जाएंगे। इन शिविरों में दिव्यंागों के यूनिक डिसेबीलिटी आईडी कार्ड जारी किए जाएंगे। रोडवेज की बसों में यात्रा करने वाले दिव्यांगों के लिए पास उपलब्ध करवाए जाएंगे। दिव्यांगों को स्वरोजगार एवं अन्य आवश्यकताओं के लिए नियमानुसार ऋण भी दिए जाएंगे। पात्रा विद्यार्थियों को पालनहार योजना से जोड़ने का कार्य भी शिविरों में किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि जिले में लगभग 78 हजार दिव्यांग 2011 की जनगणना के अनुसार होने चाहिए। राज्य में लगभग 15 लाख दिव्यांग अनुमानित है। इनमे से लगभग 4 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना से जुड़े हुए है। पं.दीनदयाल उपाध्याय विशेष योग्यजन शिविर 2017 के अन्तर्गत विभिन्न योजनाओं से वंचित दिव्यांगों का चिन्हिकरण कर उन्हें लाभान्वित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि दिव्यांगजन अधिकार अनिनियम 2016 के अन्तर्गत 21 प्रकार की श्रेणियां निर्धारित की गई है। इन समस्त श्रेणियों के दिव्यांगों को शिविरों के दौरान लाभान्वित किया जाएगा। इसके लिए दिव्यांग को ई-मित्रा केन्द्र अथवा अपने मोबाइल द्वारा आॅनलाइन पंजीयन कराना होगा। पंजीकृत दिव्यांगों को शिविर लगाकर लाभान्वित किया जाएगा।

ये है दिव्यांगों की 21 श्रेणियां

- मानसिक मंदता से ग्रसित व्यक्ति को समझने, बोलने एवं अभिव्यक्त करने में कठिनाई अनुभव होती है।

-आॅटिज्म से ग्रसित व्यक्ति को किसी कार्य में ध्यान केन्द्रित करने में कठिनाई होती है। वह आंखे मिलाकर बात करने से कतराता है और गुमसुम रहना पसंद करता है।

-सेरेब्रल पाल्सी के मरीज को पैरों में जकड़न, चलने में कठिनाई तथा हाथ से काम करने में परेशाननी होती है।

- मानसिक रोगी अस्वाभाविक व्यवहार दर्शाता है। वह खुद से बाते करता रहता है। मतिभ्रम का शिकार होने से अलग ही दुनिया और ख्यालों में खोया रहता है। भ्रमजाल की स्थिति में रहता है। इस प्रकार के व्यक्ति व्यसन एवं नशे के आदि होते है। इन्हें हमेशा किसी का डर एवं भय सताता है और ये गुमसुम रहते है।

- श्रवण बाधित व्यक्ति बहरेपन का शिकार होता है उसे ऊंचा अथवा कम सुनाई देता है।

- मूक निःशक्त व्यक्ति को बोलने में कठिनाई होती है। वह सामान्य बोली से अलग बोलता है। जिसे अन्य व्यक्ति समझने में असमर्थ होते है।

- दृष्टि बाधित व्यक्ति को देखने में कठिनाई होती है और वह पूर्ण दृष्टिहीन होता है।

- अल्प दृष्टि वाले व्यक्ति को कम दिखाई देता है। वह 60 वर्ष से कम आयु की स्थिति में रंगों की पहचान नही कर पाता है।

- चलन निःशक्त व्यक्ति किसी कारण से हाथ या पैर अथवा दोनो से निःशक्त हो जाता है।

- कुष्ठ रोग से मुक्त व्यक्ति के हाथ या पैर अथवा अंगुलियों में विकृति एवं टेढ़ापन आ जाता है। शरीर की त्वचा पर रंगहीन धब्बे बन जाते है। हाथ पैर, अंगुलियां सुन्न होने लगती है।

- बौनापन से ग्रसित वयस्क व्यक्ति का कद 4 फुट 10 इंच ( 147 सेमी) या इससे कम रह जाता है।

- तेजाब हमला पीड़ित व्यक्ति की श्रेणी में शरीर के अंग तेजाब हमले की वजह से प्रभावित व्यक्ति को शामिल किया गया है।

- मांसपेशियों में कमजोरी एवं विकृति को मांसपेशी दुर्विकार श्रेणी में शामिल किया गया है।

- स्पेसिफिक लर्निंग डिसऐबिलिटी से ग्रसित व्यक्ति को बोलने, श्रुत लेख, लेखन, साधारण जोड, बाकी, गुणा, भाग, आकार, भार एवं दूरी आदि को समझने में कठिनाई अनुभव होती है।

- बौद्धिक निःशक्त व्यक्ति को सीखने, समस्या समाधान, तार्किकता, रोजमर्रा के कार्र्याें एवं सामान्य सामाजिक अनुकूलन में कठिनाई आती है।

- मल्टीपल स्कलेरोसिस में दिमाग एवं रीढ़ की हड्डी के समन्वय में परेशानी आती है।

- पार्किसंस रोगी के हाथ, पांव एवं मांसपेशियों में जकड़न रहती है और तंत्रिका तंत्रा प्रणाली संबंधी कठिनाई होती है।

- हीमोफीलिया अथवा अधि रक्तस्त्राव के मरीज को चोट लगने पर अत्यधिक रक्त स्त्राव होता है जो कि बहना बंद नहीं होता है।

- थैलेसीमिया से ग्रसित व्यक्ति के खून में हीमोग्लोबीन की विकृति होती है। खून की मात्रा कम हो जाती है।

- सिकल सैल बीमारी में खून की अत्यधिक कमी से शरीर के अंग खराब होने लगते है।

- बहु निःशक्तता में दो या दो से अधिक निःशक्तता पायी जाती है।

उन्होंने कहा कि ये विशेष योग्यजन शिविर तीन चरणों में सम्पादित किए जाएंगे। एक जून से 24 सितम्बर तक दिव्यांगों को चिन्हिकरण एवं पंजीयन करवाया जाएगा। यह कार्य ई-मित्रा, अटल सेवा केन्द्र के साथ-साथ पोर्टल पर सीधे ही किया जा सकेगा। द्वितीय चरण के अन्तर्गत 25 सितम्बर से 12 दिसम्बर तक विधानसभा स्तर पर कैम्प आयोजित कर दिव्यांग व्यक्तियों का प्रमाणिकरण किया जाएगा। तृतीय चरण 13 दिसम्बर से आरम्भ होकर 31 मार्च 2018 तक चलेगा। इसमें जिला स्तर पर कैम्प आयोजित कर कृत्रिम अंग एवं सहायक उपकरण वितरित किए जाएंगे।

जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने कहा कि दिव्यांगों को उनके नजदीकी क्षेत्रा में ही अधिकतम सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। शिविरों में प्रतिदिन की मांग के अनुसार अंग उपकरणों के लिए भारत सरकार के संस्थान एलएमको से अंग उपकरण प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा। जिले के समस्त 21 श्रेणियों के दिव्यांगों को लाभान्वित किया जाएगा। इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठनों एवं समस्त राजकीय विभागों का सहयोग लिया जाएगा।

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक श्री संजय सावलानी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. के.के.सोनी, अपना अजमेर संस्था के श्री कंवल प्रकाश किशनानी सहित विभिन्न गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

सभी पंचायत शिक्षा अधिकारियों को मिलेंगे लैपटाॅप- प्रो. देवनानी शिक्षा राज्यमंत्राी ने प्राचार्यों को दिए लीडरशिप के टिप्स



सभी पंचायत शिक्षा अधिकारियों को मिलेंगे लैपटाॅप- प्रो. देवनानी

शिक्षा राज्यमंत्राी ने प्राचार्यों को दिए लीडरशिप के टिप्स


आदर्श विद्यालय के प्राचार्यों का लीडरशिप प्रशिक्षण का समापन

अपने स्कूल के लीडर बनें प्राचार्य, बनाएं नया और ऊर्जावान शैक्षिक वातावरण


अजमेर, 04 जून। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार स्कूलों में शैक्षणिक सुधार के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। स्कूलों में कामकाज की गति को और बढ़ाने के लिए प्रदेश के करीब 10 हजार पंचायत शिक्षा अधिकारियों को लैपटाॅप दिए जाएंगे ताकि उनका कामकाज और प्रभावी बन सके। सभी ब्लाॅकों में शिक्षा अधिकारियों को 40 हजार रूपए का अतिरिक्त बजट एवं कामकाज में सहयोग के लिए दो पंचायत सहायक भी दिए जांएगे। प्राचार्य अपने आपको स्कूल तक सीमित ना रखकर लीडर की भूमिका निभाएं और अपने विद्यालय को हर क्षेत्रा में आगे बढ़ाने के लिए कृतसंकल्प होकर कार्य करें।

शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्राी प्रो. देवनानी ने आज हटूण्डी में आदर्श विद्यालयों के प्राचार्यों के लीडरशिप प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि राजस्थान में शिक्षा एक नए मुकाम पर पहुंच गई है। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में शिक्षा के सुधारों का असर यह है कि हम मात्रा तीन वर्ष में राष्ट्रीय स्तर पर 21वें स्थान से पहले 5 स्थानों में पहुंच गए है। शीघ्र ही हम इस क्षेत्रा में भी अव्वल होंगे। शिक्षा विभाग की इस ऊंची छलांग में हमारे शिक्षकों का सबसे बड़ा योगदान है। शिक्षक वर्ग ही है जिसने जमीनी स्तर पर कार्य करके राजस्थान में सरकारी स्कूलों के प्रति अभिभावकों की सोच को ही बदल दिया। आज हमने निजी स्कूलों को पीछे छोड़ दिया है। ज्यादातर क्षेत्रों में सरकारी स्कूल अभिभावकों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि शिक्षा के काम को और गति प्रदान करने के लिए पंचायत शिक्षा अधिकारियों को अधिकार सम्पन्न किया गया है। राजस्थान के करीब 10 हजार प्राचार्यों को शीघ्र ही लैपटाॅप दिए जाएंगे ताकि वे अपने काम को त्वरित गति से सम्पन्न कर सके। इसके साथ ही ब्लाॅक शिक्षा अधिकारियों को 40 हजार रूपए का अतिरिक्त बजट एवं 2 पंचायत सहायक भी दिए जाएंगे। शिक्षक सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करें। समय पर स्कूल पहुंचे, आगामी दिनों में शिक्षकों की उपस्थिति के लिए एप का प्रयोग किया जाएगा।

प्रो. देवनानी ने कहा कि स्कूल का प्राचार्य अपने विद्यालय का चेहरा होता है। वह केवल स्कूल तक सीमित ना रहे बल्कि वास्तविक रूप से लीडर की भूमिका अदा करें। प्राचार्य स्कूल का शैक्षिक विकास तो करें ही साथ ही अपने क्षेत्रा के जनप्रतिनिधि, भामाशाह एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों से सम्पर्क साधकर भौतिक विकास में भी सहायक बने। प्राचार्य स्कूल स्टाॅफ को एक टीम के रूप में साथ लेकर चले और निरंतर विद्यालय प्रगति के लिए संवाद करता रहे। टीम के रूप में कार्य करने से निश्चित रूप से स्कूलों में बेहतर परिणाम सामने आएंगे।

उन्होंने स्कूल के विकास, शैक्षिक वातावरण, नामांकन वृद्धि, संकायों में शिक्षा नवाचार आदि पर चर्चा करते हुए कहा कि शुरूआती कक्षाओं में नामांकन वृद्धि पर अधिक जोर दिए जाने की आवश्यकता है ताकि स्कूलों और विद्यार्थियों की नींव प्रारम्भ से ही मजबूत हो सके। राजस्थान में सरकारी स्कूलों ने शानदार प्रदर्शन किया है। अब हम मिशन शत-प्रतिशत परिणाम पर ध्यान दें।

प्रो. देवनानी ने हटूण्डी में ही द्वितीय श्रेणी शिक्षकों के प्रशिक्षण शिविर में शिक्षकों से सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षकों के हितों को ध्यान में रखकर तमाम फैसले किए है। राजस्थान में एक लाख से अधिक शिक्षकों को पदोन्नति दी गई है। पहल बार पोस्टिंग प्रक्रिया मे ंपारदर्शिता के लिए काउंसलिंग करवायी जा रही है। इसके अलावा भी शिक्षकों की कई समस्याओं का समाधान किया गया है।

इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं संभाग के विभिन्न जिलों से आए शिक्षक उपस्थित थे।




इधर जानकारी मिली, उधर समस्या का समाधान

शिक्षा राज्यमंत्राी ने दी भीलवाड़ा के शिक्षकों को राहत

अजमेर, 04 जून। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने शिक्षा उप निदेशक एवं भीलवाड़ा के जिला शिक्षा अधिकारी को भीलवाड़ा जिले में कार्यरत शिक्षकों के फिक्सेशन आदेश तीन दिन में जारी करने के निर्देश दिए है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस कार्य में किसी तरह की देरी एवं लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

हटूण्डी में आयोजित आवासीय प्रशिक्षण शिविर के निरीक्षण के दौरान भीलवाड़ा जिले की कई शिक्षिकाओं ने शिक्षा राज्यमंत्राी के समक्ष यह मुद्दा उठाया था। उन्होंने जानकारी दी कि कई बार आग्रह के बावजूद भीलवाड़ा में शिक्षकों के फिक्सेशन में देरी की जा रही है। प्रो. देवनानी ने इसे गम्भीरता से लेते हुए तुरन्त ही मौके पर उपस्थित उप निदेशक को कार्यवाही करने के लिए कहा। उन्होंने भीलवाड़ा के जिला शिक्षा अधिकारी को फोन कर निर्देश दिए कि तीन दिन में स्थायीकरण् आदेश जारी कर शिक्षकों को राहत प्रदान करें।

बाड़मेर अपने मासूम के साथ टांके में कूदकर महिला ने की आत्महत्या आत्महत्या करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.

बाड़मेर अपने मासूम के साथ टांके में कूदकर महिला ने की आत्महत्या 

 आत्महत्या करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.

ताजा मामला बाड़मेर के रामसर गांव का है, जहां एक महिला ने अपनी बेटी के साथ टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली. परिजन आनन-फानन में दोनों को राजकीय चिकित्सालय लाए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

घरेलू कलह से खुद की और खुद के बच्चों की जान लेने का बदरंग सिलसिला बाड़मेर जिले का दामन मानों छोड़ने को तैयार नहीं है. बाड़मेर के रामसर में मासूम बेटी को लेकर मां ने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली.

घटना के बाद परिजनों ने दोनों को टांके से बाहर निकाला. अभी तक आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबित, घटना रामसर थाना क्षेत्र की है.


आत्महत्या करने वाली महिला का नाम चंपा देवी राजपुरोहित और बच्ची का नाम माया राजपुरोहित बताया जा रहा है. पुलिस ने मृतका के पीहर पक्ष को सूचित कर दिया है. बहरहाल, पुलिस ने दोनों शवों को मोर्चरी में रखवा दिया है. मृतका के पीहर पक्ष के आने के बाद पुलिस अग्रिम कार्रवाई करेगी.

बाड़मेर में प्रेमी युगल ने लगाया पेड़ पर फांसी का फंदा



बाड़मेर में प्रेमी युगल ने लगाया पेड़ पर फांसी का फंदा

बाड़मेर: साथ जीने-मरने की कसमें खाने वाले एक प्रेमी जोड़े ने एक ही पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मामला बाड़मेर जिले के बोला गाँव का है. घटना की खबर लगते ही पूरे इलाके में सनसनी फ़ैल गई. सूचना पर ग्रामीण थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई है. बताया गया है कि दोनों प्रेमी युगल दूर के रिश्ते में भाई – बहन बताए जा रहे है.


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मृतको के नाम डूंगरा राम और मूली बताया जा रहा है. घटना रविवार सुबह करीब 6 बजे की है. दोनों की एक तो कच्ची उम्र उस पर से प्यार की दुनिया के हसीन सपने, जिसमे प्रेमी अक्सर साथ जीने मरने की कसमें खाते है और से पूरा करने कुछ लोग डूंगरा राम और मूली की तरह अपने को प्यार के हवन में स्वाहा कर देते हैं. फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में ले लिया है. और मामले की जांच में जुट गई है.

नरेंद्र मोदी के सपनो को चकनाचूर कर रहे बीजेपी के स्थानीय जन प्रतिनिधि।।बाड़मेर को व्यवस्थित करने दीजिए।*




नरेंद्र मोदी के सपनो को चकनाचूर कर रहे बीजेपी के स्थानीय जन प्रतिनिधि।।बाड़मेर को व्यवस्थित करने दीजिए।*



*बाड़मेर तत्कालीन जिला कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षक डॉ गगनदीप सिंगला की उपस्थिति में यातायात समिति की मैराथन बैठकों में निर्णय हुआ था कि बिना किसी दबाव में आये आयुक्त श्रवण विश्नोई अहिंसा सर्किल से ढाणी बाज़ार तक घोषित नॉन वेंडिंग जॉन से ठेले हटाएंगे।साथ ही चार फीट की हद में दुकानदार अपनी बाइक खड़ी कर।ऐसा नही करने पर भारी पेनल्टी ठोकने का निर्णय सर्वसम्मति स्व हुआ था।सत् ही महावीर टाउन हॉल के पीछे फ़ूड स्ट्रीट डेवेलोप करने का निर्णय लिया था।टेक्सी स्टैंड को पार्क के पीछे स्थान देना तय किया गया था।पूरे शहर में वेंडिंग नॉन वेंडिंग स्थान चयनित कर बोर्ड लगाने के निर्देश डटे गए थे।।इन कार्यो को पूरा करने के लिए समिति ने बीस दिन का समय दिया।इकिसवे दिन समीक्षा और फॉलो बैठक रखी।।आयुक्त द्वारा तूफानी गति से अतिक्रमन हटाने का कार्य आरंभ किया,वेंडिंग नॉन वेंडिंग जॉन के बोर्ड लग गए।पंजीकृत वेंडर्स को स्थान आवंटन की लॉटरी की तैयारी भी हुई।आयुक्त ने जैसे ही अहिंसा चोयरहे से हनुमान मंदिर तक तीतर बितर मनमर्जी से खड़े ठेके हटाने आरंभ किये ।स्थानीय भजोआ नेता उनके पक्ष में आ गए।कुछ को आयुक्त ने संजग दिया तो कुछ नही माने उसका नतीजा यह हुआ कि आज भी मुख्य बाजार तीतर बितर खड़े ठेले वालो से अतिक्रमित है।शाम के वक़्त इन मार्गो पर पैदल चलना भी दुष्कर है।।स्थानीय नेताओं के दबाव में बाड़मेर शहर को सुंदर बनाने और अतिक्रमण मुक्त करने की योजना को बीच मे बन्द करना पड़ा।इसके साथ ही फ़ूड स्ट्रीट और टैक्सी स्टैंड स्थापूत करने की योजना धूमिल हो गई।।*




*जिला कलेक्टर शिव प्रसाद एम नकाते को इस और धतं देकर ततायत समिति की पुनः बैठक तत्काल बुलाकर बाड़मेर शहर को व्यवस्थित करने के प्रयासों को पुनः आरंभ करने चाहिए।परधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शहरी आजीविका मिशन का उद्देश्य पूरा करने में भाजपा के नेता ही अड़ंगे डाल रहे हैं।बाड़मेर शहर को सुधारने के आयुक्त द्वारा बेहतर क्रिनवीटी शुरू की मगर राजनीति के चलते एक बेहतरीन प्रयास को रोक दिया।जिला कलेक्टर को इन निर्णयों के पुनः बैठक कर रिव्यू करना चाहिए ताकि शहर तो सुंदर लगेगा ही आम आदमी की परेशानियां भी कम होगी।।*




*अव्यवस्थित खड़े पंजीकृत ठेलों को वेंडिंग जॉन में स्थान आवंटन कर जगह जगह खड़े ठेलों को जनहित में हटाया जाए सत्7 ही फ़ूड स्ट्रीट को डेवेलोप करने का कार्य भी आरंभ होने चाहिए।।*

बीकानेर / नोखा.जेल में ठंडे पानी को लेकर चढ़ा बंदियों का पारा, लात-घुसे चलने से दो जने घायल



बीकानेर / नोखा.जेल में ठंडे पानी को लेकर चढ़ा बंदियों का पारा, लात-घुसे चलने से दो जने घायल


नोखा उपकारागार में आरओ के ठंडे पानी की बारी को लेकर शनिवार को विचाराधीन बंदियों के दो पक्ष आपस में भिड़ गए। इसमें दोनों पक्षों के एक-एक बंदी को चोटें आई। दोनों को यहां बागड़ी राजकीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद पीबीएम अस्पताल रैफर कर दिया गया। इनके अलावा किसी को कोई चोट नहीं आई।

उपकारागार प्रभारी एवं तहसीलदार धन्नाराम गोदारा ने बताया कि आरओ के ठंडे पानी की बारी को लेकर विचाराधीन बंदियों के दो पक्षों में बोलचाल हो गई। इसी दौरान मारपीट की घटना में विचाराधीन बंदी सांवरलाल निवासी नोखा और विनोद निवासी भङ्क्षटडा चोटिल हो गए।

विनोद के जबड़े और मुंह पर तथा सांवरलाल के सिर में चोट आई। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद पीबीएम अस्पताल भेज दिया गया है। जेल प्रभारी ने बताया कि उपकारागार में वर्तमान में तीस विचाराधीन बंदी हैं।

घटना के बाद जेल का निरीक्षण किया। इस दौरान कोई अवांछनीय वस्तु नहीं मिली। प्रभारी ने बताया कि बंदियों के दोनों पक्षों को समझाया गया है। विनोद और भङ्क्षटडा के ही निवासी उसके बारह अन्य साथी ग्वार चोरी के मामले में बंद हैं। रात नौ बजे तक कोई मामला दर्ज नहीं हुआ।

अजमेर।अचानक जमीन में धंस गया कुआं और मंदिर, लोगों के छूट गए पसीने



अजमेर।अचानक जमीन में धंस गया कुआं और मंदिर, लोगों के छूट गए पसीने
अचानक जमीन में धंस गया कुआं और मंदिर, लोगों के छूट गए पसीने

निकटवर्ती ग्राम कल्याणीपुरा स्थित कपिलवस्तु कॉलोनी में एक कुआं और मंदिर ढह गए। इसके साथ ही आस-पास की जमीन धंसने पर चार मकानों को खाली करा लिया गया। नगर निगम की ओर से तीन पंप लगाकर पानी को निकाला जा रहा है। मौके पर ही नगर निगम को पुलिस के अधिकारी मौजूद हैं।

कपिलवस्तु कॉलोनी में पुराने बने पक्के कुएं के पास ही शीतला माता मंदिर बना हुआ था। अपराह्न करीब 3 बजे करीब कुआं धंसना शुरू हो गया। कुछ ही देर में कुएं के पास बना शीतला माता मंदिर भी उसमें समा गया। कुएं का पानी ऊपर आने से आस-पास के क्षेत्र की मिट्टी में कटाव शुरू हो गया। निकट ही स्थित एक मकान की नींव में कटाव लग गया। सूचना पर पहुंचे क्षेत्रीय पार्षद ललित वर्मा ने निगम के अधिकारियों को सूचना दी।

मौके पर पहुंचे उपायुक्त गजेन्द्र रलावता एवं एक्सईएन मनमोहन माथुर ने मौके का जायजा लिया तो कुएं के आस-पास मिट्टी धंसने का क्रम जारी था। उन्होंने तुरंत तीन-चार पंप मंगवाकर पानी निकलवाना शुरू किया। सूचना पर अलवर गेट थाना प्रभारी हरिपाल सिंह भी मय जाब्ता पहुंच गए।

उन्होंने मौके पर जमा भीड़ को हटाया। घटना स्थल पर किसी प्रकार का हादसा न हो जाए इसके चलते मौके पर पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इस दौरान पार्षद द्रोपदी कोली, लक्ष्मीनारायण सहित कई लोग मौजूद रहे।

चार मकानों का कराया खाली

कुएं में जलस्तर बढऩे और मिट्टी का कटाव जारी रहने के चलते उसके आस-पास बने मकानों को खतरा हो गया है। एक मकान की नींव तक की मिट्टी हट गई है। मकान ढहने अथवा हादसे की आशंका के चलते कुएं के आस-पास बने चारों मकानों को खाली करवा दिया है। लोगों अपना जरूरत के सामान लेकर अपने परिचितों के यहां रवाना किया गया।

सड़क में कई फीट हुए गड्ढे

कॉलोनी में कुछ दिनों पहले ही सड़क का निर्माण करवाया गया। कुएं के ढहने के कारण दोनों ओर बनी सड़क में कटाव लग गया। इससे सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। हादसे की आंशका के चलते वहां पर आवाजाही को बंद कर दिया गया है।

...वर्ना हो जाता गंभीर हादसा

मंदिर में सुबह और शाम को पूजा करने वालों की भीड़ लगी रहती है। कुआं जिस वक्ता ढहा मंदिर में कोई मौजूद नहीं था, अन्यथा जनहानि होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

अजमेर।दो दिन घर से गायब था पति, पत्नी की भतीजी को ही बना लाया बीवी



अजमेर।दो दिन घर से गायब था पति, पत्नी की भतीजी को ही बना लाया बीवी

दो दिन घर से गायब था पति, पत्नी की भतीजी को ही बना लाया बीवी
पत्नी जिस पति को लापता समझकर उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाकर तलाश में जुटी थी। वही पति पत्नी की भतीजी को उठा लाया। पीडि़ता को जब पति की कारस्तानी का पता चला तो वह पहले क्रिश्चियन गंज और फिर सिविल लाइन्स थाने पहुंची लेकिन उसे कोई कानूनी मदद नहीं मिल सकी। आखिर पीडि़ता ने अदालत का दरवाजा खटखटाने का निर्णय लिया है।

शास्त्रीनगर में रहने वाली सजिदा बानो ने दो दिन पहले लापता हुए पति बरकत अली की क्रिश्चियन गंज थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाई। शुक्रवार को सजिदा को पति बरकत अली के अजमेर लोहाखान इलाके में अपनी मां व भाई के पास आने की सूचना मिली। पीडि़ता पहले क्रिश्चियन गंज थाने पहुंची लेकिन उसको वहां से सिविल लाइन्स थाने भेज दिया। पीडि़ता अपने भाई-भाभी के साथ लोहाखान स्थित अपने ससुराल पहुंची तो हंगामा खड़ा हो गया। सास और जेठ ने उसे धकिया दिया। सजिदा और उसके परिजन बेटी से मिलने के लिए प्रयास करते रहे लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। आखिर सजिदा ने पति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का मन बनाकर लौट गई।

कोटा से लाया दूसरी पत्नी!

सजिदा ने बताया कि बरकत अली कोटा से उसके भाई की बेटी को सीधे कॉलेज से उठा लाया। उसने उसके भाई को भतीजी को साथ ले जाने की सूचना दी। उन्होंने कारण पूछा तो अजमेर आकर आमने-सामने बात करने की बात कहकर फोन काट दिया। जब उसको घटना का पता चला तो उसने बरकत अली से सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन सम्पर्क नहीं हो सका।

करता रहा गुमराह

सजिदा ने बताया कि मोबाइल पर दो दिन पहले हुई बाचतीच में बरकत ने उसको गुमराह किया। उसने सबकुछ आने पर बताने की बात कही लेकिन दो दिन बाद भी वह नहीं लौटा। शुक्रवार को उसे लोहाखान में होने की सूचना मिली तो वह अपने रिश्तेदार के साथ पहुंची लेकिन उसके जेठ और सास ने उन्हें नहीं मिलने दिया।




...नहीं दूंगी तलाक

सजिदा से हुई बातचीत में बताया कि उसके दो बेटे है। वह अपनी गृहस्थी नहीं उजडऩे देगी। बरकत अली को जीवनभर तलाक नहीं दूंगी। अपने और अपने बच्चे के हक के लिए वह अदालत का दरवाजा खटखटाएगी।

नोएडा।चर्चित मर्डर मिस्ट्री का हुआ खुलासा, ब्रेकअप की बात कही तो 'सनकी' ने B-Tech युवती को गोलियों से भूना



नोएडा।चर्चित मर्डर मिस्ट्री का हुआ खुलासा, ब्रेकअप की बात कही तो 'सनकी' ने B-Tech युवती को गोलियों से भूना

चर्चित मर्डर मिस्ट्री का हुआ खुलासा, ब्रेकअप की बात कही तो 'सनकी' ने B-Tech युवती को गोलियों से भूना
नोएडा के सेक्टर 62 स्थित रेल विहार अपार्टमेंट में जब 25 वर्षीय अंजली ने अपने प्रेमी से ब्रेकअप की बात कही तो उसने उसे गोलियों से भून दिया। नोएडा पुलिस ने अंजली की हत्या का खुलासा करते हुए उसके प्रेमी अश्वनी को गिरफ्तार किया है और हत्या मे इस्तेमाल देसी रिवॉल्वर बरामद कर लिया है।

क्या है मामला

पुलिस की गिरफ्त मे आया अश्वनी और अंजलि 2012 में एक साथ एक यूनिवर्सिटी में साथ पढ़े थे। उसी दौरान दोनों के बीच आत्मीय संबंध बन गए थे। लेकिन अंजलि बीटेक करने के बाद लावा कम्पनी में टीम लीडर के तौर पर काम करने लगी थी। जब की अश्वनी एक गारमेंट शॉप मे काम कर रहा था।




दोनों के स्टेटस में आई इस दूरी के कारण अंजलि, अश्वनी से संबंधों को ब्रेकअप करना चाहती थी। जो अश्विन को बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अंजलि की हत्या कर दी।




सुसाइड करने का किया था प्रयास

पुलिस के अनुसार हत्या के दिन पहले अंजलि ने अश्वनी को फोन कर बुलाया था और संबंधों को ब्रेकअप करने की बात कही थी। अश्वनी चाहता था की अंजलि उस का नाम बताये, जिस के कारण वह उससे ब्रेकअप करना चाहती है।

लेकिन अंजलि ने जब नाम बताने से इंकार कर दिया तो अश्वनी ने देसी रिवॉल्वर से उसे गोली मार दी। इसके साथ ही उसने खुद को भी गोली मारने का प्रयास किया, लेकिन गोली नहीं चली तब वो रिवाल्वर को पास के पार्क की झाड़ी मे छिपा कर अपने साथी के साथ इटावा भाग गया।