रविवार, 4 जून 2017

अजमेर।अचानक जमीन में धंस गया कुआं और मंदिर, लोगों के छूट गए पसीने



अजमेर।अचानक जमीन में धंस गया कुआं और मंदिर, लोगों के छूट गए पसीने
अचानक जमीन में धंस गया कुआं और मंदिर, लोगों के छूट गए पसीने

निकटवर्ती ग्राम कल्याणीपुरा स्थित कपिलवस्तु कॉलोनी में एक कुआं और मंदिर ढह गए। इसके साथ ही आस-पास की जमीन धंसने पर चार मकानों को खाली करा लिया गया। नगर निगम की ओर से तीन पंप लगाकर पानी को निकाला जा रहा है। मौके पर ही नगर निगम को पुलिस के अधिकारी मौजूद हैं।

कपिलवस्तु कॉलोनी में पुराने बने पक्के कुएं के पास ही शीतला माता मंदिर बना हुआ था। अपराह्न करीब 3 बजे करीब कुआं धंसना शुरू हो गया। कुछ ही देर में कुएं के पास बना शीतला माता मंदिर भी उसमें समा गया। कुएं का पानी ऊपर आने से आस-पास के क्षेत्र की मिट्टी में कटाव शुरू हो गया। निकट ही स्थित एक मकान की नींव में कटाव लग गया। सूचना पर पहुंचे क्षेत्रीय पार्षद ललित वर्मा ने निगम के अधिकारियों को सूचना दी।

मौके पर पहुंचे उपायुक्त गजेन्द्र रलावता एवं एक्सईएन मनमोहन माथुर ने मौके का जायजा लिया तो कुएं के आस-पास मिट्टी धंसने का क्रम जारी था। उन्होंने तुरंत तीन-चार पंप मंगवाकर पानी निकलवाना शुरू किया। सूचना पर अलवर गेट थाना प्रभारी हरिपाल सिंह भी मय जाब्ता पहुंच गए।

उन्होंने मौके पर जमा भीड़ को हटाया। घटना स्थल पर किसी प्रकार का हादसा न हो जाए इसके चलते मौके पर पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इस दौरान पार्षद द्रोपदी कोली, लक्ष्मीनारायण सहित कई लोग मौजूद रहे।

चार मकानों का कराया खाली

कुएं में जलस्तर बढऩे और मिट्टी का कटाव जारी रहने के चलते उसके आस-पास बने मकानों को खतरा हो गया है। एक मकान की नींव तक की मिट्टी हट गई है। मकान ढहने अथवा हादसे की आशंका के चलते कुएं के आस-पास बने चारों मकानों को खाली करवा दिया है। लोगों अपना जरूरत के सामान लेकर अपने परिचितों के यहां रवाना किया गया।

सड़क में कई फीट हुए गड्ढे

कॉलोनी में कुछ दिनों पहले ही सड़क का निर्माण करवाया गया। कुएं के ढहने के कारण दोनों ओर बनी सड़क में कटाव लग गया। इससे सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। हादसे की आंशका के चलते वहां पर आवाजाही को बंद कर दिया गया है।

...वर्ना हो जाता गंभीर हादसा

मंदिर में सुबह और शाम को पूजा करने वालों की भीड़ लगी रहती है। कुआं जिस वक्ता ढहा मंदिर में कोई मौजूद नहीं था, अन्यथा जनहानि होने से इंकार नहीं किया जा सकता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें