रविवार, 19 मार्च 2017

बाड़मेर मंे 43 हजार ऊंटांे को बचाने की पहल



बाड़मेर मंे 43 हजार ऊंटांे को बचाने की पहल
-बाड़मेर जिले मंे ऊंटों के संरक्षण के लिए जिला प्रशासन ने पशुपालकांे को प्रोत्साहित करने की शुरूआत की है। मौजूदा समय मंे बाड़मेर जिले मंे 43 हजार 172 ऊंट है। सीमा सुरक्षा बल के जवानांे के साथ सरहद पर अग्रिम रक्षा पंक्ति मंे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले ऊंट बाड़मेर की कला एवं संस्कृति के अभिन्न अंग रहे है। ग्रामीण इलाकांे मंे आज भी वार-त्यौहार के साथ विवाह सरीखे शुभ कार्याें मंे इनकी महत्वपूर्ण भागीदारी रहती है।

बाड़मेर, 19 मार्च। ऊंटों की लगातार घटती संख्या को रोकने एवं पशुपालन के लिए प्रोत्साहित करने के लिए बाड़मेर जिला प्रशासन एवं पशुपालन विभाग ने अनूठी पहल की है। इसके तहत जागरूकता शिविरांे का आयोजन कर एक ही स्थान पर पशुपालकांे को मिलने वाली सुविधाआंे की जानकारी देने के साथ उष्ट्र विकास योजना मंे पंजीकृत किया जा रहा है। इसमंे ऊंटनी के प्रसव होने पर तीन चरणांे मंे दस हजार रूपए की आर्थिक सहायता का प्रावधान है। जागरूकता शिविर मंे पहुंचने वाले ऊंटों को समुचित चिकित्सकीय सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही है। इसके तहत शनिवार को डंडाली ग्राम पंचायत मुख्यालय पर पशुपालक जागरूकता शिविर आयोजित किया गया।

बाड़मेर जिले मंे पशुपालक अपने मवेशियांे को लेकर अक्सर विचरण करते रहते है। विशेषकर ऊंटों देवासी समुदाय के लोग तीन-चार दिन तो कई बार 15 दिन से एक माह की अवधि तक के लिए आसपास के गांवांे मंे चले जाते है। कई बार इनको सरकारी योजनाआंे की जानकारी नहीं मिल पाती तो कई बार व्यस्तता के चलते संबंधित पशु चिकित्सालयांे मंे नहीं पहुंच पाते। इन परिस्थितियांे को समझते हुए जिला कलक्टर सुधीर शर्मा, सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल एवं पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डा.नारायणसिंह सोंलकी ने एक कार्य योजना बनाते हुए तय किया कि क्यों नहीं, इन पशुपालकांे को एक ही स्थान पर अपने ऊंटों के साथ एकत्रित कर सरकारी सुविधाआंे से लाभांवित किया जाए। इसी कड़ी मंे शनिवार को डंडाली ग्राम पंचायत मुख्यालय पर जागरूकता शिविर का आयोजन कर पशुपालकांे को सरकारी योजनाआंे की जानकारी देने के साथ ऊंटों को समुचित चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई गई। जिला कलक्टर सुधीर शर्मा के मुताबिक तिलवाड़ा मेले मंे भी पशुपालकांे को मिलने वाली सुविधाआंे की जानकारी देने के साथ उष्ट्र विकास योजना, भामाशाह पशु बीमा योजना से लाभांवित करवाने का प्रयास किया जाएगा। उनके मुताबिक राज्य सरकार ने ऊंट को राज्य पशु घोषित करते हुए उष्ट्र विकास योजना प्रारंभ की थी। बाड़मेर मंे मौजूदा समय मंे 43 हजार ऊंट है। इनके संरक्षण के लिए वृहद स्तर पर प्रयास किए जा रहे है। पशुपालकांे को मिलने वाली सुविधाआंे से रूबरू करवाने के साथ उष्ट्र विकास योजना मंे पंजीकृत किया जा रहा है। ताकि पशुपालक विशेषकर ऊंट पालन के लिए प्रोत्साहित हो। इस योजना मंे तीन चरणांे मंे पंजीकृत ऊंटनी के प्रसव होने पर 10 हजार रूपए देने का प्रावधान है। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डा.नारायणसिंह सोलंकी के मुताबिक अब तक उष्ट्र विकास योजना मंे 440 ऊंटांे का पंजीकरण कराया गया है।

क्या है उष्ट्र विकास योजनाः जिले के सभी मूल निवासी ऊंट पालक चाहे वे किसी भी वर्ग से संबंधित हो जिले में पाई जाने वाली सभी उष्ट्र वंशीय नस्लों के लिए सहायता देय होगी। इसके तहत ऊंट पालकों को अपना पंजीकरण नजदीकी पशु चिकित्सालय में करवाना होगा। पंजीकृत सभी उष्ट्र वंशीय पशुओं को औषधियां, खनिज लवण, कृमिनाशक दवा विभागीय पशुधन की ओर से निशुल्क उपलब्ध करवाई जाएंगी तथा पंजीकृत ऊंटनी के ब्याने पर उत्पन्न नर या मादा बच्चे को एक माह की उम्र पर तीन हजार रुपए, 9 माह की उम्र पर तीन हजार रुपए तथा 18 माह की उम्र पूर्ण करने पर चार हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। पंजीकृत सभी उष्ट्र वंशीय पशुओं का भामाशाह पशु बीमा योजना अंतर्गत बीमा कराया जाना आवश्यक होगा।

उष्ट्र विकास योजना मंे कैसे होता है पंजीकरणः उष्ट्र विकास योजना के तहत ऊंट पालक को ऊंटनी का नजदीकी पशु चिकित्सालय में पंजीकरण करवाना होता है। साथ ही उसे अपनी बैंक डिटेल भी देनी होगी। किसान अपने नए नवेले टोडियो की ठीक से देखभाल कर सके और ऊंटनी का जापा पूरा करवा सके। इसके लिए ये रकम बेहद महत्वपूर्ण हैं। साथ ही ऊंट के बच्चे के बड़ा होते ही बेचने वाली प्रवृत्ति पर भी रोक लगेगी।

80 फीसदी ऊंट राजस्थान मंेः करीब 25 साल में देश की ऊंटों की संख्या घटकर महज 40 फीसदी रह गई है। पूरे देश के लगभग 80 फीसदी से ज्यादा ऊंट राजस्थान में पाए जाते हैं। साल 2012 की ऊंट गणना के मुताबिक 4 लाख 274 मंे से 3 लाख 25 हजार 713 ऊंट राजस्थान में पाए जाते हैं।

बाड़मेर आश्रय स्थल की मासिक बैठक सम्पन ,व्यवस्थाएं सुधारने के लिए लिए प्रस्ताव।

बाड़मेर आश्रय स्थल की मासिक बैठक सम्पन ,व्यवस्थाएं सुधारने के लिए लिए प्रस्ताव।

बाड़मेर राष्ट्रिय शहरी आजीविका मिशन द्वारा आवास रहित लोगो के लिए संचालित किए जा रहे आश्रय स्थल की प्रबन्ध समिति की बैठक का आयोजन किया गया।बैठक में मिशन के प्रभारी भवर खान ,समिति सदस्य चन्दन सिंह भाटी,महेश पनपालिया,विनोद छंगाणी,दिनेश माली,संजय शर्मा ,रमेश सिंह इंदा  ने भाग लिया।बैठक में आश्रय स्थल में रसोई शुरू करने का प्रस्ताव रखा गया ।आश्रय स्थल के प्रति लोगो का रुझान बढा हैं।रसोई की व्यवस्था जल्द से जल्द शुरू हो।।साथ ही स्थल के कार्मिको को मानदेय दो माह से नही मिला ।तत्काल मानदेय का भुगतान किया जाए।स्थल में गर्मी को देखते हुए पंखे,कूलर और वाटर कूलर भामाशाहों के सहयोग से लगाने पर चर्चा की गयी।बैठक में स्थल के बाहर नो पार्किंग के बोर्ड लगाने का प्रस्ताव रखा,चूँकि स्थल पर महिलाओं का आना जाना हे जिसके कारण बाहर वाहन स्टेंड को स्थानांतरित किया जाये।।स्थल में फर्नीचर की व्यवस्था का प्रस्ताव भी रखा गया।।।साथ ही स्थल पर पेयजल की माकूल व्यवस्था शीघ्र करने पर चर्चा की गयी 

बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपल की महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने की अनूठी पहल


बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपल की महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने की अनूठी पहल


महिलाओं ने लघु कुटीर उद्योग स्थापना में दिखाई रूचि।।जल्द स्थापित होगा महिला समूह द्वारा कुटीर उद्योग।

बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपल बाड़मेर द्वारा राष्ट्रिय शहरी आजीविका मिशन के तत्वाधान में बाड़मेर में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से घरेलू लघु कुटीर उद्योग की स्थापना को लेकर रविवार को आश्रय स्थल में आजीविका मिशन प्रभारी भवर खान ,ग्रुप फॉर पीपल के संयोजक चन्दन सिंह भाटी,महेश पनपालिया,संजय शर्मा ,दुर्जन सिंह गुडिसर,रमेश सिंह इंदा,स्वरुप सिंह भाटी,जमाल खान,इस्लाम खान ,छगन सिंह चौहान की उपस्थिति में प्रगतिशील महिलाओं के साथ बैठक का आयोजन किया गया।बैठक में विभिन जगहों से चालीस से अधिक महिलाओं ने बैठक में भाग लिया।




बैठक में महिलाओं ने लघु उद्योग की स्थापना में गहरी रुचि दिखाते हुए इसकी जल्द स्थापना की मांग रखी।महिला समूह में श्रीमती ने कहा कि इसके माध्यम से महिलाओं को घर बैठे रोजगार मिलेगा।उन्होंने कहा कि घरेलू खान पान के आयटम बना कर महिलाएं रोजगार प्राप्त कर आत्म निर्भर होगी।।उन्होंने और महिलाओं को मिशन से जोड़ने के लिए समय माँगा।महिलाओं की मांग पर अगले सप्ताह सोमवार को पुनः बैठक रखी गयी।।

बैठक में भवर खान ने कहा कि स्वयं सहायता समूह को सशक्त बनाने का मुख्य उद्देश्य हैं।।सिर्फ समूह बनाने से महिलाओं को कोई लाभ नही मिलना।समूह के माध्यम से महिलाओं को घर बैठे रोजगार मिले ताकि महिलाएं आत्म निर्भर बने साथ ही समाज में प्रेरणा स्रोत बने।लघु कुटीर उद्योग की स्थापना बेहतरीन प्रयास हैं। ग्रुप फॉर पीपल के संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने कहा कि आज महिलाओं का त्यौहार होने के बावजूद इतनी तादाद में उद्योग की स्थापना के प्रति रूचि लेकर बैठक में आना महत्वपूर्ण हैं।उन्होंने कहा कि सहायता समूह के नाम से कुटीर उद्योग की ब्रांड होगी।।महिलाओं की मेहनत से इसे आगे बढ़ाया जाएगा।।चालीस महिलाओं ने आज इस कुटीर उद्योग की स्थापना के साथ जुड़ एक नया अध्याय लिखा हैं। उन्होंने कहा कि ग्रुप का उद्देश्य महिलाओं को रोजगार के माध्यम से सशक्त और आत्म निर्भर बनाया जाए।महेश पनपालिया ने कहा कि ग्रुप फॉर पीपल का सकारात्मक कदम हैं।।महिलाएं घर बैठकर घरेलू खाद्य सामग्री बना कर रोजगार से जुड़ेगी।।यह एक नवाचार होगा।।उन्होंने कहा कि जिस तरह से समूह द्वारा स्थापित लिज्जत पापड ने सफलता हासिल कर यह साबित किया कि महिलाएं बेहतर कर सकती हैं।।महिलाओं को यह परियोजना पसंद आई यह बड़ी बात हैं।




ग्रुप फॉर पीपल के अध्यक्ष आज़ाद सिंह राठौड़ ने बताया कि ग्रुप सामाजिक सरोकार के साथ इस बार महिलाओं को उद्योग से जोड़ उन्हें अवसर प्रदान करेगा।।बैठक में महिलाओं ने भी अपनी बात और सुझाव रखे।महिलाओं की मांग पर अगले सोमवार को पुनः लघु कुटीर उद्योग स्थापन को लेकर बैठक राखी हे जिसमे और अधिक महिलाएं परियोजना से जुड़ेगी।। परियोजना को शीघ्र स्थापित करने की दिशा में कार्य आरम्भ हैं ,

लखनऊः विस्फोटक डिवाइस मिलने से मचा हड़कंप, ATS ने संभाली कमान

लखनऊः विस्फोटक डिवाइस मिलने से मचा हड़कंप, ATS ने संभाली कमान

पुलिस और ATS कर रही है मामले की जांच
यूपी एटीएस ने राजधानी लखनऊ के इंदिरा नगर से एक ज्वलनशील विस्फोटक बरामद किया है. बरामद विस्फोटक यहां रहने वाले एक युवक के घर के बाहर से मिला है. पुलिस और एटीएस मामले की जांच कर रही है.




ज्वलनशील विस्फोटक इंदिरा नगर निवासी निशांत वर्मा के नाम पर भेजा गया था. निशांत शुक्रवार को जब घर वापस लौटा तो उसने पैकेट खोला. निशांत के मकान मालिक ने उससे जब इस बारे में पूछा तो उसने बताया कि उसने कोई सामान नहीं मंगवाया है.




निशांत ने फौरन पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने जांच में पाया कि पैकेट में रखे उपकरण में जैली और कम शक्ति का विस्फोटक मिला हुआ है. जिसके बाद इंदिरा नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. पुलिस ने एटीएस को भी मामले की सूचना दी.




पूछताछ में पता चला कि 15 दिन पहले इस पैकेट को घर के दरवाजे के बाहर कोई अनजान शख्स रखकर गया था. फिलहाल एटीएस ने बरामद उपकरण को जांच के लिए लैब भिजवाया है.

ताजपोशी से पहले समारोह स्थल का जायजा लेने पहुंचे योगी, पूजा के लिए गोरखपुर भी जाएंगे

ताजपोशी से पहले समारोह स्थल का जायजा लेने पहुंचे योगी, पूजा के लिए गोरखपुर भी जाएंगे
केशव प्रसाद मौर्य, योगी आदित्यनाथ और दिनेश शर्मा

उत्तर प्रदेश में आज से योगी राज की शुरुआत होगी. आज योगी आदित्यनाथ की देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री के तौर पर ताजपोशी होगी. योगी के साथ दो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा भी शपथ लेंगे. सूत्रों के मुताबिक योगी की फौज में 43 मंत्री शामिल होंगे. आज के भव्य समारोह में खुद पीएम मोदी भी शिरकत करेंगे.




शपथ से पहले योगी आदित्यनाथ पूजा के लिए गोरखपुर जाएंगे. गोरखपुर रवाना होने से पहले उन्होंने डीजीपी जावेद अहमद, प्रिंसिपल सेक्रेटरी देवशिष पांडा और एसएसपी लखनऊ से मुलाकात की. इससे पहले लखनऊ में शपथ ग्रहण समारोह स्थल पर पहुंचकर योगी आदित्यनाथ ने तैयारियों का जायजा भी लिया.

लखनऊ के स्मृति उपवन में सवा दो बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह समेत बीजेपी के तमाम दिग्गज मौजूद होंगे. इसके अलावा 50 हजार लोगों के इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है.




जश्न में उपद्रव बर्दाश्त नहीं

45 साल के योगी प्रचंड जनादेश वाले सूबे के पावरफुल सीएम होंगे. इसकी झलक नाम पर मुहर लगते ही दिख गई. जब शपथ से पहले ही योगी एक्शन में आ गए. मनोनीत सीएम ने कल रात यूपी के मुख्य सचिव और डीजीपी को ना सिर्फ तलब किया, बल्कि ताकीद कि जश्न में उपद्रव बर्दाशत नहीं करेंगे. विवादित बयानों का पिटारा लेकर चलने वाले योगी की ये नई शुरुआत है.

गाजियाबाद: नशे में धुत ओला कैब ड्राइवर ने 15 लोगों को कुचला

गाजियाबाद: नशे में धुत ओला कैब ड्राइवर ने 15 लोगों को कुचला
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में शनि बाजार चौक के पास एक ओला कैब ने 15 लोगों को कुचल डाला. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, चौक के पास हर शनिवार को साप्ताहिक बाजार लगता है, जिस वजह से वहां काफी भीड़ थी. इसी दौरान रात करीब 10 बजे कथित रूप से शराब के नशे में धुत ओला कैब ड्राइवर राकेश ने गाड़ी का संतुलन खो दिया और भीड़ में जा घुसा. इस हादसे में महिलाओं और बच्चों सहित 15 लोगों को कुचल डाला.


नशे में धुत बताया जा रहा है ड्राइवर

इस हादसे से गुस्साए स्थानीय लोगों ने कैब ड्राइवर की जमकर पिटाई की और फिर पुलिस के हवाले कर दिया. वहीं हादसे के घायलों को दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती है, जहां दो महिलाओं और एक बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है.




यूपी पुलिस ने अभी आरोपी ड्राइवर को हिरासत में रखा है और जांच मैं जुट गई है.

बंगलौर के डॉक्टर ने गोरे होने के ऐसा तरीका खोज निकाला है की अमेरिकन कंपनियां इस तड़के को बंद करना चाहती है!



बंगलौर के डॉक्टर ने गोरे होने के ऐसा तरीका खोज निकाला है की अमेरिकन कंपनियां इस तड़के को बंद करना चाहती है!


डॉक्टर अंकुर शर्मा- एम बी बी एस, एम डी (स्किन)

नेशनल स्किन हॉस्पिटल में निदेशक संस्थापक

हर साल त्वचा को गोरा बनाने वाली इंडस्ट्री अरबों रूपये कमाती है फिर भी कोई भी कभी गोरा नहीं होता। क्या ये थोड़ा अजीब नहीं है ? चाहे यह केमिकल से त्वचा को छीलने का दर्द भरा तरीका हो, नुकसानदायक सीरम हो, या फिर जोखिम भरे लेसर उपचार हो, इनमे से कोई भी कभी काम नहीं करता ! दुष्ट बहुद्देशीय कंपनियां इन नकली उत्पादों का प्रचार करती रहती हैं और अमीर होती रहती हैं, पर हमे कभी भी परिणाम नहीं मिलते ।

यह स्वार्थी कंपनियां आपको यह नहीं जानने देना चाहती कि भारत में पुरुषों और महिलाओं ने तुरंत ही गोरे होने का एक तरीका खोज लिया है । कोई चालबाजी नहीं, कोई दर्द नहीं, केवल परिणाम।

गोरी त्वचा के लाभ, आप पूछते हैं ? यह वैज्ञानिक तौर पर साबित हो चुका है कि सुन्दर इंसान अपने विपरीत लिंग के इंसान को जल्दी आकर्षित करता है । उन्हें डेट्स भी जल्दी मिल जाती है ।

यह भी साबित हुआ है कि गोरे, अच्छे दिखने वाले लोगो को जॉब इंटरव्यू के लिए ज्यादा बुलाया जाता है और ज्यादातर उनका हे चयन होता है । वे एक जैसे जॉब में ही अधिक भरोसेमंद दिखते हैं और अधिक कमाते हैं ।

आप कल्पना कर सकते हैं कि यह छोटे-छोटे लाभ मिलकर ख़ुशी और जीवन की संतुष्टि में एक बड़ा अंतर लाते हैं । हर कोई अच्छा दिखना चाहता है, अच्छा लगना चाहता है , अच्छा होना चाहता है । क्या आप नहीं ? गोरी त्वचा पहला कदम है ।

रडयांस इंस्टेंट स्किन ब्राइटनेर एक तहलका मचा देने वाला गोरे होने का तरीका है जो कि बंगलौर के एक डॉक्टर ने आपकी त्वचा को तुरंत ही गोरा करने के लिए बनाया है । इससे बनाने में ७ साल लगे और यह दुनियाभर में अपने अविश्वश्नीय परिणाम के लिए जाना जाता है । रडयांस के साथ आपकी त्वचा तुरंत ही ५ शेड तक गोरी हो जाती है ! यह 100 % प्राकृतिक घटकों से बना है , और तुरंत ही उन जिद्दी गहरे धब्बों और काले घेरों को मिटा देता है । (1)(2)(3)

बाजार में आते ही रडयांस उन लोगो के लिए उलब्ध हो गाया है जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है, जैसे २८ वर्षीय सान्वी जोहर को ।

पिछले साल, सान्वी ने सोचा कि उसके काले होने के कारण उसकी शादी कभी भी नहीं होगी, अब उसकी सगाई अपने सपनो के राजकुमार से हो गई है ।


"यह सब रडयांस की महेरबानी है,” सान्वी ने हमे बताया । “पूरे जीवन भर में मैं बहुत काली थी और मैंने हर चीज का इस्तेमाल किया खुद को गोरा करने के लिए, कुछ भी काम नहीं किया । मैं बहुत ही निराश थी और मैंने उम्मीद छोड़ दी थी कि मुझे मेरे लायक कोई हमसफ़र मिलेगा, पर फिर मुझे रडयांस मिला और मुझे बहुत ही आश्चर्य हुआ कि कितनी जल्दी लड़को का नजरिया मेरे प्रति बदल गया ! मेरी माँ मजाक में कहने लगी कि मेरे पास पहने कोई विकल्प नहीं था अब बहुत से विकल्प हैं !”

" बिलकुल" उसने ये भी बताया " मेरे मंगेतर ने पहले मुलाक़ात में मुझसे यही कहा कि मैं कितनी गोरी और सुन्दर हूँ । उसने मुझे मेरे गाल चूमने के लिए भी पूछा क्योंकि उसे मेरी त्वचा बहुत अच्छी लगी ।“

पर कौन सी विशेषता रडयांस को इतना प्रभाव बनाती है ?

पहला, इसमें क्रांतिकारी नैनो कण हैं जो कि प्रकाश को परावर्तित करते हैं और तुरंत ही एक बेहतरीन त्वचा देते हैं । फिर आप जैसे जैसे समय के साथ रडयांस का इस्तेमाल करते जाते हैं असली जादू चालू होता है । यह क्षतिग्रस्त त्वचा की मरम्मत करता है और आपको वह गोरी त्वचा देता है जिसका आप लंबे समय से सपना देख रहे थे । (1)(2)(3)

रडयांस उस तरह का नहीं है जो आपने या आपके डॉक्टर ने सोचा होगा कि ऐसा हो सकता है । यह विज्ञान का एक चमत्कार है जिसे खुद देख के ही भरोसा किया जा सकता है !

रडयांस की निर्माताओं में आत्म विशवास भरा हुआ है कि आप उनके उत्पाद को पसंद करेंगे इसलिए वे 60% छूटभी दे रहे हैं ताकि आप परिणाम को खुद डेक सकें । पर आपको जल्दी करना होगा, अब जबकि यह राज सामने आ गया है रडयांस बहुत अधिक समय के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा । घोषणा के रूप में, सिर्फ 300 बोतल ही बची हैं ! भारत भर में त्वचा विशेषज्ञ अपने मरीजों को इसका सुझाव दे रहे हैं और वे जितनी बोतल खरीद सकते हैं खरीद रहे हैं इससे पहले कि यह खत्म हो जाए । बिना जोखिम वाले रडयांस को आज एक बार उपयोग करके देखें और खुद परिणाम देखिये । यह सच में काम करता है ! यहाँ क्लिक करें और देखे कि क्या अभी भी कोई बोतल बची है ।

कृष्‍ण की नगरी वृंदावन में बनने जा रहा है दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर

कृष्‍ण की नगरी वृंदावन में बनने जा रहा है दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर

चंद्रोदय मंदिर की गहराई बुर्ज खलीफा से भी अधि‍क है
कृष्‍ण की पावन नगरी मथुरा-वृंदावन दुनिया के हर कोने में मशहूर है और देश-विदेश से लाखों पर्यटक यहां घूमने आते हैं. कृष्‍ण की नगरी में वृंदावन में बनने जा रहा दुनिया का सबसे ऊंचा मंदिर और इसी के साथ यह दुनिया की सबसे ऊंची इमारत भी होगी. वृंदावन में बनने जा रहे इस मंदिर का नाम चंद्रोदय है, जोकि दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा और मुकेश अंबानी के एंटीलिया से भी ऊंचा बनाया जा रहा है.




बताया जा रहा है कि इस्कॉन संस्था द्वारा वृंदावन में बनाया जाने वाले इस 70 मंजिला चंद्रोदय मंदिर की ऊंचाई 210 मीटर होगी और य‍ह एक पिरामिड के आकार में बनाया जाएगा. इसे बनाने की तैयारियां 2006 से की जा रही थीं.




मंदिर की मजबूती का रखा जाएगा ध्‍यान

इस मंदिर की खास बात यह है कि इसकी केवल ऊंचाई ही नहीं बल्कि गहराई भी अधि‍क होगी, ताकि नींव भी उतनी ही मजबूत रहे. यह इमारत लगभग 55 मीटर गहरी होगी और इसका आधार 12 मीटर तक ऊंचा होगा, जबकि दुबई स्थि‍त दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा की गहराई मात्र 50 मीटर है. अत: चंद्रोदय मंदिर की गहराई बुर्ज खलीफा से भी 5 मीटर अधि‍क है.




भूकंपरोधी तकनी‍क का होगा इस्‍तेमाल

प्राकृतिक आपदा के लिहाज से भी इसे काफी मजबूत बनाया जा रहा है और 8 रिक्टर स्केल से अधिक तीव्रता का भूकंप भी इसे क्षति नहीं पहुंचा सकेगा. इसके अलावा इसमें प्रयोग किए जाने वाले कांच और अन्य सामान भी भूकंप रोधी होंगे. कुल 511 पिलर वाला यह मंदिर 9 लाख टन भार सहने की क्षमता वाला होगा और 170 किलोमीटर की तीव्रता के तूफान को भी झेलने में सक्षम होगा.









लिफ्ट की ये बात है खास

70 मंजिला इस इमारत के प्रारंभिक 3 तलों पर चैतन्य महाप्रभु और राधा, कृष्ण बलराम के मंदिर के अलावा अन्य तलों पर आगंतुकों के लिए गैलरी, टेलिस्कोप सुविधा और अन्य सुविधाएं होंगी जो आसपास के धर्मिक स्थलों से जुड़ने के लिए सहायक होंगी. इसमें लगाई जाने वाली लिफ्ट की तीव्रता 8 मीटर प्रति 2 सेकंड होगी, साथ ही इमारत के टेढ़ा होने पर भी यह सीधी ही चलेगी.




4डी से होंगे देवलोक के दर्शन

परंपरागत द्रविड़ और नगर शैली में बनाया जा रहा यह मंदिर, 200 सालों में अब तक का सबसे मॉडर्न मंदिर होगा, जिसमें 4डी तकनीक द्वारा देवलोक और देवलीलाओं के दर्शन भी किए जा सकेंगे. इतना ही नहीं, इस मंदिर के आसपास प्राकृतिक वनों का वातावरण तैयार किया जाएगा और यमुना जी का प्रतिरूप तैयार कर नौका विहार जैसी सुविधाएं भी होंगी. इसके अलावा इसमें श्रीकृष्ण के जीवन लीलाओं को जानने के लिए लाइब्रेरी तथा अन्य माध्यम भी होंगे.




2022 में पूरा होगा निर्माण

10 एकड़ में अंडरग्राउंड पार्किंग के अलावा सड़क निर्माण और अन्य सुविधाओं को मिलाकर इसके निर्माण में कुल 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस मंदिर का निर्माण 2022 तक पूरा होगा और भारत में दुनिया की सबसे ऊंची इमारत, वृंदावन स्थित चंद्रोदय मंदिर के रूप जानी जाएगी.

2014 में यूपी के मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मंदिर का शिलान्‍यास किया था और इस मौके पर हेमा मालिनी ने नींव पूजन किया था.

पाली अनोखे चमत्‍कार के लिए प्रसिद्ध है शीतला माता का मंदिर

अनोखे चमत्‍कार के लिए प्रसिद्ध है शीतला माता का मंदिर
शीतला माता मंदिर

भारतीय भूमि को चमत्‍कार और इतिहास की धरती माना जाता है. यहां पर भक्‍त और भगवान के बीच आस्‍था और विश्‍वास का अनूठा बंधन देखने को मिलता है. ऐसा ही एक चमत्‍कारी मंदिर राजस्थान के पाली जिले में है जहां पर हर साल, सैकड़ों साल पुराना इतिहास दोहराया जाता है. यहां पर शीतला माता के मंदिर में आधा फीट गहरा और इतना ही चौड़ा घड़ा स्थित है जिसे साल में दो बार श्रद्धालुओं के लिए खोला जाता है.




800 साल पुराना है इतिहास

इस घड़े का राज और चमत्‍कार सुन कर तो वैज्ञानिक भी हैरान है. करीब 800 साल से लगातार साल में केवल दो बार ये घड़ा सामने लाया जाता है. माना जाता है कि इस घड़े में कितना भी पानी भरा जाए लेकिन यह कभी पूरा नहीं भरता. अब तक इसमें 50 लाख लीटर से ज्यादा पानी भरा जा चुका है. एक मान्यता है यह भी है कि इसका पानी राक्षस पीता है, जिसके चलते ये पानी से कभी नहीं भर पाता है.




साल में दो बार हटता है पत्थर

ग्रामीणों के अनुसार करीब 800 साल से गांव में यह परंपरा चल रही है. घड़े से पत्थर साल में दो बार हटाया जाता है. पहला शीतला सप्तमी पर और दूसरा ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा पर. दोनों मौकों पर गांव की महिलाएं इसमें कलश भर-भरकर हजारों लीटर पानी डालती हैं, लेकिन घड़ा नहीं भरता है. फिर अंत में पुजारी प्रचलित मान्यता के तहत माता के चरणों से लगाकर दूध का भोग चढ़ाता हैं तो घड़ा पूरा भर जाता है. दूध का भोग लगाकर इसे बंद कर दिया जाता है. इन दोनों दिन गांव में मेला भी लगता है.




विज्ञान भी है हैरान

दिलचस्प है कि इस घड़े को लेकर वैज्ञानिक स्तर पर कई शोध हो चुके हैं, मगर भरने वाला पानी कहां जाता है, यह कोई पता नहीं लगा पाया है. मान्यता के अनुसार राक्षस इस घड़े का पानी पीता है.




चमत्‍कारी घड़े की क्‍या है कहानी

ऐसी मान्यता है कि आज से आठ सौ साल पूर्व बाबरा नाम का राक्षस था. इस राक्षस के आतंक से ग्रामीण परेशान थे. यह राक्षस ब्राह्मणों के घर में जब भी किसी की शादी होती तो दूल्हे को मार देता. तब ब्राह्मणों ने शीतला माता की तपस्या की. इसके बाद शीतला माता गांव के एक ब्राह्मण के सपने में आई. मां ने कहा कि जब उसकी बेटी की शादी होगी तब वह राक्षस को मार देगीं.

शादी के समय शीतला माता एक छोटी कन्या के रूप में मौजूद थी. वहां माता ने अपने घुटनों से राक्षस को दबोचकर उसका प्राणांत किया. इस दौरान राक्षस ने शीतला माता से वरदान मांगा कि गर्मी में उसे प्यास ज्यादा लगती है, इसलिए साल में दो बार उसे पानी पिलाना होगा. शीतला माता ने उसे यह वरदान दे दिया, तभी से यह पंरापरा चली आ रही है.

शनिवार, 18 मार्च 2017

10 लाख भारतीय मुस्लिमों ने तीन तलाक के खिलाफ पिटीशन पर किए दस्तखत

10 लाख भारतीय मुस्लिमों ने तीन तलाक के खिलाफ पिटीशन पर किए दस्तखत


नई दिल्ली. तीन तलाक के खिलाफ मुस्लिम महिलाएं एकजुट हो रही हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) ने तीन तलाक के खिलाफ एक अभियान चलाया है। दावा है कि इस प्रैक्टिस को खत्म करने के लिए करीब 10 लाख मुस्लिमों ने पिटीशन पर दस्तखत किए हैं। इनमें ज्यादातर महिलाएं हैं। धर्म से जोड़कर न देखा जाए...

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- न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एमआरएम की ओर से जो पिटीशन साइन करवाई जा रही है, उसमें कहा जा रहा है कि इसको धर्म से जोड़कर ना देखा जाए, क्योंकि यह एक सोशल प्रॉब्लम है।

- बता दें कि कई महिलाएं सुप्रीम कोर्ट में भी पिटीशन लगाकर तीन तलाक को खत्म करने की मांग कर चुकी हैं।

- केंद्र सरकार भी सुप्रीम कोर्ट से कह चुकी है कि यह कॉन्स्टिट्यूशन में औरत और आदमी को मिले बराबरी के हक के खिलाफ है।

- हालांकि, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने इस प्रैक्टिस का बचाव किया है। उसका कहना है कि किसी महिला की हत्या हो, इससे बेहतर है कि उसे तलाक दिया जाए।

- AIMPLB का कहना है, "धर्म में मिले हकों पर कानून की अदालत में सवाल नहीं उठाए जा सकते।"

मोदी ने भी किया था तीन तलाक का विरोध

- पिछले साल नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि वो तीन तलाक के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा था, "मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी को तीन तलाक से खत्म करने की इजाजत नहीं दी जा सकती।"

- उन्होंने अपोजिशन पर इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का आरोप भी लगाया था।

UP चुनाव में क्या हुआ

- बीजेपी ने ट्रिपल तलाक का मुद्दा उठाया। सपा, बसपा, कांग्रेस चुप रहे। यही चुप्पी मुस्लिम महिलाओं को बीजेपी के करीब ले गई। नतीजा यह रहा कि बीजेपी को 15% मुस्लिम महिलाओं ने वोट दिए। बीजेपी ने मुस्लिम बहुल 124 सीटों (20%+मुस्लिम) में से 99 सीट जीती।

- बता दें कि 20 करोड़ आबादी वाले उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों की तादाद 18.5% है।

चुनाव के दौरान मोदी के मंत्री ने यह कहा था

- यूनियन मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि UP चुनाव के बाद सरकार तीन तलाक पर बैन का फैसला ले सकती है।

- फरवरी में प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "सरकार उप्र चुनाव के बाद तीन तलाक पर पाबंदी लगाने का बड़ा कदम उठा सकती है।"

- "केंद्र सरकार इस सामाजिक बुराई को खत्म करने के लिए कमिटेड है। हम महिलाओं के लिए इंसाफ, बराबरी और गरिमा के 3 बिंदुओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में भी यह मामला उठाएंगे।"

- "इस मुद्दे का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन इससे महिलाओं की गरिमा और उनका सम्मान जरूर जुड़ा हुआ है।"

- "सरकार आस्था का सम्मान करती है, लेकिन इबादत और सामाजिक बुराई एक साथ नहीं रह सकती।"

SC ने कहा था बेहद गंभीर मामला

- 16 फरवरी को इस मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ''इश्यू बेहद गंभीर है। इससे छोड़ा नहीं जा सकता। कानूनी तौर पर विचार करने के लिए बड़ी बेंच की जरूरत होगी।''

- बेंच ने कहा कि पार्टियां अगली सुनवाई तक अपने इश्यूज लिखित में अटॉर्नी जनरल के पास जमा करा दें, जो 15 पेज से ज्यादा ना हों।

- कोर्ट ने कहा कि इन मामलों पर 11 मई से संविधान के तहत 5 जजों की कॉन्स्टिट्यूशन बेंच सुनवाई करेगी।

- सुनवाई के दौरान केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट को तलाक और निकाह हलाला जैसे मुद्दों पर सुनवाई के लिए अपने सवाल सौंपे थे। इनमें से 4 सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने अपनी मुहर लगा दी थी।

ये थे चार सवाल जिन पर SC ने मुहर लगाई

1.धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के तहत तीन तलाक, हलाला और बहु-विवाह की इजाजत संविधान के तहत दी जा सकती है या नहीं?

2. समानता का अधिकार, गरिमा के साथ जीने का अधिकार और धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार में प्राथमिकता किसे दी जाए?

3. पर्सनल लॉ को संविधान के आर्टिकल 13 के तहत कानून माना जाए या नहीं?

4.क्या तीन तलाक, निकाह हलाला और बहु-विवाह उन अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत सही है, जिस पर भारत ने भी साइन किए हैं?

शादी में डांस करते हुए पकड़ा चचेरी बहन का हाथ, दूल्हे ने दोनों को काट डाला

शादी में डांस करते हुए पकड़ा चचेरी बहन का हाथ, दूल्हे ने दोनों को काट डाला
two boys killed after dancing with sister in marriage

तरनतारन।पंजाब में शादी की पार्टी में नाचने के दौरान चचेरी बहन का हाथ पकड़ने पर दूल्हे ने अपने साथियों के साथ मिलकर दो युवकों का धारदार हथियार और लाठियों से कत्ल कर दिया। ये युवक दूल्हे की ही मौसी के लड़के थे। गांव में वहीं के रहने वाले मनप्रीत सिंह उर्फ बब्बू की शादी के बाद पार्टी चल रही थी। इसी दौरान डीजे पर पंजाबी गाना बज रहा था। रिश्तेदार भंगड़ा कर रहे थे। लोगों के खिलाफ कत्ल का केस दर्ज...

- बब्बू के चाचा की बेटी भी डांस कर रही थी। वहां पहुंचे बब्बू की मौसियों के बेटे बलविंदर सिंह और रणजोध सिंह भी भंगड़ा करने लगे।

- उन्होंने लड़की का हाथ पकड़ लिया। इससे गुस्साए बब्बू ने पार्टी के दौरान ही अपने साथी शरनदीप सिंह, गुरजंट सिंह, गुरप्रीत सिंह और शिंगारा सिंह के साथ मिलकर दोनों युवकों को लाठियों से पीटना शुरू कर दिया।

- इसके बाद धारदार हथियार भी मारे, जिससे दोनों की मौत हो गई। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी इंस्पेक्टर कमलमीत सिंह ने बताया कि इन लोगों के खिलाफ कत्ल का केस दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। दोनों लाशें पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दी गई हैं।

कास्टिंग काउच की शिकार एक्ट्रेस बोली- सेक्स से किया ना तो फिल्म से हटवा दिया

कास्टिंग काउच की शिकार एक्ट्रेस बोली- सेक्स से किया ना तो फिल्म से हटवा दिया

चेन्नई।साउथ की जानी-मानी एक्ट्रेस कस्तूरी ने तेलुगु के टॉप एक्टर पर कास्टिंग काउच का आरोप लगाया है। कस्तूरी के मुताबिक, उस एक्टर ने उन्हें अपने साथ सोने के लिए कहा था। हालांकि कस्तूरी ने उस एक्टर का नाम नहीं बताया बस इतना ही कहा कि वो अब एक नेता बन गए हैं। मुझे अपने साथ सोने को ऑफर दिया था…


Telugu Actress Kasthuri accuses popular Hero of casting couch



अपने बुरे एक्सपीरियंस को शेयर करते हुए कस्तूरी ने एक पॉपुलर अखबार को बताया कि इस एक्टर ने मुझे साथ सोने के लिए कहा था। वह इस वक्त तेलुगु के लीडिंग हीरो के साथ ही पॉलिटीशियन भी हैं। बता दें कि कास्टिंग काऊच साउथ फिल्म इंडस्ट्री का एक कड़वा सच है। जो समय-समय पर मीडिया में चर्चित होता रहता है।




सेक्स का ऑफर ठुकराया तो करवा दिया फिल्म से बाहर...

कस्तूरी ने बताया कि मुझे लगता है कि मैं उस एक्टर की बहुत इज्जत करती थी। मेरे मना करने पर उसका ईगो सामने आ गया। वह ना सुनने का आदी नही है। मैंने जिन फिल्मों में उसके साथ काम किया, सभी में उसने मुझे काफी परेशान किया। इतना ही नहीं, उसने मुझे दो फिल्मों से बाहर भी करवा दिया।

बाड़मेर जब दनदनाती थार एक्सप्रेस के सामने आ गई जीप

बाड़मेर जब दनदनाती थार एक्सप्रेस के सामने आ गई जीप
भारत-पाकिस्तान के बीच संचालित होने वाली थार एक्सप्रेस आज तड़के लोको पायलेट्स की सजगता के कारण हादसे का शिकार होने से बच गई। जोधपुर से देर रात रवाना हुई थार एक्सप्रेस दनदनाती हुई मुनाबाव की तरफ बढ़ रही थी कि कवास और उत्तरलाई के बीच एक लेवल क्रॉसिंग पर लोको पायलेट ने कुछ अवरोध देख आपात ब्रेक लगा दिए। इस क्रॉसिंग पर पटरियों के बीच एक जीप फंस हुई थी। लोको पायलेट्स ने दिखाई सजगता...


जानिये क्या हुआ जब दनदनाती थार एक्सप्रेस के सामने आ गई जीप

- भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस रात एक बजे जोधपुर के उपनगरीय रेलवे स्टेशन भगत की कोठी से रवाना हुई। यह रेल रास्ते में बगैर रुके सीधे भारत के अंतिम रेलवे स्टेशन मुनाबाव जाती है।

- जोधपुर से मुनाबाव के बीच कोई ठहराव नहीं होने के कारण 302 यात्रियों को लेकर थार एक्सप्रेस तेज गति के साथ आगे बढ़ रही थी। इस बीच कवास से थोड़ा अागे निकलने पर लोको पायलेट पूनमचंद और सहायक लोको पायलेट हीरालाल को पटरियों पर कुछ अवरोध नजर आया।

- लोको पायलेट ने तुरंत आपात ब्रेक लगा थार एक्सप्रेस की गति को कम करते हुए रोक दिया। थार एक्सप्रेस लेवल क्रॉसिंग पर पटरियों के बीच में खड़ी एक जीप के बिलकुल निकट जाकर ठहरी।

- यदि लोको पायलेट्स सजगता नहीं दिखाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। यह क्रॉसिंग पार करते समय पटरियों के बीच पहुंच जीप खराब हो गई और वहीं अटक गई। बाद में लोको पायलेट की मदद से जीप को धक्के लगा पटरियों से हटाया गया। करीब पंद्रह मिनट तक वहां ठहरने के पश्चात थार एक्सप्रेस मुनाबाव के लिए रवाना हो पाई।

Double Murder : पत्नी की हत्या व पति को अधमरा किया, अगवा की गई सास की मिली लाश

Double Murder : पत्नी की हत्या व पति को अधमरा किया, अगवा की गई सास की मिली लाश
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सादुलशहर (श्रीगंगानगर)।श्रीगंगानगर के सादुलशहर में कार से जा रहे एक परिवार पर बाइक सवार युवकों ने हमला कर दिया। हमले में महिला की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसका पति बुरी तरह घायल हो गया। हमलावर महिला की मां को अपने साथ ले गए जिसका शव सात किलोमीटर दूर मिला। जानिए क्या है रहस्यमयी मामला .....

- सादुलशहर के गांव नूरपुरा से एक परिवार शुक्रवार रात को सालासर जा रहा था।

- कार में जसवंत मेघवाल, उसकी पत्नी राजबाला (27), डेढ़ वर्षीय पुत्र रुद्र व सास अलीपुरा निवासी परमेश्वरी देवी (65) थे।

- रास्ते में गांव हथिया वाली के पास दो बाइक सवारों ने इनकी कार को रोका।

- ये लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही उनलोगों ने धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया।

- हमले में राजबाला व जसवंत बुरी तरह जख्मी हो गए। बदमाश परमेश्वरी देवी को अगवा कर ले गए।

- वहां से गुजरने वाले लोगों को इसका पता चला तो वे मदद को आए।

- उन्होंने जसवंत व उसकी पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया तथा पुलिस को सूचित किया।

- अस्पताल लाए जाने पर डाक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया।

जसवंत ने सास पर तो ससुराल वालों ने उस पर लगाया आरोप

- पुलिस ने घायल जसवंत से पूछताछ की तो उसने अपनी सास पर हमला कराने का आरोप लगाया।

- जसवंत ने कहा कि सास ने ही अपनी बेटी की हत्या कराई है।

- वहीं जसवंत की साली, जीजा व परिवार के अन्य लोग शनिवार को अस्पताल पहुंच गए।

- उन्होंने जसवंत पर ही उनकी बेटी की हत्या तथा सास को गायब कराने का आरोप लगाया।

ससुराल वालों ने जसवंत पर किया हमला

- साली व जीजा ने जसवंत की ड्रिप निकाल दी व उस पर हमला कर दिया।

- इस पर अस्पताल स्टाफ ने बीच-बचाव किया तथा पुलिस को बताया।

- पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जसवंत को गंगानगर अस्पताल में शिफ्ट करा दिया।

मामले में आया मोड़, सास का मिला शव

- इस मामल में नया मोड़ तब आया जब सास का शव शनिवार को घटनास्थल से सात किमी दूर गांव खैरुवाला के नजदीक रोही में पड़ा मिला।

- परमेश्वरी के पेट में बुरी तरह चाकू का घाव पाया गया है।

- इस पर पुलिस ने शक के आधार पर महिला के परिवारवालों से शव की शिनाख्त कराई तो इसकी पुष्टि हो गई।

प्रेमी के साथ मिलकर बहू ने की थी ससुर की हत्या, आधी जली मिली थी लाश

प्रेमी के साथ मिलकर बहू ने की थी ससुर की हत्या, आधी जली मिली थी लाश

To hide extra marital affairs woman killed her father in law
भीलवाड़ा। अवैध संबंधों में बाधा बन रहे ससुर को ऐसी मौत मिलेगी उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा। होली से ठीक पहले ससुर गंगाराम (60) के मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी। जब मारने वालों का चेहरा और वजह सामने आए तो सभी चौंक गए। क्या है मामला...




- धूलखेड़ा के पास मेजा बांध की नहर के नजदीक तीन दिन पहले गंगाराम गुर्जर की हत्या का राज मांडल थाना पुलिस ने खोल दिया है।

- यह हत्या किसी और ने नहीं बल्कि घर की बहू ने उसके प्रेमी के साथ मिलकर की।

- हत्या के आरोप में पुलिस ने मृतक की बहू और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है।

- आरोपी बहू कमली का पति और गंगाराम का बेटामांगीलाल गुर्जर इंदौर में काम करता है। वह 5-6 माह में एक बार गांव आता है।

- पति की गैरमौजूदगी में कमली किशनपुरा गांव के नारायण गुर्जर से मिली।

- वे बार-बार मिलने लगे और एक-दूसरे के इतने नजदीक आ गए कि दोनों में प्यार हो गया।

- इस दौरान करीब 2 साल तक दोनों के बीच हर तरह के संबंध बनते रहे।

- दोनों को गुपचुप तरीके से अक्सर मिलते रहे। वे इसी कोशिश में लगे रहते कि किसी को इसकी भनक तक नहीं लगे, लेकिन एक दिन ससुर गंगाराम ने उन्हें आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया।

- बस यहीं से शुरू हो गई दूसरी कहानी।

- दोनों अब इस बात से डर चुके थे कि गंगाराम एक न एक दिन दोनों के बीच चल रहे प्रेम प्रसंग का खुलासा कर ही देगा।

- अब गंगाराम भी सतर्क हो गया था। वह हर रोज बहू कमली पर नजर रखने लगा।

- यही बात कमली को नागवार गुजरने लगी और उसने अपने प्रेमी से मिलकर ससुर को ही रास्ते से हटाने की ठान ली।

हत्या कर शव का ये किया हाल




- हीराका खेड़ा गांव में मृत्युभोज में शामिल होने के बाद 10 मार्च को गंगाराम गांव के चौराहे पर खड़ा था।

- इसी दौरान वहां नारायण आया और अफीम दिलाने के बहाने उसे मांडल चौराहा लेकर आया।

- धूलखेड़ा के पास सुनसान जगह देखकर नारायण ने गंगाराम को धारदार हथियार से मौत के घाट उतार दिया।

- पहचान छिपाने के लिए चेहरा जला दिया। इसके बाद भी बदले की आग शांत नहीं हुई तो आरोपी ने मृतक के प्राइवेट पार्ट में डंडा डाल दिया।




ऐसी थी मृतक की हालत




- सूचना पर जब पुलिस पहुंची तो मृतक अर्धनग्न था। उसके शरीर के निचले हिस्से में कपड़ा नहीं था।

- पहचान छिपाने के लिए शव का मुंह जला दिया गया था। उसके पास कुछ ऐसे दस्तावेज मिले जिससे उसकी पहचान हो सकी थी।

- पुलिस ने जब पड़ताल शुरु की और पड़ोसियों से पूछताछ की तो शक की सुई बहू कमली की ओर घूम गई।

- फिर क्या था कमली से पूछताछ के बाद पूरी घटना का खुलासा हो गया।