रविवार, 6 मार्च 2016

नई दिल्ली।PAK ने बताया गुजरात में घुसे 10 फिदायीन, महाशिवरात्रि पर भारत को दहलाने की प्लानिंग



नई दिल्ली।PAK ने बताया गुजरात में घुसे 10 फिदायीन, महाशिवरात्रि पर भारत को दहलाने की प्लानिंग


पाकिस्तान की ओर से दी गई खुफिया जानकारी के मुताबिक भारत में करीब 10 आतंकी गुजरात के रास्ते घुसपैठ कर सकते हैं। यह जानकारी पाकिस्तान के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) नासिर खान जंजुआ ने अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल को दी है। जानकारी के मुताबिक यह आतंकी महाशिवरात्रि को पर्व पर धार्मिक स्थलों को निशाना बना सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाक एनएसए ने बताया कि भारत में घु्से आतंकी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन है। पाकिस्तान की ओर से मिले अलर्ट के बाद गुजरात के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही NSG की एक टीम गुजरात भेजी गई है। बता दें कि ऐसा पहली बार है जब पाकिस्तान की ओर से इस तरह की स्पष्ट जानकारी दी गई हो।

पाक से भारत आए 8 से 10 आतंकी

आईबी ने इनपुट में कहा है कि पाकिस्तान से बोट में आए आठ से 10 आतंकवादी गुजरात में घुस गए हैं। ये कभी भी वारदात कर सकते हैं। इसके बाद शनिवार को गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके तनेजा ने पुलिस-आईबी अफसरों के साथ आपात बैठक की। गुजरात पुलिस को चौकन्ना रहने के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि शुक्रवार को एक वेस्टर्न बॉर्डर के लास्ट प्वाइंट कोटेश्वर के पास एक लावारिस बोट मिली है। हालांकि, इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।

पठानकोट में भी हाई अलर्ट

वहीं दूसरी ओर पठानकोट में शनिवार को वेस्टर्न आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह ने कहा कि महाशिवरात्रि के दौरान आतंकी हमले के इनपुट्स मिले हैं। जो इनपुट्स मिल रहे हैं, वे काफी हैरान करने वाले हैं। सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। आतंकी एक ऐसे हमलों की साजिश कर रहे हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा नुकसान हो सके।

बॉर्डर पर मिली थी 30 मीटर लंबी सुरंग

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के आरएसपुरा सेक्टर में बीएसएफ ने पाकिस्तान से आने वाली 30 मीटर लंबी सुरंग का पता लगाया था। बीएसएफ के इन्सपेक्टर जनरल आरके. शर्मा के मुताबिक, सुरंग जमीन के करीब 10 फीट नीचे की तरफ खोदी गई थी। इस सुरंग का पता चलना इसलिए खास हो जाता है क्योंकि जल्द ही अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 2012 से अब तक 4 सुरंगों का पता लगाया जा चुका है।

बाड़मेर पति का दूसरी महिला से अफेयर, दहेज के लिए करता है प्रताड़ित



बाड़मेर पति का दूसरी महिला से अफेयर, दहेज के लिए करता है प्रताड़ित


महिला थाने में पति, जेठ के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज
बाड़मेर महिला थानातंर्गत एक विवाहिता ने पति का दूसरी महिला से अफेयर का आरोप लगाते हुए दहेज के लिए प्रताड़ित करने का मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस ने बताया कि पूजा पत्नी मनीष छाजेड़ निवासी शास्त्री नगर जोधपुर हाल जटियों का पुराना वास बाड़मेर ने मामला दर्ज करवाया कि उसके पति का किसी दूसरी महिला के साथ अफेयर चल रहा है। पति मनीष, जेठ जसराज उसे दहेज के लिए आए दिन प्रताड़ित कर रहे हैं। कई बार उसके साथ मारपीट की गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

बाड़मेर यहां 15 पंचायतों में 23 घोटाले, सिर्फ एक सस्पेंड

 बाड़मेर यहां 15 पंचायतों में 23 घोटाले, सिर्फ एक सस्पेंड 
  


 बाड़मेर महात्मा गांधी नरेगा योजना में भ्रष्टाचार का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश के 28 जिलों में बीते पांच साल में विकास कार्यों में फर्जीवाड़े के 233 प्रकरण हुए है। सरपंचों ने अफसर कर्मचारियों से सांठ-गांठ कर करीब 20 करोड़ रुपए हड़प लिये। 
मनरेगा में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार के मामले बीकानेर ें 33 और बाड़मेर में 23 मामले सामने आए है। जिला परिषदों ने गबन के प्रकरण सामने आने पर संबंधित पंचायत के ग्रामसेवक, सरपंच के खिलाफ पुलिस थानों में मामले दर्ज करवाते हुए वसूली के आदेश दे दिए, लेकिन पांच साल बाद भी पूरी वसूली नहीं हो पाई है। वहीं कर्मचारियों के खिलाफ 16 17 सीसीए कार्रवाई की रस्म अदायगी गई। 


सिणधरी चौसीरा में 4, तालसर, गागरिया, कमठाई में 2-2 गबन के मामले दर्ज 
बाड़मेर| जिलेकी 15 ग्राम पंचायतों में वर्ष 2010 से 2015 तक मनरेगा योजना में फर्जीवाड़े के 23 प्रकरण सामने आए। जिला परिषद के माध्यम से विभिन्न टीमों से करवाई गई जांच में सरपंच, जेटीओ, ग्राम सेवक, रोजगार सहायक मेट दोषी पाए गए। 
सिलसिलेवार जांच रिपोर्ट में अनियमितताओं की पुष्टि होने पर दोषी साबित हुए जनप्रतिनिधि कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस थानों में प्रकरण दर्ज किए गए। इस प्रकरण में एकमात्र झणकली ग्राम सेवक कैलाशदान को सस्पेंड किया गया और दो जेटीओ की सेवाएं समाप्त की गई। सिणधरी चौसीरा में गबन के चार मामले सामने आने के बावजूद ग्राम सेवक को 17 सीसीए नोटिस देकर इतिश्री की गई। अन्य पंचायतों में दोषी पाए गए कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई। 
कहांकितने प्रकरण दर्ज : सिणधरीचौसीरा में 4, तालसर, गागरिया, कमठाई में दो-दो, मीठे का तला, समदड़ी स्टेशन, बालोतरा, सिणधरी, कोनरा, झणकली, नवातला, बावड़ी कला, केलनोर, कोजा, गंगाल में एक-एक प्रकरण दर्ज है। 
दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई 
^मनरेगायोजना में अनियमितताएं बरतने के मामले की जांच में दोषी पाए गए अफसर जनप्रतिनिधियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इनके खिलाफ पुलिस थानों में प्रकरण दर्ज करवाने के साथ वसूली के आदेश दिए हैं। -सुरेन्द्रगोयल, पंचायतीराज ग्रामीण विकास मंत्री 
5 जिलों में 5 साल में एक भी मामला नहीं 
28जिलों में मनरेगा में अनियमितताएं के कई मामले सामने आए है। वहीं अजमेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, दौसा, सवाईमाधोपुर में पांच साल में मनरेगा योजना विकास कार्यों में भ्रष्टाचार संबंधी एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ। इसके अलावा धौलपुर, जैसलमेर, जालोर, झुंझनू, पाली,प्रतापगढ़ और टोंक जिलाें में एक-एक प्रकरण दर्ज किया गया। 
पांच साल में पचास फीसदी वसूली 
जिलापरिषदों ने जांच में दोषी पाए गए सरपंच कर्मचारियों से गबन की राशि वसूली आदेश जारी किए। 28 जिलों में दर्ज 233 मामलों में करीब 20 करोड़ की वसूली प्रस्तावित है। अब तक महज 10 करोड़ रुपए ही दोषी कर्मचारी सरपंचों ने जमा करवाए है। शेष 10 करोड़ रुपए की वसूली बकाया है। विभाग के बारमबार नोटिस जारी करने के बावजूद आरोपी सरकारी राशि जमा नहीं करवा रहे हैं। 
रिपोर्ट : 233 प्रकरणों में ग्रामसेवक दोषी, अब तक 4 ग्राम सेवक ही सस्पेंड 
28जिलों में मनरेगा योजना से स्वीकृत कार्यों में अनियमितताओं की जांच करवाई गई। कमेटियों की जांच रिपोर्ट में फर्जीवाड़े का खुलासा किया गया। जिसमें सरपंच, ग्रामसेवक,जेटीओ, रोजगार सहायक,मेट दोषी पाए गए। इनके खिलाफ जिला परिषदों ने पुलिस थानों में प्रकरण दर्ज करवाने के साथ वसूली के आदेश दिए। अब तक सिर्फ 5 ग्राम सेवकों को सस्पेंड किया गया। शेष को 16 17 सीसीए के नोटिस जारी किए।
 
5 साल में 28 जिलों में 20 करोड़ रुपए के गबन, वसूली सिर्फ आधी
 
यहां 15 पंचायतों में 23 घोटाले, सिर्फ एक सस्पेंड 
यूं समझिए पांच साल में मनरेगा में हुए घपलों की हकीकत... 
मनरेगा में भ्रष्टाचार | प्रदेश में सबसे ज्यादा 33 प्रकरण बीकानेर में, दूसरे स्थान पर बाड़मेर, गबन के 23 मामले 
 कागजों में बेरियां बना हड़पा करोड़ों का भुगतान | चौहटनके तालसर गांव में वर्ष 2010-11 में सरपंच ग्राम सेवक ने मिलकर मनरेगा से स्वीकृत बेरियाें का निर्माण करवाए बिना ही करोड़ों का भुगतान उठा लिया। इसी साल रिश्तेदारों के खेतों में बेरियां निर्माण का खुलासा। जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाए गए। इस प्रकरण में ग्राम सेवक सरपंच के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया। 
 
गागरिया में दो बार घपले, दो जेटीओ हटाए | गागरियामें वर्ष 2009-10 में ग्रेवल सड़क, टांका निर्माण के अधूरे कार्यों को कागजों में पूरा बताकर भुगतान उठाया लिया। जांच में सरपंच, जेटीओ, ग्रामसेवक, रोजगार सहायक दोषी पाए गए। जेटीओ की सेवाएं समाप्त की गई और ग्राम सेवक को 17 सीसीए का नोटिस दिया। वर्ष 2013-14 में भी मनरेगा में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया। जांच में जेटीओ, ग्रामसेवक रोजगार सहायक दोषी साबित हुए। 

दो साल में पूरी नहीं हुई तीन पंचायतों की जांच | मनरेगायोजना के तहत ग्राम पंचायत केलनोर, कोजा गंगाला में वर्ष 2014-15 में स्वीकृत कार्यों में अनियमितताएं सामने आई। जिला परिषद के माध्यम से अलग-अलग अधिकारियों को जांच के आदेश दिए। इसके बावजूद अब तक अफसरों ने जांच रिपोर्ट ही तैयार नहीं की है। एडीपीसी की और से भेजी गई रिपोर्ट में जांच प्रक्रियाधीन होने का उल्लेख है। 
सिणधरी चौसीरा में चार घोटाले, ग्राम सेवक को सिर्फ 17 सीसीए नोटिस | ग्रामपंचायत सिणधरी चौसीरा में वर्ष 2009-10 में बिना टास्क पुस्तिका के करोड़ों का भुगतान उठाने, मस्टररोल में फर्जी नाम दर्ज करने, 2008 में स्वीकृत टांकों की राशि हड़पने समेत चार अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए गए। जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई। इसके आधार पर सरपंच हिम्मताराम सैन, ग्राम सेवक हीरालाल जोगल के खिलाफ सिणधरी थाने में मामले दर्ज करवाए। ग्राम सेवक को 17 सीसीए के तहत नोटिस थमाया। वसूली के आदेश के बावजूद दोषी कर्मचारी सरपंच ने पचास फीसदी राशि भी जमा नहीं करवाई। 
मनरेगा योजना में ऑन डिमांड बजट उपलब्ध होने का जनप्रतिनिधियों कर्मचारियों ने जमकर फायदा उठाया। इस योजना के तहत राज्य में वर्ष 2010 से 2015 तक स्वीकृत कार्यों में हेराफेरी कर करोड़ों रुपए का गबन किया गया। 
सरकार कारिंदों ने नियम-कायदों को ताक पर रखकर आनन-फानन में धरातल पर काम किए बिना कागजों में पूरे दर्शाते हुए भुगतान उठा लिया। बीकानेर जिले में बीते पांच साल में मनरेगा योजना के कार्यों में अनियमितताएं बरतने के 33 प्रकरण दर्ज किए गए। दूसरे नंबर पर बाड़मेर जिले में गबन के 23 मामले सामने आए है। इसी तरह झालावाड़ में 15, नागौर 14, सिरोही 12, चुरू 11, डूंगरपुर 10, सीकर-कोटा 9-9 और अन्य जिलों में 1 से 8 प्रकरण दर्ज है। 
जांच रिपोर्ट में सरपंच, ग्राम सेवक, रोजगार सहायक दोषी पाए गए। इनके खिलाफ पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज करने के साथ विभागी कार्यवाही के तहत 16 17 सीसीए के तहत नोटिस जारी हुए। 
{2010 से 2015 तक मनरेगा योजना में अनियमितताओं की जांच रिपोर्ट तैयार
{सरपंच, ग्रामसेवक, जेटीओ और रोजगार सहायक दोषी पाए गए 

जोधपुर रिश्वत में अस्मत मांगने वाले एएसआई ने कराया पीड़िता के खिलाफ मामला दर्ज



जोधपुर रिश्वत में अस्मत मांगने वाले एएसआई ने कराया पीड़िता के खिलाफ मामला दर्ज


जोधपुर . महिलाथाने में दहेज प्रताड़ना के मामले सुसराल पक्ष के खिलाफ कार्यवाही को लेकर रिश्वत में अस्मत मांगने वाले सस्पेंड एएसआई ने अब पीड़िता के खिलाफ मारपीट राजकार्य बाधा का मामला दर्ज कराया है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस आरोपी एएसआई के खिलाफ पीड़िता के साथ छेड़छाड़ के मामले जांच कर रही है। रातानाडा थाना पुलिस ने बताया कि महिला थाना (पूर्व) के पूर्व एएसआई ओमाराम पुत्र नारायण राम ने रिपोर्ट दी कि 22 फरवरी को वह ड्यूटी में बाइक पर एयरफोर्स में केंद्रीय विद्यालय के पास गया था। जहां एक महिला उसकी पुत्री ने उसके साथ अभद्र व्यवहार कर मारपीट की, सरकारी दस्तावेज फाड़ दिए और उसकी बाइक की चाबी छीनकर राजकार्य में बाधा उत्पन्न की।

पीड़िताके आरोप पर हुआ था सस्पेंड : रातानाडाथाना क्षेत्र के एयरफोर्स क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने कुछ समय पूर्व महिला थाना (पूर्व) मे अपने सुसराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करवाया था। मामले में सुसराल पक्ष के खिलाफ कार्यवाही को लेकर पूर्व एएसआई ओमाराम ने पहले तो शिकायत करने वाली युवती और उसके बाद उसकी मां पर संबंध बनाने के लिए दबाव बनाया। आरोपी एएसआई के रिश्वत में अस्मत मांगने से मां-बेटी परेशान हो गई थी। इसके बाद ओमाराम पीड़िता के घर के बाहर आया तो उन्होंने उसके साथ मारपीट कर पुलिस में शिकायत की थी। जिस पर एएसआई ओमाराम को सस्पेंड कर छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था।

रोज सुबह केला और गर्म पानी पीने के फायदे जान दंग रह जाएगे आप

रोज सुबह केला और गर्म पानी पीने के फायदे जान दंग रह जाएगे आप


हम अपनी हेल्थ को लेकर कितना जागरुक रहते है। और इसमें मोटापा की बात हो तो हम तो बिल्कुल सतर्क हो जाते है। हर चीज को लेकर डाइटिंग शुरु कर देते है। कि ये नहीं खाना। वो खाना है।


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सावधान! कहीं आपके हाथों और तलवों से तो नहीं आता ज्यादा पसीना

कुछ लोग तो ऐसे होते है कि फैशन के चलते वजन कम करने के लिए आधा पेट ही खाना खाते है। जिससे कि उनका वजन न बढ़े। इसके लिए हम एक्सरसाइज और मोटापा कम करने वाली दवाओं का भी इस्तेमाल करते है। जिससे कि हमारा वजन कंट्रोल हो जाए। लोकिन आप जानते है कि केला खाकर आप अपना वजन कम कर सकते है। जीं हां।




कई लोग की धारणा होती है कि केले खाने से मोटापा बढता हैं, लेकिन हम आपको एक ऐसा उपाय बता रहे है। जिसका इस्तेमाल कर आप स्लिम बॉडी पा सकते है। जी हां आप चौक गए न कि यह कैसे संभव हो सकता है तो हम आपको बता दे कि केला और गर्म पानी का सेवन करने से आप मोटापा से निजात पा सकते है।







रोज सुबह केले और एक कप गर्म पानी पीकर आप अपना वजन ही कम नहीं कर सकते है बल्कि अपनी बॉडी को मनचाहे आकार में शेप भी दे सकते है।




माना जाता है केले में पाया जाने वाला स्टार्ट और कार्बोहाइड्रेट आपके वजन को बढ़ा सकता है, लेकिन अगर इसके साथ गर्म पानी का सेवन किया जाए तो आप वजन कम करते है। इसका सेवन करने से आपका पेट भी भरा रहेगा साथ ही आपकी एनर्जी का स्तर भी बढ जाएगा।केला न केवल आपके मेटबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि आपके पाचन तंत्र को बेहतर कर पाचन क्रिया को सुधारने में भी मदद करता है। दूसरा केला एक प्रकार के स्टार्च से भरपूर होता है, जिसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा बेहद कम होती है। साथ ही इसमें मौजूद फाइबर आपको कब्ज की समस्या से निजात दिलाने में फायदेमंद साबित होता है और आपको संतुष्टि देने के साथ ही कार्बोहाइड्रेट के अतिरिक्‍त अवशोषण को रोकने में मदद करता है।




केले के साथ गर्म पानी लेने से पाचन दुरुस्त होता है। गर्म पानी एक प्राकृतिक शक्तिवर्धक है। यह शरीर को हाइड्रेट कर ऑक्‍सीजन के स्‍तर को बढ़ाता है। केला खाने के बाद आपको तरोताजा और अलग सा महसूस होता है। केले के साथ गर्म पानी का गिलास पीने से आप अतिरिक्त कैलोरी और अतिरिक्त शुगर के बिना भरपूर एनर्जी और सेहत पा सकते हैं।

हवा महल से जुड़ी दिलचस्प बातें जिन्हें जानना चाहेंगे आप



नई दिल्ली: भारत विविधताओं भरा देश है जहां अजूबों और आश्चर्यों की कमी नहीं है। देश के लगभग हर राज्य में ऐसी ही खूबियां पाई जाती हैं। राजपूताना विरासत के अपने में समेटे राजस्थान भी इससे अछूता नहीं है। राजस्थान को भारत की आन और राजपूतों की शान माना जाता हैं। इसी राज्य में गुलाबी शहर के बीचों बीच बना हवा महल अपनी सुंदरता और अनोखी डिजाइन के कारण सबको आकर्षित करता है।






यह क्या आप जानते है कि इस हवामहल में ऐसा क्या है जो आज भी लोगों और वैज्ञानिकों के लिए रहस्य बना हुआ है। हवा महल को वास्तुकारों ने लाल चंद ने डिजाइन किया था। यह महल राधा और कृष्ण को समर्पित है। लेकिन क्या इस बारें में जानते है कि यह इस इमारत में ऐसा क्या है जो एक शोध का विषय बना हुआ है। जिसके बारें में आज तक कोई भी ठीक से नही बता पाया है। जानिए ऐसा क्या खास है इस महल में।







हवामहल के नाम में छुपा एक मतलब

हवामहल का मतलब है कि हवाओं की एक जगह। यानी कि यह एक ऐसी अनोखी जगह है, जो पूरी तरह से ठंडा रहता है। हवामहल को साल 1799 में महाराज सवाई प्रताप सिंह ने बनवाया था। इस पांच मंजिला इमारत को बहुत ही अनोखे ढंग से बनाया गया है।




यह ऊपर से तो केवल डेढ़ फुट चौड़ी है और बाहर से देखने में किसी मधुमक्खी के छत्ते के समान दिखती है। इस हवामहल में 953 छोटी खिड़कियां हैं जिससे ठंडी और ताजी हवा आती रहती है। जिसके कारण यह जगह बिल्कुल ठंडी रहती है।




अगली स्लाइड में जाने और खासियतों के बारें में




हवामहल को डिजाइन करने वाला कौन था




राजस्थान का मौजूद पिक सिटी जे अपने ही इमारतों और धरोहरों के लिए फेमस हैं। इन्ही में से एक है हवा महल। जो अपनी खूबसूरती और खासियत के कारण दुनिया में मशहूर है। लेकिन क्या आप जानते है इस अनोखे महल को किसने डिजाइन किया है। तो हम आपको बता दें कि इस अनोखे और खूबसूरत महल को लाल चंद्र उस्ताद ने किया था।




हवामहल की डिजाइन के पीछें क्या है खास



जब महाराज सवाई प्रताप सिंह इस हवामहल को बनवाने का मन हुआ तो उन्होनें वास्तुकार लाल चंद्र उस्ताद को बुलाया और उन्होनें इस महल की डिजाइन इस तरह बनाई जो कभी सोची भी नही जा सकती थी। इसकी डिजाइन हिंदू धर्म के भगवान श्री कृष्ण के राजमुकुट जैसी बनी थी। ऐसा बाहर से देखने में लगता है।




हवामहल में ऊपर की मंजिल में जाने के लिए कोई सीढ़ी नहीं-

आपको यह जान कर अचंभा होगा कि पांच मंजिला बनी इस इमारत को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसमें ऊपर की मंजिल में जाने के लिए एक भी सीढ़ियां नहीं बनी हुई है। अगर आपको सबसे ऊपर की मंजिल में जाना है तो सिर्फ रैंप बने हुए हैं।




हवामहल को बनाने के पीछे क्या कारण था?

हवा महल को देखकर हमारे मन में एक सवाल जरुर आता है कि आखिर इसे किस मकसद के लिए बनवाया, तो हम आपको बता दें कि इसके पीछें क्या कारण था। इस महल को राजपूत की रानियां और राजकुमारियां इन झरोखों में बैठकर विशेष मौकों पर निकलने वाले जुलूस व शहर आदि को देख सकें। राजपूत के समय में यह नही था कि उनके महल की कोई स्त्री घर से बाहर निकले। जिसके कारण यह बनवाया गया।




यह है दुनिया की सबसे बड़ी बिना नीव की इमारत




आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यह इमारत बिना किसी नीव की बनी हुई है। जो अपने आप पर एक अजूबा है। यह दुनिया की सबसे बड़ी बिना नीव की इमारत मानी जाती हैं।

हवामहल में पांच मंजिला होने के कारण यह 87 डिग्री कोण में बना हुआ है। जो एक आश्चर्य हैं।




वामहल है राजपूत और मुगल कला का बेजोड़ नमूना-




हवामहल सबसे ज्यादा अपनी संस्कृति और इसकी डिजाइन के कारण फेमस है। हवामहल राजपूत और मुगलकला का बेजोड़ नमूना है। इस महल में आपको राजपूत का नमूना यहां कि गुंबददार छत, कमल, और फूलों में मिल जाएगा। वही मुगल का नमूना आपको मेहराव और यहां पर की गई बारीक नक्काशी में में मिल जाएगा।




हवामहल में की गई डिजाइन है मधुमक्खी के छत्तें की तरह-









आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि इस महल में 953 खिड़कियां है जिन्हें झरोखा कहा गया है। जो भीषण गर्मी पडने पर भी ठंडा रहता है। जैसे कि किसी एयर कंडीशनर कमरें में बैठे हो। इसकी डिजाइन इस तरह बनाई गई है जैसे कि मधुमक्खी का कोई छत्ता बना हो।

विश्व का इकलौता मंदिर, जहां पर स्त्री रूप में होती है हनुमान की पूजा



नई दिल्ली: दुनिया में हनुमान के जहां कईं मंदिर हैं वहीं भारत में हनुमान के आपको कईं रूपों वाले मंदिर देखने को मिल जाएंगे जिसमें हनुमान के सिर के बल खड़ी मूर्ती और हनुमान की लेटी हुई मूर्ती हैं। लेकिन इ्न सब के अलावा हनुमान की एक ऐसी मूर्ती भी है जिसमें हनुमान किसी पुरूष रूप में ना होकर स्त्री रूप में हैं। हनुमान का यह मंदिर सबसे अलग है। आज हम हनुमान के जिस मंदिर के बारे में आपको बता रहे हैं वह मंदिर छत्तीलगढ़ के रतनपुर गांव में स्थित है। यह संसार का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां हनुमान की नारी रूप में मूर्ती है। हनुमान की यह मूर्ती 10 साल पुरानी है। ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त श्रद्धा भाव से इस हनुमान प्रतिमा के दर्शन करते हैं, उनकी सभी मनोकामना पूरी होती है।
विश्व का इकलौता मंदिर, जहां पर स्त्री रूप में होती है हनुमान की पूजा


हनुमान के नारी रूप में मूर्ती के होने के पीछे एक कता प्रचलित है ऐसा माना जाता है कि प्राचीन काल में रतनपुर के एक राजा थे जिनका नाम पृथ्वी देवजू था। राजा हनुमान जी के भक्त थे। राजा को एक बार कुष्ट रोग हो गया। इससे राजा जीवन से निराश हो चुके थे। एक रात हनुमान जी राजा के सपने में आए और मंदिर बनवाने के लिए कहा। मंदिर निर्माण का काम जब पूरा हो गया तब हनुमान जी फिर से राज के सपने में आए और अपनी प्रतिमा को महामाया कुण्ड से निकालकर मंदिर में स्थापित करने का आदेश दिया।जब राजा ने महामाया कुंड में भगवान हनुमान की प्रतिमा देखी तो वह नारी रूप में थी। राजा ने भगवान के आदेश के अनुसार भगवान हनुमान की उसी नारी रूपी प्रतिमा की स्थापना कर दी। इस मूर्ती के दोनो कंधों पर राम और लक्ष्मण बैठे हुए हैं, और हनुमान के पैरों के नीचे दो राक्षस हैं। ऐसा माना जाता है कि हनुमान की कृपा से राजा ठीक हो गए थे। राजा ने लोगों की इच्छाओं को पूरी करने की प्रार्थना की थी जिसे हनुमान जी आजतक पूरी कर रहे हैं।

मुंबई।ठाणे हत्याकांड: 14 लोगों की हत्या करने वाले हसनेन पर था 68 लाख का कर्जा



मुंबई।ठाणे हत्याकांड: 14 लोगों की हत्या करने वाले हसनेन पर था 68 लाख का कर्जा


मुंबई से सटे ठाणे इलाके के कसारवडवली में 28 फरवरी को परिवार के 14 लोगों का सामूहिक हत्याकांड मामले में दिन पर दिन चौकाने वाली बात सामने आ रही है। अब इस मामले में सभी की हत्याकर खुद फांसी पर झूलने वाले हसनेन वरेयकर पर करीब 68 लाख रुपए का कर्ज था।

उधार लिए गए पैसे उसने शेयर मार्केट में लगाए थे। पुलिस को उसके डीमैट अकाउंट की जानकारी भी मिली है। साथ ही इसने अपनी मौसी, बहनोई और नाना से भी लाखों रुपए का कर्ज ले रखा था। वैसे पुलिस इस पहलू को भी खंगाल रही है कि कहीं शेयर बाजार में घाटे से परेशान होकर तो हसनेन ने यह भयानक कदम नहीं उठाया।

किसी लड़की से था अफेयर

पुलिस को पता चला है कि हसनेन ने अपनी दो मौसियों से 35 लाख रुपये कर्ज ले रखा था। इसके अलावा अपने नाना से भी उसने 10 लाख रुपये कर्ज लिया था। अपने बहनोई से भी उसने 7 लाख रुपये उधार लिए थे। इसके अलावा तीन अलग-अलग कंपनियों से सोना गिरवी रखकर भी उसने कर्ज लिया था। हसनेन पर कुल मिलाकर 68 लाख रुपये का कर्ज था।


कर्ज के चलते हत्या और आत्महत्या की वजह ठोक इसलिए नहीं लग रही है, क्योंकि उस पर तुरंत पैसे वापस करने के लिए किसी ने दबाव नहीं डाला था। पोस्टमार्टम रिपार्ट से साफ है कि जिन 14 लोगों को हसनेन ने मारा, उनकी जान गला कटने के चलते हुई। इसके अलावा हसनेन ने खुद आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को यह भी पता चला है कि शादी से पहले हसनेन के किसी लड़की से प्रेम संबंध भी थे।

लाखों रुपए लिया था कर्ज

उसने ठाणे के माजीवाड़ा इलाके में ही किराए पर एक फ्लैट भी लिया था। फ्लैट किराए पर लेने की वजह समझ से परे है, क्योंकि उसका घर काफी बड़ा था। इसके अलावा पुलिस को यह भी पता चला है कि सहन के पिता ढोंगी बाबा से जुड़े एक मामले में आरोपी थे, जिसकी जांच मुंबई पुलिस कर रही है।


सुराग की तलाश में पुलिस ने हसनेन का मोबाइल भी खंगाला, लेकिन उसमें भी कोई संदेहास्पद चीज नहीं मिली। संयुक्त पुलिस आयुक्त आशुतोष डुंबरे ने बताया कि फिलहाल किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची है, मामले की छानबीन जारी है।

शनिवार, 5 मार्च 2016

नई दिल्ली।अब्दुल करीम टुंडा सभी आरोपों से बरी



नई दिल्ली।अब्दुल करीम टुंडा सभी आरोपों से बरी


दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 90 के दशक में देश के कई स्थानों पर हुए बम धमाकों से संबंधित लश्कर-ए-तैयबा के बम विशेषज्ञ अब्दुल करीम टुंडा को सभी आरोपों से बरी कर दिया।

उन पर बम धमाकों से संबंधित होने के आरोप थे। अदालत के समक्ष चार मामलों में अब्दुल करीम टुंडा के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए गए थे। जिसके मुताबिक उसके कब्जे से उस वक्त विस्फोटक भी बरामद हुआ था। दिल्ली पुलिस ने टुंडा को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया था और चार मामलों में आरोपी बनाया था। इसके बाद, शनिवार को कोर्ट ने टुंडा को चौथे और आखिरी मामले में सभी आरोपों से बरी कर दिया।

सभी आरोपों से बरी

कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि 73 साल के टुंडा को सबूतों के अभाव में आरोपों से बरी किया जा रहा है और प्रथम दृष्ट्या यह साबित नहीं होता कि टुंडा का धमाकों में कोई हाथ था। टुंडा पर यह भी आरोप है कि वह लश्कर का टॉप बम एक्सपर्ट है।

सवर्ण सामाजिक संगठनो से वार्ता रही बेनतीजा, विधानसभा पर प्रदर्शन का नही टला फैसला

सवर्ण सामाजिक संगठनो से वार्ता रही बेनतीजा, विधानसभा पर प्रदर्शन का नही टला फैसला
जयपुर गुजरात आैर राजस्थान में हुए आरक्षण आंदोलन के बाद अब राजस्थान में भी सवर्ण तबके ने आर्थिक आधार पर 14 फीसदी आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर आंदोलन का एेलान कर दिया है।

9 मार्च को सवर्ण आरक्षण संघर्ष समिति की आहवान पर विधानसभा के घेराव का कार्यक्रम तय किया गया है। उधर राज्य सरकार इस आंदोलन को टालना चाहती है। सुलह का रास्ता निकालने के लिए शनिवार को सरकार आैर आरक्षण संघर्ष समिति के बीच हुर्इ बातचीत बेनजीता रही।

बातचीत के बाद सवर्ण समाज के नेताआे ने सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है।

राजस्थान विधानसभा ने पिछले दिनो आर्थिक रूप से पिछडे राजपूत,ब्राहमण,वैश्य सहित सवर्ण जातियो के लिए भी 14 फीसदी आरक्षण देने का विधेयक सर्वसम्मति से पारित किया। लेकिन अब आरक्षण के लागू नही किये जाने नाराज सवर्ण जातिया अब लामबंद होने लगी है।

आरक्षण की मांग को लेकर सवर्ण आरक्षण संघर्ष समिति ने 9 मार्च को विधानसभा के घेराव आैर प्रदर्शन की घोषणा की है। इस आंदोलन को टालने के लिए शनिवार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने सवर्ण समाज के नेताआे से लंबी बातचीत की। लेकिन बातचीत बेनजीजा रही।

बातचीत में राजपूत सभा के अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाडा, सर्व ब्राह्मण महासभा के सुरेश मिश्रा, करनी सेना के सुखदेव सिंह गोगामेड़ी वैश्य महासभा के अरुण अग्रवाल,राजस्थान ब्राहम्ण महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष एसडी शर्मा सहित विभिन्न समाजो के प्रतिनिधि शामिल रहे।

बैठक के बाद वार्ता में शामिल सामाजिक नेताआे ने कहा कि उन्होने सरकार को छह सूत्रीय मांगपत्र दिया है। उस पर 24 घंटे में विचार नही हुआ तो आंदोलन आैर तेज किया जाएगा।

उधर बातचीत में शामिल सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरूण चतुर्वेदी ने कहा कि बातचीत काफी सौहाद्वपूर्ण माहौल में हुर्इ हैं समिति ने कुछ प्रस्ताव रखे है। जिस पर मुख्यमंत्री सहित सरकार में उच्च स्तरीय विचार विमर्श के बाद बातचीत का अगला दौर जल्द शुरू किया जाएगा।

जैसलमेर समाचार डायरी। जैसलमेर जिले से आज की खबरे

जैसलमेर समाचार डायरी। जैसलमेर जिले से आज की खबरे 
ग्रामपंचायत बोहा में खुब जमी रात्रि चैपाल
जिला कलक्टर शर्मा ने सुने अभाव-अभियोग,पानी आपूर्ति होगी सुचारु, विद्युत ट्रांसफोर्मर गांव से बाहर लगेगा

जैसलमेर 05 मार्च/जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने शुक्रवार करे ग्रामपंचायत बोहा के अटल सेवा केन्द्र में आयोजित रात्रि चैपाल के दौरान ग्रामीणों की समस्याओं से संबंधित परिवेदनाएँ सुनी एवं प्रार्थना-पत्र प्राप्त किये। उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को इसके निस्तारण के निर्देष दिए। रात्रि चैपाल में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नारायणसिंह चारण , सरपंच श्रीमती सुवाकंवर के साथ ही अधिकारीगण व ग्रामीणजन उपस्थित थे।

हर घर में बनेगा शौचालय

जिला कलक्टर शर्मा ने स्वच्छ भारत अभियान में सभी की सहभागिता की बात कही एवं कहा कि अब तक जिन घरों में शौचालय नहीं बने वे भी शीघ्र ही अपने जीवन की आवष्यकता मानते हुए घरों में शौचालय का निर्माण करावें एवं इसका नियमित उपयोग कों। उन्होंने बोहा पंचायत को भी ओडीएफ बनाने पर जोर दिया।

विद्युत ट्रांसफोर्मर षिफ्ट होगा

रात्रि चैपाल के दौरान सरपंच श्रीमती सुवाकंवर ,समाजसेवी किषनसिंह बोहा ने जिला कलक्टर के समक्ष बोहा में पानी की समस्या एवं गांव के बीचो-बीच स्थित विद्युत ट्रंासफोर्मर को गांव से बाहर षिफ्ट करने के संबंध में प्रार्थना-पत्र पेष किया। इस संबंध में जिला कलक्टर ने अधीक्षण अभियंता विद्युत एस.एल.सुखाड़िया को निर्देष दिये कि वे इसकी आवष्यक जांच करके विद्युत ट्रांसफोर्मर को गांव के बाहर स्थापित करवा दें। उन्होंने कोजाराम के विद्युत मीटर खराब के कारण बिजली का अधिक बिल आने की मांग पर विद्युत मीटर बदलने के निर्देष दिये।

जिला कलक्टर ने अधिषाषी अभियंता जलदाय कुमुद माथुर को बोहा में देवा से हो रही जलापूर्ति की जांच कर तत्काल ही पेयजल आपूर्ति सुचारु कराने एवं नई जीएलआर का प्रस्ताव लेकर उसकी स्वीकृति कराने के निर्देष दिए।

मनरेगा में कार्य स्वीकृत करें

रात्रि चैपाल में ग्रामीणों ने बताया कि उनके यहां लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मनरेगा में ओर कार्य स्वीकृत कराने के संबंध में प्रार्थना-पत्र दिया। जिला कलक्टर ने विकास अधिकारी लादूराम विष्नोई को निर्देष दिए कि वे शीघ्र ही नाडी एवं माॅडल तालाब खुदाई का कार्य स्वीकृत कर लोगों को रोजगार पर लगाए।

सरपंच श्रीमती सुवाकंवर , समाजसेवी गेमरसिंह ने बोहा फांटा से बोहा गांव तक सडऋक जो क्षतिग्रस्त हैं उसकी आवष्यक मरम्मत शीघ्र कराने की बात कही। इस संबंध में अधिषाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग हरीष माथुर ने बताया कि इस सड़क को नोन पेचेवल में लिया गया हैं स्वीकृति आते ही डामरीकरण का कार्य करवा दिया जाएगा।

सरपंच ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में अतिरिक्त कक्षा कक्ष का निर्माण कराने , हिम्मतसिंह ने 2-3 एलएसएम में मोगो को सही कराने , षिवदानसिंह ने आवास की दूसरी किष्त दिलाने , बरकतखां जो मानसिक रोगी ने सहायता दिलाने के संबंध में प्रार्थना पत्र पेष किया। बोहा में एएनएम के रिक्त पद पर एएनएम लगाने की ग्रामीणों ने बात कही।

जिला कलक्टर ने गरीब बरकतखां को बीपीएल सूची में शामिल कराने के लिए अपील की कार्यवाही कराने के निर्देष दिये। वहीं यह भी कहा कि वास्तव में जो गरीब है एवं खाद्य सुरक्षा सूचर में वंचित रह गये हैं ऐसे लोगों की उपखण्ड अधिकारी के समक्ष बीपीएल में नाम जोड़ने की अपील कराने के निर्देष दिए।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण ने सभी लोगों को भामाषाह , आधार का पंजीयन कराने एवं बैंकों में खाते खुलवाने की सलाह दी ताकि योजना का लाभ सीधे ही उनके खातों में जमा हो।

लाभदायी योजनाओं की दी गई जानकारी

रात्रि चैपाल में सहायक निदेषक समाज कल्याण विभाग हिम्मतसिंह कविया ने पालनहार ,विधवा पुत्री विवाह योजना , सहायक निदेषक सांख्यिकी विभाग डाॅ. बी.एल मीणा ने भामाषाह और आधार पंजीयन , जिला रसद अधिकारी औंकारसिंह कविया ने खाद्य सुरक्षा योजना , लीड बैंक अधिकारी आर.के. भंवरायत ने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना ,अटल पेंषन योजना के साथ ही अन्य अधिकारियों ने अपने -अपने विभागों की योजनाओं की जानकारी प्रदान की। रात्रि चैपाल में तहसीलदार धर्मराज गुर्जर , विकास अधिकारी लादूराम विष्नोई , जिला षिक्षाधिकारी माध्यमिक हरिप्रकाष डिण्डोर ,प्राथमिक प्रतापसिंह कस्वा , अधीक्षण अभियंता विद्युत एस.एल.सुखाड़िया के साथ ही अच्छी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।

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स्वच्छ भारत अभियान  अधिकारियों -कर्मचारियों ने गड़सीसर आगोर में किया श्रमदान व की सफाई

जिला कलक्टर व नगरपरिषद सभापति ने हाथों से की सफाई

जैसलमेर ,5 मार्च। स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ,सभापति नगरपरिषद श्रीमती कविता खत्री के नेतृत्व में शनिवार को प्रात पुष्करणा बेरा की तरफ गड़सीसर आगोर में अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा श्रमदान किया जाकर सफाई की गई वहीं झाड़ियों की कटाई और पोलीथीन कचरे का संग्रहण किया जाकर उसको बाहर डाला गया।

जिला कलक्टर शर्मा , सभापति श्रीमती खत्री , अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा , मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नारायणसिंह चारण , उपवन संरक्षक डाॅ. ख्याति माथुर ने अपने हाथों से श्रमदान करके इस स्वच्छ अभियान में सफाई की। जिला कलक्टर शर्मा ने आयुक्त नगरपरिषद को निर्देष दिये कि वे पुष्करणा गेरा रोड़ से गड़सीसर के अंदर से जो कच्चा रास्ता जा रहा है उसकी रोकथाम के लिए पत्थर के पीलर लगावें ताकि यहां से वाहनों का आवागमन नहीं हो। उन्होंने यह भी निर्देष दिये कि आगोर में जो मलबा डालते हैं उनकर जांच करके उनको पाबंद करावें और रात्रि में गष्त की व्यवस्था भी करावें।

सफाई अभियान के अन्तर्गत तहसीलदार धर्मराज गुर्जर ,सहायक निदेषक हिम्मतसिंह कविया ,सहायक निदेषक डाॅ. बी.एल. मीणा ,खेल अधिकारी लक्ष्मणसिंह तंवर एवं बाॅस्केटबाॅल अकादमी के युवा खिलाड़ी छात्रों , अधीक्षण अभियंता भागीरथ विष्नोई , आयुक्त नगरपरिषद इन्द्रसिंह राठौड़ के साथ ही अन्य विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने लगभग दो-तीन घंण्टे श्रमदान कर स्वच्छ भारत अभियान के सहयोगी बने एवं सफाई की।

सफाई अभियान के तहत नगरपरिषद के जेसीबी ,आरएसएमएम की जेसीबी मषीनों द्वारा आगोर में पड़े मलबे-कचरे को एक जगह एकत्रित किया गया जिसको ट्रेक्टरों के माध्यम से डम्पिंग स्थल पर डाला जाएगा। जेसीबी द्वारा झाड़ियों की कटाई की गई। जल संरक्षण के इस आगोर में सफाई होने से वर्षात के समय आने वाला पानी तेज गति से पवित्र गड़सीसर सरोवर में आएगा।

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जिला कलक्टर शर्मा के निर्देषानुसार अवैध खनन रोकथाम के तहत शनिवार को

अमरसागर ,मूलसागर तथा बड़ाबाग क्षेत्र में खानों की गठित कमेटी द्वारा की गई

सघन चैकिंग - पांच टन बजरी भरा ट्रेक्टर मय ट्रोली जब्त


जैसलमेर ,5 मार्च। जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा के निर्देषानुसार कार्यालय खनि. अभियंता खान एवं भू- विज्ञान विभाग जैसलमेर द्वारा अवैध खनन/निर्गमन के रोकथाम के लिए गठित की गई कमेटी के माध्यम से शनिवार को जिले के अमरसागर ,मूलसागर और बड़ाबाग क्षैत्र में अवैध खनन निर्गमन के संबंध में की गई आवष्यक कार्यवाही तथा चैंकिग की गई।

खान विभाग के सहायक खनि. अभियंता उत्तमसिंह राठौड़ ने इस संबंध में यह जानकारी देते हुए बताया कि चैकिंग के दौरान ट्रेक्टर संख्या आर.जे.07 आर.ए.5071 चैसिस नम्बर 480782 मय ट्रोली जिसमें लगभग 5 टन बजरी भरी हुई वक्त निरीक्षण पायी गई थी। उन्होंने इस बाबत सघन जांच करने तथा चालक से आवष्यक पूछताछ करने पर उसके पास बजरी का कोई वैद्य रवान्ना/बिल इत्यादि उसके पास नहीं पाये जाने पर ट्रेक्टर-ट्रोली मय अवैध खनिज बजरी को जब्त सरकार कर पुलिस थाना कोतवाली जैसलमेर को सुपुर्द किया गया।

विक्षिप्त महिला को बनाया था हवस का शिकार, दस साल कठोर कैद

विक्षिप्त महिला को बनाया था हवस का शिकार, दस साल कठोर कैद

कोटा. रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र में करीब दो साल पहले एक मानसिक विक्षिप्त महिला से दुष्कर्म करने के आरोपित को अदालत ने शनिवार को दस साल कठोर कैद की सजा से दंडित किया है।
एक व्यक्ति ने 12 जुलाई 2014 को रेलवे कॉलोनी थाने में रिपोर्ट दी थी। इसमें कहा था कि उसकी 28 वर्षीय पुत्री मानसिक विक्षिप्त है। उसकी शादी हो चुकी है, लेकिन पिछले 6-7 साल से वह पीहर में रह रही है।

जब वह गर्भवती हुई तो पूछताछ में उसने बताया कि वह रंगपुर निवासी अपनी बुआ के यहां गई थी तो पड़ोसी राजकुमार केवट उसे अपने घर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था।

महिला उत्पीड़न क्रम एक न्यायालय के न्यायाधीश दीपचंद जोशी ने आरोपित राजकुमार केवट को दुष्कर्म का दोषी पाए जाने पर दस साल कठोर कैद व 500 रुपए जुर्माने से दंडित किया है।

लूणकरनसर (बीकानेर) कुल्हाड़ी के वार से पत्नी की हत्या

 लूणकरनसर (बीकानेर) कुल्हाड़ी के वार से पत्नी की हत्या
लूणकरनसर (बीकानेर) लूणकरनसर (बीकानेर). तहसील के नाथवाणा गांव के चक 258 आरडी में शुक्रवार रात एक युवक ने कुल्हाड़ी से वार करे अपनी पत्नी की हत्या कर दी।

पुलिस के अनुसार शनिवार सुबह करीब पौने ग्यारह बजे सूचना मिली की चक 258 आरडी में खेत की ढाणी में नाथवाणा निवासी मघाराम जाट ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी।

सूचना के बाद वृत्ताधिकारी बनवारीलाल मीणा व थानाधिकारी मजीद खान मय जाब्ते मौके पर पहुंचे तथा घटनास्थल का जायजा लिया।

वृत्ताधिकारी मीणा ने बताया कि आरोपित मघाराम जाट ने ढाणी के पिछवाड़े में पत्नी गायत्री (22) की कुल्हाड़ी से सिर व कनपटी में तीन वार किए।

वारदात शुक्रवार देर रात की बताई जा रही है तथा हत्या के बाद से आरोपित फरार हो गया। पुलिस ने शव का लूणकरनसर सीएचसी में पोस्टमार्टम करवाकर पीहर पक्ष के परिजनों को सुपुर्द कर दिया।

तीन के खिलाफ दहेज हत्या का मामला

पुलिस ने रोझां गांव निवासी मृतका के पिता रामलाल जाट की रिपोर्ट पर मृतका के पति मघाराम, सास गोमती व देवर कानाराम के खिलाफ दहेज की मांग को लेकर हत्या का मामला दर्ज करवाया है।

जांच अधिकारी वृत्ताधिकारी मीणा ने बताया कि हत्या के मामले में अभी तक कारणों को खुलासा नहीं हो पाया है।

जोधपुर टोल नाके पर हमले का आरोपी हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार



जोधपुर टोल नाके पर हमले का आरोपी हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार

किरमसरिया खुर्द टोल नाके पर जानलेवा हमला व लूटपाट के मामले में वांछित हिस्ट्रीशीटर को मथानिया थाना पुलिस ने शनिवार को पावटा शिप हाउस क्षेत्र से पकड़ लिया। वह राजपासा के तहत जेल में बंद हार्डकोर संतोष बेनीवाल के गिरोह से जुड़ा हुआ है।

थानाधिकारी भंवर सिंह के अनुसार प्रकरण में चौपासनी चारणान निवासी हिस्ट्रीशीटर अभिषेक उर्फ भम्मु (27) पुत्र धन सिंह चारण वांछित है। दोपहर में उसके पावटा शिप हाउस के पास स्थित एक छात्रावास में छुपे होने की सूचना मिली। तब मथानिया थानाधिकारी भंवरसिंह व महामंदिर थानाधिकारी भवानी सिंह ने दोपहर में वहां दबिश दी।

तलाशी लेने पर वहां मिले अभिषेक उर्फ भम्मु को पकड़ लिया गया। थाने लाकर पूछताछ करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। नववर्ष से टोल नाकों के संचालन का ठेका बदल दिया गया था। इनके संचालन में भागीदारी को लेकर कुछ युवकों ने गत 31 दिसम्बर की मध्यरात्रि किरमसरिया खुर्द टोल नाके पर जानलेवा हमला कर दिया गया था।

बसों में तोड़-फोड़ का भी वांछित

पुलिस का कहना है कि आरोपी अभिषेक के खिलाफ विभिन्न थानों में करीब दस मामले दर्ज हैं। वह मथानिया थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसने कुछ युवकों के साथ मिलकर गत 29 नवम्बर को दिनदहाड़े टोल नाके पर निजी बस पर हमला कर सभी कांच फोड़ डाले थे। रात्रि में पावटा बीजेएस स्थित बस संचालक के घर हमला बोल दिया था। इस संबंध में मथानिया व महामंदिर थाने में मामले दर्ज हैं।

विक्षिप्त महिला को बनाया था हवस का शिकार, दस साल कठोर कैद

विक्षिप्त महिला को बनाया था हवस का शिकार, दस साल कठोर कैद


कोटा. रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र में करीब दो साल पहले एक मानसिक विक्षिप्त महिला से दुष्कर्म करने के आरोपित को अदालत ने शनिवार को दस साल कठोर कैद की सजा से दंडित किया है।

एक व्यक्ति ने 12 जुलाई 2014 को रेलवे कॉलोनी थाने में रिपोर्ट दी थी। इसमें कहा था कि उसकी 28 वर्षीय पुत्री मानसिक विक्षिप्त है। उसकी शादी हो चुकी है, लेकिन पिछले 6-7 साल से वह पीहर में रह रही है।

जब वह गर्भवती हुई तो पूछताछ में उसने बताया कि वह रंगपुर निवासी अपनी बुआ के यहां गई थी तो पड़ोसी राजकुमार केवट उसे अपने घर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया था।

महिला उत्पीड़न क्रम एक न्यायालय के न्यायाधीश दीपचंद जोशी ने आरोपित राजकुमार केवट को दुष्कर्म का दोषी पाए जाने पर दस साल कठोर कैद व 500 रुपए जुर्माने से दंडित किया है।