रविवार, 8 नवंबर 2015

जैसलमेर रोजगार षिविर का आयोजन गुरुवार 19 को

जैसलमेर रोजगार षिविर का आयोजन गुरुवार 19 को 

जैसलमेर 8 नवम्बर। जिला रोजगार कार्यालय जैसलमेर द्वारा रोजगार षिविर का आयोजन दिनांक 19.11.15 गुरूवार को स्थानीय ग्रामीण हाट रामगढ रोड जैसलमेर में आयोजित किया जा रहा है।

उक्त जानकारी देते हुए जिला रोजगार अधिकारी भवानी प्रताप चारण ने बताया कि इस रोजगार सहायता षिविर व कौषल रोजगार एवं उद्यमिता षिविर का आयोजन जिला रोजगार कार्यालय, जिला उद्योग केन्द्र,आई0टी0आई0, राजस्थान आजीविका विकास निगम (आर0एस0एल0डी0सी0)े एवं नेहरू युवा केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।

इस षिविर में बेरोजगार युवाओ को प्लसमेन्ट एजेन्सी के माध्यम से रोजगार दिलाये जाने के साथ ही विभिन्न विभागो द्वारा युवाओ को विभाग की कल्याणकारी योजनाओ की जानकारी प्रदान की जायेगी। चारण ने बताया कि इस हेतु सिक्युरिटी गार्ड की राष्ट्रीय कम्पनियो को आमंत्रित किया गया है जो कि षिविर स्थल पर ही साक्षात्कार लेकर युवाओ का प्रारंम्भिक चयन करेगी।

इसी षिविर के साथ नेहरू युवा केन्द्र द्वारा जिला युवा महोत्सव का आयोजन किया जायेगा जिसमें युवाओ के लोक गीत,लोक नृत्य,एवं लोक विद्या के सांस्कृतिक धरोहरो के बहुआयामी चेहरे को रेखाकित किया जायेगा साथ ही नई राज्य युवा नीति के मसौदे के लिये युवाओ से सुझाव आमंत्रित किये जायेगे।

चारण ने बताया कि श्रम विभाग द्वारा इस षिविर स्थल पर कमठे पर कार्य करने वाले व नरेगा पर कार्य करने वाले निर्माण श्रमिको का पंजीयन किया जायेगा तथा बेरोजगार युवाओ को को विभिन्न व्यवसायो में आर0एस0एल0डी0सी0 के माध्यम से कौषल विकास में प्रषिक्षण की जानकारी व पंजीयन कर चयन किया जायेगा।ताकि ये युवा अपने हाथ में हुनर लेकर अपनी आजीविका चला सके।

जिला रोजगार अधिकारी ने बेरोजगार युवाओ से आह्वान किया कि वे मेले में अपने शैक्षणिक योूग्यता के प्रमाण पत्र व आवष्यक दस्तावेज मय तीन फोटोग्राफ लेकर षिविर स्थल पर दिनांक 19 नवम्बर को प्रातः10 बजे उपस्थित होवे।

बाड़मेर, प्रत्येक विद्यालय को मिलेगी पांच हजार की स्वच्छता अनुदान राषि



बाड़मेर, प्रत्येक विद्यालय को मिलेगी पांच हजार की स्वच्छता अनुदान राषि
बाड़मेर, 08 नवंबर। ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में बदहाल नजर आने वाले शौचालयांे की तस्वीर अब बदलेगी। शौचालयांे की साफ-सफाई एवं रखरखाव के लिए प्रत्येक स्कूल को अब पांच हजार रुपए का विद्यालय स्वच्छता अनुदान राशि मिलेंगी। इसके लिए विद्यालय वार्षिक अनुदान ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने जारी किया है। इस राशि का उपयोग शौचालय पर करना होगा। ताकि शौचालय साफ-सुथरा नजर आए। स्कूल प्रशासन को शौचालय पूरे शैक्षणिक सत्र में नियमित साफ-सफाई के प्रति ध्यान रखना होगा।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल.नेहरा ने बताया कि विद्यालय स्वच्छता अनुदान की राशि से वर्तमान में जिले में स्थित कोई भी राजकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय वंचित नहीं रहेगा। साथ ही जिले ग्रामीण क्षेत्र में नवीन खुले विद्यालयों में भी यह राशि जारी की जाएगी। उन्हांेने बताया कि शिक्षा विभाग के अधिकारी जब निरीक्षण में जाएंगे तो सम्बंधित अधिकारियों को विद्यालय निरीक्षण पंजिका में स्वच्छता अनुदान के उपयोग, शौचालय, मूत्रालय, पेयजल व्यवस्था तथा हाथ धुलाई व्यवस्था की स्थिति अंकित करनी होगी। साथ ही यदि किसी स्कूल इन सुविधाओं को अभाव पाया गया, स्वच्छता अनुदान की राशि प्राप्त नहीं हुई या फिर स्वच्छता अनुदान की प्राप्ति राशि का उपयोग नहीं किया तो ऐसी स्थिति में अवलोकनकर्ता मौके पर कार्रवाई करनी होगी। वहीं समस्याओं का निराकरण कर विद्यालयों में सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए फोलोअप करना होगा।

बाड़मेर जिले को 226.30 लाख की राषि जारीः स्कूली शिक्षा के शासन सचिव की ओर से बाड़मेर जिले के ग्रामीण क्षेत्र के सभी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयांे के लिए 226.30 लाख राशि जारी की गई है। इसी तरह सिरोही जिले को 34.60 लाख , अजमेर को 64.70 लाख, अलवर को 108.65 लाख, बांसवाड़ा को 117.85 लाख, बारां को 48.70, बाड़मेर को 226.30, भरतपुर को 61.30, भीलवाड़ा को 116.05, बीकानेर को 82.60, बूंदी को 51.25, चितोड़गढ़ को 73.25, चुरु को 47.15, दौसा को 60.05, धौलपुर को 43.75, डूंगरपुर को 99.05, गंगानगर को 76.60, हनुमानगढ़ को 38.35, जयपुर को 137.40, जैसलमेर को 55.65, जालोर को 81, झालावाड़ को 71, झुंझनूं को 56.75, जोधुपर को 148.75, करौली को 54.05, कोटा को 37.85, नागौर को 125.90, पाली को 65.50, प्रतापगढ़ को 59.85, राजसमंद को 72.20, सवाई माधोपुर को 39.15, सीकर को 72.40, टोंक को 59 एवं उदयपुर जिले को 165.35 लाख रुपए जारी किए गए है।

बाड़मेर,जिला स्तरीय जन सुनवाई एवं सतर्कता समिति की बैठक सोमवार को



बाड़मेर,जिला स्तरीय जन सुनवाई एवं सतर्कता समिति की बैठक सोमवार को 


बाड़मेर, 08 नवंबर। आम जन की परिवेदनाओं की सुनवाई एवं समस्याओं के समाधान के लिए जिला स्तरीय जन सुनवाई तथा जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की बैठक का आयोजन सोमवार को प्रातः 10 बजे से कलक्ट्रेट स्थित अटल सेवा केन्द्र में किया जाएगा।

जिला कलक्टर सुधीर कुमार शर्मा ने बताया कि मुख्य सचिव के निर्देशों की पालना में जिला स्तरीय जन सुनवाई के साथ ही जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की बैठक भी आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय जन सुनवाई में जिला स्तरीय अधिकारी भाग लेंगे एवं संभव होने पर मौके पर ही प्राप्त होने वाली परिवेदनाओं एवं समस्याओं का निस्तारण सुनिश्चित करेंगे। साथ ही जिला जन अभाव अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति की बैठक में समिति के समक्ष विचाराधीन प्रकरणों पर चर्चा की जाएगी। मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम.एल. नेहरा ने बताया कि कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए है।

बाड़मेर एक दिवलो मायड़ भाषा रे नाम कार्यक्रम सोमवार शाम को मायड़ भाषा प्रेमी डीप जलाएंगे मान्यता की कामना के साथ

बाड़मेर एक दिवलो मायड़ भाषा रे नाम कार्यक्रम सोमवार शाम को

मायड़ भाषा प्रेमी डीप जलाएंगे मान्यता की कामना के साथ

बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघरशा समिति बाड़मेर द्वारा हर साल की भांति दिवाली के पावन पर्व पर एक दिवलो मायड़ भाषा रे नाम कार्यक्रम सोमवार को आयोजित करेगा ,प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता मिलने तक दिवाली पर्व पर मायड़ भाषा प्रेमी मान्यता की कामना को लेकर दीपक जलाएंगे ,उन्होंने बताया सोमवार को गांधी चौक में शाम पांच बजे कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा जिसमरे समिति के समस्त पदाधिकारी और सदस्य भाग लेंगे .

जयपुर।युवती के साथ रेप,चार महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज



जयपुर।युवती के साथ रेप,चार महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज


जयपुर के जवाहर सर्किल थाना इलाके में एक युवती को घर से बाजार जाने के दौरान अगवा कर बलात्कार करने का मामला सामने आया है। इस्तगासे से दर्ज मामले में चार महिलाओं को आरोपी बनाया गया है।

पुलिस के अनुसार मनोहर पुरा कच्ची बस्ती निवासी 18 युवती घर से बाजार जा रही थी। इसी दौरान ऑटो में सवार होकर अनिता, मलाइका,शाफिया और आफरीन आई। वे उसे किसी बहाने से अपने साथ बिठाकर ले गए। कुछ दूरी आगे चलते उनका जानकार वसीम नाम का शख्स मिला।



वह भी उनके साथ हो गया। वहां पर आरोपी ने उसके साथ रेप किया। इसके बाद उसे बदहवास हालत में छोड़ दिया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

बिहार में हैट्रिक लगाने को तैयार नीतीश: रुझानों में महागठबंधन को बहुमत, BJP वाले गुलाल झाड़ लौटे!

बिहार में हैट्रिक लगाने को तैयार नीतीश: रुझानों में महागठबंधन को बहुमत, BJP वाले गुलाल झाड़ लौटे!


बिहार चुनाव के नतीजों के शुरुआती रुझान से बीजेपी समर्थकों में जबरदस्त खुशी का माहौल देखा जा रहा था, जो अब ठंडा पड़ता नजर आ रहा है। बीजेपी दफ्तर में बज रहे ढोल-नगाड़ों का शोर थम गया है। वहीं महागठबंधन खेमें में बढ़त के साथ जबरदस्त खुशी का माहौल है। रुझानों में महागठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलता हुआ दिखा रहा है। 11 बजे महागठबंधन ने 138 सीटों पर बढ़त बना ली।

हालांकि शुरुआती रुझानों में एनडीए आगे रही थी, लेकिन वोटों की गिनती जैसे ही पहले दौर से आगे बढ़ी, महागठबंधन भी सत्ता की दौड़ में आगे निकल गया। महागठबंधन को मिल रही बढ़त को देखते हुए नीतीश का तीसरी बार मुख्यमंत्री बनना तय लग रहा है।

मिठाई और पटाखों के दिए गए थे ऑर्डर

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पांच चरणों में हुए मतदान के बाद रविवार को जारी मतगणना के शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बढ़त के बाद पार्टी में जश्न का माहौल है। पार्टी ने 100 किलोग्राम लड्डू और पटाखों के ऑर्डर दिए हैं। पार्टी ने मिठाइयों और पटाखों के आर्डर पहले नहीं दिए थे, लेकिन शुरुआती रुझान में पार्टी की बढ़त के बाद यह ऑर्डर दिया गया।

बीजेपी का दावा

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत का दावा किया है। एक निजी टीवी चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि रविशंकर प्रसाद ने राजग की जीत का दावा करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बिहार विधानसभा का चुनाव जीतेगी, क्योंकि लोग राज्य में बदलाव चाहते हैं। हम निर्णायक बहुमत से जीतेंगे। बिहार के लोगों को बदलाव की जरूरत है।'

पिछड़ा एनडीए

राज्य विधानसभा के लिए पांच चरणों में हुए मतदान के बाद रविवार को जारी मतणना के शुरुआती रुझानों में राजग को बढ़त मिलते दिखाया गया था, हालांकि बाद में यह जनता दल (युनाइटेड) के नेतृत्व वाले महागठबंधन से पिछड़ता नजर आया।

जयपुर।जयपुर: स्पा सेंटर पर जिस्मफरोशी, 10 थाईलैंड युवतियां पकड़ी



जयपुर।जयपुर: स्पा सेंटर पर जिस्मफरोशी, 10 थाईलैंड युवतियां पकड़ी 

शहर के सबसे चर्चित और प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनीपार्क क्षेत्र के एक मॉल में एक साल से स्पा सेंटर के नाम पर जिस्मफरोशी का खेल चलता रहा और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। शनिवार को सदर पुलिस ने मॉल की पहली मंजिल पर चल रहे दो स्पा सेंटर पर कार्रवाई की। दोनों सेंटरों से एक-एक कर 10 विदेशी युवतियां बाहर निकलीं। इन युवतियों के साथ ही आठ युवकों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया और देर शाम भारी पुलिस बल की मौजूदगी में इनको बनीपार्क थाने में भेजा। जहां इनसे पूछताछ की जा रही है।



कार्रवाई एसीपी सदर नीरज पाठक और एसीपी झोटवाड़ा जगमोहन शर्मा की अगुवाई में द थाई हार्मोनी और क्रिस्टल स्पा सेंटर में हुई। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) करन शर्मा ने बताया कि मॉल के स्पा सेंटर में अनैतिक गतिविधियों की शिकायत पर एक थानाधिकारी के जरिए इसकी तस्दीक कराई गई। पुष्टि पर दो टीमें बनाकर एक साथ कार्रवाई की गई।



स्पा संचालक शशांक मौके पर नहीं था। पुलिस ने यहां से थाईलैंड मूल की चार युवतियां, मैनेजर संगरूर (पंजाब) निवासी संदीप सिंह, कर्मचारी मंगलसिंह व गुरमीत को गिरफ्तार किया। मुरलीपुरा के श्रीराम जांगिड़ को भी आपत्तिजनक स्थिति में पाए जाने पर गिरफ्तार किया। वहीं, क्रिस्टल स्पा सेंटर से थाईलैंड मूल की छह युवतियां, वीरेंद्र वैद्य, समीर खत्री, अक्षत जैन को पकड़ा।







मसाज के नाम पर एंट्री
पूछताछ में पता चला कि इन सेंटर पर ग्राहक को रिसेप्शन पर केवल स्पा और मसाज की रेट बताई जाती थी। भीतर अनैतिक कार्य के लिए युवतियों से बातचीत में 5000 से 10 हजार में सौदा तय होता था। ग्राहक से वसूली गई रकम संबंधित युवती लेती थी, लेकिन यह राशि सेंटर संचालक के पास पहुंचती थी।







बिजनेस वीजा पर आईं
पुलिस के अनुसार पकड़ी गई सभी 10 युवतियां थाईलैंड की हैं। क्रिस्टल स्पा सेंटर से पकड़ी गई युवतियां पहले इसी मॉल पर स्थित थाई हार्मोनी में कार्यरत थीं। इनके नौकरी छोडऩे पर थाई हार्मोनी में चार नई युवतियां नौकरी पर रखी गईं। लेकिन, इनके पास वर्र्किंग के बजाय बिजनेस श्रेणी का वीजा मिला। पासपोर्ट और वीजा श्रेणी में गड़बड़ी करने पर विदेश मंत्रालय और थाईलैंड के दूतावास में जांच रिपोर्ट भेजी जाएगी।

कहानी शृंग ऋषि और भगवान राम की बहन "शांता" की


कहानी शृंग ऋषि और भगवान राम की बहन "शांता" की
श्रीराम के माता-पिता, भाइयों के बारे में तो प्रायः सभी जानते हैं लेकिन बहुत कम लोगों को यह मालूम है कि राम की एक बहन भी थीं जिनका नाम शांता था। वे आयु में चारों भाइयों से काफी बड़ी थीं। उनकी माता कौशल्या थीं। उनका विवाह कालांतर में शृंग ऋषि से हुआ था। आज हम आपको शृंग ऋषि और देवी शांता की सम्पूर्ण कहानी बताएँगे।


शृंग ऋषि राजा दशरथ और कौशल्या की पुत्री थी शांता
ऐसी मान्यता है कि एक बार अंगदेश के राजा रोमपद और उनकी रानी वर्षिणी अयोध्या आए। उनके कोई संतान नहीं थी। बातचीत के दौरान राजा दशरथ को जब यह बात मालूम हुई तो उन्होंने कहा, मैं मेरी बेटी शांता आपको संतान के रूप में दूंगा।

रोमपद और वर्षिणी बहुत खुश हुए। उन्हें शांता के रूप में संतान मिल गई। उन्होंने बहुत स्नेह से उसका पालन-पोषण किया और माता-पिता के सभी कर्तव्य निभाए।

एक दिन राजा रोमपद अपनी पुत्री से बातें कर रहे थे। तब द्वार पर एक ब्राह्मण आया और उसने राजा से प्रार्थना की कि वर्षा के दिनों में वे खेतों की जुताई में शासन की ओर से मदद प्रदान करें। राजा को यह सुनाई नहीं दिया और वे पुत्री के साथ बातचीत करते रहे।

द्वार पर आए नागरिक की याचना न सुनने से ब्राह्मण को दुख हुआ और वे राजा रोमपद का राज्य छोड़कर चले गए। वे इंद्र के भक्त थे। अपने भक्त की ऐसी अनदेखी पर इंद्र देव राजा रोमपद पर क्रुद्ध हुए और उन्होंने पर्याप्त वर्षा नहीं की। अंग देश में नाम मात्र की वर्षा हुई। इससे खेतों में खड़ी फसल मुर्झाने लगी।

इस संकट की घड़ी में राजा रोमपद शृंग ऋषि के पास गए और उनसे उपाय पूछा। ऋषि ने बताया कि वे इंद्र देव को प्रसन्न करने के लिए यज्ञ करें। ऋषि ने यज्ञ किया और खेत-खलिहान पानी से भर गए। इसके बाद शृंग ऋषि का विवाह शांता से हो गया और वे सुखपूर्वक रहने लगे।

कश्यप ऋषि पौत्र थे शृंग ऋषि
पौराणिक कथाओं के अनुसार ऋष्यशृंग विभण्डक तथा अप्सरा उर्वशी के पुत्र थे। विभण्डक ने इतना कठोर तप किया कि देवतागण भयभीत हो गये और उनके तप को भंग करने के लिए उर्वशि को भेजा। उर्वशी ने उन्हें मोहित कर उनके साथ संसर्ग किया जिसके फलस्वरूप ऋष्यशृंग की उत्पत्ति हुयी। ऋष्यशृंग के माथे पर एक सींग (शृंग) था अतः उनका यह नाम पड़ा।



शृंग ऋषि का आश्रमबाद में ऋष्यशृंग ने ही दशरथ की पुत्र कामना के लिए पुत्रकामेष्टि यज्ञ करवाया था। जिस स्थान पर उन्होंने यह यज्ञ करवाये थे वह अयोध्या से लगभग 39 कि.मी. पूर्व में था और वहाँ आज भी उनका आश्रम है और उनकी तथा उनकी पत्नी की समाधियाँ हैं।


शृंग ऋषि की समाधी
हिमाचल प्रदेश में है शृंग ऋषि और देवी शांता का मंदिर



हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में शृंग ऋषि का मंदिर भी है। कुल्लू शहर से इसकी दूरी करीब 50 किमी है। इस मंदिर में शृंग ऋषि के साथ देवी शांता की प्रतिमा विराजमान है। यहां दोनों की पूजा होती है और दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।

शिवपुराण में वर्णित है मृत्यु के ये 12 संकेत


शिवपुराण में वर्णित है मृत्यु के ये 12 संकेत
धर्म ग्रंथों में भगवान शिव को महाकाल भी कहा गया है। महाकाल का अर्थ है काल यानी मृत्यु भी जिसके अधीन हो। भगवान शिव जन्म-मृत्यु से मुक्त हैं। अनेक धर्म ग्रंथों में भगवान शंकर को अनादि व अजन्मा बताया गया है। भगवान शंकर से संबंधित अनेक धर्मग्रंथ प्रचलित हैं, लेकिन शिवपुराण उन सभी में सबसे अधिक प्रामाणिक माना गया है।

इस ग्रंथ में भगवान शिव से संबंधित अनेक रहस्यमयी बातें बताई गई हैं। इसके अलावा इस ग्रंथ में ऐसी अनेक बातें लिखी हैं, जो आमजन नहीं जानते। शिवपुराण में भगवान शिव ने माता पार्वती को मृत्यु के संबंध में कुछ विशेष संकेत बताए हैं। इन संकेतों को समझकर यह जाना जा सकता है कि किस व्यक्ति की मौत कितने समय में हो सकती है। ये संकेत इस प्रकार हैं-

1- शिवपुराण के अनुसार जिस मनुष्य को ग्रहों के दर्शन होने पर भी दिशाओं का ज्ञान न हो, मन में बैचेनी छाई रहे, तो उस मनुष्य की मृत्यु 6 महीने में हो जाती है।

2- जिस व्यक्ति को अचानक नीली मक्खियां आकर घेर लें। उसकी आयु एक महीना ही शेष जाननी चाहिए।

3- शिवपुराण में भगवान शिव ने बताया है कि जिस मनुष्य के सिर पर गिद्ध, कौवा अथवा कबूतर आकर बैठ जाए, वह एक महीने के भीतर ही मर जाता है। ऐसा शिवपुराण में बताया गया है।

4- यदि अचानक किसी व्यक्ति का शरीर सफेद या पीला पड़ जाए और लाल निशान दिखाई दें तो समझना चाहिए कि उस मनुष्य की मृत्यु 6 महीने के भीतर हो जाएगी। जिस मनुष्य का मुंह, कान, आंख और जीभ ठीक से काम न करें, शिवपुराण के अनुसार उसकी मृत्यु 6 महीने के भीतर हो जाती है।

5- जिस मनुष्य को चंद्रमा व सूर्य के आस-पास का चमकीला घेरा काला या लाल दिखाई दे, तो उस मनुष्य की मृत्यु 15 दिन के अंदर हो जाती है। अरूंधती तारा व चंद्रमा जिसे न दिखाई दे अथवा जिसे अन्य तारे भी ठीक से न दिखाई दें, ऐसे मनुष्य की मृत्यु एक महीने के भीतर हो जाती है।

6- त्रिदोष (वात, पित्त, कफ) में जिसकी नाक बहने लगे, उसका जीवन पंद्रह दिन से अधिक नहीं चलता। यदि किसी व्यक्ति के मुंह और कंठ बार-बार सूखने लगे तो यह जानना चाहिए कि 6 महीने बीत-बीतते उसकी आयु समाप्त हो जाएगी।

7- जब किसी व्यक्ति को जल, तेल, घी तथा दर्पण में अपनी परछाई न दिखाई दे, तो समझना चाहिए कि उसकी आयु 6 माह से अधिक नहीं है। जब कोई अपनी छाया को सिर से रहित देखे अथवा अपने को छाया से रहित पाए तो ऐसा मनुष्य एक महीने भी जीवित नहीं रहता।

8- जब किसी मनुष्य का बायां हाथ लगातार एक सप्ताह तक फड़कता ही रहे, तब उसका जीवन एक मास ही शेष है, ऐसा जानना चाहिए। जब सारे अंगों में अंगड़ाई आने लगे और तालू सूख जाए, तब वह मनुष्य एक मास तक ही जीवित रहता है।

9- जिस मनुष्य को ध्रुव तारा अथवा सूर्यमंडल का भी ठीक से दर्शन न हो। रात में इंद्रधनुष और दोपहर में उल्कापात होता दिखाई दे तथा गिद्ध और कौवे घेरे रहें तो उसकी आयु 6 महीने से अधिक नहीं होती। ऐसा शिवपुराण में बताया गया है।

10- जो मनुष्य अचानक सूर्य और चंद्रमा को राहू से ग्रस्त देखता है (चंद्रमा और सूर्य काले दिखाई देने लगते हैं) और संपूर्ण दिशाएं जिसे घुमती दिखाई देती हैं, उसकी मृत्यु 6 महीने के अंदर हो जाती है।

11- शिवपुराण के अनुसार जो व्यक्ति हिरण के पीछे होने वाली शिकारियों की भयानक आवाज को भी जल्दी नहीं सुनता, उसकी मृत्यु 6 महीने के भीतर हो जाती है। जिसे आकाश में सप्तर्षि तारे न दिखाई दें, उस मनुष्य की आयु भी 6 महीने ही शेष समझनी चाहिए।

12- शिवपुराण के अनुसार जिस व्यक्ति को अग्नि का प्रकाश ठीक से दिखाई न दे और चारों ओर काला अंधकार दिखाई दे तो उसका जीवन भी 6 महीने के भीतर समाप्त हो जाता है।

भारत के 7 धार्मिक स्थल जहाँ महिलाओं के प्रवेश पर है पाबंदी

स्त्री-पुरुष समानता की जोर-शोर से बात करने वाले हम भारतीयों की इससे बड़ी विडंबना क्या होगी की हमारे भारत में स्त्री-पुरुषों में भेदभाव धार्मिक स्थलों पर भी होता है। प्रत्येक इंसान उस भगवान की संतान है फिर भी हमारे देश में कई ऐसे धार्मिक स्थल है जहाँ स्त्रियों के प्रवेश पर पाबंदी है। आज इन लेख में हम आपको भारत के 7 ऐसे ही धार्मिक स्थलों के बारे में बता रहे है।

1. पद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल (Padmanabhaswamy Temple, Kerala) -


पद्मनाभस्वामी मंदिर भारत के केरल राज्य के तिरुअनंतपुरम में स्थित भगवान विष्णु का प्रसिद्ध मंदिर है। भारत के प्रमुख वैष्णव मंदिरों में शामिल यह ऐतिहासिक मंदिर तिरुअनंतपुरम के अनेक पर्यटन स्थलों में से एक है। पद्मनाभ स्वामी मंदिर विष्णु-भक्तों की महत्वपूर्ण आराधना-स्थली है। मान्यता है कि सबसे पहले इस स्थान से विष्णु भगवान की प्रतिमा प्राप्त हुई थी। जिसके बाद उसी स्थान पर इस मंदिर का निर्माण किया गया है। इस मंदिर में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है। इस मंदिर की एक अन्य विशेषता यह है की यह भारत का सबसे अमीर मंदिर है।




2. सबरीमला श्री अयप्पा केरल (Sabarimala Sri Ayyappa Temple)-



सबरीमला श्री अयप्पा केरल के सबसे प्राचीन और भव्य मंदिरों में से एक है। अयप्पा मंदिर में देश ही नहीं विदेशों से भी हर साल भारी संख्या में श्रृद्धालु आते हैं, लेकिन इस मंदिर के भीतर 10 से 50 साल तक की महिलाओं का प्रवेश वर्जित है।

3. कार्तिकेय मंदिर, पुष्कर, राजस्थान (Kartikaye Temple, Pushkar, Rajastahn) -


राजस्थान का प्रसिद्ध तीर्थस्थल पुष्कर शहर वैसे तो ब्रह्माजी के एक मात्र मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यहां का कार्तिकेय मंदिर भी बहुत दर्शनीय है। इस मंदिर में भी महिलाओं का प्रवेश वर्जित है।

 
4. मुक्तागिरी जैन मंदिर, मध्यप्रदेश (Muktagiri Jain Temple, Madhy Pradesh)-


मुक्तागिरी तीर्थ मध्यप्रदेश राज्य के गुना शहर में स्थित है। यह जैनों का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। इस मंदिर में कोई भी महिला पाश्चात्य परिधान पहनकर प्रवेश नहीं कर सकती। मंदिर परिसर में ऐसे पहनावे पर पूर्ण प्रतिबंध है।

5. हाजी अली दरगाह, मुंबई (Haji Ali Dargah, Mumbai)-


बाबा हाजी अली शाह बुखारी की दरगाह पूरे विश्व के श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र है। इस दरगाह पर सभी धर्मों के लोग अपनी मनोकामना पूरी होने के लिए बाबा से मन्नते मांगते हैं। ये दरगाह सांप्रदायिक सद्भाव के लिए प्रसिद्ध है। दरगाह से युक्त ये मस्जिद मुंबई के वर्ली समुद्र तट के छोटे द्वीप पर स्थित है। हाजी अली दरगाह का सबसे भीतरी हिस्से में औरतों का प्रवेश वर्जित है। दरगाह श्राइन बोर्ड की मानें तो इस्लाम शरीयत कानून के अनुसार किसी भी पवित्र कब्र के निकट महिलाओं का प्रवेश वर्जित है। हाजी अली ट्रस्ट की स्थापना 1916 में कुट्ची मेमन समुदाय के सदस्यों द्वारा की गई। यह ट्रस्ट ही दरगाह के रखरखाव का कार्य करता है।

6. हजरत निज़ामुद्दीन औलिया की दरगाह, दिल्ली (Hazrat Nizamuddin Auliya Dargah, Delhi)-


दक्षिणी दिल्ली में स्थित हजरत निज़ामुद्दीन औलिया (1236-1325) का मकबरा सूफी काल का एक पवित्र दरगाह है। इस दरगाह में औरतों का प्रवेश निषेध है। हजरत निज़ामुद्दीन चिश्ती घराने के चौथे संत थे। इस सूफी संत ने वैराग्य और सहनशीलता की मिसाल पेश की। कहा जाता है कि 1303 में इनके कहने पर मुगल सेना ने हमला रोक दिया था, इस प्रकार ये सभी धर्मों के लोगों में लोकप्रिय बन गए।

7. जामा मस्जिद, दिल्ली (Jama Masjid, Delhi)-


भारत की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक जामा मस्जिद में भी सूर्यास्त के बाद महिलाओं का प्रवेश निषेध है।

 

शनिवार, 7 नवंबर 2015

जैतारणः थानाधिकारी पर अस्मत मांगने का आरोप



जैतारणः थानाधिकारी पर अस्मत मांगने का आरोप



पिता को बचाने की एवज में मांगी अस्मत

एक सिपाही भी शामिल

पीड़िता ने इस्तगासे के जरिये कराया केस दर्ज

कोर्ट ने दोनों के खिलाफ केस दर्ज करने के दिए आदेश

पीड़िता के पिता पर 420 का मामला दर्ज

उसी की जांच में गए थे दोनों पीड़िता के घर

बाड़मेर जिला रसद अधिकारी का तनाशहपूर्ण रवैया।।पूर्व में गरोबो के गेंहू खा चुके हे।।



बाड़मेर जिला रसद अधिकारी का तनाशहपूर्ण रवैया।।पूर्व में गरोबो के गेंहू खा चुके हे।।



बाड़मेर जिला रसद अधिकारी राकेश शर्मा निहायत भ्रस्ट और तानाशाह अधिकारी हैं।आम जन की समस्याओ को सुनाने की बजाय उल्टा उन्हें उपदेश देकर लताड़ देते हैं। रसद अधिकारी के आदेशो से से ही पूर्व में खाद्य सुरक्षा योजना में उपभोकता दुकान वालो में परायी व्यक्ति यूनिट मान 25 किलोग्राम गेंहू वितरित किये जबकि सरकारी आदेश अनुसार एक परिवार को यूनिट मना गया हे ।प्रति यूनिट 35 किलोग्राम गेंहू देने का प्रावधान हैं।मगर रसद अधिकारी के मनमाने रवैये से गरोबो को खाद्यान से वंचित होना पड़ा वाही कालाबाजारी करन वाले राशन डीलरो को शाह मिल गयी।रसद अधिकारी आये दिन किसी न किसी डीलर का प्राधिकार निलंबित कर देते हैं ।कुछ दिन बाद अपने आप बहाल करते हैं।कारण साफ़ हैं।समझने की आवश्यकता हैं।उनके द्वारा धिरिमान गैस एजेंसी के मनमानी को लेकर ग्रामीणों द्वारा फोन करके समस्या बताई तो उलटे गले पड़ गए।।रसद अधिकारी की मनमानी को लेकर जबरदस्त आक्रोश हे जो कभी भी फुट सकता हैं। BNT@#$

बाड़मेर धोरीमना में गैस एजेंसी की मनमानी से उपभोक्ताओं को नुकसान



बाड़मेर धोरीमना में गैस एजेंसी की मनमानी से उपभोक्ताओं को नुकसान

श्रीराम ढाका
धोरीमन्ना क्षेत्र के गैस उपभोक्ता को एजेंसी संचालक की मनमानी से परेशानी के साथ आर्थिक नुकशान उठाना पड़ रहा हैं कस्बे में भारत गैस की एजेंसी होते हुए भी चौहटन से इंडेन गैस की सप्लाई कर रहा हैं जो की नियम विरुद्ध ज्यादा किराया वसूल कर आर्थिक नुकशान उपभोक्ताओं को दे रहा हैं तथा कस्बे में गैस की ब्लैक मेल करने वालो को देकर अपनी जेबे भर रहे हैं जिसका रसद विभाग भी अपनी हिस्सा के लेकर आँख बंद करके उनका साथ दे रहा हैं पांच वर्ष पूर्व क्षेत्र में एजेंसी नहीं होने के कारण सभी उपभोक्ताओं को बाड़मेर से चौहटन इंडेन गैस एजेंसी से जोड़ा गया जिस पर एजेंसी पैंट्रोलियम कम्पनी द्वारा निर्धारित रेट से अधिक कीमत वसूल रही थी उपभोक्ता मज़बूरी में गैस खरीद रहे थे फरवरी से कस्बे में भारत गैस कम्पनी द्वारा अधिकृत आवंटित एजेंसी ने काम शुरू कर दिया लेकिन अधिकत्तर उपभोक्ता चौहटन इंडेन एजेंसी से जुड़े हुए हैं जिसको ट्रांसफर नहीं कारण उपभोक्ता निर्धारित दर 535 के बजाय 590 रूपये देने को मजबूर हो रहे हैं उपभोक्ताओं द्वारा कनेक्शन ट्रांसफर करने की मांग करने के बावजूद भी ट्रांसफर नहीं कर रहा हैं




अधिकारीयो के आदेश भी बेअसर




चौहटन गैस एजेंसी के हौसले इतने बुलन्द हैं की अधिकारियो द्वारा उपभोक्ताओं के गैस कनेक्शन ट्रांसफर करने के आदेश का भी कोई असर नहीं पड़ रहा हैं जिला रसद अधिकारी ने 18 जून को चौहटन इंडेन को धोरीमन्ना में विशेष शिविर लगाकर के समस्त उपभोक्ता को पिलानिया भारत गैस में ट्रांसफर करने का आदेश जारी किया लेकिन आज तक कोई शिविर नहीं लगाया 9 सितम्बर को दुबारा फिर पत्र भेजा लेकिन कोई असर नहीं हुआ उपखण्ड अधिकारी धोरीमन्ना द्वारा 26 जून को उक्त आदेश की पालना के लिए ऐंजेसी को पत्र लिखा पंचायत समिति एवम् ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव पारित कर एजेंसी को उपभोक्ताओं के कनेक्शन ट्रांसफर करने के लिए भी पत्र लिखा गया पर एजेंसी द्वारा इन सब आदेशो को नजर अंदाज करते हुए मनमाने तरीके से काम करते हुए लाखो रूपये की काली कमाई कर रहे हैं साथ ही क्षेत्र में गैस माफियो को पनपा रहे हैं जो घरेलु सिलेंडर को वाणिज्य उपयोग के लिए एक हजार में बेच रहे हैं




नहीं मिल रही सब्सिडी




समय पर सप्लाई ऑनलाइन नहीं करते हैं जिस कारण उपभोक्ताओं को सब्सिडी का फायदा नहीं मिल रहा हैं सब्सिडी लेने एजेंसी के चक्कर काटने पड़ रहे हैं दुरी होने के कारण किराये के रूप में आर्थिक नुकशान उठाना पड़ रहा हैं




सुरक्षा का कोई ख्याल नहीं




जिला मुख्यालय पर इतना बड़ा गैस हादसा हो जाने के बावजूद भी एजेंसिया अपनी मनमानी करके गैस उपभोक्ताओं को जोखिम में डाल रही हैं चौहटन की 70 किलोमीटर की दुरी होने के कारण गैस उपकरणों की जाँच व् सर्विस नहीं दे पाती हैं




बात करने पर भड़के अधिकारी

इस सम्बन्ध में जब जिला रसद अधिकारी राकेश शर्मा से बात की तो भड़क कर बहस पर उत्तर आये और कहने लगे ट्रांसफर करना मेरा काम नहीं हैं कम्पनी की पॉलिसी हैं कंपनी का सेल्स ऑफिसर करेगा कम्पनी अपनी मनमर्जी से सप्लाई देगी इस मामले में कुछ नहीं कर सकता हैं और भड़कने हुए फोन काट दिया




इनका कहना हैं




जनता द्वारा एजेंसी से ट्रासफर की मांग की जा रही हैं लेकिन संचालक द्वारा चौहटन आने को कहकर पल्ला झाड़ दिया जाता हैं कस्बे में शिविर लगाकर कनेक्शन ट्रांसफर करने की मांग कर रहे हैं लेकिन रसद विभाग की मिलीभगत होने से इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा हैं

जयरामाराम कुलदीप उप प्रधान धोरीमन्ना




कनेक्शन ट्रांसफर करना व् शिविर लगाना कम्पनी के सेल्स ऑफिसर का काम हैं मेरा नहीं एजेंसी संचालक अपनी मनमर्जी से कही भी सप्लाई दे सकता हैं यदि ट्रान्सफर होने वाले सभी उपभोक्ता आकर मुझे लिखित में दे तो में कुछ कार्यवाही कर सकता

राकेश शर्मा जिला रसद अधिकारी

बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल का दीवाली मेला सेक्टर मुख्यालय पर रविवार को।



बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल का दीवाली मेला सेक्टर मुख्यालय पर रविवार को।

बाड़मेर देश की सरहद की सुरक्षा में जूट जवानो के लिए बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल सेक्टर मुख्यालय पर दीवाली मेले का आयोजन किया जा रहा हैं।मेले का उद्घाटन डी आई जी करेंगे।।मेले में जवान अपने परिवार के साथ शिरकत करेंगे वहो पूर्व सैनिको को भी आमंत्रित किया गया हैं।

इटावा।प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में मिली थी बहन, मासूम भाई की देखने की मिली खौफनाक सजा



इटावा।प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में मिली थी बहन, मासूम भाई की देखने की मिली खौफनाक सजा


उत्तर प्रदेश में इटावा के जसवंतनगर क्षेत्र में प्रेमी के साथ मिलकर भाई की हत्या करने वाली युवती को उसके प्रेमी के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जसवंतनगर के सिसहाट गांव निवासी होमगार्ड जितेन्द्र पाल के आठ वर्षीय बेटे प्रशांत ने अपनी बहन रज्जो को उसके प्रेमी उपेन्द्र के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख दिया था। इसके बाद रज्जो ने अपने प्रेमी से साथ मिलकर 27 अक्टूबर को अपने भाई की हत्या कर शव को घर में ही छुपा दिया था और आठ वर्षीय छात्र प्रशांत घर से लापता होने की सूचना पुलिस को दी।

प्रवक्ता ने बताया कि घर से ही शव मिलने के बाद पुलिस ने परिवार को शक के घेरे में लेकर तफ्तीश शुरू कर दी थी और आज मृतक मासूम प्रशांत की बहिन रज्जो और उसके प्रेमी उपेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।

इस घटना का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस अधीक्षक ने पांच हजार रुपए पुरस्कार देने का एलान किया है। दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया।