शनिवार, 11 जुलाई 2015

बालोतरा।रेलवे पुलिस फोर्स न लापता बालक को परिजनों से मिलाया



बालोतरा।रेलवे पुलिस फोर्स न लापता बालक को परिजनों से मिलाया

ओम प्रकाश सोनी 
बालोतरा। रेलवे पुलिस ने परिजनों से बिछड़े एक मंदबुध्दि बालक को वापस परिजनों से मिलवाया है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को आर पी एफ को जानकारी मिली कि राखी गांव के रेलवे स्टेशन पर एक बालक लावारिश घूम रहा है। जिस पर आर पी एफ ने बालक को समदड़ी लाया। पूछने पर बालक ने एक मोबाइल नंबर बताया। मोबाईल नम्बर बालक के मामा का था। मामा गणपत कुमार ने समदड़ी आकर आर पी एफ को बताया कि उसका भांजा प्रकाश पुत्र नारायणराम उम्र 11 वर्ष निवासी गांधव कला जो कि मंदबुध्दि है तथा घर से लापता हो गया था। परिजनों के समदड़ी आने पर आर पी एफ ने प्रकाश को परिजनों को सुपुर्द किया। परिजनों ने आर पी एफ के ए एस आई सतीश चंद्र,कांस्टेबल विजेंद्र कुमार व् नविन कुमार का आभार जताया

नशे में बाप ने पत्नी व बेटे के साथ कर दिया एेसा काम, जानकर दहल जाएगा आपका दिल

नशे में बाप ने पत्नी व बेटे के साथ कर दिया एेसा काम, जानकर दहल जाएगा आपका दिल

अजमेर जिस बेटे का अभी कुछ दिन पहले ही पहला जन्मदिन मनाया उसे और उसकी मां को नशे में बेहरम पिता ने केरोसिन उड़ेलकर आग के हवाले कर दिया। इसके बाद उसने स्वयं को आग लगा ली। मासूम बालक ने अस्पताल पहुंचते ही दम तोड़ दिया। वहीं झुलसी मां ने शुक्रवार शाम अंतिम सांस ली। जख्मी पिता की हालत गंभीर बनी हुई है।

अलवर गेट थाना पुलिस ने महिला के मृत्यु पूर्व लिए बयान पर आरोपित पति के खिलाफ हत्या का मामला दर्जकर लिया।पाल बीसला शिव चौक में गुरुवार रात 1 बजे मुरलीधर के किराएदार भरतपुर बयाना निवासी मनोज अग्रवाल के कमरे में कोहराम मच गया। एक साल का मासूम प्रिंस जमीन पर और उसकी मां बेबी पलंग पर आग में घिरी हुई थी, जबकि मनोज फर्श पर पड़ा था।

मकान मालिक का बेटा गिरीश व पड़ोसी किराएदार महेश ने आग बुझाकर उन्हें 108 एम्बुलेंस से जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंचाया। यहां चिकित्सकों ने प्रिंस को मृत घोषित कर दिया, जबकि मनोज व उसकी पत्नी बेबी को बर्न यूनिट में भर्ती किया। पुलिस उप अधीक्षक (दरगाह) वैभव शर्मा, अलवर गेट थानाप्रभारी विक्रमसिंह भाटी पहुंचे। पुलिस ने घटना स्थल देखने के बाद बेबी के बयान दर्ज किए है। बेबी ने पति मनोज पर केरोसिन डालकर जलाने के बयान दर्ज किए। पुलिस ने मनोज अग्रवाल के खिलाफ हत्या का मामला दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।पारिवारिक कलह में वारदात

पुलिस के अनुसार बेबी ने बयान में बताया कि मनोज शराब के नशे में गुरुवार रात 10.30 बजे घर आया। दोनों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। मनोज ने केरोसिन की कैन उस पर व बेटे प्रिंस पर उड़ेलकर आग लगा दी। इसके बाद खुद ने केरोसिन उड़ेला और आग लगा ली। चीख-पुकार पर पड़ोसी महेश व मकान मालिक गिरीश ने दरवाजा खोलकर आग बुझाई।

तीन साल पहले प्रेम विवाह

पुलिस पड़ताल में सामने आया कि मनोज और बेबी ने ढाई साल पहले प्रेम विवाह किया। शादी के बाद वह अजमेर आ गए। यहां मनोज पानी पताशे व फास्ट फूड का खोमचा लगाता था। शहर में उसका छोटा भाई भी पाल बीसला में किराए के मकान में रहता था। गत 6 जुलाई को मनोज ने एक वर्षीय बेटे प्रिंस का पहला जन्मदिन मनाया था। पड़ोसियों ने बताया कि मनोज और बेबी के बीच आए दिन झगड़ा होता था।

...बच गया मकान

मनोज इतने गुस्से में था कि उसने केरोसिन के साथ घरेलू गैस सिलेंडर के चूल्हे की नौब भी खोल दी। लेकिन कमरे की खिड़कियां खुली होने से गैस बाहर निकल गई। देर रात घटनास्थल देखने पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने गैस की नौब बंद की।

इनका कहना है

पाल बीसला क्षेत्र में पति, पत्नी और बच्चा झुलसे हैं। महिला और बच्चे की मृत्यु हो चुकी है। महिला के मृत्यु पूर्व बयान में पति पर केरोसिन डालकर जलाना बताया है। हत्या का मामला दर्जकर अनुसंधान किया जा रहा है।

विक्रम सिंह भाटी, थानाप्रभारी अलवर गेट

दिल्ली: ASI ने रिवॉल्वर की दम पर महिला से किया रेप, AAP ने मांगा बस्सी का इस्तीफा



दिल्ली: ASI ने रिवॉल्वर की दम पर महिला से किया रेप, AAP ने मांगा बस्सी का इस्तीफा

कानून की रक्षा करने वाले ही अगर कानून के भक्षक बन जाएंगे तो क्या हाल होगा? कुछ ऐसा ही शर्मनाक वाक्या देश की राजधानी दिल्ली में हुआ, यहां पुलिस के एक एएसाई पर शराब के नशे में रिवॉल्रर की नोक पर महिला से रेप करने का आरोप लगा है।

वहीं इस घटना के बाद आम आदमी पार्टी ने दिल्ली पुलिस पर हमला करते हुए कानून-व्यवस्था पर उंगली ऊठाई है। साथ ही दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी से इस्तीफे की मांग की है।


रिवॉल्वर की नोक पर महिला से रेप

पीड़िता महिला ने बताया कि दिल्ली पुलिस का एक एएसआई शराब के नशे में धुत था और उसने रिवॉल्वर की नोक के दम पर उसका रेप किया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी एएसआई को जेल भेज दिया है।


आप की मांग- बस्सी इस्तीफा दें

एएसआई द्वारा इस तरह की घिनौनी हरकत को अंजाम देने पर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा है। आप के नेता आशीष खेतान ने कहा कि हम इस मामले में दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी से इस्तीफे की मांग करेंगे।

'लैंड बिल' पर चर्चा केे लिए पीएम मोदी ने बुलाई मुख्यमंत्रियों की बैठक

'लैंड बिल' पर चर्चा केे लिए पीएम मोदी ने बुलाई मुख्यमंत्रियों की बैठक


भूमि अधिग्रहण बिल के विवादित मुद्दों पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गवर्निंग काउंसिल की 15 जुलाई को अपने आवास पर बैठक बुलाई है। बैठक में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया है।

गवर्निंग काउंसिल में राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा कई कैबिनेट मंत्री भी शामिल हैं। नीति आयोग के गठन के बाद से यह दूसरा मौका है, जब गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग बुलाई गई है।

हालांकि वर्तमान स्वरूप में भूमि अधिग्रहण बिल का विरोध कर रहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम को पत्र लिखकर सूचित किया है कि लंदन जाने से पहले राज्य में ही उनके कुछ पूर्व निर्धारित कार्यक्रम है और इस वजह से वह बैठक में शामिल नहीं होंगी।

वहीं दूसरी ओर मानसून सत्र से पहले बैठक बुलाने की वजह यह है कि सरकार चाहती हैै कि हर हाल में यह बिल संसद से पारित हो जाए। कांग्रेस पार्टी और कुछ विरोधी दल इस बिन का जबर्दरूत विरोध कर रहे हैं और ऐसे में मोदी सरकार की कोशिश है कि वह मुख्यमंत्रियों के बीच इस मसले पर कोई आम राय बना पाए।

गौरतलब है कि कांग्रेस शासित राज्यों ने भी केंंद्र की सहमति वाले प्रावधान, सामाजिक प्रभाव का मूल्यांकन और गैर-इस्तेमाल वाली जमीनों को लेकर प्रस्तावित संशोधनों का समर्थन किया था, लेकिन अब मुख्यमंत्री पार्टी लाइन के हिसाब से विरोध कर रहे हैं।

इस प्रस्तावित संशोधनोंं का विरोध करने के अलावा कांग्रेस की मांग है कि किसानों को अधिग्रहित जमीन के बाजार मूल्य का चार गुना मुआवाजा दिया जाए।

बढ़ती हुई जनसंख्या के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करें..देवजी पटेल



जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर अपने सन्देश में आग्रह किया कि तेजी से बढ़ती हुई जनसंख्या के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करें ताकि नई पीढ़ी को बेहतर सुविधा उपलब्ध करवाई जा सकें। विश्व की कुल आबादी का अधिकांश हिस्सा एशियाई देशों में है जहां बेहतर स्वास्थ्य, शिक्षा और संसाधनों की कमी से विस्फोटक स्थति बन रही है। यदि भारत में अपनी जनसंख्या वृद्धि पर रोक नहीं लगाई तो आने वाले समय में यह सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा।




सांसद पटेल ने कहा कि आवश्यकता इस बात की है की हम अपनी जनसंख्या को सीमित करते हुए कौशल विकास एवं मानव संसाधन प्रबंध के माध्यम से बढ़ती जनसंख्या के अभिशाप को वरदान में बदलें।




सांसद देवजी पटेल ने आशा व्यक्त की कि विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर प्रत्येक दम्पति जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए अपने योगदान पर अवश्य विचार करेंगे।

श्रीगंगानगर आठ साल की मासूम के साथ दुष्कर्म

श्रीगंगानगर आठ साल की मासूम के साथ दुष्कर्म

श्रीगंगानगर आठ साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना करीब दस दिन पुरानी है और अदालत के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज किया गया है। बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चूनावढ़ पुलिस ने बताया कि बच्ची के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी पुत्री घर पर अकेली थी, इस दौरान उनका पड़ोसी पिकअप जीप चालक घर आया और अकेली बच्ची से दुष्कर्म किया। पुलिस ने अदालत के आदेश पर आरोपी पर मामला दर्ज कर बच्ची को स्वास्थ्य परीक्षण करवा कर एक अस्पताल में भर्ती करवा दिया है। मामले की जांच सदर थाना प्रभारी राहुल यादव कर रहे हैं। हालांकि मामले में एक पक्ष यह है कि परिवादी का विवाह बिहार मूल की युवती से हुआ था। परिवादी के कोई संतान नहीं थी इसलिए बच्ची को गोद लिया था। परिवादी खुद टेंपो चलाता है और उसके पास एक पिकअप जीप भी है। पिकअप चलाने के लिए जिस व्यक्ति को चालक रखा था, उससे हिसाब में विवाद हो गया। परिवादी से आरोपी पिकअप चालक ने साल भर का वेतन मांगा। इसी विवाद के बाद यह मामला सामने आया है।

हमारी जासूसी कर रहा है पाकिस्तान, राजस्थान बॉर्डर पर लगाए कैमरे




इंटरनेशनल रूल्स को तोड़ते हुए पाकिस्तान भारतीय सीमा की जासूसी करने के लिए पश्चिमी बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरे लगा रहा है। विरोध के बावजूद पाक ने इंटरनेशनल बॉर्डर से 200-300 मी. की दूरी पर ही कैमरे लगा दिए हैं। बीएसएफ ने पाक रेंजर्स से इसका कड़ा विरोध जताया है। आने वाले दिनों में डीआईजी या आईजी स्तर की बैठक में यह मामला उठाया जाएगा।
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर झाड़ियों के बीच लगे इस कैमरे से जासूसी करता है पाकिस्तान
चार जिलों में कैमरे लगाने का काम
बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर सीमा पर भारतीय सीमा चौकियों के ठीक सामने कैमरे लगाए जाने का काम जोरों पर है। कैमरे लगाने के लिए पाक ने 15-15 फीट ऊंचे पोल भी लगाए हैं। वहीँ कुछ कैमरे झाड़ियों में लगाए हैं।
चीनी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल

पाकिस्तान ने रैकी के लिए पोल पर कैमरे लगाए(लाल घेरे में कैमरे)

बॉर्डर पर जो कैमरे लगाए गए हैं, उनमें चीनी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। पोल पर सोलर पैनल भी साथ लगे हैं, इससे इन्हें बिजली की सप्लाई हो जाती है। कैमरे की रेंज करीब एक किमी से ज्यादा बताई जा रही है। ज्यादातर कैमरे पॉकेट्स में लगाए गए हैं।
पहले यूएवी और अब कैमरे
पाकिस्तान ने पोल पर कैमरे लगा रखे हैं, जो सोलर पैनल के जरिए चलते हैं.

सीमा पर घुसपैठ पाकिस्तान की ओर से ही होती है। फिर भी पाकिस्तान ने दिखावे के लिए कैमरे लगाए हैं। इससे पहले अप्रैल में पाक सेना ने यूएवी (मानव रहित विमान) से रात में रैकी की थी। यूएवी को जीरो लाइन के पास 300 से 500 मी. की ऊंचाई पर उड़ाया गया था।
ये हैं नियम : नियमानुसार सीमा के दोनों तरफ 500-500 मीटर तक कैमरे या अन्य ऐसे उपकरण इस्तेमाल नहीं किए जा सकते।
झाड़ियों के बीच लगा कैमरा (लाल घेरे में)
पश्चिमी सीमा पर कई स्थानों पर इंटरनेशनल बॉर्डर के पास पाकिस्तान ने सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। भारत की ओर से बीएसएफ ने इस पर कड़ा एतराज जताया है। अब बड़े स्तर पर ये मामला उठाया जाएगा। -रवि गांधी, प्रवक्ता व डीआईजी, बीएसएफ राजस्थान सीमांत

लखनऊ।आसाराम मामले के मुख्य गवाह को मारी गोली, अस्पताल में भर्ती



लखनऊ।आसाराम मामले के मुख्य गवाह को मारी गोली, अस्पताल में भर्ती


यौन उत्पीडऩ के आरोप मेें जेल में बंद आसाराम बापू मामले के मुख्य गवाह कृपाल सिंह पर जानलेवा हमला हुआ है। कृपाल सिंह को शाहजहांपुर के पुवाया रोड स्थित पेट्रेाल पंप के पास अज्ञात बदमाशों ने शक्रवार रात गोली मार दी।

गंभीर हालत में उसे बरेली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात के पीछे आसाराम के गुर्गों का हाथ होने का अंदेशा जताया जा रहा है। शाहजहांपुर के सदर बाजार क्षेत्र के गदियाना निवासी कृपाल आसाराम प्रकरण के मुख्य गवाह हैं।

शुक्रवार रात करीब आठ बजे बाइक से कुछ सामान खरीदने बाजार गए थे। पुवायां रोड पर बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कृपाल सिंह को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया,जहां से उन्हें बरेली रेफर कर दिया गया।

बताया जाता है कि रीढ़ की हड्डी पर गोली लगने से कृपाल के दोनों पैरों ने काम करना बंद कर दिया है। वहीं स्थानीय पुलिस को अंदेशा है कि ये काम आसाराम के गुर्गों का है। लिहाजा पुलिस ने आरोपियों की धर-पकड़ के लिए टीमें गठित की हैं।

गौरतलब है कि आसाराम और उनके पुत्र नारायण साईं के मामलों से जुड़े नौ लोगों पर जानलेवा हमले हो चुके हैं। इनमें दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।

बताया जा रहा है कि जानलेवा हमले के शिकार हुए मुख्य गवाह कृपाल सिंह ने करीब 14 साल पहले पीडि़त किशोरी के पिता के साथ ही दीक्षा ली थी।

जब दुष्कर्म का मामला सामने आया तो उन्होंने अपने परिवार समेत आसाराम का बहिष्कार कर दिया। इससे पहले भी कृपाल सिंह को गवाही से मुकरने के लिए पहले रुपयों का प्रलोभन दिया गया। जब उन्होंने मना कर दिया तो उन्हे कई बार फोन पर जान से मारने की धमकियां दी गईं।

जयपुर 21 आरएएस सेवानिवृत्ति बाद बने आईएएस



जयपुर 21 आरएएस सेवानिवृत्ति बाद बने आईएएस


राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के 21 अधिकारियों को सेवानिवृत्ति के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में पदोन्नति दी गई है। इस पदोन्नति से इन अधिकारियों को पेंशन व अन्य लाभ आईएएस के अनुसार ही मिलेंगे।

केन्द्र सरकार की ओर से 31 दिसम्बर 2012 को जारी अधिसूचना के अनुसार वर्ष 1996-97 से वष्ाü 2011 तक की अवधि के 75 आरएएस में से 47 को आईएएस में पदोन्नति कर नियुक्ति दी गई थी। इनमें से 28 अधिकारियों के सेवानिवृत्त हो जाने के कारण नियुक्ति आदेश नहीं दिए गए थे।

केन्द्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल और हाईकोर्ट के आदेश के बाद केन्द्रीय कार्मिक मंत्रालय और राज्य के कार्मिक विभाग की ओर से जारी आदेशों के अनुसार 21 सेवानिवृत्त आरएएस को वर्ष 1996-97 से वष्ाü 2001 की अवधि में नोशनल नियुक्ति दी है। सूत्रों के मुताबिक इस नियुक्ति आदेश से वर्ष 2002 से वर्ष 2011 तक की अवधि में आईएएस बोर्ड आने की बाधाएं समाप्त हो गई है।

कार्मिक विभाग के मुताबिक 21 में से दो अधिकारियों की मृत्यु हो चुकी है। शेष 19 में मदन लाल जैन, सी.बी. शर्मा, डी.के. विजय, रामनिवास मीणा, भंवर सिंह चारण, निर्मल कुमार जैन, नरेन्द्र नाथ चतुर्वेदी, अमर चन्द शर्मा, एच.पी. बरबड़, मोतीलाल गुप्ता, केवल कुमार गुप्ता, मनमथ कुमार जुगल किशोर बंसल, गजेन्द्र सिंह, बद्रीलाल मीणा, आर.बी. परमार, सी.आर. चौधरी, किशन गोपाल अग्रवाल और सी.एम. खत्री शामिल हैं।

88 लाख का सोना लाते दबोचे गए छह गुजराती

88 लाख का सोना लाते दबोचे गए छह गुजराती

मुंबई। मुंबई एयरपोर्ट पर दुबई से तस्करी का सोने लाने वाले छह जनों को गुरुवार को कस्टम अधिकारियों ने धरदबोचा। इनके पास से कस्टम विभाग ने करीब 88 लाख 35 हजार कीमत का सोना जब्त किया। बताया जा रहा है कि यह सभी सूरत के निवासी हैं।

सूत्रों के अनुसार मुंबई एयरपोर्ट के कस्टम अधिकारियों ने पूर्व सूचना के आधार पर दुबई से मुंबई आने वाली इन्डिगो फ्लाइट पर नजर रखी। फ्लाइट पहुंचते ही कस्टम अधिकारियों ने कुछ शंकास्पद लोगों की जांच की।

जांच में जिग्नेश शाह, हेमा जिग्नेश शाह, पद्मा बेन शाह, अश्वीन गोंडलिया, अलका गोंडलिया, अस्मिता थेसिया के पास से तस्करी का सोना मिला। इन्होंने अंत:वस्त्रों में विशेष तौर पर बनाए गए पॉकेट के अंदर सोना छुपा रखा था।

विभाग ने इनसे 300 ग्राम वाली दो सोने की बिस्किट सहित करीब 88 लाख 35 हजार कीमत का 3600 ग्राम सोना जब्त किया। पूरे मामले में अस्वस्थ बताई जा रही 70 वर्षीय पद्मा बेन शाह ने व्हील चेयर में भी बड़ी होशियारी से सोना छुपा रखा था।

शदमान से भी करीब 66 लाख का सोना मिला

ऐसे ही अन्य मामले में मुंबई कस्टम अधिकारियों ने दुबई से वाया मस्कत होकर मुंबई आने वाले शदमान महेबूब शेख नामक शख्स की जांच की। उसके पास से करीब 65 लाख 80 हजार का सोना मिलने पर गिरफ्तार कर लिया गया।

दुष्कर्म के आरोप में दो भाइयों सहित तीन को बीस-बीस वर्ष कारावास

दुष्कर्म के आरोप में दो भाइयों सहित तीन को बीस-बीस वर्ष कारावास

श्रीगंगानगर विवाहिता से दुराचार के जुर्म में तीन जनों को अदालत ने बीस-बीस साल कठोर कारावास और बीस-बीस हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है। यह निर्णय गुरुवार को कार्यवाहक विशेष अपर न्यायाधीश (महिला उत्पीडऩ एवं दहेज प्रकरण) राम सुरेश प्रसाद ने सुनाया।

विशिष्ट लोक अभियोजक परमजीत कौर गुजराल ने बताया कि पदमपुर पुलिस ने डेलवां 4 डीडी गांव निवासी ओंकार सिंह उर्फ बगलू पुत्र दर्शन सिंह, उसके सगे भाई सतपाल उर्फ सती और निन्द्र सिंह पुत्र बंतासिंह को एक विवाहिता से दुराचार के आरोप में गिरफ्तार किया था। पदमपुर क्षेत्र भट्टे पर काम करने वाली एक महिला ने 5 जनवरी 2014 को मामला दर्ज कराया था। इसमें बतया गया कि उसके ननदोई 3 जनवरी 2014 को पदमपुर हॉस्पिटल में भर्ती थे, उनकी देखभाल के लिए पति हॉस्पिटल चले गए। पीछे उसके भाई के अलावा ननद घर पर थी। रात करीब साढ़े आठ बजे उनके रिश्तेदारी में लगने वाला भाई आेंकार सिंह अपनी कार पर घर आया और बोला कि पति ने हॉस्पिीटल में बुलाया है। उसकी बातों में आकर वह कार में बैठकर रवाना हो गई। लेकिन डेलवां गांव के पास रास्ते में कार रुकी तो वहां सतपाल और निन्द्रसिंह भी कार में सवार हो गए। पदमपुर आने से पहले तीनों में से किसी ने उसे नशीली दवाई सुंघा दी, जिससे वह बेहोश हो गई। चार जनवरी की सुबह करीब छह बजे जब उसे होश आया तो वह सरसों के खेत में नग्न अवस्था में थी और पास में ओंकार सिंह बैठा हुआ था। इन तीनों ने दिनभर उससे दुराचार किया। शाम को किसी तरह उसने घर लौट पति को आपबीती सुनाई।

अदालत के बाहर फफक पड़ेे

अदालत ने तीनों आरोपियों को दोषी मानते हुए भादंसं की धारा 376 डी में बीस-बीस साल कठोर कारावास व बीस-बीस हजार रुपए जुर्माना, धारा 366 में दस-दस साल कठोर कारावास व दस-दस हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। इस निर्णय के बाद गुरुवार शाम पांच बजे जैसे ही तीनों दोषी बाहर आए तो वहां उनके परिजन खड़े मिले। परिजनों से मिलकर तीनों फफक पड़े। लेकिन पुलिस कर्मियों ने उसी समय तीनों दोषियों को जेल में पहुंचा दिया।

तलाशी के बहाने घर में घुसे, 10 लाख रुपए व 22 तोले के जेवरात लूटे

तलाशी के बहाने घर में घुसे, 10 लाख रुपए व 22 तोले के जेवरात लूटे

भीनमाल (जालोर). शहर के रामसीन रोड स्थित एक मकान में शुक्रवार तड़के करीब चार बजे लक्जरी वाहन में सवार होकर आए चार बदमाशों ने अपने को जोधपुर की फ्लाइंग टीम बताकर तलाशी के बहाने घर में घुसकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने परिजनों को बंधक बनाकर अलमारियों की चाबियां ले ली तथा करीब 10 लाख रुपए नकद व 22 तोला सोना व चांदी के जेवरात लूट कर ले गए। वारदात की सूचना मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वरलाल व थाना प्रभारी अशोक आंजणा मौके पर पहुंचे। पुलिस ने जिलेभर के अलावा गुजरात में भी नाकाबंदी कराई, लेकिन आरोपितों का कोई सुराग नहीं लग पाया है।

एएसपी ने बताया कि रामसीन रोड रेलवे फाटक के पास स्थित मांगीलाल पुत्र दौलाजी घांची के मकान में जोधपुर से फ्लाइंग टीम बताकर अफीम की तलाशी लेने के बहाने दो बदमाश पिछवाड़े से मकान के ऊपर चढ़े। वहीं एक अन्य ने दरवाजे से मकान में प्रवेश किया। एक बदमाश लक्जरी वाहन में रिवॉल्वर लेकर बैठा रहा। मकान के ऊपर सो रहे मकान मालिक मांगीलाल घांची व उसकी पत्नी कन्हैयादेवी व पुत्र हितेश को सीढिय़ों से मकान के नीचे लेकर आए। इसके बाद बदमाशों ने मांगीलाल व हितेश को कमरे में बंद कर दिया। कन्हैयादेवी को रिवॉल्वर दिखाकर अलमारी की चाबियां ले ली तथा करीब 10 लाख रुपए नकद व 22 तोला सोना व चांदी के जेवरात लेकर फरार हो गए। बदमाशों ने जाते समय तीनों को कमरे में बंद कर दिया। बाद में मांगीलाल घांची व उसकी पत्नी ने चिल्लाकर कर पड़ोसियों को बुलाया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटना स्थल का निरीक्षण किया।

दो टीमों का किया गठन

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वरलाल ने आरोपितों की तलाश के लिए दो पुलिस टीमों का गठन किया है। पुलिस ने थाना प्रभारी अशोक आंजणा व उप निरीक्षक चिमनाराम के नेतृत्व में दो अलग-अलग टीम गठित कर लुटेरों को पकडऩे के प्रयास शुरू किए हैं। प्रदेश सहित गुजरात में भी नाकाबंदी करवाई गई है। प्रदेश के सभी टोल नाकों पर सूचना देकर आरोपितों के पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।

जैसलमेर गैर आबाद क्षेत्र बनेगा डीएनपी



जैसलमेर  गैर आबाद क्षेत्र बनेगा डीएनपी 


राष्ट्रीय मरु उद्यान क्षेत्र में बढ़ते मानवीय दखल से वन्यजीवों विशेषकर गोडावण संरक्षण में आ रही दिक्कत को देखते हुए सरहदी जैसलमेर जिले के गैर आबाद क्षेत्र की तलाश की जा रही है। सूत्रों के अनुसार वर्तमान में डीएनपी क्षेत्र में ऐसे कईं गांव व ढाणियां हैं, जहां सैकड़ों लोग निवास कर रहे हैं।

ऐसे में यहां वन्यजीवों पर मंडरा रहे खतरे को ध्यान में रखते हुए नए सिरे से मरुस्थलीय वन्यजीव अभारण्य का सीमांकन किया जा रहा है। नए सिरे से हो रहे सीमांकन में आबादी, खातेदारी व गैर खातेदारी जमीन को बाहर रखने और गैर आबाद जमीन को जोडऩे की कवायद की जाएगी। यदि यह कवायद सफल रहती हैं तो वन्यजीव विशेषज्ञों के लिए यहां वन्यजीवों को संरक्षित करना आसान हो जाएगा। साथ ही यहां ईको ट्यूरिज्म जैसे प्रोजेक्ट भी सफल होंगे।

यह होगा बदलाव

जैसलमेर-बाड़मेर जिले के वन्यजीव अभयारण क्षेत्र में कुछ समय बाद बदलाव देखने को मिलेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बोर्ड ऑफ वाइल्ड लाइफ का गठन किया गया है। इस बोर्ड की देखरेख में जैसलमेर में नए सिरे से डीएनपी क्षैत्र का सीमांकन किया जा रहा है। इसमें कई बदलाव किए जा सकते है।

जानकारों के मुताबिक नए सिरे से बनाए जा रहे मरुस्थलीय वन्यजीव अभयारण्य में वर्तमान में आ रही आबादी भूमि, खातेदारी भूमि, गैर खातेदारी जमीन को बाहर किया जाएगा। घटाई गई जमीन की पूर्ति विभाग की ओर से शाहगढ़ बल्ज की जमीन लेकर की जाएगी। ऐसे में संभवतया कुछ ही महिनों बाद मरुस्थलीय वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में बदलाव होंगे।

डीएनपी क्षेत्र का सीमांकन करने और दुबारा से वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र का चयन करने के लिए वन्यजीव विभाग के एक्सपर्ट नक्सा बनाने में जुटे हैं। नक्सा तैयार करते समय आबादी, खातेदारी व गैर खातेदारी क्षेत्र को हटाया जा रहा है, जबकि गैर आबाद व वन्यजीवों के संरक्षण के लिए उपयुक्त क्षेत्र को जोड़ा जा रहा है।

यह है वर्तमान स्थिति

जैसलमेर-बाड़मेर जिलों के सीमावर्ती क्षैत्र में 1980 -81 में घोषित राष्ट्रीय मरु उद्यान क्षैत्र 3 हजार 16 1 वर्ग किलोमीटर में फैला है। वर्तमान में यहां 73 राजस्व गांव और 200 बड़ी ढाणियां होने से ये क्षेत्र सरकारी रेकर्ड में राजस्व भूमि है। यहां वन्य जीव अभयारण्य की घोषणा के बाद डीएनपी का संचालन शुरू कर दिया गया। मरु उद्यान स्थापित होने के बाद वन विभाग यहां वन्यजीवों के संरक्षण का कार्य कर रही है। ऐसे में मूलभूत सुविधाओं को लेकर जिम्मेदार विभाग को अमजन का विरोध भी झेलना पड़ रहा है।

गांवों में मिलेगी सुविधा

जानकारों के अनुसार डीएनपी क्षेत्र का नए सिरे से चिह्निकरण व सीमांकन करने का फायदा अभयारण्य में आबाद गांवों को मिल सकेगा, यही नहीं यहां के लोगों को मूलभूत सुविधा का लाभ भी मिल सकेगा। वर्तमान में क्षेत्र के लोगों को कोई सुविधा नहीं मिल रही। गौरतलब है कि मरुस्थलीय वन्यजीव अभ्यारण्य में वर्तमान में जैसलमेर व बाड़मेर जिले के 73 गांव व 200 ढाणियां आती है। वर्तमान में यहां यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए भी तरस रहे है।

सीमांकन जारी

डीएनपी क्षेत्र को नए सिरे से सीमांकन का कार्य चल रहा है। एक्सपर्ट वाइल्ड लाइफ बोर्ड के निर्देशन में नक्शा बना रहे हैं। इस नक्शे की स्वीकृति के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

अनूप केआर, डीएफओ, डीएनपी जैसलमेर

बाड़मेर सरकारी कार्यालयों में अब प्रीपेड मीटर लगाने पर ही मिलेगी बिजली!

 बाड़मेर सरकारी कार्यालयों में अब प्रीपेड मीटर लगाने पर ही मिलेगी बिजली!


 बाड़मेर सरकारी कार्यालयों में प्रीपेड मीटर लगाने के लिए राज्य सरकार ने अब पूरा मानस बना लिया है। इन विभागों में बिजली उपभोग की लम्बी बकाया राशि से परेशान डिस्कॉम की माली हालत खराब है।

आम उपभोक्ता कनेक्शन कटने के डर से प्राय: बकाया राशि जमा करवा देते हैं, लेकिन सरकारी कार्यालयों में स्थिति इसके उलट है। अधिकांश सरकारी कार्यालयों में लम्बे समय तक बकाया की स्थिति रहती है। ऐसे में इस पर लगाम कसने के लिए राज्य सरकार ने डिस्कॉम को दुबारा सर्वे कर विभागों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। वहीं प्रीपेड मीटर लगाने से इनकार करने वाले कार्यालयों में शून्य राशि के प्रीपेड लगाए जाएंगे। ऐसा किए जाने पर इनको बिजली नहीं मिलेगी।

औसत उपभोग निकाला जाएगा

सरकारी विभागों में प्रीपेड बिजली मीटर लगाने के लिए करीब 10 माह पूर्व डिस्कॉम ने औसत बिजली उपभोग निकाल विभागों को नोटिस भिजवाकर एक वर्ष की अनुमानित उपभोग राशि के अनुरूप एक मुश्त राशि आवंटित करने के निर्देश दिए थे, लेकिन इसकी पालना नहीं हुई। इस पर 7 जून को राज्य के मुख्य सचिव की मौजूदगी में केंद्र सरकार के वित्तीय पुनर्गठन योजना की बैठक हुई।

इसमें हुए निर्णय के अनुसार तीनों डिस्कॉम के मुख्य अभियंता व लेखाधिकारी ने सभी अधीक्षण अभियंताओं को पत्र भेजे हैं। इसके अनुसार सभी विभागों को सिंगल व थ्री फेस बिजली उपभोग की औसत उपभोग के नोटिस भेज सॉफ्ट व हार्ड कॉपी डिस्कॉम मुख्यालय को भिजवानी होगी। इसके साथ ही संबंधित कार्यालय के अधिकारी से प्रीपेड मीटर लगाने और नहीं लगाने के संबंध में सूचना भी मांगी जाएगी।

आनाकानी पर शून्य बैलेन्स का मीटर

नोटिस के बाद अगर कोई विभाग प्रीपेड मीटर लगाने में आनाकानी करता है तो डिस्कॉम के तकनीकी निदेशक ने सभी अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए हैं कि वे विभागों के पुराने मीटर हटा लें, इनकी जगह शून्य बैलेन्स के प्रीपेड मीटर लगाएं। इसके बाद बिजली नहीं मिल पाएगी और कार्यालय में प्रीपेड मीटर लगाना ही होगा।

निर्देश मिले हैं

प्रीपेड मीटर लगाने के संबंध में निर्देश मिले हैं। करीब 8 माह पूर्व पहली बार सर्वे किया गया था। सभी विभागों को औसत उपभोग के नोटिस भिजवाए थे। अब शीघ्र ही दुबारा नोटिस भिजवाए जाएंगे।

जी.आर. सिरवी, अधीक्षण अभियंता डिस्कॉम बाड़मेर

बाड़मेर अब डॉक्टर बांटेंगे डोडा-पोस्त!



बाड़मेर अब डॉक्टर बांटेंगे डोडा-पोस्त!


प्रदेश के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) के एक कमरे में अब डोडा-पोस्त रखा जाएगा। आबकारी विभाग की निगरानी में रखे जाने वाले इस पोस्त का वितरण यहीं से होगा। इसके लिए डॉक्टर बाकायदा पर्ची लिखेंगे कि नशेड़ी को कितना डोडा-पोस्त देना है।

डोडा-पोस्त छुड़वाने के लिए अब यह तरीका अपनाया जाएगा। प्रदेश में मार्च 2016 के बाद डोडा-पोस्त का वितरण बंद होगा। इससे पहले पंजीकृत सभी डोडा-पोस्त नशेडि़यों को नशामुक्त करना है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर शिविर लगाए जा रहे हैं।

इन शिविरों के साथ ही तय किया गया है कि आबकारी महकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर डोडा-पोस्त उपलब्ध करवाएगा। इसका वितरण नशा छोडऩे वाले को किया जाएगा। दवा के साथ पोस्त की खुराक मिलेगी और इसे धीरे- धीरे कम करते हुए नशामुक्त करवाया जाएगा। डोडा-पोस्त की खुराक डॉक्टर तय करेंगे।

इस पर भी विचार

पिछले दिनों जयपुर में हुई आबकारी और चिकित्सा महकमे की संयुक्त बैठक में यह भी विचार किया गया है कि पंजीकृत डोडा-पोस्त के नशेड़ी बहुत कम हैं, लेकिन बड़ी संख्या उनकी हैं जो पंजीकृत नहीं होते हुए भी नशा कर रहे हैं। इसी कारण समस्या आ रही है। इनका भी सर्वे करवाया जाए और फिर सामने आने वाले लोगों को डोडा-पोस्त छुड़ाने के प्रयास होने चाहिए।

तो नहीं रहेंगी दुकानें

नई नीति के अमल में आते ही डोडा-पोस्त की दुकानें बंद हो जाएंगी और यहां कतार लगाने पर भी पोस्त नहीं मिलेगा। जिसे भी डोडा-पोस्त लेना होगा, उसे डॉक्टर की पर्ची से अस्पताल पहुंचना होगा और वहां पर उसे डोडा के साथ दवा मिलेगी।

शिविर शुरू

मार्च 2016 तक डोडा-पोस्त बंद करवाने के सख्त निर्देश के चलते चिकित्सा महकमे ने शिविर शुरू कर दिए हैं और इसमें आठ दिन तक नशेडि़यों को रखकर डोडा-पोस्त से मुक्ति दिलाई जा रही है।

लिया है निर्णय

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर एक कमरा उपलब्ध करवाया जाएगा, जहां पर डोडा-पोस्त रहेगा। डॉक्टर की पर्ची पर ही डोडा-पोस्त मिलेगा।

डॉ. सुनिल कुमार सिंह बिष्ट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बाड़मेर