बाड़मेर अब डॉक्टर बांटेंगे डोडा-पोस्त!
प्रदेश के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) के एक कमरे में अब डोडा-पोस्त रखा जाएगा। आबकारी विभाग की निगरानी में रखे जाने वाले इस पोस्त का वितरण यहीं से होगा। इसके लिए डॉक्टर बाकायदा पर्ची लिखेंगे कि नशेड़ी को कितना डोडा-पोस्त देना है।
डोडा-पोस्त छुड़वाने के लिए अब यह तरीका अपनाया जाएगा। प्रदेश में मार्च 2016 के बाद डोडा-पोस्त का वितरण बंद होगा। इससे पहले पंजीकृत सभी डोडा-पोस्त नशेडि़यों को नशामुक्त करना है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर शिविर लगाए जा रहे हैं।
इन शिविरों के साथ ही तय किया गया है कि आबकारी महकमा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर डोडा-पोस्त उपलब्ध करवाएगा। इसका वितरण नशा छोडऩे वाले को किया जाएगा। दवा के साथ पोस्त की खुराक मिलेगी और इसे धीरे- धीरे कम करते हुए नशामुक्त करवाया जाएगा। डोडा-पोस्त की खुराक डॉक्टर तय करेंगे।
इस पर भी विचार
पिछले दिनों जयपुर में हुई आबकारी और चिकित्सा महकमे की संयुक्त बैठक में यह भी विचार किया गया है कि पंजीकृत डोडा-पोस्त के नशेड़ी बहुत कम हैं, लेकिन बड़ी संख्या उनकी हैं जो पंजीकृत नहीं होते हुए भी नशा कर रहे हैं। इसी कारण समस्या आ रही है। इनका भी सर्वे करवाया जाए और फिर सामने आने वाले लोगों को डोडा-पोस्त छुड़ाने के प्रयास होने चाहिए।
तो नहीं रहेंगी दुकानें
नई नीति के अमल में आते ही डोडा-पोस्त की दुकानें बंद हो जाएंगी और यहां कतार लगाने पर भी पोस्त नहीं मिलेगा। जिसे भी डोडा-पोस्त लेना होगा, उसे डॉक्टर की पर्ची से अस्पताल पहुंचना होगा और वहां पर उसे डोडा के साथ दवा मिलेगी।
शिविर शुरू
मार्च 2016 तक डोडा-पोस्त बंद करवाने के सख्त निर्देश के चलते चिकित्सा महकमे ने शिविर शुरू कर दिए हैं और इसमें आठ दिन तक नशेडि़यों को रखकर डोडा-पोस्त से मुक्ति दिलाई जा रही है।
लिया है निर्णय
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर एक कमरा उपलब्ध करवाया जाएगा, जहां पर डोडा-पोस्त रहेगा। डॉक्टर की पर्ची पर ही डोडा-पोस्त मिलेगा।
डॉ. सुनिल कुमार सिंह बिष्ट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बाड़मेर
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