शुक्रवार, 20 मार्च 2015

बाड़मेर। बैंकों से महिलाओं को प्राथमिकता के निर्देश

बाड़मेर। बैंकों से महिलाओं को प्राथमिकता के निर्देश


बाडमेर, 20 मार्च। बैंकों से केवल वाण्जियिक दृष्टिकोण अपनाकर व्यवसाय करने की बजाय सामाजिक क्षेत्र में भी अपने दायित्वों के पालन पर जोर देते हुए जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने उन्हें महिलाओं तथा समाज के विभिन्न वर्गो के कल्याण के लिए कार्य करने के निर्देश दिए है। वे शुक्रवार को कलक्टेªट सभागार में जिला स्तरीय बैंकिग समीक्षा समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे।इस मौके पर जिला कलेक्टर शर्मा ने कहा कि अधिकांश बैंकों की सरकार द्वारा प्रेरित योजनाओं में उपलब्धि असन्तोष जनक है तथा वे आवंटित लक्ष्यों को हासिल करने में पीछे रह गये है। उन्होने कहा कि विभिन्न बैकों को सरकार प्रेरित योजनाओं में ऋण या अनुदान वितरण के लक्ष्य वितीय वर्ष के प्रारम्भ मे ही आवंटित कर दिये जाते है तथा समय समय पर उन्हें विभिन्न योजनाओं के आवेदन प्रेषित किये जाते है लेकिन बैंके उन्हें निर्धारित समय पर ऋण वितरण में विलम्ब करती है। 

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उन्होने जिले की स्थानीय जमाओं के अनुरूप साठ प्रतिशत ऋण स्थानीय क्षेत्र में ही वितरित करने को बैंकों को प्राथमिकता देने को कहा।शर्मा ने भामाशाह योजना में बैंक खाता खोलने की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होनेें बैंको को तत्परता लाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमन्त्री रोजगार सृजन योजना के लक्ष्यों तथा अर्जित उपलब्धियों की प्रगति की समीक्षा करते हुए धीमी प्रगति वाले बैको को अगले माह तक उन्हें आंवटित लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होने बैंकों की ऋण वितरण नीति में खामी बताते हुए इसे स्वयं सहायता समूहों के प्रति संवेदनशीलता बरतते हुए उन्हें प्राथमिकता देने को कहा। उन्होने कहा कि इससे जिले की ग्रामीण अर्थ व्यवस्था के सुदृढीकरण में मदद मिलेगी जिससे बैंकों की सूक्ष्य ऋण की नीति भी कारगर होगी। इससे पूर्व अग्रणी बैंक अधिकारी एस.डी. उज्जवल ने बैठक का एजेन्डा प्रस्तुत किया। वहीं नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक माणक चन्द रैगर ने जिले की संभावयता क्षेत्रों के बारे में बताया। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपालराम बिरड़ा समेत जिले की सभी बैंकों के प्रतिनिधि तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

बाड़मेर। चेटीचंड कलश यात्रा का शहर में कई जगह स्वागत

बाड़मेर। चेटीचंड कलश यात्रा का शहर में कई जगह स्वागत

रिपोर्ट :- छगन सिंह चौहान / बाड़मेर 


बाड़मेर।चेटीचंड भगवान झूलेलाल महोत्सव के कार्यक्रम की शृंखला में शुक्रवार सुबह दस बजे भगवान झूलेलाल मंदिर से महिलाएं लाल रंग की पोशाक पहनें हुए सिर पर लाल रंग की चुनड़ी ओढ़ कलश रख कलशयात्रा निकाली। इस दौरान शहर में कई जगह कलशयात्रा का स्वागत किया गया। शहर के प्रमुख मार्गों से कलशयात्रा के गुजरने पर पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया। भगवान झूलेलाल का रथ कलश यात्रा में आकर्षण का केंद्र रहा। कलशयात्रा के दौरान झूलेलाल मंदिर के पदाधिकारी, झूलेलाल भजन मंडली व झूलेलाल महिला सेवा समिति की सेविकाओं ने व्यवस्थाओं को संभाला। कलश यात्रा झूलेलाल मंदिर में आकर विसर्जित हुई।

राजस्थान हाईकोर्ट ने सरकार से किया जवाब तलब

राजस्थान हाईकोर्ट ने सरकार से किया जवाब तलब

जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने भारी वाहनों के फिटनेस के लिए निजी सेंटर खोलने की अनुमति देने के बाद परिवहन विभाग में भी इसकी सुविधा देने पर राज्य सरकार से जवाब तलब किया है। न्यायाधीश मोहम्मद रफीक की एकलपीठ ने यह आदेश मैसर्स राजधानी फिटनेस सेंटर की ओर से दायर याचिका पर प्रारंभिक सुनवाई करते हुए दिए।

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याचिका में अधिवक्ता हनुमान चोधरी ने अदालत को बताया की परिवहन विभाग ने 2011 में फिजा-2011 के तहत वाहन फिटनेस जांच केन्द्र योजना आरंभ की थी। जिसमें निजी क्षेत्र में जांच केन्द्र आरंभ किए गए। जिन शहरों में निजी केन्द्र खुलने थे वहां के परिवहन कार्यालयों में ऐसी जांच नहीं करने का प्रावधान किया गया। याचिका में कहा गया कि इसके चलते याचिकाकर्ता ने करीब सवा करोड़ रुपए की मशीने लगाकर जांच केन्द्र आरंभ किया।



वहीं सितंबर 2013 में पूर्व में नियम में शिथिलता देते हुए परिहवन कार्यालयों में भी जांच करने की छूट दी गई। याचिका में कहा गया कि तकनीकी कारणों से निजी केन्द्रों को वाहन का सभी करों के भुगतान होने के संबंध में एनओजी होने पर ही फिटनेस टेस्ट किया जाता है, लेकिन परिवहन कार्यालयों पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है। जिसके चलते याचिकाकर्ता के केन्द्र पर वाहन फिटनेस के लिए नहीं आते। जिस पर सुनवाई करते हुए एकलपीठ ने राज्य सरकार से जवाब तलब किया है।

मजिस्ट्रेट मशीनी तौर पर नहीं दें प्रसंज्ञान आदेश-हाईकोर्ट

मजिस्ट्रेट मशीनी तौर पर नहीं दें प्रसंज्ञान आदेश-हाईकोर्ट


जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने मारपीट के मामले में लिए गए प्रसंज्ञान आदेश को रद्द कर पुन: निचली अदालत में सुनवाई के लिए भेजा है। इसके साथ ही अदालत ने मजिस्ट्रेटों को आदेश दिए हैं कि वे प्रसंज्ञान आदेश देते समय मशीनी तौर पर काम न कर अपने विवेक का इस्तमाल करें। वहीं अदालत ने जिला न्यायाधीश को इस आदेश की पालना के लिए कहा है।

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न्यायाधीश मनीष भंडारी की एकलपीठ ने यह आदेश सुरजप्रकाश शर्मा व अन्य की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए दिए। याचिका में कहा गया कि 2009 में याचिकाकर्ता के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज हुआ था। जिसमें याचिकाकर्ता को छह माह के लिए पाबंद कर दिया गया। वहीं इसी प्रकरण में अशोक चौधरी की शिकायत पर सदर थाने ने एफआईआर दर्ज की। जिसमें पुलिस की ओर से पेश आरोप पत्र पर अदालत ने प्रसंज्ञान ले लिया। याचिका में कहा गया कि निचली अदालत ने मशीनी तौर पर प्रोफॉर्मा में याचिकाकर्ता का नाम भरकर प्रसंज्ञान आदेश दिया है, जबकि आदेश देते समय उसे अपने विवेक का इस्तमाल करना चाहिए था।



जिस पर सुनवाई करते हुए अदालत ने निचली अदालत के प्रसंज्ञान आदेश को रद्द कर मजिस्ट्रेटों को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं।

सीएम राजे का बड़ा फैसला, आपदा प्रभावित गांवों में मनरेगा में मिलेगा अतिरिक्त रोज़गार

सीएम राजे का बड़ा फैसला, आपदा प्रभावित गांवों में मनरेगा में मिलेगा अतिरिक्त रोज़गार



सीएम वसुंधरा राजे ने फसल खराबे से प्रभावित गांवों में मनरेगा के तहत अतिरिक्त रोज़गार देने का फैसला किया है। खराबे वाले गांवों में 100 दिन का रोज़गार पूरा कर चुके श्रमिकों को 31 मार्च तक अतिरिक्त रोज़गार दिया जाएगा। अतिरिक्त रोज़गार उन पंचायतों में दिया जायेगा, जिनका चयन जिला कलक्टर वहां हुए खराबे के आधार पर करेंगे।

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मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने गुरूवार को दिनभर आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के तुरन्त बाद शाम को एक उच्च स्तरीय बैठक ली। जिसमें प्रदेश में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में शीघ्र राहत पहुंचाने को लेकर चर्चा हुई।



इससे पहले मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे गुरुवार को बूंदी जिले के केशोरायपाटन विधान सभा के लाखेरी क्षेत्र के दौरे पर रही| राजे ने लाखेरी बड़ाखेडा पापड़ी बसवाड़ा खेडली और देवजी गांवो में जाकर ओलावृष्टी से फसलों के खराबे और किसानों का हाल जाना जिसमें मुख्यमंत्री ने फसलों में 100 फीसदी खराब होना माना|



राजे के साथ बून्दी जिला कलेक्टर और विधायक परिवहन मंत्री बाबुलाल वर्मा और कई प्रसासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद रहे| राजे ने किसानों को राहत पैकेज जारी करने और रोज़गार उपलब्ध कराने के लिए कहा|

अमिताभ बच्चन पहुंचे जोधपुर, धातु के घोड़े की नीलामी 15 लाख से हई शुरू

अमिताभ बच्चन पहुंचे जोधपुर, धातु के घोड़े की नीलामी 15 लाख से हई शुरू

जोधपुर। मेहरानगढ़ दुर्ग में शुक्रवार को अभिनेता से लेकर राजनेता तक नज़र आए हैं। आपको बता दें कि यहां एक अद्भुत घोड़े की नीलामी कार्यक्रम का आगाज हुआ है। इस कार्यक्रम में अभिनेता अमिताभ बच्चन सहित देश की नामी हस्तियों ने शिरकत किया है।

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आपको बता दें कि धातु से बने इस विशालकाय घोड़े की आकृति में राजाओं के समय में प्रयोग होने वाले अस्त्र-शस्त्र लगे हुए हैं। हाथी जैसी विशाल आकृति के इस विशालकाय धातु की आकृति में सैंकड़ों ऐसे अस्त्र-शस्त्रों का प्रदर्शन किया गया है, जो प्राचीन समय में युद्ध में प्रयुक्त होते थे।सूत्रों के अनुसार इस घोड़े की नीलामी 15 लाख से शुरू होगी और अब ये देखना होगा कि इसकी नीलामी का अंत कहां जा कर होगा

मंत्री जीतमल खांट और पूर्व मंत्री मालवीय में हुई जमकर नोकझोंक

मंत्री जीतमल खांट और पूर्व मंत्री मालवीय में हुई जमकर नोकझोंक


महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने लगाया आरोप, राजनीतिक आधार पर सरपंचों को बिना जांच निलंबित किया गया

— जीतमल खांट का आरोप, मालवीय के कार्यकाल में हुआ सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार

— दोनों ने कहा, यदि उनकी बात सच नहीं तो वे इस्तीफा दे देंगे

— गृह मंत्री कटारिया ने कहा, कानून के अनुसार हुई है सरपंचों के खिलाफ कार्रवाई



जयपुर| विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सरपंचों को राजनीतिक आधार पर निलंबित करने के मुद्दे पर प्रश्नकाल में जमकर नोंकझोंक हुई। कांग्रेस विधायक और पूर्व पंचायतीराज मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने पूरक सवाल पूछते हुए राजनीतिक आधार पर बिना जांच सरपंचों को निलंबित करने का आरोप लगाया। इस पर जीएडी राज्य मंत्री जीतमल खांट ने मालवीय के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार पर आरोप लगाए। इस मामले में मालवीय और खांट के बीच जमकर आरोप प्रत्यारोप का दौर चला।

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दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे जो मुद्दा उठा रहे हैं यदि वह गलत हो और आरोप झूठे निकले तो वे इस्तीफा देने को तैयार हैं। हंगामे की शुरुआत निर्दलीय विधायक मनोज न्यांगली के सवाल के बाद हुई। इस पर हस्तक्षेप करते हुए गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जो भी उन्हें शिकायत मिली, उसे सक्षम अधिकारी से जांच करवाकर ही कार्रवाई की है। उन्होंने जो कार्रवाई की है वह कानून सम्मत तरीके से की है। इसके लिए सदन के सदस्यों कमेटी बनाकर जांच करा लेनी चाहिए। मनोज न्यांगली के सवाल के जवाब में पंचायतीराज मंत्री सुरेंद्र गोयल ने बताया कि प्रदेश भर से 261 सरपंचों के खिलाफ शिकायतें मिली हैं।

होमगार्ड्स के लिए खुशखबरी, हाईकोर्ट का अहम फैसला



राजस्थान हाईकोर्ट ने अहम फैसले में होमगार्ड के रूप में कार्य करने वाले याचिकाकर्ताओं को पुलिस कांस्टेबल के समान वेतन-भत्ता देने के आदेश दिए हैं।



ईश्वरसिंह व अन्य याचिकाकर्ताओं की ओर दायर पांच याचिकाओं का निस्तारण कर न्यायाधीश निर्मलजीत कौर ने यह आदेश दिया। याचिकाकर्ताओं ने कहा कि होमगार्ड जवान कई वर्षो से पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं।




वर्तमान में इनको मजदूर से भी कम मानदेय मात्र 320 रूपए दिए जाते हैं। पूरे वर्ष में मात्र 4 या 5 माह नौकरी पर रखा जाता है। इससे परिवार का लालन-पालन संभव नहीं है। होमगार्ड में रहते हुए इनके सामने रोजी-रोटी का भी संकट है। होमगार्ड में रहते ये अन्य काम भी नहीं कर सकते।




सरकार का तर्क

होमगार्ड को साल में कभी-कभी डयूटी पर बुलाया जाता है। ये सरकार के नियमित कर्मचारी नहीं हैं। डयूटी देने पर इन्हें 320 रूपए मानदेय दिए जाते हैं। इन्हें प्रतिमाह नियमित डयूटी पर नहीं रखा जाता है। होमगार्ड से मात्र आपात स्थिति में ही डयूटी ली जाती है।




कानूनी बिन्दु

होमगार्ड जवानों को होमगार्ड मुख्यालय की रोटेशन पॉलिसी के तहत ड्यूटी का आवंटन किया जाता है। यह उनका शोषण है। मानवाधिकार आयोग मध्यप्रदेश की रिपोर्ट में इसे असंवैधानिक बताया है। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने भी इस प्रकिया को खत्म कर होमगार्ड को वर्षभर नियमित ड्यूटी देने के आदेश दिए। इसे उच्चतम न्यायालय ने भी सही माना।

गुरुवार, 19 मार्च 2015

पत्नी प्रेमी संग गई तो पति ने दी जान



मकराना शादी की नीयत से प्रेमी संग भागी विवाहिता के पति ने क्षुब्ध होकर आत्महत्या कर ली। इस आशय का मामला न्यायालय के आदेश पर मकराना थाने में दर्ज किया गया है।

पुलिस के अनुसार ग्राम बरवाला निवासी प्रहलाद भार्गव ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके भाई दिलीप का विवाह सात-आठ साल पहले खरेश डीडवाना निवासी ललिता के साथ हुआ। ललिता पंद्रह दिन पहले ही सुजानगढ़ गई।




वहां बुआ के घर के सामने रहने वाले बुद्धाराम भार्गव से उसका प्रेम प्रसंग चला। इसकी जानकारी मिलने पर दिलीप 23 फरवरी को सुजानगढ़ से ललिता को लेकर आने गांव आ गया। बाद में ललिता बीमारी का बहाना बनाकर उपचार के लिए कुचामन चलील गई।




वहां से वह बुद्धाराम के साथ अपनी दूसरी बुआ गीता देवी के यहां पहुंच गई। इस दौरान दिलीप को पता लगा कि उसकी बुआ सास गीता देवी, मिरचू देवी, फूफी ससुर मिट्ठूलाल भार्गव, ओमप्रकाश भार्गव तथा बुआ सास के पुत्र नितेश व राजू भार्गव ने उसकी पत्नी ललिता को बुद्धाराम के साथ जाने में सहयोग किया। इससे क्षुब्ध होकर दिलीप ने आठ मार्च की रात आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है।

रिफाइनरी मामले में गहलोत ने की पीएम से हस्तक्षेप करने की मांग



राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रिफाइनरी के निर्माण का काम शुरु होने में हो रही देरी को देखते हुए इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की है।



गहलोत ने कहा कि रिफाइनरी राज्य के विकास में अह्म योगदान देने वाला एक बड़ा प्रोजेक्ट है, इसकी स्थापना से राज्य को न केवल आर्थिक लाभ होगा,वरन हजारों युवाओं को भी रोजगार मिलेगा।




राज्य सरकार राजनैतिक द्वेष के चलते निर्माण में विलंब करके प्रदेश के हितों पर कुठाराघात कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक रिफाइनरी निर्माण का काम लटकाए रहने के पीछे राज्य सरकार बार बार यह तर्क देकर जनता को गुमराह कर रही है कि पानी हमारा, जमीन हमारी व तेल भी हमारा, फिर भी पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा रिफाइनरी में ली गई हिस्सेदारी एक घाटे का सौदा हैं।




जबकि वास्तविकता यह है कि राज्य सरकार पानी व जमीन के लिए इस प्रोजेक्ट से पूरी राशि वसूल करेंगी। रिफाइनरी को दी जा रही जमीन के बदले 200 करोड़ रुपए का अंशदान रिफाइनरी में राज्य सरकार को होगा।




उन्होंने कहा कि यही नहीं रिफाइनरी लगने से राज्य को एक्साईज और वैट के रुप में नियमित रुप से बडी धनराशि मिलती रहेगी।




अभी तक यह लाभ गुजरात सरकार को मिल रहा है, क्योंकि राजस्थान का तेल रिफाइनरी होने के लिए गुजरात जा रहा हैं।

लोकेश वर्मा हत्याकांड: पानी की टंकी पर चढे युवक



हनुमानगढ़ के संगरिया में लोकेश वर्मा हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर गुरूवार सुबह तीन युवक हसनपुरा स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए। सूचना पर मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारी टंकी पर चढ़े युवकों को समझा बुझाकर उतारने का प्रयास कर रहे हैं।



पुलिस के अनुसार सुबह करीब 6 बजे तीन युवक हसनपुरा स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।




टंकी पर चढ़े पंकज सोनी, राजेंद्र मेघवाल और संदीप संगरिया के रहने वाले हैं। टंकी पर चढ़े युवक हनुमानगढ़ के संगरिया में लोकश वर्मा हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहे हैं।




थानाधिकारी रडमलसिंह ने बताया कि टंकी पर चढ़े युवक लोकेश वर्मा हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।




गत वष्ाü भी बनीपार्क में इसी मांग को लेकर तीनों युवक पानी की टंकी पर चढ़ गए थे। टंकी पर चढ़े युवकों को कड़ी मशक्कत के बाद उनको नीचे उतारा। टंकी पर चढ़े युवकों ने हाथ में माइक भी ले रखा है।

बाड़मेर सार्वजनिक सम्पति के निजी उपयोग पर होगी कार्यवाही


जिला परिषद द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षाबाड़मेर सार्वजनिक सम्पति के निजी उपयोग पर होगी कार्यवाही
बाड़मेर, 19 मार्च। जिले में ग्रामीण विकास की सम्पतियों के सार्वजनिक हित में उपयोग के मद्दे नजर ही कार्य स्वीकृत किए जाए तथा निजी हित में योजनाओं को बनाने तथा भारत सरकार के धन का दुरूपयोग होने पर जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा ने कडी कार्यवाही के निर्देश दिए है।

वह गुरूवार को कलक्ट्रेट सभागार में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस मौके पर जिला परिषद द्वारा संचालित योजनाओं की फरवरी माह तक प्रगति की जिला कलक्टर ने समीक्षा की। उन्होंने योजनाओं में स्वीकृत कार्यो तथा पूर्ण कार्यो की व्यापक चर्चा की तथा बकाया सी सी व यूसी तुरन्त जारी करने के निर्देश दिए।

बीएडीपी

जिला कलेक्टर ने जिले में चार विकास खण्डों में संचालित बीएडीपी कार्यक्रम की विस्तृत चर्चा की। उन्होंने योजना के तहत जलदाय विभाग के वर्ष 2010-11 तथा वर्ष 2013-14 के अपूर्ण कार्यो पर नाराजगी जताते हुए बकाया कार्यो के लिए विभागीय अधिकारियों को सख्त हिदायत दी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में स्वीकृत पैसे का सदुपयोग होना चाहिए तथा स्वीकृत कार्य निर्धारित समय पर पूर्ण नहीं होने पर संबंध्ेिात ठेकेदार के विरूद्ध कार्यवाही की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विवादित कार्यो के स्थान पर अन्य कार्य स्वीकृत कर उन्हे पूर्ण किया जाए। साथ ही उन्होने अप्रारम्भ कार्यो की स्वीकृति निरस्त करने को कहा।

एमपी, एमएलए एलएडी

शर्मा ने सांसद तथा विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत स्वीकृत कार्यो की तकनीकी मंजूरी में देरी को गम्भीरता से लेते हुए निर्धारित समय पर तकनीकी स्वीकृति जारी करने के निर्देश दिए ताकि समय पर वितीय स्वीकृतियां जारी कर कार्य पूर्ण करवाए जा सकें। उन्होने तकनीकी स्वीकृतियों में देरी पर जिम्मेदार लोगों के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही के निर्देश दिए।

बैठक में जिला कलक्टर ने सभी विकास अधिकारियों को अपने स्तर पर सभी योजनाओं की माह में दो बार व्यक्तिगत मोनटरिंग करने तथा उसकी प्रगति की रिपोर्ट भेजने को कहा।

इस मौके पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपालराम बिरडा, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भगवती प्रसाद प्रजापत समेत पानी, बिजली तथा सडक विभागों के अधिकारियों के अलावा सभी विकास अधिकारी मौजूद थे।

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औद्योगिक समिति की बैठक 26 को
बाडमेर, 19 मार्च। जिला स्तरीय औद्योगिक समिति की बैठक जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा की अध्यक्षता में 26 मार्च को दोपहर 4.00 बजे जिला कलक्टर कार्यालय में आयोजित की जाएगी।

जिला उद्योंग केन्द्र के महाप्रबन्धक आनन्द प्रकाश सत्संगी ने बताया कि उक्त बैठक में गत बैठक की कार्यवाही विवरण की पुष्टि, गत बैठक में लिये गये महत्वपूर्ण निर्णयों की अनुपालना, विभिन्न विभागों में लम्बित प्रकरणों की समीक्षा सहित विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा की जाएगी।

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बाड़मेर सरहद पर छः सुत्री मांगों को लेकर ग्रामीणो का दुसरे दिन भी धरना जारी रहा,




बाड़मेर सरहद पर छः  सुत्री मांगों को लेकर ग्रामीणो का दुसरे दिन भी धरना जारी रहा,
आपदा प्रभारी की धरना स्थल पर समझाईस वार्तालाप के बावजूद ग्रामीण शीघ्र पशु शिविर खोलने एवं किसानों के ऋण माफ करने की मांग पर अड़े रहे।
न्यूज गडरारोड:-

सरहदी तहसील गडरारोड के सीमावर्ती सेकड़ों गांवों में भयंकर दोहरे अकाल की मार झेल रहे ग्रामीणों की आजीविका का साधन पशुधन सरेआम काल का ग्रास बनता जा रहा है।ं गा्रमीणों की बार-बार मांग के बावजूद भी समस्या जस-की-तस बनी हुई हैं। राज्य सरकार ने गडरारोड एवं रामसर तहसील के गांवों को अभावग्रस्त घोषित कर एक बार पशु शिविर स्वीकृत कर वाहवाही तो जरूर लूट ली लेकिन 90 दिन की अवधि का हवाला देकर पशु शिविर बंद करने से गरीब ग्रामीणों का कुछ बचा-कुचा पशुधन मौत के मॅूह में समा रहा हैं। तथा आये दिन सेकड़ों पशु अकाल की भेंट चढ रहे हैं। बार-बार राज्य सरकार एवं प्रशासन को चेताने के बावजूद भी इस क्षैत्र की तरफ ध्यान नहीं देने के चलते खफा सीमावर्ती गांवोें के गरीब पशुपालकों एवं किसानों ने अपनी दो सुत्री मांगों को लेकर बुधवार को एडवोकेट खुमाणसिंह सोढा एवं समाजसेवी शंकरसिंह के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गये, जो गुरूवार को भी जारी रहा। बुधवार को गडरारोड तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर ग्रामीणों ने प्रशासन एवं राज्य सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की। वही ंआरोप लगाया कि राजनेताओं को वोटों की जरूरत होती हैं, तब सीमावर्ती क्षैत्रों में वोट बैंक बढाने के लिए बड़े-बड़े वादे तो जरूर कर देते हैं, जब अपना स्वार्थ सिद्ध हो जाता हैं, तो इस क्षैत्र की तरफ ध्यान देना तो दूर की बात, सुध तक लेना मुनासिब नहीं समझते हैं। इस क्षैत्र के सेकड़ों गांवों के ग्रामीणों का मुख्य व्यवसाय खेती एवं पशुपालन हैं, जो लगातार दो-दो अकाल पड़ने से नही ंतो कुछ खेतों में आमदनी हासिल हुई, और चारे के अभाव मे ंपशुधन भी सीमट रहा हैं। इतना ही नहीं किसानों ने खरीफ ऋण लेकर खेतों में बुवाई की, परन्तु समय पर बारिश नहीं होने के कारण फसलें नष्ट हो गई, तथा किसानों का सारा खर्चा बरबाद हो गयां। उसके बाद गिरदावरी रिपोर्ट में शतप्रतिशत खराबा बताया गया। उसके बावजूद भी सरकार कृषि अनुदान के नाम पर लघु सीमान्त कृषकों सुचियां तैयार कर हैक्टर के हिसाब से अनुदान दे रही हैं, जो किसानोें के फसल खराबे एवं खर्चे के हिसाब से उॅंट के मॅूह में जीरा साबित हो रहा हैं। जिसके चलते किसान कर्ज तले दब गये हैं। ग्रामीणों ने बताया कि गतवर्ष गहने गिरवी रखकर खरीफ ऋण चुकाया था, लेकिन इस वर्ष ऋण चुकाना तो दुर की बात हैं, आजिविका चलाना भी मुश्किल हो रहा है।ं वहीं बताया कि जब तक मांगे नहीं मानी गई, तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।

दो घंटे चला समझाईस का दौर:- आपदा प्रभारी नखतदान बारहठ मय तहसीलदार गडरारोड डालाराम पंवार एवं विकास अधिकारी भगवानसिंह जेतावत ने धरना स्थल पर पहॅूचकर ग्रामीणों से समझाईस वार्तालाप की। परन्तु नतीजा बेअसर रहा, औंर ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे। इस अवसर पर पूर्व सरपंच दशरथ कुमार, रमेश कुमार चांडक, पंचायत समिति सदस्य हाकमखां, समाजसेवी अयुबखां खानियानी, रिड़मलंिसह सोढा मैदूसर, ईश्वरसिंह सरपंच गडरारोड, उगमसिंह सोढा द्राभा सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।








चौहटन में कांगे्रस का धरना शुक्र को



चैहटन में कांगे्रस का धरना शुक्र को  
कांग्रेस नेता धनाउ, सेड़वा एवं चैहटन के ग्रामीण ईलाको में फसल खराबे का करेगे दौरा

बाड़मेर, 19 मार्च। चौहटन ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी  द्वारा आज शुक्रवार को सुबह 11 बजे उपखण्ड मुख्यालय पर फसल खराबे को लेकर धरना दिया जाएगा। इस दौरान कांग्रेस नेताओं द्वारा धनाउ, सेड़वा एवं चैहटन के ग्रामीण ईलाको का दौरा कर फसल खराबे का आंकलन कर पीड़ित किसानों को राहत देने के लिए राज्य सरकार से मांग की जाएगी।

यह जानकारी देते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष फतेह खान ने बताया कि चैहटन ब्लाॅक कांग्रेस कमेटी द्वारा सुबह 11 बजे उपखण्ड कार्यालय के बाहर धरना दिया जाएगा। इस दौरान उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौपा जाएगा जिसमें फसल खराबे वाले क्षेत्रों के किसानों को राहत देने, अकाल राहत प्रभावित क्षेत्रों में पशु शिविर खोलने एवं पीने के पानी का इंतजाम करने के साथ-साथ स्थानीय समस्याओं के समाधान की मांग की जाएगी। दोपहर 1 बजे ज्ञापन देने के बाद कांग्रेस कमेटी के नेता धनाउ पंचायत समिति पहुंचेगे जहां वह प्रधान कुमारी भगवती के साथ फसल खराबे का आंकलन करेगे। इसके बाद यह नेता सेड़वा पंचायत समिति पहुंचेगे प्रधान पदमाराम मेघवाल के साथ मिलकर ग्रामीण ईलाको का दौरा कर फसल खराबे का आंकलन करेगे एवं उन्हें राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजी जाएगी।

इस दौरान धरने पर पूर्व सांसद हरीश चैधरी, जिला प्रमुख प्रियंका मेघवाल, प्रदेश सचिव शमा खान, रूपाराम धारासर, जिला परिषद, पंचायत समिति के सदस्यों सहित कई कार्यकर्ता मौजुद रहेगे।

बांग्लादेश को हरा​कर विश्वकप के सेमिफाइनल में भारत

बांग्लादेश को हरा​कर विश्वकप के सेमिफाइनल में भारत
आॅस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए विश्वकप 2015 के दूसरे सेमिफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने लगातार सातवीं जीत दर्ज करते हुए बांग्लादेश को 109 रन से हरा दिया है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम ने रोहित शर्मा के शानदार 137 रन और सुरेश रैना की 65 रन की संभली हुई पारी की बदौलत भारत ने 302 रनों का स्कोर खड़ा किया।

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जवाब में बांग्लादेश ने अच्छी शुरूआत तो की मगर भारतीय तेज़ गेंदबाजों ने बांग्लादेशी बल्लेबाज़ों को ज्यादा देर तक टिकने नहीं दिया। भारत की ओर से उमेश यादव ने 4, मोहम्मद शमी व रविन्द्र जडेजा ने दो दो विकेट झटके। बांग्लादेश की ओर से नासिर हुसैन ने सर्वाधिक 35 रन बनाए।