शनिवार, 3 जनवरी 2015

बाड़मेर प्रथम दिन दो प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए

पंचायती राज संस्थाओं के आम चुनाव  प्रथम चरण की अधिसूचना जारी, 

बाड़मेर प्रथम दिन दो प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए


बाडमेर, 3 जनवरी। पंचायती राज आम चुनाव 2015 के तहत प्रथम चरण की अधिसूचना शनिवार को प्रकाशित की गई। इसके साथ ही नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत करने का कार्य प्रारम्भ हो गया।
जिला निर्वाचन अधिकारी मधुसूदन शर्मा ने बताया कि शनिवार को जिले में प्रथम चरण के तहत जिला परिषद निर्वाचन क्षेत्र संख्या 7, 8, 10, 14, 15, 16, 18, 22, 23, 24, 25, 26, 28, 29, 30, 31, 32, 33, 34 व 35 के जिला परिषद सदस्यों के निर्वाचन तथा पंचायत समिति सिवाना, बालोतरा, धोरीमना, गिडा, पाटोदी और गुडामालानी के पंचायत समिति सदस्यों के निर्वाचन हेतु निर्वाचन की सूचना जारी की गई।
उन्होंने बताया कि प्रथम दिन शनिवार को जिला परिषद सदस्यों के निर्वाचन हेतु जिला परिषद निर्वाचन क्षेत्र संख्या 29 से प्रदीप कुमार ने निर्दलीय व भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपने दो तथा जिला परिषद निर्वाचन क्षेत्र संख्या 31 से रेखा ने भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपने दो नामांकन पत्र दाखिल किए।

बाड़मेर शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह रविवार से चार दिवसीय दौरे पर


बाड़मेर शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह रविवार से चार दिवसीय दौरे पर
बाड़मेर 4 जनवरी

शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह रविवार से चार दिवसीय दौरे पर विधानसभा क्षैत्र शिव व बाड़मेर जिले की विभिन्न पंचायत समिति के दौरे पर रहेगें।

विधायक मानवेन्द्रसिंह के निजी सचिव रामसिंह ने बताया कि विघायक रविवार को पंचायत समिति कल्याणपुर व बायतू में कार्यकर्ताओ से रूबरू होकर साय 5 बजे बाड़मेर मुख्यालय पर अपने निवास पर आम कार्यकर्ता से मिलेगें व उनकी जन समस्या सुनेगें।

विधायक 5 जनवरी से 6 ज जनवरी को जिला मुख्यालय पर विधानसभा क्षैत्र के पंचायत समिति रामसर,गडरारोड़ व शिव के कार्यकर्ताओे से रूबरू होकर उनकी जन समस्या सुनेगें साथ जिला स्तर पर प्रशासन के अधिकारियों से रूबरू होकर क्षैत्र की जन समस्या से अवगत करवाकर निस्तारण करवाने की कार्यवाही करवायेगें । विधायक 7 जनवरी को प्रात अपने निवास पर आम ग्रामीणों से रूबरू होकर जनसुनवाई करेगें साथ ही समस्याओं के निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान करेगें

जैसलमेर गुमशुदा व्यक्यिों के संबंध में ‘‘आॅपरेशन स्माई‘‘ के संबंध में बैठक का आयोजन



जैसलमेर गुमशुदा व्यक्यिों के संबंध में ‘‘आॅपरेशन स्माई‘‘ के संबंध में बैठक का आयोजन
बालश्रम कराने वालों के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश

जैसलमेर आये दिन गुमशुदा व्यक्तियों एवं बच्चों के मामलों को मध्यनजर रखते हुए गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार व माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार सम्पूर्ण भारत में गुमशुदा नाबालिक बच्चों की तलाश हेतु ‘‘आॅपरेशन स्माई‘‘ के नाम से दिनंाक 01.01.2015 से 31.01.2015 तक अभियान चलाया जा रहा हैं। उक्त अभियान की सफलता हेतु आज दिनंाक 03.01.2015 को पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर की अध्यक्षता में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मिटिंग का आयोजन किया गया। उक्त मिटिंग में पुलिस अधीक्षक के अलावा प्रभुदयाल धानिया, अति0 पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर, नरेन्द्र कुमार दवे, वृताधिकारी वृत जैसलमेर, धीमाराम वृताधिकारी वृत पोकरण, किशनपालसिंह वृताधिकारी वृत नाचना एवं जिले के समस्त थानाधिकारी व थाने में गठित टीम के सदस्य तथा जिले में संचालित सी.डब्लू.सी. के सदस्य तुलसी देवी व्यास, चाईल्ड राईट संस्था के सदस्या चुतराराम, जीवनधारा संस्था के व्यवस्थापक अनिल, तहसील दलीतवर्ग संघ पोकरण के सदस्य ओमप्रकाश पंवार, सवेरा संस्थान जैसलमेर के सदस्य चेतनराम पालीवाल व सचीव मीरा पालीवाल तथा चाईल्ड हेल्प लाईन 1098 के सदस्य गोरखाराम शरीक हुए। मिटिंग मुख्यालय से जारी आदेश के संबंध में जानकारी प्रदान दी गई तथा निर्देश दिये गये कि थाना क्षेत्रों मे स्थित सेल्टर होम, प्लेटफार्म, बस स्टेण्ड, रोड के किनारे प्लाई आॅवर, भिक्षावृति धार्मिक स्थल पर, ईट के भट्टे, होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट, रेन बसेरा में रहने वाले सभी बच्चों का स्क्रीनिंग की जाकर उनके बारे में जानकारी प्राप्त कर गुमशदा बच्चों को परिवार से मिलाने की कोशिश हेतु निर्देश दिये गये तथा बाल मजदूरी करवाने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कानून कार्यवाही करने हेतु जे.जे. एक्ट, पोक्सो एक्ट, चाईल्ड राईट्स आदि जानकारी हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण मानव तस्करी यूनिट के प्रभारी रतनलाल निरीक्षक पुलिस द्वारा दी गई। समस्त एनजीओएस को निर्देश दिये गये है कि इस संबंध में किसी भी की कोई सुचना सुचना एवं जानकारी मिले तो मानव तस्करी यूनिट के साथ मिलकर कानूनी कार्यवाही करावे तथा एनजीओएस को अनररजिस्टर संस्था के विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु सुचित करने के निर्देश दिये गये। इसके साथ-साथ थानाधिकारी पुलिस सम/खुहडी को सम सैण्ड्ून्स पर बच्चों से बाल श्रम करवाने वाले व्यक्यिों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।







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जैसलमेर आगामी पंचायत चुनाव पर कानून एवं शांति व्यवस्था हेतु अपराध गोष्ठी का आयोजन

जैसलमेर आगामी पंचायत चुनाव पर कानून एवं शांति व्यवस्था हेतु अपराध गोष्ठी का आयोजन
जैसलमेर जिले में थाना स्तर पर कानून व्यवस्था मजबूत बनाने एवं आपसी समन्वय को बनाये रखने एवं आगामी पंचायत चुनाव पर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु आज दिनंाक 03.01.2015 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जिले के समस्त वृताधिकारियों /थानाधिकारियों के साथ ‘‘अपराध गोष्ठी‘‘ का आयोजन किया गया। उक्त गोष्ठी में पुलिस अधीक्षक के अलावा प्रभुदयाल धानिया, अति0 पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर, नरेन्द्र कुमार दवे, वृताधिकारी वृत जैसलमेर, धीमाराम वृताधिकारी वृत पोकरण, किशनपालसिंह वृताधिकारी वृत नाचना एवं जिले के समस्त थानाधिकारी शरीक हुए। पुलिस अधीक्षक द्वारा आगामी पंचायत चुनाव मध्यनजर रखते हुए समस्त वृताधिकारी/थानाधिकारियों को अपने-अपने थाना में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक समस्त थानाधिकारियों को अपने थाना क्षेत्र में चुनाव के दौरान अशांति फैलाने वाले आदतन/खतनाक व चिन्हित माफियों के ज्यादा से ज्यादा से इन्सदादी कार्यवाही कर पाबंद करने के निर्देश दिये गये तथा थाना क्षेत्र में लाईसेंस शुदा शस्त्रों को ज्यादा से ज्यादा जमा करवाने की कार्यवाही करें। चुनाव में चिन्हित संवेदनशील/अतिसंवेदनशील मतदान क्षेत्रों स्वयं जाकर कानून व्यवस्था संबंधी जानकारी प्राप्त कर उक्त क्षेत्र में निवासरत सीएलजी सदस्यों के साथ मिटिंग का आयोजन कर शांति व्यवस्था बनाने हेतु समझाईश करे। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थानाधिकायों को अपने-अपने हल्का क्षैत्रों में चोरियों पर रोक लगाने हेतु गस्त एंव नाकाबंदी करने के निर्देश दिये। इसके आलावा समस्त थानाधिकारियों को अपने थानो में एक्शन प्लान के तहत स्थाई वारंटियाॅ, उदघोषित अपराधियों तथा भगोडो को गिरफतार करने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थानाधिकारियों को अपने हल्का क्षैत्र में इंस्दादी कार्यवाही, एमवी एक्ट के तहत कार्यवाही, लोकल एवं स्पेशल एक्ट के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दियेे तथा इसके साथ-साथ जिले में शराब तस्करो के विरूद्ध भी कार्यवाही करने के निर्देश दिये तथा समस्त अधिकारियों से मेलजोल करके कार्य करने के निर्देश दिये। इसके अलावा 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को देखते हुए पुलिस अधीक्षक द्वारा समस्त थानाधिकारियों को अपने-अपने हल्का क्षैत्र में आने वाली समस्त होटलो के संचालको को होटल में ठहरने वालो से परिचय प्राप्त करने हेतु निर्देशित करने की हिदायते दी।













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मंदिर में जा घुसी एक्सप्रेस ट्रेन, मच गई अफरातफरी



ग्वालियर। मध्यप्रदेश में एक ऎसी घटना सामने आई है जिसमें ट्रेन एक मंदिर में घुस गई।
Train bogie derails near Gwalior


जानकारी के अनुसार, ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर बरौनी मेल एक्सप्रेस बैक होते समय एक मंदिर में घुस गई।




घटना शनिवार सुबह 6.30 बजे की है। बरौनी से आई ट्रेन को यार्ड में पहुंचाने के लिए चालक बैक करते हुए ले जा रहा था।




ट्रेन में चार डिब्बे ज्यादा लगे थे। इसके चलते चालक इंजन खड़ा करने में चूक गया और ट्रेन के पिछले डिब्बे पटरी पर लगे स्टॉपर को तोड़ते हुए बाहर आ गए और उसने एक पेड़ को धराशायी कर दिया।




इसके बाद पेड़ वहां बने मंदिर के ऊपर जा गिरा। तब तक ट्रेन भी मंदिर के समीप पहुंच गई और उसका कुछ हिस्सा मंदिर से टकराया, जिससे मंदिर भरभराकर गिर पड़ा। इस घटना में मंदिर के दो पुजारी घायल हो गए जिन्हे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के समय ट्रेन खाली थी इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई।

 

जसवंत सिंह के जन्मदिन पर जिले में विभिन आयोजन। दीर्घायु की कामनाएं

जसवंत सिंह के जन्मदिन पर जिले में विभिन आयोजन। दीर्घायु की कामनाएं 
आज पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह का जन्म दिन है। इस साल दुर्घटना के बाद उन्हें कुछ रोज पूर्व ही अस्पताल से छूटी मिली। जसवंत सिंह के समर्थको ने बाड़मेर जिले में उनकी दीर्घायु के लिए  आयोजन रखे ,अस्पताल में मरीजों को फल वितरित करने के साथ उनकी लम्बी उम्र के लिए यज्ञ किया गया जिसमे जसवंत सिंह के सेकड़ो समर्थक शामिल हुए। 


राजस्थान में बाड़मेर जिले के जसोल गांव में 3 जनवरी 1938 को राजपूत परिवार में इनका जन्म हुआ।


इनके पिता का नाम ठाकुर सरदारा सिंह और माता का नाम कुंवर बाई सा था।

जसवंत सिंह का विवाह शीतल कंवर से हुआ। इनके दो बेटे हैं। बड़े बेटे मानवेंद्र सिंह बाड़मेर के शिव विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।

जसवंत सिंह ने मशहूर शिक्षण संस्थान मेयो कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की। इसके अलावा नेशनल डिफेंस एकेडमी, खड़गवासला से भी प्रशिक्षण हासिल किया। वे सेना में अधिकारी भी रहे हैं।


ऎसे की सियासत की शुरूआत

साठ के दशक में इन्होंने राजनीति में प्रवेश किया। राजनीति में जहां वे कई सीढियां चढ़ते हुए केंद्र में मंत्री तक बने, वहीं अनेक विवाद भी इनके साथ जुड़े। शुरूआती दौर में राजनीति इन्हें कोई खास पहचान नहीं दिला सकी।
उन दिनों वे जनसंघ की राजनीति में सक्रिय हुए थे। पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत के साथ भी उनकी नजदीकी रही है। राजनीति में उन्हें पहली सफलता अस्सी के दशक में मिली जब वे राज्यसभा के लिए चुने गए। वे जोधपुर के पूर्व महाराजा गजसिंह के करीबी भी माने जाते हैं।


सर्वश्रेष्ठ सांसद का खिताब

1996 में जब अटलबिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में केंद्र में सरकार बनी तो जसवंत सिंह वित्त मंत्री चुने गए, लेकिन वे कुछ दिन ही इस पद पर रहे, क्योंकि इसके बाद वाजपेयी सरकार गिर गई। पुन: सत्ता में आने के बाद वे 1998 में वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री बने।




इस दौरान उन्होंने पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते सुधारने की कोशिश की। साल 2000 में वे देश के रक्षामंत्री बने और अगले ही वर्ष इन्हें सर्वश्रेष्ठ सांसद का का सम्मान भी दिया गया। वर्ष 2002 में जसवंत सिंह एक बार फिर वित्त मंत्री बने और वाजपेयी सरकार के कार्यकाल तक इसी पद पर रहे।




जीत के साथ जुड़े कई विवाद

कहा जाता है कि राजनीति में हार के साथ जीत और तारीफ के साथ विवादों का लंबा रिश्ता रहा है। यही इनके साथ भी हुआ। वर्ष 2012 में जसवंत सिंह एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार भी बनाए गए, लेकिन नतीजे उनके पक्ष में नहीं आए।




जसवंत सिंह एक मंझे हुए राजनेता की तरह ही अच्छे लेखक भी हैं। उनकी किताबों में किए गए दावों की वजह से खासा बवाल मचा है। उन्होंने किताब लिखकर यह दावा किया था कि नरसिम्हा राव सरकार के समय पीएमओ में एक भेदिया था। इसी प्रकार 2009 में उन्होंने भारत-पाक विभाजन पर किताब लिखकर एक और विवाद पैदा कर दिया।




इस पर पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया था। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की वजह से वे फिर भाजपा में आ गए। लेकिन उनके साथ जुड़े विवादों का अंत यहीं नहीं होता।




2014 में हुए लोकसभा चुनावों में उन्हें भाजपा ने टिकट नहीं दिया जिसके वे प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। इस बार उन्होंने अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार कर्नल सोनाराम के सामने निर्दलीय के रूप में ताल ठोंक दी लेकिन पराजित हो गए।




चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने एक इंटरव्यू में भाजपा के पुराने मुद्दे राम मंदिर के बारे में कहा था - मैंने तो आडवाणी जी से पहले ही कहा था कि एक राम मंदिर और बन जाने से या न बनने से भगवान राम की महत्ता बढ़ या घट नहीं जाएगी। ये मुद्दा है ही नहीं और विकास इससे बड़ा मुद्दा है।




सुदूर क्षेत्र में भी पाई विजय

जसवंत सिंह अपने राजनीतिक करियर में काफी लोकप्रिय नेता रहे हैं। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2009 में इन्होंने राजस्थान से सुदूर दार्जीलिंग से चुनाव लड़ा। यह क्षेत्र सीपीआई-एम और कांग्रेस का गढ़ रहा है लेकिन उन्होंने यहां से जीत दर्ज कर भाजपा को पहली विजय दिलाई।




अगस्त 2014 को वे बाथरूम में फिसलकर गिर गए और उनके सिर में चोट लगी। उन्हें तुरंत आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां वे कोमा में चले गए। हाल में उनकी सेहत में सुधार होने के बाद उन्हें छुट्टी दी गई है। हालांकि अभी उनका उपचार जारी है।

 

बालोतरा समाज से बहिष्कृत करने पर पंचों के खिलाफ मामला दर्ज


बालोतरा  समाज से बहिष्कृत करने पर पंचों के खिलाफ मामला दर्ज


बालोतरा  पुलिसथाना पचपदरा में जातीय पंचों के खिलाफ समाज से बहिष्कृत करने और राजीनामे के लिए नाजायज दबाव बनाने का मामला दर्ज हुआ। पुलिस के अनुसार मिसराराम पुत्र सवाराम निवासी तेजसिंह की ढाणी ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी पुत्री ने पति सहित ससुराल वालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करवाया था। इस पर ससुराल पक्ष वालों ने जातीय पंचायत बुलाकर उसके भाई के परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया। इसके खिलाफ उसके भाई केहराराम भतीजे ने समदड़ी थाने में मामला दर्ज करवाया। इसके बाद भाई भतीजे को मामला वापस लेकर राजीनामे के लिए जातीय पंचों ने बैठक बुलाई।

बैठक में सिवांची जोधपुर पट्टी के पंच गोपाराम पुत्र रणछोड़राम निवासी विरधाणियों की ढाणी, घेवरराम पुत्र लुंबाजी पेवा निवासी बिठूजा, हड़मानाराम रोपिया, दूदाराम रोपिया, किशनाराम रामीणा, थानाराम, मूलाराम, कन्हैयालाल, सीताराम, गोमाराम, मंगलाराम, ताराराम, शंकरराम, कन्हैयालाल गोयल, हेमाराम लिंबा ने षडयंत्र रचकर फरमान सुनाया कि समाज में रहना है तो मामला वापस लेना पड़ेगा और दो लाख रुपए समाज दंड भुगतान करना होगा।

शुक्रवार, 2 जनवरी 2015

ऊंट व घोड़े की सवारी को लेना होगा लाइसेंस



उदयपुर। झीलों की नगरी में बिना लाइसेंस व स्वास्थ्य परीक्षण के कोई भी पशुपालक पर्यटन स्थलों पर सैलानियों को ऊंटों और घोड़ों की सवारी नहीं करा सकेंगे। जिला कलक्टर ने मामले को गंभीरता से लिया है।




नगर निगम और पर्यटन विभाग जल्द से जल्द लाइसेंस जारी करने के साथ ही ऊंट और घोड़ों का समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कराने के निर्देश दिए हैं।




राजस्थान पत्रिका में गुरूवार को "सैलानियों की "बीमारी" की सवारी" खबर प्रकाशित होने पर जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग और नगर निगम हरकत में आए। अब तक पर्यटन स्थलों पर बिना लाइसेंस लिएं पशुपालक सैलानियों को ऊंट और घोड़े की सवारी कर रहे थे।




इतना ही नहीं, ऊंट-घोड़ों के स्वास्थ्य का परीक्षण भी नहीं कराया जा रहा था। पशु चिकित्सकों की मानें तो बीमार ऊंट और घोड़ों की सवारी करने वाले को जुकाम, बुखार, चर्म रोग और क्यू फीवर का खतरा रहता है।




पर्यटकों की सेहत से जुड़ा यह मामला गंभीर है। इसमें लापरवाही बरतना गलत है। नगर निगम और पर्यटन अधिकारियों को इसके बारे में अवगत करा दिया गया है।  

उदयपुर स्मैक सहित युवक पकड़ा



उदयपुर. सूरजपोल थाना पुलिस ने सिटी स्टेशन रोड पर दबिश देकर एक युवक को स्मैक सहित गिरफ्तार किया।
 young man caught with Smack


पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा ने बताया कि सूचना मिलने पर थानाधिकारी रमेश शर्मा ने सिटी स्टेशन रोड पर दबिश देकर खांजीपीर निवासी सैयद रिजवान अहमद उर्फ बाबू को पकड़कर तलाशी ली, तो उसकी जेब में 10.70 ग्राम स्मैक मिली।




पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ के लिए रिमाण्ड पर लिया है। - 

थार के बंदी पाक जेल में सह रहे पीड़ा

 बाड़मेर। पाकिस्तान की जेलों में कैद थार के बंदियों के परिजन को दोहरी पीड़ा सहनी पड़ रही है। तीस साल से अपनों से बिछोह का दर्द है तो उनके नाम दर्ज खेत-खलिहान से फायदा नहीं मिलने की पीड़ा भी है।thar prisoner aching in pak jail



इन लोगो को न तो किसान के्रडिट कार्ड का फायदा मिल रहा है और न ही कृषि कनेक्शन लेने या जमीन गिरवी रखने का परिलाभ। उनके आसपास के किसान कम जमीन के बावजूद सरकारी योजनाओं का फायदा उठा आर्थिक तरक्की कर रहे हैं और वे इस आस में कि जब भी अपने आएंगे, दोहरी खुशियां लाएंगे।




भारत और पाकिस्तान के बीच राजनैयिक स्तर पर रस्साकशी में पिछले तीस दशक से तीन परिवार पिस रहे हैं। इन परिवारों के तीन कमाऊ पाक की जेलों में कैद हैं, जबकि यहां उनके परिजन आर्थिक तंगी और मानसिक परेशानी से रूबरू हैं।




इन थारवासियों के नाम की कृçष्ा भूमि उनके परिजन के लिए परेशानी का कारण है। इस जमीन का परिजन सिर्फ खेती के लिए ही उपयोग कर पा रहे हैं, शेष परिलाभ नहीं मिलते। न तो वे इस जमीन पर कृषि कनेक्शन लेकर कुएं खोद सकते हैं और न सरकारी योजना से ऋण ले पा रहे हैं। फसल खराबा होने पर भी उनको फसल बीमा का लाभ नहीं मिल रहा है।




ये है हाल

सरूपे का तला तहसील चौहटन निवासी साहुराम पुत्र रूपाराम 1989 से पाक में कैद है। उनके नाम पचास बीघा जमीन है। पच्चीस साल से उनकी वतन वापसी नहीं हुई है। उनका बेटा बड़ा हो चुका है और वह चाहता है कि इस जमीन पर कृषि कनेक्शन लेकर कुछ कमाए, लेकिन पिता की वापसी तक यह नहीं हो सकता। भीलो का तला रमजान की गफन निवाासी टीलाराम 1988 से पाक में कैदी है।







उसके नाम भीलो का तला व जामगढ़ में सामलाती खाते में तीस बीघा जमीन है। उसका भाई किसान के्रडिट कार्ड का लाभ लेना चाहता है। वह जमीन गिरवी रख कुछ करना चाहता है, लेकिन वह ऎसा नहीं कर पा रहा। धनाऊ निवासी भगुसिंह के परिजन खुशनसीब हैं कि उनको सरकार की ओर से मिली सिंचित जमीन (मुरबा) भगुसिंह की पत्नी के नाम ही है।




लापता होते तो यह नियम

कानून के अनुसार यदि कोई व्यक्ति गुम हो जाता है और सात साल तक तक उसका अता-पता नहीं होने पर उसे मृत मान लिया जाता है, जिसके बाद उसकी जायदाद पर उसके परिजन का हक हो जाता है। ये थारवासी पाक की जेलों में कैद है, ऎसा माना जा रहा है। सरकार भी विभिन्न स्तरों पर द्विपक्षीय वार्ता में इनकी वतन वापसी को लेकर पाक उच्चायुक्त को अवगत करवा चुकी है। ऎसे में भूमि का नामांतकरकरण संभव नहीं है।

 

बाड़मेर खुलेगी मॉडल राशन दुकानें



बाड़मेर. सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिले में संचालित राशन की दुकानों का जिक्र आते ही अस्त-व्यस्त दुकान, जिसमें फर्श पर बिखरा अनाज एवं बारदाने की तस्वीर सामने आती है। अब जल्दी ही यह तस्वीर कुछ अलग नजर आएगी।
model Ration shops will open


जिले की 230 राशन दुकानों को मॉडल दुकानों के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव विभाग के उच्चाधिकारियो को भिजवाए गए हैं। इन दुकानों को निजी सहभागिता के जरिए विकसित किया जाएगा।




नॉन पीडीएस सामग्री

पीपीपी मॉडल पर यह रिटेल स्टोर्स खोले जाएंगे। वर्तमान में राशन की दुकानों पर सिर्फ पीडीएस सामग्री यथा गेहूं, चावल, शक्कर मिलती है। लेकिन इन स्टोर्स पर अब नॉन पीडीएस सामग्री यथा साबुन, तेल इत्यादि उचित मूल्य पर मिलेंगे।




इस पर नियन्त्रण विभाग की ओर से किया जाएगा। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर खोले जाने वाले रिटेल स्टोर्स में दाल, आटा, तेल, साबुन, चाय, दालें, अभ्यास पुस्तिका व रोजमर्रा के सामान रियायती दरों पर उपलब्ध रहेंगे।




मिलेगा फायदा

मॉडल दुकानों पर उचित मूल्य व गुणवतायुक्त रोजमर्रा का सामान मिलने से उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा। भ्ौराराम डिडेल, जिला रसद अधिकारी

 

इंदौर प्रेमी युगल पर ऎसी दरिंदगी कि पढ़कर रूह कांप जाएगी



इंदौर। आलीराजपुर जिले के एक गांव के लोगों ने घर छोड़कर भागे प्रेमी युगल को सजा देने के नाम पर सरेआम दरिंदगी बरपाई। उदयगढ़ थाने पुलिस के मुताबिक घटना 31 दिसंबर रात करीब 11 बजे ग्राम वेडा में रहने वाले मानसिंह के मकान के सामने हुई।
love couple nude rotated in indore mp


वहां रहने वाली एक 25 साल की शादीशुदा युवती कुछ दिन पहले घर छोड़कर गांव के ही युवक कमलेश के साथ चली गई थी। दो दिन तक आसपास के गांवों में युवती को खोजने के बाद परिजनों ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।युवती के परिजन ने कमलेश के संबंध में पूछताछ की तो पता चला कि वह गुजरात गया है। आखिर युवती के घरवाले ही पुलिस के साथ अपनी लापता बहू व उसके प्रेमी को खोजकर गांव लेकर आए थे।

बुधवार की रात जब युवती व प्रेमी वापस गांव लौटा तो नकेडिया पिता रूपसिंह व उसके 10-12 साथियों ने उन दोनों को सार्वजनिक रूप से अपमानित करने के लिए मानवता की सारी हदें पार कर डालीं। युवती ने गुरूवार शाम उदयगढ़ पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, उदयगढ़ पुलिस ने शाम आरोपी नकेडिया व 10 अन्य साथियों को गिरफ्तार किया।

सरेआम पटक-पटक कर पीटा
सड़क पर ही सरेआम युवक-युवती के साथ जमकर मारपीट की गई, उन्हें सड़क पर पटक कर लात घूसों से पीटा गया। फिर दोनों के सिर के बाल काटकर दोनों को निर्वस्त्र कर दिया गया। उसके बाद तो उनके साथ ऎसी अमानवीय हरकतें की गई जिनको यहां लिखा नहीं जा सकता।

 

अजमेर सहायक कर्मचारी 10,000 रूपए रिश्वत लेते अरेस्ट

अजमेर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के सहायक अभियंता कार्यालय हिरणमगरी उदयपुर में पदस्थापित सहायक कर्मचारी जयंत दशौरा को दस हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए शुक्रवार को गिरफ्तार किया।
Rs 10,000 bribe assistent staff arrested
ब्यूरो की महानिरीक्षक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि दशौरा ने परिवादी रमेश से उसके घर के बिजली का मीटर बदलने के बाद पुराने मीटर की रीडिंग समायोजित नहीं करने क ी एवज में बारह हजार रूपए की रिश्वत की मांग की थी। बाद में मामला दस रूपए में तय हुआ।

"सीमा पर उकसा रहा पाक, भारत दे रहा मुंहतोड़ जवाब"

"सीमा पर उकसा रहा पाक, भारत दे रहा मुंहतोड़ जवाब"


नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में पिछले दो तीन दिन से पाकिस्तान की ओर से हो रहे संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाओं के बीच केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिश हो रही है लेकिन हमारे सुरक्षा बल उसका मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।

सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में सवालों के जवाब में यह बात कही। पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हां कोशिश हुई है लेकिन हमारे सीमा सुरक्षा बल ने इसका मुंहतोड जवाब दिया हैं।
ceasefire violation says rajnath singh

यह पूछे जाने पर कि क्या आपको लग रहा है कि उकसाने की कोशिश हो रही है उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है। उल्लेखनीय है कि जम्मू कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से बुधवार और बृहस्पतिवार को हुई फायरिंग में सीमा सुरक्षा बल का एक जवान शहीद हो गया था।

भारतीय सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के पांच जवान मारे गए और दो अन्य घायल हो गए। सूत्रों के अनुसार सीमा पार 100 से भी अधिक आतंकवादी घुसपैठ की ताक में हैं और वह पिछले कुछ दिनों से हो रही फायरिंग का फायदा उठाकर भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश में हैं। - 

जोधपुर रेलवे स्टेशन पर आसाराम समर्थकों का हंगामा

जोधपुर रेलवे स्टेशन पर आसाराम समर्थकों का हंगामा

जयपुर। दिल्ली एम्स अस्पताल में मेडिकल कराकर जोधपुर रेलवे स्टेशन लौटे आसाराम को शुक्रवार सवेरे जोधपुर सेंट्रल जेल पहुंचाना भारी पड़ गया।

दरअसल जोधपुर सेंट्रल जेल पहुंचाने के रास्ते में और रेलवे स्टेशन पर आसाराम से मिलने के लिए सैंकड़ों की संख्या में उनके समर्थक जमा हो गए। पहले तो पुलिस ने सभी को शांति से वहां से हटने और रास्ता देने के लिए कहा, लेकिन उसके बाद भी समर्थक नहीं माने।
Asaram medical check-up after return jodhpur

समर्थकों की संख्या बढ़ती देखकर पुलिस टीम ने आसाराम को घेर लिया। बाद में आसाराम को भारी पुलिस व्यवस्था के बीच जोधपुर सेंट्रल जेल पहुंचाना पड़ा। इस दौरान पुलिस ने कुछ समर्थकों के साथ सख्ती भी दिखाई।

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आसाराम को एम्स में चेकअप करवाया गया। एक दिन पूर्व ही पुलिस दल आसाराम को लेकर दिल्ली गया था। -