बाड़मेर. सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिले में संचालित राशन की दुकानों का जिक्र आते ही अस्त-व्यस्त दुकान, जिसमें फर्श पर बिखरा अनाज एवं बारदाने की तस्वीर सामने आती है। अब जल्दी ही यह तस्वीर कुछ अलग नजर आएगी।
जिले की 230 राशन दुकानों को मॉडल दुकानों के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव विभाग के उच्चाधिकारियो को भिजवाए गए हैं। इन दुकानों को निजी सहभागिता के जरिए विकसित किया जाएगा।
नॉन पीडीएस सामग्री
पीपीपी मॉडल पर यह रिटेल स्टोर्स खोले जाएंगे। वर्तमान में राशन की दुकानों पर सिर्फ पीडीएस सामग्री यथा गेहूं, चावल, शक्कर मिलती है। लेकिन इन स्टोर्स पर अब नॉन पीडीएस सामग्री यथा साबुन, तेल इत्यादि उचित मूल्य पर मिलेंगे।
इस पर नियन्त्रण विभाग की ओर से किया जाएगा। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर खोले जाने वाले रिटेल स्टोर्स में दाल, आटा, तेल, साबुन, चाय, दालें, अभ्यास पुस्तिका व रोजमर्रा के सामान रियायती दरों पर उपलब्ध रहेंगे।
मिलेगा फायदा
मॉडल दुकानों पर उचित मूल्य व गुणवतायुक्त रोजमर्रा का सामान मिलने से उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा। भ्ौराराम डिडेल, जिला रसद अधिकारी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें