जयपुर। राजस्थान पुलिस सेवा में भर्ती होने वाले सिपाहियों की शारीरिक माप-तौल एवं भाग-दौड़ का डाटा तैयार करने के लिए अब पूरी तरह से वैज्ञानिक तकनीक से काम किया जाएगा।
सिपाही की शारीरिक क्षमताओं का सही आंकलन करने और गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए अब एक चिप लगाई जाएगी। यह चिप सिपाही के बारे में पूरा डाटा तैयार करेगी।
बाद में यह डाटा पुलिस मुख्यालय में सुरक्षित रखा जाएगा। यह परीक्षा जयपुर, अजमेर , उदयपुर, कोटा, अलवर, जोधपुर, बीकानेर, भरतपुर, पाली और भीलवाड़ा में आयोजित होनी है।
मीना के समय हुआ था प्रयोग
पूर्व डीजीपी हरीश चंद्र मीना के समय दौड़ परीक्षा का आयोजन किया गया था। उसमें कई अभ्यर्थी तेज दौड़ने के कारण अचेत हो गए थे। उस समय हरीश चंद्र मीना ने अभ्यर्थियों को कई किलोमीटर तक दौड़कर दौड़ क्षमता का परिचय दिया था। बाद में प्रयोग के तौर पर कुछ अभ्यर्थियों के शरीर पर चिप लगाई गई थी।
ली जाएंगी एक लाख से भी ज्यादा चिप
पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस साल और अगले साल होने वाली परीक्षाओं के लिए एक लाख बीस हजार चिप किराए पर लेने की तैयारी चल रही है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे एवं अन्य उपकरण भी लेने की योजना है।
सभी उपकरण खरीदने की जगह इन उपकरणों को किराए पर लेने की तैयारी चल रही है। इन चिपों को परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के शरीर पर लगाया जाएगा।
एक लाख बीस हजार चिप और सीसीटीवी कैमरों के लिए एक करोड़ अस्सी लाख रूपए का शुल्क रखा गया है। इस तरह से काम करेगी चिप दौड़ करने एवं अन्य व्यायामों में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों के हाथ पर बांधी जाएगी।
इससे दौड़ में लगा समय, दौड़ के समय शरीर की स्थिति जैसे ब्लड प्रेशर, हार्टबीट एवं अन्य तरह की गतिविधियों पर नजर रखकर पूरा डाटा तैयार करेगी। इसके बाद इस चिप को निकालकर यह डाटा पुलिस मुख्यालय में सेव कर दिया जाएगा। चिप लगाने वाली कंपनी ही सीसीटीवी कैमरे लगाकर रिर्काडिंग कराएगी। -
सिपाही की शारीरिक क्षमताओं का सही आंकलन करने और गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के लिए अब एक चिप लगाई जाएगी। यह चिप सिपाही के बारे में पूरा डाटा तैयार करेगी।
बाद में यह डाटा पुलिस मुख्यालय में सुरक्षित रखा जाएगा। यह परीक्षा जयपुर, अजमेर , उदयपुर, कोटा, अलवर, जोधपुर, बीकानेर, भरतपुर, पाली और भीलवाड़ा में आयोजित होनी है।
मीना के समय हुआ था प्रयोग
पूर्व डीजीपी हरीश चंद्र मीना के समय दौड़ परीक्षा का आयोजन किया गया था। उसमें कई अभ्यर्थी तेज दौड़ने के कारण अचेत हो गए थे। उस समय हरीश चंद्र मीना ने अभ्यर्थियों को कई किलोमीटर तक दौड़कर दौड़ क्षमता का परिचय दिया था। बाद में प्रयोग के तौर पर कुछ अभ्यर्थियों के शरीर पर चिप लगाई गई थी।
ली जाएंगी एक लाख से भी ज्यादा चिप
पुलिस मुख्यालय के अनुसार इस साल और अगले साल होने वाली परीक्षाओं के लिए एक लाख बीस हजार चिप किराए पर लेने की तैयारी चल रही है। साथ ही सीसीटीवी कैमरे एवं अन्य उपकरण भी लेने की योजना है।
सभी उपकरण खरीदने की जगह इन उपकरणों को किराए पर लेने की तैयारी चल रही है। इन चिपों को परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के शरीर पर लगाया जाएगा।
एक लाख बीस हजार चिप और सीसीटीवी कैमरों के लिए एक करोड़ अस्सी लाख रूपए का शुल्क रखा गया है। इस तरह से काम करेगी चिप दौड़ करने एवं अन्य व्यायामों में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों के हाथ पर बांधी जाएगी।
इससे दौड़ में लगा समय, दौड़ के समय शरीर की स्थिति जैसे ब्लड प्रेशर, हार्टबीट एवं अन्य तरह की गतिविधियों पर नजर रखकर पूरा डाटा तैयार करेगी। इसके बाद इस चिप को निकालकर यह डाटा पुलिस मुख्यालय में सेव कर दिया जाएगा। चिप लगाने वाली कंपनी ही सीसीटीवी कैमरे लगाकर रिर्काडिंग कराएगी। -