जयपुर। राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश में डेंगू, मलेरिया व स्क्र ब टाईफस सहित मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को विशेष्ा सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने झोला छाप चिकित्सकों के विरूद्ध भी नियमानुसार प्रभावी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं।
राठौड़ ने मच्छरों की रोकथाम के लिए एन्टीलार्वल गतिविधियों पर अधिक ध्यान देने एवं मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए पानी के ठहराव वाले स्थानों पर एमएलओ डलवाने के निर्देश दिए। उन्होंने पीने के पानी के टांकों में टेमीफोस डलवाने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं।
उन्होंने सभी जिलों में हैचरीज का समुचित रख रखाव सुनिश्चित करने एवं हैचरीज से गम्बूशिया मछलियां तालाब एवं टांको में डलवाने के लिए भी कहा है। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि मलेरिया पीएफ रोगी एवं डेंगू रोगी पाए जाने पर रोगी के आसपास के 50 घरों में पायरेथम का फोकल स्प्रे किया जा रहा है।
उन्होंने बुखार पीडित रोगियों की त्वरित जांच एवं उपचार करने के साथ ही आउटब्रेककी स्थिति में आवश्यक दवाईयां एवं चिकित्सकीय दल, रैपिड रेस्पोंस टीम की उपलब्धता सुनिशिचत करने के लिए कहा है। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों पर चिकित्सकों व पैरामेडिकल नर्सिंग स्टॉफ का मुख्यालय पर ठहराव सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने प्रदेश में क्र ब टाईफस के पॉजिटिव मामले पाये जाने परप्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कर बुखार पीडितों को डॉक्सीसाइक्लिन दवा दिए जाने के निर्देश दिए हैं। राज्य में स्क्र ब टायफस की जांच सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज एवं सेंट्रल लैब में की जा रही है। सभी चिकित्सा संस्थानों में स्क्र ब टायफस के नि:शुल्क उपचार हेतु डॉक्सीसाइक्लिन एवं एजीथ्रॉमाइसीन दवाएं समुचित मात्रा में उपलब्ध कराई गई है। -
राठौड़ ने मच्छरों की रोकथाम के लिए एन्टीलार्वल गतिविधियों पर अधिक ध्यान देने एवं मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए पानी के ठहराव वाले स्थानों पर एमएलओ डलवाने के निर्देश दिए। उन्होंने पीने के पानी के टांकों में टेमीफोस डलवाने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं।
उन्होंने सभी जिलों में हैचरीज का समुचित रख रखाव सुनिश्चित करने एवं हैचरीज से गम्बूशिया मछलियां तालाब एवं टांको में डलवाने के लिए भी कहा है। चिकित्सा मंत्री ने बताया कि मलेरिया पीएफ रोगी एवं डेंगू रोगी पाए जाने पर रोगी के आसपास के 50 घरों में पायरेथम का फोकल स्प्रे किया जा रहा है।
उन्होंने बुखार पीडित रोगियों की त्वरित जांच एवं उपचार करने के साथ ही आउटब्रेककी स्थिति में आवश्यक दवाईयां एवं चिकित्सकीय दल, रैपिड रेस्पोंस टीम की उपलब्धता सुनिशिचत करने के लिए कहा है। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों पर चिकित्सकों व पैरामेडिकल नर्सिंग स्टॉफ का मुख्यालय पर ठहराव सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने प्रदेश में क्र ब टाईफस के पॉजिटिव मामले पाये जाने परप्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कर बुखार पीडितों को डॉक्सीसाइक्लिन दवा दिए जाने के निर्देश दिए हैं। राज्य में स्क्र ब टायफस की जांच सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज एवं सेंट्रल लैब में की जा रही है। सभी चिकित्सा संस्थानों में स्क्र ब टायफस के नि:शुल्क उपचार हेतु डॉक्सीसाइक्लिन एवं एजीथ्रॉमाइसीन दवाएं समुचित मात्रा में उपलब्ध कराई गई है। -
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