नई दिल्ली। सरदार बल्लभभाई पटेल के जन्मदिन के मौके पर शुक्रवार को देश के कई हिस्सों में "रन फॉर यूनिटी" का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के पटेल चौक पहुंचे और सरदार पटेल की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर उनके साथ वित्त मंत्री अरूण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायड़, दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग के साथ कई नेता मौजूद थे।
इसके बाद पीएम मोदी राजपथ पहुंचे और रन फॉर यूनिटी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर मोदी ने कहा कि जो देश इतिहास को भूला देता वह कभी आगे नहीं बढ़ता है।
हम इतिहास और विरासतों को हम अपने दायरों में नहीं बांटे। पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी जयंती के अवसर पर उनका नाम तो लेकिन उनके बारे कुछ भी नहीं कहा। उन्होंने कहा कि इतिहास पुरूष वह धरोहर होेेते हैं जो आने वाले वाली पीढ़ी के लिए प्रेरक होते हैं। विचाराधारा से इतिहास को बांटना नहीं चाहिए। अंग्रेजों को पटेल ने हिला दिया था।
मोदी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के बिना रामकृष्ण परमहंस अधूरे है उसी प्रकार सरदार पटेल के बिना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी अधूरे थे।
गांधी जी ने दांडी यात्रा का जिम्मा सरदार पटेल को सौंपा था। अंग्रेजों को इरादा था कि हम लड़ते रहें लेकिन पटेल ने 550 रियासतों को पटेल ने एक सूत्र में बांधा। उन्होंने कहा कि पटेल का जीवन देश की एकता को समर्पित है। मोदी ने इस अवसर पर एकता कि शपथ दिलाई। -
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें