रविवार, 6 अप्रैल 2014

बाड़मेर विधान सभा में जसवंत सिंह के समर्थन में दर्जनो गाँव आये आगे

चित्रा सिंह ने लिया जसवंत के विजयी भव का आशीर्वाद


बाड़मेर विधान सभा में जसवंत सिंह के समर्थन में दर्जनो गाँव आये आगे


बाड़मेर संसदीय क्षेत्र बाड़मेर जैसलमेर से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में चित्रा सिंह ने रविवार को बाड़मेर संसदीय क्षेत्र के लंगेरा ,आटी ,मारूड़ी ,जसाई ,दारूडा ,गड़ीसर ,मीठीसर , रडवा ,बालेरा ,जूना आदि गाँवों में सभाए कर जसवंत सिंह को भरी मतों से विजयी बनाने का आह्वान किया।


सभाओ को सम्बोधित करते हुए चित्रा सिंह ने कहा कि बाड़मेर के समग्र विकास के लिए जसवंत सिंह ने भाजपा से अपने घर से टिकट माँगा था मगर भाजपा ने उनके साथ पार्टी के लोगो ने गद्दारी कर उनकी बजाय एक कांग्रेसी नेता जिसे दो माह पहले ही क्षेत्र कि जनता ठुकरा चुकी थी को टिकट देकर उतारा। उन्होंने कहा कि बाड़मेर कि जनता जसवंत सिंह के साथ उनके सम्मान में जिस तरह खड़ा हुआ हें उनके आगे हैम नतमस्तक हें ,उन्होंने कहा सभाओ में उमड़ रही जनता साफ़ संकेत दे रही हें कि उन्हें जसवंत सिंह के अलावा कोई मंजूर नहीं। चित्रा सिंह ने कहा कि मारवाड़ कि धरती अपने स्वाभिमान कि रक्षा के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार हें ,उन्होंने आम जन से सत्तरह अप्रैल को बेटरी टॉर्च पर बटन दबा कर जसवंत सिंह को दिल्ली भेजने का आह्वान किया। सभाओ को सम्बोधित करते हुए असरफ अली ने कहा कि राज्य कि मुख्यमंत्री मुस्लिमो को धमकिया दे रही हें कि चुनाव के बाद किसके टुकड़े होते हें ,उन्होंने कहा कि तानाशाही से सरकारे नहीं चलती ,भारत सांप्रदायिक सद्भाव का देश हें जहा हिन्दू मुस्लिम भारत माता कि दो आँखे हें ,उन्होंने कहा कि पीर पगारो साब हमारे ही नहीं छतीस कौम के सम्मानीय महापुरुष हें। भाजपा के जिन उपाध्यक्ष महोदय ओंकार सिंह ने पीर साब पर आरोप लगाया हें कि उनकी जांच कि जायेगी पहले तो यह कि स्व्यं लखावत साब जसवंत सिंह के साथ हिंगलाज यात्रा के दौरान पीर सब कि दावत में शामिल हो चुके हें। उन्होंने कहा कि लखावत साब ने तब बयान दिया था कि हज़ और हिंगला यात्रा एक सम्मान हें। फिर आज विवाद क्यूँ। चित्रा सिंह के साथराम सिंह बोथिया ,,रिडमल सिंह दांता ,मौलवी हनीफ गड़ीसर ,दुर्जन सिंह गुडिसार , सगत सिंह परो ,कान्ता कंवर सरपंच ,रानीगांव सरपंच उगम सिंह ,प्रेम सिंह ,नीम्ब सिंह उंडाखा ,रहमतुल्लाह खान ,आसूलाल खत्री ,उतमाराम भोपा ,हदवंत सिंह मिठड़ी ,हरी सिंह दरडा चेतन राम मेघवाल ,हसन खान कुम्भार ,पर्वत सिंह जसाई ,सहित कई जसवंत समर्थक साथ थे।

‘आप‘‘.... भयमुक्त समाज का निर्माण करेंगे - गौड़


‘आप‘‘.... भयमुक्त समाज का निर्माण करेंगे - गौड़

बाड़मेर: ‘‘आप‘‘ प्रत्याशी सेवानिवृत न्यायाधीश मांगीलाल गौड़ ने रविवार को कवास, चैखला, छितर का पार, माडपुरा बरवाला में ग्रामीणों से रूबरू होते हुए कहा कि इन दोनों पार्टियों ने समाजों में भय पैदा कर रखा हैं। आम आदमी की जिन्दगी सुरक्षित नहीं हैं। जातियों में टकराव पैदा कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी सता में आने पर भयमुक्त समाज का निर्माण करेंगी। गौड़ ने कहा कि आम आदमी पार्टी विज्ञापनों एवं थोथी घोषणाओं में विश्वास नहीं करती हैं बल्कि काम में विश्वास करती हैं और दिखावे से दूर रहती हैं। गौड़ के साथ गोविन्दराम, जेठाराम गौड़, खेमाराम, गंगाराम, महेन्द्र कुमार उपस्थित रहें। उधर आम आदमी पार्टी के जिला संयोजक रणवीरसिंह भादू ने रविवार को रानीगांव, तारातरा, इशरोल, लखवारा, नेतराड़ एवं बिसारणियां में ग्रामीणों से रूबरू होते हुए कहा कि वर्तमान राजनीति में पैसों से सता एवं सता से पैसा हासिल करना ही मात्र उद्देश्य रह गया हैं। इसलिए आम आदमी पार्टी की सरकार आने पर हम सता को सीधें आम आदमी के हाथों में सौंपेगे। भादू ने ग्रामीणों से कहा कि राजनीतिक बदलाव के लिए आम आदमी र्पाी को विजयी बनावें। बाबूलाल, भरत गौड़, दलपतसिंह रानीगांव, बांकाराम भादू, जसाराम, प्रहलाद साथ में उपस्थित रहें।

शिव: जिला कार्यकारिणी सदस्य मौलाना जाकब खां एवं आलम खां, हीयाद खां ने रविवार को गूंगा चक, धारवी कला, राजडाल मंे ग्रामीण क्षेत्रों में दौरा कर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी मांगीलाल गौड़ को विजयी बनाने की अपील की।

बाड़मेर शहर: ‘आप‘ प्रत्याशी की धर्मपत्नि खमादेवी, ‘आप‘ नेत्री सुगन कौर, संतोष कंवर, कमला देवी ने बाड़मेर शहर में ढाणी बाजार, गांधी चैक में जनसम्पर्क कर ‘आप‘ पार्टी के प्रत्याशी को विजयी बनाने की अपील की।

डा. अम्बेडकर जयन्ती समारोह में प्रतिभावन छात्रों को पुरुस्कृत किया जायेगा।

डा. अम्बेडकर जयन्ती समारोह में प्रतिभावन छात्रों को पुरुस्कृत किया जायेगा।



जयपुर, 6 अप्रेल, 2014ः-डाॅ.अम्बेडकर मेमोरियल वेलफयर सोसायटी, राजास्थान द्वारा 14 अप्रेल 2014 को सायं 5 बजे वेलफयर सोसायटी प्रागंण में डाॅ. बी.आर. अम्बेडकर जयन्ति समारोह धूमधाम से मनाया जायेगा। समारोह के संयोजक श्री बी0एल0 बैरवा ने बताया है कि उक्त समारोह में कक्षा 10वीं व 12 वीं की 70ः से ज्यादा अंक लाने वाली छात्राओं व 75ः से ज्यादा अंक लाने वाले छात्रों को पुरुस्कार वितरण किया जायेगा। सोसायटी द्वारा वर्ष के दौरान आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता के पुरुस्कार वितरण किया जायेगा। वर्ष के दौरान नये बने संरक्षक सदस्यों का व सालाना सहयोगकर्ताओं का सम्मान किया जायेगा। वर्ष के दौरान सोसायटी द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर व निःशुल्क चिकित्सा जाॅंच शिविर में भाग लेने वाले चिकित्सकों का सम्मान किया जायेगा। इस वर्ष बाबा साहेब की 124वीं जयन्ति पर कक्षा 1 से 8 तक के 124 गरीब बच्चों को शैक्षणिक सामग्री का वितरण किया जायेगा व रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन किया जायेगा।

लोकसभा चुनाव 2014 … भाजपा कि खबरें

राष्ट्रहित में है भाजपा-किशनाराम

बाडमेर- 6 अप्रेल डूंगरगढ विधायक किशनाराम नाई ने बाडमेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी कर्नल सेानाराम चैधरी के समर्थन में बाडमेर जैसलमेर जिले के नाई समाज के प्रबुद्ध नागरिकों की बैठक लेकर आव्हान किया कि देश के वर्तमान हालात नाजुक है। भ्रष्टाचार, बेराजगारी, असुरक्षा के माहोल में आम नागरिक का जीना दुश्वार हो गया है। गरीब, किसान, वंचित एवं पिछडे वर्गों के उत्थान एवं राष्ट सुरक्षा केा ध्यान में रखते हुए देश में सशक्त सरकार एवं कुशल नेतृत्व की नितान्त आवश्यकता है। अतः राष्टहित को देखते हुए स्थानीय मुददों या व्यक्तिगत मुददों को एक तरफ रख कर नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र में भाजपा की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बने इस हेतु बाडमेर जैसलमेर के भाजपा प्रत्याशी कर्नल सोनाराम चैधरी केा समाज अपना समर्थन दे तथा भारी मतदान कर विजयी बनावे ये उदगार उन्होने सैन समाज छात्रावास समिति और से आयोजित कार्यक्रम में दिये। समाज की बैठक को हीमताराम सैन पूर्व सरपंच सिणधरी,शम्भूराम रामसर, रेखाराम, बस्ताराम आदि ने सम्बोधित किया। इस अवसर कुम्पाराम,पुनमाराम, हीममाराम,रूपाराम तडला हनुमान तेजाराम नाई उपस्थिति थे।

कटारिया शुक्रवार को बाड़मेर दौरे पर

बाड़मेर। राजस्थान सरकार के पंचायतीराज व आपदा प्रबंधन मंत्री श्री गुलाबचन्द कटारिया एक दिवसीय कार्यक्रम के तहत 11 अप्रेल शुक्रवार को बाड़मेर जिले के दौरे पर रहेंगे। वे यहां पर पार्टी पदाधिकारियों, संगठन के लोगों तथा वेश्य समाज के लोगों मुलाकात कर भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मत व समर्थन की अपील करेंगे।

जिला मीडिया प्रमुख श्री ललित बोथरा ने बताया कि वे हेलिकाॅप्टर से प्रातः 10 बजे बालोतरा में, 1 बजे चैहटन में व दोपहर 3 बजे बाड़मेर में लोगों से मुलाकात करेंगे। बाड़मेर में वेश्य समाज के लोगों के साथ हमीर पुरा स्थित 24 गांव कोटड़ा भवन में दोपहर 3 बजे मुलाकात करेंगे।

बोथरा ने बताया कि श्री कटारियो के दौरे को लेकर संगठन के लोगों के साथ साथ वेश्य समाज के प्रतिनिधियों ने तैयारियां प्रारम्भ कर दी है। श्री कटारियां के दौरे के सफल बनाने के लिए बालोतरा से श्री गणपत बाठिया, चैहटन से डाॅ.एम.एल. डोसी व बाड़मेर में एडवोकेट अमृतलाल जैन को वेश्य समाज के कार्यक्रमों का प्रभारी नियुक्त किया गया है।

प्रदेश प्रवक्ता कल बाड़मेर में

बाडमेर । भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता श्री ज्योति किरण अपने एक दिवसी कार्यक्रम के तहत सोमवार को बाड़मेर के दौरे पर रहेगी। वे यहां नव मतदाता जो पहली बार वोट करेंगे के कार्यक्रम में शिरकत करेगी।

जिला मीडिया प्रमुख श्री ललित बोथरा ने बताया कि वे दोपहर दो बजे जाट चेरिटेबल ट्रस्ट संस्थान में नवमतदाता सम्मेलन में भाग लेगी।

जसवंत की बगावत के बाद बाड़मेर में कमल खिलेगा?


जसवंत की बगावत के बाद बाड़मेर में कमल खिलेगा?

आभा शर्मा

साभार बाड़मेर से, बीबीसी हिंदी डॉटकॉम के लिए




रेगिस्तानी इलाकों में रेत के बबूले उठना आम बात है और रेत के धोरों का रातों-रात जगह बदलना भी. पर देश के सबसे बड़े संसदीय क्षेत्र बाड़मेर की राजनीति में जो भँवर इस बार आया है वो अपनी तरह का पहला है.

राजनीतिक जीवन की संध्या में अपना 'आखिरी चुनाव' लड़ने को घर लौटे वरिष्ठ नेता 76 वर्षीय जसवंत सिंह के लिए तो यह अपनी जड़ों से जुड़ने का पहला और आखिरी मौका है. बाड़मेर में इस बार त्रिकोणीय संघर्ष है जिसमें उनका मुख्य मुकाबला कुछ ही दिनों पहले कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए जाट नेता कर्नल सोना राम से है.

यह भी एक विचित्र संयोग ही है कि जसवंत सिंह के पुत्र मानवेन्द्र सिंह ने भी अपना पहला चुनाव 1999 में कर्नल सोना राम के ख़िलाफ़ ही लड़ा था, हालांकि तब मानवेन्द्र जीत नहीं पाए थे. वैसे पांच साल बाद दो लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज कर मानवेन्द्र ने इस सरहदी लोकसभा सीट पर पहली बार भाजपा का परचम लहरा दिया था.

अब माहौल कुछ और है. जसवंत सिंह भाजपा से निष्कासन के बाद स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं तो जीवन भर कांग्रेस में रहे कर्नल अब भाजपा में. कांग्रेस की तरफ़ से वर्तमान सांसद हरीश चौधरी प्रत्याशी बनाए गए हैं.
'जातिगत प्रतिष्ठा'


राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के लिए भी यह प्रतिष्ठा की लड़ाई है और वो कर्नल सोनाराम की जीत सुनिश्चित करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं. भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए बाड़मेर में आगामी 12 अप्रैल को पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की सभा भी आयोजित की गई है.

 
वैसे जसवंत सिंह इस चुनाव को 'जातिगत प्रतिष्ठा' का सवाल नहीं मानते और न ही ये उनके लिए जाट और राजपूत के बीच का संघर्ष है. उनका कहना है, "मैंने अपने राजनीतिक जीवन में कभी जाति आधारित राजनीति नहीं की." हालांकि उनके मन में इसे लेकर बड़ी पीड़ा है कि जो कभी 'पराए' थे अब वो 'अपने' हो गए और जो 'अपने' थे वो 'पराए'.

जिस पार्टी में इतना लम्बा सफ़र तय किया उसमें किसी और के अपना बन जाने और ख़ुद के बेगाना बन जाने का उन्हें बहुत दर्द है. बीबीसी से बातचीत में भाजपा से निकाले जाने पर अपनी कसक और भावना उन्होंने यूँ बयां की, "मैं बैरी सुग्रीव पियारा, अवगुन कौन नाथ मोहि मारा?"

वो यह भी स्वीकार करते हैं कि पार्टी के कांग्रेस से आए व्यक्ति को टिकट देने से बाड़मेर की जनता का अपमान हुआ है. इस संसदीय क्षेत्र के बहुत से लोग भी इस बात से सहमत हैं.
मतदाताओं की सहानुभूति


बाड़मेर शहर में एक चश्मे की दुकान के मालिक गिरीश कुमार सोनी कहते हैं, "जनता का रुझान जसवंत सिंह जी की तरफ़ है. इतने 'सीनियर लीडर को लास्ट प्वॉयंट पर किक आउट' करके भाजपा ने ठीक नहीं किया. मतदाताओं की सहानुभूति जसवंत सिंह जी के साथ है और अभी कोई चुनावी मुद्दा नहीं बल्कि उनकी प्रतिष्ठा की बात ही मुख्य है."

 
इस शहर में एक गन्ने के रस की दुकान चलाने वाले कुम्हार चंद का भी यही मानना है, "निर्दलीय प्रत्याशी ही आगे हैं. उनका ही माहौल है. और कोई मुद्दा फ़िलहाल नहीं है."

बाड़मेर में टैक्सी चलाने वाले किशनराम देवासी का कहना है, "वो जातिवाद के आधार पर वोट नहीं देंगे. वो आदमी और काम देखते हैं, पार्टी नहीं. इसलिए जसवंत सिंह को वोट देंगे. उन्होंने विकास के काम किए हैं और अब भी करेंगे."

वैसे इस सरहदी रेगिस्तानी प्रदेश का विकास सभी चाहते हैं चाहे वो महाबार पीथल गाँव की अनपढ़ महिला हो या गुड़ीसर की पारु. बच्चों के पढ़ने को स्कूल, बिजली और पानी, की कमी हर किसी को खलती है. मोहनलाल जीनगर मनिहारी का ठेला लगाते हैं और उन्हें नेताओं के झूठे वादों पर कोई ऐतबार नहीं.
मरू प्रदेश की आवाज़


'छोटी-मोटी दुकान' चलाने वाले नारायण जोशी को सरहद के नज़दीक होने की वजह से क्षेत्र की सुरक्षा की भी चिंता है तो पानी और शिक्षा की कमी भी इन्हें बहुत सालती है. स्वयं जसवंत सिंह का मन भी मरुभूमि की प्यास बुझाने का है पर अभी तक यह 'अधूरा सपना' ही है.

 
इसके अलावा बाड़मेर की राजस्थान की राजधानी जयपुर से बढ़ती दूरी भी उन्हें बहुत नागवार लगती है. वो पूछते हैं, "न केवल भौगोलिक बल्कि वैचारिक, व्यावहारिक, बोलचाल सब कुछ निरंतर दूर होता जा रहा है. जब छोटे-छोटे नए प्रदेश बनाए जा रहे हैं तो मरू प्रदेश की आवाज़ क्यों नहीं सुनी जाए."

पिछला चुनाव देश के पश्चिमी छोर दार्जीलिंग से जीतने वाले जसवंत सिंह पूरब के अपने रेगिस्तानी अंचल में मिल रहे मान-सम्मान, स्नेह-समर्थन से अभिभूत हैं. वैसे वे इसे अपना सौभाग्य मानते हैं कि चाहे चित्तौड़ हो या जोधपुर या दार्जीलिंग, लोगों ने उन्हें अपार स्नेह दिया है.

उधर भाजपा में भी कर्नल सोना राम को टिकट दिए जाने की वजह से कार्यकर्ताओं में ज्यादा ख़ुशी नहीं है. हालांकि पार्टी अनुशासन से बंधे हुए कोई भी खुलकर अपनी नाराज़गी का इज़हार नहीं करता.
'जातिवाद' की राजनीति


जसवंत सिंह के चुनाव प्रचार की कमान उनकी पुत्रवधु चित्रा सिंह के हाथ में है.

एक स्थानीय कार्यकर्ता ने नाम न बताने की शर्त के साथ कहा कि यह दरअसल जसवंत सिंह और सोना राम के बीच की नहीं बल्कि असली और नकली भाजपा के बीच की लड़ाई है. कुछ और लोग कहते हैं, "कर्नल सोना राम ने सदा जातिवाद की राजनीति की है और उन्हें समूचे बाड़मेर के विकास का नहीं बल्कि अपने बायतु क्षेत्र का ही अधिक ख्याल रहता है."

 
यह भी कहा जा रहा है कि कर्नल सोना राम के आक्रामक तेवरों से दुखी कांग्रेस उनके पाला बदल लेने से राहत की सांस ले रही है. जब मुक़ाबला वाकई असली और नकली भाजपा के बीच दिखाई दे रहा है तो विधान सभा के नतीजों से निराश कांग्रेस अभी भी कोई ख़ास उत्साह के मूड में नहीं है.

पार्टी समर्थक मुकेश माहेश्वरी कहते हैं कि पार्टी कार्यकर्ताओं को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी का इंतज़ार है. यदि उनकी एक बड़ी रैली हो जाए तो निराश कार्यकर्ता सक्रिय हो सकते हैं. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कर्नल सोना राम को जिताने के लिए पूरी एड़ी-चोटी का जोर लगा रही हैं.

जसवंत सिंह के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रही उनकी पुत्रवधू चित्रा सिंह का कहना है कि राजपूत नेताओं पर भाजपा की तरफ़ से बहुत दवाब डाला जा रहा है कि वे उनके ससुर का साथ न दें. छोटे-बड़े सभी कार्यकर्ताओं को भी बार-बार चेतावनी दी जा रही है.
धरती पुत्र


भौगोलिक दृष्टिकोण से देश के सबसे बड़े संसदीय निर्वाचन क्षेत्र बाड़मेर संसदीय क्षेत्र में आठ विधान सभा क्षेत्र हैं जिसमे एक जैसलमेर ज़िले का भी है.

चूँकि मानवेन्द्र सिंह वर्तमान में बाड़मेर के ही शिव विधान सभा क्षेत्र से भाजपा विधायक हैं और आधिकारिक रूप से अपने पिता के चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं ले सकते, चित्रा सिंह पूरी मेहनत और समर्पण से अपने ससुर की जीत पक्की करने में लगी है.



उनके मुताबिक, "सिंह को मुस्लिम मतदाताओं का भी पूरा समर्थन मिल रहा है और अन्य जातियों का भी. उनका कहना है "लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं और सब समुदाय के लोग हमारे साथ हैं."

जो लोग अमल (अफीम) के शौक़ीन हैं वो अपने नए सांसद से डोडा पोस्त का सरकारी कोटा बढ़ाने की उम्मीद भी करते हैं. बाड़मेर में 'रियाण' की संस्कृति भी है और कर्नल सोना राम ने जनता की इसी नब्ज़ को पकड़ते हुए अपनी एक सभा में मुख्यमंत्री से डोडा पोस्त की समस्या का ज़िक्र किया और आग्रह किया कि सरकारी कोटा बढ़ाया जाए.

कर्नल सोना राम और जसवंत सिंह दोनों ही बाड़मेर के धरती पुत्र हैं और इत्तेफ़ाकन दोनों पूर्व फौजी भी. दोनों के लिए ही यह चुनाव एक नई पहचान का सवाल भी है. कुल मिलाकर बाड़मेर पर पूरे राजस्थान की निगाहें हैं कि इस दिलचस्प त्रिकोणीय संघर्ष में उलझी सीट पर ऊँट किस करवट बैठेगा?

भाजपा-कांग्रेस के लिए चुनौती बने बूटा सिंह

जालोर। राजस्थान में सोलहवीं लोकसभा के लिए पहले चरण में सत्रह अप्रेल को होने वाले चुनाव में जालौर संसदीय सीट पर पूर्व केन्द्रीय गृह मंत्री सरदार बूटा सिंह इस बार प्रमुख राजनीतिक दल कांग्रेस एवं बीजेपी के उम्मीदवारों को कड़ी चुनौती दे रहे हैं। भाजपा ने मौजूदा सांसद देवजी एम पटेल पर फिर भरोसा जताया हैं जबकि कांग्रेस ने नया उम्मीदवार पूर्व विधायक उदय लाल आंजना को चुनाव मैदान में उतारा हैं। buta singh Independent contest, bjp and congress in rajasthan election,  jalore ls seat, lok sabha election 2014
इनके अलावा बहुजन समाज पार्टी सहित इस क्षेत्र से कुल सोलह उम्मीदवार अपना चुनावी भाग्य आजमा रहे हैं। राजनीतिक जीवन में पचास वर्ष से भी अधिक दबदबा रखने वाले एवं पूर्व राज्यपाल बूटा सिंह के इस बार भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने से मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है और वह दोनों प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशियों के लिए कड़ी चुनौती बन गए हैं। बूटा सिंह अब तक आठ बार सांसद रह चुके हैं और जिसमें वह वर्ष 1984, 1991, 1998 एवं 1999 में कांग्रेस के टिकट पर चार बार जालोर से सांसद चुने गए हैं। हालांकि इसके बाद वर्ष 2004 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव हार गए थे। बाद में उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाया गया।

गत लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सिंह को टिकट नहीं दिया और वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा जिसमें भाजपा के देवजी पटेल से करीब चालीस हजार मतों से हार गए। इसके बावजूद सिंह ने हार नहीं मानी और इस बार इस क्षेत्र से फिर निर्दलीय के रूप में ताल ठोक रहे हैं। कांग्रेस गत लोकसभा चुनाव में तीसरे स्थान पर रही संध्या चौधरी को इस बार टिकट नहीं दिया और गत विधानसभा चुनाव हार चुके आंजना को मौका दिया गया हैं लेकिन आठ विधानसभा वाले जालोर में इस बार सात भाजपा के विधायक हैं जबकि एक विधानसभा सीट कांग्रेस के पास हैं ऎसे में आंजना की चुनावी नैया पार होना आसान नहीं होगा।

इसके अलावा गत विधानसभा चुनावों से चल रही मोदी लहर एवं वयोवृद्ध एवं कद्दावर नेता बूटा सिंह के चुनाव मैदान में होने से यह राह और भी मुश्किल नजर आ रही हैं। उधर, भाजपा के देवजी पटेल दूसरी बार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन इस क्षेत्र में चार बार प्रतिनिधित्व कर चुके और पिछले दो चुनावों कड़ी टक्कर दे रहे बूटा सिंह उनके लिए कड़ी चुनौती हैं। हालांकि गत विधानसभा में ऎतिहासिक जीत एवं युवाओं का मोदी की ओर झुकाव होने से पटेल और बूटा सिंह के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा हैं। कांग्रेस प्रत्याशी श््री आंजना विधायक रह चुके हैं लेकिन उन पर गत दिनों दुष्कर्म के आरोप भी लगे थे।

इस क्षेत्र से इनके अलावा बसपा के ओटाराम एवं बहुजन मुक्ति पार्टी के चिमनाराम चुनाव मैदान में अपने किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन इस बार इनसे मतदाताओं पर कोई खास प्रभाव पड़ता नजर नहीं आ रहा हैं। क्षेत्र में अब तक हुए पन्द्रह लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक नौ बार कांग्रेस काबिज रही हैं। जिसमें सर्वाधिक चार बार बूटा सिंह, वर्ष 1957 में सूरज रतन दमानी, सन् 1962 में हरीश चंद्र माथुर, वर्ष 1971 में एन के संघी, वर्ष 1980 में वृद्धा राम पुकलवाडिया तथा सन् 1996 के लोकसभा चुनाव में परसराम मेघवाल ने एक बार चुनाव जीता।

इसी तरह भाजपा ने तीन बार यहां से चुनाव जीता जिसमें वर्ष 1989 में कैलाश मेघवाल, सन् 2004 में सुशीला एवं गत लोकसभा चुनाव में देवजी पटेल एक बार चुनाव जीतने वालों में शामिल हैं। इनके अलावा वर्ष 1967 में स्वतंत्र पार्टी के डीन एन पालोडिया, वर्ष 1977 में जनतापार्टी के हुकम राम तथा वर्ष 1952 के पहले लोकसभा चुनाव में भवानी सिंह ने भी इस क्षेत्र से प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। जालोर में अब तक किसी भी राजनीतिक दल के बड़े नेताओं की चुनाव सभा नहीं हुई और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं उपाध्यक्ष राहुल गांधी तथा भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सभाए होने की संभावना हैं जिससे चुनावी माहौल गरमाने की उम्मीद हैं। 

... तो वसुंधरा राजे की होगी गिरफ्तारी?

नई दिल्ली। कांग्रेस ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पार्टी के विधि प्रकोष्ठ ने मुख्यमंत्री राजे की गिरफ्तारी की मांग की है। congress demands vasundhara raje arrest
प्रकोष्ठ के सचिव केसी मित्तल ने आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि वसंुधरा ने संवैधानिक पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। कांग्रेस ने वसुंधरा राजे द्वारा करौली जिले में एक रैली में की गई टिप्पणी को लेकर रविवार को चुनाव आयोग को शिकायत की।

वसुंधरा राजे ने रैली में सहारनपुर के कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद द्वारा नरेन्द्र मोदी के खिलाफ की गई टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा था कि चुनाव तय करेंगे कि कौन बचेगा और किसकी बोटी काटी जाएगी।

सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस ने आयोग से वसुंधरा राजे की गिरफ्तारी की मांग की है। पार्टी ने मुख्य चुनाव आयुक्त बीएस संपत को पत्र लिख कर मुख्यमंत्री के खिलाफ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन का मामला दर्ज किया है।

कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के महासचिव अमित शाह के खिलाफ भी कथित भडकाऊ बयान देने की शिकायत की है।

बाड़मेर ही नहीं पाली में भी जसवंत बिगाड़ेंगे भाजपा का खेल



बाड़मेर। राजस्थान की बाड़मेर-जैसलमेर सीट नाक की लड़ाई में तब्दील होने लगी है। ऐसा होता है तो जसवंत फैक्टर बाड़मेर ही नहीं जोधपुर और पाली में भी समीकरण बदल सकता है। अगर राजपूत वोटों को मुस्लिम मतदाताओं के समर्थन का रुख मतदान के दिन तक बना रहा तो तीनों सीटों पर इसका असर दिख सकता है। भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय के तौर पर बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे जसवंत सिंह ने इस चुनाव को राजपूतों की नाक की लड़ाई में तब्दील कर दिया है। कांग्रेस से भाजपा में आए पार्टी प्रत्याशी कर्नल सोनाराम और कांग्रेस के हरीश चौधरी दोनों जाट नेता हैं। हालांकि, बाड़मेर जैसलमेर जाट बहुल सीट है, लेकिन इस लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता भी पर्याप्त संख्या में हैं। जसवंत को भाजपा से टिकट नहीं मिलने से क्षेत्र के राजपूतों में तो नाराजगी है ही अगर इन्हें मुस्लिम मतदाताओं का साथ मिलता है तो इस सीट पर तस्वीर बदल भी सकती है।

लद्दाख के बाद पाकिस्तान सीमा से लगी देश की इस दूसरी सबसे बड़ी लोकसभा सीट के मुसलमानों पर सीमा पार के सूफी-संतों का खासा असर है। मुस्लिम परंपरागत रूप से सीमा पार से जिस प्रत्याशी को समर्थन का एलान होता है उसे ही वोट करते आए हैं। पिछले दिनों ही सीमा पार से जसवंत के समर्थन का एलान किया गया था। उसके बाद से ही मुस्लिम मतदाताओं के रुख में बदलाव के संकेत दिख रहे हैं। इस सीट पर तीन लाख से ज्यादा जाट मतदाता हैं। राजपूतों की संख्या ढाई लाख के आसपास है। इनके अलावा करीब डेढ़ लाख मुस्लिम मतदाता हैं। कांग्रेस प्रत्याशी हरीश चौधरी के एक बेहद करीबी का मानना है कि अभी तक के रुख से यही लग रहा है कि राजपूत व मुस्लिम समीकरण इस सीट के भविष्य को तय करने में काफी प्रभावी साबित होगा। कांग्रेस से भाजपा में आए कर्नल सोनाराम को राजपूत और मुस्लिम वोटों के अलावा दूसरी जातियों का विरोध भी झेलना पड़ रहा है। खासतौर पर वैश्य समुदाय के जैन मतदाता कर्नल के विरोध में जा सकते हैं। इसकी वजह मौजूदा कांग्रेस विधायक मेवालाल जैन और कर्नल का आपसी विरोध बताया जा रहा है।

अगर ये समीकरण बनते हैं और क्षेत्र के राजपूत जसवंत को टिकट नहीं मिलने को नाक की लड़ाई बनाते हैं तो इसका असर जोधपुर और पाली पर भी दिख सकता है। जोधपुर का राजघराना भी जसवंत सिंह के समर्थन में है। हालांकि, ऐसा होने में मोदी फैक्टर कितना प्रभावी होता है यह देखने की बात है। पाली संसदीय क्षेत्र के सेंदड़ा में चाय की दुकान पर चुस्कियां लेते थान सिंह मानते हैं कि जसवंत के साथ नाइंसाफी हुई है, लेकिन वो ये भी मानते हैं कि देश को इस वक्त मोदी की जरूरत है। इसी तरह टैक्सी ड्राइवर ओम सिंह भी मानते हैं कि राजपूत दिल से जसवंत के साथ है, लेकिन पीएम के तौर पर मोदी को लाना भी जरूरी है। अब देखना होगा कि बाड़मेर का ऊंट किस करवट बैठता है?

बाड़मेर सीट : मटके से चुनावी जागरूकता



लोकसभा सीट बाड़मेर क्षेत्र में गर्म चुनावी माहौल के बीच मतदाताओं में मतदान के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए पानी को ठंडा रखने वाली मिट्टी की मटकियों का सहारा लिया जा रहा है.
बाड़मेर सीट : मटके से चुनावी जागरूकता
चुनाव अधिकारियों ने इसके लिए खासतौर पर कुम्हारों से विशेष मटके बनवाए हैं. थार रेगिस्तान से सटे इस क्षेत्र में मतदाताओं को उनकी ताकत के बारे में समझाने के लिए विशेष मटके तैयार कराए जा रहे हैं. उन पर हिन्दी में नारे लिखे जा रहे हैं ताकि मतदाता उन्हें देखकर आकषिर्त हो सकें.

बाड़मेर लोकसभा सीट से इस बार नाक की लड़ाई है. इस सीट से पार्टी से निकाले गए भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सोनाराम चौधरी से होना है. सीट से फिल्हाल कांग्रेस के हरीश चौधरी सांसद हैं.

अधिकारियों ने बताया कि गर्मियों में मटकों का उपयोग क्षेत्र के लगभग हर घर में होता है. ऐसे में सुदूर इलाकों सहित हर क्षेत्र में लोगों तक आसानी से पहुंचने का सबसे आसान तरीका यह मटकियां ही हैं.

व्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचन सहभागिता (एसवीईईपी) कार्यक्र म के तहत अधिकारी नरेन्द्र तनसुखानी ने यहां कहा ‘मटकियां आसानी से उपलब्ध हैं और दुकानों, घरों या चुनावी रैलियों हर जगह इनका उपयोग होता है. इसलिए संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए मटकियों के उपयोग के विचार पर काम किया जा रहा है.’ इन मटकियों पर नारों के अलावा मतदान की तारीख भी लिखी हुई है.

विवाहिता की दहेज के लिए हत्या का आरोप


बाड़मेर. गुडामालानी थाना क्षेत्र के बूठ गांव में एक विवाहिता को दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाया है। रावता राम पुत्र हरजीराम जाति जाट निवासी मंगले की बेरी ने मामला दर्ज करवाया कि 10 माह पूर्व उसकी पुत्री पूरो देवी का विवाह बूठ निवासी रेखाराम पुत्र पदमाराम जाट से हुआ था। शादी के समय से दहेज के लिए विवाहिता को प्रताडि़त कर रहे है। जिसके बाद दो दिन पूर्व विवाहिता की हत्या कर दी गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि लंबे समय से ससुर पक्ष के लोग विवाहिता को परेशान कर रहे थे, जिससे बाद उसे मार दिया गया। शनिवार को विवाहिता का शव पोस्टमार्टम के लिए बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय लाया गया। जहां मेडिकल बोर्ड की टीम ने पोस्टमार्टम किया। परिजनों ने पूरे मामले की जांच करते हुए न्याय दिलाने की मांग की है।

शनिवार, 5 अप्रैल 2014

जसवंत युवा आर्मी कि बैठक में प्रचार रणनीति तय

जसवंत युवा आर्मी कि बैठक में प्रचार रणनीति तय

बाड़मेर निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के प्रचार प्रसार को लेकर जिला कार्यालय में जसवंत युवा आर्मी कि अहम् बैठक जिला अध्यक्ष इस्लाम खान बासनपीर कि अध्यक्षता में आयोजित कि गयी। बैठक में बाड़मेर शहर में डोर तू डोर जनसम्पर्क को लेकर चर्चा कि गयी ,रविवार से आक्रामक प्रचार युवाओ द्वारा करने का निर्णय लिया गया। बैठक में अशरफ अली ,मगाराम माली ,भोम सिंह बलाई ,जगदीश राजपुरोहित ,विक्रम माली ,तरुण मुखी ,ओम प्रकाश त्रिवेदी ,सतपाल चारण ,डूंगर सिंह ,सुरेश त्रिवेदी ,रामदान चारण ,जोगराज सिंह ,राजू वडेरा ,हंसराज भील ,राहुल बोथरा ,सहित सेकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।

चित्रा सिंह ने सिवाना के दर्जनो गाँवों में जसवंत सिंह के लिए सभाए कि

चित्रा सिंह ने सिवाना के दर्जनो गाँवों में जसवंत सिंह के लिए सभाए कि




बाड़मेर निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में चित्रा सिंह ने शनिवार को सिवाना विधानसभा क्षेत्र के कुंडल ,रमणिया ,पादरू ,सैला ,हेमे कि ढ़ाणी ,गोलिया ,मोकलसर ,काठाड़ी सहित दर्जनो गाँवों में सभाओ को सम्बोधित कर जसवंत सिंह के लिए समर्थन माँगा। चित्रा सिंह ने सिवाना मुख्यालय पर डोर टू डोर जनसम्पर्क कर जसवंत सिंह को जिताने कि अपील कि। चित्रा सिंह के साथ वीर सिंह सैला ,पृथ्वी सिंह रामदेरिया ,जेठू सिंह कुंडल ,भवानी सिंह ,टीकम सिंह राजपुरोहित ,भंवर लाल भील ,भागु खान ,सुरेन्द्र सिंह दहिया ,रघुवीर सिंह ,सहित कई लोग मौजूद थे। चित्र सिंह ने सिवाना में घर घर संपर्क कर वोट कि अपील कि

जसवंत सिंह रविवार को सिणली ,जागसा जसोल में आम सभा

जसवंत सिंह रविवार को सिणली ,जागसा जसोल में आम सभा 

बाड़मेर निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह रविवार को पचपदरा विधानसभा क्षेत्र में जनसम्पर्क और सभाए करेंगे 

प्रवक्ता बद्री शारदा  ने बताया कि जसवंत सिंह रविवार को ग्यारह बजे सिणली और बारह बजे बुड़ीवाड़ा में सभाओ को सम्बोधित करेंगे। उन्होंने बताया कि जसवंत सिंह पचपदरा विधानसभा क्षेत्र के जसोल में बड़ी सभा को सम्बोधित करेंगे  . 

जसवंत सिंह कि सभाओ में उमड़ा जन सैलाब



जसवंत सिंह कि सभाओ में उमड़ा जन सैलाब

छतीस कौम ने उत्साह के साथ समर्थन का दिया भरोसा

सच्चाई का साथ दे जनता। … जसवंत सिंह


बाड़मेर संसदीय क्षेत्र बाड़मेर जैसलमेर से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह ने शनिवार को गुड़ा मालानी ,धोरीमना और सिणधरी ने विशाल जन सभाओ को सम्बोधित किया। जसवंत सिंह ने इस दौरान विभिन धार्मिक स्थलो पर जाकर धोक दे कर जीत कि कामना कि। जसवंत सिंह ने धोरीमना सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपके उत्साह ने मेरा आत्मविश्वास लौटा दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चाहे मेरे साथ अच्छा नहीं किया मगर मालानी कि जनता ने जो प्यार और सम्मान मुझे दिया हें उससे मेरा हौंसला बढ़ा हें ,उन्होंने कहा कि यह जोश सत्तरह अप्रैल तक बरकरार रखे ,उन्होंने कहा कि भाजपा अपने मूल सिद्धांतो से हट गयी हें ,आज भाजपा अतिक्रमण का शिकार हो गयी जिसके कारन मूल भाजपाई घुटन महसूस कर रहे हें ,उन्होंने कहा कि आप लोग विकास कि जो मांग करेंगे उसे मैं पूरा करने का प्रयास करूंगा ,काम और विकास में कोई कमी नहीं आएगी ,उन्होंने कहा कि नरमदा का पानी गांव गांव तक पहुंचे मेरी प्राथमिकता रहेगी।




जसवंत सिंह ने कहा कि आलमजी कि इस पावन धारा के विकास का वादा करता हूँ ,जसवंत सिंह ने सभा में उमड़े जन सैलाब के लिए जनता को साधुवाद दिया। इस अवसर परस्वरूप सिंह राठोड ने कहा कि भाजपा को अपने लोगो कि पहचान नहीं रही भाजपा ने कांग्रेसी घर कर रहे हें भाजपाईयो को बाहर किया जा रहा हें ,कार्यकर्ता इस तानाशाह रवैये से दुखी हें ,उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह जैसे राजनीतिज्ञ बाड़मेर से चुनाव लड़ रहे हें यह सौभाग्य कि बात हें। सभा को सम्बोधित करते हुए दिनेश विश्नोई ने कहा कि भाजपा के लोग झूठ बोलने में माहिर हें ,उन्होंने कहा कि जसवंत सिंह को छतीस कौम का समर्थन हें ,उन्हें भारी बहुमत से जीता कर उनके असम्मान का बदला लिया जायेगा। रतन सिंह बाखासर ने कहा कि आज बाड़मेर जैसलमेर में जसवंत लह्जार चल रही हें ,हर समाज वर्ग जाती धर्म के लीग जसवंत सिंह के साथ खड़े हें ,उन्होंने कहा कि भाजपा को शायद गलतफहमी हो गयी कि कार्यकर्ताओ कि अनदेखी कर वो थापे हुए उम्मीदवार को जीता देंगे। सत्तरह अप्रैल को भाजपा को जवाब मिल जाएगा। सभा में वीर सिंह भाटी ,बलराम प्रजापत ,केप्टेन हीर सिंह भाटी ,मौलाना ताज मोहम्मद ,बशीर खान धारेजा ,बहादुर सिंह बामडाला सहित कई जसवंत सिंह समर्थक मौजूद थे। जसवंत सिंह ने गुड़ा मालानी और सिणधरी में भी सभाओ को सम्बोधित कर समर्थन माँगा

चित्रा सिंह रविवार को बाड़मेर विधानसभा के गाँवो में जनसभाएं करेंगी

चित्रा सिंह रविवार को बाड़मेर विधानसभा के गाँवो में जनसभाएं करेंगी


बाड़मेर संसदीय क्षेत्र बाड़मेर जैसलमेर से निर्दलीय प्रत्यासी जसवंत सिंह के समर्थन में चित्रा सिंह रविवार को बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र के कई गाँवों में सभाए और जनसमपर्क कर समर्थन जुटाएगी।


प्रवक्ता बद्री शारदा ने बताया कि चित्रा सिंह रविवार को लंगेरा ,आटी ,मारूड़ी ,दारूडा ,गड़ीसर ,मिठीसर ,रड़वा ,बालेरा ,जसाई,जूना ,उंडाखा में सभाओ को सम्बोधित कर जसवंत सिंह के लिए समर्थन जुटाएगी