लोकसभा सीट बाड़मेर क्षेत्र में गर्म चुनावी माहौल के बीच मतदाताओं में मतदान के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए पानी को ठंडा रखने वाली मिट्टी की मटकियों का सहारा लिया जा रहा है.
चुनाव अधिकारियों ने इसके लिए खासतौर पर कुम्हारों से विशेष मटके बनवाए हैं. थार रेगिस्तान से सटे इस क्षेत्र में मतदाताओं को उनकी ताकत के बारे में समझाने के लिए विशेष मटके तैयार कराए जा रहे हैं. उन पर हिन्दी में नारे लिखे जा रहे हैं ताकि मतदाता उन्हें देखकर आकषिर्त हो सकें.
बाड़मेर लोकसभा सीट से इस बार नाक की लड़ाई है. इस सीट से पार्टी से निकाले गए भाजपा के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सोनाराम चौधरी से होना है. सीट से फिल्हाल कांग्रेस के हरीश चौधरी सांसद हैं.
अधिकारियों ने बताया कि गर्मियों में मटकों का उपयोग क्षेत्र के लगभग हर घर में होता है. ऐसे में सुदूर इलाकों सहित हर क्षेत्र में लोगों तक आसानी से पहुंचने का सबसे आसान तरीका यह मटकियां ही हैं.
व्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचन सहभागिता (एसवीईईपी) कार्यक्र म के तहत अधिकारी नरेन्द्र तनसुखानी ने यहां कहा ‘मटकियां आसानी से उपलब्ध हैं और दुकानों, घरों या चुनावी रैलियों हर जगह इनका उपयोग होता है. इसलिए संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए मटकियों के उपयोग के विचार पर काम किया जा रहा है.’ इन मटकियों पर नारों के अलावा मतदान की तारीख भी लिखी हुई है.
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