शुक्रवार, 20 दिसंबर 2013

विधायक ने ली पोकरण फलसूंड बालोतरा सिवाना पेयजल योजना के अधिकारियों की बैठक

विधायक ने ली पोकरण फलसूंड बालोतरा सिवाना पेयजल योजना के अधिकारियों की बैठक

 पोकरण


क्षेत्र के बीलिया गांव स्थित पोकरण फलसूंड बालोतरा सिवाना पेयजल योजना के सभी अधिकारियों की बैठक गुरूवार को क्षेत्रीय विधायक शैतानसिंह राठौड़ की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

बैठक के दौरान विधायक राठौड़ ने अधिकारियों से पेयजल योजना के बारे में विस्तार से जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने पोकरण क्षेत्र को सप्लाई होने वाले मीठे पानी के बारे में भी चर्चा की। अधिकारियों को निर्देश दिए कि पोकरण को इन दिनों चार इंची पाइप लाइन से जोड़ा गया है जिससे काफी कम पानी की आवक हो रही है। वहीं इस पाइप लाइन की साइज को बढ़ाकर दस इंच का किया जाए। ताकि शहर स्थित जलदाय विभाग को मीठे पानी की सप्लाई हो सके। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे सीएसआर निर्माण कार्य के बारे में भी जानकारी ली। ग्रामीण क्षेत्रों में बनाई गई सीएसआर को इस पाइप लाइन से पानी की सप्लाई जल्द से जल्द करने की व्यवस्था की जाए, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में गर्मी के मौसम में हो रही पानी की किल्लत से राहत मिल सके। इस अवसर पर एसई आईसी.जैन, एक्सईएन दिनेश नागौरी, एक्सईएन जेएल.कांत, एईएन लोकेश सैनी, एईएन प्रेमसिंह पंवार, प्रवक्ता मदनसिंह राजमथाई, रतनसिंह जोधा सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।

आयकर रिफंड वाउचर से उठा लिए 11 लाख रुपए मां, भाई और दोस्तों के खातों में जमा

आयकर रिफंड वाउचर से उठा लिए 11 लाख रुपए मां, भाई और दोस्तों के खातों में जमा 



जैसलमेर लोगों की आय पर निगरानी रखने वाले कार्यालय में ही फर्जी तरीके से 11 लाख रुपए उठाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।

इसे अंजाम देने वाला और कोई नहीं कार्यालय में ही ठेके पर लगा कंप्यूटरकर्मी निकला। आयकर विभाग के अधिकारियों को जैसे ही इसका पता लगा उन्होंने मामले की पड़ताल कर संविदाकर्मी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया और पुलिस ने संविदाकर्मी नटवर खत्री को हिरासत में भी ले लिया।




संविदाकर्मी नटवर खत्री आयकर विभाग में पिछले चार साल से काम कर रहा है। इस दौरान पूर्व में अग्रिम कर जमा करवाने वालों को वाउचर से भुगतान किया जाता था और पिछले एक डेढ़ साल से यह सिस्टम ऑनलाइन हो गया और वाउचर से भुगतान होना बंद हो गया। संविदाकर्मी को भी इसकी जानकारी थी। उसने आयकर अधिकारी की अलमारी में रखे वाउचर चुरा लिए और धीरे-धीरे एक- एक वाउचर बैंक में जमा करवाकर फर्जी तरीके से भुगतान उठाता गया। करीब 48 वाउचर उसने जमा करवाए और 11 लाख रुपए उठा लिए।

यह है मामला

संविदा पर लगे कर्मचारी ने फर्जी तरीके से किया गबन


दिसंबर माह में संविदाकर्मी ने जो वाउचर जमा करवाया उस पर उसने गलत पेन कार्ड नंबर लिख दिए। बैंककर्मी का ध्यान उस पर चला गया और उसने आयकर अधिकारी को फोन पर बताया कि पेन नंबर गलत आए हैं। आयकर अधिकारी को जैसे ही इसका पता चला उनके समझ में पूरा माजरा आ गया। उन्हें पता था कि वाउचर से रिफंड होना तो बंद हो गया है तो किसने वाउचर जमा करवाया है।



:संविदा कर्मी ने नवंबर 2011 में फर्जी तरीके से 24 हजार रुपए पहली बार उठाए थे। उसके बाद धीरे धीरे उसने 48 वाउचर जमा करवाकर 11 लाख रुपए उठा लिए। क्या इन दो सालों में आयकर अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।
: आयकर विभाग द्वारा वाउचर से रिफंड करना बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन रिफंड प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में क्या बैंक कर्मचारियों को इसकी जानकारी नहीं थी, यदि थी तो मामला उजागर क्यों नहीं हुआ।




जानकारी के अनुसार आयकर विभाग द्वारा एक डेढ़ साल पहले तक वाउचर से रिफंड किया जाता था। जिसे रिफंड किया जाना है उसके नाम का वाउचर तैयार किया जाकर बैंक में जमा करवा दिया जाता और वाउचर में अंकित राशि उस व्यक्ति के खाते में जमा हो जाती। संविदाकर्मी ने इस मामले में ऐसा ही किया। आयकर अधिकारी की अलमारी से चुराए गए वाउचर अपनी मां, भाई और दोस्तों के नाम हर महीने जमा करवा देता और बैंक से उनके खातों में राशि ट्रांसफर हो जाती।



॥आयकर विभाग के ज्वॉइंट कमिश्नर ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि उनके जैसलमेर कार्यालय में संविदाकर्मी ने करीब 11 लाख रुपए फर्जी तरीके से उठा लिए। इस संबंध में संविदाकर्मी को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। मामले का अनुसंधान चल रहा है।
धन्ना राम, जांच अधिकारी, पुलिस कोतवाली जैसलमेर

राधे कृष्णा। राधा से अलग होने के बाद कृष्णा ने बांसुरी नहीं बजाई कभी

राधे कृष्णा।  राधा से अलग होने के बाद कृष्णा ने बांसुरी नहीं बजाई कभी 





हालांकि कृष्ण और राधा ने बचपन के कुछ ही साल साथ-साथ गुजारे, फिर भी आज हजारों साल बाद भी हम उन दोनों को अलग-अलग करके नहीं देख पाते। ऐसा कौन सा जादू था उस रिश्ते में?
जब कृष्ण ने गोपियों के कपड़े चुराए तो यशोदा माँ ने उन्हें बहुत मारा और फिर ओखली से बांध दिया। कृष्ण भी कम न थे। मौका मिलते ही उन्होंने ओखली को खींचा और उखाड़ लिया और फौरन जंगल की ओर निकल पड़े, क्योंकि वहीं तो उनकी गायें और सभी सथी संगी थे।
अचानक जंगल में उन्हें दो महिलाओं की आवाजें सुनाईं दीं। कृष्ण ने देखा वे दो बालिकाएं थीं, जिनमें से छोटी वाली तो उनकी सखी ललिता थी और दूसरी जो उससे थोड़ी बड़ी थी, उसे वह नहीं जानते थे, लेकिन लगभग 12 साल की इस लड़की की ओर वह स्वयं ही खिंचते चले गए।
16 साल की उम्र के बाद कृष्ण राधा से कभी नहीं मिले। लेकिन सात से सोलह साल की उम्र तक, राधे के साथ गुजारे उन नौ सालों में राधे हमेशा के लिए कृष्ण का हिस्सा बन गई।
दोनों लड़कियों ने उनसे पूछा कि क्या हुआ? तुम्हें इस तरह किसने बांध दिया? यह तो बड़ी क्रूरता है! किसने किया यह सब? उन दोनों में जो 12 वर्षीय लड़की थी, उसका नाम राधे था। जिस पल राधे ने सात साल के कृष्ण को देखा, उसके बाद वे कभी उनकी आँखों से ओझल नहीं हुए। जीवन भर कृष्ण राधे की आँखों में रहे, चाहे वह शारीरिक तौर पर उनके साथ हों या न हों। हालांकि बचपन के कुछ ही साल उन दोनों ने साथ-साथ गुजारे थे, फिर भी आज हजारों साल बाद भी हम राधे और कृष्ण को अलग-अलग करके नहीं देख पाते।

16 साल की उम्र के बाद कृष्ण पूरे जीवन राधा से कभी नहीं मिले। लेकिन सात साल की उम्र से लेकर 16 साल तक के उन नौ सालों में, जो उन्होंने राधे के साथ गुजारे, राधे उनका एक हिस्सा बन गईं। वह जीवन में बहुत सारे लोगों से मिले, बहुत सारे काम किए। उन्होंने कई विवाह भी किए, लेकिन राधे उनके जीवन में हमेशा बनी रहीं। राधे के शब्दों में, “मैं उनमें रहती हूं और वह मुझमें। इससे कोई अंतर नहीं पड़ता कि वह कहां हैं और किसके साथ रहते हैं। वह हमेशा मेरे साथ हैं। कहीं और वह रह ही नहीं सकते।“ यानी जिस पल उन दोनों ने एक दूसरे को देखा था, उसके बाद से उन्हें एक दूसरे से अलग करके नहीं देखा गया। आज करीब तीन हजार साल बाद भी आप उन्हें अलग करके नहीं देख सकते। कुछ आचारी धार्मिक लोगों ने इतिहास में कुछ जगहों पर इन दोनों को अलग करने की कोशिश की। उन्होंने राधे को अलग करने की कोशिश की, क्योंकि राधे महाभारत की बदचलन लड़की है। वह सामाजिक ताने-बाने में फिट नहीं बैठती। इसलिए वे राधे को कृष्ण से अलग करके कृष्ण को ज्यादा ईश्वरीय स्वरूप में प्रस्तुत करना चाहते थे। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद वे राधे को कृष्ण के जीवन से बाहर नहीं कर सके।
कृष्ण को अपनी बांसुरी पर बड़ा गर्व था। राधे से अलग होते समय कृष्ण ने न सिर्फ अपनी बांसुरी राधे को दे दी, बल्कि उसके बाद जीवन में फिर कभी उन्होंने बांसुरी नहीं बजाई।

खैर, राधे ने कृष्ण को लकड़ी की ओखली से खोलने की कोशिश की। मगर कृष्ण उन्हें रोक दिया और कहा, ‘इसे मत खोलो। मैं चाहता हूं कि इसे मां ही खोले, जिससे उनका गुस्सा निकल सके।’ इन लड़कियों ने पूछा, ‘क्या हम तुम्हारे लिए कुछ और कर सकते हैं?’ इस पर कृष्ण ने अपनी सखी ललिता से कहा, ‘मुझे पानी चाहिए। मेरे लिए पानी ले आओ।’ दरअसल, पानी के बहाने वह उसे वहां से हटाना चाहते थे। ललिता पानी लेने चली गई और सात साल के कृष्ण और 12 साल की राधे साथ-साथ बैठ गए। इस एक मुलाकात में ही ये दोनों एक दूसरे में विलीन होकर एक हो गए और फिर उसके बाद से उन्हें कोई अलग न कर सका।
कृष्ण जब 16 साल के हुए, जिंदगी ने उनके रास्ते बदल दिए। कृष्ण को अपनी बांसुरी पर बड़ा गर्व था। उनकी बांसुरी थी ही इतनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली। लेकिन 16 साल की उम्र में जब वह शारीरिक तौर से राधे से अलग हुए, तो उन्होंने न सिर्फ अपनी बांसुरी राधे को दे दी, बल्कि उसके बाद जीवन में फिर कभी उन्होंने बांसुरी नहीं बजाई।

पिण्डारियों ने पोकरण ठाकुर का सिर काटकर राजा को भिजवाया

डॉ एम एल  गुप्ता 


पिण्डारियों ने पोकरण ठाकुर का सिर काटकर राजा को भिजवाया


ई. 1803 में राजा मानसिंह जोधपुर की गद्दी पर बैठा। उस समय उसके पूर्ववर्ती राजा भीमसिंह की विधवा रानी गर्भवती थी जिसने कुछ दिन बाद धोकलसिंह नामक पुत्र को जन्म दिया। पोकरण के ठाकुर सवाईसिंह ने पाली, बगड़ी, हरसोलाव, खींवसर, मारोठ, सेनणी, पूनलू आदि के जागीरदारों को अपने पक्ष में करके धोकलसिंह को मारवाड़ का राजा बनाना चाहा। उसने जयपुर के राजा जगतसिंह तथा बीकानेर के राजा सूरतसिंह को भी अपनी ओर मिला लिया। इन तीनों पक्षों ने लगभग एक लाख सिपाहियों की सेना लेकर जोधपुर राज्य पर चढ़ाई कर दी। मानसिंह ने गीगोली के पास इस सेना का सामना किया किंतु जोधपुर राज्य के सरदार जबर्दस्ती मानसिंह का घोड़ा युद्ध के मैदान से बाहर ले आये। शत्रु सेना ने परबतसर, मारोठ, मेड़ता, पीपाड़ आदि कस्बों को लूटते हुए जोधपुर का दुर्ग घेर लिया।


इस पर मानसिंह को पिण्डारी नेता अमीरखां की सेवाएं लेनी पड़ीं। उसने अमीरखां को पगड़ी बदल भाई बनाया और उसे अपने बराबर बैठने का अधिकार दिया। इतना ही नहीं मानसिंह ने अमीर खां को पाटवा, डांगावास, दरीबा तथा नावां आदि गाँव भी प्रदान किये। अमीरखां ने महाराजा को वचन दिया कि वह सवाईसिंह को अवश्य दण्डित करेगा।


अमीरखां ने एक भयानक जाल रचा। उसने महाराजा मानसिंह से पैसों के लिये झगड़ा करने का नाटक किया तथा जोधपुर राज्य के गाँवों को लूटने लगा। जब सवाईसिंह ने सुना कि अमीर खां जोधपुर राज्य के गाँवों को लूट रहा है तो उसने अमीरखां को अपने पक्ष में आने का निमंत्रण दिया। अमीर खां ने सवाईसिंह से कहा कि यदि सवाईसिंह अमीरखां के सैनिकों का वेतन चुका दे तो अमीरखां सवाईसिंह को जोधपुर के किले पर अधिकार करवा देगा। सवाईसिंह अमीरखां के आदमियों का वेतन चुकाने के लिये तैयार हो गया। इस पर अमीरखां ने सवाईसिंह को अपने साथियों सहित मूण्डवा आने का निमंत्रण दिया।



सवाईसिंह चण्डावल, पोकरण, पाली और बगड़ी के ठाकुरों को साथ लेकर मूण्डवा पहुँचा। अमीरखां के आदमियों ने इन ठाकुरों को एक शामियाने में बैठाया तथा धोखे से शामियाने की रस्सि्यां काटकर चारों तरफ से तोल के गोले बरसाने लगे। इसके बाद मृत ठाकुरों के सिर काटकर राजा मानसिंह को भिजवाये गये। इस घटना से सारे ठाकुर डर गये और उन्होंने महाराजा से माफी मांग ली।कुछ दिनों बाद अमीरखां महाराजा से पैसों की मांग करने लगा। जब महाराजा ने पैसे देने से मना कर दिया तो उसने गाँवों में आतंक मचा दिया। एक दिन उसके आदमियों ने जोधपुर के महलों में घुसकर राजा मानसिंह के प्रधानमंत्री इन्द्रराज सिंघवी तथा राजा के गुरु आयस देवनाथ की हत्या कर दी।

2014 के लिये वृषभ राशि का राशिफल - 2014 Taurus Horoscope in Hindi - Taurus 2014 Hindi Rashifal

2014 के लिये वृषभ राशि का राशिफल - 2014 Taurus Horoscope in Hindi - Taurus 2014 Hindi Rashifal




वृषभ राशि की विशेषतायें


2014 के लिये वृषभ राशिफलवृषभ राशि भचक्र की दूसरे स्थान पर आने वाली राशि है. भचक्र पर इसका विस्तार 30 अंश से 60 अंश तक होता है. इस राशि के अन्तर्गत कृतिका के तीन चरण, रोहिणी के चार चरण तथा मृगशिरा के दो चरण आते हैं. इस राशि का प्रतीक चिन्ह बैल है, इसलिए आपके भीतर बैल के समान गुण भी मौजूद हैं. आप जिद्दी स्वभाव के व्यक्ति होंगे और आपको स्थिर रहना पसंद होगा. आप आसानी से अपनी जगह से हिलना पसंद नहीं करते हैं. यदि आपको अचानक से और अनायास कोई फैसला या किसी बदलाव के लिए कहा जाए तब आपका मूड खराब हो जाता है क्योंकि बिना विचार, मनन किए शीघ्रता से आप कोई काम करना पसंद नहीं करते हैं.

आप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह बहुत अच्छी तरह से करते हैं. घर के सभी कर्तव्यों का पालन करना अपना धर्म समझते हैं. परिवार की सुख समृद्धि के लिए जितना आपके वश में होता है उससे बढ़कर करते हैं. परिवार के मूल्यों पर कभी कोई आँच नहीं आने देते हैं और उनके निर्णय आपके लिए अधिक महत्व रखते हैं. आपकी अपनी विचारधारा बहुत मजबूत होती है, आपकी एक खासियत यह भी है कि आप जो काम आरंभ करते हैं उसे तब तक करते रहते हैं जब तक कि आप किसी परिणाम पर नहीं पहुंच जाते हैं. जो व्यक्ति आपके समान दायरे के होते हैं अथवा आपके समान व्यक्तित्व के होते हैं उन्हीं से आपका तालमेल ज्यादा अच्छा बैठता है और अन्य व्यक्तियों से आपको तालमेल जमाने में दिक्कत होती है इसलिए अपने समान बुद्धि के लोगों से मिलना आपको ज्यादा आरामदायक लगता है.

किसी भी समस्या का समाधान आप व्यवहारिकता की कसौटी पर रहकर करते हैं, आपको हवाई किले बनाना कतई पसंद नही होता है. आप संयमी व धैर्यवान व्यक्ति हैं इसलिए धैर्य आपका विशिष्ट गुण होता है. आपके भीतर कुछ अवगुण भी विद्यमान होते हैं, जीवन के अधिकतर मसलों में आप किसी तरह का कोई समझौता नहीं करते हैं. एक बार जो धारणा आपके मन में बन गई तो बन गई, उसे बदलना बहुत ही मुश्किल काम है. कई बार जीवन की जटिलताओ से आप बचने की कोशिश करते हैं. असुरक्षित रहना आपको नापसंद होता है इसलिए जीवन में स्थायित्व के साथ आप सुरक्षा भी चाहते हैं.

वृषभ राशि के लिए उपयुक्त कैरियर 

इस राशि का स्वामी ग्रह शुक्र होता है और शुक्र ग्रह की गिनती सौम्य ग्रहों में होती है. इस ग्रह का संबंध कला से जोड़ा गया है. गीत तथा संगीत से भी यह ग्रह संबंधित है. शुक्र भोग का कारक है इसलिए सभी भोगवादी वस्तुएं इस ग्रह के अन्तर्गत आती हैं. इसलिए आप कला, गीत, संगीत तथा उच्च स्तर की भोग की वस्तुओं से जुड़ा व्यवसाय कर सकते हैं.

शुक्र ग्रह के अन्तर्गत वाहन भी आते हैं आप पर्यटन संबंधी काम भी कर सकते हैं. फिल्म, फैशन, सुंदर सिले हुए कपड़े, मुद्रण, ग्राफिक्स व वेब डिजायनिंग आदि का काम भी कर सकते हैं. होटल अथवा रेस्तरां आदि का काम भी इस ग्रह के अन्तर्गत आता है. फोटोग्राफी, प्रशिक्षक अथवा किसी भाषा का शिक्षक और कवि भी इस ग्रह के अन्तर्गत ही आते हैं.

2014 वृषभ राशिफल - पैसा और वित्तीय स्थिति


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

वृषभ पैसा और वित्तीय स्थितिआर्थिक दृष्टिकोण से तिमाही का आरंभ मध्यम स्तर का सिद्ध हो सकता है क्योंकि इस समय बच्चों को लेकर कुछ खर्चे बने रह सकते हैं. आप धन का निवेश इस समय जमीन आदि मामलों में भी कर सकते हैं. यदि आपका धन अथवा उधार दिया रुपया कहीं अटका हुआ है तब उसके इस तिमाही में मिलने की संभावना बनती है. तिमाही के मध्य भाग में आपका धन जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर भी व्यय हो सकता है. इस तिमाही में एक विशेष बात यह होगी की धन तो खर्च होगा लेकिन धन की कमी के कारण आपका कोई काम बीच में अटकेगा नहीं.

आय तथा व्यय समान होने से आप धन का संचय करने में नाकामयाब हो सकते हैं लेकिन बैंक बैलेंस घटेगा नहीं. शेयर आदि में निवेश करें तो लालच में पड़कर ज्यादा निवेश ना करें. जो भी करें बाजार की नीतियों को मद्देनजर रखते हुए और अनुभवी व्यक्ति से सलाह लेकर ही करें. आप यदि प्रॉपर्टी का काम करते हैं तब तिमाही के अंत समय में आपको जमीन आदि से लाभ मिलने की संभावना बनती है.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय


आर्थिक दृष्टिकोण से तिमाही का पहला माह मिश्रित कहा जा सकता है. आपकी आय व व्यय समान ही रहने की संभावना बनती है. इस समय आप जमीन आदि से थोड़ा मुनाफा भी कमाने में सफल रह सकते हैं लेकिन जो भी करें अधूरी कागजी कार्यवाही के बिना ना करें. आप गलत रुप से भी लाभ कमाने की सोच सकते हैं लेकिन ऎसा करना आपको परेशानी में डाल सकता है. इसलिए आप जो भी करें उसके दूरगामी परिणाम देखते हुए ही करें.

तिमाही का दूसरा भाग आपके लिए लाभदायक बना रहेगा. इस समय आप जो भी काम करेंगे उसमे लाभ ही पाएंगे. इस समय आपके शत्रु भी आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं लेकिन भाग्य को अपने पक्ष मे करने के लिए आपको प्रयास अधिक करने पड़ सकते हैं. आप घर से दूर कहीं भूमि आदि क्रय करने में धन व्यय कर सकते हैं. इसके लिए आप लोन आदि के लिए भी आवेदन कर सकते हैं लेकिन लोन मिलने में फिजूल की भागम भाग भी बनी रह सकती है.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

आर्थिक दृष्टि से यह तिमाही कुल मिलाकर आपके लिए अनुकूल कही जा सकती है. इस समय आपकी आय के स्तोत्र बढ़ने की संभावना बनती है. इस समय आप स्वयं को हल्का भी महसूस करेंगे जिससे नवीन योजनाओं के निर्माण में आपका मस्तिष्क दौड़ना आरंभ हो जाएगा और आप आय के नए साधनों के बारे में सोच विचार कर सकते हैं. किसी को उधार दिया गया पैसा भी वापिस आने की संभावना बनती है. इस तिमाही में आपके भाई-बहन भी आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो सकते हैं. यह लाभ किसी भी रुप में आपके सामने आ सकता है. पिछले समय में आपने जो भी धन निवेश किया होगा उसमें वृद्धि की संभावना भी बनती है.

तिमाही के अंत में शायद आपको किन्हीं कारणों से ऋण आदि लेना पड़े लेकिन इससे आपको कष्ट का अनुभव नहीं होगा अपितु आपकी परेशानी का हल होगा. तिमाही के दूसरे भाग से आपका मन शेयर बाजार में निवेश करने का भी रहेगा. यह निवेश आपके लिए अगर अच्छा नही तो बुरा भी साबित नहीं होगा लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि आप अधिक जोखिम उठाएं. किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह से निवेश किया जा सकता है.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय


तिमाही का आरंभ समय आपके लिए व्यय से भरा हो सकता है. आपके खर्चे अनायास बढ़ सकते हैं और इससे आपके भीतर रोष व्याप्त रह सकता है. अधिकतर धन आपका अनैतिक बातों को पूरा करने में व्यय हो सकता है. आप जुआ, सट्टा अथवा मादक द्रव्यों पर इस समय अधिक धन व्यय कर सकते हैं अथवा बुरी संगति में पड़कर आप धन को उड़ाने में लगे रह सकते हैं. इस व्यय के कारण आपको काफी ज्यादा धन का अभाव महसूस हो सकता है. आप चाहते हुए भी स्वयं को धन की बर्बादी से नहीं रोक पाएंगे. इस समय आपका जीवनसाथी आपको संभालने में पूरी मदद करेगा लेकिन यह बात आपको कुछ देर से समझ आएगी.

आपकी बुद्धि का कारक बुध भी इस तिमाही में पीड़ित अवस्था में रहेंगे जिससे आपको सही और गलत का पता नही चल पाएगा और आप गलत सोहबत में पड़ जाएंगे. तिमाही के दूसरे भाग से लेकर अंतिम भाग तक आपका जीवनसाथी आपके लिए लाभ जुटाने और घर की आर्थिक व्यवस्था को संभालने में काफी कोशिशों के बाद सफल हो सकता है. दूसरे माह के बाद आपको भी कुछ समझ आएगी लेकिन इस हानि को आप गलत तरीके से पूरा करने की सोच सकते हैं जो आपके हित में नहीं होगा.

विशेष 

आर्थिक स्थिति में सुधार बना रहे इसके लिए आप गणेश जी की पूजा प्रतिदिन सुबह के समय अवश्य करें.

2014 वृषभ राशिफल - कैरियर और प्रोफेशन


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

वृषभ 2014 कैरियरकैरियर के नजरिए से तिमाही का आरंभ समय आपके लिए परेशानी वाला सिद्ध हो सकता है. आप नौकरीपेशा व्यक्ति हैं तो अपने कार्यो के लिए आपको बार-बार प्रयास करने पड़ेगें. एक ही काम को लेकर आप बीच में लटके रह सकते हैं. आपका बॉस भी आपसे इस समय नाखुश रह सकता है. परेशानी की हालत में बॉस से आपकी बहस भी हो सकती है. तिमाही मध्य तक का समय आपका डांवाडोल स्थिति में बना रह सकता है. आपके लिए उचित यही होगा कि आप हड़बड़ी ना मचाएं और धैर्य के साथ अपनी कमियों और जरुरतों को समझने का प्रयास करें कि कहां, क्या गड़बड़ है और आप उसे कैसे ठीक कर सकते हैं.

तिमाही के अंत में आपके कार्य गति पकड़ सकते हैं और आप उन्हें निपटाने में सफलता पा सकते हैं. आफिस की राजनीति से स्वयं को बचाकर रखेंगे तो मानसिक तनाव काफी हद तक कम बना रहेगा. बेशक आपके काम की गति थोड़ी धीमी रहे लेकिन अपने विरोधियों को आप मात देकर रखेंगें. आप व्यवसाय करते हैं तो तिमाही का पहला माह आपके लिए अनुकूल रहेगा लेकिन आपको असंतुष्टि बनी रहेगी क्योकि आप जितना परिश्रम करेंगे उससे कुछ कम की प्राप्ति आपको होगी. तिमाही के दूसरे माह में आपको काफी परेशानियों तथा बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है.

बिजनेस से लाभ कम तो व्यय अधिक बने रहने की संभावना बन रही है, इसलिए कठिनाई का यह समय आप स्थिर रहकर निकालेंगे तो आसानी से निकल जाएगा. तिमाही के अंतिम माह में आपकी गतिविधियाँ भी बढ़ सकती है और काम के सिलसिले में काफी भाग-दौड़ बनी रह सकती है. बाजार में आपके लिए नित नई प्रतिस्पर्धा चुनौती के रुप में आ खड़ी हो सकती है. आप यदि साझेदारी में काम करते हैं तो आपको संभलकर रहना होगा क्योकि आपके प्रतिद्वंद्वी आप दोनो के मध्य फूट डालने का प्रयास कर सकते हैं.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय


तिमाही के आरंभ समय में आप अपने काम को ज्यादा बढ़ाने की सोच सकते हैं या फिर आप काम में कुछ परिवर्तन करने का भी मन में विचार बना सकते हैं. यदि आप इस समय किसी के साथ मिलकर नया व्यवसाय करना चाहते हैं तब कुछ समय तो आप साथ में काम करेंगे लेकिन बाद में आप अलग होकर स्वतंत्र रुप से अपना काम कर सकते हैं. आरंभ में आपको कुछ परेशानियाँ बनी रहेगी लेकिन बाद में धीरे-धीरे थोड़े उतार-चढ़ाव के बाद आप सफल हो जाएंगे. अपने काम को लेकर आपका लचीला होना बहुत आवश्यक है. किसी तरह की जिद को पालकर मन में नहीं रखें.

तिमाही का मध्य भाग आपके लिए कुछ अनुकूल कहा जा सकता है लेकिन परेशानियाँ तथा बाधाएँ भी साथ में ही बनी रहेंगी. तिमाही के अंतिम भाग में आपको ज्यादा भाग - दौड़ करनी पड़ सकती है और काम को बढ़ाने के चक्कर में व्यय ज्यादा भी हो सकता है. इस समय आपको अपने माल की गुणवत्ता का स्वयं ध्यान रखना होगा क्योंकि इसकी गुणवत्ता में कारीगर लापरवाही बरतते हुए कमी कर सकते हैं. इससे आपका नाम बदनाम हो सकता है और फिर से बाजार में अपनी पैठ बनाना सरल नही होगा. इसलिए यही बेहतर है कि आप स्वयं बीच-बीच में नजर अवश्य रखें.

नौकरीपेशा लोगों के लिए तिमाही का पहला भाग शुभ कहा जा सकता है. आप अपने कार्यक्षेत्र पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब रह सकते हैं और आपके कार्यो से प्रसन्न होकर आपको रिवॉर्ड भी मिल सकता है लेकिन इससे आपके विरोधी आपसे अधिक ईर्ष्या भाव रखना आरंभ कर सकते है जिससे आपकी मानसिक परेशानियों में भी इजाफा हो सकता है और तिमाही के अंतिम समय में तो आप हताशा महसूस कर सकते हैं. यही आपके शत्रुओं के लिए जीत साबित हो सकती है. परेशान होने की बजाय आपको अपने काम में मन लगाना चाहिए और शत्रुओं को भनक भी नही लगनी चाहिए कि आप परेशान हैं. जो लोग विदेश में नौकरी ढूंढ रहे हैं उन्हें वीजा मिलने में कुछ बाधाएं आ सकती हैं.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय

कैरियर के दृष्टिकोण से तिमाही का आरम्भ समय आपके लिए अनुकूल रहेगा. आप जो भी काम आरंभ करेंगे उसे समय पर पूरा कर पाएंगे. इस तिमाही में आपका स्थानांतरण भी होने की संभावना बनती है लेकिन आप इस स्थानांतरण से नाखुश रह सकते हैं. तिमाही के दूसरे भाग में इस कारण आपकी मानसिक परेशानियाँ बढ़ सकती है और आपकी बुद्धि भ्रमित सी बनी रह सकती है. तिमाही के तीसरे भाग में आपका मन कार्यक्षेत्र पर रमना आरंभ हो जाएगा और आप फिर से ढर्रे पर चलना आरंभ कर देंगे.

तिमाही का दूसरा भाग कला के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए अधिक लाभप्रद तथा उपलब्धियों वाला सिद्ध होने की संभावना बनती है. जिन लोगों के काम का संबंध विदेशों से है और संचार से है उनके लिए भी समय अनुकूल कहा जा सकता है. दूसरे भाग में आपकी काम को लेकर अत्यधिक भाग-दौड़ रहेगी. तिमाही के अंतिम भाग में काम के बनने में बाधाएं आने की संभाव‌ना बनती है, यह बाधा आपके सहयोगियों द्वारा उत्पन्न की हुई हो सकती है.

बिजनेस के नजरिये से यह तिमाही मिश्रित फल प्रदान करने वाली सिद्ध होगी. आपके गुप्त शत्रु आपके काम में अड़चनें पैदा करने की पूरी कोशिश कर सकते हैं. हर व्यवसाय का अपना एक संगठन होता है और उसके कुछ मुख्य कार्यकार सदस्य भी होते हैं. तिमाही के इस भाग में आपको इस संगठन का सदस्य चुना जा सकता है लेकिन आरंभ में कुछ लोग आपके खिलाफ रहेगें लेकिन तिमाही के अंतिम भाग तक सभी आपकी सदस्यता को स्वीकृति प्रदान कर देंगे. इससे पहले आप भी परेशान रहेगें क्योकि आपके पैर उखाड़ने की पूरी कोशिश की जाएगी. अन्तत: सभी आपके विचारों से प्रभावित हो जाएंगे और कुछ को आप कूटनीति से अपनी ओर कर ही लेगे.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय

तिमाही का पहला भाग आपके लिए परेशानियों से भरा हो सकता है. आपके शत्रु आपके पैर उखाड़ने की हर संभव कोशिश कर सकते हैं. आप इससे घबराकर नौकरी छोड़ने का प्रयास कर सकते हैं लेकिन ऎसा करना आपको ज्यादा परेशानी में डाल सकता है और आप काफी समय तक बिना नौकरी के बैठ सकते हैं. तिमाही के पहले और दूसरे भाग को ज्यादा अनुकूल नही कहा जा सकता है. ज्यादा परेशानी महसूस होने पर आप कुछ समय के लिए अवकाश ले सकते हैं क्योकि पुन: आप एक नई ऊर्जा के साथ काम पर जा सकेगें. इससे आप अपने विरोधियो से निपटने में भी सफल रहेंगे. तिमाही के दूसरे भाग में आप अपने कार्य स्थान पर अपने काम को फिर से पटरी पर लाने में कामयाब रहेगें लेकिन एक बात का ख्याल यह रहे कि आप अपने उच्चाधिकारियों से किसी प्रकार की कोई बहस ना करें क्योकि विरोधियों के षडयंत्र को तो आप झेल लेंगे लेकिन बॉस की नाराजगी आपको महंगी पड़ सकती है.

बिजनेस के लिए तिमाही का पहला भाग अनुकूल नही कहा जा सकता है लेकिन दूसरे भाग से आपके लाभ में वृद्धि होना आरंभ हो जाएगी फिर उसके बाद आप तिमाही के अंत तक आगे ही बढ़ते जाएंगे और पीछे मुड़कर नही देखेगें. साझेदारी का व्यवसाय करने वालों के लिए भी तिमाही का अंतिम भाग ज्यादा लाभदायक रहेगा और आपको लोग आपके काम से पहचानना आरंभ कर देंगे. बाजार में आपकी पहचान बनना आरंभ हो जाएगी. आपका साझेदार आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा लेकिन तिमाही के मध्य भाग में आप दोनो थोड़ा संभलकर रहें और किसी की बात में आकर एक-दूसरे पर अविश्वास प्रकट ना करें.

2014 वृषभ राशिफल - हैल्थ और फिटनेस


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

वृषभ 2014 स्वास्थतिमाही के आरंभ में आपको स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से होकर गुजरना पड़ सकता है क्योंकि आपके राशि स्वामी शुक्र अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं और मंगल व शनि से दृष्ट भी हो रहे हैं. जनवरी माह में शुक्र वक्री अवस्था में भी रहेगें. दो पाप ग्रहों की दृष्टि व वक्री अवस्था, शारीरिक परेशानियों के साथ मानसिक परेशानियों को भी बरकरार रख सकती है.

वक्री होने पर ग्रह स्वास्थ्य की दृष्टि से कमजोर ही समझा जाता है. इस समय आपको वाहन आदि चलाने में भी सतर्क रहना चाहिए. यह ना सोचें कि सड़क पर आप सही है तो दूसरा व्यक्ति भी सही ही होगा. इस समय आपको मूत्र संबंधी परेशानियों अथवा जल संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. समय पर चिकित्सक की सलाह लें. तिमाही के अंतिम माह से आपके स्वास्थ्य में सुधार होना आरंभ हो जाएगा.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय


तिमाही का पहला भाग आपके लिए अनुकूल रहेगा, आप स्वयं को फिट और तंदुरुस्त महसूस करेगें. अगर हुआ तो खाने की लापरवाही से आपको गैस आदि की परेशानी महसूस हो सकती है जिसे आप स्वयं ही दूर कर सकते हैं. तिमाही का दूसरा माह भी आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा बना रहेगा लेकिन इस समय आपको तेज धारदार वस्तुओं के उपयोग में सावधानी बरतनी चाहिए. तिमाही के अंतिम समय में आपको स्वास्थ्य में गिरावट का अनुभव हो सकता है, खासकर जिन्हें पथरी की समस्या है उन्हें पेट में दर्द की शिकायत रह सकती है. आपको लापरवाही बिलकुल भी नहीं बरतनी चाहिए और चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए. आपको पैरों में भी तकलीफ बनी रह सकती है.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय


तिमाही का आरंभ समय आपके स्वास्थ्य के लिए सामान्य रहेगा लेकिन शरीर में आलस्य बना रह सकता है. आलस्य को दूर करने के लिए आप योग तथा ध्यान का सहारा ले सकते हैं. सुबह की सैर से भी आपका चित्त शांत तथा शरीर में चुस्ती प्रदान करने वाला रह सकता है. तिमाही के मध्य भाग में आप शारीरिक कमजोरी का अनुभव कर सकते हैं. आप वाहन चलाते हैं तो तिमाही का मध्य भाग आपके लिए कष्टकारी सिद्ध हो सकता है, विशेषकर दुपहिया चलाते समय आपको सतर्क रहना होगा.

यदि आप डायबिटिज के शिकार हैं तो इस समय वह बढ़ सकती है क्योकि आप अत्यधिक मानसिक परेशानी पालकर रख सकते हैं अथवा आप खानपान में अत्यधिक लापरवाही बरत सकते हैं. परहेज करने के साथ आप समय पर चिकित्सक की सलाह भी लेते रहें.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय


तिमाही का आरंभ आपकी खराब सेहत से हो सकता है. आपको मानसिक तथा शारीरिक व्याधियों का सामना करना पड़ेगा. आपकी बुद्धि इस समय भ्रमित रहेगी, इस समय आपको अपने खानपान पर भी ज्यादा ध्यान चाहिए अन्यथा पेट से जुड़े रोग आपको परेशानी में डाल सकते हैं. इस समय आपको चिकित्सक के चक्कर ज्यादा लगाने पड़ सकते हैं. कम्प्यूटर पर अधिक समय बैठकर काम करते हैं तो सिरदर्द अथवा आंखो से जुड़े रोग भी आपको परेशानी में डाल सकते हैं. काम करते समय बीच-बीच में अपनी आंखो को थोड़ा विश्राम अवश्य दें. इस तिमाही में स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना आपको करते ही रहना पड़ सकता है. स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने से और लापरवाही ना बरतने से आपको कुछ राहत अवश्य मिल सकती है.

विशेष 


तिमाही के इस माह में आपको सुबह अथवा संध्या समय में शुक्र स्तोत्र का पाठ अवश्य करना चाहिए.

2014 वृषभ राशिफल - प्रेम संबंध


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

वृषभ 2014 प्रेम
प्रेम संबंधो के लिए यह तिमाही अनुकूल नहीं कही जा सकती है. क्योकि पंचम भाव में मंगल का गोचर आप दोनो के मध्य दरार उत्पन्न करने का काम कर सकता है. रोज की तकरार से आप परेशान हो सकते हैं और मन में खिन्नता भी उत्पन्न हो सकती है, जिससे स्वभाव में चिड़चिड़ापन समाया रह सकता है. तिमाही का मध्य भाग आप प्रेम संबंधों के सुधार में ही लगे रह सकते है कि किसी तरह से माहौल शांतिमय बन जाए.

तिमाही के अंत में कुछ सुधार की गुंजाइश नजर भी आएगी लेकिन अंतिम सप्ताह से फिर किसी कारण से पुन: मतभेद पैदा हो सकते हैं. परेशान होने की बजाय आप अपने प्रेमी और खुद को कुछ समय दें जिससे आपको समझ आ जाएगा कि वास्तविक स्थिति क्या है अर्थात आप दोनो एक-दूसरे को चाहते भी है या नहीं ! या फिर महज ये एक आकर्षण है.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय


जो स्थिति पहले बनी रही है वही स्थिति अभी तक बरकरार रह सकती है. अगर कुछ सुधार आने की संभावना बनती भी तो वह तिमाही के दूसरे भाग में बन रही है. पहले भाग में तो आपके प्रेम संबंधो की दरार खाई का रुप ले सकती है. दूसरे भाग में आपका साथी तो उग्र ही रहेगा जो भी सुधार की कोशिश होगी वह आपकी ओर से होगी लेकिन कुछ समय स्थिति अनुकूल रहने के बाद अंतिम समय में आपको फिर से स्थिति बिगड़ती हुई सी नजर आ सकती है. इससे आपकी परेशानी पहले की अपेक्षा अब और अधिक बढ़ सकती है. इसका मुख्य कारण यह भी हो सकता है कि आप अपने प्रेम को विवाह में बदलने की ठान लें लेकिन परिवार वालों के तैयार ना होने पर आपका प्रेमी रुष्ट हो जाए. आप जो भी करें सोच विचार कर ही करें.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय


प्रेम संबंधों में पिछले कुछ समय से जो भी उतार-चढ़ाव वाला समय चला हुआ था वह आपके प्रेम संबंधों के टूटने से खतम हो सकता है. आप आसानी से किसी रिश्ते को खतम नहीं करते हैं लेकिन जब काफी समय तक परेशानी चलती रहती है तब उसमें सुधार की बजाय आप उसे खतम करना ही उचित समझते हैं. इस तिमाही में आप यही करने वाले हैं. रोज की किच-किच से परेशान होकर और रोज के रुठने-मनाने के चक्कर से दुखी होकर आप अपने प्रेम संबंधो को खतम करना ही उचित समझेंगे. इससे आप भावनात्मक रुप से कुछ समय कमजोर पड़ सकते हैं और किसी काम को करने में भी आपकी इस कारण से अरुचि बनी रहेगी.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय


एक बार प्रेम संबंध टूटने के बाद आप इस समय स्वयं को अकेला महसूस कर सकते हैं और अभी आप किसी अन्य से जुड़ने का बिलकुल भी नही सोच सकते हैं. आपके परिवार वाले इस समय आपके प्रेम संबंधों में टांग अड़ाने की पूरी कोशिश करेगें अर्थात वह टूटने के पक्ष में ही रहेगे. अपने अकेलेपन को दूर करने और भावनात्मक कमी को भरने के लिए आप अनैतिक संबंधो का आरंभ कर सकते हैं क्योकि परेशानी की हालत में आपको कुछ समझ नही आएगा लेकिन यह आपके लिए बदनामी का कारण बन सकता है. इसलिए आप बिना सोचे विचारे भावनाओं में बहकर कुछ ना करें.

तिमाही के मध्य भाग में फिर से आपका आकर्षण किसी की ओर हो सकता है और हो सकता है कि आप सोशल साईट के किसी मित्र से फ्लर्ट करना आरंभ कर दें लेकिन यह आपका केवल आकर्षण मात्र होगा और इसमें प्रेम की बू नहीं होगी. आपका यह संबंध इस बार सभी से छिपा रह सकता है.

2014 वृषभ राशिफल - विद्यार्थी


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

वृषभ 2014 परिवार
विद्यार्थियों के लिए यह तिमाही कुछ प्रतिकूल बनी रह सकती है. मन मस्तिष्क भटका हुआ सा रहेगा. पढ़ाई की ओर से आप पूरी तरह से विमुख रह सकते हैं और मित्रों के साथ बुरी संगत में पड़ सकते हैं. आपका मन अपने प्रेम संबंधों के कारण भी भटका हुआ सा रह सकता है और यह प्रेम संबंध केवल आकर्षण मात्र होगा, लेकिन जब तक आपको यह बात समझ आएगी तब तक आप अपने सहपाठियों से पिछड़ चुके होगें. आपके लिए उचित यही होगा कि आप समझदार बने और शिक्षा की ओर ध्यान दें. घूमना - फिरना भी जरुरी है लेकिन सभी बाते एक सीमा में रहकर ही अच्छी लगती हैं.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय


यदि आपने कुछ सुधार करने की कोशिश नहीं की तो स्थिति पूर्ववत ही बने रहने की संभावना बनी रह सकती है. आपको अच्छे अंको से पास होना है तो पढ़ाई तो निश्चित तौर पर आपको आरंभ करनी होगी. तिमाही के मध्य भाग में आपका मन विशेष रुप से खेल - कूद अथवा पिक्चर आदि देखने का कर सकता है. आप सभी कुछ करें लेकिन सभी कामों के लिए समय सीमा तय कर के चलें कि कितने समय क्या करना है अन्यथा आपके माता-पिता को आपसे निराशा हाथ लगेगी जिससे उनका मन व्याकुल रहेगा. प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने वाले छात्रों के लिए तिमाही का मध्य भाग अनुकूल रहेगा लेकिन अंतिम भाग में उम्मीद से कम की गुंजाइश बनती है.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय


विद्यार्थियों के लिए तिमाही का आरंभ समय कुछ अनुकूल कहा जा सकता है लेकिन बुद्धि कुछ भ्रमित सी बनी रह सकती है. जिन विद्यार्थियों को विदेशी भाषा सीखने में दिलचस्पी है उन्हें इस तिमाही में दाखिला मिल सकता है. खेल-कूद में भाग तो आप लेगे लेकिन अपने अत्यधिक विश्वास के कारण विफल भी पा सकते हैं, इसलिए कामयाब होना है तो अपने प्रतिद्वंद्वी को अपने से कम समझने की भूल ना करें. आपकी बुद्धि में जल्दबाजी तथा उग्रता भी बनी रह सकती है जिसका उपयोग आप उलटे कामों की बजाय उपलब्धियाँ पाने में करें.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय


तिमाही का पहला तथा दूसरा भाग विद्यार्थियों के लिए तनाव भरा रह सकता है. आप गलत मित्रों के चक्कर में पड़कर या फिर सारा दिन मोबाईल अथवा खेल कूद में ज्यादा समय व्यतीत कर सकते हैं. जिससे आप काफी पीछे रह सकते हैं अथवा आपके अंक अच्छे नही आएंगे. आपका मन पढ़ाई से उचाट ही रहेगा. किसी के समझाने का भी आपके ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योकि आपको समझ ही नहीं आएगा कि कोई क्या कह रहा है, ऎसा आपके पंचमेश बुध के वक्री होने के कारण हो सकता है और लग्नेश इस समय नीच राशि में रहेगे.

तिमाही के दूसरे भाग में आपका ध्यान अपने सहपाठियों से प्रेम संबंध स्थापित करने में लगा रह सकता है अथवा उनके साथ हर समय गप्पे हांकने में आप ज्यादा आनंद का अनुभव कर सकते हैं. तिमाही के अंतिम समय तक आपका मन पढ़ाई की ओर से विमुख ही रह सकता है.

विशेष 


तिमाही के इस भाग में विद्यार्थियों को सरस्वती मंत्र का जाप प्रतिदिन करना चाहिए और 11 बार गायत्री मंत्र पढ़ने का नियम भी बनाना चाहिए. इससे पढ़ाई में मन लगा रहेगा और आप जी नही चुराएंगे.

2014 वृषभ राशिफल - यात्रा


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

वृषभ 2014 परिवार
यात्राओं के लिए तिमाही का आरंभ समय ज्यादा पक्ष में नही रहेगा. उद्देश्यों को लेकर की गई यात्राओं की सफलता में संदेह बना रह सकता है. इन यात्राओं में आपकी बेकार की दौड़-धूप बनी रहेगी. जिसका प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है. लंबी दूरी की यात्रा पर जाने से पूर्व आप अपने आवश्यक सामान की सूची बनाकर तब सामान की पैकिंग करें. तिमाही का अंतिम माह यात्राओं के लिए अनुकूल रहेगा और आप इस समय परिवार के साथ तीर्थ यात्रा पर भी जा सकते हैं.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय


लंबी दूरी की यात्राओं पर जाने पर राह में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. विशेषतौर पर आप अपने कीमती सामान का ध्यान रखें. अपने मोबाईल अथवा कैमरे आदि को हिफाजत से रखें और अपने साथ कैश ज्यादा ना रखें, जितनी आवश्यकता हो उतना ही लेकर चलें. तिमाही के अंत समय में बच्चों के दाखिले आदि को लेकर भी आपको छोटी यात्राएं करनी पड़ सकती है. इन यात्राओं का फल आपके लिए मिश्रित होगा. तिमाही का अंतिम समय यात्राओं के लिए अनुकूल नही कहा जा सकता है. इस समय को आप नजर अंदाज करें तो बेहतर रहेगा.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय


तिमाही का आरंभ आपके लिए अनुकूल बना रहेगा और उद्देश्यों को लेकर की गई यात्रा आपके लिए सुखकारी तथा सफल रह सकती है. इस तिमाही में आपकी यात्राएं भी काफी हो सकती हैं. किसी ना किसी कारण आपको जाना पड़ सकता है. तिमाही का मध्य भाग आपकी यात्राओं के लिए मिश्रित फल प्रदान करने वाला रहेगा. इस समय की गई यात्रा आपको सफलता तो प्रदान कर देगी लेकिन आपका स्वास्थ्य इस समय प्रभावित हो सकता है. तिमाही के अंत समय में आप धार्मिक स्थान की यात्रा पर भी जा सकते हैं लेकिन वहाँ अपने सामान का विशेष रुप से ध्यान रखें.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय


यात्राओं के लिए वर्ष की अंतिम तिमाही मिश्रित फल प्रदान करने वाली रह सकती है क्योकि आप यात्राओं में स्वयं को असहज महसूस कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य के कारण बिना मन के भी आपको यात्रा करनी पड़ सकती है. छोटी दूरी यात्रा आपके लिए अच्छी रहेगी लेकिन लंबी दूरी की यात्राओं को लेकर मन में घबराहट पैदा हो सकती है. जिन लोगो को विदेश यात्रा पर जाना है उनके लिए तिमाही का पहला और अंतिम भाग ज्यादा अनुकूल रहेगा. मध्य भाग को आप यदि आवश्यक ना हो तो नजर अंदाज करने का प्रयास करें.

2014 वृषभ राशिफल - परिवार


जनवरी 2014 से मार्च 2014 तक का समय

वृषभ 2014 परिवारपारीवारिक दृष्टिकोण से तिमाही का आरंभ समय अशांतिपूर्ण हो सकता है लेकिन समय के साथ परिवार फिर एक हो जाएगा. सभी सदस्य एक-दूसरे को सहयोग प्रदान करेंगे और मिल-जुलकर रहेंगे. तिमाही के आरंभ मे यदि आप जमीन आदि में निवेश की सोच रहे हैं तो थोड़ा रुक जाएं अर्थात जमीन तो देख लें और बात भी पक्की कर सकते हैं लेकिन रुपयों का लेन-देन आप जनवरी माह के मध्य बाद ही करें. परिवार में पैतृक संपति को लेकर जो विवाद चला आ रहा था उसके निपटने की उम्मीद बनती है. कोर्ट - केस आदि के लिए तिमाही का मध्य भाग आपके लिए अनुकूल तो रह सकता है लेकिन बहुत ही कठिनाईयों और परेशानियों को सामना करने के बाद. आपको हिम्मत से डटे रहकर मनोबल को ऊंचा बनाए रखना चाहिए.

जिन लोगो के प्रेम संबंध बने हुए हैं वह अपने विवाह की बात घर में उठा सकते हैं और इसको लेकर हंगामा खड़ा हो सकता है. आपकी माताजी के ज्यादा अड़ने की बात नजर आती है, वह शायद ही मानें और आप भी जिद में आकर कोर्ट मैरिज कर सकते हैं. आप जो भी करें सोच-समझ कर करें क्योकि आपके सामने पूरा जीवन पड़ा है, इसलिए आवेश या जल्दबाजी में काम ना लें. जल्दबाजी और जिद में लिया निर्णय कई बार गलत भी सिद्ध होता है. माता-पिता का स्वास्थ्य भी आपके लिए परेशानी का कारण बन सकता है. मित्र आपके लिए लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं.

अप्रैल 2014 से जून 2014 तक का समय


इस तिमाही में आपका जीवनसाथी ज्यादा जिद्दी स्वभाव का हो सकता है और उसके व्यवहार में भी रुखापन समाया रह सकता है. आप समझदार व्यक्ति हैं इसलिए प्यार से आप कारण जानने का प्रयास करें कि क्यूं ऎसा हो रहा है. तिमाही के मध्य भाग में आप अपनी संतान को लेकर चिन्तित रह सकते हैं और इसका कारण आपके साथी तथा बच्चो के मध्य उभरे मतभेद हो सकते हैं. इससे घर का वातावरण भी प्रभावित हो सकता है. घरेलू व आर्थिक परेशानियों से दुखी होकर आप कुछ समय अकेले कहीं बाहर जाकर बिताना पसंद कर सकते हैं. इसके लिए आप किसी प्राकृतिक स्थल पर जा सकते हैं.

तिमाही के अंतिम भाग में घर के आवश्यक कामों के लिए खर्चे कुछ बढ़े हुए से रह सकते हैं. जिससे आप आर्थिक तंगी का अनुभव कर सकते हैं. यदि आप घर बदलने की सोच रहे हैं तब उसके लिए तिमाही का मध्य भाग ही आपके लिए ज्यादा अनुकूल रहेगा उसके बाद का समय आपके लिए प्रतिकूल सिद्ध हो सकता है.

जुलाई 2014 से सितंबर 2014 तक का समय


तिमाही का आरंभ समय अनुकूल रहेगा. प्रॉपर्टी को लेकर चला आ रहा विवाद किसी व्यक्ति की मध्यस्थता से निपटने की संभावना बनती है. माता की ओर से भी धन लाभ बने रह सकते हैं और जमीन आदि का भी आपको लाभ हो सकता है. संतान की ओर से आपको शुभ समाचार प्राप्त हो सकते हैं. जो लोग संतान प्राप्ति की सोच रहें है उन्हें तिमाही के मध्य भाग में शुभ समाचार मिल सकता है लेकिन गर्भ धारण के बाद अत्यधिक सचेत रहने की आवश्यकता होगी क्योकि राहु आपके पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं. दांपत्य जीवन को लेकर तिमाही का अंतिम भाग ज्यादा अनुकूल कहा जा सकता है. अविवाहितों के विवाह की बात इस तिमाही में पक्का हो सकती है.

इस तिमाही के अंत समय में आपके जीवनसाथी के व्यवहार में सुधार होगा लेकिन उसके कारण घर के खर्चो में कुछ वृद्धि हो सकती है. तिमाही के अंतिम भाग में आपकी माताजी का व्यवहार कुछ चिड़चिड़ा हो सकता है और माताजी के साथ आपकी संतान के मतभेद बने रह सकते हैं. आप बच्चो को समझाने का प्रयास करेंगे तो वह अवश्य ही मान जाएंगें.

अक्तूबर 2014 से दिसंबर 2014 तक का समय


पारीवारिक दृष्टिकोण से आपका दांपत्य जीवन अच्छा कहा जा सकता है क्योकि इस समय मंगल अपनी ही राशि वृश्चिक में गोचर करेंगे. तिमाही का पहला और अंतिम भाग ज्यादा अनुकूल रहेगा ओर अंतिम भाग में तो आपका साथी आपके लिए भाग्योदय कारक रह सकता है. इस तिमाही में संतान की ओर से आपको असंतुष्टि बनी रह सकती है और इस कारण हर समय आप मानसिक परेशानी से भी घिरे रह सकते हैं. आपके मामा पक्ष की ओर से आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है और यह हानि आपके सामने किसी भी रुप में आ सकती है. इस तिमाही में आपका मनोबल तथा आत्मविश्वास कुछ गिरा सा रह सकता है इसलिए घर के कामकाज तथा जिम्मेदारियों के प्रति आप लापरवाह रह सकते हैं. आपकी वाणी में भी कड़वाहट भरी रह सकती है जिसके कारण घर का वातावरण असंतोषजनक हो सकता है.

बच्चों का स्वास्थ्य इस तिमाही में आपको परेशान कर सकता है. किसी मित्र अथवा पड़ोसियों से उलझने का प्रयास ना करें अन्यथा बिना बात केस आदि का सामना करना पड़ सकता है. तिमाही के अंतिम समय में आपकी माता अथवा माता समान घर की किसी महिला से झगड़ा हो सकता है. आपको इस मामले में सचेत रहना होगा.

वृषभ राशि के लिए वर्ष 2014 में उपाय 


आपको पूरे वर्ष “ऊँ गं गणपतये नम:” का जाप 108 बार प्रतिदिन सुबह के समय करना चाहिए. इसके साथ ही बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए.

पूर्व मंत्री हरजी राम बुरडक नहीं रहे

पूर्व मंत्री हरजीराम बुरडक नहीं रहे




बाड़मेर पूर्व मंत्री हरजीराम बुरडक का आज तड़के तीन बजे सवाई मान सिंह असपताल में देहांत हो गया। बुरडक बीमार थे उनका उपचार चल रहा था। अशोक गहलोत सरकार में बुरडक कृषि मंत्री थे। उनके निधन में शोक कि लहर फेल गई। उनका अंतिम संस्कार उनके गांव भरणवा में होगा।

जीवन परिचय। . श्री हरजीराम बुरडक का जन्म 15 जुलाई, 1931 को नागौर जिले की लाडनूं तहसील के ग्राम भरनावां में श्री लूणाराम बुरडक के घर में हुआ। आपने भाषा रत्न-हिन्दी तक शिक्षा प्राप्त की। आपका संवत् 2004 में श्रीमती हस्तीदेवी के साथ विवाह हुआ। आफ 3 पुत्र एवं 2 पुत्रियां हैं। व्यवसाय से कृषक श्री बुरडक चौथी, छठीं, आठवीं एवं दसवीं तथा ग्यारहवीं राजस्थान विधान सभा के सदस्य रहे हैं। इस अवधि में आप विधान सभा की राजकीय उपक्रम समिति के सभापति, सदस्य, अधीनस्थ विधान संबंधी समिति के सदस्य रहे हैं। ग्रामीण विकास, सहकारिता और पंचायतीराज से सम्बद्ध रहे श्री बुरडक ग्राम पंचायत सांडास, ग्राम पंचायत भरनावां के क्रमशः तीन -चार बार सरपंच, पंचायत समिति लाडनूं के तीन बार प्रधान रह चुके हैं। आप जिला सहकारी संघ, नागौर के अध्यक्ष, केन्द्रीय सहकारी बैंक, नागौर के अध्यक्ष भी रहे हैं। वर्ष 1977-80 में श्री बुरडक जोधपुर विश्वविद्यालय, जोधपुर के सीनेट एवं सिण्डीकेट तथा वी.सी. चयन समिति के सदस्य रहे। श्री बुरडक राजस्थान राज्य सहकारी बैंक के संचालक भी रहे। श्री बुरडक वर्ष 1977-78 में राजस्थान प्रदेश जनता पार्टी के उपाध्यक्ष, वर्ष 1990-91 में राजस्थान प्रदेश जनता दल के अघ्यक्ष तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे हैं। आप पश्चिमी रेलवे सलाहकार समिति, मुंबई के सदस्य तथा राजस्थान पंचायत राज संघ के महामंत्री भी रह चुके ह। समाज सेवा के क्षेत्र में श्री बुरडक ने शिक्षा के प्रसार-प्रचार हेतु साक्षरता केन्द्रों का संचालन तथा असहाय व्यक्तियों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के कार्यों में सेवाएं दी हैं। आपकी पत्र पत्रिकाओं के अध्ययन एवं लेखन में विशेष अभिरूचि रही है। श्री बुरडक तेरहवीं राजस्थान विधान सभा के लिए लाडनूं (नागौर) क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में छठी बार विधायक निर्वाचित हुए थे ।गहलोत सरकार में कृषि मंत्री रहे थे

गुरुवार, 19 दिसंबर 2013

घोड़े वाली हसीना ने की मॉडलिंग

न्यूयार्क। हॉलीवुड की हसीनाएं फिल्मों में अपने उत्तेजक और कामुक सीन करने के लिए तो मशहूर हैं ही लेकिन इस हसीना ने तो हद ही कर दी।
यह हसीना एक अच्छी घुड़सवार भी हैं और इसी संदर्भ में इसने एक बदबू दूर करने वाले उत्पाद के लिए मॉडलिंग की। इस शूट के दौरान पता नहीं अचानक क्या हुआ कि इसने एक एक करके अपने सारे के सारे कपड़े उतार दिए और एकदम न्यूड हो गई।

यह बिंदास हसीना हॉलीवुड अभिनेता टॉम सेल्लेक की बेटी हन्नाह हैं। हन्नाह एक मंजी हुई घुड़सवार है और उसकी निगाहें 2016 में रियो में होने वाले ओलंपिक्स पर हैं। हाल ही में लॉस एंजिलिस में रहने वाली 25 वर्षीय हन्नाह ने कपड़ों की बदबू दूर करनेवाले उत्पाद रिवाइवर के लिए मॉडलिंग की।

मॉडलिंग के दौरान हन्नाह ने बिंदास होकर अपना बिकनी शूट करवाया और फिर इसके बाद हन्नाह न्यूड तक हो गई। फोटोशूट के साथ ही हन्नाह का वीडियो भी बनाया गया है।

वीडियो में तो हन्नाह और भी कमाल कर रही हैं क्योंकि इसमें उत्पाद को साबित करने के लिए हन्नाह कभी सेक्सी अवतार में जिम में नजर आती है तो कभी कामुक स्टाइल में नाइटी पहन कर बेडरूम में

जुम्मे के दिन मंदिर में मोदी, प्रशासन अलर्ट

वाराणसी। भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी शुक्रवार को वाराणसी में विजय शंखनाद रैली को संबोधित करेंगे। मोदी के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह, पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी और पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता रैली में शामिल होंगे।
रैली को संबोधित करने से पहले मोदी शहर के दो प्राचीन मंदिरों, काशी विश्वनाथ और संकटमोचन के दर्शन करने जाएंगे। मोदी के इस कार्यक्रम ने पुलिस प्रशासन के होश उड़ा दिए हैं। इससे पहले खबर आ रही थी कि जिला प्रशासन ने उनसे आग्रह किया है कि वह रैली के लिए जब आएं तो दो सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों के दर्शन करने के लिए न जाएं।

बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि नरेंद्र मोदी वाराणसी में रैली को संबोधित करने के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर और संकटमोचन मंदिर के दर्शन करने पहुंचेंगे। उनके साथ कई अन्य नेता भी रहेंगे।

लगभग 10.45 बजे मोदी विशेष विमान द्वारा बावतपुर एयरपोर्ट आने के बाद हेलीकॉप्टर द्वारा बीएचयू स्थित ग्राउंड में पहुंचेंगे। उसके बाद वो कार पर सवार होकर पहले संकटमोचन मंदिर और बाद में बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेंगे।

प्रशासन का कहना है कि उसने इस दर्शन के लिए अपनी तैयारीयां पूरी कर ली है। प्रशासन की इन तैयारियों से बीजेपी कार्यकर्ताओं ने संतुष्टि जाहिर की है। जिला प्रशासन सुरक्षा की दृष्टि से मोदी को ऎसा करने से रोक रहा था। लेकिन भाजपा प्रशासन के आग्रह को मानने के लिए तैयार नहीं है। प्रशासन को लगता है कि रैली में आई लाखों की भीड़ को संभालने के लिए पुलिस बल कम पड़ सकता है।

इससे पहले प्रशासन ने कहा था कि रैली में आई लाखों की भीड़ को संभालने के फेर में पुलिस बल कम पड़ सकता है। खबर है कि जुम्मे का दिन होने की वजह से जिला प्रशासन ने उनसे आग्रह किया था कि वह जुमे का दिन होने की वजह से मंदिरों में दर्शन करने के लिए न जाएं। प्रशासन ने कहा था कि जुम्मे के दिन अगर नरेंद्र मोदी मंदिर गए तो उनकी सुरक्षा के इंतजाम ठीक ढंग से नहीं हो पाएंगे।

रैली की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश और गुजरात पुलिस के अलावा केंद्रीय बल भी मुस्तैद रहेंगे। सुरक्षा की दृष्टि से रैली स्थल के आस-पास के गांवों के लाइसेंसी हथियार जमा करा लिए गए हैं।

उत्तरप्रदेश के पूर्वाचल में नरेंद्र मोदी की यह पहली रैली है, जिस पर सबकी निगाहें लगी हैं। रैली में काशी क्षेत्र के 14 संसदीय और 72 विधानसभा क्षेत्रों से भीड़ का जुटान होगा। रैली की तैयारी में जुटी बीजेपी न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पश्चिमी बिहार में भी इसका जोर-शोर से प्रचार कर रही है।

संकटमोचन सबसे ज्यादा संवेदनशील
सुरक्षा की दृष्टि से संकटमोचन मंदिर ज्यादा संवेदनशील है। मंदिर परिसर का ज्यादा क्षेत्र खुला और पेड़-पौधों से घिरा है। वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर तो वैसे भी सुरक्षात्मक दृष्टि से अभेद किला है।

रैली से 24 घंटे पहले ही सुरक्षा एजेंसियों ने से अपने कब्जे में ले लिया। मंदिर परिसर में शुक्रवार को साइकिल स्टैंड व मोबाइल लॉकर सेंटर बंद रहेगा। मोदी के पहुंचने के 2 घंटे पहले से ही मंदिर परिसर को सील कर दिया जाएगा, जिससे आम लोग दर्शन करने को नहीं जा पाएंगे।

मोदी की सुरक्षा के लिए अलर्ट
रैली में नरेंद्र मोदी की सुरक्षा को लेकर शासन सतर्क है। प्रमुख सचिव गृह अनिल कुमार गुप्ता और पुलिस महानिदेशक देवराज नागर ने गुरूवार को अधिकारियों से सुरक्षा तैयारी की रिपोर्ट ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

इंटेलीजेंस ब्यूरो ने मोदी की रैली के दौरान किसी घटना के होने की आशंका जताई है। आइबी ने कानपुर, झांसी, बहराइच में कुछ विरोधी तत्वों द्वारा खुराफात की आशंका जताई है। इसलिए वाराणसी में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल भेजा गया है।

मुंबई रैली में वीआईपी होंगे चाय विक्रेता
मोदी की रविवार को मुंबई में होने वाली रैली के लिए शहर के 10,000 चाय विक्रेताओं को वीआईपी पास जारी किए गए हैं। भाजपा नेता राज पुरोहित ने कहा कि राजनीति में आने से पहले मोदी अहमदाबाद रेलवे स्टेशन पर चाय बेचते थे।

कांग्रेस उनकी इस पृष्ठभूमि का मजाक बनाती है। उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि चाय बेचना देश बेचने से अच्छा है। इस इस आमंत्रण से उत्तेजित चाय विक्रेताओं ने रैली में शामिल होने का फैसला किया है।

वसुंधरा राजे का मंत्री मंडल कल एक बजे शपथ लेगा


वसुंधरा राजे का मंत्री मंडल कल एक बजे शपथ लेगा


बाड़मेर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नया मंत्रिमंडल शुक्रवार को दोपहर एक बजे आकर लेगा। विश्वस्त सूत्रानुसार वसुंधरा राजे ने शुक्रवार दोपहर एक बजे मंत्रिमंडल के गठन को अंतिम रूप दिया हें। इसमे डेढ़ दर्जन मंत्री शामिल होंगे ,बाड़मेर के शिव से विधायक मानवेन्द्र सिंह को केबिनेट में शामिल किया जा रहा हें।