मंगलवार, 17 दिसंबर 2013

कमरे का दरवाजा खोलते ही पति दिखा प्रेमिका संग, फिर शुरू हुई थप्पड़ों की बारिश



अम्बाला सिटी. एक एएसआई को प्रेमिका के साथ प्रेम के झूले में झूलना महंगा पड़ गया। ब्याहता पत्नी और परिवार वालों ने उसे प्रेमिका के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया। पुलिसिया स्टाइल में ही उसे सबक सिखाया गया। बाद में यह मामला सदर थाने पहुंचा।



एएसआई बलकार सिंह के साले अमरीक सिंह ने बताया कि उसकी बहन पुलिस क्वार्टर में दो बच्चों के साथ रहती है। पुत्र की उम्र 20 व पुत्री की उम्र 19 साल है। बलकार सिंह का भावना नामक एक महिला से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। भावना के प्रेम में वह इतना डूब गया कि उसे अपनी पत्नी व बच्चे भी बेगाने लगने लगे। वह बच्चों की सुध लेने घर नहीं जाता था। भावना के पास जलबेहड़ा रोड़ पर स्थित एक किराए के मकान में रहने लगा।इस बात को लेकर परिवार में कई दिनों से तनाव चल रहा था। बहन आखिर कब तक बर्दाश्त करती। उसने अपने पति को सबक सिखाने की सोची। सोमवार को बलकार पर नजर रखी गई। पूरी तैयारी के साथ भावना के घर पर दबिश दी गई। बलकार मौके पर मिल गया। अमरीक ने बताया कि मौके पर भावना को लताड़ा गया। उसे कहा गया कि एक व्यक्ति के बसे बसाए घर को वह न उजाड़े। बच्चे भी अब बड़े हो गए हैं।




बलकार बीच में आ गया। लिहाजा उसे भी सबक सिखाना पड़ा। मौके पर काफी लोग जमा हो गए। पुलिस को भी बुलाया गया। बलकार व भावना को सदर थाने ले जाया गया। पुलिस को इन दोनों की करतूत के बारे में विस्तार से बताया गया। इधर सदर पुलिस का कहना था कि यह पारिवारिक मामला है। जांच की जा रही है। पुलिस ने यह भी बताया कि थाने में ही बलकार व उसके परिजन बहस कर रहे थे।




रहना चाहता है प्रेमिका के साथ

रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद एएसआई बलकार सिंह ने कहा कि वह पत्नी के साथ नहीं रहना चाहता। भावना ही अब उसकी पत्नी है। बलकार के अनुसार पंचायती तौर पर वह अपनी जमीन-जायदाद बच्चों के नाम कर चुका है। उन्हें देने के लिए अब उसके पास कुछ नहीं है। इससे पहले बलकार की पत्नी ने प्रेमिका पर जमकर हाथ खोले। घर पर ही उसकी पिटाई की।भावना के खिलाफ भी परिजनों ने केस दर्ज करने की मांग की। पुलिस को एक शिकायत पत्नी की ओर से दी गई जिसमें कार्रवाई के साथ उसे बच्चों का खर्च देने की भी मांग की गई। शिकायत को लेकर पुलिस असमंजस की स्थिति में थी। कानूनी पहलुओं पर गौर करने के बाद ही कार्रवाई की बात कही गई।




जरूरत पड़ी तो डीसीपी से शिकायत करेंगे

एएसआई बलकार सिंह व प्रेमिका भावना के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए परिजन देर रात तक सदर थाने में डटे थे। साले अमरीक सिंह ने कहा कि अगर सदर पुलिस ने उनकी बहन की शिकायत पर कार्रवाई नहीं की तो वे मंगलवार सुबह डीसीपी विनोद कौशिक से मिलेंगे। थ ही उन्हें बलकार की हरकत के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। अमरीक ने बताया कि बलकार के बर्ताव की वजह से वे करीब दो साल से परेशान हैं। कई बार उसे समझाया गया पर वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। उसे प्रेमिका के साथ रंगे हाथों पकड़ने के सिवाए कोई चारा नहीं था। अब हम चाहते हैं कि उसे उसके कर्म की सजा मिले

"मिट्टी" भेज दो, "मोल" नहीं चाहिए....।

बाड़मेर। सुरा गांव का बीस वर्षीय युवक दो वक्त की रोटी कमाने के लिए सऊदी अरब गया, वहां उसकी चार माह पूर्व संदिग्ध मृत्यु हो गई। मौत के समाचार ने परिजन पर वज्रपात कर दिया। दूसरे देश से खबर आई कि अब जो चला गया उसका क्या,इसकी मजदूरी के बकाया रूपए ले लो। हम यहीं मिट्टी के हवाले कर देते हैं। गरीब परिवार की खुद्दारी देखिए उन्होंने कहा "मिट्टी" दे दो हमें मोल नहीं चाहिए।
सुरा गांव का बीस वर्षीय मंगलाराम पुत्र सुरताराम रोजगार नहीं मिलने पर परिवार पालने की उम्मीद से सऊदी अरब चला गया। वहां ऊंट चराने की मजदूरी पर लगा था। परिवार वालों को आस थी कि दीपावली पर उनका बेटा रूपए भेजेगा और एक साल बाद मिलने भी आएगा, लेकिन तकदीर को कुछ अलग मंजूर था। करीब साढ़े तीन माह पूर्व परिवार के एक सदस्य को फोन आया कि मंगलाराम का शव यहां सुनसान में पड़ा है, वह अब नहीं रहा। इस चचेरे भाई ने यह बात मंगलाराम के परिवार को नहीं बताई।

जिस व्यक्ति के पास मंगलाराम कार्य कर रहा था, उससे बात की। उसने बताया कि दो महीने पहले ही मेरे पास से चला गया और मजदूरी भी लेकर गया है। अब कहां है मुझे नहीं मालूम। इस पर शहर में उद्यमी तनसिंह चौहान से संपर्क कर आग्रह किया कि उनके बेटे की "माटी" अरब से लाने में मदद करवाए। बकौल चचेरे भाई मांगाराम तनसिंह की मदद पर वहां से पार्थिव देह को लाने का इंतजाम हुआ। इस दौरान संबंधित व्यक्ति ने कहा कि एक लाख रूपए के करीब इसकी मजदूरी है और इतने रूपए पार्थिव देह को भारत भेजने में लग जाएंगे, यहीं अंतिम क्रियाकर्म कर लिया जाए। इस पर गरीब परिजनों ने कहा कि हमें "मिट्टी" भेज दो, "मोल" नहीं चाहिए....।

कोहराम मच गया
मंगलाराम की पार्थिव देह सोमवार शाम को सुरा गांव पहुंची। जवान कमाऊ बेटे के लौटने का इंतजार कर रहे मां-बाप को जब कहा गया कि मंगला अब नहीं रहा...। उसका अरब से शव आयाहै तो घर में कोहराम मच गया। मां-पिता, भाई-बहिन और मंगलाराम की पत्नी की आंखों के सामने अंधेरा छा गया। गांव वालों व परिजनों ने मुश्किल से संभाला। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि यह सब कैसे हो गया। मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार होना है।

परिवार में नहीं खबर
साढ़े तीन माह से मंगलाराम की पत्नी, मां, बहिन और पिता को यह पता नहीं था कि ढेरो खुशियों के साथ जिस मंगलाराम के आने का वे इंतजार कर रहे है,वह अब आएगा तो सही, लेकिन उनकी आंखों की सारी खुशियां छीन ले जाएगा..। मुस्कराता गया उनका बेटा अब मिट्टी बनकर लौटा।

"लालबत्ती"पर रूकने लगा राजे का काफिला

जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का काफिला भी अब आम वाहनों की तरह चौराहों पर लालबत्ती होने पर रूकने लगा है। ऎतिहासिक जीत के बाद दूसरी बार राज्य की मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राजधानी जयपुर की कायापलट करने के निर्देश देने के बाद सोमवार को लाल बत्ती पर रूककर राजे ने यह जता दिया कि उनके शासन में आम जनता को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
राजे ने दिल्ली से लौटने पर हवाईअड्डे से अपने सरकारी आवास जाते समय बी2 बाईपास चौराहे पर लालबत्ती होने पर अपने काफिले को रोक दिया। इसके बाद होटल कलार्क्स आमेर, जवाहर कला केन्द्र केन्द्र और गांधी नगर मोड़ पर भी लाल बत्ती होने पर राजे का काफिला आम राहगीरो की तरह रूका। मुख्यमंत्री का काफिला बाइस गोदाम पुलिया के बाद राममंदिर चौराहे पर पहुंचा तो ट्राफिक नियमों का पालन करते हुए सर्किल का चक्कर लगाकर आगे बढ़ा जबकि इससे पहले चौराहों पर मुख्यमंत्री का काफिला गलत दिशा से गुजरता आया हैं।

उल्लेखनीय है कि राजे ने मुख्यमंत्री की शपथ लेते ही कह दिया था कि उनके काफिले की वजह से ट्राफिक व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इससे आम लोगों को परेशानी होती हैं। राजे ने राहगीरों का ज्यादा समय जाया नहीं हो इसके लिए उन्होंने अपना काफिला भी छोटा कर दिया हैं। राजे की इस सोच के कारण अब राजधानी में उनके गुजरने पर लोगों को न तो करीब 20 मिनट तक रूकना पडेगा और न ही यातायत प्रभावित होगा। यह पहला मौका है कि किसी मुख्यमंत्री ने आम लोगों की दिक्कतों को पहचानकर ऎसा कदम उठाया हैं।

राजे ने गत तेरह दिसम्बर को मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद जयपुर शहर के सौन्दर्यकरण को गंभीरता से लिया और शीघ्र अधिकारियों को शहर की साफ सफाई, सड़कों, डिवाइडरों आदि की मरम्मत के निर्देश दे दिए जिससे अधिकारियों में खलबली मच गई और मुख्यमंत्री के सचिव तन्मय कुमार ने रविवार को शहर के सौंदर्यकरण. रोड लाईट, पार्किंग, कचरा परिवहन की उचित व्यवस्था, साफ सफाई एवं सड़कों को दुरूस्त करने के लिए एक बैठक लेकर संबंधित अधिकारियों को इन कार्यो को प्राथमिकता से करने तथा इसमें कोई कोताही नहीं बरतने के आदेश दिए। इतना ही नहीं इस बैठक में मानसरोवर जोन आयुक्त नीलिमा तक्षक के नहीं आने को भी गंभीरता से लिया गया और उन्हें शीघ्र एपीओ कर यह जता दिया कि नई सरकार जनता के लिए बहुत कुछ करना चाहती हैं।

बिग बॉस के घर घुसी पुलिस,अरमान अरेस्ट

मुंबई। ऎसा लग रहा था कि जैसे यह भी बिग बॉस के घर में खेले जाने वाले नाटक का ही हिस्सा होगा। सोमवार शाम 5 बजे पुलिस के कुछ अधिकारी बिग बॉस के घर में घुसे और उसके बाद उन्होने वहां के एक प्रतियोगी को गिरफ्तार कर लिया।
लेकिन असल में यह नाटक न होकर सचमुच की पुलिस थी जिसने एक मॉडल की शिकायत के आधार पर यह कार्यवाही की।

यह मॉडल कोई और नहीं बल्कि सोफी हयात थी जिनकी लोनावला पुलिस में की गई गंभीर शिकायत के आधार पर बिग बॉस के एक अन्य प्रतियोगी अरमान कोहली को सोमवार को बिग बॉस के घर से गिरफ्तार कर लिया गया।

शो के दौरान लगाया पिटाई का गंभीर आरोप

सोफिया ने अरमान पर बदसलूकी और मार-पीट का आरोप लगाया गया है। अरमान को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। वे सोमवार की रात लॉक-अप में ही बिताएंगे। पुलिस कोर्ट से उन्हें रिमांड पर सौंपे जाने की मांग कर सकती है।

मालूम हो सोफी हयात भी बिग बॉस में एक प्रतियोगी के तौर पर शामिल हुई थीं और कुछ ही दिन पहले वे इस प्रतियोगिता से बाहर हो गई थी।

सोफिया की शिकायत का आधार एक वीडियो फुटेज है जिसमें सोफिया और अरमान साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं और आपस में हाथापाई और गाली गलौज कर रहे हैं।

सोफिया ने घटना के बाद दिए गए अपने बयान के दौरान रोते हुए अपने चेहरे जख्म भी दिखाई गए।

बिग बॉस पर लगाया पक्षपात का आरोप
सोफिया ने अपने दिए बयान में बिग बॉस पर भी पक्षपात का आरोप लगाया और रोते हुए कहा कि अरमान के उनके साथ किए गए बुरे व्यवहार के बाद भी उन पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।

उनका कहना था कि एक अन्य प्रतियोगी तुषार को तो सिर्फ किसी को धक्का देने के कारण ही दोषी पाए जाने पर घर से बाहर कर दिया गया था।

पहले की पूछताछ फिर गिरफ्तार

अरमान मशहूर निर्माता-निर्देशक राजकुमार कोहली के पुत्र हैं लेकिन बॉलीवुड में बतौर अभिनेता उन्हें कोई खास कामयाबी हासिल नहीं हुई। अरमान कोहली से पहले तो पुलिस ने घर के अंदर जाकर पूछताछ की और इसके कुछ देर बाद उन्हें हिरासत में लेकर घर से बाहर निकाल लिया गया।

अतिप्रसिद्ध तथा प्रख्यात मन्दिर है जिसे श्री मेंहदीपुर बालाजी मन्दिर के नाम से जाना जाता


श्री बालाजी महाराज

राजस्थान के सवाई माधोपुर और जयपुर की सीमा रेखा पर स्थित मेंहदीपुर कस्बे में बालाजी का एक अतिप्रसिद्ध तथा प्रख्यात मन्दिर है जिसे श्री मेंहदीपुर बालाजी मन्दिर के नाम से जाना जाता है । भूत प्रेतादि ऊपरी बाधाओं के निवारणार्थ यहां आने वालों का तांता लगा रहता है। तंत्र मंत्रादि ऊपरी शक्तियों से ग्रसित व्यक्ति भी यहां पर बिना दवा और तंत्र मंत्र के स्वस्थ होकर लौटते हैं । सम्पूर्ण भारत से आने वाले लगभग एक हजार रोगी और उनके स्वजन यहां नित्य ही डेरा डाले रहते हैं ।

बालाजी का मन्दिर मेंहदीपुर नामक स्थान पर दो पहाड़ियों के बीच स्थित है , इसलिए इन्हें घाटे वाले बाबा जी भी कहा जाता है । इस मन्दिर में स्थित बजरंग बली की बालरूप मूर्ति किसी कलाकार ने नहीं बनाई, बल्कि यह स्वयंभू है । यह मूर्ति पहाड़ के अखण्ड भाग के रूप में मन्दिर की पिछली दीवार का कार्य भी करती है । इस मूर्ति को प्रधान मानते हुए बाकी मन्दिर का निर्माण कराया गया है । इस मूर्ति के सीने के बाईं तरफ़ एक अत्यन्त सूक्ष्म छिद्र है, जिससे पवित्र जल की धारा निरंतर बह रही है । यह जल बालाजी के चरणों तले स्थित एक कुण्ड में एकत्रित होता रहता है, जिसे भक्त्जन चरणामृत के रूप में अपने साथ ले जाते हैं । यह मूर्ति लगभग 1000 वर्ष प्राचीन है किन्तु मन्दिर का निर्माण इसी सदी में कराया गया है । मुस्लिम शासनकाल में कुछ बादशाहों ने इस मूर्ति को नष्ट करने की कुचेष्टा की, लेकिन वे असफ़ल रहे । वे इसे जितना खुदवाते गए मूर्ति की जड़ उतनी ही गहरी होती चली गई । थक हार कर उन्हें अपना यह कुप्रयास छोड़ना पड़ा । ब्रिटिश शासन के दौरान सन 1910 में बालाजी ने अपना सैकड़ों वर्ष पुराना चोला स्वतः ही त्याग दिया । भक्तजन इस चोले को लेकर समीपवर्ती मंडावर रेलवेस्टेशन पहुंचे, जहां से उन्हें चोले को गंगा में प्रवाहित करने जाना था । ब्रिटिश स्टेशन मास्टर ने चोले को निःशुल्क ले जाने से रोका और उसका लगेज करने लगा, लेकिन चमत्कारी चोला कभी मन भर ज्यादा हो जाता और कभी दो मन कम हो जाता । असमंजस में पड़े स्टेशन मास्टर को अंततः चोले को बिना लगेज ही जाने देना पड़ा और उसने भी बालाजी के चमत्कार को नमस्कार किया । इसके बाद बालाजी को नया चोला चढाया गया । यज्ञ हवन और ब्राह्मण भोज एवं धर्म ग्रन्थों का पाठ किया गया । एक बार फ़िर से नए चोले से एक नई ज्योति दीप्यमान हुई । यह ज्योति सारे विश्व का अंधकार दूर करने में सक्षम है । बालाजी महाराज के अलावा यहां श्री प्रेतराज सरकार और श्री कोतवाल कप्तान ( भैरव ) की मूर्तियां भी हैं । प्रेतराज सरकार जहां द्ण्डाधिकारी के पद पर आसीन हैं वहीं भैरव जी कोतवाल के पद पर । यहां आने पर ही सामान्यजन को ज्ञात होता है कि भूत प्रेतादि किस प्रकार मनुष्य को कष्ट पहुंचाते हैं और किस तरह सहज ही उन्हें कष्ट बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है । दुखी कष्टग्रस्त व्यक्ति को मंदिर पहुंचकर तीनों देवगणों को प्रसाद चढाना पड़ता है । बालाजी को लड्डू प्रेतराज सरकार को चावल और कोतवाल कप्तान (भैरव) को उड़द का प्रसाद चढाया जाता है । इस प्रसाद में से दो लड्डू रोगी को खिलाए जाते हैं और शेष प्रसाद पशु पक्षियों को डाल दिया जाता है । ऐसा कहा जाता है कि पशु पक्षियों के रूप में देवताओं के दूत ही प्रसाद ग्रहण कर रहे होते हैं । प्रसाद हमेशा थाली या दोने में रखकर दिया जाता है । लड्डू खाते ही रोगी व्यक्ति झूमने लगता है और भूत प्रेतादि स्वयं ही उसके शरीर में आकर बड़बड़ाने लगते है । स्वतः ही वह हथकडी और बेड़ियों में जकड़ जाता है । कभी वह अपना सिर धुनता है कभी जमीन पर लोट पोट कर हाहाकार करता है । कभी बालाजी के इशारे पर पेड़ पर उल्टा लटक जाता है । कभी आग जलाकर उसमें कूद जाता है । कभी फ़ांसी या सूली पर लटक जाता है । मार से तंग आकर भूत प्रेतादि स्वतः ही बालाजी के चरणों में आत्मसमर्पण कर देते हैं अन्यथा समाप्त कर दिये जाते हैं । बालाजी उन्हें अपना दूत बना लेते हैं । संकट टल जाने पर बालाजी की ओर से एक दूत मिलता है जोकि रोग मुक्त व्यक्ति को भावी घटनाओं के प्रति सचेत करता रहता है । बालाजी महाराज के मन्दिर में प्रातः और सायं लगभग चार चार घंटे पूजा होती है । पूजा में भजन आरतियों और चालीसों का गायन होता है । इस समय भक्तगण जहां पंक्तिबद्ध हो देवताओं को प्रसाद अर्पित करते हैं वहीं भूत प्रेत से ग्रस्त रोगी चीखते चिल्लाते उलट पलट होते अपना दण्ड भुगतते हैं ।

श्री प्रेतराज सरकार

बालाजी मंदिर में प्रेतराज सरकार दण्डाधिकारी पद पर आसीन हैं। प्रेतराज सरकार के विग्रह पर भी चोला चढ़ाया जाता है। प्रेतराज सरकार को दुष्ट आत्माओं को दण्ड देने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है । भक्ति-भाव से उनकी आरती , चालीसा , कीर्तन , भजन आदि किए जाते हैं । बालाजी के सहायक देवता के रूप में ही प्रेतराज सरकार की आराधना की जाती है।
पृथक रूप से उनकी आराधना - उपासना कहीं नहीं की जाती , न ही उनका कहीं कोई मंदिर है। वेद , पुराण , धर्म ग्रन्थ आदि में कहीं भी प्रेतराज सरकार का उल्लेख नहीं मिलता। प्रेतराज श्रद्धा और भावना के देवता हैं।
कुछ लोग बालाजी का नाम सुनते ही चैंक पड़ते हैं। उनका मानना है कि भूत-प्रेतादि बाधाओं से ग्रस्त व्यक्ति को ही वहाँ जाना चाहिए। ऐसा सही नहीं है। कोई भी - जो बालाजी के प्रति भक्ति-भाव रखने वाला है , इन तीनों देवों की आराधना कर सकता है। अनेक भक्त तो देश-विदेश से बालाजी के दरबार में मात्र प्रसाद चढ़ाने नियमित रूप से आते हैं।

किसी ने सच ही कहा है , नास्तिक भी आस्तिक बन जाते हैं , मेंहदीपुर दरबार में ।

प्रेतराज सरकार को पके चावल का भोग लगाया जाता है , किन्तु भक्तजन प्रायः तीनों देवताओं को बूंदी के लड्डुओं का ही भोग लगाते हैं और प्रेम-श्रद्धा से चढ़ा हुआ प्रसाद बाबा सहर्ष स्वीकार भी करते हैं।


कोतवाल कप्तान श्री भैरव देव

कोतवाल कप्तान श्री भैरव देव भगवान शिव के अवतार हैं और उनकी ही तरह भक्तों की थोड़ी सी पूजा-अर्चना से ही प्रसन्न भी हो जाते हैं । भैरव महाराज चतुर्भुजी हैं। उनके हाथों में त्रिशूल , डमरू , खप्पर तथा प्रजापति ब्रह्मा का पाँचवाँ कटा शीश रहता है । वे कमर में बाघाम्बर नहीं , लाल वस्त्र धारण करते हैं। वे भस्म लपेटते हैं । उनकी मूर्तियों पर चमेली के सुगंध युक्त तिल के तेल में सिन्दूर घोलकर चोला चढ़ाया जाता है ।
शास्त्र और लोककथाओं में भैरव देव के अनेक रूपों का वर्णन है , जिनमें एक दर्जन रूप प्रामाणिक हैं । श्री बाल भैरव और श्री बटुक भैरव, भैरव देव के बाल रूप हैं। भक्तजन प्रायः भैरव देव के इन्हीं रूपों की आराधना करते हैं । भैरव देव बालाजी महाराज की सेना के कोतवाल हैं। इन्हें कोतवाल कप्तान भी कहा जाता है। बालाजी मन्दिर में आपके भजन , कीर्तन , आरती और चालीसा श्रद्धा से गाए जाते हैं । प्रसाद के रूप में आपको उड़द की दाल के वड़े और खीर का भोग लगाया जाता है। किन्तु भक्तजन बूंदी के लड्डू भी चढ़ा दिया करते हैं ।
सामान्य साधक भी बालाजी की सेवा-उपासना कर भूत-प्रेतादि उतारने में समर्थ हो जाते हैं। इस कार्य में बालाजी उसकी सहायता करते हैं। वे अपने उपासक को एक दूत देते हैं , जो नित्य प्रति उसके साथ रहता है।
कलियुग में बालाजी ही एकमात्र ऐसे देवता हैं , जो अपने भक्त को सहज ही अष्टसिद्धि , नवनिधि तदुपरान्त मोक्ष प्रदान कर सकते हैं ।

सोमवार, 16 दिसंबर 2013

सरहद के जवान मलेरिया कि चपेट में

सरहद के जवान मलेरिया कि चपेट में 

बाड़मेर देश की सीमाओ पर तैनात जवान हर वक्त सीमा की सुरक्षा के लिए तैनात रहते है। लेकिन इन दिनो इन जवानो को मलेरिया ने जकड़ रखा है। सर्दी के मौसम मे मलेरिया का होना अपने आप मे आश्चर्य की बात लगती है। लेकिन बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय मे इन दिनो आधा दर्जन बीएसएफ के जवान मलेरिया व उल्टी दस्त के शिकार है। और वहां हॉस्पीटल मे भर्ती हो रहे है चिकित्सालय मे भर्ती इन जवानो का मानना है की वह पहले बीएसएफ के हॉस्पीटल मे भर्ती रहे। लेकिन लगातार बुखार नही टूटने के कारण उन्हे यहां रैफर किया है। और उन्हे डैंगू बुखार होने की आंशका है। वही चिकित्सालय के प्रभारी अधिकारी हेमंत सिंहल के अनुसार 6 जवान एक साथ भर्ती हुए है। लेकिन उनके कुछ को मलेरिया है बाकी जांच की जा रही है। बाद मे इस बात का खुलासा होगा की क्या डेंगू है या नही।


शहीदो की शहादत को आज नमन किया

 शहीदो की शहादत को आज नमन किया 

भारत पाक युद्ध मे देश की रक्षार्थ प्राणो को न्यौछावर करने वाले शहीदो की शहादत को आज नमन किया गया। गौरव सैनिक सेवा परिषद बाड़मेर व नगर परिषद बाड़मेर के संयुक्त तत्वावधान मे आज स्थानीय शहीद स्मारक चौराहे पर विजय दिवस समारोह आयोजित हुआ। समारोह मे बैंड की धून पर आर्मी,एयरफोर्स,बीएसएफ व राजस्थान पुलिस के जवानो की और से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस मौके पर सेना प्रशासन के जनप्रतिनिधि व आमजन शहीदो के परिवार वालो ने शहीदो को श्रद्धाजलि अर्पित की। इसके बाद शहीदो के परिवारो का सम्मान किया गया। समारोह मे बाड़मेर जिला कलेक्टर भानू प्रकाश एटूरू नगर परिषद सभापति उषा जैन,जिला प्रमुख मदनकौर,शिव पूर्व विधायक जालमसिंह रावलौत एयर कंमाडर एयरफोर्स उत्तरलाई वीके शर्मा,कंमाडिंग ऑफिसर जसाई अमन कुमार गौरव सैनिक सेवा परिषद बाड़मेर के अध्यक्ष कैप्टन हीरसिंह भाटी कंमाडिंग ऑफिसर बीएसएफ 99 वीं बटालियन समेत कई अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।


राज वेस्ट प्लांट में बोलेरो पलटी 12 घायल ,सुरक्षा नियम ताक पर

राज वेस्ट प्लांट में बोलेरो पलटी 12 घायल ,सुरक्षा नियम ताक पर
 

बाड़मेर जिले में निजी कम्पनियो में सुरक्षा नियमो को ताक पर रखकर
चंद रूपए बचाने के चककर में किस तरह अपने कर्मचारियो जान के साथ खिलवाड़
किया जा रहा है जिसके चलते आज भादरेश पॉवर प्लांट से लैबर व चोकीदारो को
लेकर बाड़मेर की तरफ आ रही बोलेरो गाड़ी पलटने से एक दर्जन लोग घायल हो
गये। इस गाड़ी में क्षमता से अधिक लोग सवार होने के कारन यह हादसा हुआ
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलो को
तुरन्त राजकीय चिकित्सालय लाया गया जहां डॉक्टरो ने इलाज शुरु किया। वही
दो लोगो की हालत गंभीर होने पर उन्हे जोधपुर रैफर कर दिया। पुलिस के
अनुसार भादरेश पॉवर प्लांट से चोकीदार व लैबर एक बोलेरो मे सवार होकर
बाड़मेर की तरफ आ रहे थे अचानक बोलेरो पलटने से एक दर्जन लोग घायल हो गये
जिन्हे तुरन्त राजकीय चिकित्सालय लाये जहां पर दो लोगो की हालत गंभीर
होने के कारण जोधपुर रैफर कर दिया गया है। बाकी घायलो को प्राथमिक उपचार
के बाद छुट्टी दे दी गई है और बोलेरो ड्राईवर के खिलाफ मामला दर्ज कर
जांच की जायेगी।

"चिरस्थायी रहती है शहीदों की शहादत"

जैसलमेर। जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि शहीदों की शहादत सदैव चिरस्थायी रहती हैं। उन्होंने कहा कि हमारे वीर सपूतों ने अपने प्राणों को न्यौछावर कर देश की रक्षा की हैं। युवा पीढ़ी को देश की सेवा के लिए शहीदों की शहादत से प्रेरणा लेनी चाहिए। जैसलमेर विधायक भाटी ने सोमवार को जैसलमेर जिला पूर्व सैनिक संस्थान के तत्वावधान में सैनिक विश्राम गृह प्रांगण में आयोजित विजय दिवस समारोह में ये उद्गार व्यक्त किए।

समारोह में पोकरण विधायक शैतानसिंह राठौड़ भी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। समारोह की अध्यक्षता जैसलमेर आर्मी स्टेशन कमांडर ब्रिगेडियर अजय चौहान ने की और अतिरिक्त जिला कलक्टर मानाराम पटेल, पूर्व विधायक गोवर्द्धन कल्ला, नगरपरिषद के सभापति अशोक तंवर, पूर्व अध्यक्ष नगर विकास न्यास उम्मेदसिंह तंवर, भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष पूरणसिंह भाटी, कर्नल एनएल जगानी, कर्नल एआर पंवार, समाजसेवी प्रेम राठी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे।

विधायक छोटूसिंह भाटी ने कहा कि पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए राज्य सरकार से पूरे प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने पूर्व सैनिकों को जमीन आवंटन कराने का आश्वासन देते हुए कहा कि इसके लिए भी राज्य स्तर से आवश्यक कार्यवाही कराई जाएगी। उन्होंने जैसलमेर में सेना में भर्ती के लिए ट्रेनिंग सेन्टर खोलने की जरूरत भी बताई।

पूर्व सैनिको का सम्मान करना हमारा दायित्व

पोकरण विधायक शैतानसिंह राठौड़ ने कहा कि हम सब का दायित्व हैं कि सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों का सदैव सम्मान करना चाहिए व उनके कल्याण के लिए आगे आना चाहिए। अध्यक्षीय उद्बोधन मे ब्रिगेडियर अजय चौहान ने कहा कि अप्रेल माह में बड़े स्तर पर जैसलमेर में सैनिक मेला आयोजन करने का कार्यRम प्रस्तावित हैं।

दिलाया भरोसा

विजय दिवस के अवसर पर नगरपरिषद के सभापति अशोक तंवर ने पूर्व सैनिकों को भरोसा दिलाया कि अगला विजय दिवस नगरपरिषद के माध्यम से भव्य स्तर पर मनाया जाएगा। भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष पूरणसिंह भाटी ने अपनी ओर से शहीदों की वीरांगनाओं के लिए सिलाई मशीनें भी उपलब्ध कराई।

किया सम्मान

इस अवसर पर अतिथियों की ओर से शहीद वीरांगनाओं को सिलाई मशीन, 80 वर्ष की आयु पार करने वाले गौरव सेनानियों का माल्यार्पण व शॉल ओढ़ाकर और सेना मेडल प्राप्त करने वाले व युद्ध के दौरान नि:शक्त हुए गौरव सेनानियों का भी शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। समारोह के प्रारंभ में अतिथियों ने शहीदों की तस्वीर पर माल्यार्पण कर व पुष्प अर्पित कर श्रद्धा सहित स्मरण किया गया।

प्रारंभ में जैसलमेर जिला पूर्व सैनिक संस्थान के अध्यक्ष कैप्टन तनेरावसिंह ने अतिथियों का स्वागत किया गया। इस अवसर पर हवालदार सगतसिंह, मोतीसिंह, मोड़सिंह, समाजसेवी जुगलकिशोर व्यास, कैप्टन करणीसिंह, कैप्टन रूपसिंह, कल्याणसिंह, गोरधनसिंह, देरावरसिंह, नायब सूबेदार हमीरसिंह, सुबेदार मेजर लालसिंह, पूर्व अध्यक्ष जुगतसिंह, समाजसेवी रतनसिंह जोधा आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। पूर्व अध्यक्ष जुगतसिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन दलपतसिंह ने किया। इस अवसर पर सरपंच सोनू पूनमसिंह , पृथ्वीराज शर्मा , दीनदयाल तंवर ,प्रेम राठी को भी स्मृति चिन्ह भेंट किए गए, वहीं अतिथियों को भी स्मृति चिह्न भेंट किए गए।

पाकिस्तान की राजनीति का नया सितारा मरियम नवाज शरीफ




कराची। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की 40 वर्षीय सुंदर कुशाग्र बुद्धि बेटी मरियम नवाज शरीफ पाकिस्तान की राजनीति का नया उभरता हुआ सितारा हैं। वह देश के शिक्षित युवा वर्ग के लिए रोल मॉडल बनती जा रही हैं और पिता नवाज शरीफ उनकी क्षमता में अपना विश्वास बढ़ा रहे हैं। कैंब्रिज से डॉक्टरेट की उपाधि हासिल करने की इच्छा रखने वाली मरियम टि्वटर और अन्य सामाजिक वेबसाइटों के उपयोग में पूरी तरह कुशल हैं। सरकार के प्रधानमंत्री युवा कार्यक्रम की अध्यक्ष बनने के बाद मरियम की ओर सभी का ध्यान गया है।
जानिए, कौन है पाकिस्तान की राजनीति का नया सितारा ?

15 दिनों में ही शुरू की नई योजाना

अपनी नियुक्ति के 15 दिनों के भीतर ही मरियम शरीफ ने देश के युवाओं को कर्ज उपलब्ध कराने की सबसे महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ किया। उन्होंने यह सुनिश्चित कर दिया है कि पाकिस्तान के बैंकर और नौकरशाह अगले सात महीनों में करीब 100,000 पाकिस्तानी उद्यमियों को 100 अरब पाकिस्तानी रूपयों का कर्ज देंगे। इनमें से आधी संख्या महिलाओं की होगी। इस योजना का लाभ उठाने के लिए केवल छह दिनों में ही 21 लाख आवेदन पत्र डाउनलोड किए जा चुके हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वह इस योजना में बिना घपला-घोटाला के युवाओं को बैंकों से कर्ज दिलाने में कामयाब रहीं तो यह उनके लिए एक बड़ी सफलता होगी। एक शीर्ष पाकिस्तानी बैंक के अध्यक्ष ने आईएएनएस से कहा कि यदि योजना के लिए दिया गया पैसा वापस लौटने लगेगा तो वह बहुत खुश होंगे।
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टि्वटर पर इमरान को हराया

लाहौर की जीसस एंड मेरी कान्वेंट स्कूल की पूर्व छात्रा अब क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान के लिए एक सीधी चुनौती हैं। खान के टि्वटर पर 800,000 फालोवर्स हैं, जबकि मरियम के फालोवर्स की संख्या 200,000 है जो खराब नहीं कही जा सकती है। नवाज शरीफ के दो पुत्रों -हुसैन और हसन- की राजनीति में अधिक रूचि नहीं है। उनके भाई शाहबाज शरीफ पार्टी में दूसरे सबसे शक्तिशाली व्यक्ति हैं। उनके बेटे हम्जा (39) नेशनल असेंबली के सदस्य हैं।

नवाज शरीफ ने मरियम के पति मुहम्मद सफदर को पिछले वर्ष पार्टी से निकाल दिया था। मरियम ने स्पष्ट कर दिया कि उनके पिता का कदम जायज था। उनके मुताबिक सफदर ने भी इसे सकारात्मक तौर पर लिया।

गेस्ट हाऊस में रेप, बनाई वीडियो क्लिप

मुम्बई। मुम्बई के दहिसर उप शहरी क्षेत्र में अपनी अधीनस्थ कर्मचारी का विभिन्न स्थानों पर कई बार कथित रूप से बलात्कार करने के मामले में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के मैनेजर को 27 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस ने मैनेजर को गिरफ्तार कर सोमवार को स्थानीय अदालत में पेश किया और वहां से उसे 27 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी अमीन पोनवाला (41) और यह महिला भी कंपनी की इसी इकाई में काम करते थे। महिला तलाकशुदा है और अपने बच्चे के साथ रहती है। अमीन ने इस वर्ष अगस्त में इस महिला को कहा कि कंपनी की दूसरी इकाई तीतवाला में खोली जानी है और दोनों को निरीक्षण कार्य के लिए जाना पडेगा।

तीतवाला में पूरा दिन बिताने के बाद आरोपी ने महिला को अपने साथ गेस्ट हाउस में रूकने को कहा और उसी रात उसके साथ बलात्कार कर इसकी वीडियो क्लिप बना ली। उसके बाद वह महिला को वीडियो क्लिप सार्वजनिक करने की धमकी देकर उसका बार-बार शोषण करने लगा।

इससे तंग आकर महिला ने सारी बात अपने सहयोगी मित्र को बताई और इसके बाद उन्होंने पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पीडिता की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

12वीं की छात्रा पर युवक ने फेंका तेजाब

मेरठ। सुप्रीमकोर्ट के तमाम आदेशों के बावजूद तेजाब की घटनाएं रूक नहीं रही हैं और इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में मेरठ जिले के मवाना क्षेत्र में सोमवार को एक युवक ने 12 वीं की छात्रा पर तेजाब फेंक दिया जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई।
पुलिस प्रवक्ता ने यहां बताया कि मवाना इलाके में इंटर कालेज मटौरा की 12वीं की छात्रा कालेज से अपने घर जा रही थी। रास्ते में मीवा गांव के पास नरेश नामक युवक ने उसपर तेजाब फेंक दिया जिससे वह गम्भीर रू प से झुलस गई।

छात्रा को उपचार के लिए मवाना प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र ले जाया गया जहां से उसे जिला चिकित्सालय मेरठ भेजा गया। इस संबंध में विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस आरोपी की सरगर्मी से तलाश कर रही है।

नम आंखों ने दी पूर्व मंत्री शीशराम ओला संदीप आचार्य को विदाई

  
नम आंखों ने दी संदीप आचार्य को विदाई
पूर्व मंत्री शीशराम ओला का अंतिम संस्कार सोमवार को उनके पैतृक गांव अलदावता में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। अपने प्रिय नेता की अंतिम यात्रा में साथ देने के लिए हजारों की संख्या में नागरिक और गणमान्यजन उमड़े।

सोमवार दोपहर 3.30 बजे ओला को उनके दो पुत्रों ने मुखाग्नि देकर श्रृद्धांजलि दी। ओला की अंतिम यात्रा में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, हरियाणा के मुख्यमंत्री हुड्डा, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, बीडी कल्ला, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री चौधरी अजित सिंह, नमोनारायण मीणा, सचिन पायलट, सीपी जोशी, सांसद ज्योति मिर्धा, घनश्याम तिवाड़ी, राजकुमार शर्मा, गिरिजा व्यास तथा अन्य कई वरिष्ठ नेता भी शामिल थे।
नम आंखों ने दी संदीप आचार्य को विदाई




बीकानेर। अंदरूनी क्षेत्र में सोमवार की सुबह सन्नाटा पसरा हुआ था, हजारो लोगो की उपस्थिति सिर्फ एक दूसरे को आंखो से ढ़ाढ़स बधां रहे थे। आवाज की दुनिया में अपना नाम रोशन करने वाला बीकानेर का लाडला संदीप आचार्य सभी को छोड़कर चला गया। घर के अन्दर और बाहर सिर्फ विलाप सुनाई दे रहा था। अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए शहर के हर वर्ग के भाग से लोग इस दु:खद घड़ी में शामिल हुए।

अल सुबह जैसे ही संदीप को लेकर एबुलेंस घर के बाहर पहुंची। हर तरफ केवल चित्कार सुनाई दे रहा था। सांत्वना देने वालो का तांता लग गया था। घर के आस-पास लोग बड़ी सं या में जमा हो गए। संकट की इस धड़ी में हर कोई बीकानेर के होनहार गायक के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त कर रहा था। अंतिम यात्रा घर से निकलने के बाद जिस रास्ते से गुजरी वहां पर सैकड़ों लोग नम आंखो से युवा गायक को श्रद्धाजंलि देने के लिए खड़ा था। शहरी क्षेत्र में दुकाने व प्रतिष्ठान बंद रहे। चौखूटी स्थित मुक्ति धाम में अंतिम विदाई देने के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा।

समाज का हर वर्ग शामिल हुआ

संदीप की अंतिम यात्रा में बीकानेर का हर वर्ग शामिल होकर उससे श्रद्धाजंलि देने के लिए मुक्ति धाम स्थल पहुंचा। वहां पहुंचने वालों में राजनीति, कला, साहित्य, संस्कृति, उद्योग, चिकित्सक, अधिवक्ता, बुद्धिजीवी व समाजसेवा क्षेत्र से जुड़े लोग पहुंचे। इस घड़ी में महापौर भवानीशंकर शर्मा, पूर्व न्यास अध्यक्ष मकसूद अहमद, वरिष्ठ कांग्रेसी जनार्दन कल्ला, डॉ तनवीर मालावत, भाजपा नेता सत्यप्रकाश आचार्य, अविनाश जोशी, राजस्थान अभिलेखाकार के निदेशक डॉ महेन्द्र खड़गावत, बेसिक स्कूल गु्रप के निदेशक नारायण व्यास, ज्योतिष जगत के राजेन्द्र व्यास, हरिनारायण व्यास, चन्द्रेश हर्ष, सारेगामा फैम राजा हसन, संस्कृतिकर्मी राजेन्द्र जोशी, एडवोकेट हीरालाल हर्ष, संभाग कांग्रेस प्रवक्ता गजेन्द्र सांखला, साहित्य जगत से जुड़े सरल विशारद, संजय पुरोहित नदीम अहमद, रंगकर्मी प्रदीप भटनागर, चित्रकार बरकत अली, समाजसेवी जुगल राठी, ईशा फिल्मस के निदेशक अमरनाथ सहित रंगकर्मी, गायक कलाकार, उद्घोषक, संगतकार शामिल हुए।

सेक्स के बदले दी हत्या की सुपारी

गुड़गांव। देश की राजधानी घटित दर्दनाक दोहरे हत्याकांड केस में पुलिस ने एक युवती और युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक युवती ने ही इनकी हत्या करवाई थी। सेक्स के बदले दी हत्या की सुपारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक युवती तथा युवक गिरफ्तार युवती की बहन और जीजा है। युवती नें दोनों मृतकों के चाल-चलन से परेशान होकर उनकी हत्या की सुपारी दी थी।

पूछताछ में युवती ने बताया कि उसकी बहन और उसकी शादी एक ही घर में हुई थी। उसकी बहन की शादी उसके देवर से हुई थी। छोटी बहन का चाल-चलन ठीक नहीं था और देवर भी शराबी था। यहीं नहीं, दोनों पति-पत्नी पैसे और शराब के लिए देह व्यापार भी करते थे। इस बात से परेशान पूरे परिवार की परेशानी दूर करने के लिए ही उसने यह कदम उठाया।

सिर्फ सेक्स के बदले की दोहरी हत्या

युवती ने गांव के ही एक युवक से दोनों की हत्या के लिए बात की। इस पर उस युवक ने बदले में युवती से शारीरिक संबंध बनाने की शर्त रखी, जिसने उसने स्वीकार भी कर लिया। इसके बद युवक ने दोनों की हत्या कर लाशों को अलग-अलग पास के गांवों में फेंक दिया। पुलिस मुख्य हत्यारे आरोपी की तलाश कर रही है।

मानवेन्द्र सिंह अव्यवस्थाओ को एक सप्ताह में सुधारने के दिए निर्देश ,अस्पताल का किया निरिक्षण



मानवेन्द्र सिंह ने राजकीय अस्पताल का किया निरिक्षण

अव्यवस्थाओ को एक सप्ताह में सुधारने के दिए  निर्देश


बाड़मेर नवनिर्वाचित विधायक मानवेन्द्र सिंह ने सोमवार शाम को राजकीय अस्प्ताल का औचक निरिक्षण किया। निरिक्षण के दौरान अव्यवस्था को देख मानवेन्द्र सिंह ने नाराजगी जताई। मानवेन्द्र सिंह ने अस्प्ताल परिसर सहित वार्डो का भी निरिक्षण कर मरीजो कि कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने मरीजो को फल भी वितरित किये। मानवेन्द्र ने निरिक्षण के बाद बताया कि अस्प्ताल में अव्यवस्था का बोल बाल हें। एक सप्ताह में व्यवस्थाए सुधारने कि हिदायत दी हें ,एक सप्ताह बाद फिर देखेंगे। उन्होंने कहा कि जिले के सबसे बड़े अस्प्ताल में मरीजो कि देखभाल सही तरीके से होनी चाहिए ,उन्होंने निशुल्क दवा वितरण केन्द्रो पर दवाईयो कि उपलब्धता कि जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अस्प्ताल परिसर को साफ़ और स्वच्छ रखना प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बाड़मेर में चिकित्सको कि कमी को जल्द भरा जायेगा उन्होंने कहा कि पैसो कि मकमी नहीं हें ,चिकित्सक और स्टाफ अपनी जिम्मेदारी से काम करे।