मंगलवार, 26 नवंबर 2013

वसुंधरा को निशाना बनाने के लिए बनाई डर्टी सीडी

जयपुर। राजस्थान में भाजपा की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार वसुंधरा राजे की छवि खराब करने की कोशिशें जारी है। मीडिया कर्मियों को डाक के जरिए एक गंदी सीडी भेजी गई है। सीडी को लेकर भाजपा ने जयपुर पुलिस की क्राइम ब्रांच को शिकायत की है। वसुंधरा को निशाना बनाने के लिए बनाई डर्टी सीडी
एक समाचार चैनल के मुताबिक यह शिकायत भाजपा की लीगल सेल के कार्यकारी सदस्य कान सिंह राठौड़ ने की है। शिकायत आईटी लॉ और इनडिसेंट रिप्रजेंटेशन ऑफ वूमन लॉ के तहत दर्ज कराई गई है। जयपुर पुलिस ने 12 नवंबर को एक बाइंडर और अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था।

इनके पास से वसुंधरा के खिलाफ आपत्तिजनक सामग्री की कॉपीज बरामद हुई थी। जांच उस वक्त रोक दी गई जब मामले में सीकर के एक कांग्रेसी नेता का नाम सामने आया। उसी आपत्तिजनक सामग्री को अब वीसीडी में डाला गया है।

अगर पुलिस पहले वाले मामले की सही तरीके से जांच करती तो इसे रोका जा सकता था। वीसीडी में वसुंधरा की गलत तस्वीर पेश की गई है। सीडी में आपत्तिजनक और अपमानजनक निजी हमले किए गए हैं। कहा जा रहा है कि यह गंदी सीडी कांग्रेस का गेम हो सकता है। सीडी शायद दिल्ली से पोस्ट की गई है। भाजपा का कहना है कि इस तरह की हरकतों से कांग्रेस की हताशा झलकती है।

बालोतरा.सैन समाज की बैठक सम्पन्न

बालोतरा.सैन समाज की बैठक सम्पन्न 

जगदीश सैन 
बालोतरा. सैन समाज की बैठक मंगलवार को पचपदरा रोड स्थित सैन छात्रावास में आयोजित कि गई।जिसमे सैन समाज के बड़े बुजुर्ग और युवा हुए सामिल किशनाराम कालेवा ने कहा कि इस आधुनिक युग मेँ समाज के युवाओ को हर जगह अपनी भागिदारी निभाने का काम करना होगा युवा अपनी कार्य शैली से अपनी जिमेदारी निभाते हुए अपने समाज और संघठन को मजबुति प्रदान करे।जगदीश सैन पनावड़ा ने सैन समाज को संघठित होकर समाज हित के लिए समय निकालकर अपने तन मन और धन से हमेँशा तत्थपर रहेँ।और युवा समाज के लिए निःस्वार्थ भाव से माह मेँ एक बार मिटीँग ले और सामाजिक मुद्दो पर मंथन करेँ सैन समाज अपने आप मेँ माउथ मिडिया के द्धारा प्रचार प्रसार मेँ भी अपनी महतवपुर्ण भुमिका निभाता हैँ हम किसी भी तरीके से कमजोर नहीँ हैँ।रामाराम सैन मलवा ने कहा कि समाज को एक मजबुत शक्तिशाली संघठन बनाकर बड़े समाजो कि क्षेणी मेँ खड़ा करने कि बात कही।इस अवसर पर सैन युवा फोर्स के अध्यक्ष ओमप्रकाश शेरा सुजाराम सैन,जाजवा किशनाराम कालेवा जयरामदास शेरा रामाराम सैन मलवा हिराराम सैन जगदीश सैन पनावड़ा मुकेश मकवाना गोपाल सैन आदि जनो ने भाग लिया।

राजनाथसिंह 28 को बायतू आयेगे

राजनाथसिंह 28 को बायतू आयेगे
बाड़मेर
भाजपा जिला अध्यक्ष मेजर पर्वतसिंह ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष राजनाथसिंह, बायतू विधानसभा क्षेत्र के परेउ में एक विशाल आम सभा का आयोजन रखा गया है।
मांगीलाल महाजन ने बताया कि दिनांक 28.11.2013, गुरूवार को दोपहर 1.00 बजे विशाल आम सभा का आयोजन रखा गया हैं। भारतीय जनता पाटी के सभी कार्यकर्ताओं व वरिष्ट नेताओं को ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर सभा को सफल बनाना है।
भाजपा जिलाध्यक्ष मेजर पर्वतसिंह ने बाड़मेर विधान सभा प्रत्यासी डाॅ. प्रिंयका चैधरी के समर्थन मे गांव दाता, जसाई, असाड़ की बेरी , बोला गांव में घर-घर व हर ढाणी जाकर अधिक से अधिक भाजपा प्रत्यासी डाॅ. पिं्रयका चैधरी के पक्ष में मतदान करने का आग्रह किये एंव वरिष्ट भाजपा कार्यकर्ता दिपाराम मेघवाल के पुत्र मेजर नखताराम को मेजर पर्वतसिंह ने माला पहनाकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कि। मांगीलाल महाजन ने बताया कि मेजर नखताराम मेघवाल ने भाजपा के पक्ष में कहा कि भाजपा सरकार कांग्रेस के कुराज को मिटा कर भाजपा का सुराज लाना है। भाजपा प्रत्यासी डाॅ. प्रिंयका चैधरी को अघिक से अधिक मतदान कर विजयी बनावें।

बायतु विधानसभा में वरिष्ठ कोंग्रेसियो कि कार सेवा से बेफिक्र कर्नल सोनाराम कड़े मुकाबले में फंसे


वरिष्ठ कोंग्रेसियो कि कार सेवा से बेफिक्र कर्नल सोनाराम कड़े मुकाबले में फंसे

गहरे पेठ पानी बायतु विधानसभा में



बाड़मेर जिले कि नवेली विधानसभा बायतु में दूसरी बार विधानसभा के लिए चुनाव हो रहे हें ,जाट बाहुल्य इस विधानसभा को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विरोधी कर्नल सोनाराम चौधरी का गढ़ माना जाता हें ,कर्नल कि लोकप्रियता बायतु के लोगो के सर चढ़ कर बोलती थी मगर रिफायनरी के मुद्दे पर उनकी पकड़ कमज़ोर होती प्रतीत होती हें खास कर रिफायनरी के लीलाला से पचपदरा जाना उनके लिए सबसे बड़ा झटका हें वही लोग आज भी कर्नल से जानना चाहते हें कि पचपदरा में रिफायनरी का शिलान्यास करने आई श्रीमती सोनिआ गांधी का उन्होंने किये वाडे अनुसार विरोध क्यूँ नहीं किया। अलबता कर्नल को इस बार फिर गया हें उनके सामने गत चुनावो में उनसवे चौतीस हज़ार मतो से हारे कैलाश चौधरी भाजपा से प्रत्यासी हें। चुनावो के आरम्भ में कर्नल सोनाराम चौधरी बहुत मजबूत लग रहे थे मगर चुनावो कि तारिख आते आते वो कड़े मुकाबले में फंस गए हें


कर्नल सोनाराम चौधरी। । बाड़मेर जैसलमेर संसदीय क्षेत्र से तीन बार सांसद रहे सोनाराम चौधरी ने गत बार बायतु से पहला चुनाव विधानसभा के लिए लड़ा जिसमे उन्होंने कैलाश चौधरी को करीब चौंतीस हज़ार से अधिक मतों से हरा कर बायतु के प्रथम विधायक होने का गौरव हासिल किया था।


जातिगत आंकड़े। । परिसीमन के बाद प्रथम बार अस्तित्व में आए बायतु विधानसभा क्षेत्र में पिचहत्तर हज़ार जाट ,पचीस हज़ार अनुसूचित जाती पांच हज़ार जनजाति ,राजपूत रावण राजपूत बीस हज़ार ,आठ हज़ार प्रजापत ,मुस्लिम सत्रह हज़ार मुख्य मतदाता हें।


इस विधानसभा क्षेत्र में चार राजस्व मंडल के टायल्स पतवार मंडल। आठवां ग्राम पंचायते ,और तीन सौ चौरासी गाँव में फेला हें।


कर्नल सोनाराम चौधरी। । कर्नल कि दबंग नेता कि छवि राष्ट्रीय स्तर पर हें ,बाड़मेर जिले के युवा सोनाराम कि दबंगता के कायल हें। अशोक गहलोत से लेकर सांसद हरीश चौधरी के घूर विरोध और बयानो के कारण हमेशा चर्चा में रहे ,अपने पांच साल के कार्यकाल में कोई ख़ास काम नहीं करवा पाये ,मगर जनता के सुख दुःख में हमेशा साथ खड़े रहे ,रिफायनरी ,का मुद्दा हो या रॉयल्टी का उन्होंने राज्य में अपनी सरकार पर दबाव बनाया। रिफयानी को लेकर चले आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी ,जिसके कारन उन्हें चुनाव समिति का सदस्य बना मुख्यमंत्री ने दांव खेला ,रिफायरी के मुद्दे पर वो नायक के रूप में से मगर बायतु से रिफायनरी के पचपदरा शिलान्यास होते ही कर्नल के खिलाफ सुगबुगाहट हो गयी ,उन्होंने जिस पर रिफायनरी के लिए पैरवी ना करने पर हेमाराम चौधरी ,सांसद हरीश चौधरी को निशाना बनाया उसी से आहात होकर हेमाराम ने इस्तीफा दे दिया ,हेमाराम ने बाद में चुनाव लड़ने से मन भी किया। कर्नल का विरोध गाँवो में बढता जा रहा हें वाही उनके विरोधी उनके खिलाफ लामबंद होकर उन्हें हारने में जूट हें ,कहने को कर्नल बायतु में भारी हें मगर उनके विरोधी कितना रुख बदल पाते हें परिणाम उसी से प्रभावित होगा

कैलाश चौधरी गत चुनाव हारने के बाद कैलाश चौधरी द्वारा क्षेत्र में सक्रीय नहीं रहने का ऑट्रोप कार्यकर्ता लगा रहे हें ,टिकट से पहले बालाराम मूंढ कि संभावनाए व्यक्त कि जा रही थी उन्होंने अपना कम भी शुरू कर दिया था ,मगर एन वक्त पर टिकट कैलाश को मिली ,कैलाश बायतु कि बजाय बालोतरा पट्टी में ज्यादा सक्रीय रहे उनका पटौदी और गिडा बेल्ट में अच्छा प्रभाव हें मगर बायतु क्षेत्र में वे कमजोर हें। कोंग्रेस कि भीतरघात जितना अधिक होगा कैलाश कि सम्भावना उतनी अधिक बढ़ेगी। कैलाश चौधरी को नरेंद्र मोदी और वसुंधरा राजे कि लोकप्रियता और उनके नाम के जादू का आसरा हें। हालांकि उनकी सभाओ में भीड़ उमड़ रही हें जिसे वोटो में तब्दील करना उनके लिए चुनौती पूर्ण हें। उनका कर्नल को कमज़ोर समझना भी भरी भूल होगी।


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गुत्थी की जगह ली दुलारी ने, सैफ के साथ फ्लर्ट

मुंबई। सैफ अली खान की फिल्म बुलेट राजा जल्द ही रिलीज होने वाली है। फिल्म का प्रमोशन करने के लिए बुलेट राजा कॉमेडी नाइट्स विथ कपिल में नजर आए। गुत्थी की जगह ली दुलारी ने, सैफ के साथ फ्लर्ट
इस मौके पर सैफ ने कपिल और उनके घर वालों के साथ खूब मस्ती की। कपिल के सारे घर वाले यानी दादी, बुआ, पत्नी और पलक वगैरह सभी मौजूद थे। पर सबकी निगाहें थी एक नए कैरेक्टर पर टिकी थी।

कपिल इस शो में नए कैरेक्टर को लेकर आए हैं, जिसका नाम दुलारी था। ये कैरेक्टर छोटे पर्दे के एक्टर गौरव गेरा निभा रहे थे। गौरव अपने फीमेल अवतार में सैफ के साथ फ्लटिंüग कर रहे थे।

स्पेशल डिमांड पर सैफ ने कॉमेडी नाइट्स में गिटार भी बजाया। इस मौके पर वो कुर्ता-पायजामा पहने हुए थे और बहुत ही सिंपल लुक में आए थे।

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही सैफ अली खान की बीवी करीना कपूर अपनी फिल्म गोरी तेरे प्यार में को प्रमोट करने कॉमेडी नाइट्स में गई थीं और अब खुद सैफ इस काम में जुट गए हैं।

डा मृदुरेखा की जनसभा के आयोजन को लेकर समर्थकों में लगी होड

डा मृदुरेखा की जनसभा के आयोजन को लेकर समर्थकों में लगी होड


बाड़मेर। चुनाव के दौरान आम जनता जिस प्रतिनिधि को अपना वोट देकर सदन में भेजता हैं वह जनप्रतिनिधि जनता के विकास के लिए जिम्मेदार होता हैं। और मैं यह जिम्मेदारी बखुबी निभाउगी। इसके लिए आप सभी को डाॅ मृदुरेखा को वोट देकर जिताना होगा। आप मुझे वोट देकर अपने लिए विकास की राह को खुद चुनेंगे। यह बात मंगलावर की रोज डाॅ मृदुरेखा चैधरी ने जनसभाओं को सम्बोधित करते हुए कही।
ग्रामीण क्षेत्र से दिहाड़ी मजदुरी के लिए जिला मुख्यालय आने वाले युवाओं से बात करते हुए डाॅ मृदुरेखा ने कहा कि मैं बाड़मेर की राजनीति में अन्याय के खिलाफ धर्म और अधर्म की लड़ाई लड़ रही हूं। इसके लिए परिवारवाद से उपर उठकर इसबार आप सब आरी के निषान पर वोट देकर मुझे विजयी बनाए । इस क्रम में सिणधरी चैराहा, कृशि मण्डी, सब्जी मण्डी, सांसी बस्ती महाबार रोड़, तिलक बस स्टेण्ड, वीर तेजा मन्दिर के पास, टेक्सी स्टेण्ड सहीत कई स्थानों पर मतदाताओं से मिलकर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की।
वहीं ग्रामीण दौरे में मारूडी, आटी, जूनापतरासर, जसाई, परो, असाड़ाबेरी, दरूड़ा, बोला, तिरसिंगडी, भादरेष, धनोड़ा, चूली सहित दो दर्जन गांवों में सघन जनसम्पर्क कर मतदान के लिए अपील की। चुनावी सभाओं के इसी क्रम में षहरी क्षेत्र में रायकाॅलोनी, खत्रीयों का वास, गेहूं रोड़, लीलरीया धोरा, तनसिंह सर्किल, जोषियों का वास, सिणधरी चैराहा, टेक्सी स्टेण्ड, कृशि मण्डी, सब्जी मण्डी, हाॅस्पीटल के पास, निजी बस स्टेण्ड सहित दर्जनभर स्थानों पर जनसभाओं का आयोजन कर 1 दिसम्बर को डाॅ मृदुरेखा के चुनाव चिन्ह आरी के निषान पर मतदान करने की अपील की।


सोषल साइट का जिम्मा सम्भाला बेटी ने:
बाड़मेर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याक्षी डाॅ मृदुरेखा चैधरी के सोषल नेटवर्किंग साईट पर प्रचार प्रसार का जिम्मा सोमवार की रोज उनकी बेटी सम्भालती नजर आई। कोटा से अपनी पढ़ाई से छुटटी लेकर बाड़मेर में अपनी मां के लिए चुनाव प्रचार करने आई निरामयी चैधरी मैदान के साथ साथ इंटरनेट से भी प्रचार करती नजर आ रही हैं।


गुड़ से तोलकर दिया समर्थन :


षास्त्री नगर के मतदाताओं ने सोमवार देर षाम निर्दलीय प्रत्याक्षी डाॅ मृदुरेखा को गुड़ से तोलकर पूर्ण समर्थन दिया। उत्साह के इस अवसर पर सैकड़ों की तादात में महिला, पुरूश व बच्चों ने डाॅ मृदुरेखा जिन्दाबाद के नारे लगाते हुए आष्वस्त किया कि इस बार बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र से आरी को भारी मतों से जीताकर सदन में भिजवाऐगे। इस दौरान नारायणसिंह दईया, भूरसिंह तंवर, विक्रमसिंह, स्वरूपसिंह, बाबुसिंह, जयराम नाई, प्रकाष माली, हंसराज खत्री, संतोश कंवर ,मीरा कंवर, लक्ष्मी खत्री सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।


आरी को जयपुर पहूंचाने की ठान लो:


आमजनता को अपने विकास के लिए सोच समझकर मतदान करते हुए इस बार आरी के निषान को जिताकर जयपुर भेजना हैं। डाॅ मृदुरेखा आपके विकास के हर कार्य को बखुबी पुरा करेगी। चुनावी प्रचार के दौर में महिला दल की सदस्य हेमलता, रतन कंवर, झमूदेवी, नोजी देवी, कूनणी सहित दल की सदस्यों ने मंगलवार की रोज षहर के दर्जनभर क्षेत्रों में पहूंचकर निर्दलीय प्रत्याक्षी डाॅ मृदुरेखा चैधरी के पक्ष में मतदान करने की अपील की ।


दल प्रवक्ता राकेष चैधरी ने बताया कि दल की महिला सदस्य घर घर पहूंचकर मतदाताओं को आरी के निषान पर मतदान करने की अपील कर रही हैं। इस दौरान दल की सदस्य घर घर पहूंच कर मतदान के लिए चुनाव चिन्ह की जानकारी देते हुए चुनावी प्रचार की सामग्री के माध्यम से चुनाव चिन्ह की जानकारी बखुबी दे रही हैं।


समझे वोट का महत्व, और चुने आरी को:


आपका जनप्रतिनिधि ऐसा होना चाहिए जो हर समय आपके दुख दर्द में आपके साथ रहकर विकास की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए आपके बेहतरीन कल का निर्माण करे। इसके लिए आपसब को परम्परागत वोटनीति को नकारते हुए जनप्रिय प्रतिनिधि डाॅ मृदुरेखा चैधरी को जिताना होगा। यह बात डाॅ मृदुरेखा के चुनावी प्रचार के लिए जिले के बाहर से आए युवा प्रचारको ने दर्जनभर ग्रामीण मतदाताओं से कही।


इनके दल में राजुराम, युवा छात्र नेता एवं पूर्व उपाध्यक्ष, कुचामन महाविद्यालय। रणवीर चैधरी, युवा छात्र नेता, डीएवी काॅलेज महाविद्यालय जयपुर। सतीस, युवा नेता, महाराजा महाविद्यालय जयपुर। कमल, संयोजक वीर तेजा, एमडीएस यूनिवर्सिटी अजमेरं। गजेन्द्र पुनिया, पूर्व महासचिव, जीसीए काॅलेज अजमेर। बनवारी लाल पुनिया पूर्व छात्र नेता, एस के कोलेज सीकर। रणवीर सिह, युवा छात्र नेता एवम पदाधिकारी, वीर तेजा टाईगर फोर्स नागोर । इन युवा नेताओं ने गांव गांव जाकर मृदुरेखा के पक्ष में मतदान करने की अपील की।


चुनावी रथ दे रहा आरी का संदेष:


चुनावी समर में मतदान की अपील में अहम भूमिका निभाते हुए षहरी व ग्रामीण क्षेत्र के मतदाताओं को डाॅ मृदुरेखा चैधरी के पक्ष में उनके चुनाव चिन्ह आरी पर मतदान कर जिताने की अपील की जा रही हैं।


रथ संचालक हेमन्त भाटी बताते हैं कि डाॅ मृदुरेखा के चुनावी प्रचार के दौरान यह रथ सुदूर ग्रामीण इलाको में पहूंचकर जनसम्पर्क कर प्रचार सामग्री के माध्यम से आरी के निषान पर वोट देने के लिए जागु्रक कर रहे हैं।

कांग्रेस नेता मौका परस्त: डा. प्रियंका

कांग्रेस नेता मौका परस्त: डा. प्रियंका


बाड़मेर ‘कांग्रेस में अब अच्छे नेता नहीं रहे। ये मौका परस्त है। कांग्रेस पार्टी के नेताओं को चुनाव के वक्त गरीब, किसान, मजदूर व दलित याद आते है। उनको लुभाने के लिए तरह-तरह की बातें करते है, लेकिन जनता को इनसे जागरूक रहना होगा। मैं यह पूछना चाहती है कि पिछले पांच वर्षों के राज में कांग्रेस के नेताओं ने किन-किन गरीबों को अमीर बनाया। किन किसानों व महिलाआंे को खुषहाल बनाया। इनकी स्थिति तो कांग्रेस राज में और भी बदतर हो गई है। कांग्रेस के विधायक ने तो मात्र चाटुकारों को आगे बढ़ाने का काम किया है। ’ 
यह बात बाड़मेर विधानसभा क्षेत्र की भाजपा उम्मीदवार डा. प्रियंका चैधरी ने मंगलवार को लंगेरा, आंटी, बालेरा, रड़वा, जूना पतरासर, दरूड़ा, बाड़मेर शहर के लक्ष्मी नगर, गांधी नगर आदि विभिन्न वार्डों में आयोजित जन सभा मेें कही। उन्होंने आष्वासन दिया कि भाजपा सरकार आने पर क्षेत्रीय समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में महिलाओं व दलितों पर अत्याचार बढ़े है। हालात यह रहे कि महिलाएं कांग्रेस विधायक के पास समस्याएं ले जाने के लिए घबराती रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में दलितों पर आए दिन अत्याचार होते रहे, लेकिन इनकी सुनने वाला कोई नहीं था। भाजपा सरकार आने पर दलितों व महिलाओं केे प्राथमिकता के आधार पर कार्य करवाएं जाएंगे।
एडवोकेट गणेष कुमार मेघवाल ने कहा कि दलितों को कांग्रेस सरकार ने कमजोर करने का काम किया है। हर बार इन लोगों ने झांसा देने का कार्य किया। उन्होंने आह्वान किया कि भाजपा उम्मीदवार डा. प्रियंका चैधरी को भारी मतों से विजयी बनाएं।
सभा को एडवोकेट गणेष कुमार मेघवाल, नखताराम मेघवाल जसाई, सवाईराम मेघवाल, हेमसिंह पुरोहित, टाउराम मेघवाल, हेमसिंह, अषरफ अली, नवलाराम, हजारीमल गढवीर, बगताराम, नखताराम, नेमाराम, मूलचंद पूनड़, हीाराम, पेमाराम, गोपालसिंह, हरेसिंह, रेहमतुल्ला खां, संजू, सारो देवी, हरीसिंह राठौड़, नरपतसिंह सुरा, रघुवीरसिंह राठौड़, रणवीरसिंह भादू, ठेकेदार कालूराम आदि ने संबोधित कर भाजपा प्रत्याषी डा. प्रियंका चैधरी को भारी वोटों से जिताने का आह्वान किया।


भाजपा की सदस्यता ग्रहण कीः मंगलवार को दरूड़ा में मेघवाल समाज के रूपाराम मेघवाल, नायकाराम मेधवाल, गोरधनराम मेधवाल, नुकलाराम मेघवाल, हंजारीमल मेघवाल, बगताराम मेघवाल, भील समाज के हिन्दूराम भील, ढोलाराम भील, नखताराम भील आदि पदाधिकारियों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इसी तरह ठेकेदार कालूराम, सलू मोहम्मद ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। डा. प्रियंका चैधरी ने इनको पुष्प अर्पित कर पार्टी में इनका स्वागत किया।

टाइम मैगजीन की पर्सन ऑफ द इयर की लिस्ट में शुमार हुए मोदी



न्यूयार्क। भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को टाइम मैगजीन ने उन 42 लोगों में चुना है जिन्हें पर्सन ऑफ द ईयर बनाने के लिए सबसे ज्यादा ऑनलाइन वोट मिले। पर्सन ऑफ द ईयर 2013 का ऐलान अगले माह किया जाएगा। इस लिस्ट में विभिन्न क्षेत्रों के लोग शामिल हैं।
Narendra Modi
मोदी के अलावा इस फेहरिस्त में जापान के प्रधानमंत्री शिंजोअबे, अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई, अमेजन की सीईओ जेफ बेजोस समेत कई अन्य नाम शामिल हैं। मोदी का नाम चुने पर टाइम मैगजीन ने इसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र का मौजूदा समय में सबसे लोकप्रिय चेहरा बताया है। सबसे गौर करने वाली बात यह है कि भारत की ओर से टाईम मैगजीन की इस लिस्ट में केवल मोदी का ही नाम शामिल किया गया है।



टाइम मैगजीन ने दुनिया भर से सबसे ज्यादा प्रभावशाली लोगों के नाम चुने जाने और उन्हें वोट करने के लिए ऑनलाइन वोटिंग प्रक्रिया शुरू की है। इसमें उन्हें 2650 वोट मिले। मोदी इस लिस्ट में रूस में शरण लेने वाले स्नोडेन से आगे चल रहे थे। ओबामा को दूसरी बार इस लिस्ट में शुमार किया गया है। लेकिन टाइम मैगजीन के मुताबिक इस बार ओबामा अपने वादों और दावों पर खरे उतरते दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस लिस्ट में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद का भी नाम शामिल है। इसके अलावा इसमें इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नितिनयाहू, इरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी, चीन के राष्ट्रपति जी जिनपिंग, आईएमएफ प्रमुख क्रिस्टिन लेगार्डे, याहू के सीईओ मारिसा मेयर, जर्मन के चांसलर एंजिला मार्केल, रूस के प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन का भी नाम शामिल है।

आरुषि और हेमराज का कत्‍ल करने वाले राजेश और नूपुर तलवार को उम्रकैद की सजा



गाजियाबाद की विशेष सीबीआई अदालत के जज श्‍याम लाल ने मंगलवार को आरुषि-हेमराज हत्‍याकांड के दोषी राजेश और नूपुर तलवार को आईपीसी की धारा- 302 के तहत उम्रकैद की सजा सुनाई है. इसके अलावा धारा 201 एक तहत दोनों को पांच-पांच साल की सजा सुनाई गई है. वहीं, राजेश तलवार को धारा 203 के तहत अतिरिक्‍त एक साल की सजा भी दी गई है.
नूपुर और राजेश तलवार
अदालत ने राजेश तलवार पर 17 हजार और नूपुर तलवार पर 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया. अदालत से सजा के बारे में जानकारी मिलने पर तलवार दंपति के चेहरे पर पछतावे का भाव देखा गया.राजेश तलवार को डासना जेल के वार्ड नंबर 11 और नूपुर तलवार को वार्ड नंबर 13 में रखा गया है. जेल के भीतर राजेश तलवार की पहचान अब कैदी नंबर 9342 के रूप में होगी. नूपुर तलवार होंगी कैदी नंबर 9343.


इससे पहले अदालत ने सोमवार को नूपुर और राजेश तलवार को बेटी आरुषि और हेमराज के कत्‍ल के लिए दोषी ठहराया था.
सजा के ऐलान से पहले दोपहर 2:10 पर सजा पर बहस की गई. इस दौरान सीबीआई के वकील आरके सैनी ने कहा कि यह मामला रेयरस्‍ट ऑफ द रेयर की श्रेणी में आता है, क्योंकि मई 2008 में आरुषि और नौकर हेमराज तलवार दंपति के नोएडा स्थित घर में मृत पाए गए थे और उनके गले रेते हुए थे, इसलिए राजेश और नूपुर तलवार को सजा-ए-मौत मिलनी चाहिए.

वहीं, बचाव पक्ष के वकील ने यह कहते हुए तलवार दंपति के लिए रहम की अपील की कि उनके मुवक्किलों का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है. उन्‍होंने कहा कि केस की सुनवाई के दौरान जो भी बातें कहीं गईं हैं वो सिर्फ कहानी भी हो सकती है क्‍योंकि इस केस में कोई गवाह नहीं है. वारदात की रात जो कुछ भी वह क्षणिक आवेश का नतीजा था इसलिए इस केस को रेयरस्‍ट ऑफ द रेयर नहीं माना जा सकता.


नूपुर की तबीयत बिगड़ी
वहीं, डासना जेल में नूपुर तलवार की मंगलवार सुबह तबीयत खराब हो गई. उनका ब्‍लड प्रेशर अचानक बढ़ गया और उन्‍हें एसीडिटी हो गई. डॉक्‍टरों ने कोर्ट भेजने से पहले उनकी जांच की और उन्‍हें दवा दी.

दरअसल, सोमवार रात नूपुर ने जेल में खाना नहीं खाया था, जिसके बाद जेल सुप्रीटेंडेंट ने उन्‍हें खाना खाने के लिए कहा और कहा कि अगर उन्‍होंने बात नहीं मानी तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद नूपुर ने खाना तो खाया, लेकिन वह रातभर सोई नहीं और बीच-बीच में उठती रहीं. डॉक्‍टर का कहना है कि यही वजह है कि उनका बीपी बढ़ने के साथ ही उन्‍हें एसीडिटी की परेशानी भी हो गई.

अदालत ने लगाई ये धाराएं
अदालत ने दोनों को आईपीसी की धारा 302 (हत्‍या ) के तहत दोषी ठहराया है. इसके अलावा राजेश तलवार को आईपीसी की धारा 203 (गलत एफआईआर दर्ज कराने के दोषी), 201 (सबूत मिटाना)और 34 (कॉमन इंटेंशन) के तहत दोषी माना है. वहीं, नूपुर को 302 के अलावा धारा 201 और 34 के तहत दोषी ठहराया है.

हमने आरुषि को नहीं मारा: तलवार दंपति
फैसले के बाद राजेश और नूपुर तलवार की ओर से मीडिया में एक बयान जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि वे फैसले से नाखुश हैं. बयान के मुताबिक, 'हम फैसले से बहुत दुखी हैं. हमें एक ऐसे जुर्म के लिए जिम्‍मेदार ठहराया गया है, जो हमने किया ही नहीं. लेकिन हम हार नहीं मानेंगे और न्‍याय के लिए लड़ाई जारी रखेंगे.'

'सीबीआई की गरिमा बचाने की कोशिश'
तलवार दंपति की एक रिश्‍तेदार ने फैसले के बाद कहा, 'ट्रायल की जरूरत ही क्‍या थी. लोगों को पहले से पता था क्‍या होने वाला है. सीबीआई की गरिमा को बचाने के लिए सच को झूठ की परतों में दबा दिया गया.' उधर, बचाव पक्ष के वकील ने इस फैसले को गलत माना है. उन्‍होंने कहा कि ये गैरकानूनी है. तलवार दंपति की वकील रेबेका जॉन ने कहा है कि वे फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगे.

आरुषि हत्‍याकांड अब तक
16 मई 2008 को आरुषि की हत्‍या के बाद उसके पिता राजेश तलवार 23 मई 2008 को गिरफ्तार कर लिया गया था. इस हाईप्रोफाइल केस ने पुलिस को छका कर रख दिया. पुलिस बार-बार बयान बदलती रही और केस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पा रहा था, जिसके बाद 31 मई 2008 को केस सीबीआई के सुपुर्द कर दिया गया. जून में राजेश तलवार के कंपाउंडर कृष्णा को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया गया. 10 दिन बाद तलवार के दोस्त के नौकर राजकुमार और विजय मंडल को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया गया था.

सीबीआई जांच कर रही थी, लेकिन दिसबंर 2010 में आखिरकार सीबीआई थक गई और क्लोजर रिपोर्ट यह कहते हुए दाखिल की गई कि उसे राजेश तलवार पर ही शक है, लेकिन उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं है. उसके बाद तलवार दंपति इस क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ कोर्ट चले गए. कोर्ट ने भी रिपोर्ट को रिजेक्ट कर दिया और एक नाटकीय घटनाक्रम में तलवार दंपति को फिर से समन जारी कर दिया और सीबीआई को दोबारा मामला चलाने का आदेश दिया गया.

फरवरी 2011 में गाजियाबाद की स्पेशल कोर्ट ने राजेश तलवार और नूपुर तलवार पर ट्रायल शुरू करने के आदेश दिए सीबीआई कोर्ट ने अदालत में मौजूद ना रहने पर तलवार दंपति के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया. अप्रैल 2011 में नुपुर तलवार को गिरफ्तार कर लिया गया.

आखिरकार मई 2011 में कोर्ट ने राजेश तलवार और नूपुर तलवार पर हत्याकांड को अंजाम देने और सबूत मिटाने का आरोप तय कर दिया. सितबंर 2011 में नूपुर तलवार को जमानत मिल गई. अप्रैल 2013 में सीबीआई के अधिकारी ने कोर्ट में कहा कि आरुषि और हेमराज की हत्या तलवार दंपति ने ही की है. सीबीआई ने कोर्ट को ये भी बताया कि आरुषि और हेमराज आपत्तिजनक अवस्था में मिले थे.

बचाव पक्ष के वकील ने 3 मई को स्पेशल कोर्ट के सामने अपील की कि व‍ह 14 हवाहों को कोर्ट में बुलाए. सीबीआई ने इस अपील का विरोध किया. 6 मई 2013 को तलवार की इस अर्जी को ट्रायल कोर्ट ने खारिज कर दिया. साथ में राजेश और नूपुर के बयानों को रिकॉर्ड करने के भी आदेश दिए. 13 मई को सुप्रीम कोर्ट ने तलवार दंपत्ति को कड़ी फटकार लगाते हुए उनकी अर्जी को खारिज कर दिया. कुल मिलाकर तारीख बढ़ती गई और आखिरकार लंबे इंतजार के बाद आरुषि और हेमराज को न्‍याया मिल ही गया.

एक नजर इस मर्डर मिस्‍ट्री पर कि कब क्‍या हुआ-
16 मई, 2008: आरुषि तलवार को नोएडा स्थित अपने घर में मृत पाया गया, उसके गले की नस कटी हुई थी. नेपाली घरेलू नौकर हेमराज पर हत्या का शक.
17 मई 2008: हत्‍या के अगले ही दिन नौकर हेमराज का शव तलवार के घर की छत पर मिला.
18 मई 2008: पुलिस ने कहा कि हत्या का तरीका किसी दक्ष सर्जरी करने वाले द्वारा किया गया जान पड़ता है.
23 मई 2008: आरुषि के पिता दंत चिकित्‍सक राजेश तलवार दोहरी हत्या के लिए गिरफ्तार किए गए.
31 मई 2008: तत्‍कालीन मायावती सरकार ने मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा.
13 जून 2008: पुलिस ने राजेश तलवार के कंपाउंडर कृष्णा को गिरफ्तार किया. 10 दिनों बाद तलवार दंपत्ति के चिकित्सक मित्र का नौकर और तलवार के पड़ोसी का नौकर विजय मंडल भी गिरफ्तार किया गया.
12 जुलाई 2008: सीबीआई द्वारा सबूत जुटा पाने में असफल रहने पर डॉ. राजेश को जमानत दी गई.
5 जून 2010: सीबीआई ने तलवार दंपत्ति पर नार्को जांच के लिए अदालत में याचिका दाखिल की.
29 दिसंबर 2010: सीबीआई ने मामला बंद करने की रिपोर्ट दाखिल की और कहा कि मुख्य संदिग्ध आरुषि के पिता राजेश तलवार हैं, लेकिन उनके खिलाफ सबूत नहीं हैं.
25 जनवरी 2011: राजेश तलवार पर गाजियाबाद अदालत परिसर में एक युवक द्वारा हमला किया गया.
9 फरवरी 2011: गाजियाबाद की विशेष अदालत ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट खारिज कर दी और कहा कि आरुषि-हेमराज हत्या मामले में राजेश और नुपुर तलवार पर मामला चलाया जाए. दंपत्ति पर हत्‍या के बाद सबूत मिटाने का भी आरोप है. गाजियाबाद की एक सीबीआई अदालत ने दंपत्ति के खिलाफ अदालत में उपस्थित नहीं होने के लिए जमानती वारंट जारी किया.
14 मार्च 2012: सीबीआई ने अदालत में राजेश तलवार की जमानत याचिका खारिज करने की अपील की.
30 अप्रैल 2012: आरुषि की मां नूपुर तलवार को गिरफ्तार किया गया.
3 मई 2012: सत्र अदालत ने नूपुर तलवार की जमानत याचिका खारिज की.
25 मई 2012: तलवार दंपत्ति पर गाजियाबाद अदालत ने हत्या, सबूत मिटाने और षडयंत्र रचने का आरोप लगाया.
25 सितंबर 2012: नूपुर तलवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जमानत दी गई.
अप्रैल 2013: सीबीआई अधिकारी ने अदालत से कहा कि आरुषि और हेमराज की हत्या राजेश तलवार ने की. सीबीआई ने कहा कि हत्‍या के वक्‍त आरुषि और हेमराज को आपत्तिजनक स्थिति में देखा गया था.
3 मई 2013: बचाव पक्ष के वकील ने एक विशेष अदालत में पूर्व सीबीआई संयुक्त निदेशक अरुण कुमार (गवाह के रूप में) सहित 14 लोगों को समन भेजने के लिए याचिका दाखिल की. सीबीआई ने याचिका का विरोध किया.
6 मई 2013: निचली अदालत ने 14 लोगों को समन भेजने की तलवार की याचिका खारिज की. उसने राजेश और नूपुर तलवार के रिकॉर्डेड बयान लेने के आदेश दिए.
18 अक्टूबर 2013: सीबीआई ने जिरह बंद की और कहा कि तलवार दंपत्ति ने जांच को गुमराह किया है.
12 नवंबर 2013: अदालत ने अपना फैसला 25 नवंबर तक के लिए सुरक्षित रख लिया.
25 नवंबर 2013: सीबीआई की अदालत ने राजेश और नूपुर तलवार को हत्‍या का दोषी करार दिया.

रिश्‍तों के कत्‍ल की कहानी
संभव नहीं है कि आरुषि का दिल मां की धड़कन के साथ ना धड़कता हो. अंसभव है कि नूपुर तलवार की धड़कन बेटी के साथ ना जुड़ी हो. 14 बरस जिन हाथों ने गीली मिट्टी की तरह अपनी बच्ची को गूथा हो, उसे जिंदगी जीने की एक शक्ल दी, उसी की हत्या. अदालत का फैसला तो ऐलान होने के साथ ही संबंधों के दायरे में रुक सा गया.

मम्मी-पापा ने हत्या की. आरुषि की हत्या के बाद मम्मी-पापा को लेकर साढे पांच बरस लगातार जिस जख्म को समूचा समाज कुरेदता रहा साढे पांच बरस बाद अदालत ने उसी जख्म को बीमारी करार दिया. तो मम्मी-पापा के लिए सजा शुरू हुई या फिर सजा खत्म हुई. सजा का ऐलान मंगलवार को होगा, लेकिन इससे बड़ी सजा हो क्या सकती है, जो फैसला अदालत ने दिया. इसलिए अब बदलते समाज के आईने में रिश्‍तों को नए सिरे से खोजना जरूरी है.

जिस समाज, जिस परिवेश और जिस जीवन को आरुषि के मम्मी-पापा जी रही थे वह मध्यम वर्ग की चकाचौंध की चाहत और खुले जीवन की आकांक्षा समेटे हुए है. महानगरों के लिए खुलापन जिंदगी जीने का आक्सीजन बन चुका है और यहीं से शुरू होता है कच्ची-मीठी सरीखा आरुषि का जीवन और उसे उसी समाज, उसी परिवेश के अनुकुल बनाने में लगे मम्मी-पापा.

तो क्या मम्मी-पापा परंपरा और आधुनिकता के बीच जा फंसे जहां खुलापन और चकाचौंध अपनी हद में सुकून देता है, लेकिन बेटी को कटघरे में खड़ा जानता है और खुद किसी भी हद तक जाने को तैयार. असल मुश्किल यही है और शायद बीते साढे पांच बरस तक पुलिस, सीबीआई से लेकर समाज के सामने जिरह करते मम्मी-पापा का दर्द भी यही है और सुकुन भी यही कि बेटी के हत्यारे मम्मी-पापा हैं.

यह ऐसा फैसला है, जिसने देश की सबसे बडी मर्डर मिस्ट्री को बदलते भारत की उस नई शक्ल जो जोड़ दिया है, जो अभी तक रिश्‍तों की डोर थाम कर जिंदगी जीने का मुखौटा पहने रहता था. कभी ऑनर किलिंग कहकर सीना तानने से नहीं कतराता तो कभी आवारा पूंजी को ही जिंदगी का सच मान चकाचौंध की उड़ान भरने से नही घबराता. तो इस नए भारत में आपका स्वागत है.



 

मानवेन्द्रसिंह के समर्थन में चूनाव प्रचार ने पकड़ा जोर

मानवेन्द्रसिंह के समर्थन में चूनाव प्रचार ने पकड़ा जोर

बाड़मेर भाजपा प्रत्यासी मानवेन्द्रसिंह की धर्म पत्नि ने राणासर,खूडाणी, देदरीया, तूरबी आदि ग्रामीण क्षेत्र में चूनाव प्रचार के दौरान कहा की इस क्षेत्र की प्रमुख समस्या पिने का पानी बहिनो को अभी भी दूर दराज जाना पड़ता कांगे्रेस ने अपने 10 साल के शासन मं े इसका कोई समाधान नही किया। पिने का पानी हर गांव पहूचाना प्रथम प्राथमिकता रहेगी। इन गांवो में ग्रामीण बहिनों ने ढोल धमाको व गीतो से स्वागत करते हुए कहा कि 1 दिसम्बर को उत्सव के रूप में बनाते हुए हम सभी महिलाए कमल के फूल पर बटन दबाकर जयपूर पहूचांएगें। अनु. जन. जाती के प्रदेश उपाध्यक्ष दशरत मेघवाल, पेमाराम, तगाराम ने मेघवाल भाईयों से कहा कि समाज का विकास प्रदेश का विकास भाजपा की सोच है। रोजगार के नए असवर विकसित हांेगे। पूर्व में पूर्व मंत्री द्वारा आरक्षण हटाओं जैसे अभियानों में अपनी सहमती देकर कांग्रेस की अपनी मानसिकता साफ कर दी है। भाजपा हमेंशा विकास में हि विश्वास करती है। इन्होने नवातला मते का तला, गोजारीया गफना, आदि गांवो का दौरा कर यह बात कहीं।
बिजरार सर्किल के विभ्भिन गांवों में नरंिसह जी सोढा सरपंच भलाराम सांई पूर्व सरपंच दशरतसिंह सौभाला सरपंच ने कमल के फुल पर बटन दबाकर मानवेन्द्रसिंह के वोट मांगें। भाजपा नेता उम्मेदराम प्रजापत, भगाराम गौड़ा ने प्रजापत समाज के लोगो से मानवेन्द्रसिंह के वोट मांगे।
मुसलिम समाज के युवा नेता मूराद अलि मेहर ने उमंग फकीर के साथ मूसलीम गांवो का दौरा करते हुए कहा कि थार एक्सप्रेस शूरू करवाकर मानवीय जसवन्तसिंह ने भारत पाक दो देशो को जाड़ा था और मानवेन्द्रेिसंह उससे आगे दो हिन्दू मस्लिम दो दिलों जोड़ने वाले सक्ष है। छतीस कोम को साथ लेकर चलते है। एक दिसम्बर को सभी मूस्लिम भाई ज्यादा से ज्याद मतदान कमल के फूल पर कर मानवेन्द्रसिंह का विजयी बनावें। भाजपा महामंत्री विरसिंह भाटी व स्वरूपसिंह खारा व शिव क्षेत्र के विभ्भिन गांवों में कहा कि पांच साल मे ंअमीन खां ने मत्री रहते हुए कोई विकास का कार्य नहीं किया। अस्पतालों में डाॅ. नही पिने का पानी नहीं। स्कूलो में अध्यापक नहीं केवल अपने गांव तक समित रहना एक आदत बन गईथी । अब समय युवा चेहरा मानवेन्द्रसिंह विधायक बनें।
वसुन्धराराजे मुख्यमंत्री बनंे। हमें एक दिसम्बर को कमल के फुल पर बटन दबाकर भाजपा को विजयी बनाना है।

राजपा प्रत्याशी मौत गुड़ामलानी में चुनाव नहीं होगे निरस्त

राजपा प्रत्याशी मौत  गुड़ामलानी में चुनाव नहीं होगे निरस्त

 


बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी विधानसभा राजपा प्रत्याशी सहित पांच  जनों की मौत मामले के बाद बाड़मेर के निर्वाचन विभाग ने इस बात को साफ़ कर दिया है कि चुनाव पहले तय अनुसार ही होगा इसके पीछे बाड़मेर के अतरिक्त जिला कलेक्टर अरुण पुरोहित का तर्क है कि राजपा न तो राष्टीय पार्टी और न ही रीजनल पार्टी है इस लिए चुनाव को निरस्त नहीं किया जाएगा इस मामले में बाड़मेर निर्वाचन विभाग ने अपनी रिपोट चुनाव आयोग को भेजनी कि तैयार कर रही है घटना के बाद इस बात कि अफवाह फेल गई थी चुनाव निरस्त हो गए है


 

खेल-खेल में टीवी पर बीवी को किया नंगा

लंदन। सोनी प्लेस्टेशन4 पर खेलते-खेलते एक शख्स के ये क्या सुझी की उसने अपनी पत्नी को ही नंगा कर डाला। चौंकाने वाली बात यह है कि उसकी यह हरकत टि्वच टीवी पर लाइव ब्रोडकास्ट भी हो गई।
जानकारी के अनुसार यह घटनाक्रम पिछले सप्ताह का है जब पति-पत्नी शराब के पीते हुए प्लेस्टेशन पर "द स्पार्टन शो" का लुत्फ उठा रहे थे। इसी दौरान महिला शराब के नशे में निठाल हो गई और तभी शख्स ने उसके ब्रेस्ट को एक्सपोज करते हुए कपड़े ऊपर किए। करीब 15 मिनट बाद टीवी की स्क्रीन डार्क हो गई और जब तस्वीर लौटी तो महिला साफ दिखाई दे रही थी। वे तभी भी गहरी नींद में थी लेकिन पूरी तरह से नग्न।

बता दें कि 10 दिन पहले ही सोनी ने अपना "प्लेस्टेशन 4" लॉन्च किया है। इसपर अपने गैमिंग स्टाइल को "टि्वच टीवी" प्रोग्राम के जरिए लाइव ब्राडकास्ट किया जा सकता है। इसी फीचर के जरिए शर्मसार कर देने वाली हरकत दुनिया के सामने आ गई।

टि्वच ने किया यूजर को बैन
इस घटना के बाद टि्वच टीवी ने शख्स(डार्कोबरा) पर प्रतिबंध लगाते हुए इससे जुड़े टर्म एंड कंडीशन वाला एक ट्वीट भी किया है। टि्वच ने इस ट्वीट किया है कि यह प्रोग्राम सिर्फ खेल और इससे जुड़ी गतिविधियों के लिए है।

बाड़मेर आर्मी के पूर्व कैप्टन को दी नम आंखों से विदाई

बाड़मेर आर्मी के पूर्व कैप्टन को दी नम आंखों से विदाई



  पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार, १९६५ और १९७१ में पाकिस्तान से दो बार मुकाबला किया इस दौरान तीन गोलियां लगी




  कल्याणपुर(बालोतरा) आर्मी के पूर्व केप्टन हमीरसिंह का रविवार को जोधपुर अस्पताल में निधन हो गया। सोमवार को उनके पैतृक गांव ग्वालनाडा में सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर उनको अंतिम विदाई दी।

इससे पूर्व उनकी शवयात्रा में कोरणावटी-मगरावटी क्षेत्र सहित राजपूत समाज के लोग, सैना के जवान व प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लेकर उन्हें नम आंखों से विदाई दी। पिछले दिनों पूर्व केप्टन को अचानक दिल का दौरा पडऩे से जोधपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली।

उल्लेखनीय है कि पूर्व केप्टन हमीरसिंह को १९६५ व १९७१ के सीयालकोट सेक्टर युद्ध के दौरान तीन गोलियां लगी थी। इससे वे बुरी तरह जख्मी हो गए थे। इसके बावजूद पूर्व केप्टन ने हिम्मत नहीं हारी और सन् १९८७ में रिटायर्ड होने के बाद भी बतौर होमगार्ड देश को अपनी सेवाएं दी। पूर्व केप्टन के तीन पुत्र है, जिनमें से एक कर्नल बालूसिंह पूना होस के कंमाडर ऑफिसर है तथा दूसरे पुत्र दौलतसिंह होमगार्ड ऑफिसर है। पूर्व केप्टन को बहादूरी के लिए सेना के मैडल से भी नवाजा गया था।

जवानों ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर

पूर्व केप्टन को अंतिम विदाई में शरीक हुए सेना के जवानों ने अंतिम संस्कार के वक्त उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। कर्नल दलबीरसिंह ने पुष्प चक्र अर्पित किया।

इस दौरान पूर्व सरपंच उम्मेदसिंह अराबा, भंवरसिंह अराबा, गुमानसिंह कोरणा, ग्वालनाडा सरपंच सुखाराम भील, बिशनसिंह सोढ़ा, श्यामसिंह विश्रोई सहित प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।











राजपा प्रत्यासी कि मौत ,गुड़ा मलानी विधानसभा चुनाव हो सकते हें स्थगित ?

राजपा प्रत्यासी कि मौत ,गुड़ा मलानी विधानसभा चुनाव हो सकते हें स्थगित ?


बाड़मेर जिले के गुड़ा मलानी विधानसभा क्षेत्र में सोमवार देर रत सड़क हादसे में राष्ट्रीय जनता पार्टी के प्रत्याशी नरेंद्र कुमार देवासी कि मौत के बाद गुड़ा विधानसभा के चुनाव स्थगित हो सकते हें। गुड़ा से दिग्गज जाट नेता और राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी चुनाव मैदान में हें। उनके सामने भाजपा के लादूराम विश्नोई हें। राजस्थान में इससे पूर्व चुरू विधानसभा के चुनाव निरस्त हुए थे।

बीकानेर : सात में से पांच सीटों पर सीधी टक्कर

बीकानेर : सात में से पांच सीटों पर सीधी टक्कर

बीकानेर। जिले की 7 सीटों में से कई पर भितरघात व बागियों ने प्रमुख दलों के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। कोलायत में 1980 से लगातार जीत रहे देवीसिंह भाटी के गढ़ में भाटी परिवार के ही भंवरसिंह सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे दूसरी सीटों व भाजपा की बगावत संभालने में जुटे देवीसिंह को फिर अपने हलके में ला दिया है।
यहां भी भितरघात व जातियों में फंसा मुकाबला, जानिए पूरा गणित
जाहिर है, यहां सेंधमारी आसान नहीं होगी। बीकानेर पूर्व में भाजपा की सिद्धिकुमारी व कांग्रेस के गोपाल गहलोत बाहरी व भीतरी चुनौतियों से जूझ रहे हैं। कांग्रेस ने माली वोटों में घुसपैठ की है, लेकिन टिकट नहीं मिलने से अल्पसंख्यक, वैश्य व ब्राह्मणों का एक धड़ा नाराज है। कुनबे को साधने की इस कोशिश के बीच सिद्धि कुमारी को शाही परिवार के ग्लैमर का लाभ मिल रहा है।


बीकानेर पश्चिम में कांग्रेस के बी.डी. कल्ला व भाजपा के गोपाल जोशी जातिगत समीकरण बिठाने व रूठों को मनाने में लगे हैं। खाजूवाला सुरक्षित सीट पर भाजपा के विश्वनाथ व कांग्रेस के गोविंदराम में सीधी टक्कर है, पर नतीजा सीधा नहीं लग रहा। गोविंदराम को संघर्ष का लाभ मिलने के साथ ही पाला बदली का नुकसान हो सकता है। श्रीडूंगरगढ़ में कांग्रेस के मंगलाराम गोदारा व भाजपा के किसानाराम नाई की जंग जातिगत हो गई है।

किसनाराम के गैर जाट वोटों का ध्रुवीकरण निर्दलीय व अन्य प्रत्याशी बिगाडऩे में लगे हैं। अलबत्ता लगातार तीन बार विधायक रहे मंगलाराम से नाराज नेताओं का साथ उन्हें लाभ दिला सकता है। लूणकरणसर से दो चुनाव जीत चुके कांग्रेस के वीरेंद्र बेनीवाल त्रिकोण में फंसे हैं।

भाजपा ने युवा जाट सुमित गोदारा को उतारा तो मानिकचंद बागी हो गए। वे दो जाटों के बीच अन्य जातियों का ध्रुवीकरण बिठा रहे हैं। यहां ब्राह्मण वोट महत्वपूर्ण हैं। नोखा में कन्हैयालाल झंवर दूसरी बार निर्दलीय मैदान में हैं। कांग्रेस के रामेश्वर डूडी पिछली हार का बदला लेने जोर लगा रहे हैं। मुकाबला बहुकोणीय तब हो गया जब भाजपा ने बिहारीलाल बिश्नोई को दोहराने की बजाय सहीराम बिश्नोई को टिकट थमाया। बिहारीलाल बगावत कर बिश्नोई वोटों के साथ भाजपा के शहरी वोटों में भी सेंध लगा रहे हैं।