गुरुवार, 26 सितंबर 2013

मुंबई दुनिया का दूसरा सबसे ईमानदार शहर



वाशिंगटन। आपको यह जानकर खुशी होगी कि भारत की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई ने ईमानदारी के मामले में दुनिया के कई नामी शहरों को पछाड़ दिया है। मुंबई को दुनिया का दूसरा सबसे ईमानदार शहर चुना गया है। रीडर्स डाइजेस्ट मैग्जीन द्वारा विश्व के 16 शहरों पर किए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी इस सूची में पहले स्थान पर रही है।
second-most honest city
चार अलग-अलग महाद्वीपों के विभिन्न शहरों में ईमानदारी का टेस्ट करने के लिए पैसों से भरे पर्स को जानबूझ कर गिराया गया और देखा गया कि कितने लोग इसे वापस लौटा देते हैं। सर्वेक्षण के तहत यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और एशिया के विभिन्न शहरों में 192 पर्स गिराए गए। हर पर्स में एक फोन नंबर, परिवार की तस्वीर, कुछ कूपन, बिजनेस कार्ड और 50 डॉलर (करीब तीन हजार रुपये) रखे गए थे। ये पर्स पार्क, शॉपिंग माल्स और सड़क के किनारे छोड़े गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, 192 में से करीब 90 यानि 47 प्रतिशत पर्स लौटा दिए गए। फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में 12 में से 11 पर्स लौटा दिए गए। मुंबई में 12 में से नौ पर्स लौटा दिए गए। इस सूची में तीसरे नंबर पर हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट और अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क ने अपनी जगह बनाई है। यहां आठ पर्स लौटाए गए। इस सूची में सबसे निचले स्थान पर पुर्तगाल का लिस्बन शहर रहा। जहां महज एक पर्स लौटाया गया।

विजय केला का नाथद्वारा ट्रस्‍ट में मनोनयन

विजय केला का नाथद्वारा ट्रस्‍ट में मनोनयन

माहेश्‍वरी समाज में खुशी की लहर


बाड़मेर। राजस्‍थान सरकार द्वारा गुजरात प्रदेश कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता विजय केला के नाथद्वारा ट्रस्‍ट में मनोनयन पर माहेश्‍वरी समाज, बाड़मेर ने राजस्‍थान सरकार और मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताते हुए खुशी जाहिर की। राजस्‍थान सरकार ने बुधवार को नाथद्वारा ट्रस्‍ट के पदाधिकारियों की घोषणा की है। जिसमें कोकिलाबेन अंबानी को नाथद्वारा ट्रस्‍ट बोर्ड की उपाध्‍यक्ष बनाया गया है।

वहीं गुजरात से श्री विजय केला और परिमल नथवाणी को ट्रस्‍ट का सदस्‍य मनोनीत किया गया है। इसके अलावा कुल नामित 11 सदस्‍यों में राजस्‍थान से अशोक तलसेरा, सोहनलाल जैसलमेरिया और सी.पी.व्‍यास, महाराष्‍ट्र से एम.एल.भक्‍ता, हीरानंद और मदन पालीवाल के साथ ही अन्‍य राज्‍यों से शरद कचालिया और नरेश विजयवर्गीय का मनोनयन किया गया है। श्री विजय केला गुजरात कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता है और कई धार्मिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए है।

बाड़मेर अण्‍डर ब्रिज बनाने की मांग


बाड़मेर अण्‍डर ब्रिज बनाने की मांग

बाड़मेर। रेल सुधार संर्घष समिति बाड़मेर के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्‍टर को ज्ञापन भेजकर जिला कलेक्‍टर कार्यालय के सामने स्थित रेलवे लाइन पार करने के लिए अण्‍डर ब्रिज बनाने की मांग की है।

समिति के अध्‍यक्ष एंव वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता यज्ञदत्‍त जोशी ने बताया कि बाड़मेर शहर में हाल ही में नवनिर्मित ओवरब्रिज के उद़घाटन के बाद आम जनता को बड़ी राहत मिली है, लेकिन इस ओवरब्रिज के निमार्ण के बाद अब इस ओवरब्रिज के पास स्थित दोनो रेलवे फाटक बंद किया जाना प्रस्‍तावित है। इन दोनों रेलवों फाटकों के बंद हो जाने से जनता की परेशानियां यथावत रहेगी। उन्‍होनें बताया कि ऐसी स्थिति में नेहरू नगर, लौहारों का वास, रेलवे स्‍टेडियम के पास और चैक पोस्‍ट क्षेत्र के निवासियों को इस पार आने के लिए ओवरब्रिज का लम्‍बा रास्‍ता इस्‍तेमाल करना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में साईकिल चलाने वालों और पैदल चलने वाले लोगों को बड़ी परेशानी होगी।

जोशी सहित रेल सुधार संर्घष समिति बाड़मेर के समस्‍त पदाधिकारियों ने जिला कलेक्‍टर कार्यालय के सामने स्थित रेलवे लाइन पर अण्‍डर ब्रिज बनाने की मांग की है। समिति पदाधिकारियों ने बताया कि उक्‍त स्‍थान पर अण्‍डर ब्रिज बनने से नेहरू नगर, लौहारों का वास, रेलवे स्‍टेडियम के पास और चैक पोस्‍ट क्षेत्र के निवासी अण्‍डर ब्रिज के रास्‍ते छोटा सफर तय कर आसानी से इस पार आ सकेगें।

समिति पदाधिकारियों ने जिला कलेक्‍टर को ज्ञापन देकर जनहित में रेलवे लाइन के नीचे अण्‍डर ब्रिज ‘आरयूबी’ के निमार्ण के लिए सक्षम स्‍तर पर प्रस्‍ताव भिजवाने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में संर्घष समिति के सचिव मेवाराम सोनी सहित सोहनलाल चौधरी, पुनमसिंह चौधरी, जगदीश जाखड़, गंगाराम विश्‍नोई, प्रेम प्रजापत, श्रवणकुमार, मोहनलाल, त्रिलोक चौहान, जयप्रकाश शामिल थे।

वाराणसी में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश

वाराणसी में सेक्स रैकेट का पर्दाफाश

वाराणसी। उत्तर प्रदेश की वाराणसी पुलिस ने बुधवार शाम भोगावीर स्थित एक गेस्ट हाउस में छापा मारकर सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस दौरान पांच युवकों एवं पांच युवतियों को पकड़ लिया। इनमें से दो छात्राओं को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। जबकि अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस ने गेस्ट हाउस प्रबंधक को भी गिरफ्तार किया है जबकि उसके मालिक की तलाश की जा रही है। पुलिस ने एक सूचना पर छापे की यह कार्रवाई की। छापे के दौरान प्रबंधक महेन्द्र राम की दराज से 16 बोतल शराब आदि बरामद की गई। पुलिस ने इस मामले में दस लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

यूएस में मनमोहन सिंह के खिलाफ समन जारी

वाशिंगटन। जहां अमरीका में भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह चार दिनों की यात्रा पर हैं वहीं अमरीका में एक सिख समूह ने उनके खिलाफ यूएस की एक कोर्ट से समन हासिल कर लिया। यह समन पंजाब में आतंक विरोधी अभियान में मानवअधिकारों के उल्लंघन के आरोप में जारी किया गया है। द सिख फॉर जस्टिस नाम की संस्था का कहना है कि जब 90 के दशक में मनमोहन सिंह वित्तमंत्री थे तब इन्होंने पंजाब में आतंकवाद के खात्में के नाम पर सुरक्षाकर्मियों के लिए "नकद ईनाम" योजना को मंजूरी दी थी। यूएस में मनमोहन सिंह के खिलाफ समन जारी
इसके साथ ही सिंह पर आरोप लगाए गए हैं कि जब ये 2004 में प्रधानमंत्री बने तो इन्होंने अपने कार्यकाल में अपनी पार्टी के उन नेताओं को बचाया जो सिख विरोधी दंगों में शामिल थे।

यह ग्रुप योजना बना रहा है कि मंजूरी लेकर व्हाइट हाउश स्टाफ और सिंह के सुरक्षा टीम के सदस्यों को ही यह समन दे दिया जाए। सूत्रों की माने तो संस्था के लिए प्रधानमंत्रई को समन देना संभव नहीं है क्योंकि उनके आस-पास भारी संख्या में सुरक्षाबल मौजूद होगा। इस ग्रुप ने ओबामा और सिंह की बैठक के दिन व्हाइट हाउस के सामने जस्टिस रैली का आयोजन करने की भी योजना बनाई है।

बेटे के तबादले के बदले मां से दुष्कर्म का प्रयास

जयपुर। राजस्थान के अलवर जिले के अरावली विहार थाने में एक महिला ने झालाना डूंगरी स्थित राजस्थान पाठ्य पुस्तक मंडल के बाबू पर हाथापाई करने व दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज कराया है। एफआईआर में महिला ने मामले से संबंधित रिकॉर्डिग होने का दावा भी किया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।बेटे के तबादले के बदले मां से दुष्कर्म का प्रयास
जानकारी के अनुसार अलवर जिले के काला कुंआ निवासी 50 वष्ाीüय एक महिला का आरोप है कि उसके पति के स्वर्गवास के बाद उसका पुत्र मृत राज्य कर्मचारी आश्रित कोटे से राजस्थान पाठ्य पुस्तक मंडल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर नौकरी लगा था। जिसका करीब एक साल पहले स्थानान्तरण जोधपुर से अलवर हो गया था। आरोप है कि पाठ्य पुस्तक मंडल के एक बाबू ने अपने उच्चाधिकारी से कहकर महिला के बेटे का स्थानांतरण जालौर करा दिया।

तबादले व बोनस के मामले को लेकर पीडिता अपने भतीजे के साथ गांधी नगर थाना इलाका स्थित राजस्थान पाठ्य पुस्तक मंडल के कार्यालय आई थी। यहां बाबू ने उसे कमरे में ब्ौठाते हुए उसके साथ आए युवक को बाहर भेज दिया। आरोप है कि इस दौरान पदाधिकारी ने महिला के साथ हाथापाई करते हुए बलात्कार करने का प्रयास किया। पीडिता का दावा है कि इस दौरान की बातें उसकी ओर से रिकॉर्ड की गई हैं।

अलवर जिले से मिली जीरो नंबर की एफआईआर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जाएगी। इस संबंध में जानकारी के लिए पीडिता को भी जयपुर बुलाया जाएगा।
राजेश मलिक, थाना प्रभारी, गांधीनगर
पीडिता थाने आई थी। जीरो नंबर की एफआईआर दर्ज कर जयपुर के गांधी नगर थाने को भेज दी गई है। इस बारे में मुझे जानकारी नहीं है कि एफआईआर में किस पर और क्या आरोप लगाए गए हैं।
गणपत राम चौधरी, थाना प्रभारी, अरावली विहार

चाची को ही ले भागा भतीजा

जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर के मुरलीपुरा थाना क्षेत्र में भतीजे के खिलाफ चाची को भगा ले जाने का मामला दर्ज हुआ है। भतीजे के साथ भागने से पहले चाची घर में रखे जेवर भी उड़ी। पीडित पति ने इस संबंध में थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चाची व भतीजे दोनों को तलाश लिया। इसके बाद पति ने पत्नी को साथ ले जाने से इंकार कर दिया और चोरी व भगा ले जाने का मामला दर्ज करवा दिया। चाची को ही ले भागा भतीजा
पुलिस ने बताया कि मुरलीपुरा थानान्तर्गत अल्कापुरी निवासी एक व्यक्ति ने आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसके पड़ोस में रहने वाला एक व्यक्ति उसकी पत्नी को बहला-फुसलाकर भगाकर ले गया। महिला रिश्ते में आरोपी की चाची भी लगती है। पीडित की शिकायत पर पहले दोनों की तलाश की गई और उन्हें थाने ले आए।

महिला अपने पति के साथ जाने के लिए तैयार हो गई, लेकिन पति ने उसे साथ ले जाने से मना कर दिया। इसके बाद महिला वापस अपने प्रेमी संग चली गई। इसके बाद पीडित ने इस्तगासे के जरिए थाने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

मोदी की आज त्रिची में रैली, रजनीकांत भी आएंगे!



त्रिवेंद्रम। बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने धुआंधार प्रचार में जुट गए हैं। कल मध्य प्रदेश के भोपाल में एक बड़ी रैली को संबोधित करने के बाद आज मोदी दक्षिण का रुख कर रहे हैं। मोदी तमिलनाडु में एक रैली को संबोधित करेंगे।



नरेंद्र मोदी आज तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली में रैली को संबोधित करेंगे। यहां भी उनके लिए लालकिले जैसा मंच बनवाया गया है। कहा जा रहा है कि इस रैली में सुपरस्टार रजनीकांत भी पहुंचेंगे। त्रिची में जगह-जगह मोदी के पोस्टर लगे हुए हैं और साथ ही रजनीकांत को पोस्टरों की भी भरमार है।



नरेंद्र मोदी आज माता अमृतानंदमयी की 60वीं सालगिरह के समारोह में शामिल होने के लिए त्रिवेंद्रम पहुंचे हैं। इस समारोह में मोदी के साथ साथ उत्तराखंड और केरल के मुख्यमंत्री भी हिस्सा लेंगे।

“पिया हाजी अली“....एक पीर जिसने समंदर में लेनी चाही समाधि, पर खींच लाया मुंबई का किनारा

मुंबई। आपने अमिताभ बच्चन की एक सुपर हिट फिल्म “कुली“ तो देखी ही होगी, इस फिल्म के क्लाइमेक्स सीन की शूटिंग यहीं इसी जगह पर की गई थी। अगर याद नहीं आ रहा तो आपको फिल्म फिजा की वह कव्वाली “पिया हाजी अली“ तो ज़रूर याद होगी, इसकी शूटिंग भी यहीं की गई है।

हाजी अली दरगाह एक मस्जिद तथा दरगाह है जो कि मुंबई के दक्षिणी भाग में वरली के समुद्र तट से करीब 500 मीटर समुद्र के अंदर एक छोटे से टापू पर स्थित है। मुख्य भूमि से यह टापू एक कंक्रीट के जलमार्ग के द्वारा जुड़ा हुआ है। यह दरगाह इस्लामी स्थापत्य कला का एक नायाब नमूना है। दरगाह के अंदर मुस्लिम संत सैयद पीर हाजी अली शाह बुखारी की कब्र है।

शायद दुनिया में यह अपनी तरह का एकमात्र धर्म स्थल है जहां एक दरगाह और एक मस्जिद समुद्र के बीच में टापू पर स्थित है और जहां एक ही समय पर हजारों श्रद्धालु एक साथ धर्मलाभ ले सकते है।
कौन थे ये संत?

हाजी अली की दरगाह का निर्माण सन 1431 में एक अमीर (धनवान) मुस्लिम व्यवसायी सैयद पीर हाजी अली शाह बुखारी की याद में करवाया गया था, जिसने अपनी सारी धन दौलत त्याग कर मक्का की यात्रा (हज) का रुख किया। हाजी अली मुख्य रूप से पर्शिया (अब उज्बेकिस्तान) के बुखारा नमक जगह के रहने वाले थे तथा पूरी दुनिया की सैर करते हुए अंत में 15 वीं शताब्दी के लगभग मुंबई में आकर बस गए थे।

उनके जीवन से जुड़ी एक सच्ची घटना हम आपको बताने जा रहे है। एक बार संत हाजी अली ने एक गरीब महिला को सड़क पर रोते हुए तथा विलाप करते देखा जिसके हाथ में एक खली डिब्बा था, उन्होंने उस महिला से पूछा की उसको क्या तकलीफ है, उसने झिझकते हुए जवाब दिया की वह तेल लेने गई थी और ठोकर लगने से उसका सारा तेल जमीं पर ढुल गया है और अब उसका पति उसे बहुत पीटेगा, संत ने उस महिला से कहा की मुझे उस जगह पर लेकर चलो जहां तुम्हारा तेल गिरा है। वह महिला उन्हें उस जगह पर लेकर गई संत उस जगह पर बैठ गए और अपने ऊंगली से जमीन को कुरेदने लगे। कुछ ही देर में जमीन से तेल की एक मोटी धार फव्वारे के रूप में निकली। महिला ने ख़ुशी से झूमते हुए अपना पूरा डिब्बा तेल से भर लिया।बाद में हाजी अली को एक घबराहट पैदा करने वाला सपना बार बार आने लगा की उन्होंने दुखी महिला की मदद करने के लिए धरती मां को कुरेदकर उन्हें तकलीफ पहुंचाई है। पश्चाताप की आग में जलते हुए वे बुरी तरह से बीमार पड़ गए तथा उन्होंने अपने अनुयायियों को आदेश दिया की उनकी मृत्यु के पश्चात् उनके शरीर को एक कोफीन में भरकर अरब सागर में छोड़ दिया जाये।



हाजी अली ने अपनी मक्का यात्रा के दौरान अपना शरीर त्याग दिया तथा आश्चर्यजनक रूप से वह ताबुत जिसमें उनका मृत शरीर रखा था तैरते हुए इस जगह पहुँच गया तथा मुंबई में वरली के समीप एक छोटे से टापू की चट्टानों में अटककर रुक गया जहां आज उनकी दरगाह है, जिसे हम हाजी अली की दरगाह कहते हैं।गुरुवार तथा शुक्रवार को यहां पर कम से कम 40,000 लोग दर्शन के लिए आते हैं। आस्था और धर्म को दरकिनार करके यहां हर जाति तथा धर्म के लोग आकर इस महान संत की दुआएं लेते हैं।


राजस्‍थान: प्रवासी कुरजां के पहले जत्थे ने दी पचपदरा में दस्तक

राजस्‍थान: प्रवासी कुरजां के पहले जत्थे ने दी पचपदरा में दस्तक   


चन्दन भाटी||

सात समंदर पार कर पहुंचे कुरजां के पहले जत्थे ने राजस्‍थान के बाड़मेर जिले के पचपदरा में दस्तक दे दी है। तुर्र-तुर्र के कलरव के साथ परवाज भरते प्रवासी परिंदों ने माहौल में मानो नई जान फूंक दी है। इस बार क्षेत्र में पर्याप्त बरसात होने से तालर मैदान सहित कस्बे के सभी तालाब लबालब हैं। फसलें भी इस बार अच्छी हैं। ऐसे में प्रवासी परिंदों के लिए हर पहलू से आबोहवा अनुकूल है।
प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी सितंबर माह के तीसरे  सप्ताह में सात समंदर पार कर ठंडे मुल्क के प्रवासी परिंदे शीतकालीन प्रवास के लिए पचपदरा पहुंच चुके हैं। हजारों की तादाद में पहुंचने वाले ये परिंदे करीब छह माह तक यहां अठखेलियां करने के बाद फरवरी माह में पुन: स्वदेश के लिए उड़ान भरेंगे। पचपदरा के तालर मैदान, हरजी, इमरतिया, चिरढ़ाणी, नवोड़ा, इयानाड़ी तालाब के साथ ही मगरा क्षेत्र में हजारों की तादाद में कुरजां के समूह पहुंच चुके हैं।
तुर्र-तुर्र की मधुर ध्वनि के साथ आसमान में किसी अनुशासित सिपाही की तरह कतारबद्ध उड़ान भरते इन परिंदों को निहारने के लिए लोगों में खास उत्साह बना रहता है। छह माह के प्रवास के दौरान ये परिंदें यहां गर्भधारण के बाद फरवरी माह में स्वदेश के लिए उड़ान भरेंगे।
कुरजां म्हारी
तीन साल के लम्बे अकाल के बाद इस वर्ष व्यापक वर्षा से भरे तालाबों पर विदेशी परिंदों ने डेरा डाल दिया है। प्रतिवर्ष आने वाले ये प्रवासी पक्षी इस वर्ष समय से पूर्व ही आ गए। गत तीन वर्षों से लगातार बाड़मेर जिले के अनके तालाबों पर साइबेरियन क्रेन डेरा डालते हैं। इस बार विदेशी परिंदों ने पचपदरा व नवोड़ा बेरा तालाब में प्रथम पड़ाव डाला। प्रवासी पक्षी के नाम से प्रसिद्व साइबेरियन क्रेन को स्थानीय भाषा में ‘कुरजां’ कहते है।
कुरजां के आगमन के साथ ही उनके कलरव व क्रीड़ा से मरुभूमि निखरने लगी है। कुरजां की उपस्थिति तालाबों की खुबसुरती में चार चांद लगा रही है। कुरजां अपने प्रजनन काल के लिए सामूहिक रुप से यहां आती हैं। शीतकालीन प्रवास हेतु हजारों की संख्या में कुरजां आती है और शीत ऋतु समाप्त होने के साथ ही स्वदेश लौट जाती हैं।
पचपदरा के रेवाड़ा, त्रिसिंगड़ी, नवोड़ा बेरा, शिव आदि तालाबों सहित अनेक स्थानों पर प्रवासी पक्षी आसानी से देखे जा सकते हैं। जिला मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर कुरजां नामक गांव है। इस गांव का नाम भी साइबेरियन क्रेन के पड़ाव के कारण कुरजां पड़ गया। दशकों पूर्व यहां सुंदर तालाब था। इस तालब पर सैकड़ों प्रवासी पक्षी आते थे। पक्षियों के आगमन पर स्थानीय लोग बाकायदा गीत गाकर इनका आदर व स्वागत-सत्कार करते थे। मगर, बढ़ती आबादी ने तालाब के स्वरूप को बदल दिया, तालाब किंवदंती बन कर रह गया। तब से गांव में प्रवासी कुरजां ने आना ही छोड़ दिया।
राजस्थान के लोक गीतों में कुरजां पक्षी के महत्व को शानदार तरीके से उकेरा गया है। प्रियतम से प्रेमी पति, पिता तक संदेश पहुंचाने का जरिया कुरजां को माना गया है। कई लोक गीतों में कुरजां को ध्यान में रख कर गाया गया है। ‘कुरजां ए म्हारी भंवर ने मिला दिजो’ गीत में पत्नी अपने पति से मिलाने का आग्रह कुरजां से करती है, तो ‘कुरजां एम्हारी संदेशो को म्हारा बाबोसा ने दीजे’ में महिला कुरजां के माध्‍यम से पिता को संदेश भेजती है। पिता अपनी पुत्री को ‘अवलू’ गीत के माध्यम से संदेश पहुंचाते हैं।
कुरजां पर कई गीत हैं, जो विभिन्न संदेशों को पिरोकर गाए गए हैं। कुरजां सदा समूह में रहती हैं और खेतों में लगे बेरी की झाड़ियां, पाला के बेर, मूंग, मूंगफली, बाजरा खाती हैं। समूह में कुरजां आती हैं, तो किसानो को परेशान करती हैं। आकाश में उड़ते कुरजां पक्षी कतारबद्व अनुशासित लगते हैं। अनायास लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित करते हैं। कुरजां का महिमामंडन करते लोक गीत बेहद सुरीले होते हैं और लोगों में आज भी लोकप्रिय हैं।


 

‘बख्शी का तालाब’ एक धरोहर, रक्षा कौन करेगा ?



संजोग वाल्टर||
लखनऊ से 18 किलोमीटर दूर है ‘बख्शी का तालाब’ जो नेशनल हाई 24 पर है,‘बख्शी का तालाब’ में वायुसेना स्टेशन है- ‘‘बख्शी का तालाब’ से कुछ किलोमीटर की दूरी पर माँ चंद्रिका देवी का मंदिर ‘कठवारा’ में है ललिता देवी मंदिर ‘सोनवा’ में ब्रहम बड़ा मंदिर ‘नागुवामा’ और ठाकुरद्वारा ‘बख्शी का तालाब’ में मौजूद हैं आज ‘बख्शी का तालाब’ विधान सभा क्षेत्र है 2007 के विधान सभा चुनाव तक यह इलाका महोना विधान सभा इलाके के नाम से जाना जाता था. 2012 से ‘‘बख्शी का तालाब’ के नाम से विधान सभा क्षेत्र है‘ बख्शी का तालाब’ उत्तर प्रदेश की सबसे छोटी तहसील और सबसे बड़े ब्लाक के लिए भी जाना जाता हैं, यहाँ तालाब का निर्माण 1226 हिजरी यानि सन 1805 में तत्कालीन अवध के राजा नवाब त्रिपुर चन्द्र बख्शी पुत्र मजलिस राम तालाब ने शुरू कराया था बख्शी जी ने भव्य तालाब के साथ साथ श्री बांके बिहारी, मंदिर एवम शिव मंदिर का भी निर्माण कराया था जोकि उस समय की नायाब वास्तुकला की झलक है, तालाब, मंदिर व बारादरियों की तामीर 1236 हिजरी यानी सन 1815 में पूरा हुआ निर्माण. इस निर्माण पर उस वक्त तीन करोड़ 56 लाख रूपये चांदी के खर्च हुए थे.

इस तामीर के बाद इस गुमनाम जगह को नाम मिला ‘बख्शी का तालाब’ जो आज भी कायम है कहा जाता है कि बख्शी जी ने अवध के चौथे बादशाह नवाब अमजद अली शाह (17 मई 1842 से 13 फरवरी 1847) को बताये बिना तलाब की तामीर कराई थी लिहाज़ा वो नाराज़ हो गये थे यह नाराज़गी राजा त्रिपुर चन्द्र बख्शी को मंहगी पड़ी बादशाह नवाब अमज़द अली शाह की फौज ने राजा त्रिपुर चन्द्र बख्शी पर हमला कर दिया तब ब्राहम्ण सेना ने पंडित जगन्नाथ शुक्ला की कयादत में शाही फौज का सामना किया था राजा त्रिपुर चन्द्र बख्शी भूमिगत हो गये और वो अपने गुरु महाराज के पास वृन्दावन पहुँच गये और अपने गुरु बंशी लाल महाराज को यह तालाब दान कर दिया श्री बाके बिहारी मंदिर का जी उन्ही के वंशज सरन बिहारी गोस्वामी ने करवाया जबकी शिव मंदिर का काया कल्प सन 1998-1999 में गाय वाले बाबा ने कराया.

1997 में सूबे के तब के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने तालाब के लिए 20 लाख रूपये दिए साल 2001 में का काम शुरू हुआ वक्त बीत गया कई सरकारें बदली विधायक भी बदले पर थोडा बहुत बदलाव होता रहा, आज भी बख्शी का तालाब को इंतज़ार है पूरी तरह से बदलाव का, इस खूबसूरत प्राचीन विरासत की संरचना तालाब के साथ चार पक्षों और आठ ऐतिहासिक घाटों पर आधारित है, इसके अलावा, आप दो कृष्ण और शिव मंदिर तालाब परिसर पर स्थित देख सकते हैं.

इस धरोहर को कायम रखने की योजना अभी तक नहीं बनी है वही मुकामी लोग भी पीछे नहीं हैं. ‘बख्शी का तालाब’ और उसके आसपास नाजायज कब्जों की बाढ़ सी आ गयी है. इतना ही काफी नहीं था बल्कि यहाँ हर साल होने वाली अवध की गंगा जमुनी तहज़ीब की मिसाल रामलीला जिसमें ज्यादातर मुस्लिम किरदार हुआ करते थे जो धन की कमी और स्थानीय राजनीति के चलते बंद हो गयी.

अगर यही हाल रहा तो इस धरोहर की रक्षा कौन करेगा?



 

देश की सेवा ही सर्वोच्च सेवा है : पटेल


देश की सेवा ही सर्वोच्च सेवा है : पटेल 

 गल्र्स कॉलेज की चारदीवारी का भी सांसद देवजी पटेल ने किया उद्घाटन 
जालोर. राजकीय महिला विद्यालय में बुधवार को चारदीवारी के लोकार्पण कार्यक्रम में लोकार्पण पट्टिका पर विधायक कोटे का नाम नहीं लिखने तथा दो भाजपा पदाधिकारियों तथा छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष का नाम देखकर विधायक ने नाराजगी जताते हुए कार्यक्रम में भाग नहीं लिया। इसके बाद छात्रसंघ उद्घाटन कार्यक्रम में भी मंच पर उन्होंने सांसद देवजी पटेल के समक्ष इस बात को लेकर नाराजगी जताई, बाद में बातचीत के दौरान सहमति बनने पर विधायक और सांसद आपस में गले मिले। इसपर विधायक ने भी सांसद को उनके जन्मदिन की बधाई दी। प्राचार्य मधुसूदनसिंह राठौड़ ने बताया कि विधायक व सांसद की सहमति मिल गई है तथा लोकार्पण पट्टिका को एक-दो दिनों में ही बदल दिया जाएगा। 

राजकीय महिला महाविद्यालय में बुधवार को सांसद देवजी एम पटेल व विधायक रामलाल मेघवाल की उपस्थिति में छात्रसंघ कार्यालय का समारोहपूर्वक उद्घाटन किया गया। इस दौरान पूर्व विधायक जोगेश्वर गर्ग, भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष मंजू सोलंकी, प्राचार्य मधुसूदनसिंह राठौड़, छात्र संघ परामर्शदाता बीएल कुम्हार, उपाध्यक्ष पिंटा कंवर, महासचिव मनीषा राजपुरोहित, संयुक्त सचिव पारुल मेघवाल, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष चंदा राठौड़, कृतिका शर्मा व आरती गर्ग मंच पर उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इसके बाद सांसद देवजी पटेल ने छात्रसंघ कार्यालय के विधिवत उद्घाटन की घोषणा करते हुए कहा कि देश सेवा ही सर्वोच्च सेवा है। हमेशा से पढ़ाई में आगे रहने वाल छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त कर निष्ठा से जनता व देश की सेवा करनी चाहिए। विधायक रामलाल मेघवाल ने छात्रसंघ के पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान में शिक्षा के लिए जिले में सभी सुविधाएं उपलब्ध है। छात्राओं को पढ़-लिखकर उच्च पदों पर आसीन होकर जिले का नाम रोशन करना चाहिए। कार्यवाहक अध्यक्ष पिंटा कंवर ने स्वागतीय भाषण प्रस्तुत किया। इसके बाद अतिथियों ने फीता काटकर छात्रसंघ कार्यालय का उद्घाटन किया। कार्यक्रम का संचालन सुदर्शनसिंह राठौड़ ने किया। प्राचार्य मधुसूदनसिंह राठौड़ ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर हिम्मतसिंह राठौड़, बीएल देवड़ा, ओमप्रकाश विश्रोई, भाजयुमो महामंत्री सुरेंद्र जांगिड़, सरस्वती मेघवाल, अमृता मेघवाल व अमन मेहता सहित कई गणमान्य नागरिक व महाविद्यालय की छात्राएं उपस्थित थी। 

जालोर. महिला कॉलेज में छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह में मौजूद छात्राएं व लोग।

जालोर.महिला कॉलेज में छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन समारोह में उपस्थित अतिथि।


जैसलमेर यूआईटी शहर के विकास के लिए प्रयासरत

जैसलमेर यूआईटी शहर के विकास के लिए प्रयासरत 


जैसलमेर. नगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने न्यास के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जैसलमेर नगर के सुव्यवस्थित एवं सुनियोजित विकास में विशेष भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि न्यास द्वारा शहर का समुचित विकास दूरदर्शिता को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। उन्होंने पर्यटन विकास एवं सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण कार्यों पर भी विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। न्यास के अध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर ने बुधवार को न्यास कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित न्यास की आम बैठक में यह उद्गार व्यक्त किए। बैठक में यूनियन चौराहा से म्याजलार रोड को फोर लाइन करने, डिवाइडर लगाने, रोड लाइट लगाने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही सामुदायिक गतिविधियों के तहत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के छात्रावासों एवं अन्य छात्रावासों में कक्ष, स्नानागार, शौचालय निर्माण, विभिन्न वार्डों में निर्माण कार्य, होटल काम्पलेक्स के चौराहे, नाले, सीवरेज आदि के निर्माण, ट्रांसपोर्ट नगर चौराहा सौंदर्यीकरण सहित कई विकास कार्यों को सर्वसम्मति से कराने का निर्णय लिया गया। न्यास के अध्यक्ष तंवर ने न्यास के प्रस्तावित कार्यालय भवन के शिलान्यास कराने पर भी बल दिया। बैठक में रामगढ़ बाई पास रोड पर रेलवे मार्ग पर ओवर ब्रिज निर्माण पर भी चर्चा की गई। नगरीय क्षेत्र में आने वाली सीमा सड़क संगठन की सड़कों को न्यास को हस्तांतरित करने पर चर्चा की गई एवं इसके लिए सीमा सड़क संगठन को पत्र लिखने के निर्देश दिए गए। बैठक में मुख्यमंत्री बजट घोषणा के अमल में महा विद्यालय, विद्यालय, छात्रावासों, अस्पतालों के भूमि आबंटन के प्रस्ताव को अनुमोदन के लिए राज्य सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही शहर के विभिन्न स्थानों पर सौंदर्यीकरण के विभिन्न कार्य करवाने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही ब्राह्मण महासभा इकाई, प्रजापत छात्रावास, सैन छात्रावास आदि के निर्माण करने के प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाने का निर्णय लिया गया।न्यास के सचिव आरडी बारहठ ने बैठक में विभिन्न एजेंडेवार बिन्दुओं को रखा। बैठक में अधीक्षण अभियन्ता विद्युत गोपा राम सिरवी, आयुक्त नगर परिषद तारा चन्द गोसाई, अधिशासी अभियंता जलदाय आर.के. शर्मा, अधिशासी अभियंता विद्युत एन.के. जोशी, सहायक पर्यटन अधिकारी खेमेंद्र सिंह के साथ ही न्यास के अधिकारी उपस्थित थे।

जैसलमेर ओरण गोचर की जमीन राजस्व रिकार्ड में होगी दर्ज

जैसलमेर ओरण गोचर की जमीन राजस्व रिकार्ड में होगी दर्ज 

जैसलमेर जिले के ओरण गोचर, तालाब पायतन का मौके पर भौतिक सत्यापन करवाकर राजस्व रिकार्ड में इंद्राज करने के प्रस्ताव तैयार कर आरक्षित करवाने की कार्रवाई मार्च 2014 तक करवाई जाने का आश्वासन देने के बाद कोलायत विधायक देवीसिंह भाटी ने धरना उठाया। गत 20 सितंबर से कलेक्ट्रेट के समक्ष कोलायत विधायक भाटी के नेतृत्व में किसान धरना दे रहे थे। ओरण गोचर बचाने के लिए दिया जा रहे धरने के तहत बुधवार को महापड़ाव का आह्वान किया गया था जिसके तहत सुबह से ही कलेक्ट्रेट के समक्ष भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। धरनार्थियों की सभा दिन भर चलती रही और इस दौरान प्रशासन से वार्ता भी हुई। देर शाम को प्रशासन व धरनार्थियों के बीच समझौता हुआ जिस पर धरना समाप्त किया गया। 

प्रशासन मुस्तैद
कलेक्ट्रेट के समक्ष बुधवार को बुलाए गए महापड़ाव को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद था। सुबह से ही कलेक्ट्रेट को छावनी में तब्दील कर दिया गया और बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी तैनात किए गए। मुख्य मार्ग पर आने जाने का रास्ता बंद कर दिया गया था। देर शाम तक कलेक्ट्रेट के दोनों दरवाजे बंद रहे और अंदर व बाहर पुलिसकर्मी तैनात रहे।
यह हुआ समझौता 

: जिले के राजस्व गांवों में ओरण गोचर व तालाब पायतन का भौतिक सत्यापन करवाकर राजस्व रिकार्ड में दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी। 

: कंपनियों को जमीन आवंटन से पूर्व भूजल विभाग से जल की उपलब्धता व अन्य संबंध में सहमति लेने के लिए संबंध में सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।

: ओरण गोचर की जमीन किसी कंपनी को आवंटित है तो ग्रामीणों की रूबरू टीम गठित कर सर्वे करवाया जाकर अन्यत्र शिफ्ट करने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।

: ओरण गोचर पर हुए कब्जों को सख्ती से हटाए जाने की कार्रवाई की जाएगी।

: मूलना में कंपनी द्वारा ग्रामीणों के विरुद्ध दर्ज मुकदमों का निष्पक्ष अनुसंधान करवाया जाएगा। मोहनगढ़ थाने में दर्ज प्रकरण में भी निष्पक्ष अनुसंधान होगा।

: उपनिवेशन क्षेत्र में ओरण गोचर की जमीन पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए उपनिवेशन विभाग को लिखा जाएगा और पुलिस जाब्ता भी उपलब्ध करवाया जाएगा।

: विशेष आवंटन पर रोक के संबंध में आयुक्त उपनिवेशन को प्रस्ताव भेजा जाएगा और निर्णय के लिए राज्य सरकार को भिजवाने की कार्रवाई की जाएगी।

: बारानी भूमि आवंटन पर रोक के मामले में शिथिलता देने के लिए राज्य सरकार से निवेदन किया जाएगा।

: जैसलमेर. ओरण गौचर बचाओ धरने में उपस्थित देवीसिंह भाटी, नरपतसिंह राजवी व अन्य।

:जैसलमेर. ओरण गोचर बचाओं समिति के धरने में उमड़े ग्रामीण।

बीकानेर व कोलायत से आए लोग

कोलायत विधायक के नेतृत्व में जैसलमेर दिया जा रहा धरना उनकी प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था। वे स्वयं पिछले छह दिन से धरने पर बैठे थे। बुधवार को महापड़ाव को सफल बनाने के लिए बीकानेर, कोलायत, बज्जू व बाप से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। सुबह से ही बाहर से आने वालों का सिलसला शुरू हो गया जो दोपहर तक चलता रहा। वहीं बीकानेर से भाजपा के पूर्व पदाधिकारी भी धरने में शामिल हुए।

महापड़ाव में सांग सिंह भी हुए शामिल

पिछले छह दिनों से दिए जा रहे धरने में सांग सिंह भाटी के शामिल नहीं होने को लेकर चर्चाएं चल रही थी। गौरतलब है कि इसी मुद्दे पर पिछले लम्बे समय से पूर्व विधायक सांग सिंह भाटी संघर्षरत थे। इतने दिन तक वे धरने में शामिल नहीं हुए मगर बुधवार को महापड़ाव में सांग सिंह भाटी दिखाई दिए और धरनार्थियों को संबोधित भी किया। भाटी ने इस संबंध में बताया कि वे अपने निजी कार्य से जिले से बाहर गए हुए थे। इसके अलावा धरने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता नरपतसिंह राजवी, विधायक छोटू सिंह भाटी, तारातरा मठ के प्रतापपुरी महाराज, बीकानेर के पूर्व जिलाध्यक्ष रामकिशन आचार्य, अजयपालसिंह, डॉ. अर्जुनसिंह भाटी, पोकरण ठाकुर नागेन्द्रसिंह, प्रधान लक्ष्मी कंवर, भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष पूरणसिंह, विक्रमसिंह नाचना, पूर्व प्रधान चुतराराम, हाथीसिंह मूलाना, विमला वैष्णव, जुगत सिंह रावतरी सहित कई लोग मौजूद थे।

राजवी का आना बना चर्चा का विषय

जानकार सूत्रों के अनुसार कोलायत विधायक देवीसिंह भाटी व नरपतसिंह राजवी के बीच संबंध अच्छे नहीं रहे हैं। पिछले कई वर्षो से दोनों नेताओं के बीच मनमुटाव रहा है। मगर बुधवार के देवीसिंह भाटी के नेतृत्व वाले महापड़ाव में नरपतसिंह राजवी पहुंचे और अपना पूरा समर्थन दिया। राजवी ने मंच भी साझा किया तथा उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर ओरण गोचर को बचाने की अपील भी। राजवी व देवीसिंह भाटी का एक मंच आना भी चर्चा का विषय रहा।

बुधवार, 25 सितंबर 2013

और नेताओं की भी है सीडी: किरोड़ी लाल मीणा

झुंझुनूं। केवल मात्र एक सीड़ी ने परसराम मदेरणा, मलखान विश्नोई जैसे कई बड़े नामों को जेल की हवा खिला दी थी अगर राजनेता एक दूसरे की सीड़ी जनता के सामने खोलना शुरू कर दें तो लगभग सभी बड़े नेता, अफसर और कलक्टर जेल में होंगे। और नेताओं की भी है सीडी: किरोड़ी लाल मीणा
ये कहना है दौसा से निर्दलीय सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा का। आज उन्होंने भाजपा व कांग्रेस पर बरसते हुए कहा कि दोनों दलों के बड़े नेता एक दूसरे के घोटाले दबाकर बैठे हैं। भंवरी प्रकरण में कुल 152 सीडी बनी थी,लेकिन कांग्रेस सरकार ने केवल एक सीड़ी जारी करवाकर जाट नेता महिपाल मदेरणा को अंदर करवा दिया। शेष दबाई गई 151 सीडी में कई मंत्री,कलक्टर व एसपी भी हैं।

उन्होंने कहा, मदेरणा को तुरंत गिरफ्तार करवा दिया गया,जबकि बाबूलाल नागर को बचाया जा रहा है। चुड़ेला में राष्ट्रीय जनता पार्टी(राजपा)की ओर से बुधवार को आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए डॉ मीणा ने कहा कि कि जिस दिन 151 सीडी का सच सामने आ जाएगा बडे नाम वाले भी जेल में होंगे। उन्होंने कहा, पूर्व उपराष्ट्रपति भैंरोसिंह शेखावत ने वसुंधरा राजे पर 32 हजार करोड़ रूपए के घोटाले का आरोप लगाया था,लेकिन गहलोत सरकार ने उसकी जांच नहीं करवाई। इसके अलावा भाजपा की सरकार में 67 करोड़ का दरी घोटाला हुआ, उसे भी दबा दिया गया।

साढ़े चार साल तक वसुंधरा राजे लंदन में रही,चुनाव नजदीक आते ही जनता को गुमराह करने आ गई।कहां से आए सात हजार करोड़ ?डॉ मीणा ने कहा कि कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ढिंढोरा पीट रह हैं वे गांधीवादी हैं, लेकिन वे यह बताएं कि कूकस (जयपुर) में उनके बेटे वैभव गहलोत की होटल के लिए सात हजार करोड़ रूपए कहां से आए? उन्होंने आरोप लगाया भरतपुर के गोपालगढ़ में लोगों को गोलियों से मरवा दिया गया।