गुरुवार, 26 सितंबर 2013

जैसलमेर ओरण गोचर की जमीन राजस्व रिकार्ड में होगी दर्ज

जैसलमेर ओरण गोचर की जमीन राजस्व रिकार्ड में होगी दर्ज 

जैसलमेर जिले के ओरण गोचर, तालाब पायतन का मौके पर भौतिक सत्यापन करवाकर राजस्व रिकार्ड में इंद्राज करने के प्रस्ताव तैयार कर आरक्षित करवाने की कार्रवाई मार्च 2014 तक करवाई जाने का आश्वासन देने के बाद कोलायत विधायक देवीसिंह भाटी ने धरना उठाया। गत 20 सितंबर से कलेक्ट्रेट के समक्ष कोलायत विधायक भाटी के नेतृत्व में किसान धरना दे रहे थे। ओरण गोचर बचाने के लिए दिया जा रहे धरने के तहत बुधवार को महापड़ाव का आह्वान किया गया था जिसके तहत सुबह से ही कलेक्ट्रेट के समक्ष भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। धरनार्थियों की सभा दिन भर चलती रही और इस दौरान प्रशासन से वार्ता भी हुई। देर शाम को प्रशासन व धरनार्थियों के बीच समझौता हुआ जिस पर धरना समाप्त किया गया। 

प्रशासन मुस्तैद
कलेक्ट्रेट के समक्ष बुधवार को बुलाए गए महापड़ाव को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद था। सुबह से ही कलेक्ट्रेट को छावनी में तब्दील कर दिया गया और बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी तैनात किए गए। मुख्य मार्ग पर आने जाने का रास्ता बंद कर दिया गया था। देर शाम तक कलेक्ट्रेट के दोनों दरवाजे बंद रहे और अंदर व बाहर पुलिसकर्मी तैनात रहे।
यह हुआ समझौता 

: जिले के राजस्व गांवों में ओरण गोचर व तालाब पायतन का भौतिक सत्यापन करवाकर राजस्व रिकार्ड में दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी। 

: कंपनियों को जमीन आवंटन से पूर्व भूजल विभाग से जल की उपलब्धता व अन्य संबंध में सहमति लेने के लिए संबंध में सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।

: ओरण गोचर की जमीन किसी कंपनी को आवंटित है तो ग्रामीणों की रूबरू टीम गठित कर सर्वे करवाया जाकर अन्यत्र शिफ्ट करने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा।

: ओरण गोचर पर हुए कब्जों को सख्ती से हटाए जाने की कार्रवाई की जाएगी।

: मूलना में कंपनी द्वारा ग्रामीणों के विरुद्ध दर्ज मुकदमों का निष्पक्ष अनुसंधान करवाया जाएगा। मोहनगढ़ थाने में दर्ज प्रकरण में भी निष्पक्ष अनुसंधान होगा।

: उपनिवेशन क्षेत्र में ओरण गोचर की जमीन पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए उपनिवेशन विभाग को लिखा जाएगा और पुलिस जाब्ता भी उपलब्ध करवाया जाएगा।

: विशेष आवंटन पर रोक के संबंध में आयुक्त उपनिवेशन को प्रस्ताव भेजा जाएगा और निर्णय के लिए राज्य सरकार को भिजवाने की कार्रवाई की जाएगी।

: बारानी भूमि आवंटन पर रोक के मामले में शिथिलता देने के लिए राज्य सरकार से निवेदन किया जाएगा।

: जैसलमेर. ओरण गौचर बचाओ धरने में उपस्थित देवीसिंह भाटी, नरपतसिंह राजवी व अन्य।

:जैसलमेर. ओरण गोचर बचाओं समिति के धरने में उमड़े ग्रामीण।

बीकानेर व कोलायत से आए लोग

कोलायत विधायक के नेतृत्व में जैसलमेर दिया जा रहा धरना उनकी प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था। वे स्वयं पिछले छह दिन से धरने पर बैठे थे। बुधवार को महापड़ाव को सफल बनाने के लिए बीकानेर, कोलायत, बज्जू व बाप से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। सुबह से ही बाहर से आने वालों का सिलसला शुरू हो गया जो दोपहर तक चलता रहा। वहीं बीकानेर से भाजपा के पूर्व पदाधिकारी भी धरने में शामिल हुए।

महापड़ाव में सांग सिंह भी हुए शामिल

पिछले छह दिनों से दिए जा रहे धरने में सांग सिंह भाटी के शामिल नहीं होने को लेकर चर्चाएं चल रही थी। गौरतलब है कि इसी मुद्दे पर पिछले लम्बे समय से पूर्व विधायक सांग सिंह भाटी संघर्षरत थे। इतने दिन तक वे धरने में शामिल नहीं हुए मगर बुधवार को महापड़ाव में सांग सिंह भाटी दिखाई दिए और धरनार्थियों को संबोधित भी किया। भाटी ने इस संबंध में बताया कि वे अपने निजी कार्य से जिले से बाहर गए हुए थे। इसके अलावा धरने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता नरपतसिंह राजवी, विधायक छोटू सिंह भाटी, तारातरा मठ के प्रतापपुरी महाराज, बीकानेर के पूर्व जिलाध्यक्ष रामकिशन आचार्य, अजयपालसिंह, डॉ. अर्जुनसिंह भाटी, पोकरण ठाकुर नागेन्द्रसिंह, प्रधान लक्ष्मी कंवर, भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष पूरणसिंह, विक्रमसिंह नाचना, पूर्व प्रधान चुतराराम, हाथीसिंह मूलाना, विमला वैष्णव, जुगत सिंह रावतरी सहित कई लोग मौजूद थे।

राजवी का आना बना चर्चा का विषय

जानकार सूत्रों के अनुसार कोलायत विधायक देवीसिंह भाटी व नरपतसिंह राजवी के बीच संबंध अच्छे नहीं रहे हैं। पिछले कई वर्षो से दोनों नेताओं के बीच मनमुटाव रहा है। मगर बुधवार के देवीसिंह भाटी के नेतृत्व वाले महापड़ाव में नरपतसिंह राजवी पहुंचे और अपना पूरा समर्थन दिया। राजवी ने मंच भी साझा किया तथा उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर ओरण गोचर को बचाने की अपील भी। राजवी व देवीसिंह भाटी का एक मंच आना भी चर्चा का विषय रहा।

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