शुक्रवार, 6 सितंबर 2013

जोशी राजस्थान ब्राहमण महासभा के युवा प्रभारी मनोनीत

जोशी राजस्थान ब्राहमण महासभा के युवा प्रभारी मनोनीत



बाड़मेंरराजस्थान ब्राहमण महासभा के संभाग प्रभारी एवं प्रदेष संगठन मंत्री मदनलाल शर्मा ने प्रदेष उपाध्यक्ष घेवरचंद सारस्वत, जोधपुर जिलाध्यक्ष कमल जोषी एवं संभाग के प्रमुख व्यक्तियों से विचार-विमर्ष कर रमेष जोषी को राजस्थान ब्राहमण महासभा में बाड़मेंर युवा प्रभारी मनोनीत किया गया है। मदनलाल शर्मा ने बताया कि जोशी की ब्राहमण समाज के कई कार्यो में निष्ठा से काम किया है और ब्राहमण के कई कार्यो में इन्होने महत्वपूर्ण जिम्मा निभाया है। अब तक कई सामाजिक कार्यो में इनके कार्य और लग्न को देखते हुए राजस्थान ब्राहमण महासभा ने ने इन्हें नई जिम्मेदारी सौपते हुए बाड़मेंर जिले का युवा प्रभारी मनोनीत किया गया।
जोषी के राजस्थान ब्राहमण महासभा के बाड़मेर जिला प्रभारी मनोनीत होने पर ओमप्रकाष राणेजा, राजेन्द्रप्रसाद राणेजा, केवलचंद पंचारिया, बाबुलाल सुरतानिया, किषनलाल, योगेष शर्मा, एडवोकेट रमेष गौड़, भरत शर्मा, विजय कांगला सहित सैकड़ो ब्राहमण समाजजनों ने बधाई दी।

तस्वीरे। . यादें। … 1965 में भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान द्वारा गिराये 'बम' भी देवी के चरणों में नतमस्तक होकर नहीं फटे


तस्वीरे। . यादें। … 1965 में भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान द्वारा 


गिराये 'बम' भी देवी के चरणों में नतमस्तक होकर नहीं फटे













राजस्थान की धरती पर अनेक सांस्कृतिक रंग पग-पग पर नजर आते हैं। वीर सपूतों की इस धरती पर धर्म और अध्यात्म के भी कई रंग दिखाई देते हैं। कहीं बुलट वाले बाबा की पूजा होती है तो कहीं तलवारों के साये में मां की आरती की जाती है। आज हम एक ऐसे मंदिर के बारे में बता रहे हैं, जिसने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

1947 में भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजादी तो मिली, लेकिन साथ में बंटवारे का दर्द भी मिला। बंटवारा होते ही पाकिस्तान ने भारत पर अपने बुरी नजरें गड़ा दी। बंटवारे के तुरंत बाद ही कश्मीर में घुसपैठ हुई। पाकिस्तान को बुरी तरह हार मिली। लेकिन पाकिस्तान के नापाक इरादे खत्म नहीं हुए।1965 में उसने दोबारा भारत पर हमला किया।

इस युद्ध में भी भारत को जीत मिली। इस युद्ध के दौरान हुई एक घटना ने साबित किया कि मां के द्वार पर भक्तों को रक्षा खुद मां करती हैं। जैसलमेर से करीब 130 किमी दूर यह मंदिर यहां के निवासियों के लिए हमेशा से पूजनीय रहा है, परंतु 1965 को भारत-पाक युद्ध के दौरान जो चमत्कार देवी ने दिखाए, उसके बाद तो भारतीय सैनिकों और सीमा सुरक्षा बल के जवानों की श्रद्धा का विशेष केंद्र बन गई.


सितंबर 1965 में पाकिस्तान ने अचानक भारत पर हमला कर दिया। इस हमले के लिए भारत तैयार नहीं था। उसे शुरुआत में भारी नुकसान हुआ। राजस्थान के जैसलमेर बार्डर पर भी भीषण युद्ध चल रहा था। पाकिस्तानी सेना ने तनोट पर आक्रमण से पहले पूर्व में किशनगढ़ से 74 किमी दूर बुइली तक पश्चिम में साधेवाला से शाहगढ़ और उत्तर में अछरी टीबा से 6 किमी दूर तक कब्जा कर लिया था। तनोट तीन दिशाओं से घिरा हुआ था।


यदि श‍‍त्रु तनोट पर कब्जा कर लेता तो वह रामगढ़ से लेकर शाहगढ़ तक के इलाके पर अपना दावा कर सकता था। अत: तनोट पर अधिकार जमाना दोनों सेनाओं के लिए महत्वपूर्ण बन गया था। भारतीय सैनिक तीन ओर से घिरे हुए पूरी हिम्मत के साथ दुश्मनों का सामना कर रहे थे। दुश्मन की तोपें आग उगल रही थीं। मेजर जय सिंह के कमांड में 13 ग्रेनेडियर की एक कंपनी और सीमा सुरक्षा बल की दो कंपनियां दुश्मन की पूरी ब्रिगेड का सामना कर रही थी।


शत्रु ने जैसलमेर से तनोट जाने वाले मार्ग को घंटाली देवी के मंदिर के समीप एंटी पर्सनल और एंटी टैंक माइन्स लगाकर सप्लाई चेन को काट दिया था। इसके बाद शुरू हुई तनोट माता मंदिर को ध्वस्त करने के लिए बारूद की बारिश।
पाकिस्तानी सेना ने मंदिर के आसपास के क्षेत्र में करीब 3 हजार गोले बरसाये, पंरतु अधिकांश गोले अपने निर्धारित स्थान पर नहीं गिरे। अकेले मंदिर को निशाना बनाकर करीब 450 गोले दागे गए, परंतु चमत्कारी रूप से एक भी गोला अपने निशाने पर नहीं लगा और मंदिर परिसर में गिरे गोलों में से एक भी नहीं फटा। ये गोले आज भी मंदिर परिसर में रखे हुए हैं।


ये चमत्कार देखने के बाद भारतीय सेना के जवान अभिभूत हो गए और दोगुने उत्साह के साथ लड़ना शुरू किया। कम संख्या में होने के बाद भी दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए। पाकिस्तानी सेना के पैर उखड़ गए। उसे भागने के लिए मजबूर होना पड़ा।


कहते हैं कि सैनिकों को माता ने स्वप्न में आकर कहा था कि जब तक तुम मेरे मंदिर के परिसर में हो, मैं तुम्हारी रक्षा करूंगी। 1965 के युद्ध के बाद सीमा सुरक्षा बल ने यहां अपनी चौकी स्थापित कर इस मंदिर की पूजा-अर्चना व व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली। वर्तमान में मंदिर का प्रबंधन और संचालन सीमा सुरक्षा बल के एक ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है। मंदिर में एक छोटा संग्रहालय भी है, जहां पाकिस्तान सेना द्वारा मंदिर परिसर में गिराए गए वे बम रखे हैं जो नहीं फटे थे।

गुरुवार, 5 सितंबर 2013

देश की पहली महिला मुख्य सूचना आयुक्त बनीं दीपक संधू



केंद्र में गत चार वर्षों से सूचना आयुक्त पद पर रहने वाली दीपक संधू गुरुवार को देश की पहली मुख्य सूचना आयुक्त बन गईं।

दीपक संधू बनीं पहली महिला मुख्य सूचना आयुक्त

1971 बैच की भारतीय सूचना सेवा की पूर्व अधिकारी संधू को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में पद की शपथ दिलायी। इस कार्यक्रम में उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी सहित अन्य व्यक्ति मौजूद थे।



संधू कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुकी हैं जिसमें पीआईबी की प्रधान महानिदेशक, मीडिया एवं संचार, डीडी :न्यूज: की महानिदेशक और 2009 में सूचना आयुक्त बनने से पहले ऑल इंडिया रेडियो, न्यूज की महानिदेशक रह चुकी हैं।



वे कान, बर्लिन, वेनिस और तोक्यो में अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों, रूस के ग्लेनक्षीक और साइप्रस में आतंकवाद एवं इलेक्ट्रानिक मास मीडिया पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के अलावा अटलांटा, अमेरिका एवं बीजिंग में समाचार प्रमुखों के सम्मेलन में देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। संधू ने पीटीआई से कहा कि 2005 में शुरू हुई आरटीआई की यात्रा सिर्फ एक शुरुआत भर है और वह इसमें विभिन्न साक्षेदारों को शामिल करके इसे आगे ले जाना चाहती हैं।

शिक्षिका ने मारा आंख पर डंडा, बाद में पछताई

शिक्षिका ने मारा आंख पर डंडा, बाद में पछताईभीलवाड़ा. केन्द्र सरकार और विभिन्न आयोगों की सख्ती के बावजूद स्कूलों में विद्यार्थियों को शारीरिक दंड देने का सिलसिला नहीं रूक रहा है। 
शिक्षक दिवस के दिन गुरूवार को भीलवाड़ा के एक सरकारी स्कूल में ऎसा ही वाकया सामने आया, जब गुस्साई शिक्षिका ने एक छात्र की डंडे से पिटाई कर दी। पिटाई में छात्र कैलाश शर्मा के आंख पर गंभीर चोट आई है।

यह घटना शहर के नाडी मोहल्ला राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में हुई। शिक्षिका नीता कोठारी ने सातवीं कक्षा के विद्यार्थी कैलाश की पिटाई कर दी। कैलाश की आंख के नीचे चोट आने से खून बहने लगा।

हालांकि इसके बाद स्वयं शिक्षिका छात्र की हालत को देख कर घबरा गई और रोने लगी। कोठारी का कहना है कि मुझसे गलती हो गई। ऎसा जानबूझकर नहीं किया। दो बच्चे शैतानी कर रहे थे। एक को डंडा दिखा रही थी और कैलाश बीच में आ गया। इससे उसे चोट लग गई।

बाद में घायल छात्र को अन्य शिक्षकों ने अस्पताल पहुंचाया और उपचार कराया।

डीईओ कार्यालय में की शिकायत
घटना की जानकारी मिलने पर कैलाश की मां गीता शर्मा ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहंुचकर उप जिला शिक्षा अधिकारी शारदा मिश्रा से कार्रवाई की मांग की।

गीता ने बताया कि इस चोट से उसके पुत्र की आंख भी जा सकती है। इधर, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक ) अशोक पारीक ने कहा है कि विद्यालय में बच्चे की पिटाई की जानकारी मिली है।

सभी पक्षों के बयान लेने के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।

बोनी कपूर को अंडरवर्ल्र्ड से मिली जान से मारने की धमकियां

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता बोनी कपूर को अंडरवर्ल्र्ड से धमकी मिली है। बोनी कपूर को फोन पर अज्ञात व्यक्ति ने धमकी दी।बोनी कपूर को अंडरवर्ल्र्ड से मिली जान से मारने की धमकियां

पुलिस के अनुसार धमकी देने वाले व्यक्ति के अंडरवर्ल्र्ड डॉन रवि पुजारा गिरोह से जुड़े होने की आशंका है। पुलिस के अनुसार कॉल करने वाले ने बोनी कपूर को जान से मारने की धमकी दी। उसने बोनी से कहा, तुम्हारे कारण मेरे दो आदमी जेल में हैं और अब मैं तुमसे बदला लेना चहाता हूं। उसने बोनी कपूर को कथित रूप से गोली मारने की धमकी दी।


पुलिस के अनुसार बोनी को पिछले दो दिनों में फोन पर व मैसेज के जरिए धमकियां दी गई। हालांकि धमकाने वाले ने किसी तरह की कोई मांग नहीं रखी। मुंबई में अंधेरी की मैगनम सोसायटी स्थित बंगले में पिछले साल फरवरी में चोरी हुई थी। चोर छह लाख रूपए की ज्वैलरी व कैश ले गए थे। इस संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

भारतीय लेखिका सुष्मिता बनर्जी की गोली मारकर हत्या

काबुल। अफगानिस्तान के पकतिका प्रांत में एक भारतीय लेखिका की गोली मार कर हत्या कर दी गई। इस लेखिका ने 18 साल पहले तालिबान के चंगुल से निकलने के बारे में अपना संस्मरण लिखा था।
भारतीय लेखिका सुष्मिता बनर्जी की गोली मारकर हत्या

लेखिका सुष्मिता बनर्जी (49) ने अफगानी व्यापारी से शादी की थी। सुष्मिता को उनके घर के बाहर गोली मारी गई। 1995 में चमत्कारिक रूप से तालिबान के चंगुल से निकलने के बारे में लिखी गई पुस्तक भारत में बेस्ट सेलर बन गई थी। इस पर बालीवुड में 2003 में एक फिल्म भी बनी थी। सुष्मिता पति के साथ रहने के लिए हाल ही अफगानिस्तान लौट आई थीं।


सुष्मिता को उनके वृतांत "अ काबुलीवालाज बेंगाली वाइफ" के कारण भारत में ख्याति मिली। इसमें उन्होंने अपने पति जांबाज खान के साथ अफगानिस्तान में अपनी जिंदगी तथा तालिबान के चंगुल से निकलने के बारे में लिखा।


इस पर बॉलीवुड फिल्म "एस्केप फ्रॉम तालिबान" भी बनी। इसमें मनीषा कोइराला ने मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म में तालिबान को चुनौती देने वाली एक महिला के बारे में बताया गया।

खेल स्नेह- सद्भावना के प्रतीक - गफूर अहमद

खेल स्नेह- सद्भावना के प्रतीक - गफूर अहमद
सनावड़ा वृत की खेलकूद प्रतियोगिता का रगांरग समापन
बाड़मेर :- बाछड़ाऊ 5 सितम्बर 2013, बाड़मेर पंचायत समिति के सनावड़ा वृत की 22 वीं वृत स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का समापन समारोह राउप्रावि. गेनाराम की ढ़ाणी बाछड़ाऊ मे श्रम सलाहकार बोर्ड अध्यक्ष- गफ ूर अहमद के मुख्य आतिथ्य और पूर्व प्रधान मुलाराम बेनिवाल की अध्यक्षता में हुआ। प्रतियोगिता के आयोजन सचिव भैराराम बेनिवाल ने बताया कि तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता में सनावड़ा वृत से 23 विद्यालयों की टीमों ने भाग लिया, जिनमें ध्वजारोहण के साथ संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि गफूर अहमद ने खेलो से स्नेह सदभावना बढऩे की बात कहि और विद्यार्थियों-खिलाडियों से जीवन पर्यन्त खेलो से जुडे रहने का आहवान किया, वही पर्यवेक्षक रावताराम चौधरी ने तीन दिवसीय प्रतियोगिता के परिणम जारी करते हुए कबड्डी छात्र में राप्रावि. बाछड़ाऊ और छात्रा वर्ग में गेनाराम की ढ़ाणी, खोखो में छात्र छात्रा वर्ग में राप्रावि. ब्राम्हणो की ढ़ाणी और जिमनास्टिक में राप्रावि. गेनाराम की ढ़ाणी के प्रथम स्थान पर रहकर खिताब जीत अर्जित करने की जानकारी दी । इस अवसर पर आयोजन समिति से जुडें़ शिक्षक महेश व्यास, पुराराम, चौखाराम, मुकनाराम, गोकुल मीणा, कमला गुप्ता, मन्जू मैसाराम उपस्थित रहे।

बाड़मेर जनता ने किया ओवरब्रिज का लोकार्पण कोंग्रेस की फजीहत


बाड़मेर जनता ने किया ओवरब्रिज का लोकार्पण कोंग्रेस की फजीहत 


जनता ने किया 23 करोड़ का रुपये की लागत से ओवरब्रिज का उद्घाटन तो प्रशासन और नेताओ मे मचा हड़कंप ओवरब्रिज पर पुलिस बल तैनात


-बाड़मेर शहर मे गुरुवार को ओवरब्रिज को लेकर चल रहे उद्घाटन विवाद उस समय बढ गया जब अचानक भाजपा के स्थानीय नेता अपने समर्थको के साथ करोड़ो रुपये की लागत से बने ओवरब्रिज का उद्घाटन कर दिया इसके बाद विवाद बढ गया देखते ही देखते तमाशा खड़ा हो गया और पुलिस बल के साथ प्रशासन और पुलिस के अधिकारी पहुंच गये तो भाजपा के स्थानीय नेता व समर्थको और पुलिस के बीच हल्की झड़प हो गयी। गौरतलब है की पिछले लंबे समय से लोगो का कहना था की ओवरब्रिज का उद्घाटन हो या ना हो लेकिन इसे यातायात के लिए खोल देना चाहिए।
एकमात्र फाटक पर बाड़मेर शहर की दो लाख जनता बार-बार परेशान होती है ऐसे मे आमजन के हित मे ओवरब्रिज को यातायात के लिए खोला जाये इस तरह की मांग पिछले करीब एक सफ्ताह से हो रही थी ताकि तीन साल से जाम मे परेशान हो रही जनता को यातायात मे सहूलित मिल सके नेहरु नगर फाटक पर बार बार लग रहे जाम से निजात दिलाने के लिए 23 करोड़ रुये की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण 2011 मे शुरु किया। मजदुर नेता लक्ष्मण वडेरा ने बताया की ओवरब्रिज का निर्माण पूरा है जनता दिनभर फाटक पर जाम मे बेवजह परेशान हो रही है। लंबे इंतजार के बाद जब ओवरब्रिज तैयार हुआ है तो उसे यातायात के लिए नही खोला जाने से जनता मे जबरदस्त आक्रोश है इसलिए आज जनता ने ही उद्घाटन कर दिया है तीन साल से चल रहे ओवरब्रिजका निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण रुप से तैयार है लेकिन राजनैतिक दबाव के चलते यातायात के लिए खोला नही जा रहा है।
 भाजपा नेताओं व मजदुर युनियन द्वारा ऑवरब्रिज का उद्दघाटन सुनियोजित तरिके से किया गया लेकिन पुलिस व प्रशासन को कानो कान खबर तक नही लगी उद्दघाटन के बाद दुसरेछोर पर पहुंचे उद्दघाटनकर्ताओ द्वारा जबरन बैरिकेट हटाने को लेकर पुलिस व नेताओ के बिच हल्की झड़प हो गई इसके बाद मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया ब्रिज के दोनो और रास्ते को बंद कर दिया इसके विरोध में मजदुर ब्रिज के उपर धरने पर बैठ गये काफी देर तक चले इस घटनाक्रम के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे ओड़ समझाइस कर अवरोधक हटाकर धरने को उठाया गया वही पुलिस ने इस मामले को गंभिरता से लेते हुए कहा है की अगर इस मामले में रिपोर्ट मिलेगी तो उद्दघाटनकर्ताओ के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएग
रिफाइनरी का स्थान लीलाला से स्थानांतरित किये जाने के बाद अब संघर्ष समिति की और से बाड़मेर मे ओवरब्रिज के उद्घाटन को लेकर भारी विरोध किया जा रहा है संघर्ष समिति का विरोध है की मुख्यमंत्री गहलोत रिफाइनरी की लीलाला मे घोषणा किये बगैर ओवरब्रिज का उद्घाटन करेंगे तो उन्हे काले झण्डे दिखाकर विरोध किया जायेगा। इसको लेकर हाल ही मे रिफाइनरी को लेकर जयपुर मे वार्ता भी की जानी थी 2 सितबंर को मुख्यमंत्री पोकरण दौरे पर थे इस दोरान भी बाड़मेर मे ओवरब्रिज का उद्घाटन किया जा सकता था लेकिन ऐसा हुआ नही।


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खुले विचारों की कीमत दस लाख रूपए!

जयपुर। खुले विचारों के कारण परिवार जनों से झगड़ा होने पर लड़की ने घर छोड़ दिया। रास्ते में लड़का मिला उसने दोस्ती कर हमदर्दी जताई। लड़की को सहारा मिला। लेकिन लड़के ने लड़की के घरवालों से फिरौती मांग ली। कहानी फिल्मी लगती है लेकिन ये राजधानी की असल वारदात है। मामला मानसरोवर थाने का है। पुलिस ने फिरौती मांगने वाले किशोर को गिरफ्तार कर लिया है।खुले विचारों की कीमत दस लाख रूपए!
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गत मंगलवार को प्रेम नगर निवासी 20 वष्ाीüय युवती घर से बिना बताए चली गई। रातभर परिजनों ने उसका इंतजार किया, लेकिन वह नहीं लौटी। बुधवार सुबह युवती के पिता के पास फोन आया और बेटी की एवज में उनसे दस लाख रूपए की फिरौती की मांगी गई। फिरौती मांगने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रेस कर युवती और फिरौती मांगने वाले किशोर को गौरव टावर के पास से दबोच लिया। मानसरोवर थाना इंस्पेक्टर मुकेश चौधरी ने बताया कि युवती पढ़ाई के साथ डांस सिखाती थी। युवती खुले विचारों की है, जिसके कारण उसका परिजनों से अक्सर झगड़ा होता था। इसी कारण उसने घर छोड़ने का निर्णय लिया था।

पार्क में गुजारी रात
युवती ने बताया कि घर छोड़ने के बाद उसने रात एक पार्क में गुजारी। सुबह वह आरोपी युवक से मिली थी। उसे दोस्त के फिरौती मांगने के बारे में जानकारी नहीं थी। आईओ जिले सिंह ने बताया कि प्रेम नगर द्वितीय निवासी 17 वष्ाीüय किशोर को मामले में पकड़ा है। आरोपी युवती के पास में ही रहता था और दोनों की अच्छी जान पहचान थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि घर छोड़ने के बाद से ही युवती का आरोपी से संपर्क था। बुधवार सुबह आरोपी युवती से मालवीय नगर में मिला।

आसाराम के कृत्य से खफा बाबा ने काट लिया अपना गुप्तांग

लखनऊ। धार्मिक गुरू आसाराम बापू द्वारा एक नाबालिग लड़की के कथित यौन शोषण से व्यथित एक संत ने उत्तरप्रदेश के अमेठी में अपना गुप्तांग काट दिया।आसाराम के कृत्य से खफा बाबा ने काट लिया अपना गुप्तांग

बाबा प्रेमदास (60) को बुधवार को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाबा की हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस के अनुसार यह घटना अमेठी के माधोपुर गांव की है। पुलिस ने हालांकि यह नहीं बताया कि बाबा ने ऎसा किस कारण से किया। एक जांच अधिकारी ने कहा, इस घटना को लेकर कई कहानियां हैं।


कुछ लोग कह रहे हैं कि ऎसा आसाराम के कृत्य के विरोध में किया गया है। वहीं कुछ का कहना है कि बाबा को भय था कि उन्हें भी ऎसे मामले में फंसाया जा सकता है। डाक्टरों ने बाबा को प्लास्टिक सर्जरी के लिए सुल्तानपुर रैफर कर दिया है।

भावी पीढी के निर्माता हैं शिक्षक - राज्यपाल

राज्यपाल श्रीमती मार्ग्रेट आल्वा ने कहा है कि शिक्षक भावी पीढी के निर्माता हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों की सोच और उनके चरित्र् का निर्माण शिक्षकों के हाथों में होता है। राज्यपाल ने शिक्षकों का आव्हान किया कि शिक्षा बच्चों के जीवन भर काम आती है, इसलिए वे अपने दायित्वों को जिम्मेदारी से निभाये और देश को दुनिया की नजरों में ऊंचा बनाये रखने में अपना योगदान दें।
राज्यपाल श्रीमती आल्वा गुरूवार को यहां बिडला सभागार में शिक्षक दिवस पर आयोजित राज्यस्तरीय समारोह को सम्बोधित कर रहीं थीं। उन्होंने माँ सरस्वती और स्व.डॉ. राधाकृष्णन के चित्र् पर पुष्प अर्पित किये और दीप प्रज्ज्वलन कर समारोह का शुभारम्भ किया।


राज्यपाल ने कहा कि यह देश हम सभी का है। हम सब एक है। उन्होंने कहा कि हमारे बीच में भेदभाव नहीं होना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षक अपने कर्त्तव्यों के लिए प्रतिबद्व रहें। उन्होंने कहा कि समाज के भविष्य बच्चों की सोच को निर्माण करने की बहुत बडी जिम्मेदारी का कार्य शिक्षकों द्वारा किया जाता है। श्रीमती आल्वा ने कहा कि शिक्षकों के बिना शिक्षा प्रदान करना संभव नही है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का कार्य मात्र् नौकरी नही हैं बल्कि यह एक मिशन है।
श्रीमती आल्वा ने कहा कि शिक्षक बच्चों को प्यार से पढायें और उनके सवालों का धैर्य पूर्वक जबाब दें। राज्यपाल ने कहा कि समाज का दायित्व है कि शिक्षकों को पूरा सम्मान दें। राज्यपाल ने प्रदेश में चल रही योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि अभी भी इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किये जाने की जरूरत है।


समारोह में शिक्षा मंत्री श्री बृज किशोर शर्मा ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र् में उत्तरोतर विकास हो रहा है। बालिका शिक्षा के लिए अग्रणी कदम उठाये जा रहे हैं। श्री शर्मा ने प्रदेश में चल रही शिक्षा की योजनाओं को विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षा से ही उन्नति संभव है। उन्होंने समाज में शिक्षकों के योगदान को प्रेरणादायी बताया है।
कार्यक्रम में शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती नसीम अख्तर ने कहा कि बच्चों में मानवीय गुणों का समावेश ही उन्नति का आधार है। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे अपने कार्य कौशल से शिक्षा की ज्योति को बनाये रखें। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रोफेसर पी.एस. वर्मा ने कहा कि शिक्षक स्वंय सदैव अध्ययनरत रहें और अपने विद्यार्थियों का निष्पक्ष मूल्यांकन करें। उन्होंने शिक्षा को सम्मानजनक व्यवसाय के साथ जीवन दर्शन बताया।
प्रारम्भ में प्रमुख शासन सचिव, विद्यालय शिक्षा, श्रीमती बीनू गुप्ता ने अपने स्वागत उद्बोधन में कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। विद्यालय शिक्षा के सचिव श्री प्रवीण गुप्ता ने आभार ज्ञापित किया।
समारोह में राज्यपाल ने शिक्षकों को प्रशस्ती पत्र् भेंट कर सम्मानित किया। शिक्षा मंत्री श्री शर्मा ने शिक्षकों को स्मृति चिन्ह भेंट किये और शिक्षा राज्य मंत्री श्रीमती अख्तर ने शिक्षकों को शॉल ओढाकर सम्मानित किया।






`आसाराम के छिंदवाड़ा गुरुकुल की हॉस्‍टल वॉर्डन के साथ थे शारीरिक संबंध`

जोधपुर : यौन उत्पीड़न मामले में फंसे आसाराम बापू के नजदीकी सहयोगी शिवा के सनसनीखेज खुलासे से इस आध्‍यात्मिक गुरु की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। आसाराम का सेवादार शिवा ने अब खुलासा किया है कि इस स्‍वयंभू गॉडमैन (आसाराम) के मध्‍य प्रदेश के छिंदवाड़ा गुरुकुल की हॉस्‍टल वॉर्डन शिल्‍पी के साथ शारीरिक संबंध थे। `आसाराम के छिंदवाड़ा गुरुकुल की हॉस्‍टल वॉर्डन के साथ थे शारीरिक संबंध`
16 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार आसाराम बापू इस समय न्‍यायिक हिरासत में हैं।

एक अखबार की रिपोर्ट अनुसार, शिवा ने खुलासा किया है कि आसाराम बापू ने कथित तौर पर शिल्‍पी को दो फ्लैट गिफ्ट किए। जिसमें से एक दिल्‍ली में है और दूसरा अहमदाबाद में है। शिवा इस समय जोधपुर पुलिस की हिरासत में है और उसने जांचकर्ताओं को बताया कि शिल्‍पी नियमित तौर पर आसाराम बापू के पास कई महिलाओं और लड़कियों को भेजती थी। शिवा ने यह भी कहा है कि अपनी ध्‍यान कुटिया में हीलिंग के बहाने आसाराम बापू महिलाओं से अकेले में मिला करते थे।

आसाराम के खिलाफ रेप केस को लेकर सहयोगी शिवा ने पुलिस से कहा है कि शिल्‍पी और एक अन्‍य हॉस्‍टल सहायक केशव ने नाबालिग लड़की के माता पिता को इस बात को लेकर धमकाया था कि वह (नाबालिग लड़की) बुरी आत्‍माओं के घेरे में है और उसे आसाराम के पास कुछ रीति अनुष्‍ठान के लिए ले जाया जाना चाहिए। शिवा उस समय उस कमरे के बाहर था, जिसमें उक्‍त लड़की को यौन शोषण किया गया। इस समय शिल्‍पी फरार है।

गौर हो कि बीते 15 अगस्‍त को 16 साल की इस नाबालिग लड़की ने आरोप लगाया कि जोधपुर सिटी के बाहर आसाराम के आश्रम में उसका यौन शोषण किया गया और उसने 20 अगस्‍त को इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाया। हालांकि, आसाराम ने इस केस से इनकार किया है।

उधर, जोधपुर की अदालत ने आसाराम के नजदीकी सहयोगी शिवा को बुधवार को तीन दिन की हिरासत में पुलिस को सौंपा। शिवा गत शनिवार को जोधपुर पुलिस के समक्ष पेश हुआ था और उसने जांच में सहयोग का भरोसा दिया था। इस बीच पुलिस ने दावा किया कि शिवा ने पूछताछ के दौरान आसाराम के बारे में कई बातों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि शिवा इस मामले की जांच में मुख्य कड़ी है। वह आसाराम के खिलाफ मामले को मजबूती प्रदान करने में सहायक होगा। पुलिस ने दावा किया है कि शिवा ने उसे बताया कि लड़की आसाराम की सहमति के बाद उनसे मिलने के लिए आश्रम आई थी। पुलिस ने बताया कि शिवा ने बताया कि लड़की को गुरकुल के प्राधिकारियों ने ‘उसे बुरी आत्माओं से मुक्त करने के लिए’ उनसे बातचीत के बाद भेजा था। इस बीच पुलिस ने दो अन्य आरोपियों शिल्पी (छिंदवाड़ा गुरुकुल की वार्डन) और शरद चंद्र (गुरुकुल का केयरटेकर) की गिरफ्तारी के लिए टीमें रवाना की हैं।

ध्यान कुटीर में अपने महिला भक्तों की अश्लील सीडी बनाकर ब्लैकमेल करते थे आसाराम?

जोधपुर: नाबालिग से रेप कांड में गिरफ्तार आध्यात्मिक संत आसाराम बापू के बारे में नया खुलासा हुआ है। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि आसाराम बापू अपने महिला भक्तों की अश्लील सीडी बनाकर उन्हें ब्लैकमैल किया करते थे। कहा जा रहा है कि आसाराम ध्यान की कुटिया में महिला भक्तों की सीडी बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करते थे। ध्यान कुटीर में अपने महिला भक्तों की अश्लील सीडी बनाकर ब्लैकमेल करते थे आसाराम?
खबरों के मुताबिक आसाराम की एक गुप्त सीडी का खुलासा हुआ है। पुलिस की गिरफ्त में शिवा ने पुलिस को बताया कि इस सीडी में आसाराम द्वारा आश्रम में किए जाने वाले काले कारनामे दर्ज है। सीडी की बरामदगी के लिए पुलिस ने शिवा को तीन दिन की रिमांड पर और लिया है।

इससे पहले आसाराम का सेवादार शिवा ने खुलासा किया था कि स्‍वयंभू गॉडमैन (आसाराम) के मध्‍य प्रदेश के छिंदवाड़ा गुरुकुल की हॉस्‍टल वॉर्डन शिल्‍पी के साथ शारीरिक संबंध थे। एक अखबार की रिपोर्ट अनुसार, शिवा ने खुलासा किया है कि आसाराम बापू ने कथित तौर पर शिल्‍पी को दो फ्लैट गिफ्ट किए जिसमें से एक दिल्‍ली में है और दूसरा अहमदाबाद में है।

शिवा इस समय जोधपुर पुलिस की हिरासत में है और उसने जांचकर्ताओं को बताया कि शिल्‍पी नियमित तौर पर आसाराम बापू के पास कई महिलाओं और लड़कियों को भेजती थी। शिवा ने यह भी कहा है कि अपनी ध्‍यान कुटिया में हीलिंग के बहाने आसाराम बापू महिलाओं से अकेले में मिला करते थे। 16 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार आसाराम बापू इस समय न्‍यायिक हिरासत में हैं।

प्रधानमंत्री बनने का सपना नहीं, गुजरात की सेवा करूंगा: मोदी



नरेन्द्र मोदी कहा कि वह प्रधानमंत्री के सपने नहीं देख रहे हैं और 2017 तक राज्य की सेवा करना चाहते हैं। उनके इस वक्तव्य को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित करने में देरी पर नाखुशी के तौर पर देखा जा रहा है।
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मोदी ने कहा कि मैंने इस तरह के सपने कभी नहीं देखें, ना ही मैं इस तरह का सपना देखना जा रहा हूं। गुजरात की जनता ने मुझे 2017 तक अपनी सेवा करने का जनादेश दिया है और मुझे यह पूरी ताकत के साथ करना है।



उनकी टिप्पणी खासा मायने रखती है क्योंकि उन्हें औपचारिक तौर पर प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने में हो रही देरी को लेकर इसे उनकी नाखुशी के प्रदर्शन के तौर पर देखा जा सकता है।



भाजपा के चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख मोदी ने छात्रों के साथ मुलाकात के दौरान कहा, जो कुछ बनने का सपना देखते हैं, वे अंत में खुद को तबाह कर लेते हैं। किसी को कुछ बनने का सपना नहीं देखना चाहिए, बल्कि कुछ करने का सपना देखना चाहिए।



मोदी एक छात्र के इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या वह प्रधानमंत्री बनने के बाद 2014 में उनसे बात करने आएंगे। गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा था कि पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के मुददे पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए क्योंकि ऐसा करना हिट विकेट के समान होगा और आगामी आम चुनाव हारने का पार्टी के लिए एकमात्र संभावित कारण बन सकता है।



राज्य सभा में विपक्ष के नेता जेटली ने कहा कि संसदीय चुनाव कभी कभी राष्ट्रपति चुनाव जैसे हो जाते हैं, खासतौर पर उस वक्त जब नेता को काफी लोकप्रियता प्राप्त हो। ऐसा अटल बिहारी वाजपेयी, इंदिरा गांधी और जवाहर लाल नेहरू के समय हो चुका है।



उन्होंने कहा कि जल्द ही भाजपा अपने नेता की घोषणा कर देगी। जेटली ने कहा कि हमें हिट विकेट नहीं होना चाहिए। यह ऐसा परिदृश्य है जहां कोई भी गेंद डालकर आपको आउट नहीं कर सकता, बल्कि आप अपना विकेट खुद गंवाते हैं। यही एक मात्र रास्ता है जिससे होकर हम यह चुनाव गंवाने जा रहे हैं।



उन्होंने कहा कि पार्टी को नेतृत्व के मुद्दे पर कोई अनावश्यक विवाद नहीं पैदा करना चाहिए।

आसाराम के चेले शिवा के पास CD और क्लिपिंग!



नई दिल्ली। दुष्कर्म के आरोपी आसाराम की जमानत अर्जी खारिज हो गई। उन्हें 15 सितंबर तक जेल में ही रहना होगा, आसाराम के वकील अब हाई कोर्ट जाएंगे। आसाराम के चेले शिवा की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए पुलिस ने कोर्ट में कहा कि उसके पास आसाराम की सीडी और क्लिपिंग है। इनकी बरामदगी के लिए अहमदाबाद जाना पड़ेगा। इसलिए पांच दिन का रिमांड बढ़ाया जाए।


आसाराम के खिलाफ कोर्ट में दलील दी गई कि उन्होंने पीड़ित का धारा 164 में बयान दर्ज होने के बावजूद जांच में सहयोग नहीं किया।उनकी तरफ से पीड़ित और परिवार को लगातार धमकी दी जा रही है। दो दिनों तक तमाम दलीलों को सुनने के बाद डिस्ट्रिक्ट एंड सेशंस जज मनोज कुमार व्यास ने आसाराम को जमानत नहीं देने का ऐलान कर दिया।



पुलिस बार बार ये दावा कर रही है कि उसके पास पुख्ता सबूत हैं। और फिलहाल साक्ष्यों, फोन कॉल्स के अलावा उसके पास अहम गवाह और सबूत के तौर है आसाराम का खास सेवादार शिवा है। शिवा से आसाराम का हर राज उगलवाने के लिए पुलिस को तीन दिन का वक्त मिल गया, कोर्ट ने उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया। पुलिस सूत्रों का दावा है शिवा पहले ही कई बड़े खुलासे कर चुका है। सूत्रों की माने तो और शिवा के बयानों और फोन कॉल्स के डिटेल्स के आधार पर नाबालिग के यौनशोषण की पूरी साजिश का खाका खींच लिया गया है। शिवा हर वक्त आसाराम के साथ ही रहता है। और पुलिस सूत्रों की माने तो वो ये बता चुका है कि आसाराम महिलाओं से अकेले में मिलते हैं।



सरकारी वकील आनंद पुरोहित के मुताबिक शिवा ने जो पुलिस को बयान दिया है उसमें कहा गया है कि पीड़िता को आश्रम में बुलाया गया था और शिवा का बयान हमारे लिए अहम है। वहीं आसाराम के वकील के के मनन का कहना है कि पुलिस शिवा को टॉर्चर कर रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस पूरी साजिश में आसाराम के अलावा तीन अहम किरदार और हैं।



आसाराम का विश्वासपात्र उनका रसोइया प्रकाश, दूसरा आसाराम का सेवादार शिवा और तीसरा छिंदवाड़ा आश्रम के हास्टल की वॉर्डन शिल्पी। प्रकाश और शिल्पी फरार हैं। वो कहां हैं ये कोई नहीं जानता। लेकिन पुलिस सूत्रों की माने तो प्रकाश आसाराम का इतना खासमखास है कि उनका मोबाइल वो खुद अपने पास रखता है। आसाराम से किसी को भी बात करनी होती है तो वो प्रकाश के जरिए ही बात करते थे। जोधपुर पुलिस की माने तो अगर प्रकाश मिल गया तो सारी गुत्थी सुलझ जाएगी। आसाराम बेनकाब हो जाएंगे।



मालूम हो कि 15 अगस्त यानि आरोपों के मुताबिक यौनशोषण के दिन तक प्रकाश, शिवा और शिल्पी के बीच कुल 16 बार फोन पर बात चीत हुई। पुलिस ने इस आधार पर साजिश के सिलसिले का पूरा खाका भी खींचा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सबसे पहले प्रकाश ने फोन किया शिवा को, फिर शिवा ने फोन किया शिल्पी यानि छिंदवाड़ा में मौजूद लड़कियों के हॉस्टल की वॉर्डन को। इसके बाद शिल्पी फोन करती थी नाबालिग के पिता को। पुलिस के मुताबिक जब भी नाबालिग के पिता से बात हो जाती तो शिल्पी वापस शिवा को फोन करती, और शिवा प्रकाश को फोन करता। प्रकाश इसलिए अहम है क्योंकि आसाराम का मोबाइल फोन उसी के कब्जे में रहता था।



पीड़ित के पिता के मुताबिक शिल्पी सारे राज जानती है। उसी ने हमको फोन किया था। अपनी बेटी को ले जाओ। शिल्पी ने कहा था कि बेटी बीमार है इसका इलाज कराना जरुरी है। बापू के पास ले जाओ। पुलिस को यकीन है नाबालिग साजिश का शिकार हुई है। क्योंकि जब उसका मेडिकल टेस्ट हुआ तो उसमें किसी भी तरह की बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए। उसकी मानसिक हालत भी ठीक पाई गई।



तो सवाल ये है कि अगर वो बीमार ही नहीं थी तो आसाराम इलाज किस बात का कर रहे थे। आखिर शिल्पी ने बार बार नाबालिग के परिवार को भूत के नाम पर डराया क्यों। आखिर वो बार-बार लड़की के पिता से बात करने के बाद आसाराम के खासमखास शिवा और प्रकाश तक अपनी बात क्यों पहुंचाती थी। पुलिस को प्रकाश और शिल्पी की तलाश है।