बाड़मेर जनता ने किया ओवरब्रिज का लोकार्पण कोंग्रेस की फजीहत
जनता ने किया 23 करोड़ का रुपये की लागत से ओवरब्रिज का उद्घाटन तो प्रशासन और नेताओ मे मचा हड़कंप ओवरब्रिज पर पुलिस बल तैनात
-बाड़मेर शहर मे गुरुवार को ओवरब्रिज को लेकर चल रहे उद्घाटन विवाद उस समय बढ गया जब अचानक भाजपा के स्थानीय नेता अपने समर्थको के साथ करोड़ो रुपये की लागत से बने ओवरब्रिज का उद्घाटन कर दिया इसके बाद विवाद बढ गया देखते ही देखते तमाशा खड़ा हो गया और पुलिस बल के साथ प्रशासन और पुलिस के अधिकारी पहुंच गये तो भाजपा के स्थानीय नेता व समर्थको और पुलिस के बीच हल्की झड़प हो गयी। गौरतलब है की पिछले लंबे समय से लोगो का कहना था की ओवरब्रिज का उद्घाटन हो या ना हो लेकिन इसे यातायात के लिए खोल देना चाहिए। एकमात्र फाटक पर बाड़मेर शहर की दो लाख जनता बार-बार परेशान होती है ऐसे मे आमजन के हित मे ओवरब्रिज को यातायात के लिए खोला जाये इस तरह की मांग पिछले करीब एक सफ्ताह से हो रही थी ताकि तीन साल से जाम मे परेशान हो रही जनता को यातायात मे सहूलित मिल सके नेहरु नगर फाटक पर बार बार लग रहे जाम से निजात दिलाने के लिए 23 करोड़ रुये की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण 2011 मे शुरु किया। मजदुर नेता लक्ष्मण वडेरा ने बताया की ओवरब्रिज का निर्माण पूरा है जनता दिनभर फाटक पर जाम मे बेवजह परेशान हो रही है। लंबे इंतजार के बाद जब ओवरब्रिज तैयार हुआ है तो उसे यातायात के लिए नही खोला जाने से जनता मे जबरदस्त आक्रोश है इसलिए आज जनता ने ही उद्घाटन कर दिया है तीन साल से चल रहे ओवरब्रिजका निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण रुप से तैयार है लेकिन राजनैतिक दबाव के चलते यातायात के लिए खोला नही जा रहा है। भाजपा नेताओं व मजदुर युनियन द्वारा ऑवरब्रिज का उद्दघाटन सुनियोजित तरिके से किया गया लेकिन पुलिस व प्रशासन को कानो कान खबर तक नही लगी उद्दघाटन के बाद दुसरेछोर पर पहुंचे उद्दघाटनकर्ताओ द्वारा जबरन बैरिकेट हटाने को लेकर पुलिस व नेताओ के बिच हल्की झड़प हो गई इसके बाद मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया ब्रिज के दोनो और रास्ते को बंद कर दिया इसके विरोध में मजदुर ब्रिज के उपर धरने पर बैठ गये काफी देर तक चले इस घटनाक्रम के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे ओड़ समझाइस कर अवरोधक हटाकर धरने को उठाया गया वही पुलिस ने इस मामले को गंभिरता से लेते हुए कहा है की अगर इस मामले में रिपोर्ट मिलेगी तो उद्दघाटनकर्ताओ के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएग
रिफाइनरी का स्थान लीलाला से स्थानांतरित किये जाने के बाद अब संघर्ष समिति की और से बाड़मेर मे ओवरब्रिज के उद्घाटन को लेकर भारी विरोध किया जा रहा है संघर्ष समिति का विरोध है की मुख्यमंत्री गहलोत रिफाइनरी की लीलाला मे घोषणा किये बगैर ओवरब्रिज का उद्घाटन करेंगे तो उन्हे काले झण्डे दिखाकर विरोध किया जायेगा। इसको लेकर हाल ही मे रिफाइनरी को लेकर जयपुर मे वार्ता भी की जानी थी 2 सितबंर को मुख्यमंत्री पोकरण दौरे पर थे इस दोरान भी बाड़मेर मे ओवरब्रिज का उद्घाटन किया जा सकता था लेकिन ऐसा हुआ नही।
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-बाड़मेर शहर मे गुरुवार को ओवरब्रिज को लेकर चल रहे उद्घाटन विवाद उस समय बढ गया जब अचानक भाजपा के स्थानीय नेता अपने समर्थको के साथ करोड़ो रुपये की लागत से बने ओवरब्रिज का उद्घाटन कर दिया इसके बाद विवाद बढ गया देखते ही देखते तमाशा खड़ा हो गया और पुलिस बल के साथ प्रशासन और पुलिस के अधिकारी पहुंच गये तो भाजपा के स्थानीय नेता व समर्थको और पुलिस के बीच हल्की झड़प हो गयी। गौरतलब है की पिछले लंबे समय से लोगो का कहना था की ओवरब्रिज का उद्घाटन हो या ना हो लेकिन इसे यातायात के लिए खोल देना चाहिए। एकमात्र फाटक पर बाड़मेर शहर की दो लाख जनता बार-बार परेशान होती है ऐसे मे आमजन के हित मे ओवरब्रिज को यातायात के लिए खोला जाये इस तरह की मांग पिछले करीब एक सफ्ताह से हो रही थी ताकि तीन साल से जाम मे परेशान हो रही जनता को यातायात मे सहूलित मिल सके नेहरु नगर फाटक पर बार बार लग रहे जाम से निजात दिलाने के लिए 23 करोड़ रुये की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण 2011 मे शुरु किया। मजदुर नेता लक्ष्मण वडेरा ने बताया की ओवरब्रिज का निर्माण पूरा है जनता दिनभर फाटक पर जाम मे बेवजह परेशान हो रही है। लंबे इंतजार के बाद जब ओवरब्रिज तैयार हुआ है तो उसे यातायात के लिए नही खोला जाने से जनता मे जबरदस्त आक्रोश है इसलिए आज जनता ने ही उद्घाटन कर दिया है तीन साल से चल रहे ओवरब्रिजका निर्माण का कार्य लगभग पूर्ण रुप से तैयार है लेकिन राजनैतिक दबाव के चलते यातायात के लिए खोला नही जा रहा है। भाजपा नेताओं व मजदुर युनियन द्वारा ऑवरब्रिज का उद्दघाटन सुनियोजित तरिके से किया गया लेकिन पुलिस व प्रशासन को कानो कान खबर तक नही लगी उद्दघाटन के बाद दुसरेछोर पर पहुंचे उद्दघाटनकर्ताओ द्वारा जबरन बैरिकेट हटाने को लेकर पुलिस व नेताओ के बिच हल्की झड़प हो गई इसके बाद मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया ब्रिज के दोनो और रास्ते को बंद कर दिया इसके विरोध में मजदुर ब्रिज के उपर धरने पर बैठ गये काफी देर तक चले इस घटनाक्रम के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे ओड़ समझाइस कर अवरोधक हटाकर धरने को उठाया गया वही पुलिस ने इस मामले को गंभिरता से लेते हुए कहा है की अगर इस मामले में रिपोर्ट मिलेगी तो उद्दघाटनकर्ताओ के खिलाफ कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएग
रिफाइनरी का स्थान लीलाला से स्थानांतरित किये जाने के बाद अब संघर्ष समिति की और से बाड़मेर मे ओवरब्रिज के उद्घाटन को लेकर भारी विरोध किया जा रहा है संघर्ष समिति का विरोध है की मुख्यमंत्री गहलोत रिफाइनरी की लीलाला मे घोषणा किये बगैर ओवरब्रिज का उद्घाटन करेंगे तो उन्हे काले झण्डे दिखाकर विरोध किया जायेगा। इसको लेकर हाल ही मे रिफाइनरी को लेकर जयपुर मे वार्ता भी की जानी थी 2 सितबंर को मुख्यमंत्री पोकरण दौरे पर थे इस दोरान भी बाड़मेर मे ओवरब्रिज का उद्घाटन किया जा सकता था लेकिन ऐसा हुआ नही।
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