शनिवार, 13 जुलाई 2013

तातोल गांव में बने गलत पहचान पत्र

तातोल गांव में बने गलत पहचान पत्र 

70 वर्षीय बुजुर्ग को फोटो में दिखाया जवान 

बीएलओ शिवनारायण ने गंाव के 70 वर्षीय वृद्ध के पहचान पत्र पर 22 वर्षीय युवक का फोटो चिपका दिया। इससे एक बारगी पहचान पत्र धारक गुस्सा हो गए।  

रामसीन तातोल गांव में काफी लोगों के पहचान पत्र गलत बनाए गए हैं,इसको लेकर ग्रामीण परेशान है । बीएलओ की लापरवाही के चलते जब ग्रामीणों के हाथ में नए पहचान पत्र आए तो पहचान पत्र में कई लोगों के फोटो गलत थे। नए पहचान पत्र गांव वालों के लिए मजाक बन गए हैं, बुजुर्गों के पहचान पत्र पर जवान लोगों के फोटो लगे है। 

गलत पहचान पत्र को लेकर गांववालों के सामने मुसीबत उस समय खड़ी हुई जब गंाव में आधार कार्ड के लिए लगे शिविर में ग्रामीणों ने आधार कार्ड के लिए अपना पहचान पत्र साथ लगाया तो गलत फोटो के कारण उनका आधार कार्ड नहीं बन पाया । इधर बीएलओ को जब गलती का अहसास हुआ तो वह तीन माह से अवकाश पर जाने के साथ चार्ज भी अन्य को दे दिया। ऐसे में अब ग्रामीणों को भूल सुधार के लिए भटक रहे हैं। 

बच्चों ने बनाए थे कार्ड



ग्रामीणों की मानें तो बीएलओ शिवनारायण ने सरकारी काम को गंभीरता से नहीं लिया। खुद कार्ड बनाने की जगह उसने यह कार्य स्कूली बच्चों से पूरा करवाया था। परिचय पत्र पर फोटो चिपकाने का काम स्कूली बच्चे कर रहे थे,इस कारण बच्चों ने गलत फोटो पेस्ट कर दिए।

सुधरवाए जाएंगे पहचान पत्र
॥मैने तीन माह पहले ही बीएलओ से चार्ज लिया है। मैने पहचान पत्र बांटने का कार्य किया। जिसमें 30 लोगों के पहचान पत्र पर फोटो गलत मिले। अब उन्हें फिर से सुधारने की कार्रवाई की जाएगी। -बाबूलाल धवल, बीएलओ तातोल

॥मैं तीन माह से अवकाश पर हूं, चार्ज अन्य को दे दिया है । पहचान पत्र पर फोटो गलत आए हैं इसका मुझे नहीं पता । -शिवनारायण, पूर्व बीएलओ, तातोल

॥इस तरह की कोई गड़बड़ी हुई है तो मेरी जानकारी में नहीं है,अगर ऐसा हुआ है तो मामले की जाïंच करवाई जाएगी। - संजय शर्मा, एसडीएम, जसवंतपुरा

ट्रक-ऑटो रिक्शा भिड़ंत में चार की मौत


ट्रक-ऑटो रिक्शा भिड़ंत में चार की मौत 

जालोर



शहर के बिशनगढ़ मार्ग तिराहे के पास ट्रक-ऑटो रिक्शा की आमने सामने की भिड़ंत में एक महिला समेत चार जनों की मौत हो गई। हैड कांस्टेबल बगडूराम ने बताया कि शुक्रवार शाम को ट्रक-ऑटो रिक्शा की आमने सामने की ट्रक में जालोर के तासखाना क्षेत्र निवासी साकिर खां (28) पुत्र वली खां, सांफाड़ा निवासी ममता (45) पत्नी कानाराम भील, सांफाड़ा निवासी कानाराम (50) पुत्र समेलाराम और पोकरराम (30) पुत्र उकाराम जाट हाल पिजोपुरा की अस्पताल पहुंचने तक मौत हो चुकी थी। दुर्घटना इतनी भयंकर थी कि ऑटो रिक्शा के परखच्चे उड़ गए। पुलिस ने आरोपी ट्रक चालक मनोजसिंह को गिरफ्तार कर वाहनों को जब्त किया। घटना के बाद एसडीएम जितेंद्र पांडे ने भी मौका मुआयना किया।

अंतिम संस्कार करने गए लोगों पर हमला घटना के विरोध में छह घंटे जाम रहा हाईवे




सांचौर



नगर के माखुपुरा चैक पोस्ट पर आवंटित श्मशान घाट पर ंतिम संस्कार करने गए लोगों पर शुक्रवार को अतिक्रमियों ने लाठियों व हथियारों से हमला कर दिया। घटना के बाद उग्र लोगों ने नेशनल हाईवे 15 को करीब 6 घंटे तक अवरुद्ध कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। ज्ञात रहे कि नेशनल हाइवे से जुड़ी इस बेशकीमती जमीन पर पहले भी अतिक्रमण हुआ था, जिस पर नगरपालिका ने इसे अतिक्रमण मुक्त करवाने के बाद यहां नगरपालिका की संपत्ति का बोर्ड भी लगा रखा है।

इसके बाद प्रशासन ने इस श्मशान घाट की जमीन को 36 कौम के अंतिम संस्कार के लिए आवंटित कर दिया। अंतिम संस्कार के लिए आवंटित इस खसरे के कुछ भाग पर असामाजिक तत्वों ने कब्जा कर रखा था, ये लोग नहीं चाहते थे कि उक्त जमीन पर अंतिम संस्कार हो। इसी के चलते शुक्रवार को जब लोग अंतिम संस्कार के लिए यहां आए े तो इन लोगों ने उन पर हमला कर दिया। जिसके बाद मामला गर्मा़ गया और घटना के विरोध में लोगों ने सवेरे 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक नेशनल हाईवे को 6 घंटे तक अवरुद्ध कर दिया। मौके पर पहुंचे एएसपी पृथ्वीराज मीणा ने लोगों से समझाइश का प्रयास किया। मीणा द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार करने और भूमि की पैमाइश के आश्वासन के बाद मामला शांत हो पाया। इस दरम्यान घटना की सूचना पर सांसद देवजी पटेल व विधायक जीवाराम चौधरी ने श्मशान भूमि पर अंतिम संस्कार करने आए लोगों पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए सांचौर पुलिस उप अधीक्षक को हटाने की मांग पर अड़ गए। माहौल बिगड़ता देख जालोर से अतिरिक्त पुलिस जाब्ता बुलाया गया, इस दौरान कई दौर की वार्ता के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पृथ्वीराज मीणा, सांसद देवजी पटेल व विधायक जीवाराम चौधरी के बीच हुई वार्ता के बाद आक्रोशित लोगों की मांगे मान लिए जाने का ठोस आश्वासन देने के बाद आंदोलनकारी नेशनल हाईवे पर लगे जाम को खोलने पर सहमत हुए। जिस पर शाम करीब 4 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग को खोला गया।

इंसानियत हुई शर्मसार 
नगर के माखुपुरा स्थित चौधरी समाज के श्मशान घाट पर जब वृद्ध नारणाराम चौधरी निवासी माखुपुरा का निधन हो गया, उस दौरान परिजन व समाज के लोगो ने उनकी शव यात्रा को लेकर माखुपुरा स्थित चैक पोस्ट के पास अंत्येष्टी के लिए पहुंचे इस दौरान उक्त भूमि पर अवैध कब्जा कर बैठे लोगों ने लाठियों व हथियारों से हमला कर दिया। अंत्येष्टी स्थल पर हुए अचानक हमले से जहां इंसानियत शर्मसार हो गई वहीं हमले से बचने के लिए एकबारगी वहां अफरा-तफरी मच गई, हमले में करीब चार जने घायल हो गए।

श्मशान भूमि के लिए आवंटित थी

॥माखपुरा चैक पोस्ट के पास स्थित छत्तीस कौम का सार्वजनिक श्मशान भूमि थी जो नर्मदा नहर आने के बाद उक्त जमीन का अधिकांश हिस्सा नहर की परिधि में चला गया था। जिस पर उक्त जमीन को पैमाइश कर सुपुर्द कर दी गई है। जमीन पर किसी भी पक्ष का कोई लेना देना नहीं है, जमीन पूर्व में एक ही खसरे से श्मशान भूमि के लिए आवंटित की गई थी। - अमरसिंह भाटी, तहसीलदार सांचौर

पांच-पांच मिनट के अंतराल में जन्मे तीन बच्चे



पांच-पांच मिनट के अंतराल में जन्मे तीन बच्चे 




बालोतरा राजकीय नाहटा अस्पताल में गुरुवार को प्रसूता ने ५-५ मिनट के अंतराल में तीनों बच्चों को जन्म दिया। तीनों बच्चों का वजन भी एक समान डेढ़ किलो ही है। डॉ. सुरेंद्र पटेल ने बताया कि गुरुवार को बडऩावा निवासी हवी पत्नी समदे खां को प्रसव पीड़ा के दौरान अस्पताल में भर्ती किया गया। देर शाम करीब ८ बजे प्रसूता ने डेढ किलो वजन के एक बच्चे को जन्म दिया। महज पांच मिनट के फासले में प्रसूता ने दूसरे तथा फिर ५ मिनट के बाद तीसरे बच्चे को जन्म दिया। जांच के दौरान प्रसूता व नवजातों की जांच की गई। जांच में तीनों स्वस्थ व सामान्य पाए गए। इस दौरान डॉ. कमल मुंदड़ा, स्टाफ नर्स कांता चौधरी, कमला चौधरी, गीतू चौधरी व मेलनर्स गोपालसिंह सहित प्रसूता के परिजन मौजूद थे।

सीमावर्ती इलाके में गुप्तचर एजेंसियों ने संदिग्ध पकड़ा


सीमावर्ती इलाके में गुप्तचर एजेंसियों ने संदिग्ध पकड़ा 

आरोपी के पास मिले ड्राइविंग लाइसेंस को प्रथम दृष्टया माना फर्जी

बाड़मेर
गुप्तचर एजेंसियों ने शुक्रवार को सूंदरा से बाड़मेर जा रही निजी बस से एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा है। प्रारंभिक जांच व पूछताछ के दौरान व्यक्ति के पास मिला ड्राइविंग लाइसेंस भी फर्जी माना जा रहा है। पूछताछ के बाद उसे गडरारोड पुलिस को सौंप दिया गया।कस्बे में रेलवे स्टेशन के पास बीएसएफ कैंप के सामने बस को रुकवा कर जांच की गई, तो उसमें एक संदिग्ध व्यक्ति मिला। पूछताछ के दौरान उसने खुद को लुधियाना (पंजाब) निवासी मोहम्मद एहमद बताया। उसके पास मिला ड्राइविंग लाइसेंस भी प्रथम दृष्टया फर्जी प्रतीत हो रहा है। लाइसेंस में संदिग्ध का पता 247, हरगोविंद नगर, निवी छापर, गुगराना, लुधियाना लिया है। संदिग्ध के पास से 29 अक्टूबर 2012 को लिखा एक शपथ-पत्र भी मिला है, जिसमें रामकुमार से मोहम्मद एहमद नाम परिवर्तन कर स्वेच्छा से मुस्लिम धर्म कबूल करने का उल्लेख है। करीब 17 दिन से अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे बाड़मेरों का पार गांव में निवास कर रहे इस नागरिक की संदिग्ध गतिविधियों के बाद गुप्तचर एजेंसियों ने इसे हिरासत में लिया है। 

आज होगी संयुक्त पूछताछ

गडरारोड एसएचओ चुन्नीलाल ने बताया कि संदिग्ध व्यक्ति पाकिस्तान सीमा से सटे बाड़मेरों का पार गांव निवासी शेरखान पुत्र इब्राहिम खान के यहां पिछले 17 दिन से निवास कर रहा है। शेरखान को भी पूछताछ के लिए संदिग्ध के साथ बाड़मेर भेजा गया है। जहां दोनों से शनिवार को खुफिया एजेंसियां संयुक्त पूछताछ करेंगी।


जैसलमेर में भी संदिग्ध गिरफ्तार

जैसलमेर त्नअंतरराष्ट्रीय सीमा चौकी नूरा पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एक व्यक्ति को संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए गिरफ्तार कर लिया। राजस्थान सीमांत के डीआईजी रविकिरण थापा ने बताया कि सुबह 9 बजे भारतीय क्षेत्र में तारबंदी के पास एक व्यक्त को बल के जवानों ने पकड़ लिया। प्रारंभिक पूछताछ में पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम ओमप्रकाश (30) निवासी पोढ़ी गडवाल उतराखंड बताया। इस व्यक्ति के पास किसी भी प्रकार की बरामदगी नहीं हुई है। बीएसएफ ने संदिग्ध व्यक्ति को मोहनगढ़ थाने को सुपुर्द कर दिया।

हेरोइन तस्करी के आरोपी की जमानत खारिज


हेरोइन तस्करी के आरोपी की जमानत खारिज 
जोधपुर/बाड़मेरत्न राजस्थान हाईकोर्ट ने पाकिस्तान से तस्करी कर लाई गई करीब 60 करोड़ कीमत की हेरोइन की तस्करी के आरोपी की जमानत याचिका आवेदन खारिज करने के आदेश दिए। यह आदेश न्यायाधीश निर्मलजीत कौर ने बाड़मेर निवासी शाह मोहम्मद की ओर से दायर जमानत आवेदन पर दिए। मामले के अनुसार 17 सितम्बर 2009 को एसओजी को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान बॉर्डर से भारी मात्रा में हेरोइन बाड़मेर के सीमावर्ती क्षेत्र में लाई जा रही है। इस पर एसओजी और एटीएस ने संयुक्त कार्रवाई कर वहां के तस्कर यार मोहम्मद को गिरफ्तार किया। उसने बताया कि पाकिस्तान से 60 किलो हेरोइन की खेप आई थी। अपनी मां के बीमार होने के कारण वह सप्लाई नहीं कर सका तो उसने यह हेरोइन खेत में छिपा दी। टीम ने यार मोहम्मद के खेत से 32 किलो, उसके भाई शाह मोहम्मद के खेत से 10 किलो तथा बहनोई दीते खां के खेत से बाकी बची 18 किलो हेरोइन बरामद की। इस पर यार शाह मोहम्मद को भी गिरफ्तार किया गया लेकिन उसका बहनोई फरार हो गया जो अभी तक नहीं मिला। जमानत आवेदन का विरोध करते हुए राजकीय अधिवक्ता अनिल जोशी ने कहा कि पाकिस्तान से मिलने वाली हेरोइन याद मोहम्मद अपने भाई के सहयोग से दिल्ली पहुंचाता था जहां से पूरे देश में सप्लाई होती थी। अनुसंधान टीम ने यार मोहम्मद व शाह मोहम्मद के कॉल डिटेल से भी पाकिस्तानी नागरिकों से बात करने की पुष्टि की है।

शुक्रवार, 12 जुलाई 2013

सेक्स रैकेट का भंडाफोड़,कॉलगर्ल्स पकड़ीं

सेक्स रैकेट का भंडाफोड़,कॉलगर्ल्स पकड़ीं
कोरबा। छत्तीसगढ के कोरबा जिला मुख्यालय के निहारिका क्षेत्र में स्थित एक मकान में अपराध शाखा पुलिस ने एक सेक्स रैकेट गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार युवतियों और पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार गुरूवार को शिवाजी नगर कालोनी के एक मकान में दबिश दी गई। जहां से चार युवतियां और पांच युवक संदिग्ध हालत में मिले। सभी को पकड़ कर रामपुर पुलिस चौकी लाया गया।

शिवाजी नगर के उक्त मकान में कोलकाता से हाई प्रोफाइल कॉलगर्ल बुलाई गई थीं और पकडे गए युवक कोरबा और समीपवर्ती जिले के निवासी हैं। जो धनाढय परिवार से संबंध रखते हैं। विभाग के ही एक अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए लोगों में से एक व्यक्ति जो अपने आप को एक न्यूज चैनल का स्थानीय रिपोर्टर बता रहा है वह इस सेकस रैकेट का संचालक है।

पुलिस को उक्त संचालक के विरूद्ध लंबे समय से इस तरह की शिकायतें मिल रही थीं। फिलहाल संचालक और युवतियों से जिस्म फरोशी के अन्य ठिकानों का पता लगाया जा रहा है।

नहीं रहे मशहूर अभिनेता प्राण के "प्राण"

नहीं रहे मशहूर अभिनेता प्राण के "प्राण"
मुंबई। मशहूर अभिनेता प्राण का शुक्रवार को मुंबई में निधन हो गया। 93 साल के प्राण बीते लम्बे समय से बीमार थे तथा उनका लीलावती अस्पताल में उपचार चल रहा था। शनिवार को शिवाजी पार्क में उनका अंतिम संस्कार होगा।

पाकिस्तान के लाहौर में 12 फरवरी 1920 में जन्मे प्राण बंटवारे के बाद मुंबई आ गए। उनके पिता सिविल इंजीनियर थे। शुरूआत में फोटोग्राफर बनने की चाहत रखने वाले प्राण ने लाहौर से ही फिल्मी करियर हीरो के रूप में शुरू किया था। फिल्म खानदान में बतौर हीरो थे। लेकिन बाद में उनकी पहचान एक खलनायक के रूप में बनी। उन्होंने छह दशकों के अपने फिल्मी करियर में 400 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया था। खलनायक के रूप में उनके सशक्त अभिनय ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी और बाद में चरित्र अभिनेता के रूप में उन्होंने काफी ख्याति अर्जित की।

प्राण को इसी साल दादा साहब फालके अवार्ड से नवाजा गया, लेकिन वे बीमार होने के कारण यह पुरस्कार लेने खुद दिल्ली नहीं जा सके। सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने बाद में उनके घर जाकर उन्हें अवार्ड प्रदान किया। उन्हें 2001 में भारत सरकार ने भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए पदम भूषण से सम्मानित किया

1940 में फिल्म "जिद्दी" से पहली फिल्म की इसके बाद फिल्म बड़ी बहन में उनके अभिनय की छाप बेमिसाल रही। इन दोनों ही फिल्मों में वे खलनायक की भूमिका में थे। इसके बाद तो उन्हें गुजरे जमाने के मशहूर अभिनेताओं राज कपूर,देव आनंद और दिलीप कुमार की फिल्मों में खलनायक का रोल करने का मौका मिला।

1967 में मनोज कुमार की फिल्म "उपकार" में मलंग चाचा की चरित्र भूमिका ने उन्हें एक अलग ही पहचान दिलाई। इसके बाद उन्हें चरित्र भूमिकाओं में भी लिया जाने लगा। 70 के दशक में अमिताभ बच्चन के साथ उन्होंने जंजीर,डॉन, अमर अकबर एंथनी और शराबी जैसी यादगार फिल्में दीं।

जयपुर से फिर भागी दिल्ली की लड़की

जयपुर से फिर भागी दिल्ली की लड़की
जयपुर। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की रहने वाली एक और लड़की जयपुर के एक शेल्टर होम से भाग निकली। भागने वाले लड़की का नाम प्रीति बेगल बताया जा रहा है और उसकी उम्र 13 वर्ष है। पुलिस के अनुसार यह लड़की 25 जून को जयपुर जंक्शन पर घूमती मिली थी,जिसे बाद में शेल्टर होम में भेजा गया था।

पुलिस के अनुसार भांकरोटा में लावारिस बच्चों की देखरेख करने वाले एक शेल्टर होम से यह लड़की 10 जुलाई को भाग निकली। इसकी सूचना पूजा विहार कॉलोनी स्थित ओपन बालिका शेल्टर आई इंडिया संस्था की प्रभारी विभा सिंह ने गुरूवार को पुलिस को दी।

उल्लेखनीय है कि दिल्ली की ही रहने वाली एक अन्य लड़की पहले भी जयपुर के शेल्टर होम(सुरमन संस्थान) से भाग निकली थी। जिसकी ओर से बाद में शेल्टर होम में अत्याचार को मामला दर्ज कराया गया था।

पुरानी दिल्ली की थी रहने वाली


पुलिस के अनुसार जयपुर जंक्शन पर घूमती मिली प्रीति बेगल नाम की किशोरी ने पिता का नाम गब्बर,मां का नाम पूजा बताया था। प्रीति की ओर से पुलिस को दी जानकारी में उसका पता पुरानी दिल्ली के सराबाड़ा क्षेत्र के तालाब मोहल्ला बताया था। बाल कल्याण समिति ने परिजनों का पता चलने तक को उसे संस्था में भेजा था।

1 दिन बाद भेजा जाना था घर

संस्था प्रभारी ने बताया कि परिजनों का पता चलने पर 11 जुलाई को उसे दिल्ली ले जाने वाले थे,लेकिन इससे एक दिन पहले ही वह भाग

रिश्वत लेते डॉक्टर रंगे हाथ गिरफ्तार

रिश्वत लेते डॉक्टर रंगे हाथ गिरफ्तार

चितौडगढ़। राजस्थान के चितौड़गढ़ में एक डॉक्टर ने मरीज के ऑपरेशन के बदले 2 हजार रूपए की रिश्वत मांग ली। इसकी शिकायत जब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(एसीबी) के पास पहुंची तो शुकवार को रिश्वत की राशि के साथ डॉक्टर को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया गया। ब्यूरो आरोपी डॉक्टर को अब उदयपुर स्थित विशेष न्यायालय में शनिवार को पेश करेगा।



ब्यूरो से मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर ने रिश्वत की यह राशि एक मरीज के ऑपरेशन के एवज में ली। मामले में ब्यूरो की चितौडगढ चौकी पर ग्राम उनवा(गंगरार) निवासी नंदलाल गुर्जर ने शिकायत दर्ज करवाई थी। नंदलाल के अनुसार उसके जंवाई बाबूलाल गुर्जर को अपेण्डिक्स की शिकायत होने पर वह उसे बुधवार को यहां जिला चिकित्सालय लाया और सर्जन डॉ. अविनाश अग्रवाल को दिखाया तो उन्होंने ऑपरेशन करने की बात कहते हुए तीन हजार रूपए की मांग की।



ब्यूरो की ओर से नंदलाल की शिकायत पर गुरूवार को ऑपरेशन के समय सत्यापन करवाया गया जिसमें प्रार्थी ने थिएटर में मरीज को ले जाने से पहले एक हजार रूपए डॉ. अग्रवाल को दे दिए। मौके पर डॉक्टर ने शेष दो हजार रूपए लेकर शुक्रवार घर पर आने को कहा। इसके बाद प्रार्थी दोपहर बाद दो हजार रूपए लेकर डॉ. अग्रवाल के घर पहुंचा। जैसे ही उसने वह रिश्वत राशि ली ब्यूरो के निरीक्षक जयमल सिंह के नेतृत्व में टीम ने राशि सहित उसे गिरफ्तार कर लिया।

पचपदरा-जसोल में रजिस्ट्री पर रोक




पचपदरा-जसोल में रजिस्ट्री पर रोक
जोधपुर/बालोतरा/ सरकार ने पचपदरा और जसोल में जमीनों की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी है। वित्त (राजस्व) शासन उप सचिव अपूर्व जोशी ने गुरूवार को आदेश जारी कर दोनों क्षेत्रों के उप पंजीयक कार्यालय में अगले आदेश तक यह रोक लगाई है। पचपदरा में प्रस्तावित रिफाइनरी क्षेत्र में गरीबों की जमीनों की बड़े पैमाने पर खरीद-फरोख्त को देखते हुए यह आदेश दिया।

आदेश की पालना में दोपहर बाद उपखंड अधिकारी अयूब खान ने उप पंजीयक कार्यालय पचपदरा पहुंचकर पंजीयन रजिस्टर की पिछले तीन वर्षो की फोटो कॉपी करा रजिस्टर में हस्ताक्षर कर सीज किया। ये फॉटोकॉपी तत्काल राज्य सरकार को भिजवाई गईं।

जोधपुर के डीआईजी-पंजीयन व एडीएम बाड़मेर अलग-अलग जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी। रामखिलाड़ी मीणा, महानिरीक्षक, पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग, राजस्थान

 इधर, रिफाइनरी के लिए बनी नई कंपनी
बाड़मेर में रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स के लिए गुरूवार को राज्य सरकार व एचपीसीएल के बीच हुए जॉइंट वेंचर एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर के साथ ही नई कंपनी "एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड" (एचआरआरएल) बन गई। रिफाइनरी पर 37229 करोड़ रूपए की लागत आएगी। इसके मुख्य प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य नवंबर-दिसंबर में शुरू होगा।

3736 करोड़ का सालाना ब्याज मुक्त ऋण
रिफाइनरी चालू होने के बाद राज्य सरकार एचपीसीएल को 15 साल तक 3736 करोड़ रूपए का ब्याज मुक्त ऋण देगी। 16वें वर्ष से एचपीसीएल राज्य सरकार को ऋण का भुगतान 15 साल में करेगी। इसी तरह इंदिरा गांधी नहर से 28 एमजीडी पानी उपलब्ध कराया जाएगा। बिजली रिफाइनरी निर्माण अवधि के दौरान दी जाएगी।

पहले ओएनजीसी से बात कर रहे थे। बाद में एचपीसीएल ने आगे बढ़कर काम हाथ में लिया। यह उपलब्धि है कि मार्च में एमओयू हुआ और जुलाई में जॉइंट वेंचर एग्रीमेंट हो गया
अशोक गहलोत, मुख्यमंत्री

जॉइंट वेंचर एग्रीमेंट के साथ नई कंपनी बन गई है। देश की सबसे बेहतर तकनीक का इस्तेमाल रिफाइनरी में किया जाएगा।एस. राय चौधरी, सीएमडी एचपीसीएल






दुष्कर्म के बाद छात्रा को जिंदा जलाया

दुष्कर्म के बाद छात्रा को जिंदा जलाया


इटावा। उत्तरप्रदेश में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के बीच इटावा में एक कॉलेज छात्रा (20) को सामूहिक दुष्कर्म के बाद जिंदा जला दिया गया। छात्रा की गुरूवार को मौत हो गई। वह 80 प्रतिशत जल गई थी।


यह विभत्स घटना सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के गृह नगर इटावा की है। पुलिस का कहना है कि पीडिता ने अपने बयान में कहा कि मंगलवार को उसके साथ एक युवक ने दुष्कर्म किया। बाद में युवक के परिवार ने पीडिता को जिंदा जला दिया। वहीं पीडिता के परिवार का कहना है कि लड़की के साथ तीन लोगों ने रेप किया। लड़की व अभियुक्त एक दूसरे से प्यार करते थे और शादी करने वाले थे।


पीडिता के भाई के अनुसार - तीन लोगों ने दुष्कर्म के बाद उसकी बहन को जला दिया। हम पुलिस के पास गए लेकिन उन्होंने हमारी मदद नहीं की। पिछले तीन दिन से हम मदद की गुहार लगा रहे हैं। पीडिता की बहन ने भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की उल्टा उन पर ही अपराध में शामिल होने की बात कही। तीन-चार लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया व लड़के ने उसके साथ शादी करने से इनकार कर दिया। इस पर उसका दिल टूट गया।


पुलिस के अनुसार शादी को लेकर दोनों परिवारों की मीटिंग हुई थी। कुछ कारणों से बात बन नहीं पाई। अभी तक तीन महिलाओं सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उत्तरप्रदेश में एक और दिल दहला देने वाली घटना में प्रतापगढ़ में बुधवार को दुष्कर्म पीडिता की जीभ काटने का मामला सामने आया है। पीडिता के साथ 22 जनवरी को दुष्कर्म किया गया था।

"अफेयर के दौरान हुआ सेक्स रेप नहीं"

"अफेयर के दौरान हुआ सेक्स रेप नहीं"
नई दिल्ली। अगर कोई महिला लव अफेयर के दौरान प्रेगनेंट हो जाती है तो वह पुरूष पर रेप का आरोप नहीं लगा सकती। बोम्बे हाईकोर्ट ने यह आदेश दिया है। न्यायाधीश साधना जाधव ने बोरीवली में रहने वाले मनेष कोटियान को गिरफ्तारी और सजा के तीन साल बाद बलात्कार के आरोपों से बरी कर दिया।

न्यायाधीश ने कहा कि यह तथ्य है कि क्रास एग्जामिनेशन के दौरान अभियोजन ने यह कबूल किया था कि उसका आरोपी से प्रेम प्रसंग चल रहा था और वह उससे शादी करना चाहती थी। इन परिस्थितियों में आईपीसी की धारा 376 के तहत अपराध आवश्यक रूप से असफल हो जाता है। कोटियान के खिलाफ लगाए गए आरोप अरक्षणीय हैं।

कोर्ट ने कहा कि आरोपी ने लड़की को प्रपोज किया था। शिकायतकर्ता शिक्षित वयस्क लड़की है। उसे इस बात का पता था कि कोटियान उसके प्रति आकर्षित था। वह उसके साथ गोरई गई। वह अपना जन्मदिन मनाने के लिए आरोपी के साथ होटल में भी गई थी। उसे परिणामों के बारे में पता था। वह मदद के लिए नहीं चिल्लाई। वह अपने प्रतिरोध को तार्कित अंत तक नहीं ले गई। ऎसे में यह न्यायोचित नहीं है कि कि सहमति धमका कर ली गई थी।

विषाक्त पदार्थ खाने से मां-बेटी की मौत

विषाक्त पदार्थ खाने से मां-बेटी की मौत


बाड़मेर जिले के सिवान उप खंड के रमणिया गांव में गुरुवार को एक परिवार में मां व बेटी ने विषाक्त पदार्थ खा लिया। दोनों को गंभीर अवस्था में सिवाना अस्पताल लाया गया, जहां से दोनों को बालोतरा रेफर कर दिया गया। बालोतरा राजकीय नाहटा चिकित्सालय में उपचार के दौरान मां ने दम तोड़ दिया। जोधपुर रेफर करते वक्त बेटी ने भी प्राण त्याग दिए।

पुलिस सूत्रों के अनुसार रमणिया निवासी नरपतसिंह राजपुरोहित आंध्र प्रदेश में रहते हैं। उनका संयुक्त परिवार रमणिया में ही रहता है। गुरुवार दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे नरपतसिंह की पत्नी मोहिनी (३८) व पुत्री प्रियंका (18) ने घर में विषाक्त पदार्थ खा लिया। इससे दोनों की तबियत बिगड़ गई। उन्हें सिवाना अस्पताल ले जाया गया। वहां से बालोतरा रेफर कर दिया गया। बालोतरा राजकीय नाहटा चिकित्सालय में उपचार के दौरान मोहिनी ने दम तोड़ दिया।

प्रियंका को जब जोधपुर रेफर किया जा रहा था तो एंबूलेंस में रवाना होने से पूर्व ही उसने भी दम तोड़ दिया। दोनों के शव बालोतरा मोर्चरी में रखवाए गए हैं, जिनका पोस्टमार्टम शुक्रवार सुबहकिया जाकर शव परिजनों को सौंप दिया । सूचना मिलने पर बालोतरा व सिवाना पुलिस अस्पताल पहुंचे।
--

गुरुवार, 11 जुलाई 2013

फाईनेंस कंपनीयों का आंतक, एक और कर्जदार ने की आत्महत्या

फाईनेंस कंपनीयों का आंतक, एक और कर्जदार ने की आत्महत्या


बाड़मेर।
बीते महीने मनमानी ब्याज दरों पर फाईनेंस के कारोबार से जुड़े एक युवक की हत्या अथवा आत्महत्या की गुत्थी अब तक सुलझी ही नहीं थी, कि इस बीच ऐसे ही एक मामलें में दो दिन पहले बाड़मेर के एक युवक के गोवा में आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। युवक पिछले पांच-छः दिन से घर से गायब बताया जा रहा हैं। वहीं उसका भाई भी इतने ही दिन से गायब हैं जिसका अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया हैं।
जानकारी के मुताबिक अहिंसा चौराहे के पास स्थित चाय की होटल चलाकर जीवन यापन करने वाला 30 वर्षीय युवक दीपू बख्ताणी एवं पालिका बाजार में रेडिमेंट कपड़ो की दुकान चलाने वाला उसका भाई मनीष बख्ताणी पिछले पांच-छः दिन से घर से गायब थे जिसके फोन भी बंद चल रहे थे। इनमें से मनीष बख्ताणी उम्र 25 वर्ष निवासी महावीर नगर द्वारा गोवा स्थित एक होटल में आत्महत्या करने की जानकारी मंगलवार की शाम उनके परिजनो को लगी। जबकि दूसरे का अब तक पता नहीं चल पाया हैं। परिवारजनो का कहना हैं कि मनीष के भाई पर कुछ कर्जा चल रहा था जिसे लेकर फाईनेंस कंपनियों के संचालक पिछले काफी समय से उन्हें परेशान कर रहे थे।
परिजनो के मुताबिक ब्याज के रूप में मोटी रकम अदा करने के बाद भी वह लोग उनका पीछा छोड़ नहीं रहे थे और पैसो के लिए दबाव बना रहे थे। इसी को लेकर मनीष पर भी पिछले कई दिनों से दबाव बनाया जा रहा था। इससे तंग आकर दोनो भाई अलग-अलग दिन एवं समय में करीब पांच-छः दिन पूर्व घर से गायब हो गए। घर से जाने के बाद उनके फोन बंद बताए जा रहे थे। जहां घर वाले उनकी तलाश में दिन रात एक किए हुए थे वहीं इस बीच मंगलवार की शाम को परिजनो को कोतवाली पुलिस की ओर से सूचना दी गई कि मनीष ने गोवा स्थित एक होटल में आत्महत्या कर ली हैं। घटना की जानकारी लगते ही परिजना जनो की पैरो तले की जमीन हिल गई। इसके बाद जैसे-तैसे खुद को संभालने के बाद वह लोग बुधवार की सुबह शव को लेने के लिए गोवा के लिए रवाना हुए। सूत्रों का कहना हैं कि घटनास्थल से गोवा पुलिस को सुसाईड नोट भी मिला हैं लेकिन इस बात की अधिकारिक पुष्टि ना तो बाड़मेर पुलिस कर रही हैं और ना ही उनके परिजन।
बाड़मेर शहर में इन दिनों कुकरमुत्तो की तरह फैली अवैध फाईनेंस कंपनियों का आतंक सर चढ़कर बोल रहा हैं। हालात यह हैं कि इन फाईनेंस कंपनियों की अवैध वसूली एवं वसूली के तौर तरीको के चलते बाड़मेर के सैकड़ों युवा अवसाद से ग्रसित चल रहे हैं। वहीं कुछ ने अपना घर तक छोड़ मारे डर के छिपकर फिर रहे हैं। वहीं कुछ ने तो इन कंपनियों की अवैध वसूली से तंग आकर अपनी जान तक दे दी हैं। इतना सब कुछ होने के बाद भी ना तो जिला प्रशासन और ना ही पुलिस प्रशासन इस तरह की अवैध फाईनेंस कंपनिया चलाने वाले संचालको के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रही हैं। नतीजन आए दिन बाड़मेर के लोग विशेषकर युवा वर्ग इसका शिकार हो रहा हैं। लगता हैं कि जिला प्रशासन एवं पुलिस को अब भी और मौता का इंतजार हैं। शायद इसके बाद ही उनकी कुंभकर्णी नींद खुल सके।
भारी भरकम ब्याज पर देते हैं पैसेः
कुकरमुतो की तरह शहर में जगह-जगह स्थापित हुई अवैध फाईनेंस कंपनियों के संचालको द्वारा पहले तो युवाओं को स्वपन दिखाए जाते हैं फिर अपने जाल में फंसाकर उन्हें भारी भरकम ब्याज पर पैसे उधार दिये जाते हैं। इसके बाद जब उधार पैसे लेने वालो के हाथ तंग होते हैं तब यह लोग प्रतिदिन उनसे पैसे की वसूली के लिए उन पर दबाव बनाते हैं। उनके द्वारा मोहलत मांगे जाने पर भी यह लोग उनकी एक भी नहीं सुनते और पैसे की वसूली के लिए मारपीट,अपहरण तक से नहीं चुकते हैं। बाड़मेर शहर में इस तरह के दर्जनों मामले अब तक प्रकाश मंे आ चुके हैं। लेकिन जिला प्रशासन एवं पुलिस ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।