जैसलमेर पुलिस द्वारा ॔॔छेड़छाड़ रोको अभियान॔॔ का आगाज
जैसलमेर हाल के समय में विभिन्न जगह पर महिलाओं एवं लडकियों के साथ असामाजिक तत्वों द्वारा छेडछाड की घटनाओं को देखते हुए राजस्थान पुलिस द्वारा ॔॔छेडछाड रोको अभियान॔॔ को शुरू किया गया। उक्त अभियान के मदेनजर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल के आदेशानुसार रामिंसंह अति0 पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर के निर्देशनो में जिले के समस्त वृताधिकारियों/थानाधिकारियों को अपनेअपने हल्खा क्षैत्र में महिलाओं एवं लडकियों की सुरक्षा हेतु असामाजिक तत्वों के विरूद्ध ॔॔छेडछाड रोको अभियान॔॔ के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
उक्त अभियान के तहत सार्वजनिक स्थलों, स्कूल, कॉलेजों के आसपास बसों आदि में महिलाओं एवं लड़कियों के साथ असामाजिक तत्वों द्वारा छेड़छाड़ की शिकायतें आते ही पुलिस विभाग के तुरंत कार्यवाही करने के निर्देश दिये। इसके साथसाथ उक्त स्थलों पर उचित समय पर सादा वस्त्रों में पुलिसकर्मी (महिला पुलिसकर्मी सहित) तैनात कर अधिकाधिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये तथा इसे गम्भीरता से लेने के आदेश दिये गये।
पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के समस्त थानाधिकारियों को उक्त अभियान का अधिक से अधिक प्रचारप्रसार (च्नइसपबपजल) करने के निर्देश दिये। इसके साथसाथ पुलिस अधीक्षक द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं को ऐसे असामाजिक तत्वों के विरूद्ध उनका नाम गोपनीय रखते हुए अधिकाधिक सूचना देने हेतु प्रेरित करने के लिए निर्देशित किया गया ।
इसके अलावा पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर द्वारा जिले के अति0 पुलिस अधीक्षक/ वृताधिकारियों एवं थानाधिकारियों को समयसमय पर महाविद्यालयों एवं विद्यालयों में जाकर इस अभियान की जानकारी देने के निर्देश दियें तथा उनके सहयोग से असामाजिक तत्वों के विरूद्ध अधिकाधिक कार्यवाही करने के निर्देश दियें।
उक्त अभियान को सफल एवं कम्याब बनाने हेतु तथा असामाजिक तत्वों के विरूद्ध वांछित कार्यवाही करने के मकसद से पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल द्वारा जिलेवासियों एवं जिले की महिलाओं तथा बालिकाओं से अपील की है कि पुलिस के उक्त अभियान सफल बनाने हेतु आप अपना सम्पूर्ण सहयोग करे, क्योंकि कोई भी अभियान जनता के बिना सहयोग के कभी सफल नहीं होता तथा पुलिस का हर अभियान जनता की सुरक्षा एवं भलाई हेतु होता है तथा जनता को भी चाहिऐ कि वह पुलिस के ॔॔छेडछाड रोको अभियान॔॔ में हरसम्भव सहयोग करे तथा किसी प्रकार की कोई भी घटना सामने आये तो उसकी जानकारी अपने नजदीकी थाना एवं पुलिस कंट्रोल रूम नम्बर 100 एवं 252100 एवं महिला हेल्पलाईन (महिला थाना जैसलमेर) नम्बर 250092 पर देवे। सुचना देने वाली महिलाओं एवं बालिकाओं का नाम गुप्त रखा जावेगा।
सोमवार, 18 फ़रवरी 2013
राज्य में पहली बार हुआ बेटियों के लिए हवन
जश्न के साथ दिया ॔लाडो’ को लाड
राज्य में पहली बार हुआ बेटियों के लिए हवन
बेटियों के जन्म दिन पर कटा केक, बजी थाली
बाडमेर। सहरा के रेतिले शहर बाडमेर में सोमवार का दिन ’लाडो॔ के नाम रहा। भू्रण हत्या और बालिका हत्या का कलंक अपनी पेशानी पर देखने वाले शहर ने अपनी जमीं पर बेटी के लिए खास हवन और मंच से मुखर होती बेटी बचाने की बात को देखा। बाडमेर के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग परिसर में सोमवार के दिन ॔पधारो म्हारी लाडो’ जागरूकता महाअभियान का खास पड़ाव नजर आया। विभाग के आईईसी अनुभाग, केयर्न इंडिया, स्माईल फाउंडेशन और हेल्पेज इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में जिला प्रमुख मदनकौर, पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ, नगर परिशद चेयरपर्सन उशा जैन, बाडमेर पंचायत समिति प्रधान धाईदेवी, चौहटन पंचायत समिति प्रधान शमा खान, छात्र संघ अध्यक्ष रघुवीरसिंह तामलोर, केयर्न अधिकारी महेश अय्यर और सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह बतौर अतिथि मौजूद थे।
इस मौके पर जनसमूदाय को संबोधित करते हुए जिला प्रमुख मदनकौर ने कहा कि समय के साथ बेटी के प्रति हमारी सोच में बदलाव आया है और यह बदलाव सकारात्मक है। सरकार द्वारा जहां बेटी बचाने के संदेश के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करवाए जा रहे हैं उसी क्रम में बाडमेर में आयोजित यह कार्यक्रम अपने आप में पूरे राज्य के लिए एक मिशाल है, जिसका अनुसरण राज्य के कई अन्य जिले भी करेंगे। उन्होंने कहा कि बेटी को लेकर केवल चिंतन करना रास्ता नहीं निकालेगी, इसके लिए सही में निरंतर प्रयास करते रहने पड़ेंगे। समय बदला है और समय के साथसाथ हमें भी बदलना है वह तभी संभव होगा जब शुरूआत हम खुद से करेंगे। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ ने कहा कि बेटी बचाओ अभियान आज की जरूरत है क्योंकि कन्या भू्रण हत्या करके हम कुदरत और भगवान के कायदों से खिलवाड़ कर रहा है। हमारी भारतीय संस्कृति में ॔मां’ को सबसे पूजनीय माना गया है, लेकिन उसी ॔मां’ की कोख से बेटी को दूर कर रहे हैं जो कि किसी भी तरह से सही नहीं है। हम किसी और पर बदलाव की बात डालते रहेंगे तब तक बदलाव संभव नहीं है। इस मौके पर नगर परिशद चेयनपर्सन उशा जैन ने कहा कि आज का दौर बेटी के लिए बहुत कुछ करने का दौर है और हमें बेटी के लिए अपने प्रयास लगातार जारी रखने होंगे। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाडमेर में किया जा रहा कार्य काबिलेतारीफ है। इस अवसर पर चौहटन प्रधान शमा खान ने कहा कि बेटियां उम्मीद की रोशनी है और इसी रोशनी से पूरा जहां रोशन होता है। आज जहां हमारे मुफतलिस इलाकों में बेटी को बचाने की बात पूरजोर तरीके से हो रही है। हमें अपने जैहन और जमीर की सुनते हुए बेटी को सुनहरा कल देना होगा। इस मौके पर प्रधान धाईदेवी, रघुवीरसिंह तामलोर, केयर्न अधिकारी महेश अय्यर और सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह ने भी संबोधित किया।
हवन में दी आहुतियां
राज्य में अपने आप में पहली बार आयोजित हुए इस अनूठे आयोजन में कोख में मारी जा चुकी बेटियों की आत्मिक शांति और भविश्य में ऐसे कुकृत्य न हो इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सद्बुद्धि देने के लिए हवन आयोजित किया गया। जिसमें जिला प्रमुख मदनकौर, पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ, नगर परिशद चेयरपर्सन उशा जैन, बाडमेर पंचायत समिति प्रधान धाईदेवी, चौहटन पंचायत समिति प्रधान शमा खान, छात्र संघ अध्यक्ष रघुवीरसिंह तामलोर, केयर्न अधिकारी महेश अय्यर और सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह सहित छात्रछात्राओं ने आहुतियां दी। पूरे कार्यक्रम के दौरान पंडित ललित जोशी ने मंत्रोचारण करके पूर्ण हिंदु रीतिरिवाज के साथ शांति व सद्बुद्धि यज्ञ को संपन करवाया। मुख्य यजमान के तौर पर आयुश चिकित्सक डॉ. सुरेंद्र चौधरी और उनकी धर्मपत्नी सुशीला चौधरी मौजूद थी।
ली शपथ, बजाई थाली
सोमवार को रोज आयोजित इस कार्यक्रम में बेटी बचाने के लिए मंच द्वारा सभी को शपथ दिलाई गई। इसमें बेटी के जन्म पर थाली बजाने, बेटी का जन्मदिन मनाने और इसके लिए आमजन को जागरूक करने की शपथ दिलाई गई। वहीं बेटे के जन्म पर बजने वाली मंगल थाली को इस आयोजन में प्रतिकात्मक तौर पर और आमजन को प्रेरित करने के लिए बेटी के जन्म पर भी थाली बजाई गई।
काटा केक, दिए उपहार
बेटी के नाम रहे इस आयोजन में तीन वशीर्य 22 बेटियों के जन्मदिन पर केक काटकर उनका जन्मदिन मनाया गया। सभी बालिकाओं को अतिथियों द्वारा भौक्षणिक किट उपहार स्वरूप प्रदान की गई। इसी के साथ तीन माह तक की बालिकाओं को भी स्वास्थ्य किट प्रदान की गई। कार्यक्रम के आयोजन में अहम भागीदार रहे हेल्पेज इंडिया के केदार भार्मा, स्माईल फाउंडोन के संजय जोाी, जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई, जिला आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा और जिला आा समन्वयक राको भाटी को प्रोत्साहन स्वरूप प्रास्ति पत्र दिया गया।
इस मौके पर जनसमूदाय को संबोधित करते हुए जिला प्रमुख मदनकौर ने कहा कि समय के साथ बेटी के प्रति हमारी सोच में बदलाव आया है और यह बदलाव सकारात्मक है। सरकार द्वारा जहां बेटी बचाने के संदेश के लिए कई कार्यक्रम आयोजित करवाए जा रहे हैं उसी क्रम में बाडमेर में आयोजित यह कार्यक्रम अपने आप में पूरे राज्य के लिए एक मिशाल है, जिसका अनुसरण राज्य के कई अन्य जिले भी करेंगे। उन्होंने कहा कि बेटी को लेकर केवल चिंतन करना रास्ता नहीं निकालेगी, इसके लिए सही में निरंतर प्रयास करते रहने पड़ेंगे। समय बदला है और समय के साथसाथ हमें भी बदलना है वह तभी संभव होगा जब शुरूआत हम खुद से करेंगे। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ ने कहा कि बेटी बचाओ अभियान आज की जरूरत है क्योंकि कन्या भू्रण हत्या करके हम कुदरत और भगवान के कायदों से खिलवाड़ कर रहा है। हमारी भारतीय संस्कृति में ॔मां’ को सबसे पूजनीय माना गया है, लेकिन उसी ॔मां’ की कोख से बेटी को दूर कर रहे हैं जो कि किसी भी तरह से सही नहीं है। हम किसी और पर बदलाव की बात डालते रहेंगे तब तक बदलाव संभव नहीं है। इस मौके पर नगर परिशद चेयनपर्सन उशा जैन ने कहा कि आज का दौर बेटी के लिए बहुत कुछ करने का दौर है और हमें बेटी के लिए अपने प्रयास लगातार जारी रखने होंगे। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाडमेर में किया जा रहा कार्य काबिलेतारीफ है। इस अवसर पर चौहटन प्रधान शमा खान ने कहा कि बेटियां उम्मीद की रोशनी है और इसी रोशनी से पूरा जहां रोशन होता है। आज जहां हमारे मुफतलिस इलाकों में बेटी को बचाने की बात पूरजोर तरीके से हो रही है। हमें अपने जैहन और जमीर की सुनते हुए बेटी को सुनहरा कल देना होगा। इस मौके पर प्रधान धाईदेवी, रघुवीरसिंह तामलोर, केयर्न अधिकारी महेश अय्यर और सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह ने भी संबोधित किया।
हवन में दी आहुतियां
राज्य में अपने आप में पहली बार आयोजित हुए इस अनूठे आयोजन में कोख में मारी जा चुकी बेटियों की आत्मिक शांति और भविश्य में ऐसे कुकृत्य न हो इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सद्बुद्धि देने के लिए हवन आयोजित किया गया। जिसमें जिला प्रमुख मदनकौर, पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ, नगर परिशद चेयरपर्सन उशा जैन, बाडमेर पंचायत समिति प्रधान धाईदेवी, चौहटन पंचायत समिति प्रधान शमा खान, छात्र संघ अध्यक्ष रघुवीरसिंह तामलोर, केयर्न अधिकारी महेश अय्यर और सीएमएचओ डॉ. जितेंद्रसिंह सहित छात्रछात्राओं ने आहुतियां दी। पूरे कार्यक्रम के दौरान पंडित ललित जोशी ने मंत्रोचारण करके पूर्ण हिंदु रीतिरिवाज के साथ शांति व सद्बुद्धि यज्ञ को संपन करवाया। मुख्य यजमान के तौर पर आयुश चिकित्सक डॉ. सुरेंद्र चौधरी और उनकी धर्मपत्नी सुशीला चौधरी मौजूद थी।
ली शपथ, बजाई थाली
सोमवार को रोज आयोजित इस कार्यक्रम में बेटी बचाने के लिए मंच द्वारा सभी को शपथ दिलाई गई। इसमें बेटी के जन्म पर थाली बजाने, बेटी का जन्मदिन मनाने और इसके लिए आमजन को जागरूक करने की शपथ दिलाई गई। वहीं बेटे के जन्म पर बजने वाली मंगल थाली को इस आयोजन में प्रतिकात्मक तौर पर और आमजन को प्रेरित करने के लिए बेटी के जन्म पर भी थाली बजाई गई।
काटा केक, दिए उपहार
बेटी के नाम रहे इस आयोजन में तीन वशीर्य 22 बेटियों के जन्मदिन पर केक काटकर उनका जन्मदिन मनाया गया। सभी बालिकाओं को अतिथियों द्वारा भौक्षणिक किट उपहार स्वरूप प्रदान की गई। इसी के साथ तीन माह तक की बालिकाओं को भी स्वास्थ्य किट प्रदान की गई। कार्यक्रम के आयोजन में अहम भागीदार रहे हेल्पेज इंडिया के केदार भार्मा, स्माईल फाउंडोन के संजय जोाी, जिला आईईसी समन्वयक विनोद बिनोई, जिला आयुश अधिकारी डॉ. अनिल झा और जिला आा समन्वयक राको भाटी को प्रोत्साहन स्वरूप प्रास्ति पत्र दिया गया।
इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार इला भट्ट को मिला
इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार इला भट्ट को मिला
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में सोमवार को पद्मभूषण इला रमेश भट्ट को इंदिरा गांधी शांति निरस्त्रीकरण एवं विकास पुरस्कार प्रदान किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुखर्जी ने शासन और सामाजिक आर्थिक विकास में महिलाओं के बराबर की भागीदारी दिए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा महिलाओं को अर्थव्यवस्था में पूरी भागीदारी नहीं मिली तो इससे सामाजिक विकास भी प्रभावित होगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी उपस्थित थीं। मुखर्जी ने कहा कि अगर महिलाओं को अर्थव्यवस्था के अंदर रचनात्मक प्रयासों में पर्याप्त भागीदारी नहीं मिली तो यह न सिर्फ अन्यायपूर्ण होगा बल्कि सामाजिक विकास के उद्देश्य पर भी आघात होगा।
उन्होंने कहा कि देश में लैंगिक असमानता को महिलाओं के आर्थिक सशकतीकरण पर्याप्त सामाजिक एवं आधारभूत ढांचे के निर्माण तथा शासन में महिलाओं की भूमिका को बढाने की दिशा में सक्रियता से काम करके ही दूर किया जा सकता है।
मुखर्जी ने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण से ही राष्ट्रनिर्माण की प्रक्रिया में सभी नागरिकों की भागीदारी पूर्ण हो सकती है। उन्होंने कहा कि अपनी व्यवस्थाओं और प्रक्रियाओं में इस तरह से बदलाव करने की जरूरत है जिससे महिलाओं को अपना जीवन अपने ढंग से जीने का हक मिल सके।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में सोमवार को पद्मभूषण इला रमेश भट्ट को इंदिरा गांधी शांति निरस्त्रीकरण एवं विकास पुरस्कार प्रदान किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुखर्जी ने शासन और सामाजिक आर्थिक विकास में महिलाओं के बराबर की भागीदारी दिए जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा महिलाओं को अर्थव्यवस्था में पूरी भागीदारी नहीं मिली तो इससे सामाजिक विकास भी प्रभावित होगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी उपस्थित थीं। मुखर्जी ने कहा कि अगर महिलाओं को अर्थव्यवस्था के अंदर रचनात्मक प्रयासों में पर्याप्त भागीदारी नहीं मिली तो यह न सिर्फ अन्यायपूर्ण होगा बल्कि सामाजिक विकास के उद्देश्य पर भी आघात होगा।
उन्होंने कहा कि देश में लैंगिक असमानता को महिलाओं के आर्थिक सशकतीकरण पर्याप्त सामाजिक एवं आधारभूत ढांचे के निर्माण तथा शासन में महिलाओं की भूमिका को बढाने की दिशा में सक्रियता से काम करके ही दूर किया जा सकता है।
मुखर्जी ने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण से ही राष्ट्रनिर्माण की प्रक्रिया में सभी नागरिकों की भागीदारी पूर्ण हो सकती है। उन्होंने कहा कि अपनी व्यवस्थाओं और प्रक्रियाओं में इस तरह से बदलाव करने की जरूरत है जिससे महिलाओं को अपना जीवन अपने ढंग से जीने का हक मिल सके।
नौकरारी को छेड़ा,डिप्टी डायरेक्टर गिरफ्तार
नौकरारी को छेड़ा,डिप्टी डायरेक्टर गिरफ्तार
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में नौकरानी से छेड़खानी करने के मामले में अतिरिक्त कृषि उपनिदेशक विनोद कुमार राय को रविवार की शाम भेलूपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। राय कृषि उपनिदेशक के रूप में झांसी के मऊ रानीपुर में तैनात हैं।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि विरदीपुर स्थित एक अपार्टमेन्ट में विनोद राय का फ्लैट है। उन्होंनें अपार्टमेन्ट में काम करने वाली एक नौकरानी को रविवार बुलाया और रूपए का प्रलोभन देकर उसके साथ छेड़खानी करने लगा। घटना की जानकारी मिलते ही काम्प्लेक्स के लोग लामबंद हो गए और इसकी सूचना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार मिश्रा ने भेलूपुरा पुलिस को मौके पर भेजा। पुलिस ने नौकरानी की तहरीर पर मामला दर्ज कर अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया।
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में नौकरानी से छेड़खानी करने के मामले में अतिरिक्त कृषि उपनिदेशक विनोद कुमार राय को रविवार की शाम भेलूपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। राय कृषि उपनिदेशक के रूप में झांसी के मऊ रानीपुर में तैनात हैं।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि विरदीपुर स्थित एक अपार्टमेन्ट में विनोद राय का फ्लैट है। उन्होंनें अपार्टमेन्ट में काम करने वाली एक नौकरानी को रविवार बुलाया और रूपए का प्रलोभन देकर उसके साथ छेड़खानी करने लगा। घटना की जानकारी मिलते ही काम्प्लेक्स के लोग लामबंद हो गए और इसकी सूचना वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार मिश्रा ने भेलूपुरा पुलिस को मौके पर भेजा। पुलिस ने नौकरानी की तहरीर पर मामला दर्ज कर अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया।
सांसद ने रेप पीडिता को बताया सेक्स वर्कर
सांसद ने रेप पीडिता को बताया सेक्स वर्कर
तिरूअनंतपुरम। केरल के बहुचर्चित सूर्यानेल्ली रेप कांड में पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का नाम आने के बाद से कांग्रेसी बौखला गए हैं। आए दिन कांग्रेसी नेता उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं। पहले केन्द्रीय मंत्री व्यालार रवि ने केरल की महिला रिपोर्टर के खिलाफ सेक्सी कमेंट किया। अब कांग्रेसी सांसद ने सामूहिक बलात्कार की शिकार युवती को ही वैश्या कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया है।
कांग्रेस सांसद के.सुधाकरण ने मस्कट में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि रेप का शिकार होने का दावा करने वाली लड़की शॉपिंग करने और डॉक्टर से मिलने गई थी। उसके पास भागने के कई विकल्प थे। वह कई लोगों के साथ सेक्स में शामिल थी। उसने इसका फायदा भी उठाया। बलात्कार और वैश्यावृत्ति को साफ साफ परिभाषित करने की जरूरत है। यह समाज की जिम्मेदारी है।सुधाकरण ने राज्यसभा के उप सभापति पीजे कुरियन पर लग रहे आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है।
विपक्ष ने कांग्रेसी सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन ने कहा कि रेप पीडिता के बारे में ऎसा बयान असभ्य व्यक्ति ही दे सकता है। यह समाज खासतौर पर महिलाओं का अपमान करने वाला बयान है।
महिला कांग्रेसी की नेता और एआईसीसी की सचिव शनिमोल उस्मान ने सुधाकरण से माफी मांगने को कहा है। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बिंदू कृष्णा ने कहा कि कांग्रेस सांसद का बयान महिलाओं का अपमान है खातसौर पर रेप पीडिता का। सीपीएम की राज्यसभा सांसद टीएन सीमा ने राज्य सरकार से सुधाकरण के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है।
गौरतलब है कि कुछ वक्त पहले केरल हाईकोर्ट के पूर्व जज आर बसंत ने भी रेप पीडिता को चाइल्ड सेक्स वर्कर कहा था। आर बसंत उस दो सदस्यीय पीठ में शामिल थे जिसने 2005 में रेप के आरोपियों को बरी कर दिया था। एक टीवी चैनल ने बसंत की बातचीत को रिकॉर्ड किया था। जिसमेे उन्होंने अपने फैसले को सही ठहराते हुए कहा था कि इस बात के पुख्ता सबूत थे कि पीडिता को बाल वैश्यावृत्ति के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।
तिरूअनंतपुरम। केरल के बहुचर्चित सूर्यानेल्ली रेप कांड में पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का नाम आने के बाद से कांग्रेसी बौखला गए हैं। आए दिन कांग्रेसी नेता उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं। पहले केन्द्रीय मंत्री व्यालार रवि ने केरल की महिला रिपोर्टर के खिलाफ सेक्सी कमेंट किया। अब कांग्रेसी सांसद ने सामूहिक बलात्कार की शिकार युवती को ही वैश्या कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया है।
कांग्रेस सांसद के.सुधाकरण ने मस्कट में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि रेप का शिकार होने का दावा करने वाली लड़की शॉपिंग करने और डॉक्टर से मिलने गई थी। उसके पास भागने के कई विकल्प थे। वह कई लोगों के साथ सेक्स में शामिल थी। उसने इसका फायदा भी उठाया। बलात्कार और वैश्यावृत्ति को साफ साफ परिभाषित करने की जरूरत है। यह समाज की जिम्मेदारी है।सुधाकरण ने राज्यसभा के उप सभापति पीजे कुरियन पर लग रहे आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है।
विपक्ष ने कांग्रेसी सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन ने कहा कि रेप पीडिता के बारे में ऎसा बयान असभ्य व्यक्ति ही दे सकता है। यह समाज खासतौर पर महिलाओं का अपमान करने वाला बयान है।
महिला कांग्रेसी की नेता और एआईसीसी की सचिव शनिमोल उस्मान ने सुधाकरण से माफी मांगने को कहा है। महिला कांग्रेस की अध्यक्ष बिंदू कृष्णा ने कहा कि कांग्रेस सांसद का बयान महिलाओं का अपमान है खातसौर पर रेप पीडिता का। सीपीएम की राज्यसभा सांसद टीएन सीमा ने राज्य सरकार से सुधाकरण के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है।
गौरतलब है कि कुछ वक्त पहले केरल हाईकोर्ट के पूर्व जज आर बसंत ने भी रेप पीडिता को चाइल्ड सेक्स वर्कर कहा था। आर बसंत उस दो सदस्यीय पीठ में शामिल थे जिसने 2005 में रेप के आरोपियों को बरी कर दिया था। एक टीवी चैनल ने बसंत की बातचीत को रिकॉर्ड किया था। जिसमेे उन्होंने अपने फैसले को सही ठहराते हुए कहा था कि इस बात के पुख्ता सबूत थे कि पीडिता को बाल वैश्यावृत्ति के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।
लडाकू विमान ध्वस्त करेगे काल्पिनिक दुश्मन के ठिकाने
लडाकू विमान ध्वस्त करेगे काल्पिनिक दुश्मन के ठिकाने
जैसलमेर । एशिया की सबसे बडी चांधन फील्ड फायरिंग रेंज में भारतीय वायुसेना के लडाकू विमानों और हेलीकॅाप्टरों द्वारा सोमवार को मिसाइल और बम बरसा कर काल्पिनिक दुश्मन के ठिकाने को नेस्तनाबूद करने का प्रदर्शन किया जाएगा। भारतीय वायुसेना के सबसे बडे युद्धाभ्यास आयरन फीस्ट की तैयारियों के मद्देनजर यह उसका फुल ड्रेस रिहर्सल होगा। रविवार को भी पूर्वाभ्यास किया गया था। इस अभ्यास में दोपहर में शुरू हुई बमवर्षा रात करीब दस बजे तक जारी रही। इस युद्धाभ्यास का दिल्ली और गांधीनगर से आए वायुसेना के अफसरों ने रिव्यू भी किया। सोमवार को फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान अग्रिम पंक्ति के लडाकू विमान सुखोई- 30 एमकेआई समेत आधा दर्जन विमानों द्वारा वारगेम में दुश्मन के काल्पनिक ठिकानों को तबाह करने का प्रदर्शन किया जाएगा। एमआई 35, एमआई 17, एमआई 17 वी 5 ने काफी नीचे उडान भर कर हमले करने का प्रदर्शन करेगे। जबकि मालवाहक विमान एएन 32, आईएल 78, हरक्यूलिस सुपर ने युद्ध के दौरान सहायता देने का प्रदर्शन करेगे। हरक्यूलिस से लडाकू विमानों में एयर फ्यूल देने का भी प्रदर्शन किया जाएगा। रिहर्सल के लिए जोधपुर के अलावा उत्तरलाई, नाल, जैसलमेर, फलौदी और भुज से भी विमानों ने उडान भरकर अपनी अचूक निशानेबाजी का प्रदर्शन करेगे। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की मौजूदगी में 22 फरवरी को होने वाले भारतीय वायुसेना के सबसे बडे युद्धाभ्यास आयरन फीस्ट रिहर्सल की शुरुआत में सबसे पहले वायुसेना की सारंग टीम ने हेलिकॉप्टर ने हवाई करतब दिखाएगे। आकाश गंगा टीम द्वारा आतंकी शिविर पर कमांडों उतार कर उस पर कब्जा करने का भी प्रदर्शन किया जाएगा। युद्धाभ्यास आयरन फीस्ट में स्वदेश में निर्मित युद्धक विमान तेजस भी अपना तेज दिखाएगा। इस विमान को लेकर भारतीय वायुसेना काफी आशावान है। ध्यान रहे कि युद्धाभ्यास आयरन फीस्ट में देश के सौ से अधिक विमान अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। राष्ट्रपति के अलावा रक्षा मंत्री एके एंटनी,रक्षा राज्य मंत्री जितेंद्रसिंह, एयर चीफ मार्शल एनएके ब्राउन,थल सेनाध्यक्ष जनरल विक्रमसिंह, नौ सेनाध्यक्ष एडमिरल देवेंद्र जोशी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित 50 मित्र राष्ट्रों के रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख सम्मिलित होंगे।
रविवार, 17 फ़रवरी 2013
विश्व मातृभाषा दिवस पर राजस्थानी भाषा को मान्यता की उठेगी हुंकार
-विश्व मातृभाषा दिवस पर राजस्थानी भाषा को मान्यता की उठेगी हुंकार
सभी तहसीलों सहित जिला मुख्यालय पर होंगे धरना प्रदर्शन
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा
इक्कीस फरवरी को -विश्व मातृभाषा दिवस पर राजस्थानी भाषा को संविधान की
आठवीं सूचि में शामिल कर मान्यता देने की मांग को लेकर जिला मुख्यालय
सहित सभी तहसीलों पर खंड अध्यक्षों के नेतृत्व में धरने प्रदर्शन आयोजित
किये जायेंगे .संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की -विश्व
मातृभाषा दिवस पर राजस्थानियों की मायड़ भाषा राजस्थानी को मान्यता देने
की पुरजोर मांग की जायेगी इसके लिए जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना
कलेक्टर परिसर के बाहर दिया जाएगा ,साथ ही सभी तहसील मुख्यालयों पर खंड
अध्यक्षों के नेतृत्व में प्रधानमंत्री ,गृहमंत्री ,मुख्यमंत्री के नाम
ज्ञापन सौंपा जाएगा ,उन्होंने बताया की -विश्व मातृभाषा दिवस पर आयोजित
होने वाले धरना प्रदर्शनों के लिए जिला पाटवी रिड़मल सिंह दांता के
नेतृत्व में एक कमिटी का गठन किया गया हें जिसमे सह संयोजक नरेश देव सारण
,चिंतन परिषद् के जिला संयोजक सोनाराम बेनीवाल ,इन्दर प्रकाश पुरोहित
,रमेश सिंह इन्दा ,शेर सिंह भुरटिया ,पूर सिंह राठोड ,अब्दुल रहमान जायडू
,चिंतन परिषद्भो अध्यक्ष रमेश गौड़ ,भोम सिंह बलाई ,हिन्दू सिंह तामलोर
, दुर्जन सिंह गुडीसर ,उर्मिला जैन ,श्रीमती देवी चौधरी ,अशोक सारला को
सदस्य बनाया गया हें ,उन्होंने बताया की प्रदेश पाटवी के सी मालू और
प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र सिंह बारहट के निर्देशानुसार जोधपुर संभाग के
सभी जिलो में वृहद स्तर पर राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने की पुरजोर
मांग राखी जायेगी ,उन्होंने आम जन के साथ सभी राजनैतिक दलों के सदस्यों
और पदाधिकारियों से इसमे सहयोग करने की अपील की हें .
शादी का झांसा देकर लूटता रहा अस्मत
शादी का झांसा देकर लूटता रहा अस्मत
सिवनी। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के जावरकाठी में एक युवक शादी का झांसा देकर आदिवासी युवती से रेप करता रहा। मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब युवती मां बन गई। युवती ने जब युवक से शादी करने को कहा तो वह मुकर गया। इस पर युवती ने पुलिस में शिकायत कर दी। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि जावरकाठी निवासी दुष्यंत कुमरे ने पिछले साल अप्रैल में गांव की ही आदिवासी युवती को अपनी हवस का शिकार बनाया। फिर शादी का झांसा देकर लगातार उससे बलात्कार करता रहा। आरोपी युवक ने शादी करने से मुकर गया,जिस पर पीडित युवती ने दो फरवरी को युवक के खिलाफ पुलिस में बलात्कार का मामला दर्ज कराया।
पुलिस ने आरोपी युवक को बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पीडित युवती ने गत 15 फरवरी को एक बेटी को जन्म दिया।
सिवनी। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के जावरकाठी में एक युवक शादी का झांसा देकर आदिवासी युवती से रेप करता रहा। मामले का खुलासा उस वक्त हुआ जब युवती मां बन गई। युवती ने जब युवक से शादी करने को कहा तो वह मुकर गया। इस पर युवती ने पुलिस में शिकायत कर दी। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि जावरकाठी निवासी दुष्यंत कुमरे ने पिछले साल अप्रैल में गांव की ही आदिवासी युवती को अपनी हवस का शिकार बनाया। फिर शादी का झांसा देकर लगातार उससे बलात्कार करता रहा। आरोपी युवक ने शादी करने से मुकर गया,जिस पर पीडित युवती ने दो फरवरी को युवक के खिलाफ पुलिस में बलात्कार का मामला दर्ज कराया।
पुलिस ने आरोपी युवक को बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पीडित युवती ने गत 15 फरवरी को एक बेटी को जन्म दिया।
पूर्व डीएम की वाईफ को भेजे अश्लील मैसेज
पूर्व डीएम की वाईफ को भेजे अश्लील मैसेज
श्योपुर। मध्यप्रदेश के पूर्व श्योपुर जिला कलेक्टर की पत्नी ने जिला परियोजना अधिकारी पर अश्लील मैसेज और फोटों भेजने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
तत्कालीन कलेक्टर सुहैल अख्तर की पत्नी शबनम खान ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि जिला परियेजना अधिकारी दीपक त्रिपाठी ने उनके फेसबुक एकांउट पर अश्लील फोटों और मैसेेज भेजा है। जिसके बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत उन पर प्रकरण दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
सुहैल अख्तर वर्ष 2000 से 2002 तक श्योपुर में जिला कलेक्टर के रूप में पदस्थ थे। उस दौरान उन्होंने अपने कार्यालय में कम्प्यूटर आपरेटर का कार्य करने वाली शबनम से निकाह किया था। अख्तर इस समय मणिपुर के इंफाल में पदस्थ है।
श्योपुर। मध्यप्रदेश के पूर्व श्योपुर जिला कलेक्टर की पत्नी ने जिला परियोजना अधिकारी पर अश्लील मैसेज और फोटों भेजने का आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
तत्कालीन कलेक्टर सुहैल अख्तर की पत्नी शबनम खान ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि जिला परियेजना अधिकारी दीपक त्रिपाठी ने उनके फेसबुक एकांउट पर अश्लील फोटों और मैसेेज भेजा है। जिसके बाद पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत उन पर प्रकरण दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
सुहैल अख्तर वर्ष 2000 से 2002 तक श्योपुर में जिला कलेक्टर के रूप में पदस्थ थे। उस दौरान उन्होंने अपने कार्यालय में कम्प्यूटर आपरेटर का कार्य करने वाली शबनम से निकाह किया था। अख्तर इस समय मणिपुर के इंफाल में पदस्थ है।
बल्ले से फोड़ दिया था गर्लफ्रेंड का सिर!
बल्ले से फोड़ दिया था गर्लफ्रेंड का सिर!
जोहान्सबर्ग। दक्षिण अफ्रीका की पुलिस को ब्लेड रनर के नाम से मशहूर पैरालंपिक स्टार ऑस्कर पिस्टोरियस के घर से खून से सना क्रिकेट का बल्ला मिला है। वहां के एक समाचार पत्र ने यह खबर दी है।
गौरतलब है कि ऑस्कर ने प्रिटोरिया स्थित अपने घर में गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैम्प की गोली मारकर हत्या कर दी थी। शुक्रवार को ऑस्कर पर हत्या का आरोप लगाया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक रीवा की खोपड़ी बुरी तरह से कुचली हुई थी। क्रिकेट के बल्ले पर खूब सारा खून लगा हुआ था।
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि रीवा पर हमले के लिए बल्ले का इस्तेमाल किया गया था या नहीं? या फिर रीवा ने अपने बचाव में बल्ले का इस्तेमाल किया था। पुलिस के मुताबिक रीवा को चार गोलियां मारी गई थी। पुलिस ने ऑस्कर की इस दलील को भी खारिज किया है कि उसने गलती से गोली चलाई थी। ऑस्कर ने अपनी सफाई में बताया था कि उसने यह सोच कर फायरिंग की थी कि घर में कोई चोर घुस आया है।
पुलिस के मुताबिक घटना के वक्त रीवा ने नाईटी पहनी हुई थी। सूत्रों के मुताबिक रीवा को पहले बैडरूम में गोली मारी गई,जो उसके हिप पर लगी। इसके बाद जब वह टॉयलेट में छिप गई तब उसे तीन और गोलियां मारी गई।
रीवा और ऑस्कर का पिछले एक साल से अफेयर चल रहा था। रीवा पेशे से मॉडल थी। बताया जाता है कि वह बहुत ही नम्र स्वभाव की थी। अगर ऑस्कर को इरादतन हत्या का दोषी करार दिया गया तो उसे उम्र कैद की सजा हो सकती है। शुक्रवार को कोर्ट में पेशी के दौरान ऑस्कर फूट फूट कर रोया था। उसके परिजनों का कहना है कि वह निर्दोष है।
जोहान्सबर्ग। दक्षिण अफ्रीका की पुलिस को ब्लेड रनर के नाम से मशहूर पैरालंपिक स्टार ऑस्कर पिस्टोरियस के घर से खून से सना क्रिकेट का बल्ला मिला है। वहां के एक समाचार पत्र ने यह खबर दी है।
गौरतलब है कि ऑस्कर ने प्रिटोरिया स्थित अपने घर में गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैम्प की गोली मारकर हत्या कर दी थी। शुक्रवार को ऑस्कर पर हत्या का आरोप लगाया गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक रीवा की खोपड़ी बुरी तरह से कुचली हुई थी। क्रिकेट के बल्ले पर खूब सारा खून लगा हुआ था।
पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि रीवा पर हमले के लिए बल्ले का इस्तेमाल किया गया था या नहीं? या फिर रीवा ने अपने बचाव में बल्ले का इस्तेमाल किया था। पुलिस के मुताबिक रीवा को चार गोलियां मारी गई थी। पुलिस ने ऑस्कर की इस दलील को भी खारिज किया है कि उसने गलती से गोली चलाई थी। ऑस्कर ने अपनी सफाई में बताया था कि उसने यह सोच कर फायरिंग की थी कि घर में कोई चोर घुस आया है।
पुलिस के मुताबिक घटना के वक्त रीवा ने नाईटी पहनी हुई थी। सूत्रों के मुताबिक रीवा को पहले बैडरूम में गोली मारी गई,जो उसके हिप पर लगी। इसके बाद जब वह टॉयलेट में छिप गई तब उसे तीन और गोलियां मारी गई।
रीवा और ऑस्कर का पिछले एक साल से अफेयर चल रहा था। रीवा पेशे से मॉडल थी। बताया जाता है कि वह बहुत ही नम्र स्वभाव की थी। अगर ऑस्कर को इरादतन हत्या का दोषी करार दिया गया तो उसे उम्र कैद की सजा हो सकती है। शुक्रवार को कोर्ट में पेशी के दौरान ऑस्कर फूट फूट कर रोया था। उसके परिजनों का कहना है कि वह निर्दोष है।
जैसलमेर री वेशभूषा रो जवाब कोणी राजस्थान री वेशभूषा
जैसलमेर री वेशभूषा रो जवाब कोणी राजस्थान री वेशभूषा
जैसलमेर पाकिस्तान री सरहद माथे बसियोड़ो जैसलमेर आपरी लोक कला ,संस्कृति
और लोक जीवन रे कारन ख्याति अर्जित करी हें .अठै री जीवन शैली अर पहनावों
खास हें .अठै री वैशभुसा देश दिशांतर में आपरी न्यारी ओलखान बने हें ,अथे
रो साफो ,धोती कुरता ,जड़ मिनख परे तो ऊनि ओल्खान अलग इज लागे .जड़ लुगाया
कुर्ती कांचली अर लहंगो पैर न निकले तो रेगिस्तान री लोक परंपरा अर जीवन
शिली रा दर्शन मूंदे बोले .मध्यकाल तक राजस्थान रे लोक अंचल मे हर जाति
समुदाय री आपरी वेशभुषा होवे ही जिकी कपडो री आकृति ,रंग और बियारे पहनने
रे ढ़ंग सु अलग पहचाणी जा सकती ही।आजादी बाद वेशभुषा मे पेला जिसी
परम्पराओ रो निर्वहन नही होवे है फ़ेर भी लोक अंचल मे पलने वाळी राजस्थानी
संस्कृति मे आज भी वेशभुषा आपरो अलग महत्व राखे है और परंपरागत वेशभुषा
मानव मन रे भीतर लुक्यिोडी कलात्मकता और सौंदर्यबोध ने व्यक्त करे है।
वेशभूषा - -
गांव रा आदमी सफ़ेद धोती ,कुर्ता या अंगरखी पेरे है। पगा मे जुतिया और
माथे उपर कई रगो री पाग़ पग़डिया धारण करे है। ओढणा कई तरह रा हुवे
है।पोमचा पीलियो, लहरियो व चनुरी जयादा चलाण मे आवे है।
पोमचो - ओ कमल रे फ़ूल रो अर्थ व्यक त करे है। पोमचो दो प्रकार रो होवे है।
(1)लाल व गुलाबी रंगो सु बणीयोडो (2) पीले व लाल रंगो सु बणायोडो ।
बच्चे रे जन्म माथे बिरे ननाणे सु गुलाबी पोमचो भेजिजे है । बेटे रे जन्म
ऊपर पीलो व बेटी रे जन्म ऊपर गुलाबी पोमचो भेजिजे है।
लहरियो - श्रावण मास मे भाई ,बहेन वास्ते पति, पत्नी वास्ते लहरियो भेंट
करे है। लहरियो एक दो, तीन, पांच व सात रंगो मे बणीजे है। कई रंगो री आडी
धारियो सु रंगियोडो कपडो लहरियो कहलावे है। जयपुर मे समुद्र लहर नाम रो
लहरियो रंगीजे है।
चूनरी - जोधपुर सीकर मे बंधेज चूनरी रो विशेष प्रचलन है।आ ओढ्णी और पागडी
दोनो मे काम आवे ।कपडे पर पक्का व चमकीले और रंगो सु बारिक बंधेज री
रंगाई करिजे है।
चौकडी पतंगा व धनक - ए भी ओढ़णी और पागडियो रे रुप मे काम आवे है। अजमेर
मेरवाडा री गूजरिया लाल ओढ़णी और नीले काळे रंग रा घाघरा पेरे है जिके उपर
काँच लागोडा और कसीदो करोडो होवे है।ढूंढाण मे गहरा रंग मारवाड मे हल्का
रंग और गोटा और जरी रो काम प्रचलित है।
पागडिया - आज भी राजस्थान मे खास अवसरो पर पगडिया पेरिजे है।तीज पर
लहरिया दशहरेपर मदिल छपाई री सलमा सितारा लागोडी ,होली उपर सफ़ेद या पीला
,बरसा री ऋ तु मे हरी या कसुमबल ,सर्दियो मे कसुमब्ली और गरमियो मे
केसरिया पाग बांधिजे है।ब्याव उपर मोठडा बांधिजे है। पगडियो परलटकन ,फ़ते
पेच तुर्रा आदि आभुषण लगाविजे है।धनी वर्ग वाळा चीरा और फ़ेटा पेरे
है।माळी रेबारी गहरे लाल रंग री पगडी पेरे 35है।सुनार आंटे आळी व बणजारा
मोटी पट्टेदारपगडी पेरे है। राजपुत केसरिया मेघवाळ हल्के गुलाबी रंग रो
पागडी पेरे है।मारवाड मे विशेष समारोह मे विशेष लोगो मे साफ़ा बंधवाणे और
तलवार ,नारियल भेंट करिजे है।
आदिवासी आदमियो रा कपडा - दक्षिण राजस्थान मे भील जाति पाईजे है।भील माथे
ऊपर सफ़ेद रंग व लाल रंग रे बेल बूटे रो अंगरखो पेरे है इ उपर सफ़ेद रंग री
कढ़ाई करियोडी हुवे है। इरे साथे धोती पेरिजे है।
आदिवासी लुगाईया रा कपडा - आदिवासी लुगाईया बेलबूटे वाळी जामसाई साडी
पेरे है। अविवाहित युवतिया व लडकिया ओढ़णी ओढ़े है और काळे कपडे ऊपर लाल
भूरे बेल बूटो रा लहंगा ( रेनसाई )पेरे है।विवाहित लुगाईया लूगडा पेरे
है।लाल कपडे ऊपर ज्वारभांत सफ़ेद व पीळी बिंदियो रो बणियो लहरिये री ओढ्णी
ओढ़े है।इणा मे भूरे कपडे पर बणी तारा भांत री ओढ़णी ओढ़ण मे काम मे आवे है।
उदयपुर रे कने भीलो री चूनड छापीजे है।
खास हें .अठै री वैशभुसा देश दिशांतर में आपरी न्यारी ओलखान बने हें ,अथे
रो साफो ,धोती कुरता ,जड़ मिनख परे तो ऊनि ओल्खान अलग इज लागे .जड़ लुगाया
कुर्ती कांचली अर लहंगो पैर न निकले तो रेगिस्तान री लोक परंपरा अर जीवन
शिली रा दर्शन मूंदे बोले .मध्यकाल तक राजस्थान रे लोक अंचल मे हर जाति
समुदाय री आपरी वेशभुषा होवे ही जिकी कपडो री आकृति ,रंग और बियारे पहनने
रे ढ़ंग सु अलग पहचाणी जा सकती ही।आजादी बाद वेशभुषा मे पेला जिसी
परम्पराओ रो निर्वहन नही होवे है फ़ेर भी लोक अंचल मे पलने वाळी राजस्थानी
संस्कृति मे आज भी वेशभुषा आपरो अलग महत्व राखे है और परंपरागत वेशभुषा
मानव मन रे भीतर लुक्यिोडी कलात्मकता और सौंदर्यबोध ने व्यक्त करे है।
वेशभूषा - -
गांव रा आदमी सफ़ेद धोती ,कुर्ता या अंगरखी पेरे है। पगा मे जुतिया और
माथे उपर कई रगो री पाग़ पग़डिया धारण करे है। ओढणा कई तरह रा हुवे
है।पोमचा पीलियो, लहरियो व चनुरी जयादा चलाण मे आवे है।
पोमचो - ओ कमल रे फ़ूल रो अर्थ व्यक त करे है। पोमचो दो प्रकार रो होवे है।
(1)लाल व गुलाबी रंगो सु बणीयोडो (2) पीले व लाल रंगो सु बणायोडो ।
बच्चे रे जन्म माथे बिरे ननाणे सु गुलाबी पोमचो भेजिजे है । बेटे रे जन्म
ऊपर पीलो व बेटी रे जन्म ऊपर गुलाबी पोमचो भेजिजे है।
लहरियो - श्रावण मास मे भाई ,बहेन वास्ते पति, पत्नी वास्ते लहरियो भेंट
करे है। लहरियो एक दो, तीन, पांच व सात रंगो मे बणीजे है। कई रंगो री आडी
धारियो सु रंगियोडो कपडो लहरियो कहलावे है। जयपुर मे समुद्र लहर नाम रो
लहरियो रंगीजे है।
चूनरी - जोधपुर सीकर मे बंधेज चूनरी रो विशेष प्रचलन है।आ ओढ्णी और पागडी
दोनो मे काम आवे ।कपडे पर पक्का व चमकीले और रंगो सु बारिक बंधेज री
रंगाई करिजे है।
चौकडी पतंगा व धनक - ए भी ओढ़णी और पागडियो रे रुप मे काम आवे है। अजमेर
मेरवाडा री गूजरिया लाल ओढ़णी और नीले काळे रंग रा घाघरा पेरे है जिके उपर
काँच लागोडा और कसीदो करोडो होवे है।ढूंढाण मे गहरा रंग मारवाड मे हल्का
रंग और गोटा और जरी रो काम प्रचलित है।
पागडिया - आज भी राजस्थान मे खास अवसरो पर पगडिया पेरिजे है।तीज पर
लहरिया दशहरेपर मदिल छपाई री सलमा सितारा लागोडी ,होली उपर सफ़ेद या पीला
,बरसा री ऋ तु मे हरी या कसुमबल ,सर्दियो मे कसुमब्ली और गरमियो मे
केसरिया पाग बांधिजे है।ब्याव उपर मोठडा बांधिजे है। पगडियो परलटकन ,फ़ते
पेच तुर्रा आदि आभुषण लगाविजे है।धनी वर्ग वाळा चीरा और फ़ेटा पेरे
है।माळी रेबारी गहरे लाल रंग री पगडी पेरे 35है।सुनार आंटे आळी व बणजारा
मोटी पट्टेदारपगडी पेरे है। राजपुत केसरिया मेघवाळ हल्के गुलाबी रंग रो
पागडी पेरे है।मारवाड मे विशेष समारोह मे विशेष लोगो मे साफ़ा बंधवाणे और
तलवार ,नारियल भेंट करिजे है।
आदिवासी आदमियो रा कपडा - दक्षिण राजस्थान मे भील जाति पाईजे है।भील माथे
ऊपर सफ़ेद रंग व लाल रंग रे बेल बूटे रो अंगरखो पेरे है इ उपर सफ़ेद रंग री
कढ़ाई करियोडी हुवे है। इरे साथे धोती पेरिजे है।
आदिवासी लुगाईया रा कपडा - आदिवासी लुगाईया बेलबूटे वाळी जामसाई साडी
पेरे है। अविवाहित युवतिया व लडकिया ओढ़णी ओढ़े है और काळे कपडे ऊपर लाल
भूरे बेल बूटो रा लहंगा ( रेनसाई )पेरे है।विवाहित लुगाईया लूगडा पेरे
है।लाल कपडे ऊपर ज्वारभांत सफ़ेद व पीळी बिंदियो रो बणियो लहरिये री ओढ्णी
ओढ़े है।इणा मे भूरे कपडे पर बणी तारा भांत री ओढ़णी ओढ़ण मे काम मे आवे है।
उदयपुर रे कने भीलो री चूनड छापीजे है।
ब्लॉगर की हत्या,सड़कों पर उतरे लोग
ब्लॉगर की हत्या,सड़कों पर उतरे लोग
ढाका। बांग्लादेश में कट्टर धार्मिक समूहों का विरोध कर रहे एक बांग्लादेशी ब्लॉगर की हत्या के बाद शनिवार को लाखों लोग सड़कों पर उतर आए। 1971 के युद्ध अपराधियों को जारी सजा-ए-मौत देने की मांग कर रहे ब्लॉगर राजिब हैदर की शुक्रवार रात को ढाका में उनके घर के पास हत्या कर दी गई थी। पेशे से आर्किटेक्ट 30 वर्षीय हैदर की अंतिम यात्रा के दौरान शनिवार को ढाका के शाहबाग चौक पर लाखों की तादाद में युवा जमा हो गए। प्रदर्शकारियों ने देश की सबसे बड़ी कट्टरपंथी पार्टी जमात-ए-इस्लामी पर हैदर की हत्या का आरोप लगाया है।
1971 के बाद सबसे बड़ा आंदोलन -
बीते सप्ताहभर से प्रदर्शन कर रहे युवा मांग कर रहे हैं कि जमात-ए-इस्लामी पार्टी के नेता अब्दुल कादिर मुल्ला को फांसी दी जाए। कादिर को युद्ध अपराध का दोषी पाए जाने पर उमकैद की सजा दी गई है लेकिन प्रदर्शनकारी उमकैद को फांसी की सजा में बदलने की मांग कर रहे हैं। कादिर ने 1971 में बांग्लादेश की आजादी के युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना का साथ दिया था। अधिकतर बांग्लादेशियों का मानना है कि 1971 के बाद से इस तरह का आंदोलन नहीं हुआ है।
ढाका। बांग्लादेश में कट्टर धार्मिक समूहों का विरोध कर रहे एक बांग्लादेशी ब्लॉगर की हत्या के बाद शनिवार को लाखों लोग सड़कों पर उतर आए। 1971 के युद्ध अपराधियों को जारी सजा-ए-मौत देने की मांग कर रहे ब्लॉगर राजिब हैदर की शुक्रवार रात को ढाका में उनके घर के पास हत्या कर दी गई थी। पेशे से आर्किटेक्ट 30 वर्षीय हैदर की अंतिम यात्रा के दौरान शनिवार को ढाका के शाहबाग चौक पर लाखों की तादाद में युवा जमा हो गए। प्रदर्शकारियों ने देश की सबसे बड़ी कट्टरपंथी पार्टी जमात-ए-इस्लामी पर हैदर की हत्या का आरोप लगाया है।
1971 के बाद सबसे बड़ा आंदोलन -
बीते सप्ताहभर से प्रदर्शन कर रहे युवा मांग कर रहे हैं कि जमात-ए-इस्लामी पार्टी के नेता अब्दुल कादिर मुल्ला को फांसी दी जाए। कादिर को युद्ध अपराध का दोषी पाए जाने पर उमकैद की सजा दी गई है लेकिन प्रदर्शनकारी उमकैद को फांसी की सजा में बदलने की मांग कर रहे हैं। कादिर ने 1971 में बांग्लादेश की आजादी के युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना का साथ दिया था। अधिकतर बांग्लादेशियों का मानना है कि 1971 के बाद से इस तरह का आंदोलन नहीं हुआ है।
एक शख्स जो पहनता है 3.3 किलो सोने से बनी शर्ट, जानिए इस लिबास की पूरी कहानी!
एक शख्स जो पहनता है 3.3 किलो सोने से बनी शर्ट, जानिए इस लिबास की पूरी कहानी!
पिंपरी-चिंचवाड़ (पुणे). पुणे के दत्ता फुगे और उनकी सोने की शर्ट, दोनों ही चर्चा में हैं। जब वे यह शर्ट पहनकर निकलते हैं तो इर्द-गिर्द 20 सुरक्षाकर्मियों का घेरा भी होता है। लेकिन उनकी इस चमक-दमक के पीछे हैं तेजपाल रांका और उनकी टीम।
रांका ज्वेलरी डिजाइनर हैं और उनका परिवार इस कारोबार में पिछले 133 साल से है। वे कहते हैं इस शर्ट की योजना से लेकर इसके तैयार होने तक सफर बेहद रोमांचक रहा। चार गनमैन के घेरे में सिली गई यह।
दत्ता फुगे पिंपरी-चिंचवाड़ के बड़े कारोबारी और साहूकार हैं। कमाई का बड़ा हिस्सा वे सोने में ही निवेश करते आए हैं। इसलिए रांका से पहचान पुरानी थी। रांका 19 साल की उम्र से ही अपने परिवार का यह बिजनेस संभाल रहे हैं। उन्हें सोने के गहने बनाने, उनकी तकनीक के बारे में जानकारी जुटाने, सीखने समझने का बेहद शौक है।
दत्ता जब निवेश की सलाह लेने पहुंचे तो रांका ने सोने की शर्ट बनाने का आइडिया दिया। जो उन्हें राजाओं के कवच देखकर आया था। ज्वेलरी बनाने की पुरानी किताबों में जिक्र मिला था कि लोहे के भारी कवच को आरामदेह बनाने के लिए भीतर कपड़ा लगाया जाता था।
दत्ता ने 'हां' कर दी। ये सब दिसंबर के पहले हफ्ते में तय हुआ। अब दत्ता चाहते थे कि शर्ट उन्हें 21 दिसंबर से पहले मिल जाए ताकि वे उसे शादी की सालगिरह पर पहन सकें।
करीब 15 दिन का समय था। रांका काम में जुट गए। वर्कशॉप से 50 साल पुराने डाई (सांचे) निकाले। इन्हीं सांचों का इस्तेमाल शर्ट बनाने में हुआ।
वे बताते हैं उन्होंने शर्ट बनाने का जिम्मा राजू मंडल के नेतृत्व में 16 बंगाली कारीगरों की टीम को सौंपा। देश के 50 प्रतिशत गहनें बंगाली कारीगर ही तैयार करते हैं। उनके हुनर की ख्याति दुनिया में है।
रांका वे 15 दिन याद करते हैं जब हर रात दुकान से घर जाने से पहले वह वर्कशॉप में जाकर शर्ट की प्रोग्रेस देखते। शर्ट की हर बारीकी पर कारीगरों से बात करते। लेकिन जब दत्ता अपनी शर्ट देखने की बात करते, तो उन्हें मना कर देते।
कहते फोन पर ही पूछ लो जो पूछना है। रांका बताते हैं ऑर्डर फाइनल होने के बाद वह केवल एक बार शर्ट का नाप लेते समय उनसे मिले।
रांका ज्वेलरी डिजाइनर हैं और उनका परिवार इस कारोबार में पिछले 133 साल से है। वे कहते हैं इस शर्ट की योजना से लेकर इसके तैयार होने तक सफर बेहद रोमांचक रहा। चार गनमैन के घेरे में सिली गई यह।
दत्ता फुगे पिंपरी-चिंचवाड़ के बड़े कारोबारी और साहूकार हैं। कमाई का बड़ा हिस्सा वे सोने में ही निवेश करते आए हैं। इसलिए रांका से पहचान पुरानी थी। रांका 19 साल की उम्र से ही अपने परिवार का यह बिजनेस संभाल रहे हैं। उन्हें सोने के गहने बनाने, उनकी तकनीक के बारे में जानकारी जुटाने, सीखने समझने का बेहद शौक है।
दत्ता जब निवेश की सलाह लेने पहुंचे तो रांका ने सोने की शर्ट बनाने का आइडिया दिया। जो उन्हें राजाओं के कवच देखकर आया था। ज्वेलरी बनाने की पुरानी किताबों में जिक्र मिला था कि लोहे के भारी कवच को आरामदेह बनाने के लिए भीतर कपड़ा लगाया जाता था।
दत्ता ने 'हां' कर दी। ये सब दिसंबर के पहले हफ्ते में तय हुआ। अब दत्ता चाहते थे कि शर्ट उन्हें 21 दिसंबर से पहले मिल जाए ताकि वे उसे शादी की सालगिरह पर पहन सकें।
करीब 15 दिन का समय था। रांका काम में जुट गए। वर्कशॉप से 50 साल पुराने डाई (सांचे) निकाले। इन्हीं सांचों का इस्तेमाल शर्ट बनाने में हुआ।
वे बताते हैं उन्होंने शर्ट बनाने का जिम्मा राजू मंडल के नेतृत्व में 16 बंगाली कारीगरों की टीम को सौंपा। देश के 50 प्रतिशत गहनें बंगाली कारीगर ही तैयार करते हैं। उनके हुनर की ख्याति दुनिया में है।
रांका वे 15 दिन याद करते हैं जब हर रात दुकान से घर जाने से पहले वह वर्कशॉप में जाकर शर्ट की प्रोग्रेस देखते। शर्ट की हर बारीकी पर कारीगरों से बात करते। लेकिन जब दत्ता अपनी शर्ट देखने की बात करते, तो उन्हें मना कर देते।
कहते फोन पर ही पूछ लो जो पूछना है। रांका बताते हैं ऑर्डर फाइनल होने के बाद वह केवल एक बार शर्ट का नाप लेते समय उनसे मिले।
कलेक्टर की क्लास में भी बच्चे निरुत्तर
जोधपुर. विद्यालय संबलन कार्यक्रम ने सरकारी स्कूलों में हो रही पढ़ाई की पोल खोल दी है। हालत यह है कि सातवीं कक्षा के बच्चे तीसरी क्लास की किताब तक नहीं पढ़ सकते, जबकि सरकार शिक्षा का स्तर सुधारने के दावे कर रही है।
इसका नमूना शनिवार को नजर आया, जब कलेक्टर गौरव गोयल सौ सवालों के साथ राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय भगत की कोठी गए तो वहां बच्चे बीस सवालों का भी जवाब नहीं दे पाए। ऐसे में कलेक्टर ने स्टाफ को चेतावनी देते हुए कहा, ‘एक महीने की मोहलत देता हूं। बच्चों को अंग्रेजी, गणित और हिंदी के पाठ याद करवा देना।’
कलेक्टर गोयल सुबह करीब सवा दस बजे राबाउप्रावि भगत की कोठी पहुंचे और ब्लैक बोर्ड पर बच्चों को पाठ पढ़ाने लगे। उन्होंने दो घंटे में तीसरी, पांचवीं व छठी की क्लास लेकर बच्चों से 100 सवाल पूछे।
तीसरी कक्षा : राउप्रावि, भगत की कोठी में कलेक्टर ने पूछा कि जून के बाद कौनसा महीना आता है तो बच्चों ने कहा, अगस्त। उन्होंने पूछा कि 15 में से 7 खरगोश भाग गए तो पीछे कितने बचे तो बच्चे कुछ नहीं बोले। उन्होंने सप्ताह में कितने दिन और एक रुपए में कितने पैसे के बारे में पूछा तो कोई जवाब नहीं दे सका। वहीं 124 व 126 की बीच संख्या पूछे जाने पर भी बच्चे खामोश रहे।
पांचवीं कक्षा : कलेक्टर ने पूछा कि अप्रैल के बाद कौनसा महीना आता है तो बच्चों ने कहा, जुलाई। प्रतिशत का सरलतम रूप, क्षेत्रफल, बुधवार के बाद क्या आता है? जैसे सवालों पर बच्चे चुप रहे। उन्होंने बच्चों से ‘गेट अप अर्ली इन द मॉर्निग’ की स्पेलिंग और इसका हिंदी में मतलब पूछा तो कोई उत्तर नहीं दे सका।
छठी कक्षा : उन्होंने पूछा कि एक पेड़ पर 16 में से 9 चिड़िया उड़ गईं तो कितनी चिड़िया बचीं। बच्चों ने जवाब दिया पांच। फिर उन्होंने ब्रदर, ब्वॉय और ग्रीन की स्पेलिंग लिखने को कहा, लेकिन सभी बच्चों ने गलत स्पेलिंग लिखी। उन्होंने पूछा कि एक लीटर में कितने मिलीलीटर और 1 मिनट में कितने सैकंड होते हैं तो सिर्फ एक बच्ची ने जवाब दिया, शेष सभी खामोश रहे।
ऐसे तो बच्चों का क्या होगा
तीन क्लासों में जब बच्चे अंग्रेजी और गणित के सवालों का जवाब नहीं दे सके तो कलेक्टर ने टीचर से पूछा कि यहां पर अंग्रेजी और गणित कौन पढ़ाता है। जब गणित की अध्यापिका प्रेमलता आईं तो उसे फटकार लगाते हुए कलेक्टर ने कहा कि मैडम, आप पढ़ाती नहीं हैं। किसी भी बच्चे को लिखना नहीं आता। सिर्फ दो बच्चे गणित के सवाल कर पा रहे हैं। बाकी का क्या होगा?
आठ साल से लाइट नहीं
पिछले आठ साल से स्कूल में लाइट नहीं होने की शिकायत स्टाफ ने कलेक्टर से की तो उन्होंने कहा कि एसएफजी का पैसा मिलता है। स्टाफ ने कहा, हमें तो पता नहीं। कलेक्टर ने कहा पहले पता करो और एसएफजी से बिजली के बिल जमा कराओ।
कलेक्टर ने दी अगले महीने फिर आने की चेतावनी
कलेक्टर गोयल ने कहा कि स्कूल में सिर्फ दस प्रतिशत बच्चों को ही अंग्रेजी व गणित आती है। शिक्षा का स्तर न्यूनतम है। ऐसे में दो महीने में बच्चों का रिजल्ट सुधारना नामुमकिन है। उन्होंने स्टाफ को चेताया कि सुधार कर लेना, नहीं तो वे अगले महीने फिर आएंगे। तब वे उन्हें छोड़ेंगे नहीं।
इसका नमूना शनिवार को नजर आया, जब कलेक्टर गौरव गोयल सौ सवालों के साथ राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय भगत की कोठी गए तो वहां बच्चे बीस सवालों का भी जवाब नहीं दे पाए। ऐसे में कलेक्टर ने स्टाफ को चेतावनी देते हुए कहा, ‘एक महीने की मोहलत देता हूं। बच्चों को अंग्रेजी, गणित और हिंदी के पाठ याद करवा देना।’
कलेक्टर गोयल सुबह करीब सवा दस बजे राबाउप्रावि भगत की कोठी पहुंचे और ब्लैक बोर्ड पर बच्चों को पाठ पढ़ाने लगे। उन्होंने दो घंटे में तीसरी, पांचवीं व छठी की क्लास लेकर बच्चों से 100 सवाल पूछे।
तीसरी कक्षा : राउप्रावि, भगत की कोठी में कलेक्टर ने पूछा कि जून के बाद कौनसा महीना आता है तो बच्चों ने कहा, अगस्त। उन्होंने पूछा कि 15 में से 7 खरगोश भाग गए तो पीछे कितने बचे तो बच्चे कुछ नहीं बोले। उन्होंने सप्ताह में कितने दिन और एक रुपए में कितने पैसे के बारे में पूछा तो कोई जवाब नहीं दे सका। वहीं 124 व 126 की बीच संख्या पूछे जाने पर भी बच्चे खामोश रहे।
पांचवीं कक्षा : कलेक्टर ने पूछा कि अप्रैल के बाद कौनसा महीना आता है तो बच्चों ने कहा, जुलाई। प्रतिशत का सरलतम रूप, क्षेत्रफल, बुधवार के बाद क्या आता है? जैसे सवालों पर बच्चे चुप रहे। उन्होंने बच्चों से ‘गेट अप अर्ली इन द मॉर्निग’ की स्पेलिंग और इसका हिंदी में मतलब पूछा तो कोई उत्तर नहीं दे सका।
छठी कक्षा : उन्होंने पूछा कि एक पेड़ पर 16 में से 9 चिड़िया उड़ गईं तो कितनी चिड़िया बचीं। बच्चों ने जवाब दिया पांच। फिर उन्होंने ब्रदर, ब्वॉय और ग्रीन की स्पेलिंग लिखने को कहा, लेकिन सभी बच्चों ने गलत स्पेलिंग लिखी। उन्होंने पूछा कि एक लीटर में कितने मिलीलीटर और 1 मिनट में कितने सैकंड होते हैं तो सिर्फ एक बच्ची ने जवाब दिया, शेष सभी खामोश रहे।
ऐसे तो बच्चों का क्या होगा
तीन क्लासों में जब बच्चे अंग्रेजी और गणित के सवालों का जवाब नहीं दे सके तो कलेक्टर ने टीचर से पूछा कि यहां पर अंग्रेजी और गणित कौन पढ़ाता है। जब गणित की अध्यापिका प्रेमलता आईं तो उसे फटकार लगाते हुए कलेक्टर ने कहा कि मैडम, आप पढ़ाती नहीं हैं। किसी भी बच्चे को लिखना नहीं आता। सिर्फ दो बच्चे गणित के सवाल कर पा रहे हैं। बाकी का क्या होगा?
आठ साल से लाइट नहीं
पिछले आठ साल से स्कूल में लाइट नहीं होने की शिकायत स्टाफ ने कलेक्टर से की तो उन्होंने कहा कि एसएफजी का पैसा मिलता है। स्टाफ ने कहा, हमें तो पता नहीं। कलेक्टर ने कहा पहले पता करो और एसएफजी से बिजली के बिल जमा कराओ।
कलेक्टर ने दी अगले महीने फिर आने की चेतावनी
कलेक्टर गोयल ने कहा कि स्कूल में सिर्फ दस प्रतिशत बच्चों को ही अंग्रेजी व गणित आती है। शिक्षा का स्तर न्यूनतम है। ऐसे में दो महीने में बच्चों का रिजल्ट सुधारना नामुमकिन है। उन्होंने स्टाफ को चेताया कि सुधार कर लेना, नहीं तो वे अगले महीने फिर आएंगे। तब वे उन्हें छोड़ेंगे नहीं।
रैंप पर फैशन और सौंदर्य का फ्यूजन
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आरती गर्ग को मिला मिस जालोर का खिताब
जालोर . जालोर महोत्सव के तहत शनिवार शाम को 'मिस जालोर' प्रतियोगिता हुई, जिसमें बड़ी संख्या में शहर की युवतियों ने भाग लिया। जिसमें से आरती गर्ग को मिस जालोर चुना गया। इसके अलावा चंदा कंवर, ईशा खोखर, हर्षलता जैन, पारुल बोराणा, सोनिया खोखर, रेखा सुंदेशा, कृतिका, विद्या सोनी, ताहिरा, रतन गहलोत व प्रतिभा पंवार ने भाग लिया। प्रतियोगिता के दौरान बड़ी संख्या में शहरवासी हौंसला अफजाई के लिए मौजूद रहे।
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