ब्लॉगर की हत्या,सड़कों पर उतरे लोग
ढाका। बांग्लादेश में कट्टर धार्मिक समूहों का विरोध कर रहे एक बांग्लादेशी ब्लॉगर की हत्या के बाद शनिवार को लाखों लोग सड़कों पर उतर आए। 1971 के युद्ध अपराधियों को जारी सजा-ए-मौत देने की मांग कर रहे ब्लॉगर राजिब हैदर की शुक्रवार रात को ढाका में उनके घर के पास हत्या कर दी गई थी। पेशे से आर्किटेक्ट 30 वर्षीय हैदर की अंतिम यात्रा के दौरान शनिवार को ढाका के शाहबाग चौक पर लाखों की तादाद में युवा जमा हो गए। प्रदर्शकारियों ने देश की सबसे बड़ी कट्टरपंथी पार्टी जमात-ए-इस्लामी पर हैदर की हत्या का आरोप लगाया है।
1971 के बाद सबसे बड़ा आंदोलन -
बीते सप्ताहभर से प्रदर्शन कर रहे युवा मांग कर रहे हैं कि जमात-ए-इस्लामी पार्टी के नेता अब्दुल कादिर मुल्ला को फांसी दी जाए। कादिर को युद्ध अपराध का दोषी पाए जाने पर उमकैद की सजा दी गई है लेकिन प्रदर्शनकारी उमकैद को फांसी की सजा में बदलने की मांग कर रहे हैं। कादिर ने 1971 में बांग्लादेश की आजादी के युद्ध के दौरान पाकिस्तानी सेना का साथ दिया था। अधिकतर बांग्लादेशियों का मानना है कि 1971 के बाद से इस तरह का आंदोलन नहीं हुआ है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें