गुरुवार, 10 जनवरी 2013

घर घर संपर्क किया कार्यकर्ताओ ने आम जन को साहित्य किया भेंट



स्वामी विवेकानंद की सार्धशती जयंती समारोह को लेकर व्यापक प्रचार प्रसार

घर घर संपर्क किया कार्यकर्ताओ ने आम जन को साहित्य किया भेंट

बाड़मेर स्वामी विवेकानंद सार्द्धशती समारोह समिति के तत्वावधान में गुरूवार को स्वामी विवेकानंद की 150 वी जयंती समारोह को लेकर कार्यकर्ताओ ने व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए घर घर जनसंपर्क कर समारोह में आने का विधिवत न्यौता दिया ,समारोह समिति के नगर संयोजक महेश गुप्ता ने बताया की समारोह को लेकर आज जन संपर्क का आयोजन किया गया जिसमें सभी समिति के कार्यकर्ता व पदाधिकारियों की उपस्थिति में स्वामी विवेकानंदजी की 150वीं जयंती के अवसर पर आगामी 12 जनवरी को शोभा यात्रा समारोह मनाये जाने को लेकर व्यापक जन संपर्क किया गया .। ट्रोली प्रमुख पूर सिंह राठोड के नेतृत्व में छुग सिंह गिराब ,कान सिंह उन्ड्खा ,दिनेश्पाल सिंह लखा ,विजय सिंह खारा ,प्रेम सिंह केलनोर ,जगदीश लंगेरा ,नरेन्द्र सिंह बिसुकला ,प्रेम सिंह लंगेरा ,मग सिंह लंगेरा ने शहर के चौहटन चौराहा ,गडरा चौराहा ,रैन बसेरा रोड ,नॅशनल हाई वे पन्द्र सहित लोगो से जन संपर्क कर लोगो को बारह जनवरी को निकलने वाली शोभा यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया तथा स्वामी विवेकानंद की तस्वीरे और कर पत्र तथा साहित्य का वितरण किया गया .

स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में जमकर धांधली ...पैसो की बंदरबांट

अशोक गहलोत 
स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में जमकर धांधली ...पैसो की बंदरबांट
मुख्यमंत्री ने दिए अतिरिक्त सचिव ग्रामीण विकास को दिए जांच के आदेश ,

बाड़मेर नगर परिषद् बाड़मेर में स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में चल रही धांधली की शिकायत ग्रुप फॉर पीपुल्स ने जिला कलेक्टर बाड़मेर को की .इस आशय प् ज्ञापन सोमवार को जिला कलेक्टर और अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ग्रुप के रमेश सिंह इन्दा ,दिनेश विश्नोई ,अशोक सारला सहित कई कार्यकर्ताओ ने दिया .ज्ञापन में लिखा हें कि नगर परिषद् बाड़मेर द्वारा राज्य सरकार की महत्ती स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में इसके प्रभारी अधिकारी भरी भरष्टाचार कर योजना को धरातल पर लाये बिना योजना का पैसा आपस में बाँट रहे हें ,गत पांच छह सालो से प्रभारी अधिकारी डी के सांखला की बालोतरा की स्वयं सेवी संस्था रेड्डी के साथ सेटिंग हो रखी हें ,इस योजना का समस्त कार्य इसी संस्था को दिया जाता हें ,इस संस्था के खिलाफ पालिका की बर्ड बैठक में भरष्टाचार का मामला उठाया गया जिसमे काम किये बगैर भुगतान उठाने के गंभीर आरोप थे .बोर्ड में मामला उठाने पर इसकी जांच की गई जांच में आरोप सही पाए गए थे जिस पर इस संस्था को ब्लेक लिस्टेड करने के निर्देश दिए थे मगर अधिकारियो की मिलीभगत के कारण इस संस्था को ब्लेक लिस्टेड नहीं किया ,अलबता इस संस्था को इस बार फिर मिली भगत से डूडा की बैठक जो मंगलवार को संपन हुई डूडा की बैठक रेड्डी संस्था के नाम प्रस्ताव पारितकर दिया . ,इस संस्था पर पूर्व में विभिन विभागों में भरष्टाचार के आरोप लगे हें ,डूडा के प्रभारी अधिकारी द्वारा नियमानुसार निविदा जारी कर संस्थाओ से प्रस्ताव मांगने की बजाये सीधे इसी संस्था को कोल के जरिये प्रस्ताव मांग डूडा की बैठक मेंजिला कलेक्टर से प्रस्ताव पारित करा लिए जाते हें . इस बार भी डी के सांखला के दबाव और मिलीभगत से रेड्डी संस्था का प्रस्ताव पारित किया गया .जिन संस्थाओ के आवेदन दिए गए थे उन्हें बैठक में बुलाया ही नहीं गया .पिछले पांच सालो में स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार योजना में बाड़मेर नगर पालिका में जो कार्य हुए उसकी विशेष जांच दल गठित कर जांच कराई जाए ,इस योजना में करदो रुपयों का घपला किया गया हें ,इस योजना ने आम जन को आज तक कोई फ़ायदा नहीं मिला .


इस योजना में धांधली की जांच के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय से एडिसनल चीफ सेक्रेटरी रूरल डवलपमेंट एंड पंचायतराज डिपार्टमेंट को लिखा हें .आपसे निवेदन हें की तक चयनित संस्था को कोई कार्यादेश नहीं दिया जाए ,उन्होंने लिखा की इस अधिकारी की संस्था से मिलीभगत साफ़ दिखाती हें की इनके प्रभार में आने वाले जिलो का काम भी सीधे रेड्डी संस्था को दिए जा रहे हें ,

सिणधरी ब्लॉक के बच्चों ने लिया संकल्प जल प्रबन्धन का

ब्लॉक स्तरीय निबन्ध प्रतियोगिता सम्पन्न
सिणधरी ब्लॉक के बच्चों ने लिया संकल्प जल प्रबन्धन का
बाड़मेर- हमें खुशी है कि विजेतओं के साथ आप सभी बच्चों ने वर्षा जल बचाने एवं जल प्रबन्धन अपनाने का संकल्प लिया ये उद्गार थे सूचना, शिक्षा एवं संचार कार्यक्रम जोधपुर संभाग समन्वयक मुकेश द्विवेदी जो कि सिणधरी ब्लॉक में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मंे राज्य जल संसाधन आयोजना विभाग एव ईयू-एसपीपी के वितीय सहयोग से ब्लॉक के बच्चों में जल प्रबन्धन की सोच विकसित करने के उद्देश्य से क्या कल के लिए जल बचाना जरूरी है विषय पर आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता के समापन समारोह में व्यक्त किये। द्विवेदी ने कहा कि ये बच्चे आगे जाकर समाज में अपनी जल प्रबन्धन को लेकर महती भूमिका निभाऐंगे। कार्यक्रम में संभाग सह समन्वयक सीपी व्यास ने अपनी बात रखते हुए कहा कि वर्षा जल संग्रहण एवं उचित जल प्रबन्धन से ही मानव एवं अन्य जीवन जगत के अस्तित्व को बचाया जा सकता है क्योंकि नहीं बचेगा जल तो कैसे जिओगे कल। कार्यक्रम के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए संस्थान प्रतिनिधि नेमीचन्द ने बताया कि उक्त प्रतियोगिता में 105 बच्चों ने भाग लिया सूचना शिक्षा एवं संचार कार्यक्रम के तहत जिलें में अलग-अलग ब्लॉक एवं ग्राम सतर पर जल प्रबन्धन पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, निबन्ध प्रतियोगिता के पश्चात सिणधरी ब्लॉक समन्वयक हरदेव ने कल विजेताओं के नाम की घोषणा एवं विजेताओं को स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र वितरण की बात कही। विद्यालय कार्यक्रम प्रभारी नानक राम कोली ने परीक्षा प्रभारी बाबूलाल जीनगर का व्यवस्थाओं के प्रबन्धन एवं निबन्ध प्रतियोगिता के सफल आयोजन हेतु विशेष आभार एवं संस्थान प्रतिनिधियों एवं बच्चों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

बाडमेर,प्रशासन गांवों के संग अभियान का शुभारम्भ

बाडमेर,प्रशासन  गांवों के संग  अभियान का शुभारम्भ 

बाडमेर, 10 जनवरी। जिले में गुरूवार को प्रासन गांवों के संग अभियान 2013 का भाुभारम्भ किया गया। जिले की आठों पंचायत समितियों के पंचायत मुख्यालयों पर आयोजित िविरों के दौरान अपनी विभिन्न समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण करवाने के लिए बडी संख्या में ग्रामीण उपस्थित हुए। 

िव पंचायत समिति के राजबेरा ग्राम पंचायत पर आयोजित प्रासन गांवों के संग िविर का भाुभारम्भ जिला प्रमुख श्रीमती मदन कौर ने किया। इस अवसर पर श्रीमती कौर ने कहा कि सरकार की मां ग्रामीणों को उनकी समस्याओं का उनके कार्य स्थल पर ही निपटारा करने की है, इसलिए प्रासन गांवों के संग अभियान चलाकर विभिन्न विभागों को उनके गांव में उनके बीच में लाया गया है ताकि उन्हें अपनी समस्याओं का निराकरण करने तथा योजनाओं का लाभ उठाने के लिए जिला मुख्यालय पर चक्कर नहीं लगाने पडे एवं उनके धन एवं समय की बचत हो सकें। इस अवसर पर उन्होने राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रहे विभिन्न फ्लेगिप कार्यक्रमों एवं जन कल्याणकारी योजनाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी कराई तथा योजनाओं का लाभ उठानें को कहा। 

जिला कलेक्टर भानु प्रका एटूरू ने बाडमेर पंचायत समिति के आटी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित िविर का निरीक्षण किया तथा प्रगति की जानकारी ली। उन्होने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को संवेदनाीलता के साथ सकि्रयता से कार्य करने के निर्दो दिए। उन्होने िविर में उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों से उनके द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को देने के साथ साथ मौके पर ही उनसे योजनाओं के आवेदन लेने, तस्दीक करने तथा स्वीकृतियां जारी करने के निर्दो दिए। बाडमेर विधायक मेवाराम जैन ने ग्रामीणों से आव्हान किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में िविरों में पहुंच कर अपनी समस्याओं का निराकरण कराए तभी इस अभियान की सार्थकता साबित हो सकेगी। िविर के दौरान जिला कलेक्टर भानु प्रका एटूरू, बाडमेर विधायक मेवाराम जैन ने आबादी भूमि पट्टों तथा पोंन योजनाओं की स्वीकृतियों का वितरण किया। 

िविर प्रभारी उपखण्ड अधिकारी बाडमेर विनिता सिंह ने बताया कि आटी तथा जसाई ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित िविर में आबादी भूमि के 37 एवं सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत विभिन्न पोंनों की 66 व पालनहार योजना की 5 स्वीकृतियां वितरित की गई। उन्होने बताया कि इन िविरों में नामान्तरकरण के 14, कृशि भूमि विभाजन के 5, लोक अदालत का 1 प्रकरण निपटाया गया। वहीं राजस्व रेकर्ड की प्रतिलिपियां 59 तथा 1036 मूल निवास एवं जाति प्रमाण पत्र जारी किए गए। 

िविर प्रभारी उपखण्ड अधिकारी िव नखतदान बारहठ ने बताया कि राजबेरा में गुरूवार को आयोजित िविर में सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत विधवा पोंन के 4, विकलांग पोंन के 4, पालनहार योजना के तहत 1, राश्ट्रीय वृद्घावस्था पोंन की 6 स्वीकृतियां जारी की गई। इसी प्रकार कृशि भूमि का आपसी सहमति से बंटवाडा के 2, विद्यालयों को भूमि आवंटन के 2, आबादी विस्तार के राजस्व गांव हनुमानपुरा और धनाणियों की ाणी का 11 प्रकरण निस्तारण किया गया। उन्होने बताया कि नामान्तरकरण तस्दीक के 26, भूमि समर्पण के 3, कब्रिस्तान हेतु भूमि आवंटन का 1 मामले का निपटाया गया। िविर के दौरान राजस्व रेकर्ड की नकले जारी करना 45, जाति प्रमाण पत्र 45, मूल निवास प्रमाण पत्र 90, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र 15, नि:ाक्तता प्रमाण पत्र 5 जारी किये गये। 

आज के िविर 

बाडमेर, 10 जनवरी। प्रासन गांवों के संग अभियान 2013 के तहत भाुक्रवार को जिले की आठों पंचायत समितियों में ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर िविर आयोजित किए जाएगे। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भाुक्रवार 11 जनवरी को बाडमेर पंचायत समिति में ग्राम पंचायत माहबार व मीठडा, बायतु पंचायत समिति में सवाउ मूलराज व सवाउ पदमसिंह, सिणधरी पंचायत समिति में डण्डाली व करना, चौहटन पंचायत समिति में केलनोर व मीठडाउ, िव पंचायत समिति में फोगेरा व कोटडा, सिवाना पंचायत समिति में कुसीप, बालोतरा पंचायत समिति में मांजीवाला व असाडा एवं धोरीमना पंचायत समिति में बेरीगांव व गांधव कला ग्राम पंचायत मुख्यालय पर प्रासन गांवों के संग िविर का आयोजन किया जाएगा। 

पर्यवेक्षक अधिकारी नियुक्त 

बाडमेर, 10 जनवरी। जिले में प्रासन गांवों के संग अभियान 2013 के सफल एवं सुचारू रूप से सम्पादित करने के लिए पर्यवेक्षण किये जाने हेतु पर्यवेक्षक अधिकारी नियुक्त किए गए है। 

जिला कलेक्टर भानु प्रका एटूरू ने बताया कि प्रासन गांवों के संग अभियान के सफल एवं सुचारू रूप से सम्पादित करने के लिए जिला परिशद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लालाराम गुगरवाल एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण कुमार पुरोहित को पर्यवेक्षक अधिकारी नियुक्त किया गया है। पर्यवेक्षक अधिकारियों को निर्दोित किया गया है कि वे ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर आयोजित िविरों में समयसमय पर रेण्डम प्रणाली से िविरों का निरीक्षण करेंगे एवं निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इसी प्रकार वर्तमान में उपखण्ड अधिकारी बायतु का पद रिक्त होने तथा जब तक उपखण्ड अधिकारी बायतु के पद पर किसी को पदस्थापित नहीं किया जाता है तब तक के लिए तहसीलदार बायतु महावीर जैन को प्रचायत समिति बायतु का प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया जाकर निर्दो दिए गए है किवे अग्रिम आदो तक अपने कार्य के साथ साथ प्रासन गांवों के संग अभियान संबंधी कार्यो का सम्पादन करेंगे। 

खिलाडियों की चयन स्पर्धा 11 व 12 को 

बाडमेर, 10 जनवरी। भारतीय खेले प्राधिकरण द्वारा संचालित खेल छात्रावास जोधपुर में विभिन्न खेलों में प्रवो हेतु खिलाडियों की चयनित स्पर्धा बरकतुल्लाह खान स्टेडियम जोधपुर में 11 व 12 जनवरी को आयोािजत की जाएगी। उक्त जानकारी जिला खेल अधिकारी सोहनलाल चौधरी ने दी। 

अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल आज समदडी आएगें 

बाडमेर 10 जनवरी। राजस्थान अनुसूचित जाति आयोग अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल आज समदडी आएगें। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मेघवाल 11 जनवरी को जयपुर से प्रस्थान कर सायं 4.00 बजे समदडी पहुंच जन सुनवाई करेंगे। वे 12 जनवरी को दोपहर 3.00 बजे समदडी से प्रस्थान कर सायं 6.00 बजे रामदेवरा जाएगें तथा 13 जनवरी को रामदेवरा से प्रातः 9.00 बजे प्रस्थान कर दोपहर 12.00 बजे समदडी आएगें। वे 14 जनवरी को सिणेर, 15 को इन्द्राणा, 16 को धारणा एवं 17 जनवरी को पादरू में प्रासन गांवों के संग कार्यक्रम में िरकत करेंगे। इसके पचात वे 17 जनवरी बालोतरा से जोधपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें। 




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जैसलमेर संक्षिप्त खबरें प्रशासन की

जैसलमेर संक्षिप्त खबरें प्रशासन की  

 अल्पबचत कार्य करने के लिए आवेदन-पत्र आमंत्रित करने की तिथि 15 फरवरी तक
    जैसलमेर, 10 जनवरी/अल्पबचत संबंधित कार्य करने के इच्छुक जिले के बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए आवेदन-पत्र की तिथि 15 फरवरी, 2013 तक बढ़़ा दी गई। उन्होंने बताया कोषाधिकारी रश्मि बिस्सा ने बताया कि पूर्व में जिन्होंने आवेदन-पत्र प्रस्तुत कर दिये हैं उन्हें पुनः आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है।
    कोषाधिकारी बिस्सा ने बताया कि इसके लिए इच्छुक व्यक्ति जैसलमेर का निवासी होना चाहिए तथा उसकी आयु 18 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। महिला प्रधान अभिकर्ता के लिये शहरी क्षेत्र में 10 वीं पास तथा ग्रामीण क्षेत्र में 8 वीं पास होना चाहिए। पुरुष अभिकर्ता के लिए 12 वीं पास होना आवश्यक है। आवेदन-पत्र के साथ आचरण व चरित्र अच्छा होने का प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करना होगा। आवेदक किसी राज्य एवं केन्द्रीय कर्मचारी के निकटतम संंबंधी नहीं होना चाहिए। अन्य शर्ते एवं फार्म कोषाधिकारी ( अल्प बचत ) जैसलमेर कार्यालय से सायं से 6 बजेः तक प्राप्त कर सकते हैं।
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ब्रहमसर प्रेरक की सेवाएँ समाप्त
          जैसलमेर, 10 जनवरी/प्रशासन गांवों के संग अभियान पूर्व तैयारी के लिये पंचायत प्रसार अधिकारी गिरधारीराम ने लोक शिक्षा केन्द्र ब्रहमसर का अवलोकन किया तो वह बंद पाया गया। इसके सम्बन्ध में सूचना जिला साक्षरता एवं सत्त शिक्षाधिकारी मोहनलाल बारूपाल को देने पर वे मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे। लोक शिक्षा केन्द्र पर अव्यवस्थाएँ पाए जाने पर प्रेरक प्रेमकुमार एवं श्रीमती पेपोंदेवी की सेवाएँ समाप्त की गयी।
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           जिला सैनिक कल्याण अधिकारी 15 जनवरी को छॉयण में सुनेंगे गौरव सैनिकों की समस्याएँ
   जैसलमेर, 10 जनवरी/जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल खंगाराराम 15 जनवरी को छाँयण क्षेत्र का भ्रमण कर छांयण एवं आस-पास क्षेत्र के गौरव सैनिकों की समस्याए सुनेंगे एवं उनके समाधान की कार्यवाही करेगें।
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पेंशन प्रकरण निस्तारण के लिए बैठक 21 जनवरी को
   जैसलमेर, 10 जनवरी/ सेवानिवृत्त कार्मिकों के पेंशन प्रकरण के शीघ्र निस्तारण के लिये जिले के समस्त कार्यालयाध्यक्ष/विभागोंध्याक्षों की बैठक जिला कलक्टर शुचि त्यागी की अध्यक्षता में 21जनवरी को दोपहर 3 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में रखी गई। कोषाधिकारी रश्मि बिस्सा ने सभी संबंधित अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे विभाग के बकाया पेंशन प्रकरणों की पूर्ण सूचना देकर उपस्थित होवें। बैठक में पेंशन विभाग जोधपुर के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।
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’’ प्रशासन गांवों के संग अभियान -2013 ’’
शुक्रवार को चार ग्राम पंचायतों में लगेंगे शिविर
      जैसलमेर, 10 जनवरी/ जिले में प्रशासन गांव के संग अभियान- 2013 के अन्तर्गत 11जनवरीशुक्रवार को चार ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर शिविर लगेंगे।
       जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बताया कि 11 जनवरीशुक्रवार को ग्राम पंचायत बरमसररायमलासांगड व गोमट तथा 12 जनवरी शनिवार को ग्राम पंचायत काठोड़ीम्याजलारडांगरी एवं डेडाणिया में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत शिविर आयोजित हाेंगे। उन्होंने इन ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों से आग्रह किया है कि वे इन शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में पहुंच कर अपने समस्याओं का निराकरण कराएं।       

जैसलमेर जिले में उत्साह के साथ ’’ प्रशासन गांवों के संग अभियान ’’ का आगाज




जैसलमेर जिले में उत्साह के साथ ’’ प्रशासन गांवों के संग  अभियान ’’ का आगाज
प्रभारी सचिव सुधांश पन्त ,जिला कलक्टर एवं विधायकों ने किया शिविर का अवलोकन
                     ग्रामीणों की समस्याओं का हुआ शिविर में समाधान
   जैसलमेर, 10 जनवरी/ जैसलमेर जिले में गुरुवार , 10 जनवरी को ग्राम पंचायत अमरसागरतेजपालाफतेहगढ़़ एवं रामदेवरा में उत्साह के साथ ’’ प्रशासन गांवों के संग अभियान ’’ का आगाज हुआ। इस अभियान में ग्रामीणजनों ने बढ-़चढ कर हिस्सा लेकर अपनी समस्याओं का समाधान करवाया।
   ग्रामपंचायत अमरसागर में प्रारंभ हुए शिविर में अभियान के प्रभारी सचिव एवं खान एवं पेट्रोलियम शासन सचिव सुधांश पंतजिला कलक्टर शुचि त्यागीपोकरण विधायक शाले मोहम्मदजैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटीनगर विकास न्यास के अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवरबीसूका उपाध्यक्ष देवकाराम मालीपंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान मूलाराम चौधरीजैसलमेर सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवीसिंह भाटी ने शिरकत की एवं शिविर में अधिकाधिक लोगों को राहत पहुंचाने तथा उनकी समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिये।
   शिविरों को पूर्ण उपादेय बनाएं
   प्रभारी सचिव सुधांश पंत तथा जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने शिविर में लोगों की जनसमस्याओं के प्रार्थना-पत्र प्राप्त किए एवं संबंधित अधिकारियों को उसके निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे शिविर में अधिक से अधिक लोगों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करने का पूरा प्रयास करें ताकि इन शिविरों की सही उपादेयता सिद्ध हो सकें।
   स्थानीय विकास के लिए पुरजोर आग्रह
   प्रभारी सचिव पंत को पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्लासरपंच अमरसागर भोजराज माली के साथ ही अन्य ग्रामीणों ने अमरसागर ग्रामपंचायत की आबादी प्रस्ताव बढ़ाने का आग्रह किया एवं इसके लिए शीघ्र ही कार्यवाही कराने की आवश्यकता जताई। इसके साथ ही अमरसागर तालाब का क्षेत्र जो अभी तक राजपरिवार के खुद काश्त में दर्ज हैउसके स्थान पर उसे सार्वजनिक तालाब घोषित करानेराजस्व भूमि पर बैठे लोगों को पट्टा जारी कराने की कार्यवाही कराने का आग्रह किया। प्रभारी सचिव पंत ने जिला कलक्टर त्यागी को इस प्रकरणों में आवश्यक कार्यवाही करने को कहा।
   अभियान ग्रामीणों के लिए वरदान
   पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीणों की जन समस्याओं के निपटाने के प्रति पूर्ण संवेदनशील हैइसी कारण इन अभियानों की शुरुआत की है। उन्होंने ग्रामीणों ने कहा कि वे इन शिविरों में राजस्व के साथ ही अन्य समस्याओं का निपटारा कराएं। उन्होंने कहा कि यह अच्छा अवसर है जहां पूरा प्रशासन उनके गांव में पहुंच कर एक ही छत के नीचे सभी विभागों के अधिकारी अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।
   जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने अमरसागर पंचायत में राजस्व भूमि पर बैठे लोगों को अवासीय पट्टा जारी करनेगोचर भूमि आरक्षित करनेतालाब के आगोर से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करने पर जोर दिया।
   जिला कलक्टर ने व्यापक लोक राहत के निर्देश दिए
   जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने भी धैर्य के साथ लोगों की समस्याओं को सुना एवं उन्हें राहत दिलाने का विश्वास दिलाया। उन्होंने शिविर में आपसी बंटवारेरास्तों के कटान  तथा  अन्य राजस्व सम्बन्धी कार्य निपटाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने पण्डाल में विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गये काउन्टरों पर जाकर उनके द्वारा निपटाए गये कार्यो की विस्तार से जानकारी ली एवं निर्देश दिए कि लोगों को राहत पहुँचाने की किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रखें।
   ग्राम्य सद्भावना से विकास में सहभागिता दें
   युआईटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तँवरपंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान मूलाराम चौधरी ने ग्रामीणों से कहा कि वे प्रेम भावना के साथ अपनी समस्याएँ निपटाएं और किसी उलझन में न पड़ें। उन्होंने कहा कि ऎसे शिविरों से गरीब लोगों को पेंशन का बहुत बड़ा लाभ मिलता है इसलिये अधिक से अधिक पात्र लोगों की पेंशन स्वीकृत करें।
   अभियान पर्यवेक्षण अधिकारी एवं अतिरिक्त आयुक्त उपनिवेशन एफ.आर. सोनी ने शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा किए जाने वाले कार्यो की जानकारी दी। अमरसागर सरपंच भोजराज माली ने अतिथियों का स्वागत करते हुए क्षेत्रीय समस्याओं के बारे में विस्तार से अवगत करवाया एवं उसका निराकरण कराने का आग्रह किया। शिविर प्रभारी एवं उपखण्ड अधिकारी रमेशचंद जैन्थ ने राजस्व विभाग द्वारा किये जाने वाले कार्यो की जानकारी दी।
   शिविर में समाजसेवी मेघराज माली के साथ ही किशनघाट में राजस्व भूमि पर बसे औड समाज के लोगों ने आवासीय पट्टा जारी करानेअमरसागर में बसे हुए पाक विस्थापित भील परिवारों ने भी पट्टा जारी कराने के सम्बन्ध में प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किए। इस संबंध में जिला कलक्टर त्यागी ने किशनघाट के पास बसे औड समाज के लोगों के लिये नया राजस्व गांव सृजित करवाने के प्रस्ताव लेने के निर्देश तहसीलदार को दिए।
   शिविर में विकास अधिकारी रमेशचन्द्र माथुर ने पंचायतीराज विभाग की संचालित योजनाओं की जानकारी दी। शिविर में ग्रामीण पुरुष व महिलाओं ने भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया एवं अपनी समस्याओं से संबंधित प्रार्थना-पत्र पेश किए।
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अमरसागर शिविर में मिले लोगों को आवासीय पट्टे एवं पेंशन स्वीकृति-पत्र
प्रभारी सचिव एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने प्रदान किए पट्टे
   जैसलमेर, 10 जनवरी/ ग्राम पंचायत अमरसागर में गुरुवार को प्रारंभ हुआ प्रशासन गांवों के संग अभियान शिविर ग्रामीणजनों के लिये राहतदायी सिद्ध हुआ। शिविर में बी.पी.एल.परिवार के लोगों ने आवासीय पट्टे प्राप्त कर जहां असली मालिकाना हक प्राप्त किया वहीं कई गरीब व्यक्तियों को पेंशन का लाभ भी मिला।
   शिविर में प्रभारी सचिव सुधांश पंत ने बी.पी.एल परिवार की श्रीमती पेपों देवीश्रीमती केशुदेवीश्रीमती भँवरी को निःशुल्क आवासीय पट्टे प्रदान किएवहीं श्रीमती खम्मादेवी,देराजरामतुलछाराम को पेंशन स्वीकृति-पत्र प्रदान किए।
   जिला कलक्टर शुचि त्यागी ने बीपीएल परिवार के मिश्रीलालठाकुरदास व श्यामसिंह को आवासीय पट्टे तथा श्रीमती गुजरदेवी श्रीमती जेठूदेवीश्रीमती सुगनीदेवी तथा श्रीमती अमकादेवी को पेंशन स्वीकृति-पत्र प्रदान किए।
   शिविर में पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने चुन्नीलाल एवं जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी ने गुमानाराम को आवासीय पट्टे जारी किए।
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ग्रामपंचायत अमरसागर में आयोजित शिविर में लोगों की समस्याओं का हुआ समाधान
मौके पर ही मिला पेंशन का लाभकई राजस्व के कार्य हुए
   जैसलमेर, 10 जनवरी/ ग्रामपंचायत अमरसागर में गुरुवार को आयोजित हुए शिविर में ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण होने से उन्हें राहत मिली वहीं विभिन्न विभागों द्वारा भी मौके पर ही कई कार्य निपटाए गए।
   शिविर प्रभारी एवं उपखण्ड अधिकारी रमेशचन्द जैन्थ ने बताया कि शिविर में तहसीलदार जैसलमेर जयसिंह द्वारा 71 नामान्तरकरण खोले गए। इसी प्रकार 2 गैर खातेदारों को मौके पर ही खातेदारी अधिकार प्रदान किए गए। शिविर में 27 पास-बुक जारी की गयीएक बंटवारा का मामला निपटाया गया तथा 92 मूलनिवास प्रमाण-पत्र एवं 27 जाति प्रमाण-पत्र जारी किए गए।
   विकास अधिकारी रमेशचन्द्र माथुर ने बताया कि शिविर में 77 पेंशन के आवेदन-पत्र प्राप्त हुए जिसमें से 68 पात्र लोगों के पेंशन स्वीकृति पत्र जारी किए गए। इसमें 54वृद्धावस्था, 7 विधवा एवं 7 निःशक्त पेंंशनधारी है। शिविर में आवासीय पट्टों के लिए 81 आवेदन-पत्र जारी हुए जिसमें से 26 आवासीय पट्टे मौके पर तैयार कर पात्र लोगों को प्रदान किए। इसी प्रकार 23 बीपीएल चयनित प्रमाण-पत्र, 110 जन्म प्रमाण-पत्र जारी किए गये एवं 12 डूप्लीकेट राशनकार्ड जारी किए गये।
   मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आनंद गोपाल पुरोहित ने बताया कि शिविर में 48 मरीजों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें निःशुल्क दवाईयां उपलब्ध कराई गई वहीं22 गंभीर बीमारी से रोगियों का चिह्निकरण किया गया। शिविर में आयुर्वेद चिकित्सक द्वारा 53 मरीजों की जांच कर उन्हें आयुर्वेद औषधि उपलब्ध कराई गई।
   सहायक निदेशक हिम्मतसिंह कविया ने बताया कि शिविर में पेंशन आवेदन-पत्र तैयार करवाए गए। इसके साथ ही एक रेल पास जारी किया गया एवं एक निःशक्त का चिन्हीकरण किया गया। सहायक रजिस्ट्रार शुद्धोधन उज्जवल ने बताया कि शिविर में 3 ऋण आवेदन-पत्र तैयार किए गये , 3 नए सदस्य बनाए गये, 3 किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गये एवं वहींं नॉड्यूज जारी किए गए। विद्युत विभाग को ढीले तारों को ठीक करनेविद्युत सप्लाई दुरस्त करने के प्रार्थना-पत्र प्राप्त हुए जिसमें से का निस्तारण किया गया।
   शिविर में पश ुचिकित्सक द्वारा 84 पशुओं का उपचार किया गया व 219 पशुओं को डी.वरमिंग की दवा दी गई। जलदाय विभाग द्वारा 5 लिकेज पाईप ठीक किये गये एवं एक अंतिम छोर की ढांणी में पानी पहुंचाया गया।
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                              बीड़ी/चूना पत्थर खदान श्रमिकों के लिए आधार कार्ड अब अनिवार्य
     जैसलमेर, 10 जनवरी/ भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने बीड़ी/चूना पत्थर खदान श्रमिकों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द अपने आधार कार्ड बनवा लें।
     इस बारे में भारत सरकार के कल्याण आयुक्त ललनसिंह द्वारा जारी परिपत्र का हवाला देते हुए भारत सरकार श्रम कल्याण संगठन अंतर्गत जैसलमेर जिले के सोनू में संचालित लाईम स्टोन एण्ड डोलोमाईट आयुर्वेदिक चिकित्सालय के वैद्य प्रभारी डॉ.बी.के. चौहान ने यह जानकारी दी।
     डॉ.चौहान ने बताया कि केन्द्रीय श्रम मंत्रालय ने यह निर्णय लिया हैं कि बीड़ी/चूना पत्थर खदान श्रमिकों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ इन श्रमिकों व उनके आश्रितों को तभी मिल पाएगा जबकि उनके पास आधार कार्ड होगा।
     कल्याण आयुक्त ने उप कल्याण आयुक्त अहमदाबाद तथा सभी सम्बंधित अधिकारियोंमुख्य चिकित्सा अधिकारियोंचिकित्सा अधिकारियोंचिकित्सा अधिकारियों व वैद्य प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि बीड़ी/खदान श्रमिकों में आधार कार्ड तैयार करने के लिये अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करें एवं डिस्पेंसरी/औषधालयों में उपलब्ध परिचय पत्र रजिस्टरों के आधार पर बीड़ी श्रमिकों एवं उनके आश्रितों के आधार कार्ड मांगे जाएं एवं उनकी एक फोटो प्रति चिकित्सालय/औषधालयों में संधारित की जाएंं एवं एक प्रति कल्याण आयुक्त के कार्यालय में योजनाओं के आवेदन-पत्रों के साथ लगाई जाए।
     उन्होंने बताया कि वर्ष 2013-14 से तय किया गया है कि श्रम एवं रोजगार मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा बीड़ी/खदान श्रमिकों के हितार्थ चलाई जा रही समस्त योजनाओं का लाभ आधार कार्ड के आधार पर ही दिया जाएगा।
    विद्यार्थियों खाते भी खुलवाएं बैंक  में
     इसके अतिरिक्त कल्याण आयुक्त ने यह भी निर्देश दिए हैं कि जिन छात्र व छात्राओं के खाते पोस्ट ऑफिस में हैंउसके स्थान पर राष्ट्रीयकृत बैंक में खुलवाने के लिये प्रोत्साहित करें क्योंकि भारत सरकार श्रम एवं रोजगार मंत्रालय नई दिल्ली ने यह सुनिश्चित किया है कि अब समस्त योजना का भुगतान बैंक द्वारा किया जाएगा।

लड़कियों को बॉयज होस्टल भेजा जाता था

लड़कियों को बॉयज होस्टल भेजा जाता था

भोपाल। महिलाओं के खिलाफ सामने आ रहे नित नए अपराधों में एक और मामला सामने आया है। मध्यप्रदेश में नबालिग लड़कियों के कल्याण के लिए कार्यरत एक एनजीओसजा के तौर पर बच्चियों को रहने के लिए लड़कों के हॉस्टल भेजता था। राज्य के सीहोर स्थित एनजीओ ब्राइट स्टार सोशियल सोसायटी में यह सजा महीनों से दी रही थी तथा इन लड़कियों में कई मानसिक रूप से कमजोर हैं।


भोपाल से सटे सिहोर जिले के मंडी क्षेत्र में मंगलवार को स्टेट कमिशन फॉर चाइल्ड राइट्स (एससीपीसीआर) की टीम ने छापा मारा। करीब-कारीब सारी लड़कियां इतनी आतंकित थीं कि वे बात करने की स्थिति में भी नहीं थीं। जब भी वे कोई गलती करतीं या सुविधाओं को लेकर अधिकारियों से शिकायत करतीं उन्हें सजा के तौर पर बॉयज होस्टल में रहने को भेजा जाता।


एक लड़की ने एससीपीसीआर की टीम को बताया कि सीनियर मैडम को जब भी लगता कि हमने कोई गलती की है और सजा देनी चाहिए,हमें लड़कों के हॉस्टल भेजा जाता। हमसे गंदे काम कराए जाते। अक्सर हमें पीटा जाता। एक और अक्षम लड़की से पूछताछ की गई तो एक भी शब्द बोले बिना वह रो पड़ी।


एससीपीसीआर टीम को एनजीओ की जांच में कई अनियमितताएं मिलीं। साथ ही रिकॉर्ड में 48 लड़कियां हॉस्टल में रह रही थीं जबकि टीम को 30 लड़कियां ही मिलीं। एनजीओ के सचिव अवनीश जाफरी ने टीम को बताया कि शेष 18 लड़कियां दिवाली की छुटि्टयों के बाद से ही नहीं लौटी हैं। टीम ने पाया कि सभी 30 लड़कियों को 11 बाय 11 फीट के एक कमरे में रखा गया था।


एक अखबार के अनुसार जिला प्रशासन ने एनजीओ द्वारा संचालित होस्टल का लाइसेंस निरस्त कर दिया था लेकिन इसके संचालकों संगीता व इरशाद जाफरी के खिलाफ मामूली कार्रवाई ही की गई। जिला कलेक्टर कविन्द्र कियावत के अनुसार एनजीओ को तीन दिन में होस्टल खाली करने को कहा गया है। कियावत ने लड़कियों के यौन शोषण की बात से इनकार किया है।


पूछताछ में अवनीश ने बताया कि 15 दिन पहले वह एक लड़की को बिस्तर गीला करने पर लड़कों के होस्टल ले गया था लेकिन वहां छोड़ कर नहीं आया।

शिवसेना की मांग,पाकिस्तान पर हमला करो

शिवसेना की मांग,पाकिस्तान पर हमला करो

मुंबई। पाकिस्तानी सेना की दरिंदगी पर शिवसेना ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। पार्टी के मुखपत्र सामना में मांग की गई है कि भारत सरकार पाकिस्तान पर हमला करे।

सामना के संपादकीय में कहा गया है कि पाकिस्तान ने चुनौती दी है। भारत चुनौती स्वीकार करे और पाकिस्तान पर चढ़ाई करे। संपादकीय के मुताबिक ये ऎसा प्रसंग है जिसे सुनकर पूरे देश को भभक करा खड़ा हो जाना चाहिए और जय हिंद,जय जवान का नारा देते हुए सीधे पाक सीमा पर हल्ला बोलना चाहिए।

शिवसेना ने रक्षा मंत्री एके एंटनी पर निशाना साधते हुए सरकार से पूछा है कि परमाणु बम और लड़ाकू विमान किस काम के हैं? हिंदुस्तानी सरकार की निर्वीयता का इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है। किस काम के हंै वो धूल खाते परमाणु बम। तुम्हारी सेना का सामथ्र्य?

शिवसेना ने मंगलवार को कहा था कि रक्षा मंत्री को घटना की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। पार्टी नेता संजय राउत ने कहा था कि अब वक्त आ गया है कि पाकिस्तानी कलाकारों के भारत आने पर प्रतिबंध लगे और क्रिकेट संबंधों पर भी बैन लगा दिया जाए।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की उलटी गिनती शुरू ..

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की उलटी गिनती शुरू ..

महेश शर्मा और वसुंधरा राजे प्रबल दावेदार




बाड़मेर भारतीय जनता पार्टी में उपजी गुटबाजी के बीच प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी की विदाई तय हो गई .भाजपा नेताओ के दिल्ली प्रवास के दौरान नए प्रदेश अध्यक्ष के मनोनय को लेकर राष्ट्रिय नेताओ की बात वसुंधरा राजे ,घनश्याम तिवाड़ी ,गुलाब चंद कटारिया ने मुलाक़ात कर नए अध्यक्ष का रास्ता साफ़ किया वही अरुण चतुर्वेदी की विदाई तय हो गई ,सूत्रों ने बताया की राष्ट्रिय नेताओं ने वसुंधरा राजे के सामने प्रदेश अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा हें ,जबकि वसुंधरा राजे ने महेश शर्मा का नाम आगे कर खुद को अध्यक्ष पद से दूर रखा इधर महेश शर्मा के नाम पर कटारिया और घनश्याम तिवाड़ी भी सहमत बताये जा रहे हें ,इन दोनों ने बुधवार को रामदास अगरवाल से भी मुलाक़ात कर महेश शर्मा के नाम की सहमति दी हें,भाजपा के नए अध्यक्ष की घोषणा कभी भी हो सकती हें ,सूत्रानुसार राष्ट्रिय नेताओ ने वसुंधरा राजे के आगे अध्यक्ष बनाने की बात राखी जिस पर वसुंधरा राजे सहमत नहीं हुई उन्होंने महेश शर्मा की पैरवी की ,इसे राष्ट्रिय नेताओ ने भी माना ,

न्यूज चैनल पर दस मिनट तक चला पोर्न वीडियो

न्यूज चैनल पर दिखा पोर्न

स्वीडन में एक टीवी चैनल पर समाचारों के प्रसारण के दौरान दस मिनट तक पोर्न वीडियो चलने का मामला सामना आया है.

टीवी4 चैनल के न्यूज बुलेटिन के बीच में अचानक एंकर के पीछे लगी एक स्क्रीन पर ये वीडियो प्रसारित होने लगा और न्यूज एंकर को इस बात का पता भी नहीं चला.

ग्लोबल पोस्ट अखबार के अनुसार एंकर के बैठने वाली जगह के पीछे कई स्क्रीनें लगी हुई थी और उसे पता ही नहीं चला कि पीछे स्क्रीन पर क्या चल रहा है. 24 घंटे के इस खबरिया चैनल के सुबह दस बजे के बुलेटिन में दर्शकों को 10 मिनट तक हार्डकोर पोर्न वीडियो दिखता रहा.

जब एक स्क्रीन पर ये पोर्न वीडियो दिखाई दे रहा था तो चैनल पर सीरिया के संकट के बारे में खबर चल रही थी.

ख़बरों के अनुसार ये क्लिप उस वक्त चलनी शुरू हुई जब चैनल की रूस संवाददाता के साथ टेलीफोन पर इंटरव्यू चल रहा था.
तकनीकी खामी
टीवी4 ने इस मामले के लिए तकनीकी खामी को जिम्मेदार बताया है. टीवी4 की मूल कंपनी सी मोर एंटरटेनमेंट कई ऐसे चैनलों की मालिक भी है जो देर रात को वयस्क फिल्में दिखाते हैं.

ऐसे में न्यूजरूम की स्क्रीन गलती से किसी अन्य कंप्यूटर से जुड़ गई.

स्वीडन के एक अखबार अफ्टॉनब्लाडेट ने एक दर्शक के हवाले से लिखा है, “पहले मुझे लगा कि मुझसे कोई गलती हो गई है, लेकिन जब उन्होंने इसे हटा दिया तो मुझे लगा कि गलती उनसे हुई है. हैरानी इस बात की है कि इस पर उनकी नजर इतनी देर से क्यों पड़ी.”

वहीं दक्षिणी स्वीडन में एक 23 वर्षीय छात्र ने कहा, “पहले मुझे लगा कि मैं एक नग्न औरत को देख रहा हूं लेकिन फिर वो सेक्स करती हुई दिखाई दी. स्क्रीन पर कैमरे का फोकस न होने की वजह से वीडियो साफ नहीं दिख रहा था, मगर ये समझना मुश्किल नहीं था कि क्या हो रहा है.”

लड़कियों की ख़रीद-फ़रोख़्त का काला सच

लड़कियों की ख़रीद-फ़रोख़्त का काला सच

साभार।।।नतालिया एंतेलावा
बीबीसी वर्ल्ड सर्विस, दिल्ली


दिल्ली सामूहिक बलात्कार की शिकार युवती की मौत ने भारतीय समाज में औरतों के हालात पर सोचने की एक वजह दी है.
बिसंती
गर्भ के भीतर ही नवजात लड़कियों को मार दिए जाने के बारे में तो बहुत कुछ कहा और सुना जाता है लेकिन इन सब के बीच देश भर में हो रही लड़कियों की खरीद फरोख्त का जिक्र कहीं गुम हो जाता है.



भारतीय सीमा से लगे बांग्लादेश के एक गांव से लापता हुई रुख़साना की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. हरियाणा में पुलिस ने जब उसे अपने संरक्षण में लिया था तब वह एक घर में फर्श साफ कर रही थी.

बड़ी-बड़ी आँखों वाली वह लड़की हाथ में कंघी पकड़े कमरे के ठीक बीच में खड़ी, पुलिस वालों के बरसते सवालों का सामना कर रही थी, “तुम कितने साल की हो? यहाँ कैसे आई?”

उसने जवाब दिया, “चौदह, मुझे अगवा किया गया था.”

और जैसे ही रुख़साना ने अपनी जुबां थोड़ी और खोली, एक उम्रदराज औरत पुलिस वालों का घेरा तोड़ते हुए चिल्लाई, “वह अट्ठारह की है, करीब-करीब 19 की. मैंने इसके मां-बाप को इसके बदले पैसे दिए हैं.”

फिर जैसे ही पुलिस रुख़साना को घर से बाहर ले जाने लगी तो वह औरत उन्हें रुकने के लिए कहती है. वह लड़की की ओर लगभग दौड़ते हुए पहुंचती है और उसके झुमकों की तरफ हाथ बढ़ाते हुए कहती है, “ये मेरे हैं.”
गुम हुआ बचपन


साल भर पुरानी बात है कि जब 13 साल की रुख़साना भारत-बांग्लादेश की सीमा से लगे एक छोटे से गांव में अपने मां-बाप और दो छोटे भाई-बहनों के साथ रहती थी.

रुख़साना बीते दिनों को याद करती हैं, “मुझे स्कूल जाना और अपनी छोटी बहन के साथ खेलना अच्छा लगता था.”

और एक रोज स्कूल से घर लौटते वक्त उसका बचपन कहीं खो गया. उसे तीन लोग एक कार में उठा ले गए.

रुख़साना ने बताया, “उन लोगों ने मुझे चाकू दिखाया और विरोध करने पर मुझे टुकड़े-टुकड़े कर देने की धमकी दी.”

कार, बस और ट्रेन से तीन दिनों के सफ़र के बाद वह हरियाणा पहुंची, जहाँ उसे चार लोगों के एक परिवार के हाथों बेच दिया गया. उस परिवार में एक माँ और और तीन बेटे थे.



एक साल तक उसे घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं थी. रुख़साना कहती है, “मुझे बहुत सताया गया, पीटा गया और खुद को मेरा पति कहने वाले परिवार के सबसे बड़े लड़के ने मेरी इज्जत को कई बार तार-तार किया.”

रुख़साना कहती है, "वह मुझसे कहा करता था कि मैंने तुम्हें खरीदा है, इसलिए जैसा कहता हूं, वैसा करो. उसने और उसकी मां ने मुझे पीटा, मुझे लगा कि मैं अपने परिवार को दोबारा नहीं देख पाउंगी, मैं हर रोज रोया करती थी."
लड़कियों की खरीद फरोख्त

भारत में लाखों लड़कियां हर साल गुम हो जाती हैं. उन्हें ज्यादातर वेश्यावृत्ति और घरेलू कामकाज के लिए बेचा जाता है. रुख़साना जैसी लड़कियों को उत्तर भारत के कुछ राज्यों में शादी के लिए भी बेचा जाता है.

इन राज्यों में गैरकानूनी तौर पर लड़कियों को उनके जन्म से पहले ही मारने के चलन की वजह से स्त्री-पुरुष के लिंगानुपात में कमी आई है.

बच्चों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र संघ की संस्था यूनिसेफ ने इसे जनसंहार की स्थिति बताया है.

यूनिसेफ का कहना है कि भारत में कन्या भ्रूण हत्या और नवजात लड़कियों को मार दिए जाने की वजह से हर साल 50 लाख औरतें गुमशुदा हो जाती हैं. हालांकि भारत सरकार इन आंकड़ों से इनकार करती है लेकिन हरियाणा का यथार्थ तर्क करने की कम ही गुंजाइश छोड़ता है.

रुख़साना को खरीदने वाली औरत ने पुलिस को समझाने की कोशिश की. उसने कहा, हमारे पास यहां बहुत कम लड़कियां हैं. यहां बंगाल से कई लड़कियां आई हुई हैं. मैंने इस लड़की के बदले पैसे चुकाए हैं.



भारत में महिलाओं की स्थिति को लेकर चिंता जताई गई है

इस बात को लेकर आधिकारिक रूप से कोई आंकड़ा नहीं है कि उत्तर भारत के राज्यों में शादी के इरादे से कितनी लड़कियों की खरीद फरोख्त की जाती है.

लेकिन इस मुद्दे पर काम कर रहे लोगों का मानना है ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है और इसकी वजह उत्तर के राज्यों में तुलनात्मक रूप से समृद्धि और भारत के दूसरे राज्यों में गरीबी का बढ़ना है.
बिगड़ता लिंगानुपात

इन पीड़ितों की मदद के लिए पुलिस के साथ काम करने वाली संस्था शक्ति वाहिनी से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता ऋषि कांत कहते हैं, “उत्तर भारत के हर घर में इसका दबाव महसूस किया जा रहा है. हर घर में जवान लड़के हैं और उन्हें लड़कियां नहीं मिल रहीं हैं जिससे वे तनाव में हैं.”

बीबीसी ने पश्चिम बंगाल के सुंदरबन के दक्षिणी चौबीस परगना जिले के पांच गांवों का दौरा किया और पाया कि हर जगह बच्चे गायब हुए हैं और उनमें ज्यादातर लड़कियां हैं.

हाल ही में जारी हुए आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक भारत में साल 2011 में लगभग 35 हज़ार बच्चे गुमशुदा हुए हैं और उनमें से 11 हज़ार पश्चिम बंगाल से हैं. पुलिस का अनुमान है कि महज 30 फीसदी मामले ही वास्तव में दर्ज हो पाए हैं.

पांच साल पहले सुंदरबन में एक जानलेवा चक्रवातीय तूफान आया था और इससे धान की फसल तबाह हो गई थी और इसके बाद से ही वहां मानव व्यापार बढ़ गया.



"पुलिस ने हमारे लिए कुछ नहीं किया. वे एक बार दलाल के घर आए मगर उसे गिरफ्तार नहीं किया. मैं जब उनके पास गया तो उन्होंने मेरे साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया. इसलिए मैं पुलिस के पास जाने से डरता हूं"


बिमल सिंह, एक गुमशुदा लड़की के पिता

इस तूफान के बाद हज़ारों लोगों की तरह स्थानीय खेतिहर मजदूर बिमल सिंह की आमदनी का जरिया छिन गया. एक पड़ोसी ने जब उनकी 16 साल की बेटी बिसंती को दिल्ली में नौकरी दिलाने की पेशकश की तो बिमल को यह खुशखबरी की तरह लगी. बिमल इसके बाद दोबारा कभी अपनी बेटी को नहीं सुन पाए.

बिमल कहते हैं, “पुलिस ने हमारे लिए कुछ नहीं किया. वे एक बार दलाल के घर आए मगर उसे गिरफ्तार नहीं किया. मैं जब उनके पास गया तो उन्होंने मेरे साथ अच्छा बर्ताव नहीं किया. इसलिए मैं पुलिस के पास जाने से डरता हूं.”
धंधे का दायरा

कोलकाता की एक झुग्गी में जब हमने लड़कियों की खरीद फरोख्त करने वाले एक शख्स से मुलाकात की तो उसने नाम न जाहिर करने की शर्त पर इस धंधे के बारे में खुलकर बातचीत की.

उसने कहा, "मांग बढ़ रही है और इस बढ़ती मांग की वजह से हमने बहुत पैसा बनाया है. मैंने अब दिल्ली में तीन घर खरीद लिए हैं."

वह कहता है, "मैं हर साल 150 से 200 लड़कियों की खरीद फरोख्त करता हूं. इनकी उम्र 10-11 से शुरू होती है और ये ज्यादा से ज्यादा 16-17 साल तक की होती हैं."



भारत में साल 2011 में लगभग 35 हज़ार बच्चे गुमशुदा हुए

यह शख्स कहता है, "जहां से ये लड़कियां आती हैं, मैं वहां नहीं जाता लेकिन मेरे लोग वहां काम करते हैं. हम उनके मां-बाप से कहते हैं कि हम उनकी बेटियों को दिल्ली में काम दिलाएंगे और इसके बाद उन्हें नौकरी दिलाने वाली एजेंसियों के पास भेज दिया जाता है. बाद में उनके साथ क्या होता है, इससे मुझे कोई मतलब नहीं."

उसने बताया कि स्थानीय नेताओं और पुलिस को इसके बारे में सब पता होता है. इस काम के लिए मैंने कोलकाता, दिल्ली और हरियाणा, सभी जगहों की पुलिस को रिश्वत दी है.

हालांकि पश्चिम बंगाल पुलिस के अधिकारी शंकर चक्रवर्ती पुलिस के भ्रष्टाचार को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हैं और कहते हैं कि उनकी पुलिस मानव तस्करी की रोकथाम के लिए कृतसंकल्प है.

चक्रवर्ती कहते हैं, "हम लोग जागरुकता अभियान चला रहे हैं. हमने देश के कई हिस्सों से लड़कियां छुड़ाई भी हैं और हमारी लड़ाई जारी है."

ऋषि कांत कहते हैं कि पुलिस को बदल देने भर से नतीजे नहीं निकलेंगे. जरूरत उनके पुनर्वास के बेहतर इंतजाम की है और अधिक संख्या में फास्ट ट्रैक अदालतों की है.

और इससे भी ज्यादा जरूरत नजरिए में बदलाव की है. तब तक भारत में ये कुचक्र यूं ही चलता रहेगा.

शिशु की हत्या पर नौकरानी का सिर कलम



चार महीने के शिशु की हत्या के आरोप में सऊदी अरब में काम कर रही एक श्रीलंकाई महिला का सिर कलम कर दिया गया है.

बच्चे का ख़्याल रखने वाली इस महिला रिज़ाना नफ़ीक ने वर्ष 2005 में उसकी हत्या के आरोप को हमेशा ग़लत बताया.रिज़ाना के समर्थकों के मुताबिक बच्चे की हत्या के वक्त वो 17 वर्ष की थीं. अब मानवाधिकार संगठनों ने उन्हें दिए दंड को बच्चों के अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों का उल्लंघन बताया है.

श्रीलंका सरकार ने भी सऊदी अरब की निंदा करते हुए कहा है कि क्षमा याचना की उनकी सभी अपील अनसुनी कर दी गईं.

सऊदी अरब के गृह मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि रिज़ाना को इसलिए मारा गया क्योंकि बच्चे की मां के साथ बहस होने के बाद उन्होंने बच्चे की हत्या कर दी थी.
अनुवाद की दिक्कतें

रिज़ाना के मां-बाप ने सऊदी अरब के शाह अब्दुल्लाह से अपनी बेटी को माफ़ करने की कई अपील की थीं.

रिज़ाना को वर्ष 2007 में चार महीने के शिशु, नाइफ़ अल-कुतहैइबी, की हत्या का दोषी पाया गया था. दो साल पहले वो ही उसकी देख-रेख कर रहीं थी.

रिज़ाना के मुताबिक उनका पहला बयान दबाव में लिया गया और उन्हें अनुवादक की सुविधा भी मुहैया नहीं कराई गई.

बीबीसी संवाददाता चार्ल्स हैविलैंड वर्ष 2010 में रिज़ाना के घर गए थे, जहाँ उन्होंने उनके स्कूली दस्तावेज़ देखे. अगर ये सही हैं तो बच्चे की हत्या के समय रिज़ाना नाबालिग थीं और सऊदी अरब में काम करने के लिए एजेंटों ने उनके पासपोर्ट में जन्म तिथि की फर्जी जानकारी दी थी.
घरेलू नौकरों की सुरक्षा


रिज़ाना नफ़ीक के पासपोर्ट में लिखी जन्म तिथि के मुताबिक हत्या के समय वो 23 वर्ष की थीं.

मानवाधिकार संगठनों के मुताबिक दोषी क़रार किए जाने से पहले रिज़ाना को वक़ील भी नहीं दिया गया.

ह्यूमन राइट्स वॉच की निशा वारिया के मुताबिक सऊदी अरब उन तीन देशों में से एक है जो किसी अपराध मे दोषी पाए गए बच्चों को भी जान से मार देता है.

निशा कहती हैं, “रिज़ाना नफ़ीक भी सऊदी अरब की न्यायिक प्रक्रिया की खामियों का शिकार बन गई हैं.”

इस सज़ा के बाद श्रीलंका में बढ़ती ग़रीबी और देश छोड़ मध्य-पूर्व में काम करने वाले नागरिकों की सुरक्षा पर बहस तेज़ हो गई है.

श्रीलंका की संसद में बुधवार को रिज़ाना की याद में एक मिनट का मौन रखा गया.

अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) द्वारा जारी ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि घरों में काम करने वाले नौकरों को ज़्यादा सुरक्षा देने की ज़रूरत है.

आईएलओ की रिपोर्ट के मुताबिक घरेलू नौकरों में से केवल 10 फ़ीसदी पर ही अन्य कामकाजी लोगों की तरह श्रम क़ानून लागू होते हैं.

"मुस्लिम लड़कियां न मोबाइल रखें,न नाचें"

"मुस्लिम लड़कियां न मोबाइल रखें,न नाचें"

सलूम्बर। उदयपुर के सलूम्बर कस्बे की मुस्लिम पंचायत ने बुधवार को बैठक कर किशोरवय बालिकाओं के मोबाइल इस्तेमाल करने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी। पिछले दिनों हुई कुछ घटनाओं में मोबाइल के उपयोग को जिम्मेदार ठहराते हुए यह फैसला किया गया।

मदरसे में "अंजुमन मुसलमान बाहर का शहर" पंचायत के सदर सौबत खान की सदारत में हुई बैठक में मोतबिरों ने तर्क दिया कि लड़कियो के फोन का इस्तेमाल करने से शोभनीय घटनाएं हो रही हैं। यही नहीं, शादी समारोह में उनके नाचने-गाने पर भी रोक लगा दी गई। लड़का व लड़की के भागकर शादी करने पर उनका सामाजिक बहिष्कार करने, 51 हजार रूपए जुर्माना, गैर मुस्लिम लड़की को भगाकर शादी करने पर भी 51 हजार रूपए के जुर्माना के फैसले किए गए।

ये थे मौजूद
मौलाना यामीन मोहम्मद, सचिव हबीबुर्रहमान, नायब सदर जान मोहम्मद, फैज खान, मोहम्मद युसूफ, निसार मोहम्मद, लियाकत खान, अंसार अहमद, मोहम्मद इरशाद, रईस मोहम्मद, यूनुस खान, सिराज खान आदि।

घटनाओं के बाद निर्णय
इलाके में मोबाइल उपयोग करने वाली कुछ लड़कियों के साथ हुई घटनाओं के मद्देनजर यह फैसला किया। विवाहित-गृहिणियों पर यह रोक नहीं है। अन्य गैर इस्लामिक गतिविधियों पर भी पाबंदी लगाई है।
- हबीबुर्रहमान, सचिव, मुसलमान पंचायत, सलूम्बर

बुधवार, 9 जनवरी 2013

भारत-पाक पश्चिमी सीमा पर हाई अलर्ट


भारत-पाक पश्चिमी सीमा पर हाई अलर्ट 


बाड़मेर।
जम्मू कश्मीर में पाकिस्तानी सैनिको के द्वारा भारतीय सीमा में घुस कर भारतीय सैनिको को बर्बरता से मारने और सिर काट कर साथ ले जाने की घटना के बाद दोनों मुल्को के बीच तनाव बढ़ गया हैं और इसका सबसे ज्यादा असर जम्मू के बाद बाड़मेर-जैसलमेर से लगती पश्चिमी सीमा पर हुआ हैं। बाड़मेर से सटी पाक सीमा पर सीमा सुरक्षा बल को उच्च स्तर से हाई अलर्ट के निर्देश जारी किये गये हैं। सीमा सुरक्षा बल के उच्चाधिकरियों ने विशेष बातचीत में यह बताया है कि इस गम्भीर घटना के बाद किसी भी सम्भावित घटना से इंकार नहीं किया जा सकता ऐसे में सीमा पर चौकसी बढाई जा चुकी हैं और रात को पेट्रोलिंग भी और अधिक सतर्कता से करने के निर्देश दिए गये हैं।

बेनीवाल राजस्थानी चिंतन परिषद् के जिला संयोजक मनोनित

बेनीवाल राजस्थानी चिंतन परिषद् के जिला संयोजक मनोनित




बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के घटक राजस्थानी चिंतन परिषद् के जिला संयोजक पद पर सोनाराम बेनीवाल को मनोनित किया गया हें .चिंतन परिषद् के जिला अध्यक्ष रमेश गौड़ ने बताया की समिति के संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी और प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र सिंह बारहट के निर्देशानुसार सोनाराम बेनीवाल को परिषद् के जिला संयोजक पद पेर मनोनित किया गया हें ,संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की बेनीवाल के जिला संयोजक मनोनित होने से बाड़मेर में राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए चलाये जा रहे अभियान को और मजबूती मिलेगी .उन्होंने बताया की रहस्थानी भाषा से आम जन को जोड़ने के उद्देश्य से चलाये जा रहे राजस्थानी रो हेल्लो जन जागरण अभियान से किसान वर्ग को जोड़ने सफलता मिलेगी .उन्होंने बताया की राजस्थानी भाषा के अभियान में अपनी सक्रीय भागीदारी निभाने वाले सहायक अभियंता सोनाराम बेनीवाल जालिपा को संयोजक मनोनित करने से राजस्थानी भाषा अभियान थार में और मजबूत होगा .बेनीवाल के मनोनय पर डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी ,इन्दर प्रकाश पुरोहित ,नरेश देव सारण ,,जिला पाटवी रिडमल सिंह दांता ,रहमान जायडू ,रमेश सिंह इन्दा ,अशोक सारला ,तेजाराम हुड्डा ,दिग्विजय सिंह चुली ,नितेश दावे ,प्रकश जोशी ,अदरीम रहूमा ,कबूल खान ,विजय कुमार सहित समिति के समस्त पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओ ने ख़ुशी जाहिर कर प्रदेश समिति का आभार जताया हें .