शनिवार, 8 दिसंबर 2012

लापता व्यक्ति का शव मिला, हत्या का मामला दर्ज

लापता व्यक्ति का शव मिला, हत्या का मामला दर्ज



बालेरा सरहद की पहाडिय़ों पर मिला शव, मृतक के भाई ने दर्ज करवाया नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला

बाड़मेर  गत दिनों मजदूरी पर गए एक व्यक्ति के लापता होने के 14 दिन बाद उसका शव बालेरा सरहद की पहाडिय़ों में मिला है। मृतक के भाई ने नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया है। सदर थानाधिकारी लूणसिंह ने बताया कि 25 नवंबर को गोपालदास पुत्र हरजीराम निवासी जटियों का वास, हमीरपुरा ने थाने में पेश होकर मामला दर्ज करवाया था कि उसका भाई लालचंद बाड़मेर निवासी मोडाराम के साथ रंगरोगन का कार्य करने के लिए बालेरा गांव के वीरसिंह राजपुरोहित पुत्र इंद्रसिंह राजपुरोहित के घर पर गया था। तीन दिन तक उसने वहां पर काम किया। 23 नवंबर की रात को वह पेशाब करने के लिए गया। इसके बाद वह लौटकर नहीं आया। शुक्रवार को ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि बालेरा सरहद की पहाडिय़ों में एक व्यक्ति का शव पड़ा है। इसपर थानाधिकारी लूणसिंह मय जाब्ता के साथ मौके पर पहुंचे। वहीं घटना की जानकारी मिलने पर काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। इसके बाद पुलिस शव को राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में लाई। यहां पर शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया, लेकिन देर शाम तक परिजनों ने शव नहीं उठाया था। मृतक के भाई गोपालदास ने मोडाराम व वीरसिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

कार दुर्घटना में पूर्व प्रधान बालड व ड्राइवर की मौत




कार दुर्घटना में पूर्व प्रधान बालड व ड्राइवर की मौत



सिवाना में शोक की लहर, आज  अंतिम संस्कार तक व्यापारिक प्रतिष्ठान रहेंगे बंद


सिवाना  कस्बे के वयोवृद्ध कांग्रेस नेता एवं पूर्व प्रधान रतनचंद बालड़ का शुक्रवार दोपहर सिवाना-बालोतरा राजमार्ग पर कार दुर्घटना में निधन हो गया। घटना की खबर मिलते ही कस्बे में शोक की लहर छा गई। इस दुर्घटना में कार ड्राइवर की भी मौके पर ही मौत हो गई।

शुक्रवार को नाकोड़ा में दिवंगत साध्वी की बैकुंठी यात्रा में भाग लेकर कार से सिवाना आ रहे पूर्व प्रधान रतनचंद बालड़ की कार थापन से दो किलोमीटर आगे राजमार्ग पर अचानक पलटी खा गई। दुर्घटना में रतनचंद बालड़ व कार ड्राइवर मनीष पुत्र बलंवतराज जैन की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कार में सवार महेंद्र कुमार बागरेचा बच गए, जिन्हें खरोंच तक नहीं आई। मौके पर पहुंची पुलिस शवों को स्थानीय चिकित्सालय लेकर आई। जहां पहले से ही ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा थी।

प्रतिष्ठान बंद रहेंगे: बालड़ का अंतिम संस्कार आज दोपहर में  किया जाएगा। 
क्त की।

एएसआई और कांस्टेबल रिश्वत लेते गिरफ्तार



एएसआई और कांस्टेबल रिश्वत लेते गिरफ्तार

जोधपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने हनुमानगढ़ के नोहर थाने के एएसआई व कांस्टेबल को छह हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। यह रिश्वत उन्होंने पड़ोसी राज्य हरियाणा से डीजल लेकर आए एक किसान से ली थी। अवैध डीजल परिवहन का मुकदमा दर्ज करने की धमकी देकर वे किसान से नौ हजार रुपए पहले ले चुके थे। ब्यूरो के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि नोहर के मंदरपुरा निवासी हुसैन खां हरियाणा से 862 लीटर डीजल लेकर आ रहा था। नोहर पुलिस ने गश्त के दौरान उसकी जीप पकड़ ली। जीप में डीजल के ड्रम भरे होने पर एएसआई मंगलसिंह ने अवैध डीजल परिवहन का मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी और पंद्रह हजार रुपए रिश्वत के मांगे। पुलिस से बचने के लिए हुसैन ने नौ हजार रुपए हाथों-हाथ दे दिए, अब एएसआई उसे शेष छह हजार रुपए देने पर दबाव बना रहा था। इस शिकायत का सत्यापन कराने के बाद शुक्रवार को ट्रैप की योजना बनाई। ब्यूरो की योजना के मुताबिक हुसैन छह हजार रुपए एएसआई मंगलसिंह के पास गया तो उसने यह राशि पुलिस जीप चालक राजेंद्र कुमार को देने को कहा। राजेंद्र कुमार ने यह रुपए आरएसी के कांस्टेबल भींयाराम को दिला दिए। ब्यूरो टीम ने दबिश देकर कांस्टेबल भींयाराम से रिश्वत राशि बरामद की और उसके बयान पर एएसआई मंगलसिंह को भी गिरफ्तार कर लिया।

खास खबर बीपीएल की दरों पर ही मिलेंगे गैर बीपीएल को भी पट्टे


खास खबर बीपीएल की दरों पर ही मिलेंगे गैर बीपीएल को भी पट्टे



जयपुर प्रदेश की कच्ची बस्तियों में अब सभी लोगों को प्रशासन शहरों के संग अभियान में बीपीएल परिवारों के लिए तयशुदा दरों पर ही पट्टे मिलेंगे। मंत्रिमंडलीय एम्पावर्ड कमेटी के फैसले के बाद स्वायत्त शासन विभाग ने सभी नगरीय निकायों को आदेश जारी कर दिए। स्वायत्त शासन निदेशक ताराचंद मीणा ने बताया कि पहले नियमन के लिए बीपीएल परिवारों और गैर बीपीएल परिवारों के लिए अलग-अलग दरें तय की गई थीं, परंतु अभियान में ज्यादा से ज्यादा लोग पट्टे ले सकें, इसलिए अब दरें एक ही रखी गईं। इनमें 50 वर्गगज तक नगर निगम क्षेत्र में 20 रुपए, नगर परिषद क्षेत्र में 15 रुपए और नगरपालिका क्षेत्र में 10 रुपए प्रति वर्गगज होगी, जबकि 51 से 110 वर्गगज तक के पट्टों के लिए ये दरें दोगुनी हो जाएंगी।
अभियान में आवासीय उद्देश्य के लिए 110 वर्ग गज और व्यावसायिक उद्देश्य के लिए केवल 15 वर्ग गज तक का ही पट्टा दिया जा सकेगा। व्यावसायिक भूमि की नियमन दर सामान्य आवासीय नियमन दर से दोगुनी होगी। कच्ची बस्तियों के नियमन के लिए हाईकोर्ट के आदेश से पहले 1 अप्रैल, 2004 तय की गई थी, परंतु 15 अगस्त, 2009 तक के गैर सर्वेधारियों को भी पट्टे जारी करने पर मंत्रिमंडलीय समिति ने अपनी सहमति दे दी। कच्ची बस्तियों के नियमन के संबंध में पट्टा जारी करने के लिए स्थानीय निकाय स्तर की कमेटी को ही अधिकृत किया गया।
परिवार अलग-अलग हैं तो सभी को मिलेंगे पट्टे : राज्य सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर एक ही परिवार के तीन वयस्क सदस्यों का परिवार यदि अलग-अलग रह रहा है तो सभी को अलग-अलग अधिकतम 110-110 वर्गगज के पट्टे जारी किए जा सकते हैं।
डी-नोटिफाइड करने के निर्देश: जिन कच्ची बस्तियों में पर्याप्त आधारभूत सुविधाएं विकसित हो चुकी हैं और पक्के आवासों का निर्माण हो गया है। ऐसी बस्तियों को कच्ची बस्तियों की सूची से बाहर किया जाना चाहिए।

बाड़मेर राजनितिक शख्शियत। । मरुधर की राजनीती के पथ प्रदर्शक।रामदान चौधरी


बाड़मेर राजनितिक शख्शियत। । मरुधर की राजनीती के पथ प्रदर्शक।रामदान  चौधरी 

समाज में शिक्षा क्रान्ति के जनक 


वर्तमान बाड़मेर जिले के पश्चिमी भाग को मालानी परगना के नाम से जाना जाता है. यह आजादी पूर्व जोधपुर रियासत का सीमान्त परगना था. इस क्षेत्र के पश्चिम में पाकिस्तान के सिंध प्रान्त की सीमा लगती थी. आजादी पूर्व मालानी का फैलाव जसोल से सिंध तक १०० मील लम्बा और ७५ मील चौड़ा था. इस परगना में ५०३ गाँव थे.

सन १८३६ में जाटों का एक काफिला मालानी क्षेत्र में आकर रुका. इनमें एक परिवार तेजाजी डऊकिया का भी था. ये सन १८३० में बाड़मेर से ३० की.मी. दक्षिण-पूर्व में स्थित सरली गाँव में बस गए. तेजाजी के पूर्वज नागौर के 'पिरोजपुरा' गाँव के मूल निवासी थे. परन्तु कालांतर में झंवर और आगोलाई में बस गए थे और आगोलाई से ही प्रस्थान कर तेजाजी ने 'सरली' को अपनी कर्म स्थली बनाया.  

चौधरी रामदानजी का जन्म चैत बदी ३ संवत १९४० तदनुसार १५ मार्च १८८४ को सरली नामक गाँव में चौधरी तेजारामजी के यहाँ हुआ था.  आपका गोत्र डऊकिया तथा नख तंवर था. आपकी माताजी का नाम श्रीमती दौली देवी था. आप भाई बहीनों में सबसे छोटे थे. जब आप सात वर्ष के थे तब आपका परिवार १८९१ में सरली से खड़ीन आ गया. आप जब १३ वर्ष के थे तब आपके पिताजी का देहांत हो गया था. इसके दो वर्ष बाद १८९९ में (विक्रम संवत १९५६) में मारवाड़ में भयंकर छपनिया अकाल पड़ा तो आपको परिवार के सिंध की और पलायन करना पड़ा. रामदान जी को रेल लाइन बिछाने में काम मिल गया. उसी समय आपके बड़े भाई रूपाजी का देहांत हो गया इसलिए नौकरी छोड़ खड़ीन वापस आना पड़ा. १९०० से १९०५ तक आप गाँव में रहकर खेती करते रहे. इस दौरान १९०४ में आपकी शादी श्रीमती कस्तूरी देवी भाकर के साथ हो गयी. १५ मार्च १९०५ में पुनः आपको रेलवे में ट्रोली-मैन के पद पर रख लिया. १९०७ में आपको जमादार के पद पर पदोन्नत किया. १९०७ से १९२० तक रेलवे में जमादार के पद पर रहे. इस दौरान आपने स्वतः के प्रयास से पढ़ना लिखना सीख लिया. १९२० में आपको रेल-पथ निरिक्षक के पद पर पदोन्नत कर समदड़ी में लगा दिया. १९२३ में आपको जोधपुर में भेजा गया. जोधपुर प्रवास के दौरान आपका परिचय कई प्रबुद्ध जाटों से हुआ.  

अक्टूबर १९२५ में कार्तिक पूर्णिमा को अखिल भारतीय जाट महासभा का एक अधिवेसन पुष्कर में हुआ था उसमें मारवाड़ के जाटों में जाने वालों में चौधरी गुल्लाराम, चौधरी मूलचंद जी सियाग,मास्टर धारासिंह, चौधरी रामदान जी, भींया राम सिहाग आदि पधारे थे. इस जलसे की अध्यक्षता भरतपुर के तत्कालीन महाराजा श्री किशनसिंह जी ने की. इस समारोह में उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली के अलावा राजस्थान के हर कोने से जाट सम्मिलित हुए थे. इन सभी ने पुष्कर में अन्य जाटों को देखा तो अपनी दशा सुधारने का हौसला लेकर वापिस लौटे. उनका विचार बना किमारवाड़ में जाटों के पिछड़ने का कारण केवल शिक्षा का आभाव है 

कुछ समय बाद चौधरी गुल्लारामजी के रातानाड़ा स्थित मकान पर चौधरी मूलचंद सिहाग नागौर, चौधरी भिंयारामजी सिहाग परबतसर, चौधरी गंगारामजी खिलेरी नागौर, बाबू दूधारामजी औरमास्टर धारा सिंह की एक मीटिंग हुई. यह तय किया गया कि किसानों से विद्या प्रसार के लिए अनुरोध किया जाए. तदनुसार २ मार्च १९२७ को ७० जाट सज्जनों की एक बैठक श्री राधाकिसन जी मिर्धा की अध्यक्षता में हुई. इस बैठक में चौधरी गुल्लारामजी ने जाटों की उन्नति का मूलमंत्र दिया कि - "पढो और पढाओ" . साथ ही एक जाट संस्था खोलने के लिए धन की अपील की गयी. यह तय किया गया कि बच्चों को निजी स्कूल खोल कर उनमें भेजने के बजाय सरकारी स्कूलों में भेजा जाय पर उनके लिए ज्यादा से ज्यादा होस्टल खोले जावें. चौधरी गुल्लारामजी ने इस मीटिंग में अपना रातानाडा स्थित मकान एक वर्ष के लिए छात्रावास हेतु देने और बिजली, पानी, रसोइए का एक वर्ष का खर्च उठाने का वायदा किया. इस तरह ४ अप्रेल १९२७ को चौधरी गुल्लारामजी के मकान में "जाट बोर्डिंग हाउस जोधपुर" की स्थापना की । इसमें चौधरी रामदानजी का भी पूरा योगदान रहा. आपने न केवल मासिक चन्दा देकर बल्कि रेलवे के अन्य लोगों से भी काफी सहायता दिलवाई. आप लंबे समय तक तन-मन-धन से इस संस्था की सहायता करते रहे.  

१९३० तक जब जोधपुर के छात्रावास का काम ठीक ढंग से जम गया और जोधपुर सरकार से अनुदान मिलने लग गया तब चौधरी मूलचंद जी, बल्देवराम जी मिर्धा, भींया राम सियाग, गंगाराम जी खिलेरी, धारासिंह एवं अन्य स्थानिय लोगों के सहयोग से बकता सागर तालाब पर २१ अगस्त १९३० को नए छात्रावास की नींव नागौर में डाली । बाद में चौधरी रामदानजी के सहयोग से बाडमेर में व १९३५ में चौधरी पूसरामजी पूलोता, डांगावास के महाराजजी कमेडिया, प्रभुजी घतेला, तथा बिर्धरामजी मेहरिया के सहयोग से मेड़ता में छात्रावास स्थापित किया गया 

आपने जाट नेताओं के सहयोग से अनेक छात्रावास खुलवाए । बाडमेर में १९३४ में चौधरी रामदानजी डऊकिया की मदद से छात्रावास की आधरसिला राखी । १९३५ में मेड़ता छात्रवास खोला । आपने जाट नेताओं के सहयोग से जो छात्रावास खोले उनमें प्रमुख हैं:- सूबेदार पन्नारामजी ढ़ीन्गसरा व किसनाराम जी रोज छोटी खाटू के सहयोग से डीडवाना में, इश्वर रामजी महाराजपुरा के सहयोग से मारोठ में, भींयाराम जी सीहाग के सहयोग से परबतसर में, हेतरामजी के सहयोग से खींवसर में छात्रावास खुलवाए । इन छात्रावासों के अलावा पीपाड़, कुचेरा, लाडनुं, रोल, जायल, [[Alay|अलाय, बीलाडा, रतकुडि़या, आदि स्थानों पर भी छात्रावासों की एक श्रंखला खड़ी कर दी । इस प्रकार मारवाड़ के जाट नेताओं जिसमें चौधरी बल्देवराम मिर्धा, चौधरी गुल्लारामजी, चौधरी मूलचंदजी, चौधरी भींयारामजी, चौधरी रामदानजी बाडमेर आदि प्रमुख थे, ने मारवाड़ में छात्रावासों की एक श्रंखला स्थापित करदी तथा इनके सुचारू संचालन हेतु एक शीर्ष संस्था "किसान शिक्षण संस्थान जोधपुर" स्थापित कर जोधपुर सरकार से मान्यता ले ली, जिसे सरकार से छात्रावासों के संचालन हेतु आर्थिक सहायता प्राप्त होने लगी.  इस शिक्षा प्रचार में मारवाड़ के जाटों ने अपने पैरों पर खड़ा होने में राजस्थान के तमाम जाटों को पीछे छोड़ दिया । 
जाट बोर्डिंग हाऊस बाडमेर के संस्थापक

चौधरी रामदानजी का १९२९ में जोधपुर से बायतू तथा १९३० में बाड़मेर स्थानान्तरण हो गया. अब आपने बाड़मेर के किसानों पर ध्यान देना शुरू किया. आपने बाडमेर में एक जाटावास बस्ती बसाई और वहीं अपना मकान बनाया. बाड़मेर को अपनी कर्म स्थली बनाते हुए इस एरिया के किसानों से सम्पर्क किया. कुछ बच्चों को लाकर अपने निवास स्थान पर लाकर रखा और पढाना शुरू किया. उस समय बाडमेर में एक मिडिल स्कूल और एक प्राथमिक स्कूल था. बच्चे वहां पढ़ने जाते और रामदानजी के मकान में रहते. यहाँ आपकी पत्नी सबके भोजन की व्यवस्था करती थी. जब बच्चों की संख्या बढ़ने लगी तब अपने पड़ौस के मकान में श्री भीकमचंदजी का मकान किराये पर लिया और वहां ३० जून १९३४ को जाट बोर्डिंग हाऊस बाड़मेर की स्थापना की. चौधरी मूलचंदजी नागौर के कर कमलों से इसका उदघाटन हुआ. उस समय १९ छात्रों ने इसमें प्रवेश लिया था 
इस संस्था की स्थापना करने के बाद रामदान जी तन-मन-धन से इसकी उन्नति में लग गए. बाड़मेर के आसपास के गाँवों का भ्रमण कर आपने कई और बच्चों को बोर्डिंग में भर्ती करवाया. धीरे-धीरे बच्चों की संख्या बढ़ने लगी तो इस छात्रावास का आर्थिक भार भी बढ़ने लगा, तब आपने ग्रामीण एरिया और रेलवे कर्मचारियों से चन्दा एकत्रित कर छात्रावास का खर्चा चलाया. इस कार्य मेंचौधरी आईदानजी भादू बाड़मेर ने आपका पूरा सहयोग किया. जून १९३६ तक इस संस्था में ३५ विद्यार्थी हो गए और बाड़मेर में यह संस्था अपने आप में एक अनूठी संस्था बन गयी. १९३७ में इस छात्रावास को जोधपुर सरकार से ३० रूपया मासिक अनुदान मिलने लग गया. अब चौधरी रामदानजी इस बोर्डिंग के लिए स्थाई निर्माण करवाने में लग गए. गाँवों में घूम कर तथा रेलवे कर्मचारियों से चंदा एकत्रित कर १९४१ तक वर्तमान छात्रावास के आधे भाग का निर्माण पूरा कर लिया. अब किराए के भवन से बोर्डिंग नए भवन में स्थानांतरण करवा दिया. इस हेतु १९४२ तथा १९४४ में बाड़मेर में किसान सम्मेलन आयोजित किए. इनमें चौधरी बलादेवरामजी मिर्धा, हाकिम गोवर्धनसिंह्जी, चौधरी मूलचंदजी नागौर, चौधरी रामदानजी ने छात्रावास को पूरा करने हेतु चंदे की अपील की. तिलवाड़ा पशु मेले से भी चन्दा एकत्रित किया. इन प्रयासों से छात्रावास का निर्माण १९४६ तक पूरा हो गया.  

बाडमेर जिला किसान सभा की स्थापना

चौधरी रामदानजी १४ मार्च १९४६ को बाड़मेर से रेलवे के प्रथम-रेलपथ-निरीक्षक पद से सेवानिवृत हो गए. इसके बाद आपने पूरा ध्यान समाज सेवा में लगा दिया. अब आपने जाट बोर्डिंग हाऊस बाड़मेर के साथ मारवाड़ किसान सभा का भी काम देखना शुरू कर दिया. किसानों की प्रगती को देखकर मारवाड़ के जागीरदार बोखला गए । उन्होंने किसानों का शोषण बढ़ा दिया और उनके हमले भी तेज हो गए । जाट नेता अब यह सोचने को मजबूर हुए कि उनका एक राजनैतिक संगठन होना चाहिए । सब किसान नेता २२ जून १९४१ को जाट बोर्डिंग हाउस जोधपुर में इकट्ठे हुए जिसमें तय किया गया कि २७ जून १९४१ को सुमेर स्कूल जोधपुर में मारवाड़ के किसानों की एक सभा बुलाई जाए और उसमें एक संगठन बनाया जाए । तदानुसार उस दिनांक कोमारवाड़ किसान सभा की स्थापना की घोषणा की गयी और मंगल सिंह कच्छवाहा को अध्यक्ष तथा बालकिशन को मंत्री नियुक्त किया गया. ९४६ में बलदेव रामजी मिर्धा ने मारवाड़किसान सभा की कार्यकारिणी का पुनर्गठन किया जिसमें श्री नरसिंह्जी कच्छवाहा को अध्यक्ष व श्री नाथूरामजी मिर्धा को मंत्री बनाया तथा चौधरी रामदानजी को कार्यकारिणी का सदस्य नियुक्त किया. साथ ही बाड़मेर परगने में भी किसान सभा की एक इकाई का गठन कर श्री रामदानजी को वहां का अध्यक्ष नियुक्त किया. ३ मार्च १९४८ को श्री जयनारायणजी व्यास के नेतृत्व में जोधपुर में नयी सरकार बनी जिसमें मारवाड़ किसान सभा की और से श्री नाथूरामजी मिर्धा कृषि मंत्री बने. [28]इस सरकार ने किसानों के हित में १९४९ के शुरू में मारवाड़ लैंड रेवेन्यू एक्ट व मारवाड़ टेनेन्सी एक्ट १९४९ पारित कर दिए जिसमें लागबाग आदि समाप्त करते हुए किसान को अपनी जमीन का मालिक बना दिया. इन कानूनों के बनते ही श्री रामदान जी मालानी के गाँव-गाँव ढाणी-ढाणी जाकर किसानों को इन कानूनों की जानकारी दी और लागबाग द करवाई

लगबाग बंद होने से जागीरदार तिलमिला गए और अत्याछार बढ़ा दिए. किसान नेताओं पर कातिलाना हमला कर हत्याएं करना शुरू कर दिया. इन घटनाओं में मालानी में २७ लोगों ने प्राण गँवाए. इसे समय में रामदांजी पहाड़ बन कर किसानों के रक्षार्थ सामने आए और किसानों की हर प्रकार से मदद की. आप द्वारा बाड़मेर किसान सभा के अध्यक्ष तथा बाद में विधायक की हैसियत से जो सेवाएं आपने किसानों की करी आज तक भी बाड़मेर के किसान उनको याद कर आपके प्रति श्रद्धानत होते हैं.  मारवाड़ किसान सभा तथा १४ अगस्त १९४९ को जयपुर में गठित राजस्थान किसान सभा के अध्यक्ष श्री बलदेव राम जी मिर्धा व अन्य नेताओं के प्रयासों का परिणाम यह हुआ की १९५२ के प्रारम्भ में राजस्थान की सरकार ने जागीरदारी प्रथा समाप्त करने का अधिनियम पारित कर दिया. इससे राजस्थान का किसान सदा के लिए जागीरदारी प्रथा से मुक्त हो गया. १९५५ में राजस्थान टेनेन्सी एक्ट बन जाने के बाद तो किसान स्वयम अपने जमीन का मालिक बन गया. इस कार्य में श्री बलदेव राम मिर्धा और अन्य जाट नेताओं के साथ श्री रामदान जी का भी महत्वपूर्ण योगदान था.
सामाजिक सेवा

चौधरी रामदानजी मारवाड़ के अन्य जाट नेताओं की तरह किसानों में प्रचलित सामाजिक कुरीतियाँ हटाने के हामी थे. आप बाल विवाह, म्रत्यु-भोज, मुकदमेबाजी, अफीम, तम्बाकू, दीन-प्रथा[  आदि कुरीतियों के विरोधी थे और जीवनभर इनके खिलाफ संघर्ष करते रहे. श्री रामदानजी म्रत्यु-भोज को किसानों का दुश्मन मानते थे. अतः उन्होंने ब्याह-शादियों, किसान-सम्मेलनों. तिलवाडा चैत्री पशु मेला, राजनैतिक-सम्मेलनों आदि सभी अवसरों पर म्रत्यु-भोज को बंद करने का आव्हान करते थे. जब इसमें आपको आशातीत सफलता नहीं मिली तब इसे कानूनन बंद कराने का प्रयास किया. १९५७ में जब आप विधायक बने तब आपने मुख्यमंत्री श्री मोहन लाल सुखाडिया जी से आग्रह कर "राजस्थान म्रत्यु-भोज निवारण अधिनियम १९६०" विधान सभा में पारित करवाया. इसके परिणाम स्वरूप बाड़मेर में म्रत्यु-भोज में बहुत कमी आई. दीन-प्रथा समाप्त करने के लिए आपने सर्वप्रथम अपने परिवार की लड़कियों का धर्म-विवाह करके किसानों के सामने इस प्रथा के खिलाफ एक उदाहरण प्रस्तुत किया और इस प्रथा को समाप्त करने में सफल रहे.  आप लड़कों की शिक्षा के साथ लड़कियों की शिक्षा के भी हिमायती थे. बाड़मेर इलाके में स्त्री-शिक्षा का प्रचार आपके प्रयत्नों से ही हुआ. आपके प्रयासों का ही परिणाम था की १९५३ तक ३१८ लड़कियाँ मिडिल तक पढ़ने में सफल हुई. आपने किसानों के बच्चों की पढाई के साथ साथ द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान बड़ी संख्या में जाट युवकों को सेना में भर्ती करवाया. १९५१ से १९५५ के बीच राजस्थान में पुलिस प्रशासन का विस्तार हुआ तो बड़ी संख्या में किसानों के बच्चो को पुलिस में नौकरी दिलवाकर किसानों का बड़ा भला किया.
परिवार का उत्थान

जहाँ आपने किसानों के बच्चों की शिक्षा व उनको नौकरियों में लगाने पर ध्यान दिया, उसी तरह अपने परिवार के बच्चों की शिक्षा पर भी विशेष ध्यान रखा. आपके पाँच पुत्र और चार पुत्रियाँ थी और उनको सबको उच्च शिक्षा दिलवाई. आपके सबसे बड़े पुत्र श्री केसरीमलजी को ऊंची शिक्षा दिलाने के बाद व्यापार के साथ ही जाट बोर्डिंग हाऊस जोधपुर को संभालने का जिम्मा सौंपा. दूसरे पुत्र लालसिंह को ऍम ऐ , एल एल बी करवाने के बाद जोधपुर में हाकिम के पद पर नियुक्त कराया. जिन्होंने राजस्थान में विभिन्न पदों पर रहकर महत्त्व पूर्ण दायित्व निभाया. तीसरे पुत्रगंगाराम चौधरी को एल एल बी की शिक्षा दिलाकर वकालत में लगाया और समाज सेवा का अवसर दिया. बाद में गंगाराम चौधरी ने राजनीती में आकर राजस्थान के विभिन्न विभागों में मंत्री रहकर जनता की सेवा की. चोथे पुत्र खंगारमलजी तथा पांचवें पुत्र फतहसिंह्जी को भी उच्च शिक्षा दिलवाई. उस समय आपका परिवार मारवाड़ में काफी बड़ा और प्रगतिशील था.
राजनीती के माध्यम से समाज सेवा

१९५२ के प्रथम आम चुनाव से पहले १९५१ के आख़िर में मारवाड़ किसान सभा व राजस्थान किसान सभा का कांग्रेस में विलय हो जाने पर चौधरी रामदानजी भी कांग्रेस में सम्मिलित हो गए. १९५३ में नया पंचायती राज अधिनियम लागू हुआ. आपके प्रयासों से अनेक किसान सरपंच चुने गए. इसके बाद तहसील पंचायत के चुनाव हुए जिसमें १९५४ में आप बाड़मेर तहसील पंचायत के सरपंच चुने गए. बाड़मेर में १९५३ से १९५५ तक हुए भूमि-बंदोबस्त में भी किसानों का आपने व आपके पुत्र श्री गंगारामजी ने बराबर मार्गदर्शन किया. भूमि के वाजिब लगान निर्धारित करवाए. १९५७ में द्वितीय आम चुनाव में गुडामालानी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्यासी के रूप में चुनाव लड़ा और विजयी रहे. १९५७ से १९६२ तक विधायक रहते बहुत समाज सेवा की. इस दौरान बाड़मेर में डाकू उन्मुलक करवाया तथा जागीर जब्ती क़ानून में जागीरों का अधिग्रहण करवाया. १९५९ में गुडामलानी पंचायत समिती के प्रधान पद पर पुत्र गंगारामजी को निर्वाचित करवाया. १९६० में म्रत्यु-भोज निवारण अधिनियम पास करवाकर बाड़मेर के किसानों को बर्बादी से बचाया. १९६२ में श्री रामदानजी ने राजनीती से सन्यास ले लिया और अपने उत्तराधिकारी के रूप में श्री गंगारामजी चौधरी को १९६२ के तृतीय आम चुनाव में कांग्रेस से गुडामलानी से विधायक जितवाया. बाड़मेर एरिया में आपके द्वारा की गयी सेवा के कारण श्री गंगारामजी बराबर बाड़मेर से चुनाव जीतते रहे तथा राजस्थान सरकार में कई विभागों के मंत्री रहे.  

शुक्रवार, 7 दिसंबर 2012

इन तस्वीरों में छिपी है सगी बहनों और डांस बार की एक शर्मनाक सच्चाई!

इन तस्वीरों में छिपी है सगी बहनों और डांस बार की एक शर्मनाक सच्चाई!  इन तस्वीरों में छिपी है सगी बहनों और डांस बार की एक शर्मनाक सच्चाई! 

नागपुर. हैदराबाद निवासी दो बहनें शहर के बीयर बार में नाचते हुए पकड़ी गईं। पुलिस ने बुधवार की मध्यरात्रि में वर्धा मार्ग स्थित ओपेल तंदूर बार व रेस्टोरेंट में छापेमारी की।

इस दौरान 5 युवतियों, ग्राहकों व बार मालिक समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। विधानमंडल के शीतसत्र के पहले उपराजधानी में गुलजार हो रहे डांस बार का पर्दाफाश होने से पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मचा है।

सामाजिक सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालनेवाली पुलिस की अपराध शाखा की सक्रियता कसौटी पर है। पता चला है कि युवतियों को विशेष पैकेज पर स्टेज डांस के नाम पर बुलाया गया था। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

पकड़े गए आरोपियों में बार संचालक प्रवीण अशोक महाजन (40) निवासी स्नेहनगर, अर्पण दिलीप ठाकरे (20) इतवारी, राजेश श्रवणसिंह चौहान (45) मोहननगर, मनोज राजाराम सावरकर (45) पांचपावली व बृजेश रामनरेश पांडे (35) शिवणगांव मार्ग के अलावा मोनिका (25) निवासी भिलाई, चंचल (30) भिलाई, कविता (35) भिलाई, गीता (22) हैदराबाद व मनीषा (23) हैदराबाद शामिल हैं


वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को ओपेल तंदूर बार में डांस चलने की गुप्त सूचना मिली थी। उपायुक्त चंद्रकुमार मीणा ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को छापा मारने के निर्देश दिए। छापामार दल में थानेदार तुकाराम वहिले के अलावा उपनिरीक्षक राहुल सूर्यतल, संजय गुप्ता, शैलेंद्र चौधरी, दीपक इंगले व किरण पाटील शामिल थे


नीलामी: 36 करोड़ में बिकी एंटीक और दुनिया की सबसे महंगी घड़ी



यह है दुनिया की सबसे महंगी घड़ी। इस घड़ी को 1795 में अब्राहम लुईस ब्रिगेट ने बनाया था।

 

स्विस वॉच कंपनी ब्रिगेट के संस्थापक लुईस लीडिंग वॉचमेकर के तौर पर जाने जाते थे। उनके द्वारा बनाई गई इन सिंपेथिक घड़ियों को नेपोलियन और ब्रिटेन के जॉर्ज चतुर्थ ने भी उपयोग किया है।



इनका इस्तेमाल स्पेन और रूस के राजघरानो में भी किया गया । अब ऐसी सिर्फ 10 से 12 घड़ियां ही अस्तित्व में हैं। लुईस द्वारा बनाई गई सोने की यह घड़ी करीब 37 करोड़ रुपए में बिकी।

शादी तुड़वाने 331 किमी पहुंची एफबी फ्रेंड



शादी तुड़वाने 331 किमी पहुंची एफबी फ्रेंड
जयपुर। मेरठ की एक लड़की ने शुक्रवार को अपने फेसबुक फ्रेंड चितरांजन की शादी तुड़वाने के लिए जयपुर में जमकर हंगामा किया। शुक्रवार को ही चितरांजन की शादी होनी है और मेरठ से करीब 331 किलोमीटर दूर चलकर जयपुर आई लड़की एकता नहीं चाहती कि वह किसी ओर से शादी करे। शादी के घर इस हंगामे के बाद मौके पर पहुंची करधनी थाना पुलिस ने युवती की तरफ से मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मेरठ की इस युवती ने युवक के साथ कई बार जिस्माना संबंध स्वीकारने के साथ ही उसपर शादी का झांसा देने के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने इसकी तस्दीक के लिए युवती का मेडिकल करवाया है और आगे की कार्रवाई के लिए मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।जानकारी के अनुसार चितरांजन और एकता की पहचान फेसबुक पर हुई और फिर दोस्ती हो गई। इसी बीच युवक मेरठ पहुंच गया और वहां दोनों के बीच जिस्माना संबंध बन गए। युवती के अनुसार चितरांजन ने उसे शादी करने का वादा किया और इसी शत्तü पर वह उससे सेक्स को तैयार हुई। लेकिन अब वह मुकर गया और किसी ओर से शादी कैसे कर सकता है। पीडिता ने करघनी थाने पहुंच कर पुलिस को आपबीती बताई।
करधनी थाना प्रभारी कैलाश जिंदल ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले की रहने वाली एकता ने प्रतापनगर निवासी चितरांजन पर फेसबुक पर दोस्ती और फिर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। एकता के अनुसार चितरांजन एकता से मिलने मेरठ गया और वहां युवती को शादी करने का झांसा देकर उससे शारीरिक संबंध बनाए। जब एकता ने शादी करने का दबाव बनाया तो अचानक चितरांजन चकमा देकर जयपुर आ गया।

शस्त्र सेना झण्डा दिवस मनाया



शस्त्र सेना झण्डा दिवस मनाया
बाडमेर, 7 दिसम्बर।  शुक्रवार को सास्त्र सेना झण्डा दिवस मनाया गया। जिला कलेक्टर भानु प्रका एटूरू को जिला सैनिक काल्याण अधिकारी मेजर पी. एस. भाटी द्वारा झण्डा लगाकर सेना झण्डा दिवस का शुभारम्भ किया गया।

जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मेजर पी.एस. भाटी ने बताया कि यह दिवस युद्ध में भाहीद/विकलांग/पूर्व सैनिक/विधवाओं के कल्याणार्थ जन सहयोग से धन एकत्रित करने हेतु मनाया जाता है। उन्होने बताया कि इस वशर बाडमेर जिले को चार लाख रूपये की राि एकत्रित करने का लक्ष्य दिया गया है। उन्होने सभी विभागों को ध्वज भिजवा कर युद्ध में भाहीद/ विकलांग, पूर्व सैनिक/ विधवाओं के कल्याणार्थ अधिक से अधिक सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया है।

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अल्पसंख्यक मामलात मंत्री खान आज देताणी आएगें

बाडमेर, 7 दिसम्बर। अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्यमंत्री अमीन खान आज देताणी आएगें।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अल्पसंख्यक मामलात राज्यमंत्री खान 8 दिसम्बर को प्रातः 8.00 बजे जयपुर से प्रस्थान कर सायं 5.30 बजे देताणी पहुंचेगे तथा रात्रि विश्राम देताणी में करेंगे। 9 तथा 10 दिसम्बर को उनका आरक्षित कार्यक्रम रहेगा। वे 11 दिसम्बर को िव विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत राजबेरा, उण्डू, कामीर, आरंग व कानासर में जन सम्पर्क करेंगे तथा रात्रि विश्राम कानासर में करेंगे। वे 12 दिसम्बर को ग्राम चोचरा, धारवी कलां, बीसूकला, भीयाड में जनसम्पर्क करेंगे तथा रात्रि विश्राम सर्किट हाउस बाडमेर में करेंगे। इसके पचात वे 13 दिसम्बर को प्रातः 9.00 बजे बाडमेर से जालोर के लिए प्रस्थान कर जाएगें।

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जुआ खेलते तीन गिरफ्तार



जुआ खेलते तीन गिरफ्तार
 बाड़मेर कोतवाली पुलिस ने शहरी क्षेत्र में   तीन जनों को गिरफ्तार किया .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया शंकरलाल स.उ.नि. मय पुलिस पार्टी पुलिस थाना कोतवाली द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर कस्बा बाड़मेर में फकीरो के कुंए के पास सार्वजनिक स्थान पर ताश के पतो से जुआ खेल रहे मुलजिम शंकराराम पुत्र नथाराम, पुरखाराम व मनोज को गिरफ्तार कर उसके कब्जा से 630/रूपये जुआ राशी बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना कोतवाली पर जुआ अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।


मारपीट और चोरी के मामले दर्ज 
बाड़मेर  उम्मेदाराम पुत्र सोनाराम कलबी नि. बालोतरा ने मुलजिम तखतसिंह पुत्र भेरूलाल मेगवाल नि. बिठूजा वगेरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस के खेत में प्रवेश कर सामान चुराकर ले जाना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना पचपदरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इशी तरह श्मदनलाल पुत्र जेठमल सोनी नि. सुनारो का वास बाड़मेर ने मुलजिम अज्ञात के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि अज्ञात मुलजिम द्वारा मुस्तगीस की दुकान का ताला तोड़कर सोने चांदी के जेवरात चुराकर ले जाना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना कोतवाली पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इधर    पुनमाराम पुत्र रूखमणाराम जाट नि. धोरीमना ने मुलजिम चन्द्रप्रकाश पुत्र रूखमणाराम जाट नि. दूधू वगेरा 7 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस की गाड़ी को रूकवाकर मारपीट कर शीश्ो तोड़कर नुकसान पहुंचाना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना धोरीमना पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। 

4.प्रार्थी श्री कचराराम पुत्र बनाराम मेगवाल नि. मिठडाउ ने मुलजिम जेसाराम पुत्र रूपाराम मेगवाल नि. मिठडाउ वगेरा 14 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस का रास्ता रोककर मारपीट करनाव गाड़ी के कांच तोड़ना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना बीजराड़ पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

विधायक जैन ने किया प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र राणीगॉव का किया आकस्मिक निरिक्षण।



विधायक जैन ने किया प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र राणीगॉव का किया आकस्मिक निरिक्षण।

बाड़मेर 7 दिसम्बर 2012 

बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र राणीगांव का किया आकस्मिक निरिक्षण व कई गावों का दौरा कर जन समस्याएं सुनी।

विधायक जैन ने शुक्रवार को ग्राम पंचायत राणीगांव में प्राथमिक स्वास्थय केन्द्र का निरीक्षण किया मरिजों से समस्या सुनी व मुख्यमंत्री नि:शुल्क योजना की जानकारी ली। विधायक जैन ने सरणु व सरली ग्राम पंचायतों का दौरा किया। इस दौरान विधायक जैन ने सरणु व सरली में ंचौधरी समाज के सामाजिक कार्यक्रम मे शरीक हुए।इस दौरान विधायक ने उपस्थित लोगों की जन समस्याएं सुनी । उनके साथ कांग्रेस नेता मुकनाराम गोरसिया, पूर्व सरपंच दुदाराम चौधरी स्वरूपसिहं सरणु, जोगराजमल जैन राणीगांव थे।

बाड़मेरएक और मोटरसाईकिल चोर गेंग का पर्दाफाश दो गिरफतार,

एक और मोटरसाईकिल चोर गेंग का पर्दाफाश दो गिरफतार,

 8 बाईक चुराना कबुला, आरोपियों की तलाश के लिये अलगअलग टीमे गठित

 जल्द ही अन्य गिरोह पकड़े जाने की उम्मीद :

बाड़मेर बाड़मेर पुलिस ने बाईक चोर गिरोहों पर शिकंजा कसके हुए आज एक और बाईक चोर गिरोह को चोहटन से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की ,गुरूवार को बाड़मेर में एक बाईक चोर गिरोह को पुलिस ने दस्तयाब किया था ,पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के कड़े निर्देशों के बाद चेती पुलिस ने बड़ी कार्यवाही कर लगातार गिरोह को दस्तयाब किया . राहुल बारहट, जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले में हो रही वाहन चोरी की वारदातो की रोकथाम हेतु वृत स्तर व थाना स्तर पर विशोष टीमे गठित की जाकर वाहन चोर गैंग को दस्तयाब करने हेतु विशोष निर्देश दिये गये जिसके फलस्वरूप जिले में लम्बे समय से सकि्रय बाईक चोर गिरोह का पर्दाफाश करने में जिला पुलिस को दो दिनो में दुसरी बड़ी सफलता मिली हैं। पुलिस थाना चौहटन टीम ने बाईक चोर गिरोह के दो आरोपियों को कस्बा चौहटन में दस्तयाब किया जाकर प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपियों ने आठ (08) मोटर साईकल चोरी की लाना व बेचना कबुल किया है। उल्लेखनीय हैं कि पुलिस की अलगअलग टीमें बीते कई दिनों से बाईक व वाहन चोर गिरोह के सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है।
श्री हनुमानाराम वृताधिकारी वृत चौहटन के नेतृत्व में थानाधिकारी चौहटन श्री राजेन्द्र चौधरी के साथ गठित टीम के सदस्य चुतराराम हैडकानि., कानि. देवाराम, लाधुराम, बीजाराम, मोहनलाल, किशनसिंह ने गुरुवार को बाईक चोर गिरोह के आरोपी अनिल कुमार पुत्र जगदीशचन्द्र जाति धारीवाल निवासी चौहटन व भोमाराम पुत्र मोडाराम जाति जाट (सियोल) निवासी बांटा पुलिस थाना गुड़ामालानी को कस्बा चौहटन में गिरफतार किया गया जिनसे प्रारम्भिक पूछताछ में इन्होनें 08 मोटर साईकले चोरी की लाना कबुल किया जिनके कब्जा से चोरी की 02 मोटर साईकले बरामद की गई। गिरफतार मुलजिमानों से गहन पूछताछ की जा रही हैं जिनसे ओर भी मोटर साईकले बरामद होने की पूर्ण सम्भावना हैं।

जैसलमेर अवैध रूप से बैलों को परिवहन कर ले जाते ट्रक सहित दो गिरफ्तार :


जैसलमेर अवैध रूप से बैलों को परिवहन कर ले जाते ट्रक सहित दो गिरफ्तार : 

जैसलमेर जिला पुलिस अधीक्षक जैसलमेर ममता राहुल के निर्देशानुसार अपराधों की रोकथाम हेतु रामसिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सायरसिंह पुलिस उप अधीक्षक वृत जैसलमेर के सुपरविजन में वीरेन्द्रसिंह नि.पु. थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर के नेतृत्व में जैसलमेर शहर से जोधपुर व बाड़मेर की तरफ जाने वाली रोड़ों पर सघन गस्त व नाकाबंदी करवाई जा रही हैं।

 गुरूवार की रात्रि के दौरान बाड़मेर रोड़ म्याजलार चौराहा पर नरेश कुमार मु.आ. मय कानि0 हुकमदान व तेजसिंह तथा वाहन चालक मेघसिंह द्वारा नाकाबंदी की जा रही थी नाकाबंदी के दौरान एक ट्रक जोधपुर बाड़मेर लिंक रोड़ की तरफ से आया जिसको रूकवाने हेतु ईशारा किया गया मगर चालक ने ट्रक नहीं रोका जिस पर तत्परता से नाकाबंदी कर रहे नरेश कुमार मुख्य आरक्षक मय जाब्ता द्वारा सरकारी वाहन से पीछा कर आरटीओ ऑफिस के पास उक्त ट्रक को रूकवाया जाकर ट्रक में 19 बैल (गौवंश) भरे हुए पाये गये। जिसको परिवहन करने बाबत चालक बलवंतसिंह पुत्र चरणजीतसिंह जट सिख नि0 अनोपग़ जिला श्री गंगानगर व उसके साथी मुसेखां पुत्र अलादीन चारण नि0 चारलाई जिला जोधपुर को पुछा गया तो अपने पास प्रशासनिक अधिकारी की कोई वैद्य स्वीकृती नहीं होना बताया। जिस पर उक्त दोनों का उक्त कृत्य राज. गौवंशीय अधि0 के तहत दण्डनीय अपराध होने से ट्रक को चैक किया तो कुल 19 बैल मिले जिसमें से एक बैल मृत हालत में मिला। 18 बैलों को जब्त कर तुलछी गौशाला को सुपुर्द किया गया। दोनों मुल्जिमान को गिरफ्तार कर इनके विरूद्ध गौवंशीय अधि0 के तहत प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान जारी हैं।

पु.श्री तनसिंह जी की 32 वी पुण्यतिथि पु.श्री तनसिंह जी को याद किया गया

पु.श्री तनसिंह जी को याद किया गया 
श्री क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक एवं पूर्व सांसद पूर्व सांसद पु.श्री तनसिंह जी की 32 वी पुण्यतिथि प्रातः 5.30 बजे श्री राजपुत मोक्ष धाम स्थित पू.श्री की छतरी पर मनाई गयी सर्वप्रथम मंगलाचरण से प्रारंभ हुआ पचात श्री प्रकासिंह भुरटिया द्वारा प्रार्थना वन्दना के गीत मेरे ...... की गई बाद में श्री तनसिंह की छतरी पर सभी विघार्थियों, कार्यकताओं द्वारा श्रद्वासुमन अर्पित किए गए इस दौरान श्री रामसिंह माडपुरा द्वारा जलवे अनेक राह के दिखाकर....... सहगीत प्रस्तुत किया गया, पुण्यतिथि के कार्यक्रम में वीरसिंह िवकर,कृश्णसिंह राणीगांव, महिपालसिंह चुली,राजेन्द्रसिंह भियाड़,विजयसिंह माडपुरा सहित भाहर की विभिन्न छात्रावासो से सेकङो विघार्थियो एवं कार्यकताओं ने भाग लिया। ं

सोनिया का गुजरात में आक्रामक प्रचार शुरू, गुजरात सरकार को भ्रष्ट बताया



मांडवी (गुजरात)। गुजरात में चुनाव प्रचार को मजबूती देने के लिए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी शुक्रवार को गुजरात पहुंची। उन्होंने दक्षिण गुजरात के मांडवी जिले में चुनाव सभा को संबोधित किया।


उल्लेखनीय है कि 13 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के लिए सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात की 87 सीटों के लिए मतदान होने हैं। मांडवी स्थित गोडसंबा में उनकी सभा आयोजित की गई। उनके साथ गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और केंद्रीय नेता तुषार चौधरी भी उपस्थित थे।अपने संबोधन में उन्होंने अमर सिंह चौधरी, सरदार पटेल और इंदिरा गांधी को याद किया और कांग्रेस के शासन काल में हुए विकास कार्यों का जिक्र किया। मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, विकास की बातें करने वाली गुजरात की सरकार ने दक्षिण गुजरात में कोई विकास कार्य नहीं किया।



उन्होंने मोदी सरकार से सवाल किया, केंद्र ने गुजरात सरकार को भी विकास कार्य के लिए काफी पैसा दिया, लेकिन न जानें वह पैसा कहां गया कि आज तक दक्षिण गुजरात का विकास नहीं हो सका। दक्षिण गुजरात के आदिवासी गांवों में अब तक पानी नहीं पहुंचा।उन्होंने कहा, गुजरात महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल की भूमि है। वे जो कहते थे, वह करके भी दिखाते थे। लेकिन गुजरात के आज के नेता सिर्फ उपदेश देते हैं, कुछ करते नहीं। गुजरात सरकार ने जनता से जो भी वादे किए, पूरे नहीं किए। इसकी तुलना आप कांग्रेस सरकार से करके देखिए, हम



कानून व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है। केंद्र द्वारा राज्य सरकार को दी जाने वाली विकास राशि का सही ने जो कहा, वह करके दिखाया है।

इसके साथ ही सोनिया गांधी ने गुजरात सरकार पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाया और कहा, केंद्र ने गुजरात की गरीब जनता के विकास के लिए गुजरात सरकार को करोड़ों रुपए दिए, लेकिन गुजरात सरकार को गरीबों से कोई मतलब नहीं। वह तो बस खास लोगों का ही ध्यान रखती है।प्रयोग नहीं होता है। जिसकी वजह से ग्रामीण इलाकों में सड़कों की स्थिति खराब है़ बिजली-पानी की व्यवस्था नहीं है और गरीब बदहाल हैं, लेकिन बीजेपी सरकार को इस बात की चिंता नहीं है।उन्होंने अपने चुनावी घोषणा-पत्र में किए गए वचनों को पूरा करने का भरोसा दिलाया। इसके बाद वे सौराष्ट्र और कच्छ में भी कांग्रेस उम्मीदवारों के समर्थन में चुनावी सभाएं करेंगी। तापी की रैली करने के बाद सोनिया गांधी जूनागढ़ में भी चुनावी रैली को संबोधित करेंगी।