शुक्रवार, 23 नवंबर 2012

अंतरराष्ट्रीय केमल सफारी लूणों की बस्ती पहुंची


अंतरराष्ट्रीय केमल सफारी लूणों की बस्ती पहुंची

जैसलमेर राष्ट्रीय केडेट कोर की अंतर्राष्ट्रीय केमल सफारी गुरुवार को सम से लूणों की बस्ती पहुंची। जहां ग्रुप कमांडर कर्नल संजय सागवान ने केडेट्स को लूणों की बस्ती व वहां के निवासियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यहां के निवासी रेगिस्तान की विषम परिस्थितियों में रहते है जो कि पशुधन व कृषि आधारित है। केडेट्स ने मिट्टी के बने घर व झोंपों की बनावट को नजदीक से देखा तथा इसके बारे में जानकारी प्राप्त की। सांयकालीन सत्र में कजाकिस्तान व भारतीय केडेट्स के मध्य वालीबॉल का मैत्री मैच खेला गया। कर्नल एके सिंह ने बताया कि खेल जीवन में अनुशासन, मैत्री भाव व सहनशीलता की भावना को बढ़ाते है। खेल में प्रहलाद पूनिया व इस्माइलखां ने सहयोग दिया। लेफ्टिनेंट कर्नल एसके शुक्ला न केडेट्स को सांस्कृतिक व धार्मिक गतिविधियों के बारे में विस्तार से समझाया। साथ ही मिलजुल कर रहने की बात कही।

बीज-खाद मांगने पर गोली मिलती है : राव

बीज-खाद मांगने पर गोली मिलती है : राव


आदर्श स्टेडियम में स्वदेशी जागरण मंच के बैनर तले किसान पंचायत में किसानों ने भरी हूंकार, भूमि अधिग्रहण के खिलाफ बुलंद हुई आवाज, वक्ताओं ने कोसा केंद्र व राज्य सरकार को


बाड़मेर  भारत की साठ फीसदी आबादी कृषि पर निर्भर है, अमेरिका में ये आंकड़ा केवल 2 प्रतिशत व फ्रांस में महज 6 फीसदी ही है। हमारे यहां की जमीन साल में तीन फसलें देती है, लेकिन फिर भी यहां के किसान को जमीन, बीज व आजादी के लिए लड़ाई लडऩी पड़ती है। बीज-खाद मांगने पर गोली मिलती है। देश हमारा है तो सरकार भी हमारे लिए ही चलनी चाहिए।' यह उद्गार गुरुवार को भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री एवं स्वदेशी आंदोलन के नेता मुरलीधर राव ने आदर्श स्टेडियम में कहे। राव स्वदेशी जागरण मंच के बैनरतले आयोजित किसान पंचायत में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज भी ओरण-गोचर जमीन रिकार्ड में दर्ज नहीं है। दुनिया में सबसे पहले भारत ने ही कुओं व बावडिय़ों का निर्माण करवाया था। आज किसान की स्थिति यहां तक हो गई है कि उसके नौजवान पुत्र को कोई बेटी नहीं देता जबकि चपरासी या सामान्य पद पर नौकरी करने वाले को दे देता है, ऐसा क्यों?

कांग्रेस का दामाद-हमारा दामाद!

राव ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि मुगलों को बीकानेर तक पहुंचने में सालों लग गए, लेकिन वाड्रा को गहलोत सरकार ने पल भर में पहुंचा दिया। क्योंकि वह कांग्रेस का दामाद है यानी हम सबका। उन्होंने आगामी चुनावों को लेकर किसानों को कहा कि जमीन बेचने वाला नहीं, बल्कि रखने वाला किसान संपन्नता का मापदंड होगा। इसलिए भूमि अधिग्रहण कानून को किसान के पक्ष में रखने वाली पार्टी को वोट देना। शेषत्न पेज १९

डाकू नहीं मैं किसान...: मिर्जापुर के पूर्व सांसद वीरेंद्रसिंह चौधरी को संबोधन के लिए बुलाने वाले संचालक ने उन्हें कुख्यात डकैत फूलन देवी को हरा संसद पहुंचने वाला बताया तो चौधरी ने टोकते हुए कहा-'मैं कोई डाकू नहीं हूं।' उन्होंने कहा कि पंचायत का मतलब फैसले से होता है, इसलिए यहां फैसला करके जाना है। आज बाजार में किसान विरोधी ताकते हावी होती जा रही है। परिवार टूट रहे हैं, लेकिन किसान का हित परिवार संस्कृति को कायम रखने में ही है। पैसा किसी की बपौती नहीं है, रॉबर्ट वाड्रा जैसे देश का करोड़ों का खजाना लूट रहे हैं, लेकिन कांग्रेस व सरकार सब बचाने में जुटे हैं। उन्होंने फिरोज गांधी के बारे में बोलते हुए कहा कि एक वो दामाद था, जिसने एक छोटे से घोटाले पर संसद में आवाज उठाई और तत्कालीन वित्त मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा था। उन्होंने कहा कि सिकंदर को भारत आने से पहले उसकी मां ने गांव, गंगा, गाय व गीता के संदेश के बारे में बताते हुए कहा था कि ये हिंदुस्तान की पहचान है।

सिंचाई के लिए 1100 करोड़ और कलमाड़ी के लिए 1700...: पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री सतपाल मलिक ने कहा कि देश में किसान को सिंचाई के लिए बजट में 1100 करोड़ का ही प्रावधान रखा जाता है जबकि कॉमनवेल्थ गैम्स के नाम पर कलमाड़ी के लिए 1700 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि यूपी के टप्पल व भट्टा-पारसौल में किसान की भूमि का अधिग्रहण करने पर किसानों ने संघर्ष किया तब जाकर उन्हें सफलता मिली, बाड़मेर-जैसलमेर के किसानों को भी संघर्ष करने की जरूरत है। आज हम दस साल की तुलना में आधा ही खरीद पाते हैं, बड़ी होशियारी से किसान को ठगा जा रहा है, इसलिए भारत के किसानों को को होश संभालना होगा।

भूमि अवाप्ति बर्दाश्त नहीं: पूर्व मंत्री एवं कोलायत विधायक देवीसिंह भाटी ने कहा हमारे पूर्वजों ने लंबी रिसर्च के बाद गांव की परिकल्पना साकार की थी। कम खर्चे में गांव की सारी व्यवस्था चलती थी, लेकिन अंग्रेजी शासन ने यहां उपकरण, खाद व यूरिया जैसे थोपकर किसान को खोखला कर दिया है। सरकार चारागाहों की जमीन खत्म करने में तुली हुई है, विदेशी कंपनियों को सस्ती दर पर जमीन दे रही हैं, लेकिन किसान वर्ग का शोषण कर रही है। आज जनता नहीं नेता मालिक बन गए है और अब इनके बाप कंपनी वाले आ गए। लेकिन हमें भूमि अवाप्ति किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं है। भाटी ने राजीव गांधी सेवा केंद्रों को भूत बंगला बताते हुए कहा कि इसके स्थान पर गांवों में अनाज के भंडारण की व्यवस्था की जाती तो फायदा मिलता। हर तरफ से लूट मची हुई है। लेकिन किसान व्ग अब इस सरकार की नाक रगड़कर रख देगा। उन्होंने किसानों से चुनाव के समय पार्टियों से समयबद्ध घोषणा-पत्र मांगने की भी बात कही।

संस्कृति से जुड़ा है पशुपालन: पूर्व सांसद कर्नल मानवेंद्रसिंह ने कहा कि भूमि अवाप्ति के विरोध में आंदोलन किया जाएगा। इस देश में पशुपालन की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पशुपालन देश की संस्कृति से जुड़ा हुआ है, भगवान श्रीकृष्ण से लेकर सभी देवी-देवताओं का आधार गाय ही है। इसलिए इन मूक प्राणियों के लिए भी पशु कार्ड योजना बननी चाहिए। किसान नेता रामपाल जाट ने कहा कि किसान अनाज बेचते समय और खरीदते समय लुटता है। राज्य सरकार बाजरा की प्रति क्विंटल लागत तो 1292 रुपए मानती है, लेकिन खरीद मूल्य 1175 ही रखती है। स्वरूपसिंह राठौड़ ने डीएनपी मामले पर प्रकाश डाला। पूर्व विधायक टीकमचंद कांत व लाधूराम बिश्नोई ने भी अपनी बात रखी। अंत में स्वदेशी जागरण मंच के प्रदेश प्रवक्ता संदीप काबरा ने आभार जताया। मंच संचालन मंच के जिला संयोजक राजेंद्रसिंह भिंयाड़ ने किया। कार्यक्रम शुरू होने से पहले स्थानीय मांगणियारों ने स्वागत गीत के साथ अतिथियों को स्वागत किया। वहीं मंच के पदाधिकारियों व स्थानीय नेताओं ने अतिथियों का माला व साफा पहना स्वागत किया।

ये रहें मौजूद: पंचायत में जोधपुर के पूर्व सांसद जसवंतसिंह बिश्नोई, पूर्व मंत्री अमराराम चौधरी, पूर्व विधायक डॉ. जालमसिंह रावलोत, मृदुरेखा चौधरी, आदूराम मेघवाल, स्वरूपसिंह खारा, संजय रामावत, मूलाराम भांभू, पीयूष डोसी, कैलाश बेनीवाल, रतनसिंह बाखासर, रूपसिंह चौहटन, लक्ष्मण वडेरा, भाजपा जिलाध्यक्ष मेजर परबतसिंह, तेजदान चारण, देरावरसिंह खारिया व मेहराराम राईका सहित स्वदेशी जागरण मंच के कई प्रदेश व जिला स्तरीय पदाधिकारी तथा किसान मौजूद थे।

पत्नी व बच्चों की हत्या के अभियुक्त को आखिरी सांस तक की सजा


पत्नी व बच्चों की हत्या के अभियुक्त को आखिरी सांस तक की सजा

झुंझुनूं   अपर सेशन कोर्ट- 2 ने गुरुवार पत्नी व तीन बच्चों की हत्या करने के मुख्य अभियुक्त मोहम्मद अल्ताफ तथा षडय़ंत्र में शामिल मेहरूनिशा व रानी उर्फ नूरजहां को उम्र कैद की सजा सुनाई है। मुख्य अभियुक्त अल्ताफ को जीवन की आखिरी सांस तक सजा भुगतने के आदेश दिए गए हैं। मामले के अनुसार डाबीगेट मलेरकोटला जिला संगरूर (पंजाब) के अब्दुल्ला ने 30 दिसंबर 2009 को कोतवाली में रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया गया कि उसकी बेटी रूकिया बानो की शादी 15 साल पहले झुंझुनूं के रोड नंबर तीन पर रहने वाले मोहम्मद अल्ताफ पुत्र उस्मान गनी लुहार के साथ हुई थी। उसके दो लड़के व दो लड़कियां थीं। दो साल से मोहम्मद अल्ताफ व उसके परिजन रूकिया को तंग करने लगे। रिपोर्ट में यह भी बताया कि अल्ताफ के कुछ अन्य महिलाओं से संबंध थे। इसे लेकर 29 दिसंबर को रूकिया को मारा-पीटा गया। सुबह पता चला कि रूकिया बानो व पुत्र अरशद (12), पुत्री आसमां (8) व आईसा (8 माह) को जहरीली वस्तु खिलाकर मार दिया गया। जज ने आरोपियों को उक्त सजा सुनाते हुए आदेश दिया कि अभियुक्त मोहम्मद अल्ताफ को दी गई आजीवन कारावास की सजा उसकी अंतिम सांस तक प्रभावी रहेगी। जिले में इस तरह की सजा दिए जाने का यह दूसरा मामला है।


अल्ताफ पर 10 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया। आदेश में रानी उर्फ नूरजहां व मेहरूनिशा को आजीवन कारावास के साथ-साथ पांच-पांच हजार रुपए जुर्माना लगाया गया।

पीडि़त पक्ष की पैरवी एडवोकेट महेशचंद्र शर्मा ने की।

सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार जैसलमेर के डॉ. आईदान सिंह को,


राजस्थानी साहित्य अकादमी पुरस्कार घोषित


सम्मान आईदान सिंह



सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार जैसलमेर के डॉ. आईदान सिंह को, जयपुर के डॉ. गोविंद शंकर को शिवचंद भरतिया गद्य पुरस्कार


राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी ने वर्ष 2012-13 के लिए पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। इस वर्ष सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार जैसलमेर के साहित्यकार डॉ. आईदान सिंह भाटी को उनकी काव्य पुस्तक 'आंख हियै रा हरियल सपना' के लिए दिया गया है। उन्हें 71 हजार रु. प्रदान किए जाएंगे। पद्य विधा का गणेशलाल व्यास उस्ताद पुरस्कार राजस्थानी साहित्यकार अजमेर निवासी विनोद सोमानी 'हंस' को उनकी पुस्तक 'म्हैं अभिमन्यु' के लिए दिया जाएगा।

उन्हें 51 हजार रु. प्रदान किए जाएंगे। शिवचंद भरतिया गद्य पुरस्कार जयपुर के डॉ. गोविंद शंकर शर्मा को उनकी पुस्तक 'राजस्थानी भाषा शास्त्र' के लिए दिया जाएगा। उन्हें भी 51 हजार रु. का पुरस्कार दिया जाएगा। इसी प्रकार 51 हजार रुपए का मुरलीधर व्यास राजस्थानी कथा साहित्यकार पुरस्कार के लिए बीकानेर के कथाकार प्रमोद शर्मा की पुस्तक 'राम जाणै' को चयनित किया गया है । लेखक की प्रथम प्रकाशित कृति के लिए दिए जाने वाला 31 हजार रु. का सांवर दइया पैली पोथी पुरस्कार जोधपुर की कवयित्री किरण राजपुरोहित 'नितिला' को उनकी कृति 'ज्यूं सैणी तितली' के लिए मिलेगा। राजस्थानी बाल साहित्यकार पुरस्कार सलूम्बर (उदयपुर) की डॉ. विमला भंडारी को उनकी बाल साहित्य की पुस्तक 'अनमोल भेंट' के लिए दिया जाएगा।

अकादमी के अध्यक्ष श्याम महर्षि ने बताया कि इन पुरस्कारों के अलावा इस वर्ष तीन नए पुरस्कारों के प्रस्ताव भी राज्य सरकार से अनुमोदित हो गए हैं। उनके लिए भी शीघ्र आवेदन मांगे जाएंगे। इस बार पुरस्कारों की राशि भी बढ़ाई गई है।

इन्होंने किया पुरस्कारों पर निर्णय :

पुरस्कार प्रारंभिक जांच तदर्थ उप समिति में भवानीशंकर व्यास 'विनोद', विद्यासागर शर्मा , माधव नागदा शामिल थे। पुरस्कार वार निर्णायक मंडल में डॉ. सोनाराम विश्नोई, शिवराज छंगाणी, डॉ. मंगत बादल, डॉ.रमेश मयंक, कल्याणसिंह राजावत, डॉ. गोरधन सिंह शेखावत, डॉ. ओमप्रकाश सारस्वत, कुंदन माली, डॉ. भंवरसिंह सामौर, डॉ. मदन सैनी, देवकिशन राजपुरोहित, मोहन आलोक, मालचंद तिवाड़ी, डॉ. गजा दान चारण, शारदा कृष्ण, ज्योतिपुंज, बुलाकी शर्मा एवं शंकरसिंह राजपुरोहित रहे।

मातृ भाषा जीवन की जड़ : भाटी

बाड़मेर जैसलमेर जिले के नोख गांव में सामान्य किसान परिवार में जन्मे भाटी ने गांव में ही प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की। बाल्यकाल से ही साहित्य क्षेत्र में रूचि रखने वाले भाटी वर्ष १९७५ में जोधपुर विश्वविद्यालय से बीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद वर्ष १९८२ में हिंदी कॉलेज व्याख्याता बने। व्याख्याता के तौर पर डॉ. भाटी बाड़मेर, अलवर व पाली कॉलेज में भी कार्यरत रहे। भाटी ने बातचीत में बताया कि 'आंख हियै रा हरियल सपना' काव्य पुस्तक का प्रमुख संदेश मातृ भाषा जीवन की जड़ है। उन्होंने युवाओं से जीवन में ऊंचाइया हासिल करने के लिए वैश्वीकरण से बचकर अपनी जड़ों की ओर लौटने का आह्वान किया।

गुरुवार, 22 नवंबर 2012

मानवेन्द्र सिंह वर्दी में

मानवेन्द्र सिंह वर्दी में ...क्या कोंग्रेस क्या बी जे पी ....आर्मी में एक साथ लेफ्ट कर्नल मानवेन्द्र सिंह पूर्व सांसद बाड़मेर जैसलमेर ,केन्द्रीय मंत्री सचिन पायलट

उस पर इश्क का ऎसा जादू चढ़ा...

उस पर इश्क का ऎसा जादू चढ़ा...
लंदन।   सायप्रस में सात वर्ष पहले छुटि्टयां मनाने गए तुर्की के व्यवसायी रमजान कुलम पर एक ब्रिटिश महिला वेटर कर्टनी मुरे के इश्क का ऎसा जादू चढ़ा कि वह उसे फेसबुक के माध्यम से खोजने का प्रयास करने लगा और पता चल जाने पर एक याट नाव में बैठकर उस तक पहुंचने के लिए सात समुंदर पार की यात्रा पर निकल पड़ा। रमजान (38) ने गत अप्रेल में यह यात्रा शुरू की और आठ महीने तक कई समुद्री तूफानों का सामना करने के बाद वह आखिरकार पिछले शुक्रवार को ब्रिटेन पहुंचा लेकिन यहां पहुंचते हुए आव्रजन अधिकारियों ने वैध वीजा के अभाव में उसे गिरफ्तार कर लिया।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार रमजान इस समय कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन के बाद दूसरा ऎसा व्यक्ति है जिसके लिए कई देशों ने अपने दरवाजे बंद किए हो। वह ब्रिटेन पहुंचने से पहले इटली और स्पेन से गुजरा, उसने जिब्राल्टर जलसंधि तथा इंग्लिश चैनल को पार किया। उसे इटली और स्पेन में पर्याप्त दस्तावेजों के अभाव में गिरफ्तार भी किया गया। उसने 12 फुट लंबी एक याट में इस यात्रा को अंजाम दिया जो ऎसी यात्रा के लिए अनुपयुक्त थी। रमजान ने अपनी यात्रा के दौरान एक ब्लाग भी शुरू किया जिस पर वह यात्रा से जुडे रोमांचों का जिक्र करता जाता था।

वह हालांकि इस समय ब्रिटेन की एक जेल में बंद है और तुर्की प्रत्यर्पित किए जाने की प्रतीक्षा कर रहा है लेकिन उसने दो दिन पहले अपने ब्लाग पर लिखा बेवकूफ लड़की, तुम क्यों नहीं समझ रहीं कि मैं तुम्हारे देश क्यों आया हूं। मैं तुम्हारे सामने घुटनों पर बैठकर तुम्हारे हाथों को चूमना चाहता हूं। तुम या तो मुझसे शादी कर सकती हो या मुझे जेल भिजवा सकती हो, फैसला तुम्हारा है। कर्टनी हालांकि इन सात वर्षो के अंतराल में शादी करके अपना घर बसा चुकी है कर्टनी के परिजनों ने रमजान द्वारा किए जा रहे उसके पीछे को पागलपन करार दिया है और रमजान के परिजनों से अपील की है कि वे उसे पर्याप्त स्नेह देने का प्रयास करें ताकि वह कर्टनी का पीछा करना छोड़ दे।

संसद सत्र की हंगामेदार शुरुआत, दोनों सदन स्थगित

नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र की गुरुवार को हंगामेदार शुरुआत हुई। बहु-ब्रांड खुदरा में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) के विरोध में विपक्ष के हंगामे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। राज्यसभा व लोकसभा की कार्यवाही में बार-बार व्यवधान पहुंचने के बाद दोनों सदन शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिए गए।संसद सत्र की हंगामेदार शुरुआत, दोनों सदन स्थगित
लोकसभा की कार्यवाही को दो बजे दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) व तृणमूल कांग्रेस सदस्यों के बहु-ब्रांड खुदरा में 51 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति दिए जाने के मुद्दे पर वोटिंग की मांग को लेकर हंगामे के बीच कार्यवाही चार बार स्थगित की गई। जब लोकसभा में तृणमूल के अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं मिली तो वह भी इस विरोध में शामिल हो गई।

लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि विभिन्न दलों द्वारा दिए गए नोटिसों पर विचार किया जा रहा है।

इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) व बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सदस्य स्पीकर के आसन के नजदीक पहुंच गए। सपा जहां एलपीजी के बढ़े हुए दाम वापल लेने की मांग कर रही थी, वहीं बसपा ने उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर सदन स्थगित करने की मांग की।

विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि बहु-ब्रांड खुदरा में एफडीआई पर बहस की अनुमति दी जानी चाहिए क्योंकि सरकार ने इस मुद्दे पर पार्टियों से चर्चा करने का आश्वासन पूरा नहीं किया। माकपा ने नारेबाजी की और इस मुद्दे पर बहस व वोटिंग की मांग की। राज्यसभा में भी जमकर हंगामा हुआ।

शीतकालीन सत्र शुरू होने से कुछ मिनट पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार संसद में सभी मुद्दों पर चर्चा करना चाहती है और सत्र के सुचारू संचालन में सभी पार्टियों का सहयोग चाहती है। वैसे उनकी इस अपील पर विपक्ष ने कोई ध्यान नहीं दिया।

सिंह ने उम्मीद जताई कि राज्यसभा व लोकसभा सदस्य देश के सामने मौजूद मुद्दों व चुनौतियों पर एकजुट होकर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि हम दोनों सदनों में सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं।

उन्होंने संसद से बाहर पत्रकारों से कहा कि वह संसद के बाधा रहित संचालन की अपील करते हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी का विपक्ष व सरकार दोनों का दायित्व है कि हम अपने संसदीय लोकतंत्र को हमारे देश के सामने आ रही चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाने के लिए मिलजुलकर काम करें।

सिंह ने कहा कि हमारा देश वैश्विक आर्थिक मंदी के चलते कई परेशानियों का सामना कर रहा है। हमें युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।संसद का शीतकालीन सत्र 20 दिसम्बर को समाप्त होगा जबकि इसमें केवल 16 कामकाजी दिन होंगे।

आर ़एस ़एम ़एम ़की गिरल लिग्नाईट खदान को राश्ट्रीय सुरक्षा अवार्ड

आर ़एस ़एम ़एम ़की गिरल लिग्नाईट
खदान को राश्ट्रीय सुरक्षा अवार्ड

बाड़मेर 22 नवम्बर। राजस्थान स्टेट माईन्स एण्ड मिनरल्स लिमिटेड को बाड़मेर स्थित गिरल लिग्नाईट खदान के लिए राश्ट्रीय सुरक्षा अवार्ड प्रदान किया गया।
राश्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी द्वारा यह पुरस्कार बुधवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में राजस्थान स्टेट माईन्स एण्ड मिनरल्स लिमिटेड उदयपुर के प्रबन्ध निदोक अजिताभ भार्मा को प्रदान किया गया। राजस्थान स्टेट माईन्स एण्ड मिनरल्स लिमिटेड के प्रबन्ध निदोक भार्मा ने बताया कि कम्पनी की गिरल लिग्नाईट खदान को यह पुरस्कार न्यूनतम दुर्घटना दर की श्रेणी के अन्तर्गत प्राप्त हुआ है। भार्मा ने बताया कि आर ़एस ़एम ़एम ़की सभी खदानों में खान सुरक्षा निदोालय द्वारा जारी सुरक्षा के नियमों एवं निर्दों का पालन किया जाता है तथा कम्पनी का यह प्रयास रहता है कि आधुनिक व वैज्ञानिक तकनीक अपना कर खान दुर्घटना को भाून्य स्तर पर रक्षा जाए।
उल्लेखनीय है कि खान सुरक्षा निदोालय द्वारा यह पुरस्कार प्रति वशर खनन क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए प्रदान किये जाते हैं जिनसें खनन एवं औद्योगिक क्षेत्रों में किये गए सुरक्षा उपयों को मध्यनजर रखते हुए विभिन्न श्रेणियों में ईकाईयों का पुरस्कार के लिए चयन किया जाता है। बाड़मेर की लिग्नाईट खदानों में खान सुरक्षा निदोालय द्वारा जारी नियमों और निर्दों का पूर्ण रूप से पालन किया जा रहा है तथा अब तक यहां किसी प्रकार की कोई दुर्घटना नहीें हुई है। पुरस्कार वितरण समारोह में आर ़एस ़एम ़एम ़लिग्नाईट परियोजना के कार्यवाहक समूह महाप्रबन्धक हशर वर्धन एवं उप महाप्रबन्धक(खनन) पी ़आर ़प्रजापत श्रमिक संवर्ग के गिरल लिग्नाईट परियोजना के माईन्स ओवरमैन संदीप सक्सेना भी उपस्थित थे।
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बाड़मेर में साम्प्रदायिक सदभाव की परम्परा कायम रखने की अपील

मोहर्रम 25 को

बाड़मेर में साम्प्रदायिक सदभाव की परम्परा कायम रखने की अपील

बाडमेर, 22 नवम्बर। जिले में 25 नवम्बर को मोहर्रम पर्व शांति पूर्वक मनाये जाने के सम्बन्ध में गुरूवार को जिला कलेक्टर भानु प्रकाश एटुरू की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
इस अवसर पर एटुरू ने कहा कि बाड़मेर में साम्प्रदायिक सदभाव की परम्परा कायम रही है तथा यहा सभी त्यौहार तथा पर्व सभी वर्गो के लोग आपस में मिलजुल कर मनाते आए है, जो कि अपने आप में गौरव पूर्ण है। उन्होने यह परम्परा आगे भी कायम रखने तथा इस दौरान जिले में सौहार्द पूर्ण वातावरण बनाने की अपील की।
जिला कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को मोहर्रम के दौरान ताजियों के जुलूस के गुजरने वाले मार्गो पर साफ सफाई करने, पत्थर व मलवा आदि हटाने तथा रास्ते मे पेडों की टहनियों, बिजली, टेलीफोन तथा केबल के तारों को ठीक करवाने के निर्दो दिए। इसी प्रकार आवारा पाुओं को रोकने तथा मार्ग में पेयजल की व्यवस्था करने के निर्दो दिए गए। उन्होने कहा कि ताजियों के जुलूस के गुजरने के बाद बिजली एवं टेलीफोन आदि के तारों को यथाीध्र जोडा जाए ताकि लोगों को कठिनाई न हो। उन्होने मार्गो में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस जाब्ता तैनात करने को कहा।
बैठक में पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र मीणा, कौमी एकता कमेटी के अध्यक्ष धनराज जोाी, सामाजिक कार्यकर्ता नजीर मोहम्मद, अम्बालाल जोी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी तथा समाजसेवी उपस्थित थे।
मोहर्रम के मद्देनजर निषेधाज्ञा
जिला मजिस्ट्रेट भानु प्रकाश एटुरू ने एक आदेश जारी कर मोहर्रम पर्व पर जिले में साम्प्रदायिक सदभाव तथा कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से निषेधाज्ञा जारी की है। यह 23 नवम्बर को प्रातः 6.00 बजे से 27 नवम्बर को रात्रि 10 बजे तक अथवा अन्य आदेश होने तक प्रभावी रहेगी। उक्त अवधि के दौरान जिले की सीमा मे कोई भी व्यक्ति अस्त्रशस्त्र, तेज धार वाले शस्त्र लेकर सार्वजनिक स्थानों पर विचरण नहीं कर सकेंगे तथा ना ही ऐसे अस्त्रशस्त्र का प्रदर्शन कर सकेंगे। लेकिन यह प्रतिबन्ध शस्त्र अनुज्ञा पत्र स्वीकृत अथवा नवीनीकरण संबंधी एवं थाने मे जमा कराने हेतु विचरण पर लागू नहीं होगा। सिख समुदाय के व्यक्तियों को धार्मिक परम्परा अनुसार नियमानुसार निर्धारित कृपाण रखने की छूट रहेगी। निषेधाज्ञा अवधि दौरान कोई भी व्यक्ति विस्फोटक पदार्थ लेकर नहीं चल सकेगा न ही इसका प्रयोग करेगा या प्रयोग करने के लिए प्रेरित करेगा। बाडमेर जिले के बाजारों एवं सडकों पर कोई व्यक्ति ऐसे कोई नारे बाजी नहीं करेंगे जिसके कारण किसी अन्य समुदाय अथवा वर्ग के व्यक्तियों को ठेस पहुंचे, ना ही कोई व्यक्ति किसी के व्यवसाय मे किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न कर सकेंगे।
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यह आदेश सीमा सुरक्षा बल, राजस्थान शस्त्र पुलिस, सिविल पुलिस, होमगार्ड, सेना एवं उन राज्य एवं केन्द्र कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा जो कि उक्त अवधि मे कानून एवं शांति व्यवस्था के संबंध में अपने पास हथियार रखने को अधिकृत किये गये हो। उक्त आदेश की अवमानता दण्डनीय अपराध है, अवहेलना करने वाले व्यक्ति के विरूद्ध नियमानुसार अभियोग चलाया जायेगा।
मजिस्ट्रेट नियुक्त
जिला मजिस्ट्रेट भानु प्रकाश एटुरू ने ताजिया के जुलूस के दौरान कानून एवं भांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रकि्रया संहिता की धारा 22 के तहत मजिस्ट्रेट नियुक्त किए है। उपखण्ड मजिस्ट्रेट बाडमेर तथा तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट बाड़मेर को शहर में ताजिया निकलने के स्थान से करबला स्थल तक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार उपखण्ड मजिस्ट्रेट बालोतरा को बालोतरा शहर में ताजिया निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट पचपदरा एवं नायब तहसीलदार जसोल को ग्राम पाटोदी में ताजिया निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, उपखण्ड मजिस्ट्रेट बायतु को ग्राम बड़नावा जागीर तहसील पचपदरा में ताजिया निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, उपखण्ड मजिस्ट्रेट सिवाना को कस्बा सिवाना में ताजिया निकलने के स्थान से करबला स्थल तक कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है।

जैसलमेर विभिन प्रकरणों में चार गिरफ्तार



जैसलमेर में 01 शांति भंग एवं 02 पुलिस एक्ट के तहत गिरफतार 

पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 21.11.2012 को आम्बाराम सउनि मय जाब्ता द्वारा महेन्द्रसिंह पुत्र स्वरूपसिंह राजपुत नि0 गॉधी कॉलोनी को शांति भंग के आरोप में गिरफतार किया गया। दूसरी तरफ पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में ही मोहनलाल उनि मय जाब्ता द्वारा यूपेन्द्र पुत्र लिखमाराम ओड नि0 राणीसर कॉलोनी जैसलमेर एवं रामाराम पुत्र अरदाराराम ओड नि0 राणीसर कॉलोनी जैसलमेर को निजब बस स्टेण्ड के पास से शराब पीकर आवागमन में बांधा पहॅूचाने पर पुलिस एक्ट के तहत गिरफतार किया गया। 
--अवैध शराब बेचते 01 गिरफतार, 11 बोतल अंग्रेजी शराब बरामद 

जैसलमेर  पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता राहुल के निर्देशानुसार शराब तस्करों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत दौराने नाकाबंदी कल बुधवार  को शेराराम सउनि मय तुलछाराम, गंगासिंह एवं बालेन्द्रसिंह द्वारा जरिये मुखबिर ईतला सरहद डाबला धनूआ फांटा से हिन्दूसिंह पुत्र गेमरसिंह राणा राजपुत नि0 हरसानी, बाडमेर के कब्जा से अवैध 06 बोतल बेगपाईपर व 05 बोतल कांटेसा थी्रएक्स रम बरामद कि जाकर हिन्दूसिंह को गिरफतार किया गया। 

मुलजिम को छूपाकर पुलिस की कार्यवाही में बाधा पहॅूचाने वाले गिरफतार


मुलजिम को छूपाकर पुलिस की कार्यवाही में बाधा पहॅूचाने वाले गिरफतार 

जैसलमेर  पुलिस ने अपराधी को पनाह देने वाले एक शख्श को गिरफ्तार किया पुलिस अधीक्षक ममता राहुल ने बताया की अठाईस अगस्त को को जेठाराम मय जाब्ता द्वारा गॉव धनूआ जाकर गाजीखॉ मुसलमान निवासी धनूआ को गिरफतार करने गऐ। जहॉ पर तुल्छेखॉ पुत्र पठानखॉ नि0 हड्डा हाल धनूआ एवं अमीन पुत्र हाजी अलू नि0 धनूआ द्वारा उक्त मुलजिम की गिरफतार में बाधा पहॅूचाई। जिस पर पुलिस थाना जैसलमेर में सरकारी कार्य में बाधा संबंधी मुकदमा दर्ज कर उक्त दोनो मुलजिमो को गिरफतार करने हेतु पुलिस टीम बनाई गई। जिस पर बुधवार को विरेन्द्रसिंह निपु थानाधिकारी पुलिस थाना जैसलमेर मय जाब्ता द्वारा फरार मुलजिम तुल्छेखॉ एवं अमीन को गिरफतार किया जा कर न्यायालय में पेश किया गया। जहॉ से उन दोनो को न्यायिक हिरासत में भिजवाया गया। 

खास भविष्यवाणियां: क्या दिसंबर-12 में खत्म हो जाएगी दुनिया?

खास भविष्यवाणियां: क्या दिसंबर-12 में खत्म हो जाएगी दुनिया?

शास्त्रों में दुनिया की उत्पत्ति और विनाश या प्रलय के संबंध में काफी बातें बताई गई हैं। ऐसा माना जाता है कि एक दिन पूरी दुनिया का विनाश होना है। अब तक कई धर्मों और देशों के अनुसार प्रलय के लिए कई प्रकार की भविष्यवाणियां की गई हैं। इन्हीं भविष्यवाणियों में से एक है कि 21 दिसंबर 2012 को पृथ्वी पर प्रलय आएगा। यहां दिए गए फोटो में जानिए दुनिया के खत्म होने से जुड़ी कुछ भविष्यवाणियां..दुनिया के खत्म होने के संबंध में अब तक काफी शास्त्रों, लोगों और सभ्यताओं में कई भविष्यवाणियां की गई हैं। कयामत का दिन कब आएगा, इसकी कोई सटीक भविष्यवाणी कर पाना आज भी असंभव ही है। दुनिया का अंत कैसे और कब होगा? इस सवाल के जवाब आज भी विज्ञान द्वारा खोजे जा रहे हैं। कई बार पृथ्वी के विनाश की भविष्यवाणी की गई हैं लेकिन हर बार वह मात्र एक कल्पना भर साबित हुई हैं। 21 दिसंबर 2012 के लिए भी प्रलय की भविष्यवाणियां की गई हैं। अब 21 दिसंबर आने में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में लोगों की जिज्ञासा बढ़ती जा रही है।.एक समय इटली के माउंट वैसुवियस ज्वालामुखी के धधकते ही रोमन साम्राज्य की नींव हिल गई थी। इस ज्वालामुखी के फटने से हजारों लोग मारे गए थे और पोम्पी और हरक्यूलेनियम शहर तबाह हो गए थे। इस तबाही को देखते हुए लोगों ने मान लिया था कि अब दुनिया का अन्त नजदीक आ गया है।
16वीं शताब्दी में ब्रिटेन में कई बार प्लेग का कहर फैला। लेकिन 1665 का प्लेग सबसे भयंकर था। लगभग पूरा लंदन शहर इसकी चपेट में आ गया था। बार-बार प्लेग के फैलने से लोगों ने भविष्यवाणी की थी कि अब पृथ्वी का अंत निकट ही है।
सन् 1910 में विशाल हैली धूमकेतु धरती के समीप से गुजरा। कई यूरोपीय और अमेरिकी लोगों ने इस कपोल कथा पर यकीन कर लिया था कि इस धूमकेतु की पूंछ से गैसों का रिसाव हो रहा है और इससे पृथ्वी का वातावरण प्रदुषित हो जाएगा। इस प्रदूषण से एक दिन दुनिया खत्म हो जाएगी।एक लेखक रिचर्ड नून ने भविष्यवाणी की थी कि 5 मई 2000 को सभी ग्रह एक पंक्ति में आ जाएंगे। इससे बर्फ पिघलने लगेगी और पृथ्वी पर विनाशलीला आरंभ हो जाएगी। इससे सभी लोग मारे जाएंगे।सर्वाधिक चर्चित माया कैलेंडर के अनुसार 2012 में दुनिया का विनाश हो जाएगा। ऐसा माना जाता है कि माया संस्कृति अमेरिका में विकसित हुई थी। यह स्थान आज मैक्सिको नामक देश के रूप में जाना जाता है। माया संस्कृति के लोग प्रखर खगोलशास्त्री और ज्योतिष के जानकार थे। इन्होंने 21 दिसम्बर 2012 को दुनिया के विनाश के संकेत दिए हैं।अभी तक दुनिया के विनाश की लगभग सभी भविष्यवाणियां गलत साबित हुई हैं। अब इंतजार है माया कैलेंडर द्वारा की गई भविष्यवाणी का, यह सभ्यता 21 दिसंबर 2012 को विनाश की घोषणा कर चुकी है। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी नास्त्रेदमस द्वारा भी दुनिया के विनाश की भविष्यवाणी की गई है। इस भविष्यवाणी के अनुसार भी 2012 में ही दुनिया का विनाश होना है।

मोबाइल में जीरों बैलेंस होने पर भी कैसे करें मैसेज और कॉल


PICS: मोबाइल में जीरों बैलेंस होने पर भी कैसे करें मैसेज और कॉल

देश में मोबाइल यूजर्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मोबाइल यूजर्स के मामले में भारत नंबर 1 पर है। यहां करीब 96 करोड़ लोग मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं। एक से बढ़कर एक मोबाइल ऑफर्स, कई टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी और सस्ती कॉलिंग इसके अहम कारणों में से एक है। वहीं, इसका फायदा उठाते हुए यूजर्स भी अब 1 सिम की बजाए एक साथ 2-2 सिम का इस्तेमाल कर रहे हैं।कई यूजर्स अपनी जरूरत के हिसाब से काल को सस्ती करने के लिए हर दिन अलग-अलग सिम का इस्तेमाल करते हैं। इन सबके बीच कई बार ऐसा भी होता है कि आपको कहीं इमरजेंसी कॉल करना हो तभी आपके मोबाइल से बैलेंस खत्म हो जाए। साथ ही मोबाइल को रिचार्ज करने की सुविधा भी आस-पास न हो। ऐसे समय में किसी भी मोबाइल यूजर को अपना फोन बेकार लगने लगेगा। यूजर्स की ऐसी ही समस्या को दूर करने के लिए आज हम आपको ऐसी सर्विस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से आप जीरो बैलेंस में कॉल या एसएमएस कर सकेंगे। और इमरजेंसी में खुद की मदद कर सकेंगे। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा कैसे हो सकता है कि बिना पैसे और फ्री टॉकटाइम या टैरिफ के मोबाइल से बात हो सके! तो जनाब यह सच है।टेलीकॉम कंपनियों की ओर से दी जाने वाली इस सुविधा का लाभ यूजर्स सीधे तौर पर उठा सकते हैं। इसका फायदा उठाने के लिए आपको अलग से कोई एप्लीकेशन या फिर कोई ट्रिक के भरोसे भी नहीं रहना होगा।देश की नंबर 1 मोबाइल कंपनी एयरटेल के यूजर्स को जीरो बैलेंस में कॉल करने की खास सुविधा मिली हुई है। इसके लिए यूजर को अपने फोन में *141# डॉयल करना होगा। नंबर डॉयल करने के बाद मोबाइल स्क्रीन में 5 इमरजेंसी ऑप्शन दिखेंगे। इसमें से यूजर को कॉल मी बैक ऑप्शन को सेलेक्ट करना होगा। इसके बाद आप हर महीने 5 मैसेज इमरजेंसी के समय फ्री करने की सुविधा मिल जाएगी फिर चाहे आपके फोन में बैलेंस हो या न हो। आईडिया यूजर्स को भी बिना बैलेंस के इमरजेंसी में कॉल करने की सुविधा मिली हुई है। यूजर्स को इसके लिए अपने मोबाइल फोन से 53567 डॉयल करना होगा। डॉयल करने के बाद स्टेप को फॉलो करने पर यूजर को उसके मोबाइल में 3 रुपये का क्रेडिट बैलेंस मिल जाएगा। इस बैलेंस को आईडिया अगले रिचार्ज के टाइम यूजर के बैलेंस से अपने आप काट लेगी।रिलायंस भी अपने यूजर्स को जीरो बैलेंस में भी कॉल या एसएमएस की सुविधा दे रहा है। हालांकि, अभी यह सुविधा केवल मेरा नेटवर्क सर्विस में ही है। इसे एक्टिवेट करने के लिए यूजर को ACT CC लिखकर 53739 पर एसएमएस भेजना होगा।वोडाफोन में भी कुछ ऐसी ही मिलती-जुलती सुविधा है। हालांकि, इसमें आपको जीरो बैलेंस होने पर सेम नेटवर्क वाले अपने दोस्तों या रिश्तेदारों से बैलेंस उधार लेना होगा। इसके लिए मोबाइल स्क्रिन पर *131* एमआरपी* अपने दोस्त का नंबर डालना होगा। दोस्त की ओर से कंफर्मेशन मिलने पर आपको कॉल या मैसेज करने के लिए बैलेंस मिल जाएगा। हालांकि, इस सर्विस के लिए आपको वोडाफोन को कुछ शुल्क देना होगा। जीरो बैलेंस होने पर भी इमरजेंसी में कॉल या मैसेज की सुविधा बड़े काम की है। हालांकि, टेलीकॉम कंपनियों की ओर से दी जाने वाली इस सर्विस को फिलहाल अभी सभी मोबाइल कंपनियां नहीं दे रही हैं। लेकिन आने वाले समय में सभी मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों की ओर से ऐसी सुविधा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

गडकरी का इस्तीफा मांगने वाले यशंवत के खिलाफ पोस्टर वॉर



नई दिल्ली।। बीजेपी में एक बार फिर अंदरूनी कलह जोर पकड़ती जा रही है। नितिन गडकरी का इस्तीफा मांगने वाले यशवंत सिन्हा के खिलाफ राजधानी दिल्ली में पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में यशवंत सिन्हा को घोटालों का सरदार बताया गया है।
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इन पोस्टरों में कहा गया है कि यशवंत सिन्हा अपना काला इतिहास भूल गए हैं। पोस्टरों में यशवंत सिन्हा को पार्टी की पीठ में छुरा घोंपने वाला बताया गया है। पोस्टरों में यह भी कहा गया है कि यशवंत खाने-पीने वाले नेता हैं।

इस मामले पर यशवंत सिन्हा ने कहा, 'जिसने पोस्टर लगाए हैं, उसे सामने आना चाहिए। बेनाम आदमी से कैसे बहस की जा सकती है।'मंगलवार को यशवंत सिन्हा ने भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी का इस्तीफा मांगते हुए कहा था कि जो लोग सार्वजनिक जीवन में होते हैं, उन्हें बेदाग होना चाहिए। उन्होंने कहा था, 'वह दोषी हैं या नहीं, यह मुद्दा नहीं है। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।' यशवंत सिन्हा से पहले बीजेपी के राम जेठमलानी भी गडकरी का इस्तीफा मांग चुके हैं।
बीजेपी की अंदरूनी राजनीति में पोस्टर वॉर कोई नई चीज नहीं है। इसमें संजय जोशी और नरेंद्र मोदी के बीच लड़ाई में कई पोस्टर लगाए गए।

ठाकरे को राजकीय सम्मान पर सवाल, यूपी में अस्थि विसर्जन का विरोध

नई दिल्‍ली। कसाब की फांसी और महाराष्‍ट्र से उत्‍तर भारतीयों को खदेड़ने की मांग करते रहने वाली शिवसेना के दिवंगत सुप्रीमो बाला साहेब ठाकरे की नीतियों के खिलाफ उत्‍तर भारतीय कांग्रेसी अभी भी राजनीति कर रहे हैं। उनका गुस्‍सा ठाकरे के मरने के बाद भी ठंडा नहीं हुआ है। गुरुवार को जहांसंसद में ठाकरे को श्रद्धांजलि दी गई, वहीं यूपी में कांग्रेसियों ने उनका अस्थि कलश संगम में विसर्जित किए जाने का विरोध किया)। वहीं आरटीआई दायर कर ठाकरे को राज्य सरकार की ओर से सलामी देने और शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार किए जाने पर भी सवाल उठाए गए हैं।
ठाकरे को राजकीय सम्मान पर सवाल, यूपी में अस्थि विसर्जन का विरोध
जेएनयू के रिसर्च स्कॉलर अब्दुल हफीज गांधी ने महाराष्ट्र सरकार से पूछा है कि बाल ठाकरे का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से किए जाने का कारण पूछा है। उन्होंने अपनी आरटीआई में सरकार से शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार की अनुमति देने की वजह भी पूछी है। हफीज ने महाराष्ट्र सरकार से उन कानूनी प्रावधानों के बारे में भी पूछा है जिनकी बुनियाद पर राज्य सरकार ने ठाकरे को राजकीय सम्मान देने और शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार की अनुमति देने के निर्णय लिए। उन्होंने यह भी जानना चाहा है कि इन निर्णयों को सरकार और प्रशासन में शामिल किन लोगों ने लिया।


इलाहाबाद के संगम तट पर कांग्रेसियों व शिवसैनिकों में जमकर झड़प हो गई। कांग्रेसियों ने उत्तर भारतीयों के मुद्दे को लेकर काले झंडों के साथ शिवसैनिकों का विरोध किया। उन्‍होंने बाल ठाकरे का अस्थि कलश लेकर जा रहे शिवसैनिकों का रास्ता रोका।

दूसरी ओर, ठाकरे का एक अस्थि कलश गुरुवार को जयपुर लाया जाएगा। शिवसेना के वरिष्ठ नेता किशोर सिंह ने बताया कि ठाकरे को श्रद्धांजलि देने के लिए यह कलश दोपहर 3 बजे सेंट्रल पार्क में रखा जाएगा। ठाकरे की अंतिम इच्छा के अनुसार उनकी अस्थियों का विसर्जन पुष्कर में होगा।

शिव सेना के अनुसार, बाला साहेब की अस्थियां 23 नवंबर को पुष्कर सरोवर में विसर्जित की जाएगी। बताया गया है कि राजस्थान के राज्य प्रमुख शेखर व्यास अस्थि कलश लेकर मंगलवार को रवाना हो गए है। वे जोधपुर सहित राज्य के विभिन्न जिलों से होते हुए 23 नवंबर को सुबह अस्थि कलश लेकर पुष्कर पहुंचेंगे। उनके साथ शिव सेना नेता गजेंद्र भंडारी व दिनेश बोहरा भी रहेंगे।