सेमारी (उदयपुर) छात्र की हत्या के मामले में आरोपी सराड़ा क्षेत्र के तीन सजातीय परिवारों को रविवार को घर छोड़ना पड़ गया। एक दिन पहले ही जाति पंचायत ने इन परिवारों को संभाग छोड़ देने को कहा था।
ये परिवार पुश्तैनी जमीन-जायदाद छोड़कर कुछ मवेशियों के साथ गुजरात चले गए हैं। इधर, हत्या का खुलासा होने के दूसरे दिन पुलिस ने तीनों परिवारों से एक-एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक अपचारी है।
सराड़ा थानाधिकारी शिवप्रसाद टेलर ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि सगतपुरा निवासी मोहन मीणा के साथ छेडख़ानी की बात को लेकर मारपीट की गई थी। आरोपियों का इरादा हत्या का नहीं था, लेकिन पिटाई के दौरान गर्दन की हड्डी टूटने से मौत हो गई थी।
इस संबंध में शनिवार सुबह झल्लारा थाना क्षेत्र के ढाबरा में आदिवासी समाज की 25 पालों के करीब सात सौ लोग इकट्ठा हुए थे। उन्होंने मोहन की मौत को हत्या करार देते हुए तथाकथित आरोपियों को फरमान सुना दिया था। आरोपी समीप के चंदोड़ा गांव के रहने वाले हैं। उल्लेखनीय है कि मोहन का शव 10 अक्टूबर को मिला था, लेकिन हत्या की पुष्टि नहीं हो पाई थी।