सोमवार, 17 सितंबर 2012

छात्राओं के साथ प्रिंसिपल फरार, 1 लाख का इनाम

छात्राओं के साथ प्रिंसिपल फरार, 1 लाख का इनाम

राजकोट।गुजरात के दीपचंद गार्डी इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन ने अपने प्रिंसिपल के सिर पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया है। यह राजकोट का प्रतिष्ठित स्कूल है। दरअसल, प्रिंसिपल धवल त्रिवेदी पौने दो महीने से लापता हैं।
प्रिंसिपल के लापता होने वाले दिन से ही स्कूल परिसर में रहने वाली दो छात्राएं भी लापता हैं। स्कूल के प्रबंधन न्यासी अशोक कणजारिया ने कहा है कि प्रिंसिपल और अपहृत छात्राओं के बारे में जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।
बहरहाल, धवल इससे पहले भी तीन शिक्षिकाओं के साथ यूं ही लापता हो चुके हैं। धवल पर इन छात्राओं का अपहरण करने का आरोप है। इस बाबत पुलिस में शिकायत दर्ज है।
अभी तक की छानबीन में प्रिंसिपल और अपहृत छात्राओं का लोकेशन महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल व कोलकाता में होने का पता लगा, पर तीनों में से एक भी पुलिस के हाथ नहीं आया। अब इनके पड़ोसी देश नेपाल भाग जाने की आशंका जताई जा रही है।

PICS : एयरकंडीशन्ड सैलून में मुंह छिपाती मिलीं ये लड़कियां



PICS : एयरकंडीशन्ड सैलून में मुंह छिपाती मिलीं ये लड़कियां  PICS : एयरकंडीशन्ड सैलून में मुंह छिपाती मिलीं ये लड़कियां  PICS : एयरकंडीशन्ड सैलून में मुंह छिपाती मिलीं ये लड़कियां



नागपुर। वर्धा मार्ग अजनी चौक पर वातानुकूलित सैलून की दुकान में चल रहे देह व्यापार के अड्डे पर पुलिस ने छापा मारा।

पुलिस ने देह व्यवसाय के आरोप में दो युवतियों और सैलून प्रबंधक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। युवतियों में एक छात्रा का समावेश है। सैलून का संचालक सादिक खान फरार बताया गया है। सैलून से पुलिस ने आपत्तिजनक सामग्री, 5230 रुपए नगद जब्त किया। पुलिस ने यह कार्रवाई पंटर भेज कर की।

रामेश्वरी निवासी सादिक खान का वर्धा मार्ग अजनी चौक स्थित उत्कर्ष उमंग अपार्टमेंट के तल मंजिल पर सन ग्लो नामक लेडीज और जेंटस ब्यूटी पार्लर है। यह पार्लर एयरकंडीशनर है। सादिक ने 6 वर्ष पहले इस पार्लर को शुरू किया था।

पुलिस को गोपनीय शिकायत मिली थी कि सन ग्लो सैलून में देह व्यवसाय चल रहा है। पुलिस ने रविवार की शाम करीब 7.30 बजे एक पंटर भेजा। पुलिस ने बताया कि देह व्यवसाय के उद्ेश्य से सैलून के अंदर दो पलंग रखे गए थे।
 वहां पर शावर भी लगा था और बाथ टब की भी व्यवस्था थी। पंटर ने सारा इंतजाम देखने के बाद बातचीत की। पंटर को एक युवती का दो हजार रुपए रेट बताया गया। उस समय सैलून में दो युवतियां और प्रबंधक नजाकत खान मौजूद था। पुलिस निरीक्षक कमल जाधव ने बताया कि पंटर ने सैलून में जाने के बाद सारी बातचीत तय होने का सिग्नल दिया। उसके बाद एक युवती उसे उकसाने का पूरा इंतजाम किया। दूसरी 25 वर्षीय युवती पंटर के साथ कमरे में गई। वह उसके साथ जैसे ही आपत्तिजनक स्थिति में हुई, तब पंटर ने पुलिस को इशारा कर दिया। सामाजिक सुरक्षा पथक की निरीक्षक कमल जाधव ने अपनी दो महिला पुलिसकर्मियों के साथ उस युवती को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा।

अंदर एक अन्य युवती भी मौजूद थी, जो कि छात्रा थी। पकड़ी गई युवती और छात्रा बीमार होने का नाटक करने लगी। पुलिस ने सैलून के प्रबंधक नजाकत खान और दोनों युवतियों को गिरफ्तार किया। बताया जाता है कि छात्रा के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। घरवालों के पूछने पर कि वह हर रोज कॉलेज से देरी से क्यों आती है? कारण नहीं बताती थी। रविवार को छात्रा के पकड़े जाने की खबर मिलने पर उसके परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। उसने भी पुलिस से गुजारिश की कि उसे उसकी मां से एक बार बात करने दी जाए। सलून के प्रबंधक नजाकत खान ने सलून संचालक का नाम सादिक खान बताया है। यह नाम संदेह के घेरे में है। नजाकत ने संचालक का नाम असली बताया है या नहीं इसकी भी जांच पुलिस कर रही है।

PICS:अस्पताल के दरवाजे पर मोबाइल की रोशनी में हुई डिलीवरी



PICS:अस्पताल के दरवाजे पर मोबाइल की रोशनी में हुई डिलीवरीPICS:अस्पताल के दरवाजे पर मोबाइल की रोशनी में हुई डिलीवरीPICS:अस्पताल के दरवाजे पर मोबाइल की रोशनी में हुई डिलीवरीPICS:अस्पताल के दरवाजे पर मोबाइल की रोशनी में हुई डिलीवरीPICS:अस्पताल के दरवाजे पर मोबाइल की रोशनी में हुई डिलीवरी
बाड़मेर. शहर में बरसात से बिगड़ी सड़कों के कारण एक प्रसूता की प्रसव पीड़ा इतनी बढ़ गई कि अस्पताल के लेबर रूम में जाने से पहले अस्पताल के गेट पर ही उसकी डिलीवरी हो गई। प्रसूता के परिजनों के अनुसार जब तक स्ट्रेचर लेकर आए तब तक उसका प्रसव पूर्व दर्द बढ़ गया था, जिससे अस्पताल के बाहर ही प्रसव हो गया।

परिजनों की शिकायत थी कि अस्पताल के बाहर अंधेरा होने से मोबाइल की रोशनी में प्रसव करवाना पड़ा। महिला ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया जिसे अस्पताल के कर्मचारियों ने वार्ड में शिफ्ट किया। घटना के अनुसार शास्त्री नगर निवासी एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन रविवार रात बारह बजे अस्पताल लेकर आए थे। परिजनों का कहना था, जिस समय महिला को अस्पताल लाया गया उस दौरान अस्पताल के बाहर लाइट बंद होने से गहरा अंधेरा छाया हुआ था। प्रसूता की प्रसव पीड़ा इतनी बढ़ गई कि अस्पताल के लेबर रूम में जाने से पहले अस्पताल के गेट पर ही उसकी डिलीवरी हो गई। परिजनों की शिकायत थी कि अस्पताल के बाहर अंधेरा होने से मोबाइल की रोशनी में प्रसव करवाना पड़ा। महिला ने स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया जिसे अस्पताल के कर्मचारियों ने वार्ड में शिफ्ट किया।

रविवार, 16 सितंबर 2012

अपनी कातिल अदाओं से 'कहर' बरपाती हैं इस्राइली जासूस हसीनाएं

लंदन ।। अगर आप सोचते हैं कि खुफिया एजेंसियों के अंतरराष्ट्रीय जासूस जेम्स बॉन्ड की तरह बेहद दिलेर और आकर्षक कद काठी के होते हैं तो भूल जाइए, क्योंकि इस्राइल की गुप्तचर सेवा मोसाद ने ऐसी 'कातिल' महिला जासूसों की एक 'फौज' तैयार की है जो अपनी मादक अदाओं में मर्दो को फंसाकर उनसे राज उगलवा लेती हैं। इससे पहले पूरी दुनिया को मोसाद के महिला जासूसों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। ये खुबसूरत हसीनाएं मोसाद को कई शानदार सफलताएं दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुकी हैं।detective 
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक इन बेहद प्रशिक्षित महिला जासूसों के पांच सदस्यों ने पहली बार इस्राइल पत्रिका 'लेडी ग्लोब्स' को अपनी असाधारण जीवन शैली के बारे में बताया। इन जासूसों ने बताया कि उन्हें लगता है कि जैसे वे एक 'जीवंत फिल्म' में काम कर रही हैं। पत्रिका ने बताया कि महिला जासूस की सबसे महत्वपूर्ण तैनाती वर्ष 1986 में हुई थी जब एक एजेंट ने विश्वासघात करने वाले पूर्व परमाणु वैज्ञानिक को इसाइल वापस लाने के लिए उसे अपने हुस्न के जाल में फंसाया था।

खुद को याइल बताने वाली एक वर्तमान एजेंट ने पत्रिका को बताया कि महिलाओं को हमेशा मर्दो पर बढ़त मिलती है क्योंकि अनजान लोगों द्वारा उन पर विश्वास करने की संभावना ज्यादा होती हैं। महिला जासूस ने कहा, 'अगर कोई मर्द किसी वर्जित क्षेत्र में घुसना चाहता है तो उसे अनुमति दिए जाने की संभावना बहुत कम होती है। लेकिन अगर कोई मुस्कराती हुई महिला जाना चाहती है तो उसको अनुमति मिलने की संभावना ज्यादा होती है।'एक अन्य महिला जासूस ने कहा, 'हम अपने स्त्री होने का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि कोई भी तरीका वैध होता है। लेकिन महिला एजेंटों का इस्तेमाल यौन उद्देश्यों के लिए नहीं किया जाता है। हम उनसे प्यार का नाटक करते हैं लेकिन यौन संबंध नहीं बनाते।' मोसाद के प्रमुख तामिर पार्डो ने पत्रिका को बताया कि उनकी आधी जासूस महिलाएं हैं।

PHOTOS: वृन्‍दावन के बांके बिहारी मंदिर में भगदड़, 6 घायल

PHOTOS: वृन्‍दावन के बांके बिहारी मंदिर में भगदड़, 6 घायल   PHOTOS: वृन्‍दावन के बांके बिहारी मंदिर में भगदड़, 6 घायल PHOTOS: वृन्‍दावन के बांके बिहारी मंदिर में भगदड़, 6 घायल  PHOTOS: वृन्‍दावन के बांके बिहारी मंदिर में भगदड़, 6 घायल PHOTOS: वृन्‍दावन के बांके बिहारी मंदिर में भगदड़, 6 घायल  

मथुरा। वृन्‍दावन के बांके बिहारी मंदिर में रविवार की दोपहर को भगदड़ मच गई जिसमें छह लोगों के घायल हो गए। अधिमास की वजह से मंदिर में भक्‍तों की भीड़ बेतहाशा थी।

लोग रेलिंग के ऊपर और नीचे से निकलकर आगे जाना चाह रहे थे। इसी दौरान भगदड़ मच गई। भीड़ में दबने से एक महिला पुलिस कांस्‍टेबल बेहोश हो गई। अन्‍य घायल लोग दिल्‍ली व इसके आस-पास के निवासी हैं।

दरअसल, रविवार को अधिमास का अंतिम दिन था। भगवान के दर्शन करने के लिए हजारों लोग यहां पहुंचे थे। इससे पहले 19 अगस्‍त को भी हादसा हो चुका है। रेलिंग की वजह से ये हादसे हो रहे हैं। रविवार को लोगों को बांके बिहारी के नजदीक पहुंचने का मौका नहीं मिल पा रहा था।भीड़ का दबाव ज्‍यादा था और लोग लाइन तोड़ कर रेलिंग पार कर आगे बढ़ने लगे। आगे की रेलिंग में पहले से ही भीड़ थी। इसी बीच भगदड़ मच गई। भीड़ के दबाव से मंदिर का ग्रिल टूट गया। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आगे क्लिक करके देखिए हादसे की तस्वीरें...

ओजोन परत बचाने को समन्वित प्रयास जरूरी : डॉ. नामा

ओजोन परत बचाने को समन्वित प्रयास जरूरी : डॉ. नामा

बाड़मेर। ओजोन हमारा सुरक्षा कवच है। यह कवच धीरेधीरे खोखला हो रहा है। समय रहते इसे बचाया नहीं गया तो आने वाले समय में विनाश हो जाएगा। ओजोन परत बचाने के लिए सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। यह बात सोसायटी फॉर प्लांनेट अर्थ की ओर से भास्त्रीनगर में ओजोन दिवस पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता डॉ.एस.एल. नामा ने कही।


नामा ने कहा कि ओजोन परत को बचाने के लिए हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने होंगे तथा पर्यावरण को दूषित होने से बचाना होगा। तभी हम और हमारा पर्यावरण सुरक्षित रह पाएगा। इस अवसर पर संस्था के कार्यकर्ता रमो पन्नू ने कहा कि ओजोन परत लगातार पतली होती जा रही है, जो धरती पर रहने वाले सभी जीवों के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा कि हमें उन सभी वस्तुओं का कम से कम उपयोग करना होगा जो ओजोन परत को नुकसान पहुंचाती है। इस अवसर पर रमेष बृजवाल ने कहा कि हमने तरक्की और सांसरिक सुविधाएं हासिल करने के चक्कर में कब उस नीली छतरी में छेद कर डाला कि पता ही नहीं चला। अभी भी समय है सबको जागरूक होकर इस नीली छतरी रूपी ओजोन परत के संरक्षण के लिए सामूहिक रूप से प्रयास करने होंगे। इस अवसर पर मोहनलाल, रविन्द्र कुमार नामा, पवन कुमार नामा, आोक बृजवाल, सुरेश पन्नू, श्रवण कुमार समेत कई लोगों ने विचार व्यक्त करते हुए ओजोन परत को बचाने का संकल्प लिया। संगोष्ठी के अंत में प्रेम कुमार पूनड़ ने आभार जताया। --

5 सैकेण्ड में 9 मंजिला इमारत जमींदोज

5 सैकेण्ड में 9 मंजिला इमारत जमींदोज

जयपुर। अमानीशाह नाले के बवाह क्षेत्र में आ रही एरा ग्रुप की 9 मंजिला इमारत को सिर्फ 5 सैकेण्ड में ब्लास्ट से गिरा दिया गया। नियंत्रित विस्फोटक तकनीक से श्याम नगर,जनपथ स्थित इमारत को जमींदोज कर दिया गया। ब्लास्ट के बाद इमारत मलबे में मलबे में ढेर हो गई।

बाद में गिराई जाएगी दो बिल्डिंग

बिल्डिंग को गिराने के लिए पचास किलो विस्फोटक सामग्री मंगाई गई थी। अमानीशाह नाले में एरा ग्रुप की सात इमारते हैं। इनमें से तीन बिल्डिंग को अवैध घोषित किया गया था। एक बिल्डिंग को गिरा दिया गया है। दो अन्य बिल्डिंग को बाद में गिराया जाएगा। जिस बिल्डिंग को गिराया गया है उसमें 62 फ्लैट बनाए गए थे।

धूल और धुुएं का गुब्बार

इंदौर से आए विशेषज्ञों ने इमारत को सुरक्षित तरीके से गिराया। विस्फोट के बाद बिल्डिंग का मलबा अमानीशाह नाले में नहीं गिरा। मलबा उसी जगह के आस पास गिरा जहां बिल्डिंग खड़ी थी। इमारत गिरने के बाद चारों ओर धूल और धुएं का गुबार छा गया।

5.34 पर पहला धमाका

बिल्डिंग को गिराने के लिए पहला ब्लास्ट करीब पांच बजकर 34 मिनट पर किया गया। इस बीच तकनीकी खराबी आ गई। बिजली की दिक्कत के कारण पहले ब्लास्ट के बाद कार्रवाई रूक गई।

आसपास के इलाकों को खाली कराया

बिल्डिंग को ब्लास्ट से गिरते हुए देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। मौके पर मौजूद पुलिस प्रशासन ने लोगों को खदेड़ दिया। प्रशासन ने आसपास के इलाके को खाली करा दिया।

सरवटे ने किया निरीक्षण

इंदौर से आए विशेषज्ञ एसबी सरवटे ने रविवार सुबह मौके पर पहुंचकर इमारत का निरीक्षण किया। सरवटे इंदौर से ही दो व्यक्तियों को लेकर आए हैं,जो इस काम को अंजाम देंगे।

अब तक 20 लाख खर्च

इमारत के प्रभावित हिस्से को तोड़ने के लिए पिछले चार दिनों में 18 से 20 लाख रूपए खर्च किए जा चुके हैं। इसमें इंदौर के नियंत्रित विस्फोटक तकनीकी इंजीनियर एसबी सरवटे की टीम का खर्चा अलग है।

इतने संसाधन रोजाना
4. रॉक ब्रेकर चैन माउण्टेड मीशन
2. रॉक ब्रेकर जेसीबीए
2. कंप्रेशर मशीन
2. सामान्य जेसीबीए
2. पोकलेन मशीन
42. लोकण्डा ड्रिल मशीन
5. डम्पर
60 श्रमिक।
(संसाधनों की संख्या प्रतिदिन के आधार पर है। इमारत में चार दिन से काम चल रहा है)

शनिवार को भी जुटी रही जेडीए की टीम

ई-ब्लॉक

नौ मंजिला इमारत की छत कट जाने के बाद शुरूआती तीन मंजिल के पिलर में लोकण्डा ड्रिल मशीन से करीब 450 से छेद हुए। एक पिलर में 8 से 10 छेद, जिनकी गहराई 300 से 500 एमएम है। इन छेदों में ही विस्फोटक भरा जाएगाए जो इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर से जुड़ेंगे।

बी ब्लॉक

चार मंजिल की छत काटकर दूसरे हिस्से से अलग कर दिया गया। दो मंजिला छत को पंक्चर किया।

एफ ब्लॉक

रॉक ब्रेकर मशीन से नाले से 105 मीटर दायरे में आ रहे भूतल व पहली मंजिल के बाद बेसमेंट तोड़ा गया।

200 डॉलर में बिकी पूर्व मिस मलेशिया वर्ल्ड

200 डॉलर में बिकी पूर्व मिस मलेशिया वर्ल्ड

कुलालंपुर। मलेशिया में एक अच्छे काम के लिए पांच मशहूर हस्तियों ने अपनी बोली लगाई। नीलामी के दौरान पूर्व मिस मलेशिया वर्ल्ड नादिया हेंग 200 डॉलर में बिकी। भारतीय मूल के एक वकील ने नादिया को खरीदा। नादिया उन पांच स्थानीय हस्तियों में शामिल है जिनको उंडीमिशिया रिसोर्स सेंटर को अपग्रेड करने के लिए नीलाम किया गया है।

डेट पर जाएंगे खरीदार

स्टार ऑन लाइन के मुताबिक खरीदार पांचों मशहूर हस्तियों के साथ डेट पर जाएंगे। नादिया का कहना है कि उसे बिकने में कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि यह एक अच्छे मकसद के लिए किया गया है। नादिया ने कहा कि वह कैंडल लाइट डिनर और ममाक स्टॉल में मील के लिए तैयार है। नादिया को खरीदने वाले 37 वर्षीय वकील दीपेन्द्र रॉय ने कहा कि वह ऎसा कर उसे सरप्राइज देने वाला था।

लू ने लगाई सबसे ज्यादा बोली

38 साल के आईटी मैनेजर एडम लू ने वकील एडमंड बोन को 400 डॉलर में खरीदा। यह सबसे बड़ी बोली थी। लू बोन के साथ डेट पर जाएगा। लू और बोन के करीबी मित्रों के मुताबिक दोनों ममाक स्टॉल में घूमेंगे फिरेंगे। इस दौरान लू एडमंड बोन के लिए रोटी कनाई और तेह तारिक खरीदेगा।

नीलामी में जिन अन्य हस्तियों की बोली लगाई गई इनमें एफएचएम गर्ल नेक्स्ट डोर कंटेस्ट 2010 की विनर योने सिम,डॉक्यूमेंट्री प्रोडयूसर सेरा सच्चा,एक्टर टोनी यूसोफ शामिल हैं। इनको क्रमश: 820 आरएम,800आरएम और 320 आरएम में खरीदा गया।

200 डॉलर में बिकी पूर्व मिस मलेशिया वर्ल्ड

200 डॉलर में बिकी पूर्व मिस मलेशिया वर्ल्ड

कुलालंपुर। मलेशिया में एक अच्छे काम के लिए पांच मशहूर हस्तियों ने अपनी बोली लगाई। नीलामी के दौरान पूर्व मिस मलेशिया वर्ल्ड नादिया हेंग 200 डॉलर में बिकी। भारतीय मूल के एक वकील ने नादिया को खरीदा। नादिया उन पांच स्थानीय हस्तियों में शामिल है जिनको उंडीमिशिया रिसोर्स सेंटर को अपग्रेड करने के लिए नीलाम किया गया है।

डेट पर जाएंगे खरीदार

स्टार ऑन लाइन के मुताबिक खरीदार पांचों मशहूर हस्तियों के साथ डेट पर जाएंगे। नादिया का कहना है कि उसे बिकने में कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि यह एक अच्छे मकसद के लिए किया गया है। नादिया ने कहा कि वह कैंडल लाइट डिनर और ममाक स्टॉल में मील के लिए तैयार है। नादिया को खरीदने वाले 37 वर्षीय वकील दीपेन्द्र रॉय ने कहा कि वह ऎसा कर उसे सरप्राइज देने वाला था।

लू ने लगाई सबसे ज्यादा बोली

38 साल के आईटी मैनेजर एडम लू ने वकील एडमंड बोन को 400 डॉलर में खरीदा। यह सबसे बड़ी बोली थी। लू बोन के साथ डेट पर जाएगा। लू और बोन के करीबी मित्रों के मुताबिक दोनों ममाक स्टॉल में घूमेंगे फिरेंगे। इस दौरान लू एडमंड बोन के लिए रोटी कनाई और तेह तारिक खरीदेगा।

नीलामी में जिन अन्य हस्तियों की बोली लगाई गई इनमें एफएचएम गर्ल नेक्स्ट डोर कंटेस्ट 2010 की विनर योने सिम,डॉक्यूमेंट्री प्रोडयूसर सेरा सच्चा,एक्टर टोनी यूसोफ शामिल हैं। इनको क्रमश: 820 आरएम,800आरएम और 320 आरएम में खरीदा गया।

बाड़मेर बीते चौबीस घंटो में कई मामले दर्ज

बाड़मेर बीते चौबीस घंटो में कई मामले दर्ज

अवेध शराब बरामद

बाड़मेर राहुल बारहट, जिला पुलिस अधीक्षक बाडमेर के निर्देशानुसार जिले में अवेध शराब की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत श्री गोविन्दराम उ.नि. पुलिस थाना सदर बाड़मेर मय पुलिस पार्टी द्वारा मंगने की ़ाणी में मुलजिम बगतावरसिंह पुत्र दौलतसिंह राजपूत निवासी चौखला के कब्जा से 24 बोतल अंग्रेजी शराब, 36 बोतल बीयर व 192 पव्वे देशी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर बाड़मेर पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई।


आम्र्स एक्ट के तहत 1 गिरफ्तार धारदार तलवार जब्त


बाड़मेर राहुल बारहट, जिला पुलिस अधीक्षक बाडमेर के निर्देशानुसार जिले में अवेध आम्र्स की की धरपकड़ हेतु दिये गये निर्देशानुसार श्री भंवरसिंह स.उ.नि. पुलिस थाना बालोतरा मय पुलिस पार्टी द्वारा मुलजिम कोशल पुत्र रामचन्द सोनी नि. जोधपुर को सार्वजनिक स्थान पर बिना लाईसेन्स के धारदार तलवार लेकर घुमते पाये जानें पर दस्तयाब कर तलबार जब्त की जाकर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर ंआम्र्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज करने में सफलता प्राप्त की गई।


पिछले 24 घण्टो में मारपीट के दर्ज प्रकरण

बाड़मेर मंगनाराम पुत्र रामचन्द्रराम जाट नि. तारातरा मठ ने मुलजिम गोरधनराम पुत्र दूदाराम प्रजापत नि. तारातरा मठ वगेरा 9 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस को रोककर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना चौहटन पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
इसी तरह गोरधनराम पुत्र दूदाराम प्रजापत नि. तारातरा मठ ने मुलजिम मंगनाराम पुत्र रामचन्द्रराम जाट नि. तारातरा मठ वगेरा 3 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस को रोककर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना चौहटन पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है। इधर
या तनूदेवी पत्नि भगवानाराम जाट नि. होडू ने मुलजिम मोटाराम पुत्र मूलाराम जाट नि. होडू वगेरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीसा को रोककर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना सिणणधी पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

.... जहाँ उमड़ती है भारत भर की श्रृद्धा सरिताएँ





विश्वविख्यात रामदेवरा मेला
.... जहाँ उमड़ती है भारत भर की श्रृद्धा सरिताएँ

- डॉ. दीपक आचार्य

जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी,

जैसलमेर

भारतीय संस्कृति और परम्पराओं में मेलों-पवार्ें और उत्सवों का अहम स्थान है जिनकी बदौलत साल भर लोक जीवन में रस-रंगों का उत्सवी उल्लास अपनी बहुरंगी व रोचक परम्पराओं के साथ अनवरत प्रवाहमान रहता आया है।

देश के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न श्रृद्धास्थलों व तीथार्ें पर बड़े-बड़े मेले भरते हैं जो लोक संस्कृति की इन्द्रधनुषी व मनभावन छटाओं का दिग्दर्शन कराते हैं। इनमें लाखों की संख्या में उमड़ने वाले मेलार्थी अनेकता में एकता की हमारी ख़ासियत दर्शाने के साथ ही आस्था अभिव्यक्त करते हैं और नए-नए उत्साह, संकल्पों व ऊर्जाओं का अहसास कर जीवन में ताजगी पाते हैं।

भारतवर्ष के विभिन्न मेलों में देश की पश्चिमी सरहद पर अवस्थित जैसलमर जिले के रामदेवरा में भरने वाला परम्परागत मेला दुनिया भर में मशहूर है।

यह मेला इस मायने में विश्व का अनूठा मेला कहा जा सकता है कि इस सालाना मेले में हर वर्ष लाखों मेलार्थी आते हैं। सर्वाधिक लम्बी अवधि वाला यह मेला यों तो हर साल भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया (बीज) से लेकर एकादशी (ग्यारस) तक पूरे यौवन पर रहता है लेकिन मेलार्थियों के भारी आवागमन की दृष्टि से यह मेला एक माह पूर्व श्रावण मास से ही प्रारंभ हो जाता है।

मेले की एक और खासियत यह है कि इसमें हजारों की संख्या में पदयात्री कई सौ किलोमीटर का पैदल सफर तय कर रामदेवरा पहुँचते हैं। ये पदयात्री एक से लेकर चार-पाँच पहले ही अपने घर से रामदवेरा के लिए पदयात्रा शुरू कर देते हैं।

रामदेवरा मेला पूरी तरह से लोक देवता बाबा रामदेव को समर्पित है जिन्हें भगवान द्वारिकाधीश का अंशावतार भी माना जाता है। बाबा रामदेव सामाजिक सौहार्द, समरसता और मानवतावादी विचारो के पोषक थे और उन्होंने सर्वधर्म समभाव का पैगाम देते हुए लोक कल्याण की ऎसी ऎतिहासिक परम्परा रखी जो आज भी अपनी पूरी व्यापकता के साथ साम्प्रदायिक सौहार्द का पैगाम दे रही है।

हिन्दुओं में बाबा रामदेव तथा मुसलमानों में राम सा पीर के रूप में पूज्य अवतारी लोकदेवता बाबा का अवतरण पन्द्रहवीं सदी के पहले दशक में बाड़मेर जिले के ऊंडु काश्मीर में तँवर वंशीय ठाकुर अजमालजी के घर माताश्री मैणादे की कोख से हुआ। वीरमदेव बाबा के बड़े भाई थे। शैशव से ही विलक्षण प्रतिमा सम्पन्न योगी बाबा रामदेव ने कई विलक्षण चमत्कार दिखाये। बाबा रामदेव ने उस युग में आतंक व भय का ताण्डव मचाने वाले राक्षसी वृत्तियों भरे क्रूर व्यक्ति भैरव (भैरों) का वध करके जनता को भयमुक्त कर दिया।

तत्कालीन परिस्थितियों में जात-पाँत, ऊँच-नीच आदि भेदभावों को मिटाने के लिए बाबा रामदेव ने व्यापक जनजागृति लाते हुए सामाजिक समरसता व सौहार्द की आदर्श परंपराएं विकसित कीं और समाज सुधार को नई ऊँचाइयाँ प्रदान कीं।

पोकरण क्षेत्र का रूणीचा (अब रामदेवरा) बाबा की कर्मस्थली के रूप में मशहूर है जहाँ बाबा ने कई विस्मयकारी चमत्कार दिखाए, जिन्हें बाबा के परचे कहा जाता है। इन परचों से जुडे़ किस्से आज भी लोग श्रृद्धा के साथ सुनाते हैं। बाबा के नाम समर्पित भजनाें व वाणियों में इन परचों को पूरी श्रद्धा से अभिव्यक्त किया जाता है।

बाबा रामदेव ने रूणीचा (रामदेवरा) में ही पन्द्रहवीं सदी के चतुर्थ दर्शक में भाद्रपद शुक्ल एकादशी को समाधि ले ली। इसी समाधि स्थल को मंदिर के रूप में विकसित किया हुआ है जहां देश भर से बाबा के भक्तों का आवागमन साल भर बना रहता है।

यह संयोग ही है कि बाबा का जन्म भाद्रपद बीज को तथा निर्वाण एकादशी को हुआ इस वजह से ही हर वर्ष भाद्रपद शुक्ल द्वितीया से लेकर एकादशी तक मुख्य मेला भरता है।

मेलार्थी रामदेवरा पहुँच कर बाबा रामदेव की समाधि के समक्ष नतमस्तक होकर दर्शन करते हैं तथा भेंट व प्रसाद के रूप में श्रीफल, नारियल, गोला, मिश्री, मखाना, मेवे आदि चढ़ाकर मन्नत मानते एवं छोड़ते हैं।

श्रृद्धालु बाबा रामदेव समाधि स्थल की परिक्रमा करते हैं वहीं स्थित अन्य समाधियों के साथ ही बाबा रामदेव की शिष्या डाली बाई के मंदिर में दर्शन करते हैं तथा लेटकर गोल चकरानुमा कंगन में होकर दूसरी तरफ निकलते हैं। श्रृद्धालु मंदिर के पीछे अवस्थित एवं बाबा रामदेव द्वारा निर्मित ऎतिहासिक रामसरोवर में स्नान करते हैं। इसके बाद मेलार्थी परचा बावड़ी के पवित्र जल का आचमन करते हैं व इसे अपने साथ ले जाते हैं। रामदेवरा पहुँचने वाले श्रृद्धालु गुरुद्वारा, बाबा का पालना झूला आदि देव स्थलों में जाकर दर्शन करते हैं।

मेला अवधि में पूरे रामदेवरा में हर तरफ विस्तृत मेला बाजार लगता है जहाँ मेलार्थी खरीदारी करते हैं। इन मेला बाजारों में हमेशा मेलार्थियों का जमघट लगा रहता है। मेले में प्रशासन की ओर से मेलार्थियों की सुविधा के लिए हर साल व्यापक बन्दोबस्त किए जाते हैंं।

मेलार्थियों के लिए मेले में मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं तथा प्रदर्शनियाँ भी लगती हैं। मेले मे लाखों मेलार्थियों के बीच विदेशी पर्यटक भी आते हैं व मेले के अभिराम दृश्यों पर अभिभूत होते हुए इन्हें कैमरे में कैद करते हैं। पूरे भारतवर्ष के मेलार्थियों की आवाजाही व मौजूदगी की वजह से रामदेवरा का परिवेश लघु भारत का सुनहरा बिम्ब दिखाता है।

साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक यह मेला लोक संस्कृति ओर आस्था का वह महाकुंभ है जहाँ भारत के कोने-कोने से आयी श्रृद्धा सरिताएँ बाबा रामदेव के चरणों में समर्पित होकर नवजीवन का पैगाम मुखरित करती हैं।

मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में सिपाही ने ली रिश्वत धरा गया

  मुख्यमंत्री के  कार्यक्रम में सिपाही ने ली रिश्वत धरा गया 

जोधपुर.सीएम ड्यूटी में तैनात लूणी थाने का सिपाही छैलसिंह शनिवार को सालावास में कार्यक्रम स्थल पर ही 1500 रुपए की रिश्वत लेते रंगे-हाथ पकड़ा गया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एएसपी प्रतापसिंह के पास शुक्रवार को केके कॉलोनी निवासी राजूसिंह सिपाही छैलसिंह की शिकायत लेकर आया।

उसने बताया कि कुछ दिन पहले लूणी पुलिस ने अवैध शराब के मामले में हरिराम विश्नोई को गिरफ्तार किया था। सिपाही छैलसिंह परिवादी के घर आया और अवैध शराब का धंधा करने का आरोप लगाकर धमकाने लगा। सिपाही ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी हरिराम ने पूछताछ में उसका नाम भी बताया है। सिपाही ने उससे 10 हजार रुपए मांगे और नहीं देने पर गिरफ्तार करने की धमकी दी।

ब्यूरो टीम ने शिकायत का सत्यापन कराया तो सिपाही 1500 रुपए लेने को तैयार हो गया। ब्यूरो ने रविवार को ट्रेप की योजना बनाई। रविवार को यह सिपाही मुख्यमंत्री के सालावास स्थित कार्यक्रम में ड्यूटी पर था। जैसे ही सिपाही ने परिवादी से रिश्वत ली, उसी वक्त ब्यूरो के इंस्पेक्टर हुसैन कुरैशी और लक्ष्मणसिंह ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

झूठा आरोप लगा कर मांगी रिश्वत:

हरिराम विश्नोई पिछले सप्ताह चालीस कार्टन अवैध शराब के साथ पकड़ा गया था। इस मुकदमे की जांच पूरी हो गई और फाइल ब्रिफिंग के लिए एपीपी के पास भी भेजी जा चुकी है। फाइल में राजूसिंह का कहीं नाम नहीं था, मगर सिपाही छैलसिंह उस पर झूठा आरोप लगा कर दस हजार रुपए मांग रहा था।

कर्नल की हुँकार ने बायतु को दिलाया मीठा पानी

कर्नल की हुँकार ने बायतु को दिलाया मीठा पानी


बाड़मेर कर्नल सोनाराम चौधरी द्वारा बाड़मेर लिफ्ट केनाल परियोजना में बायतु विधानसभा के एक सौ अठाईस गाँवो को परियोजना से वंचित रखने के बाद चौदह जुलाई को चोखला में किये महापड़ाव के दौरान बायतु के एक सौ अठाईस गाँवो को परियोजना में शामिल करने की मांग तथा शामिल नहीं करने पर इस्तीफा देने की घोषणा का राज्य सरकार पर सीधा असर हुआ ,राज्य सरकार ने एक आदेश जारी कर तेईस अगस्त को बायतु के एक सौ अठाईस गाँवो को शामिल कर एक सौ छपन करोड़ का बजट जारी कर स्वीकृति प्रदान कर दी .बायतु विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी ने रवीवार को सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया की मैंने चौदह अगस्त को चोखला गाँव में आयोजी महापड़ाव में घोषणा की थी की मेरी विधान सभा के एक सौ अठाईस गाँवो को लिफ्ट केनाल परियोजना से नहीं जोड़ा गया तो वे अपने पद से त्यागपत्र दे देंगे ,कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी के बाड़मेर यात्रा के दौरान राज्यसरकार ने हाई कमान के आदेश के बाद बायतु के इन गाँवो को इस परियोजना से जोड़ बज़ात का आंवटन भी कर दिया ,जिसके लिए सोनिअजी का शुक्रगुजार हूँ ,उन्होंने बताया की बायतु के गाँवो को भी अब नाहर का मीठा पानी पीने को मिलेगा

कानून तोड़कर प्रधानमंत्री ने कर ली शादी

कानून तोड़कर प्रधानमंत्री ने कर ली शादी

हरारे। कोर्ट की रोक के बावजूद जिम्बाब्वे के प्रधानमंत्री मॉर्गन श्वांगराई (60)ने शनिवार को अपनी प्रेमिका एलिजाबेथ मशेका से शादी की। 35 वर्षीय एलिजाबेथ राष्ट्रपति राबर्ट मुगाबे की पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य की बेटी हैं। समारोह में दोनों ने एक दूसरे को अंगूठी पहनाई और शादी की रस्में पूरी कीं। हालांकि दोनों ने विवाह रजिस्टर में हस्ताक्षर करने की कानूनी औपचारिकता पूरी नहीं की। राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे शादी में शामिल नहीं हुए। मार्च 2009 में मॉर्गन की 31 वर्षीय पत्नी सुसान की कार हादसे में मौत हो गई थी। इसके बाद उन्होंने दूसरी शादी का फैसला लिया।

शादी को दी थी कोर्ट में चुनौती

मॉर्गन की पूर्व प्रेमिका लोकार्डिया करिमासेंगा टेंबो ने प्रधानमंत्री की पत्नी होने का दावा किया था।मॉर्गन और एलिजाबेथ की शादी का विरोध करते हुए उसने कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। टेंबो ने एक वीडियो पेश किया था जिसमें मॉर्गन के दूतों को दुल्हन की कीमत का भुगतान करते हुए दिखाया गया है।

दरअसल जिम्बाब्वे में शादी के वक्त पति अपनी पत्नी की कीमत चुकाता है। कोर्ट ने लोकार्डिया के पक्ष में आदेश दे दिया और प्रधानमंत्री की ओर से दायर की गई अपील को खारिज कर दिया गया। कोर्ट ने शादी का लाइसेंस रद्द करते हुए कहा कि वे पहले ही अपनी प्रेमिका से परंपरागत तरीके से विवाह कर चुके हैं।

पहले खारिज हो चुकी याचिका

मॉर्गन की शादी रोकने का लोकार्डिया का यह दूसरा प्रयास था। पिछले हफ्ते हाईकोर्ट ने उसकी याचिका यह कहते हुए रद्द कर दी थी कि वो साबित ही नहीं कर पाईं कि वो मॉर्गन की पत्नी हैं। गौरतलब है कि श्वेंगिराई ने पिछले साल लोकार्डिया के साथ अपने संबंध समाप्त कर लिए थे। जिम्बाब्वे में यूं तो संवैधानिक रूप से एक पत्नी रखने का कानून है लेकिन पारंपरिक कानून पुरूष को जितनी चाहे उतनी पत्नियां रखने की इजाजत देते हैं।

शिवसेना बोली,कांग्रेस की पिटाई का वक्त

शिवसेना बोली,कांग्रेस की पिटाई का वक्त

मुंबई। डीजल के दाम में 5 रूपए की बढ़ोतरी और मल्टी रिटेल ब्रांड में एफडीआई के खिलाफ शिवसेना सड़कों पर उतर आई है। शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने रविवार को मुंबई में साइकिल और बैलगाड़ी पर मार्च निकाला। शिवाजी पार्क से निकला मार्च सिद्धिविनायक मंदिर तक गया।


मार्च में शिवसेना के कार्यककारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे भी शामिल हुए। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अब कांग्रेस को पीटने का वक्त आ गया है। यूपीए के हयोगियों पर हमला करते हुए ठाकरे ने कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो सरकार से समर्थन वापस लेकर दिखाएं। सिर्फ ताली पीटने से कुछ नहीं होगा।

पीएम को बताया मोम का पुतला

उद्धव ने मनमोहन पर ताना कसते हुए कहा कि एक बार मैं प्रधानमंत्री से मिलने गया। वह बिल्कुल मेरे बगल में बैठे थे लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वह असली मनमोहन हैं या फिर कोई पुतला है क्योंकि वह मुश्किल से कुछ बोलते हैं। कलाकारों को उनका पुतला बनाने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह खुद एक पुतले की तरह हैं। उन्होंने कहा कि पीएम कहते हैं ये उनकी निर्णायक लड़ाई है,लेकिन सवाल यह है कि वो लड़ाई किससे लड़ेंगे। क्या लड़ाई आम जनता और महिलाओं से लड़ेंगे?