मंगलवार, 14 अगस्त 2012

शादी का वादा कर पाकिस्‍तानी अंपायर ने मुंबई की मॉडल से बनाए जिस्‍मानी रिश्‍ते!


 
मुंबई।मुंबई की एक मॉडल ने पाकिस्‍तानी अंपायर असद रऊफ पर यौन शोषण का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी है। मुंबई के ओशिवारा इलाके में रहने वाली लीना कपूर ने वर्सोवा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में कहा गया है कि रऊफ ने उनसे शादी का वादा कर शारीरिक संबंध बनाए। लीना के अनुसार, उनकी और रऊफ की मुलाकात छह महीने पहले श्रीलंका में एक पार्टी के दौरान हुई थी। पार्टी में दोनों ने एक दूसरे के मोबाइल नंबर लिए और बाद में इश्‍क परवान चढ़ता गया।


लीना बताती है, 'मैं उसके प्‍यार में हद तक डूब चुकी थी। हम तीन दिन तक श्रीलंका में एक साथ रहे। श्रीलंका से लौटने के बाद जब मैं बीमार पड़ी तो रऊफ मुझसे मिलने मेरे फ्लैट पर भी आए थे।' लीना के मुताबिक रऊफ ने उनसे शादी करने और एक फ्लैट देने का भी वादा किया था। शिकायत में कहा गया है कि रऊफ ने लीना को पहले ही बता दिया था कि वह शादीशुदा हैं और उनके दो बच्चे हैं। लेकिन उनका मजहब उन्हें चार शादियां करने की इजाजत देता है। धर्म का वास्‍ता देते हुए रऊफ ने कहा कि जब वे दोनों शादी करेंगे तो उसमें उनका पूरा परिवार भी शामिल होगा।

लीना और असद की तीसरी मुलाकात इस साल आइपीएल के दौरान पुणे में और फिर चौथी दिल्ली में हुई। पुणे और दिल्‍ली में दोनों एक साथ रहे। रऊफ ने कई लोगों से लीना को पत्‍नी के तौर पर भी मिलाया। लेकिन पांच दिन पहले ही जब लीना ने रऊफ से संपर्क किया तो उन्‍होंने उन्‍हें पहचानने से मना कर दिया। पुलिस लीना के इन दावों और आरोपों की जांच कर रही है।

कांग्रेसियों का सामान्यज्ञान जीरो ......राष्ट्रिय पर्व के साथ खिलवाड़


देश के कर्णधारो ने स्वतंत्रता दिवस को  बनाया गणतंत्र दिवस


कांग्रेसियों का सामान्यज्ञान जीरो ......राष्ट्रिय पर्व के साथ खिलवाड़


बाड़मेर बाड़मेर जिले के कांग्रेसियों की सोच और सामान्य ज्ञान पर तरस आता हें ,कांग्रेसियों ने राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस के पर्व पर जिले के नागरिको को बधाई और शुभकामनाए देने के लिए बाड़मेर शहर में बड़े होर्डिंग्स अहिंसा चौराहे पर लगाये हें जिसमे जिले वासियों को पंद्रह अगस्त गणतंत्र दिवस पर जिले वासियों को बधाई दी हें .इस होर्डिंग्स पर देश के कर्णधार मने जाने वाले कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी ,बाड़मेर जैसलमेर के सांसद हरीश चौधरी ,राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी , विधायक मेवाराम जैन सभापति उषा जैन सहित अनेक पारशदो और नेताओ के फोटो लगे हें .कांग्रेस का यह होर्डिंग आज बाड़मेर में चर्चा का विषय बन गया .देश को आज़ादी दिलाने वाली कांग्रेस पार्टी की सिफह्सलारो को स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस में कोई फर्क नज़र नहीं आया .कांग्रेस कमेटी द्वारा लगाये इस होर्डिंग में राष्ट्रिय पर्व की अस्मिता पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिया .कांग्रेस नेताओं को गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस में फर्क पता नहीं .देश की बागडौर संभालने वाली पार्टी के नेताओं से यह उम्मीद तो नहीं थी जनता को .भारतीय जनता युवा मोर्चा के नगर महामंत्री रमेश सिंह इन्दा ने कांग्रेस नेताओं की हारकर को राष्ट्रिय पर्व की अस्मिता से खिलवाड़ बताया तथा गलत होर्डिंग लगाने वाले कांग्रेस्सियो के खिलाफ कार्यवाही की मांग की हें

बाडमेर स्वतन्त्रता दिवस पर 54 जने सम्मानित होंगे



स्वतन्त्रता दिवस पर 54 जने सम्मानित होंगे
बाडमेर, 13 अगस्त। जिला मुख्यालय पर आयोजित होने वाले स्वतन्त्रता दिवस के मुख्य समारोह के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले जिले के 54 जनों को जिला प्रशासन द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।

जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने बताया कि एसबीबीजे कलेक्ट्रेट शाखा के सुदेश नेपालिया, भारतीय खाद्य निगम के आगार प्रबन्धक रमेश कुमार शर्मा, कोष कार्यालय बाडमेर के कनिष्ट लिपिक मलसिंह, प्रभारी महिला सलाह एवं सुरक्षा केन्द्र श्रीमती शोभा गौड, सहायक कर्मचारी थानाराम प्रजापत, जिला राजस्व लेखाकार कलेक्टर कार्यालय बाडमेर के खेतमल किरी, मालाणी सांस्कृतिक कला वार्ड नं0 16 तालाब रोड जसोल के पारसमल पुत्र केवलचन्द माली, जसोल निवासी डायाराम सोा पुत्र उदाराम, बालोतरा की छात्रा शेफाली पुत्री बाबूलाल चौपडा, जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय बाडमेर के सहायक उप निरीक्षक दीपाराम, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के व0लि0 बंशीलाल फुलवारिया, बालोतरा निवासी विकास जाखड पुत्र अचलाराम जाट, राप्रावि कानाणी मीरखोणियों की ाणी कापराउ की अध्यापिका श्रीमती मीना चौधरी, बीसासर चौहटन के अलाना पुत्र सुहाला, हयात पुत्र अहमद, जुनस पुत्र अजादीन, बामणोर निवासी ईदल पुत्र खैरदीन, फारूख पुत्र इरमाईल, मदरसा बोर्ड बाडमेर के जिला समन्वयक शोभदार खां, राउप्रावि सिणधरी छात्र के प्रधानाध्यापक लक्ष्मणदास वैष्णव, राउप्रावि किताणी मेगवालों की बस्ती (प.सं.बाडमेर) के प्रधानाध्यापक मुकेश व्यास, जवाहर नवोदय विद्यालय पचपदरा के प्राचार्य महबूब अली, तहसीलदार गुडामालानी सुनील कुमार कटेवा, विकास अधिकारी शिव टीकमाराम चौधरी, रामावि जसाई के व.अ. पवन, शांति निकेतन उमावि बालोतरा की छात्रा कु0 मिज्बा पुत्री यासीन, राबाउमावि बाडमेर की कु0 रक्षा मेहता पुत्री जितेन्द्र मेहता, श्री मरूधर विद्यापीठ उमावि धोरीमना की कु0 डिप्पल जैन पुत्री बाबूलाल जैन व कु0 संवरी विश्नोई पुत्री बाबूलाल विश्नोई, तहसील रामसर के क.लि. रामसिंह, बाडमेर बॉलबैडमिन्टन एसोसियेशन के सचिव अमित बोहरा, उपखण्ड कार्यालय बाडमेर के कार्यालय सहायक सुजानाराम बारूपाल, राजकीय स्नातकोतर महाविद्यालय बाडमेर की सुश्री जया चौधरी पुत्री सोनाराम चौधरी, जिला परिषद बाडमेर के सहायक लेखाधिकारी बाबूलाल छाजेड, पीसीपीएनडीटी बाडमेर के जिला समन्वयक विक्रमसिंह चाम्पावत, सीनियर सैकण्डरी स्कूल गांधी चौक बाडमेर के प्राचार्य राजेन्द्र मल सुराणा, प्रभारी सीएचसी समदडी डॉ. शिव मंगल नागल, जिला कलक्टर कार्यालय के निजी सहायक सुमेरसिंह शेखावत, अपर कलेक्टर कार्यालय के निजी सहायक टीलसिंह, नागरिक सेवा केन्द्र सिणधरी की भगवती कुमारी, खेतेश्वर ई मित्र सर्विस सेन्टर सिवाना के भोपालसिंह राजपुरोहित, नई सियाई ब्लॉक बाडमेर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्रीमती शारदा चौधरी, उप स्वास्थ्य केन्द्र सांजटा सिणधरी की ग्रामीण महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता श्रीमती राजबाला चौधरी, सानिवि विद्युत उपखण्ड बाडमेर के विद्युत हेल्पर करनाराम, राजकीय चिकित्सालय बाडमेर के कम्पाउडर तगाराम चौधरी, नगर परिषद बाडमेर के आयुक्त भंवरलाल सोनी, आईआईटी में चयनित प्रकाश मंसुरिया, श्रवण सोनगरा व पारसमल, पीएचएन छगनलाल गहलोत, ग्राम सेवक निम्बला हुकमाराम जाखड, पटवारी एलआरसी सिवाना ईश्वर पूनिया, अधीक्षण अभियन्ता जोविविनिलि कार्यालय बाडमेर के क.लि. जितेन्द्र राठी तथा निदेशक आर.से.टी.एसबीबीजे बाडमेर अशोक गीगल को सम्मानित किया जाएगा।

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कौन करे याद कुर्बानी.... स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम योद्घा श्याम सिंह चौहटन

कौन करे याद कुर्बानी....आज़ादी का गुमनाम योधा चौहट के शहीद श्याम सिंह

स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम योद्घा  श्याम सिंह   चौहटन 

बाड़मेर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जुझने वाले राजस्थानी योद्घाओं में टाकुर श्याम सिह राठौड का बलिदान विस्मृत नही किया जा सकता।1857 के दोव्यापी अंग्रेज सत्ता विरोधी सास्त्र संर्घश के पूर्व भी राजस्थान में ऐसे अनेक स्वातं़त्रयचेता सपूत हो चुके हैं जिन्होने ब्रिटि सत्ता के वरदहस्त को विशौला वरदान समझा था।मालानी के भासक रावळ मल्लीनाथ स्वाभिमानी और वीर छक के लिऐ जाने जाते थे। 
मलानी में अंग्रेजों के बार बार धावों से त्रस्त होकर स्वतंत्रता संग्राम प्रेमी मालानी के योद्घा उत्तेजित हो उठे और अंग्रेजो के विरूद्ध धावे मारने लगे।अंग्रेजों ने संवंत 1891वि सं में मालानी पर सैनिक चाई बोल दी।बाहडमेर में भी ठाकुर श्याम सिह के नेतृत्व में युद्ध की रणभेरी बजायी।अपनी  ढाले  भाले,सांगे,और तलवारेों की धारें तीक्ष्ण की।कवि कहता हैं 
ग भरुजां तिलंग रचै जंग गोरा,चूरै गिर ग तोप चलाय । 
माहव किण पातक सूं मेली,बाडमेर पर इसी बलाय॥ 
बाहडमेर के कोट पर तोपो के प्रहारों से कोट की दीवारें टूट टूट कर गिर रहा था।बाहडमेर पर ऐसी आपत्ति देख क्षत्रियों की भुजाऐं फडक उठी।अंग्रेजों की फोजे आक फोग को रौंदती हुई चौहटन को फतेह करने के इरादें से पहूचीॅ।ठाकुर भयामसिह राठौड रण मद की छक में छका हुआ अपने भात्रुओं को दक्षिण दि के दिग्पाल का पुरी का पहुआ बनाने के लिऐ सामने उद्धत था। अंग्रेज सेनानायक ने   श्याम सिंह को युद्ध ना कर आत्म समर्पण करने के लिऐ संदो भेजा। श्याम सिंह   तो दो के शत्रुओ और स्वतंत्रता के विरोधी अंग्रेजों से रण भूमि में दो दो हाथ करने के अवसर खेज रहा था।राश्ट्रिस कवि बांकीदास आिया के काव्य में व्यक्त अंग्रेज सेनानायक और   श्याम सिंह को भाोर्य पूर्ण प्रन का उत्तर सुनिऐ... 
अंग्रेत बोलियों तेज उफणै, 
कसर नम झोड म रौपै सिरदार। 
हिन्दु आवध छोड हमै साहब नख, 
सुणियों विण कहै बिना विचार॥ 
धरा न झल्ो लडवां धारवां 
स्याम कहै किम नाखूं सांग। 
पूजू। खाग घणै परमेसर, 
ऊठै जाग खाग मझ आग॥ 
कळहण फाटा बाक कायरां, 
बीर हाक बज चंहू वळां।ं। 
छळ दळ कराबीण कै छूटो, 
कै पिस्तौलां पथर कळां॥ 


अ्रंग्रेज सेनापति पे आक्रोश  में उतेजित होकर कहा दृओ सरदार!युद्ध मत ठान।आत्मसर्मपण कर अपने जीवन की रक्षा कर।हे हिन्दु योद्घा ,अपने आयुध साहब के समक्ष रख दे।तूं सुन तो सही ,आगे पीछे भले बुरे ,हानि लाभ का बिना विचार किऐ व्यर्थ ही मरने के लिऐ हठ ठान रहा हैं। 
वीरवर   श्याम सिंह  ने मृत्यु की उपेक्षा करते हुऐ कहा .यदि मरण भय से आत्मसर्मपण करुं तो यह क्षमा शील   पृथ्वी भार झेलना त्याग देगी।तब फिर मैं  शस्त्र सुपुर्द कैसे करू।तलवार और परमेवर का मैं समान रूप से आराधक हूॅ।अत;शस्त्र त्याग जीवन की भिक्षा याचना के लिये तो मैंने शस्त्र उठाया ही नहीं हैं।बैरियों के सिरच्छदन के लिये मैं अपने हाथ में तलवार रखता हूॅ। 
कायरों के मुॅह फटे से रह गये।चारों ओर मारो काटों की आवाजें गूंजने लगी।कराबीनें पत्थर कलायें और पिस्तोल के गोले गोलियों की आवाजें गूॅजने लगी।कायरों के कलेजे कॉपने लगे।वीर नाद से धरा आका में कोहराम मच गया।क्षण मात्र में देखते देखते ही नर मुण्डों के पुंज लग गये।मरूस्थल में रक्त की सरिता उमडने लगी। 
मालानी प्रदो के कीर्ति रूपी जल से सींचने वाला वीर   श्याम सिंह अपने दो की स्वतंत्रता के लिये जुॅझने लगा।अपने प्रतापी पूर्वज रावल मल्लीनाथ,रावल जगमाल,रावल हापा की र्कीति गाथओं का स्मरण कर अंग्रेजों की सेंना पर टूट पडा।उसके पदाति साथियों ने जय मल्लीनाथ ,जय दुर्गे के विजय घोश से भात्रु सेना को विचहलत कर दिया। 
उस हटीले वीर  श्याम सिंह   ने सादी जैसे साहसी साथियों को अपने संग लेकर सिंह की तरह दहाडते हुऐ आक्रमण किया और सुमेर कहकर िखर की भांति अडिगबाहडमेर ने गोरंगों से भयानक युद्ध छेडा।उस वीर भोरसिह तनेय   श्याम सिंह ने अंग्रेजों ेी तोप ,तमंचों से सनद्ध सेना का तनिक भी भय नहीं माना।शत्रुओं का संहार कर उसने बाहउमेरों की खांप को किर्तित किया तथा चौहटन वालों की वीरता का प्रतीक बन गया।अंग्रेजों की पलटनों को अपने प्रतापी पूर्वज सोमा की भांति तलवार उठा कर अत्यंत उत्साह के साथ भयानक युद्ध लडा।मरणेत्साही ऐसे क्षत्रिय सपूतों को रंग हैं जो मातृभूमि की गौरव रक्षा के लिये प्राणें कोत1ण तुल्य मानते हैं। 
सेना रूपी दुल्हन का दुल्हा वी   श्याम सिंह रणागण में दृतापूर्वक अपने पेरो को स्थिर कर युद्ध करने लगा और अन्त में अपने प्यारे वतन की आजादी का टेक का निर्वहन करता हुआ रणौया पर सो गया।कवि मरसिया ने कहा कि 
स्यामा जिसा सपूत,मातभौम नेही मरद। 
रजधारी रजपूत ,विधना धडजै तुं वळै॥ े 

मेहबाबा की मेहरबानी, तरबतर जालोर की धरा

मेहबाबा की मेहरबानी, तरबतर जालोर की धरा

जालोर। जिले में सोमवार को आसमान में दिनभर बादल छाए रहे।शाम को करीब एक घंटे तक कभी तेज तो कभी हल्की बारिश हुई।बारिश से सड़कों पर पानी का बहाव हुआ।

बारिश के बाद गर्म नमकीन की दुकानों पर लोगों की भीड़ उमड़ी।बारिश से मौसम खुशगवार हो गया। जिले में सोमवार सुबह आठ बजे तक बीते चौबीस घन्टों में सांचौर उपखण्ड मुख्यालय पर सर्वाधिक 41 मिलीमीटर वर्षा हुई। इसी प्रकार आहोर में 0.6 मिलीमीटर, सायला मेें एक, बागोडा में 13, रानीवाड़ा में दो मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई।इस वर्षाकाल में अब तक जालोर में 76 मिलीमीटर, आहोर में 192.2 मिलीमीटर, सायला में 8 3 मिलीमीटर, भीनमाल में 77 मिलीमीटर, बागोडा में 55 मिलीमीटर, जसवन्तपुरा में 147 मिलीमीटर, रानीवाडा में 174 मिलीमीटर एवं सांचौर में 147 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।

सांचौर. क्षेत्र में रविवार रात्रिको 41 एमएम बारिश हुई, बारिश होने से किसानों के चेहरे खिल उठे। क्षेत्र में रविवार रात्रि में तेज बारिश शुरू हुई। बारिश से गांवों में बने तालाबों और नाडियां पानी से भर गई। सोमवार को भी दिनभर रूक-रूक कर बारिश का दौर जारी रहा। ठण्डा मौसम होने से लोगों ने मिर्चीवड़ा, कचौरी व पकोड़ो का आनंद लिया। बारिश के बाद शहर की कच्ची बस्तियां के रास्तों में पानी एकत्रित हो गया।

भीनमाल. शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में सोमवार को रिमझिम बारिश हुई। सुबह से ही शहर में बूंदाबांदी शुरू हुईजो दोपहर तक जारी रही। बारिश होने से शहर की सड़कों पर पानी बहने लगा एवं मौसम मौसम सुहावना बना रहा। क्षेत्र में पिछले दो दिन में हुई बारिश से धरतीपुत्रों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। बारिश के अभाव में सूने पड़े खेत-खलिहानों में लोगों की चहल-पहल शुरू हो गई है। बारिश होने से दिनभर आसमान में काली घटाएं छाई रही व ठंडी हवाएं चलती रही।

आहोर. कस्बे समेत क्षेत्र में सोमवार को इन्द्रदेवता फिर से मेहरबान हुए तथा बादल जमकर बरसे। तेज बारिश से विभिन्न स्थानों पर बरसाती पानी का भराव हो गया। रविवार सूखा गुजरने के बाद सोमवार को दोपहर में इन्द्रदेव मेहरबान हुए। दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अचानक आसमान में काले बादल उमड़ घुमड़कर आए तथा देखते ही देखते तेज हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। तेज बारिश से कस्बे में विभिन्न स्थानों पर पानी का भराव हो गया। वहीं सड़कों पर पानी का बहाव हुआ।

रानीवाड़ा. कस्बे समेत उपखंड के कई गांवों में सोमवार को बारिश हुई।बारिश के बाद सड़कों पर पानी का बहाव हुआ।

रामसीन. कस्बे सहित क्षेत्र में कई जगह हल्की बारिश होने से मौसम खुशगवार हो गया। उमस भरी गर्मी के बाद सोमवार सवेरे हवा के साथ तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। इससे लोगो को गर्मी से राहत मिली। कई जगह अच्छी बारिश के बाद गली मोहल्लों व सड़कों पर पानी भर गया।

जसवंतपुरा. क्षेत्र के गांवों में सोमवार को हल्की व तेज बारिश हुई है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। सवेरे से ही हल्की बूंदाबांदी होने से मौसम सुहाना हो गया। ऎसे में लोगों को गर्मी व उमस को राहत मिली। बारिश के बाद कई स्थानों पर पानी जमा हो गया। जिससे राहागीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

सायला. क्षेत्र में सोमवार को इन्द्रदेव मेहरबान रहे। बारिश के बाद सड़कों पर पानी बहने लगा। लम्बे इन्तजार के बाद बारिश होने से फसलों को भी फायदा होगा। किसानों के चेहरे पर रौनक लौट आईहै। बारिश से बाजरा, मंूग सहित अन्य फसलों को जीवनदान मिलेगा। वहीं अरंडी की बुवाईके लिए अच्छा रहेगा। क्षेत्र के पोषाणा, देताकला, देताखुर्द, रोहिनवाड़ा, सुराणा, चौराऊ, तालियाणा, सायला सहित अन्य गांवो मे बरसात हुई है।

हाड़ेचा. क्षेत्र में रविवार की रात कई गांवों में अच्छी बरसात हुई। वही सोमवार को दिनभर बूंदाबांदी का दौर चलता रहा। इसी तरह क्षेत्र के ईसरोल, पालड़ी, आमली, काछेला, जानवी, भाटकी, बालेरा, नलदरा, केसूरी, वरणवा, सूथड़ी, सुराचंद सहित क्षेत्र के कई गांवों बरसात हुई।

उम्मेदाबाद. कस्बे सहित आस पास के गांवों में बारिश से मौसम खुशगवार हो गया।बारिश के बाद किसानों के चेहरे पर खुशी नजर आई।

बड़गांव. कस्बे समेत क्षेत्रमें रविवार रात को शुरू हुई बारिश का दौर सोमवार को सुबह तक जारी रहा।बारिश एनीकट व तालाबों में पानी की आवक हुई।बारिश से किसानों के चेहरे पर खुशी नजर आई।

टांके में डूबने से दम्पती की मौत

 


पोकरण। क्षेत्र केे खेतोलाई गांव से तीन किमी दूर जैसलमेर रोड स्थित एक सार्वजनिक टांके में एक दम्पति ने कूदकर अपनी इहलीला समाप्त कर दी। खबर लगते ही खेतोलाई गांव में सनसनी फैल गई। खेतोलाई निवासी हनुमानाराम (35) पुत्र हणुताराम जाजूदा व उसकी पत्नी पुष्पा (30) ने टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलने पर थानाधिकारी रमेशकुमार शर्मा मय जाप्ता तत्काल मौके पर पहुंचे तथा दोनों के शवों को बाहर निकालवाकर स्थानीय राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की मोर्चरी में रखवाया। थानाधिकारी शर्मा ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या मामला आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।

जानकारी के अनुसार हनुमानाराम रविवार को ही घर से बिना बताए निकल गया था, जिसकी रातभर इधर उधर तलाश की गई। आशंका जताई जा रही है कि सुबह उसकी पत्नी पुष्पा उसे ढूंढने के लिए जैसलमेर रोड की तरफ निकली, तो गांव से करीब तीन किमी दूर पानी से भरे एक सार्वजनिक टांके में उसने तलाश की, तो उसका पति टांके में डूबा हुआ था। शायद इसी को देखकर वह भी अपना होश खो बैठी तथा उसने भी टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली।

चरवाहे ने दी सूचना

पुलिस के अनुसार धोलिया गांव के पशुपालक व चरवाहे अपनी भेड़ बकरियो को चराते हुए टांके के पास पहुंचे, तो टांके पर एक लेडीज चप्पल व मोबाइल पड़ा था। जिस पर उन्होंने टांके में झांककर देखा, तो एक पुरूष व एक महिला के शव पानी में तैर रहे थे। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी, जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को टांके से बाहर निकलवाया।

जातरू की मौत

जातरू की मौत

बालोतरा। नेशनल हाईवे पर सरहद कल्याणपुर में रविवार रात अज्ञात वाहन की टक्कर से पैदल जातरू की मौत हो गई। हादसे में तीन पदयात्री घायल हुए है। दुर्घटना के बाद आरोपी चालक वाहन भगा ले गया।

कल्याणपुर थानाधिकारी ज्येष्ठदान चारण के अनुसार जसोल निवासी माली समाज का यह पैदल जत्था मंडोर भैरूजी के दर्शन के लिए जा रहा था। रविवार रात कल्याणपुर सरहद में पीछे से तेज रफ्तार से आई एक बोलेरो जीप ने जत्थे में शामिल लोगों को चपेट में ले लिया। हादसे में भंवरलाल पुत्र जसराज, सांवलराम पुत्र नेमाराम, श्रीमती गुडिया पत्नी रायचंद, अर्जुन पुत्र छगनाराम सभी निवासी जसोल घायल हो गए। जत्थे में शामिल खेताराम पुत्र बुधाराम हादसे के दौरान लुहलुहान लोगों को देखकर बेहोश हो गया। उपचार के लिए इन्हें कल्याणपुर के राजकीय अस्पताल ले जाया गया। गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद भंवरलाल (19) को जोधपुर रेफर किया गया। वहां के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। इस मामले को लेकर जगदीश पुत्र भैराराम निवासी जसोल ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।

रंजिश के चलते मित्र ने की थी हत्या

रंजिश के चलते मित्र ने की थी हत्या
मोकलसर। रमणिया क्षेत्र में शनिवार रात हुई एक व्यक्ति की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मृतक के मित्र ने ही उसकी हत्या की थी। पुलिस ने हत्या के आरोप में कालुराम पुत्र उदाराम निवासी चौधरी निवासी रमणिया को गिरफ्तार किया है।

अनुसंधान अधिकारी निरंजन प्रतापसिंह ने बताया कि रमणिया गांव के मामाजी स्थान मार्ग पर शनिवार रात छतरसिंह पुत्र सोहनसिंह का शव क्षत विक्षत हालत में पाया गया था। उसका सिर बुरी तरह से कुचली हालत में था तथा शरीर पर धारदार हथियार के दर्जनों घाव थे। अनुसंधान के दौरान पुलिस ने शक के आधार पर रमणिया निवासी कालुराम को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की तो उसने छतरसिंह की हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस को बताया कि शुक्रवार रात छतरसिंह व उसने साथ बैठकर शराब पी थी।

नशे की हालत में छतरसिंह ने उसे शराब के पव्वे लाने को कहा तो वह घर जाकर कुल्हाड़ी लेकर आया तथा सोए हुए छतरसिंह पर वार कर दिया। बाद में उसे सत्तर फीट दूरी तक घसीटकर सुनसान स्थल पर ले गया। कुल्हाड़ी से तब तक वार करता रहा जब तक उसका सिर नहीं कुचल गया। बाद में खून से सने कपडे व कुल्हाड़ी धोकर खाना खाकर सो गया। उसने रंजिश की वजह बताई कि कुछ वर्ष पूर्व छतरसिंह व उसके भतीज ने बेरहमी से उसे पीटा था। आरोपी को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। गौरतलब रहे कि मृतक व आरोपी पड़ौसी व मित्र है।

10 लोगों ने करा महिला से गैंगरेप

 
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी में 30 वर्षीया एक महिला के साथ 10 लोगों द्वारा सामूहिक बलात्कार किए जाने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। पुलिस ने इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस उपायुक्त (अपराध) पल्लब कांति घोष ने सोमवार को बताया कि पीडिता 10 साल की एक बच्ची की मां है। वह स्वास्थ्यकर्मी के रूप में कार्य करती है। वह जब घर लौट रही थी, तभी दक्षिणी कोलकाता के चेतलामें लगभग 10 लोगों ने उसे जबरन एक वाहन में खींच लिया और कम से कम दो लोगों ने उसके साथ बलात्कार किया। उन्होंने कहा कि उसकी शिकायत के आधार पर हमने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति पिछले एक महीने से महिला का पीछा कर रहा था और प्रताडित कर रहा था।

पुलिस ने बताया कि यह घटनाशनिवार शाम हुई थी, जब महिला टॉलीगंज स्थित अपने घर लौट रही थी। एक वाहन आकर उसके पास रूका, जिससे निकले दो लोगों ने कहा कि उन्हें स्वास्थ्यकर्मी के रूप में उसकी मदद चाहिए। इंकार करने पर उन लोगों ने उसे वाहन में खींच लिया और एक घर में ले गए जहां उन्होंने उसके साथ बलात्कार किया। महिला ने रविवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

महिला की चिकित्सीय जांच कराई गई है। इस बीच, पश्चिम बंगाल महिला आयोग की अध्यक्ष सुनंदा मुखर्जी ने संकेत दिया कि उन्हें इस वारदात के पीछे कोई साजिश लगती है। उन्होंने कहा कि अपराधियों ने अपराध को अंजाम देते समय कंडोम का उपयोग किया था, जिससे पता चलता है कि यह सब सुनियोजित तरीके से किया गया। उन्हें यह भी पता था कि महिला काम करने कहां जाती है और कब लौटती है।

भाई ने किया बहन को कलंकित
मैदान इलाके मे एक कुकर्मी भाई ने बहन को दुष्कर्म का शिकार बनाया है। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को शर्मसार करने वाले भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस आयुक्त (दक्षिण) डी.पी. सिंह ने बताया कि आरोपी फोर्ट विलियम के स्ट्रांड लाइन का रहने वाला है। आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सिंह ने बताया कि शनिवार को मैदान थाने में घटना की शिकायत दर्ज कराई गई थी। पीडिता 17 साल की है।

उसके पिता की मौत हो गई है। वह अपने भाई के साथ रहती थी। शुक्रवार की रात भाई ने उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 376 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पीडिता की मेडिकल जांच करा ली गई है। आरोपी हिरासत में है।

अलवर राजस्थान का सिंह द्वार

राजस्थान का सिंह द्वार कहलाने वाला अलवर जयपुर से १५० व दिल्ली से १७० किलो. दूर है अरावली पर्वतमालाओ के आंचल में बसा है. यहां का विशालकाय प्राचीन किला अलवर के इतिहास कि गाथाएँ सुनाता है.
मेवात के नाम से जाना जाने वाला यह प्राचीन राजपूत राज्य दिल्ली के सबसे करीब था. यहां निवासरत हर नागरिक निर्भीक एवं स्वतंत्रता प्रेमी था जयपुर के शासको के वंशजो से संबंध रखने वाले कच्छवाहा राजपूत महाराजा प्रतापसिंह ने सन् १७७१ में अलवर को जीत कर स्वयं के राज्य कि नीव डाली.
घने जंगलो के बीच बसे इस शहर में आर्कषक झीलें व मनोरम घाटियाँ यहां की प्राकृतिक परम्परा को जीवित किए हुए है. अलवर के करीब राजस्थान का प्रसिद्ध वन्यप्राणी अभयारण्य “सरिस्का” जो बाघ संरक्षण का सर्वोतम स्थान है. इसके साथ ही यहां पर कई दुर्लभ प्रजाति के पक्षी व पशु भी पाये जाते है.
सामान्य जानकारी à क्षेत्रफल : ४४.७६ किलोमीटर, तापमान : गर्मी : 37 –24 C सर्दी : 31-11 C , वर्षा : ५२ सेंटीमीटर, उत्तम मौसम – सितम्बर-फरवरी , भाषा – राजस्थानी, हिन्दी और अंग्रेजी.
 
मुगल साम्राज्य के उदय से पूर्व निर्मित इस किले के चरों और परकोटा बना हुआ है जो बाहरी हमले से किले कि सुरक्षा करता था. यह किला उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक १०६ किलोमीटर में फेला है. यह १५ बड़े व ५१ छोटे बुर्जो और तोपों के लिए ४४६ द्वारों से युक्त एक सुदृढ़ प्राचीर है जिसे आठ विशाल बुर्ज घेरे हुए है. इसमें अनेक द्वार है. जैसे जय पोल, सूरज पोल, लक्ष्मण पोल, चाँद पोल, कृष्ण पोल और अँधेरी गेट प्रमुख है. इसमें जल महल, निकुम्भ महल, सलीम सागर, सूरज कुंड व अन्य मन्दिर स्थित है.


मूसी महारानी की छतरी

Moosi रानी, महाराजा बख्तावर सिंह की पत्नी की स्मृति में बनाया छतरी शानदार है. यह नौ साल लग गए (1804 ई. से 1813 ई.) टंकी के निर्माण को पूरा करने के लिए.



नीमराना किला

अलवर जिले का एक प्राचीन ऐतिहासिक शहर है, जो बेहरोर तहसील में दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर दिल्ली से 122 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह 1947 तक चौहानों द्वारा शासित 14 वीं सदी के पहाड़ी किले का स्थल है. यह किला दुर्लभ, काले हार्नस्टोन ब्रेकिया पत्थरों पर स्थित है और इसके प्राचीर से हरे-भरे खेतों के आकर्षक दृश्य दिखते हैं, जो 50-65 मीटर ऊंचा है. केसरोली किले का मूल पीछे की ओर छठी सदी में खोजा जा सकता है. यह भगवान कृष्ण के वंशज यादवों द्वारा निर्मित होने के कारण प्रसिद्ध है.


सिटी पैलेस या विनय विलास महल

१८वीं शताब्दी के इस महल में राजपूत व मुगल शैली कि वास्तुकला का सुव्यवस्थित समायोजन है. इसके निचले तलो को सरकारी कार्यालयों व जिलो न्यायालयों में बदल दिया गया है और इसकी ऊपरी मंजिल में आजकल संग्रहालय है.




राजकीय संग्रहालय

यहाँ पर १८-१९ वीं शताब्दी के मुगल व राजपूत चित्रों का उत्कृष्ट संग्रह है. साथ ही अरबी फारसी उर्दू और संस्कृत कि दुर्लभ पांडुलिपियां रखी हुई है. जिनमें गुलिस्तां (गुलाबो का बगीचा), वक्त-ऐ-बाबरी (मुगल सम्राट बाबर की आत्मकथा) और बोस्ताँ (झरनों का बगीचा) आदि प्रमुख है. इसके आसपास कई प्राचीन मन्दिर व मूसी महारानी कि छतरी भी स्थित है.संग्रहालय अलवर अनुभाग के महाराजाओं जो कुछ ऐतिहासिक तलवार सुल्तान मोहम्मद घोरी,सम्राटों अकबर और औरंगजेब की पसंद से संबंधित है निजी धन के प्रदर्शन का एक अद्भुत संग्रह है.


पुर्जन विहार
रंग-बिरंगे फूलो व विभिन्न पेड-पैधो की प्राकृतिक छटा इस कदर यहां बिखरी पड़ी है कि पर्यटकों के लिए आने के बाद यहां से जाने कि इच्छा ही नहीं होती है. निर्मल वातावरण में स्थित विभिन्न प्रकार के फूलो की खुशबू से पर्यटकों का मन विभोर हो जाता है वहीं छायादार पेडो की हरियाली व हवा के ठंडे-ठंडे झोंके पर्यटकों को सुस्ताने के लिए मजबूर कर देते है. यहां आकर व्यक्ति को ऐसा अनुभव होने लगता हा कि मनो प्रकृत ने अपनी संपूर्ण छटा यहां बिखेर दी हो.


विजय मन्दिर पैलेस
१९१८ में महाराजा जयसिंह द्वारा निर्मित यह एक भव्य महल है. ऊपर से दिखाई देने वाली सुरम्य झील इसे अभिभूत करने वाला स्थल बना देती है. महल में बना सीताराम का प्रसिद्ध मन्दिर रामनवमी के दौरान असंख्य श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित करता है.


सिलिसेड झील व पैलेस होटल
१०५ वर्ग किलोमीटर लम्बी शांत झील के तट पर बना रमणीय दृश्यों व वृक्षयुक्त पहाड़ियों व सुंदर छतरियों से युक्त यह उत्कृष्ट पिकनिक स्थल है. ईसवी सन् १८४५ में महाराजा विनय सिंह ने अपनी रानी शीला के लिए एक अदभुत शाही महल व शिकारी लॉज बनवाई थी.जहाँ से झील को देखा जा सकता है . अब इसे होटल लेक पैलेस में परिवर्तित कर दिया गया है. यहां नौका विहार कि सुविधा उपलब्ध हा और यह महल , फोटो खिचने वालो और फिल्म बनाने वालो के लिए आनंददायक स्थल है.


जयसमंद झील
सन् १९१० में महाराजा जयसिंह द्वारा निर्मित यह आकर्षक कृत्रिम झील घूमने व पिकनिक मनाने का लोकप्रिय स्थल है. बारिश के दौरान, चारों तरफ फैली हरियाली का समा देखने योग्य है. वहाँ आसानी से सड़क मर्ग द्वारा अलवर से पहुंचा जा सकता है.


सरिस्का

अरावली की सुरम्य घाटी में झूलता यह ७६५.८० वर्ग किलोमीटर लम्बा घना वृक्षयुक्त अभ्यारण्य है. इस उत्कृष्ट बाघ अभयारण्य को १९५५ में प्रोजेक्ट टाइगर योजना के अंतर्गत मान्यता प्रदान की गई . अभयारण्य सूखा पतझड़ वन बाघ, नीलगाय, सांभर, सांगा, चीतल, चौसिंगा व जंगली भालू कि प्रचुरता के लिए प्रसिद्ध है.


सरिस्का पैलेस



अभयारण्य में ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग की यात्रा के दौरान यहां महाराजा जयसिंह ने एक शानदार महल निर्मित करवाया था. आजकल इसे सरिस्का पैलेस होटल में परिवर्तित कर दिया गया है. आर टी डी सी होटल टाइगर डैन में भी रहने की बेहतरीन व्यवस्था है. अभयारण्य में जाने का उपयुक्त समय सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक है. सरिस्का 1892 में बनाया प्लेस - एक शिकार शिविर के रूप में 1900 में अलवर के तत्कालीन शासक द्वारा अब एक लक्जरी होटल है. सरिस्का साल भर आगंतुकों के लिए खुला है, लेकिन वन्य जीवन निरीक्षण करने के लिए सबसे अच्छा मौसम सर्दियों के महीनों के दौरान है. नवंबर से मार्च के लिए अर्थात्. राजस्थान पर्यटन देव. निगम. एक होटल चलाता है और किराया करने के लिए अभयारण्य की यात्रा पर भी परिवहन प्रदान करता है.

phoro....तीर्थशिरोमणि श्री गिरनार जी

         


भारत के गुजरात राज्य के जूनागढ़ जिले स्थित पहाड़ियाँ गिरनार नाम से जानी जाती हैं। यह अहमदाबाद से 327 किलोमीटर की दूरी पर जूनागढ़ के १० मील पूर्व भवनाथ में स्थित हैं। यह एक पवित्र स्थान है जो हिंदुओं और जैन धर्मावलम्बियों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ है। हरे-भरे गिर वन के बीच पर्वत-शृंखला धार्मिक गतिविधि के केंद्र के रूप में कार्य करता है।

इन पहाड़ियों की औसत ऊँचाई 3,500 फुट है पर चोटियों की संख्या अधिक है। इनमें अंबामाता, गोरखनाथ, औघड़ सीखर, गुरू दत्तात्रेय और कालका प्रमुख हैं। सर्वोच्च चोटी गोरखनाथ 3,666 फुट ऊँची है। गिरनार का प्राचीन नाम उज्जयंत अथवा गिरिवर था। ये पहाड़ियाँ ऐतिहासिक मंदिरों, राजाओं के शिलालेखों तथा अभिलेखों (जो अब प्राय: ध्वस्तप्राय स्थिति में हैं) के लिए भी प्रसिद्ध हैं। पहाड़ी की तलहटी में एक बृहत चट्टान पर अशोकके मुख्य 14 धर्मलेख उत्कीर्ण हैं। इसी चट्टान पर क्षत्रप रूद्रदामन्‌ का लगभग 120 ई. का प्रसिद्ध संस्कृत अभिलेख है। इसमें सम्राट् चंद्रगुप्त मौर्य तथा परवर्ती राजाओं द्वारा निर्मित तथा जीर्णोद्वारकृत सुदर्शन तड़ाग और विष्णुमंदिर का सुंदर वर्णन है। यह लेख संस्कृत काव्यशैली के विकास के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण समझा जाता है। इस बृहत अभिलेख में रूद्रदामन के नाम और वंश का उल्लेख तथा रूद्रदामन्‌ संवत्‌ 72 में, भयानक आँधी पानी के कारण प्राचीन सुदर्शन झील टूट फूट जाने का काव्यमय वर्णन है। विशेषकर सुवर्णसिकता तथा पलाशिनी नदियों के पानी को रोककर बाँध बनाए जाने तथा महावृष्टि एवं तूफान से छूट जाने का वर्णन तो बहुत ही सुंदर है।

इस अभिलेख की चट्टान पर 458 ई. का एक अन्य अभिलेख गुप्तसम्राट् स्कंदगुप्त के समय का भी है जिसमें सुराष्ट्र के तत्कालीन राष्ट्रिक पर्णदत्त के पुत्र चक्रपालित द्वारा सुदर्शन तड़ाग के सेतु या बाँध का पुन: एक बार जीर्णोद्धार किए जाने का उल्लेख है क्योंकि पुराना बाँध, जिसे रूद्रदामन्‌ ने बनवाया था, स्कंदगुप्त के राज्याभिषेक वर्ष में जल के महावेग से नष्ट भ्रष्ट हो गया था।

अंबामाता का मंदिर अंबामाता चोटी पर स्थित है।

गौमुखी, हनुमानधारा और कमंडल नामक तीन कुंड यहाँ स्थित हैं। प्राचीन काल में ये पहाड़ियाँ अघोरी संतों की क्रीड़ास्थली रहीं। पालिटाना (Palitana) के बाद यह जैनियों का द्वितीय प्रमुख तीर्थ हैं। यहाँ के सिंहों की नस्ल भी अधिक विख्यात है जिनकी संख्या धीरे धीरे कम होती जा रही है।

2. (जिला जूनागढ़, काठियावाड़, गुजरात) प्राचीन नाम गिरिनगर। महाभारत में उल्लिखित रैवतक पर्वत के क्रोड़ में बसा प्राचीन तीर्थस्थल। पहाड़ की चोटी पर कई जैनमंदिर हैं। यहां तक पहुँचने के लिए 7,000 सीढ़ियाँ हैं। इनमें सर्वप्राचीन मंदिर गुजरात नरेश कुमारपाल के समय का बना हुआ है। दूसरा वस्तुपाल और तेजपाल नामक भाइयों ने बनवाया था। इसे तीर्थंकर मल्लिनाथ मंदिर कहते हैं। यह विक्रम संवत्‌ 1288 (1237 ई.) में बना। तीसरा मंदिर नेमिनाथ का है जो लगभग 1277 ई. में तैयार हुआ। यह सबसे अधिक विशाल एवं भव्य है। प्राचीन काल में इन पर्वतों की शोभा अपूर्व थी क्योंकि इनके सभामंडप, स्तंभ, शिखर, गर्भगृह आदि स्वच्छ संगमरमर से निर्मित होने के कारण बहुत चमकदार और सुंदर दिखते थे। अब अनेक बार मरम्मत होने से इनका स्वभाविक सौंदर्य कुछ फीका पड़ गया है। पर्वत पर दत्तात्रेय का मंदिर और गोमुखी गंगा है जो हिंदुओं का तीर्थ है।

सोमवार, 13 अगस्त 2012

जैसलमेर स्वाधीनता दिवस पर पुलिस के पुख्ता इंतजाम एवं जनता से अपील

जैसलमेर स्वाधीनता दिवस पर पुलिस के पुख्ता इंतजाम एवं जनता से अपील

जैसलमेर हाल ही में पुणे महाराष्ट्र में सिरियल बम विस्फोट की घटना एवं जिले में मादक पदार्थ की तस्कारी को दृष्टिगत रखते हुऐ आगामी 15 अगस्त पर स्वाधीनता दिवस के मध्यनजर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता बिश्नोई द्वारा जिले के समस्त वृताधिकारियों एवं थानाधिकारियों को अपनेअपने हल्खा क्षैत्र में नाकाबंदी एवं गश्त के दौरान संदिग्ध व्यक्तियों, संदिग्ध अथवा लावारिस वस्तु के संबंध में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये है। इसके साथसाथ अपनेअपने हल्खा क्षैत्र में आयोजित होने वाले स्वाधीनता दिवस समारोह पर भी पुख्ता सुरक्षा प्रबंध कर कानून एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के समस्त वृताधिकारियों एवं थानाधिकारियों को हाल ही में पुणे में हुए सिरियल बम विस्फोट में हुए साईकिल के प्रयोग की ओर ध्यान आकर्षित कर निर्देशित किया है कि वह अपनेअपने हल्खा क्षैत्र में स्थित साईकिल दूकानदारो को पाबंद करे कि उनकी दूकानो से नई साईकिल खरीदने एवं किराये पर लेने से पूर्व उनका सम्पूर्ण विवरण एवं पहचान हेतु आवश्यक दस्तावेज प्राप्त करने के बाद ही बेचान एवं किराये पर साईकिल देवे।

इसके साथसाथ पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता बिश्नोई ने जिलेवासियों से स्वाधीनता दिवस के उपलक्ष पर कानून एवं शांति बनाये रखने हेतु अपील की है तथा समस्त जिलेवासियों को निम्न बिन्दूओ पर सावधानी बरते की अपील की तथा किसी प्रकार की कोई भी अवांछनीय गतिविधि अथवा घटना की जानकारी प्राप्त होने पर तुरंत पुलिस नियंत्रण कक्ष के टेलिफोन नम्बर 252100 पर सुचित करें :

1 किसी भी प्रकार की संदिग्ध वस्तु मिलने पर उसे छूवे नहीं उसकी सुचना शीघ्रातिशीघ्र नजदीकी के पुलिस थाना एवं कंट्रोल रूम को देवे।

2 किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी प्राप्त होने पर उसकी सुचना शीघ्रातिशीघ्र नजदीकी के पुलिस थाना एवं कंट्रोल रूम को देवे।

3 किसी भी प्रकार की लावारिस वस्तु को न छुए। उसकी जानकारी पुलिस विभाग को देवें।

4 किसी पार्किंग स्थल पर लम्बें समय से खडे लावारिस वाहन की जानकारी पुलिस विभाग को देवे।

5 लम्बे समय से लावारिस खडी साईकिल, मोटरसाईकिल एवं पुराना चार पहियॉ वाहन की सुचना पुलिस विभाग को देवे।

6 आमजन सार्वजनिक स्थानों, सडको पर जैसे लावारिस खिलौने, रेडियो, टेप, मोबाईल सेट एवं टिफन इत्यादि को न छुए एवं सतर्कता बरतते हुए पुलिस कंट्रोल रूम को सुचित करें।


सुललोन कम्पनी के तार चोर गिरफतार

जैसलमेर  उमगसिंह पुत्र गोपालसिंह राजपुत नि0 नयावास बालसंबंध जोधपुर ने कल दिनांक 12.08.2012 को पुलिस थाना रामग में पेश होकर रिपोर्ट पेश कि की रात्रि में सरहद हाबूर से सुजलोन कम्पनी के कैबीन का ताला तोडकर तार काटकर चुराकर ले गये जिस पर पुलिस थाना रामग में मुकदमा दर्ज कर पुलिस थाना रामग में टीम बनाकर चोरो की तलाश थाने के हल्खा क्षैत्र में कि गई दौराने तलाश हेमसिंह सउनि मय जाब्ता द्वारा तार चोर मनोहर उर्फ मानाराम पुत्र बाबुराम मेघवाल नि0 उगा एवं रायचंद पुत्र ताराचंद भील नि0 बईयों की ाणी को कल दिनांक 12.08.2012 को गिरफता किया गया।

पुलिस थाना खुहडी में शांति भंग के आरोप में 01 व्यक्ति गिरफतार

जैसलमेर पुलिस थाना खुहडी के हल्खा क्षैत्र में कानून एवं शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में रमणलाल पुत्र मोहमूदूराम उम्र 25 साल जाति भील नि0 खाभियॉ को नारायणसिंह हैड कानि0 मय जाब्ता द्वारा खाभियॉ गॉव से गिरफतार किया गया।

बाड़मेर पुलिस डायरी ...आज के अपराध समाचार

बाड़मेर पुलिस डायरी ...आज के अपराध समाचार 
अवेध अंग्रेजी शराब सहित एक  गिरफ्तार

बाड़मेर  राहुल बारहट, जिला पुलिस अधीक्षक बाड़मेर के निर्देशानुसार जिले में अवेध शराब की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत श्री कलाराम हैड कानि. पुलिस थाना गिड़ा मय पुलिस पार्टी द्वारा गांव चक सणतरा में मुलजिम कुन्दनसिंह पुत्र भंवरसिंह राजपूत नि. चक सणतरा को दस्तयाब कर उसके कब्जा से अवेध व बिना लाईसेन्स की 48 पव्वे देशी शराब बरामद कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गिड़ा पर आबकारी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।

करंट लगने से कर्मचारी की मौत 
 
बाड़मेर  लक्ष्मणसिंह पुत्र अम्बालाल जीनगर हाल एईएन ग्रामीण बाड़मेर ने मुलजिम देदाराम हेल्पर बाछड़ाड के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा लापरवाही पूर्वक बिजली लाईन जोड़ना जिससे खम्भे पर कार्य कर रहे मुकनाराम पुत्र विरधाराम जाट की करंट लगने से मृत्यु होना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना चौहटन पर मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है।

वाहन की टक्कर से मौत 
  
बाड़मेर वलीखां पुत्र अहमदखां मुसलमान तेली नि. बालोतरा ने मुलजिम वाहन संख्या आरजे 04 जीए 2011 के चालक के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा वाहन को तेजगति व लापरवाही से चलाकर साईड में खड़े हनीफखां के टक्कर मारना जिससे जैर ईलाज मृत्यु होना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना पचपदरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
मारपीट का मामला दर्ज 

बाड़मेर   लिखमाराम पुत्र नगाराम जाट नि. बायतू भोपजी ने मुलजिम कानाराम पुत्र खेराजराम वगेरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस के खेत में प्रवेश कर मारपीट करना व चीणे तोड़ कर नेकमबंदी के टूकडे चुराना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना बायतू पर मुकदमा दर्ज किया जाकर किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
शादी के बाद भी वैवाहिक सम्बन्ध न रख प्रताड़ित करने का आरोप 
बाड़मेर   सदराम पुत्र हीरकन विश्नोई नि. खारकी बेरी लूखू ने न्यायालय से जरीये इस्तगासा मुलजिम पिरा पुत्र गोरधन विश्नोई नि. आलपुरा वगेरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस के विवाहिक सम्बन्ध को न रखकर उनका गहना व रूपये लेकर मुस्तगीस साथ मारपीट करना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना धोरीमना पर मुकदमा दर्ज किया जाकर किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
मारपीट और आग लगाने का मामला
  
बाड़मेर श्रीमति हतुदेवी पत्नि रेखाराम जाट नि. बाछडाड ने न्यायालय से जरीये इस्तगासा मुलजिम हेमाराम पुत्र खंगाराराम जाट नि. बाछडाड वगेरा 4 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस के पट्टा सुदा खेत में प्रवेश कर खेती करना, मना करने पर मारपीट कर ़ाणी में आग लगाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना धोरीमना पर मुकदमा दर्ज किया जाकर किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

ग्राम सभाओं में बनेगी नरेगा की अतिरिक्त वार्षिक कार्य योजना



ग्राम सभाओं में बनेगी नरेगा की अतिरिक्त वार्षिक कार्य योजना
जिले भर में 15 अगस्त को आयोजित होने वाली ग्राम सभाओं में जिला कलेक्टर ने महात्मा गांधी नरेगा योजना की अतिरिक्त वार्षिक कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए है। ताकि अकाल की स्थिति में ग्रामीणों को अधिकाधिक रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। पंचायत समिति स्तर से अनुमोदित अतिरिक्त वार्षिक कार्य योजना को आवश्यक रूप से 31 अगस्त तक जिला परिषद कार्यालय में भिजवाने के निर्देश दिए गए है।

बाड़मेर,जिले में 15 अगस्त को होने वाली ग्राम सभाओं में महात्मा गांधी नरेगा योजना की अतिरिक्त वार्षिक योजना तैयार की जाएगी। जिला कलेक्टर ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से कम 1000 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त संख्या में कार्य अतिरिक्त वार्षिक कार्य योजना में शामिल करने के निर्देश दिए है।

जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलेक्टर डा.वीना प्रधान ने बताया कि बाड़मेर जिले को अभावग्रस्त घोषित किया जा चुका है। ऐसे में श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर 15 अगस्त को होने वाली ग्राम सभाओं में महात्मा गांधी नरेगा योजना की अतिरिक्त वार्षिक कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए गए है। पंचायत समिति स्तर पर होने वाली साधारण सभा के बाद जिला परिषद की बैठक में इसका अनुमोदन करवाकर राज्य सरकार को भेजा जाएगा। डा.प्रधान के मुताबिक पंचायत समिति स्तर से अनुमोदित अतिरिक्त वार्षिक कार्य योजना को आवश्यक रूप से 31 अगस्त तक जिला परिषद कार्यालय में भिजवाने के निर्देश दिए गए है। जिला कलेक्टर के मुताबिक वार्षिक कार्य योजना बनाए जाने के संबंध में विस्तृत दिशानिर्देश नरेगा मार्ग दिशर्का के अध्याय चार एवं नरेगा अधिनियम 2005 के सेक्शन 13 से 16 में प्राप्त किए जा सकते है। जिला कलेक्टर के मुताबिक वार्षिक कार्य योजना मार्गदिशर्का के अनुरूप होने के साथ ग्राम के विकास में सहायक होनी चाहिए। ग्रामीणों की मांग के अनुसार रोजगार उपलब्ध कराने के लिहाज से ग्रामवार सेल्फ प्रोजेक्ट तैयार किया जाए। प्रत्येक पंचायत स्तर पर ही श्रम एवं सामग्री का अनुपात 60:40 नियत किया जा सके। ग्राम सभा की कार्यवाही विवरण का इन्द्राज अतिरिक्त वार्षिक कार्य योजना में करना होगा।

रोजगार प्रिशक्षण के लिए आवेदन जमा होंगे: ग्राम पंचायत स्तर पर होने वाली ग्राम सभाओं के दौरान राजस्थान कौशल एवं आजीविका मिशन के तहत दिए जाने वाले रोजगार संबंधित प्रिशक्षण के आवेदन पत्र भरकर जमा करने का कार्य किया जाएगा। राजस्थान कौाल एवं आजीविका मिन ग्रामीण क्षेत्र के बीपीएल तथा अन्य युवकों को रोजगार के लिए प्रिक्षण देगा।मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने बताया कि राजस्थान कौाल एवं आजीविका मिन प्रदो के एक लाख युवाओं को कौाल उन्नयन के लिए प्रिक्षण देगा। प्रिक्षण लेने वाले युवकों की न्यूनतम भौक्षणिक योग्यता पांचवी कक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी है। कौाल प्रिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक युवक बेवसाइट ूण्तंरेंजींदसपअमसपीववकेण्वतह से भी आवेदन पत्र डाउनलोड कर सकते है। कौाल प्रिक्षण संबंधित आवेदन ग्रामीण क्षेत्र के लिए संबंधित पंचायत समिति एवं भाहरी क्षेत्र में नगरपालिका तथा नगर परिषद कार्यालय में भी जमा कराएं जा सकते है। गुगरवाल के मुताबिक बेरोजगार युवक विभिन्न तरह के प्रिक्षण प्राप्त करने के साथ स्वरोजगार भाुरू कर सकते है। इसके अलावा विभिन्न कंपनियों में उनको नियुक्ति मिल सकती है।

पिता सुनील के लुक में दिखेंगे संजय

पिता सुनील के लुक में दिखेंगे संजयमुंबई। बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त ने अपनी अपकमिंग फिल्म "सन ऑफ सरदार" में अपने ही पिता सुनील दत्त का लुक अपनाया हैं। सुनील ने 1963 की फिल्म "मुझे जीने दो" में जिस तरह का लुक ले रखा था बिल्कुल वहीं लुक अब संजय ने भी अपनाया हैं।

सूत्रों के अनुसार संजय को फिल्म में ठीक उसी तरह से पेश किया गया हैं जैसे उनके पिता फिल्म "मुझे जीने दो" में लगे थे। संजय का मेकअप और स्टाइल हूबहू उनके पिता से मिलाया गया हैं। संजय ने जब फिल्म साइन की तो उन्हें मालूम नहीं था कि फिल्म में उनका किरदार क्या हैं।

उन्होंने यह फिल्म केवल दोस्त और को-एक्टर अजय देवगन की वजह से साइन कर ली जो कि फिल्म के प्रोड्यूसर भी हैं। फिल्म के लिए संजय को कोई डिफ्रैंट लुक नहीं दिया गया था। लेकिन उसी दौरान संजय की फिल्म "अग्निपथ" आई और उस फिल्म में संजय के लुक को काफी सराहना मिली। तभी अजय ने फिल्म के डायरेक्टर अश्विन धीर को संजय के लिए एक न्यू लुक तैयार करने को कहा।

संजय के लिए कई लुक्स पर विचार किया गया लेकिन अंत में संजय ने ही आइडिया दिया कि उन्हें उनके पिता की ही फिल्म "मुझे जीने दो" का लुक दिया जाए। अश्विनी को यह बात भा गई। फिल्म में संजय एक्ट्रेस सोनाक्षी सिंहा पर कड़ी निगराहनी रखने वाले भाई का किरदार निभा रहें हैं। संजय इस लुक में काफी जच रहें हैं।

सूत्रों के अनुसार फिल्म की शूटिंग के दौरान कई बार ऎसा हुआ कि संजय में हूबहू सुनील दत्त की ही झलक दिखाई दी जब यह बात डायरेक्टर ने संजय को बताई तो वे भावुक हो गए। "सन ऑफ सरदार" देश भर में 13 नवंबर को रिलीज की जाएगी।