शनिवार, 7 जुलाई 2012

रेप की शिकार छात्रा की टूट गई सांसें

रेप की शिकार छात्रा की टूट गई सांसें

लखनऊ। कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में रेप का शिकार बनी एक 13 साल की छात्रा 53 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गई और शुक्रवार दोपहर उसकी सांसे टूट गई। गरीबी के बावजूद पढ़-लिख कर कुछ बन पाने की तमन्ना लिए स्कूल में दाखिला लेने वाली इस छात्रा को स्कूल के ही एक शिक्षक ने हवस का शिकार बनाया था। शुक्रवार को अचानक तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे अस्पताल ले जाने वाले थे कि उसका दम टूट गया। डाक्टरों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा की मौत का कारण अधिक रक्तस्त्राव से शारीरिक कमजोरी और बच्चेदानी में संक्रमण होना बताया है।

उन्नाव के फतेहपुर चौरासी में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में दलित बिरादरी की प्राइमरी मेें पढ़ने वाली इस छात्रा की तबीयत एक दिन बिगड़ गई थी। स्कूल वालों ने सूचना परिजनों को दी। उसे पेट दर्द और रक्तस्त्राव हो रहा था। उसे पहले गांव के ही अस्पताल में दिखाया गया फिर लखनऊ ले जाया गया। उपचार के दौरान हुई जांचों से पता चला कि छात्रा को कई माह से प्रेगनेंट थी तथा उसे गर्भनिरोधक की हाईडोज दी जा रही थीं। इसी कारण उसकी हालत बिगड़ी।

छात्रा ने परिजनों को अपने साथ स्कूल में शिक्षक द्वारा की जा रही ज्यादती के बारे में बताया। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को रिपोर्ट देकर बताया कि स्कूल का ही एक टीचर हरिनारायण उसके साथ रेप करता रहा। स्कूल में खाना बनाने वाली अनुराधा टीचर की मदद करती थी। फिलहाल दोनों आरोपी जेल में हैं।




घटना का खुलासा होने के बाद मानवाधिकार आयोग के हस्तक्षेप के बाद छात्रा को मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया कराई गई तथा परिजनों को 25 हजार रूपए की आर्थिक सहायता भी देने को कहा गया। लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था, छात्रा अपने साथ हुई ज्यादती को नहीं झेल सकी और उसकी सांसे उखड़ गई।




लैला के घर से मिले 1000 फोटो

मुंबई. अभिनेत्री लैला खान मामले में उस वक्‍त एक नया मोड़ आ गया जब मुंबई पुलिस को ओशीवारा में स्थित उसके घर से करीब 1000 फोटो बरामद हुए। इन फोटो में लैला और उसके परिजनों के साथ कई नेता और पुलिस अधिकारी दिखाई दे रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि लैला खान और उसकी मां हवाला के रैकेट से जुड़ी थीं तथा हवाला में पैसा ट्रांसफर करवाने के लिए उन्होंने कई नेताओं से सम्पर्क साधा था। इस मामले में मुंबई और किश्तवाड़ पुलिस ने परवेज टाक से पूछताछ की। 

फिल्म 'वफा' में बीते जमाने के सुपर स्टार राजेश खन्ना के साथ बोल्ड सीन देकर सुर्खियों में आई लैला खान सहित उसकी मां सलीमा बेगम पटेल, बहन जारा, भाई इमरान और चचेरी बहन रेशमा खान की गुमशुदगी की जांच मुंबई क्राइम ब्रांच यूनिट-8 के अधिकारी कर रहे हैं। दरअसल लैला के सौतेले पिता नादिर पटेल की शिकायत पर ओशिवरा पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया है। लेकिन इस हाईप्रोफाइल मामले में आतंकवादियों से कनेक्शन और अंडरवर्ल्‍ड से संबंध होने की खबरों के मद्देनजर मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है। लैला का एक और रहस्य! लैला खान का अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से कोई संबंध था या नहीं? इसका खुलासा बहुत जल्द मुंबई क्राइम ब्रांच से अधिकारी करने वाले हैं। इसके अलावा लैला के आतंकवादी कनेक्शन की पोल एटीएस के अधिकारी करने वाले हैं। लेकिन क्या लैला पाकिस्तानी थी? इसके बारे में सूत्रों के हवाले से चौकाने वाली जानकारी हाथ लगी है। सूत्रों का कहना है कि लैला के पाकिस्तानी होने का दावा गलत है। दरअसल उसका जन्म मुंबई के गोलीबार इलाके में हुआ था। वह अपने पहले पिता नादिर पटेल की संतान है। उसका असली नाम रेशमा पटेल है। जब नादिर ने दूसरी शादी की, तो उसकी मां सलीमा बेगम ने दूसरी शादी कर ली। सूत्रों का कहना है कि लैला उर्फ रेशमा ने पाचगणी के स्कॉलर्स एकेडमी से ग्रेज्युएशन किया है। इसके अलावा राशन कार्ड सहित कुछ सरकारी दस्तावेजों से भी यह पता चलता है कि वह पाकिस्तानी नहीं बल्कि भारतीय नागरिक ही है।

' मुझे पाकिस्तान जाने दो हिन्दुस्तान में आईजी ने शोषण किया, नहीं मिला इंसाफ'

 

अटारी बार्डर.हरियाणा पुलिस प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाली यमुनानगर की अरविंदर कौर (38) ने शुक्रवार को अटारी बार्डर पर अच्छा-खासा हंगामा खड़ा कर दिया। भारतीय कानून व्यवस्था से असंतुष्ट अरविंदर पाकिस्तान में राजनीतिक शरण लेने के लिए जा रही थी, मगर जरूरी दस्तावेज न होने के कारण उसे बार्डर पर ही रोक लिया गया और उसने वहीं पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू कर दिया।


अरविंदर कौर का कहना है कि उसके साथ नाइंसाफी हुई है और उसे कहीं भी इंसाफ नहीं मिला। भारत में उसकी जान को खतरा है। यहां कानून व्यवस्था, लोकतंत्र तथा इंसानियत सभी खत्म हो गए हैं। इसलिए वह पाकिस्तान में शरण लेना चाहती है। अब वह इस बात पर अड़ गई है कि जब तक उसे इंसाफ या फिर पाकिस्तान जाने का वीजा नहीं दिया जाता, वह यहीं रहेगी।


यह है मामला
एलएलबी पास अरविंदर कौर की शादी 2001 में यमुनानगर में ही अजमेर के रहने वाले दलजीत सिंह से हुई थी। इसके बाद पति-पत्नी में दहेज को लेकर विवाद खड़ा हो गया। तदोपरांत मामला पुलिस में गया और काफी समय तक चलता रहा। इसके बाद अरविंदर कौर ने तत्कालीन एसएसपी महिंदर सिंह अहलावत (रिटा. आईजी) पर पैसे मांगने और फिर सेक्सुअल उत्पीड़न का आरोप लगाया।


मामला अदालत में गया और जब उससे पूछा गया कि उसके साथ बलात्कार हुआ या फिर कोशिश की गई तो उसने बलात्कार करने की कोशिश की बात कही और अहलावत को जमानत मिल गई। यही नहीं अरविंदर कौर ने चौटाला परिवार के लिए भी मुश्किलें खड़ी करने की कोशिश की। इस पर भी बेवजह आरोप-प्रत्यारोप के कारण कई मामले दर्ज हुए थे।

स्‍कूल में मां बनी लड़की, सहेली के बैग में डाल दिया बच्‍चा

कुआलालंपुर.मलेशिया में 16 साल की एक छात्रा अपने बस्ते में एक नवजात शिशु का शव लेकर 17 घंटों तक घूमती रही। छात्रा को यह पता नहीं था कि उसके बस्ते में किसी नवजात का शव है। छात्रा को वह बस्ता उसकी सहेली ने दिया था। सहेली ने स्कूल में शिशु को जन्म देने के बाद उसे तुरंत बस्ते में डालकर अपनी सहपाठी को दे दिया था। तब से छात्रा अपने बस्ते में रखे नवजात के शव को कंधों पर ढोती रही। इस बात की जानकारी लोगों को सहेली के पेट दर्द की शिकायत करने पर हुई।

जब इलाज के लिए डॉक्टर को बुलाया गया, तब उसने बच्ची के जन्म की बात कबूली। उसने नवजात शिशु के शव को अपनी सहपाठी के बस्ते में रखे होने की बात भी स्वीकार कर ली। एसीपी मनोहरण ने बताया, उन्हें नवजात शिशु का शव बस्ते में मिला। छात्रा यह जानकर हैरत में रह गई कि वह 17 घंटों से अनजाने में एक मृत शिशु को लेकर घूम रही थी। डॉक्टर ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, नवजात शिशु का जन्म ठीक तरीके से हुआ था, लेकिन उसके सिर पर गहरे चोट का निशान था। उसके फेफड़े में भी पानी भर गया था, जिसके कारण उसकी मौत हुई।

होटल में अमेरिकी तांत्रिक की मौत


होटल में अमेरिकी तांत्रिक की मौत



जयपुरबनीपार्क के एक होटल में आठ महीने से ठहरे एक अमेरिकी तांत्रिक की शुक्रवार सुबह मौत हो गई। उसके मुंह से झाग निकल रहे थे। इस आधार पर पुलिस प्रथमदृष्टया जहर खाकर आत्महत्या करना मान रही है। तांत्रिक साधु वेश में रहता था। पुलिस को होटल के कमरे मेें मोबाइल, लैपटॉप, आदमी के चेहरे का मास्क और पूजा-पाठ के सामान मिले हंै। दो मोबाइल फोन की कॉल डिटेल और लैपटॉप की जांच शुरू कर दी गई है और कमरा सील कर दिया गया है। पुलिस ने नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास को सूचना दे दी है।

सदर एसीपी बजरंग सिंह ने बताया कि गिरिदास रामा उर्फ सितांथा (62) अमेरिका में टैक्सास के रहने वाले थे। वे 31 अक्टूबर, 2011 से बनीपार्क में सुंदर पथ पर शिव विलास होटल में रुके हुए थे। उनका दाहिना पैर घुटने के नीचे से कटा हुआ और बायां पैर विकृत था। होटल में रुकते समय उन्होंने महावीर विकलांग समिति में पैर लगवाने आने का कारण बताया था। महावीर विकलांग समिति से उन्होंने पैर भी लगवाया था। शुक्रवार सुबह सफाई कर्मचारी जब उनके कमरे की सफाई करने गया तो वे जमीन पर मृत मिले, उनके मुंह से झाग निकल रहा था। इसके बाद पुलिस को उनकी मौत की सूचना सदर थाना पुलिस को दी गई। एफएसएल की टीम ने मृतक के कमरे की जांच की है। पासपोर्ट का प्रथम पेज मिला है जिसमें फोटो व उनका नाम-पता लिखा है। सितांथा का मल्टीपल वीजा 2005 से 2014 तक का है।

जयपुर में बनीपार्क के सुंदर पथ पर ८ महीने से ठहरा था, कमरा सील कर अमेरिकी दूतावास को सूचना भेजी

सितांथा जो तंत्र-मंत्र में गहरी रुचि के चलते बन गया था गिरिदास रामा। होटल के कमरे से मिले एलबम में कई चौंकाने वाली तस्वीरें और तंत्र क्रिया की चीजें पुलिस को मिली हैं।

बनीपार्क के होटल शिव विलास में मिले पासपोर्ट पर अमेरिकी नागरिक सितांथा का फोटो।


मासूम की मौत से उपजा आक्रोश डॉक्टरों को बनाया बंधक


मासूम की मौत से उपजा आक्रोश डॉक्टरों को बनाया बंधक
 
बुड़सू (मकराना) बुड़सू के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज में लापरवाही की वजह से गुरुवार को 5 साल की एक मासूम बच्ची की मौत के बाद शुक्रवार को ग्रामीणों का आक्रोश उबाल पर था। शिकायत करने गए ग्रामीणों के साथ अस्पताल स्टाफ ने अभद्र व्यवहार किया। इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने अस्पताल स्टाफ को परिसर में बंधक बनाकर मुख्य गेट पर ताले लगा दिए। ग्रामीणों ने एक डॉक्टर की कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया तथा बाजार बंद करा दिए। दोपहर बाद अधिकारियों के आश्वासन से ग्रामीण शांत हुए।

विरोध प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का आरोप था कि बुड़सू पीएचसी पर कई दिन से फैली अव्यवस्थाओं, मरीजों से अभद्र व्यवहार, इलाज के नाम पर पैसे वसूलने से वे परेशान थे।

इसी दौरान गुरुवार दोपहर 3 बजे बूड़सू निवासी शायर राम की 5 वर्षीय पुत्री पूनम के सुपारी निगलने पर उसे गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया। यहां ड्यूटी पर कोई चिकित्सक नहीं था एवं केंद्र पर ताला लगा था। परिजन बच्ची को कुचामन सिटी लेकर रवाना हुए मगर पूनम ने बीच रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इलाज के अभाव में बच्ची की मौत से ग्रामीणों का शुक्रवार को गुस्सा फूट पड़ा ।

एक घंटे तक बंधक रहा स्टाफ

शुक्रवार सुबह दस बजे बड़ी संख्या में ग्रामीण अस्पताल परिसर में एकत्रित हो गए। आक्रोषित ग्रामीणों ने अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों एवं अन्य स्टाफ को बंद कर अस्पताल के मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया। ग्रामीण नारे लगाते हुए बुड़सू बाजार पहुंचे और वहां दुकानों को भी बंद करा दिया। सरपंच हनुमान सिंह एवं पंचायत समिति सदस्य महावीर कुंकणा की अगुवाई में ग्रामीण धरने पर बैठ गए। सूचना मिलने पर मकराना एसडीएम एसएम शाह, तहसीलदार सुरेश कुमार चावला, बीसीएमएचओ सुधीर गोस्वामी, प्रशिक्षु आरएएस हाकम खान, थानाधिकारी देवीसहाय मीणा पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे। पूनम के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से तत्काल सहायता का आश्वासन मिलने के बाद लगभग 11 बजे ताले खोलकर बंधक स्टाफ को मुक्त करवाया।

चली लंबी बहस

गुस्साए ग्रामीण पूरे अस्पताल प्रशासन को हटाने, दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग पर अड़े रहे। पहले तहसीलदार सुरेश चावला ने जिला कलेक्टर अशोक भंडारी से बातचीत कर चिकित्सक पन्ना राम गोदारा एवं कंपांउडर प्रकाशचंद्र सैन को एपीओ करने एवं अन्य चिकित्सकों के खिलाफ मामले की जांच कराने की बात कही मगर ग्रामीणों ने यह कहकर असहमति जताई की या तो पूरे स्टाफ को एपीओ किया जाए या फिर किसी को एपीओ नहीं करें। इसके बाद प्रशासन ने गंाव के 10 लोगों की एक कमेटी बनाकर बीसीएमएचओ सुधीर गोस्वामी द्वारा मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी कर्मचारियों पर कार्यवाही करने की बात रखी।






विवाहिता और उसकी दो बेटियों को जिंदा जलाने की घटना


विवाहिता और उसकी दो बेटियों को जिंदा जलाने की घटना
मेड़ता सिटी कम दहेज के लिए विवाहिताओं के साथ आए दिन मारपीट की घटनाओं के बीच बडग़ांव में विवाहिता और उसकी दो बेटियों को जिंदा जलाने की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया।

जिसने भी यह खबर सुनी स्तब्ध रह गया। सुबह तक यह खबर आसपास के गांवों और मेड़ता में फैल गई। आसपास के अन्य गांवों से भी कई लोग बड़ गांव पहुंच गए। यहां भी घरों के बाहर महिलाओं और चौपाल पर बैठे पुरुषों की जुबां पर इसी वाकये की चर्चा चल रही थी। सभी का एक ही सवाल था कि इस हादसे के बाद सरोज की तीन वर्षीय बेटी और डेढ़ साल के बेटे का क्या होगा? इस घटना ने कई आंखों को नम भी कर दिया।

शादी के 14 साल बाद दुखद अंत

सीआई विक्रम सिंह के अनुसार लीलिया निवासी मोतीराम पुत्र मोहन राम जाट ने रिपोर्ट दी कि उसकी पुत्री सरोज की शादी 1998 में बड़ गांव निवासी रामनिवास पुत्र मीसाराम जाट के साथ हुई थी। उसके तीन बेटियां और एक बेटा है। शादी के पांच साल तक तो सब ठीक रहा। इसके बाद ससुराल पक्ष के लोगों ने उसे दहेज के लिए परेशान करना शुरू कर दिया। इसी बात को लेकर गुरुवार रात को सरोज के साथ उसके पति रामनिवास, सास परमाई, जेठ मोतीराम और जेठानी इंद्रा ने मारपीट की और रात 2 बजे सरोज व उसकी बेटियों संजू (13) और सुमन (10) पर केरोसीन छिड़क कर आग लगा दी। इससे सरोज और सुमन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। संजू को मेड़ता सिटी अस्पताल लाया गया। यहां से अजमेर रेफर करने के दौरान रास्ते में उसने अंतिम सांस ली। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 498 ए और 302 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस की मौजूदगी में तनातनी

घटनास्थल पर दोनों पक्षों के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए थे। उन्हें समझाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। एक बार तो दोनों पक्षों में तनातनी भी हो गई। पुलिस के जवानों ने दोनों पक्षों को अलग करवाया तब जाकर मामला शांत हुआ। एडीशनल एसपी डॉ. रामदेव सिंह ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया। यहां स्थिति को नियंत्रित करने के लिए भारी मात्रा में पुलिस जाप्ता तैनात किया गया। मेड़ता सिटी थाने के अलावा डिप्टी अर्जुन सिंह चाहर, पादू कलां थानाधिकारी अमरा राम बिश्नोई, गोटन थानाधिकारी मुकेश चौधरी, मेड़ता रोड थानाधिकारी दातार सिंह पुलिस बल के साथ तैनात रहे।

मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम

पीहर पक्ष की मांग पर मेडिकल बोर्ड से तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। डॉ. राजेंद्र प्रजापति, डॉ. रमेश चौधरी और डॉ. आरके देवड़ा ने शवों का पोस्टमार्टम किया। तीनों का विसरा जांच के लिए भिजवाया गया है।

तीन आरोपी हिरासत में

सीआई के अनुसार रामनिवास, परमाई और इंद्रा को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। शाम तक इनसे पूछताछ जारी थी। जेठ मोतीराम पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जेठानी इंद्रा ने भी एक बार घटनास्थल से भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उसे धर लिया।






5 स्टार होटल में आबरू लूटने की कोशिश

5 स्टार होटल में आबरू लूटने की कोशिश
नई दिल्ली। रेप की कोशिश के आरोप में एक 40 साल के उद्योगपति को उसके ड्राइवर के साथ गिरफ्तार किया गया है। उद्योगपति ने अपनी ही कर्मचारी का एक फाइव स्टार होटल में रेप की कोशिश की। पीडिता ने आरोप लगाया है कि उद्योगपति सुधीर गिरी ने कॉलेज में ट्रांसफर को मंजूरी देने के लिए होटल में बुलाया था।


गिरी की मेरठ में कई इंजीनियरिंग कॉलेज है। होटल में गिरी ने उससे रेप की कोशिश की। पीडिता ने आरोप लगाया कि गिरी ने बंदूक दिखाकर उसे धमकाया और पीटा। किसी तरह पीडिता ने अलार्म बजाया और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। जब होटल के स्टॉफ को खबर मिली तो वह पीडितो को बचाने पहुंचा।

जब पीडिता ने अलार्म बजाया तो गिरी के ड्राइवर आशीष कुमार ने गन छुपा ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने गिरी और कुमार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरी के पास से ज्वैलरी और 80 लाख रूपए बरामद किए हैं। पुलिस ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत गिरी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

पति ने पत्नी को जबरन पिलाया एसिड

पति ने पत्नी को जबरन पिलाया एसिड
विशाखापट्टनम। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टन में एक पति ने अपनी पत्नी को जबरन एसिड पिला दिया। घटना शहर के 104 इलाके की है। अस्पताल में भर्ती पत्नी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। सूत्रों के मुताबिक आदि लक्ष्मी को ड्राइवर नागारजू से प्यार हो गया। उसने पांच साल पहले नागारजू से शादी कर ली। दो बच्चे पैदा होने के बाद नारारजू दहेज के लिए लक्ष्मी को तंग करने लगा। शुक्रवार को हुई कहासुनी के बाद नागारजू ने लक्ष्मी को एसिड को आधी बोतल पिला दी। घटना का पता चलने पर लक्ष्मी को तुरंत केजीएच अस्पताल ले जाया गया। लक्ष्मी की हालत गंभीर है। इस बीच नागारजू फरार हो गया है।

सांचौर सांचोर की सरहद से आज के ताज़ा समाचार

सांचोर की सरहद से आज के ताज़ा समाचार 

सांचौर शहर में पालिका की कार्रवाई
अतिक्रमण तोड़ो अभियान के तहत जेसीबी से तोड़ दिए लोगों के मकान और दुकान, अचानक कार्रवाई के बाद सड़क पर आए घरों में रहने वाले लोग।

सांचौर कई सालों से शहर में अतिक्रमण होते गए और पालिका सोती रही और अब जागी तो एक ही दिन में एक के बाद एक मकान और दुकान इस कदर तोड़ दिए कि इनमें रहने वाले लोग सड़कों पर आ गए। ये वे लोग थे जिन्होंने पालिका क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अपने मकान बना रखे थे। कार्रवाई के तहत शुक्रवार सवेरे करीब साढ़े ग्यारह बजे पालिका का दस्ता जेसीबी मशीनों समेत सागर हॉस्पिटल के पास पहुंचा। यहां राजकीय प्राथमिक विद्यालय तक 8 बीघा व बड़सम रोड़ पर नदी बहाव क्षेत्र में 11 बीघा भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटाया गया। अभियान में नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी लालसिंह राणावत, तहसीलदार महेन्द्रसिंह यादव मय जाब्ते के बड़ी संख्या कार्यवाही को अंजाम दिया गया। 


हालांकि पालिका की इस कार्रवाई पर कई लोगों ने खुशी भी जताई कि शहर अतिक्रमण से मुक्त होगा।

माफियाओं ने कमाए करोड़ों, ये कंगाल

इन घरों में रहने वाले लोगों ने बताया कि उन्होंने यह जमीन कुछ लोगों से खरीदी। जिसके बदले उन्हें स्टाम्प दिया गया। कुछ महिलाओं ने यह स्टांप पालिका ईओ को भी दिखाया, लेकिन किसी ने कुछ नहीं सुना। इन परिवारों के अनुसार उन्होंने एक एक पैसा जोड़कर यह जमीन खरीदी। जिसके बाद भू माफिया तो करोड़पति हो गए और आज ये लोग कंगाल हो गए। इस भूमि पर निवास करने वाले अधिकांश लोग गरीब व पिछड़े तबके है, जो भूमाफियाओं के चंगुल के में आने से अपना सब कुछ गंवा बैठे।

जारी रहेगी कार्रवाई

पालिका की ओर से अतिक्रमण हटाने की यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। नगर के माखुपुरा टंकी के आस-पास रिको एरिया और माखुपुरा मेला मैदान के पीछे भी अतिक्रमण हटाए जाएंगे। पालिका ईओ ने बताया कि अब तक अतिक्रमण मुक्त की गई जमीन का सीमाकंन कर पालिका का साइन बोर्ड लगाया जाएगा। इसके बाद पालिका की भूमि को गरीब परिवारों को मकान बनाकर आंवटन किया जाएगा।


अवैध शराब बरामद, दो जने गिरफ्तार


सांचौर



पुलिस ने निकटवर्ती डेडवा गांव में हाईवे पर एक स्पेशियो जीप से अवैध शराब के ६९ कार्टन बरामद कर दो जनों को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी अनराजसिंह पुरोहित ने बताया कि नेशनल हाईवे पर डेडवा सरहद में नाकाबंदी की गई। इस दौरान गांधव से सांचौर आ रही गाड़ी को रूकने का इशारा किया तो चालक गाड़ी को तेज गति भगा कर ले गया। जिस पर करीब १५ किलोमीटर तक गाड़ी का पीछा किया गया।


इस दौरान आरोपी पुर से मोडा ज

ाने वाली सड़क पर गाड़ी छोड़ कर भाग गये। पुलिस ने पीछा कर आरोपी उकाराम पुत्र विंजाराम विश्नोई निवासी खारा और मांगीलाल पुत्र हुकमाराम निवासी गुंदाउ को गिरफ्तार कर लिया। जीप की तलाशी लेने पर उसमें हरियाणा निर्मित अंग्रेजी शराब के 69 कार्टन पाये गये। पुलिस ने गाड़ी को जब्त कर लिया। इसी प्रकार डीएसपी राज्यवद्र्धनसिंह ने मय जाब्ते नगर के इन्द्रा कॉलोनी में आरोपी मांगीलाल पुत्र जगराम के रहवासी घर के पास में स्थित ठाकराराम के भूखंड में बनी ओरड़ी में दबिश देकर 29 कार्टन हरियाणा निर्मित अंग्रेजी शराब बरामद की जबकि आरोपी मांगीलाल मौके से फरार हो गया।



मांड गायिका रुखमा की स्मृति में शुरू होगा पुरस्कार

मांड गायिका रुखमा की स्मृति में शुरू होगा पुरस्कार
बाड़मेर  पश्चिमी राजस्थान के कलाकारों को रुखमा बाई शोध संस्थान की ओर से पुरस्कार दिया जाएगा। लोक गायिका स्वर्गीय रुखमा देवी की स्मृति में रुखमा बाई लोक कला शोध संस्थान का गठन कर लिया गया है। जल्द ही इस सम्मान व पुरस्कार के लिए लोक कलाकारों से प्रविष्टियां आमंत्रित की जाएगी।संस्थान के चंदनसिंह भाटी ने बताया कि विश्व की एक मात्र मांगणियार मांड और लोक गायिका स्वर्गीय रुखमा की स्मृति में संस्थान की ओर से मांड गायिकी प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना करने की दिशा में भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा गया है। साथ ही पश्चिमी राजस्थान में लोक कला, संगीत और गायिकी को बढ़ावा देने वाले लोक कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा। भाटी ने बताया कि लोक संगीत की विरासत को संरक्षण देने एवं उसे जीवित रखने के लिए शोध संस्था का गठन किया गया है। यह पुरस्कार राज्य स्तरीय होगा तथा पुरस्कार मांड गायिका रुखमा के नाम समर्पित होगा।

सोनार दुर्ग के मौलिक स्वरूप को बरकरार रखा जाएगा


सोनार दुर्ग के मौलिक स्वरूप को बरकरार रखा जाएगा


जैसलमेर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त सोनार दुर्ग के मौलिक स्वरूप को बरकरार रखते हुए इसके संरक्षण के लिए विभिन्न स्तरों पर ठोस प्रयास अमल में लाए जाएंगे। इसके लिए जिला प्रशासन, जैसलमेर नगर परिषद, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग तथा सभी एजेंसियां मिलकर हरसंभव प्रयासों को गति प्रदान करेंगी। सोनार दुर्ग के संरक्षण के ठोस प्रयासों को लेकर कई प्रभावी निर्णय किए गए हैं।

कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में शुक्रवार को कलेक्टर शुचि त्यागी की अध्यक्षता में जिलास्तरीय एमपॉवर ऑथोरिटी की बैठक आयोजित हुई। जिसमें सोनार दुर्ग की मौलिकता को बचाए रखते हुए संरक्षण से संबंधित सभी पहलुओं पर विचार विमर्श करने के साथ कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में यूआईटी अध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर, जैसलमेर नगर परिषद के सभापति अशोक तंवर, जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्र प्रकाश व्यास तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने संरक्षण के सुझाव दिए।

दुर्ग संरक्षण के सभी संभव प्रयास हो: कलेक्टर शुचि त्यागी ने सोनार दुर्ग के मौलिक एवं ऐतिहासिक स्वरूप को बरकरार रखते हुए इसके समुचित रखरखाव के प्रति गंभीरतापूर्वक ध्यान देने पर बल दिया और कहा कि इसके बेहतर संरक्षण के लिए हरसंभव उपायों को अपनाया जाना चाहिए। इसके लिए उन्होंने सभी विभागों और एजेंसियों में समन्वय, किले वासियों से समझाइश तथा सोनार दुर्ग से संबंधित निर्णयों के समय पर क्रियान्वयन के लिए ठोस गतिविधियां अपनाने के निर्देश दिए।

सीवरेज व ड्रेनेज का माकूल प्रबंध जरूरी: कलेक्टर ने सोनार दुर्ग में सीवरेज व ड्रेनेज की व्यवस्था सुधारने, साफ-सफाई, पाइप लाइन व लीकेज को ठीक करने, पानी के रिसाव पर रोक लगाने, मोरी की सफाई तथा इसमें अतिक्रमण, जमा पत्थर और मलबा हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने उपखंड अधिकारी से कहा कि वे नगर परिषद, जलदाय विभाग एवं अन्य विभागों से समन्वय रखकर सोनार से संबंधित कार्य करवाएं।

होटलों के लाइसेंस की जांच करें, धोबी घाट हटाएं: कलेक्टर ने सोनार दुर्ग में संचालित होटलों के लाइसेंस की जांच करने, धोबीघाट तत्काल हटाने, घरेलू पानी-बिजली का व्यवसायिक उपयोग करने वालों के खिलाफ जांच कर सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए।

इन्होंने दिए व्यवहारिक सुझाव: यूआईटी अध्यक्ष उ मेदसिंह तंवर, जैसलमेर नगर परिषद के सभापति अशोक तंवर, जैसलमेर विकास समिति के सचिव चन्द्र प्रकाश व्यास आदि ने सोनार दुर्ग की वर्तमान स्थिति तथा संरक्षण के जरूरी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की और कई महत्वपूर्ण सुझावों से अवगत कराया। विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने सोनार दुर्ग के संरक्षण व रखरखाव में उनके विभाग की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी।






जैसलमेर मोबाइल पर कर सकते हैं सफाई नहीं होने की शिकायत


जैसलमेर मोबाइल पर कर सकते हैं सफाई नहीं होने की शिकायत


शहर को तीन हिस्सों में बांट कर निर्धारित किया क्षेत्र

जैसलमेर नगरपरिषद ने शहर की सफाई व्यवस्था में आ रही खामियों को दूर करने तथा पारदर्शिता लाने के लिए शहर को तीन हिस्सों में बांट कर्मचारियों को जिम्मेदारी देने के साथ ही जमादार की भी नियुक्ति की गई है। परिषद आयुक्त आरके माहेश्वरी ने बताया कि जमादारों को वार्ड वाइज बंटवारा कर बीट आबंटित की गई है। संबंधित क्षेत्र में अगर सफाई समय पर नहीं हो रही हो अथवा कोई खामी है तो सीधे आमजन जमादार के फोन पर संपर्क कर सकते हैं।

सफाई प्रभारी प्रहलादराम को नियुक्त किया गया है। जिनके फोन नं. 9887517436 है। शहर की परिषद सीमा में मृत पशुओं को उठाने के ठेकेदार का फोन नं. 9571950252/9680246403 है।

कार्यवाहक जमादार के फोन नंबर 9461010691 है,

आबंटित क्षेत्र: वाल्मिकी कॉलोनी, गांधी कॉलोनी, आर.पी. कॉलोनी, ट्रांसपोर्ट नगर, दर्जी पाड़ा, मेघवाल पाड़ा गौड़ा पाड़ा, जेठवाई रोड़, चुंगी नाका, यूनियन चौराहा, बबर मगरा, इंदिरा कॉलोनी तक का समस्त क्षेत्र।

वार्ड संख्या: 16, 18,19 ,20, 21, 22, 23, 24,25,26 व 27

कार्यवाहक जमादार ओमप्रकाश

फोन न. 9414979616

आबंटित क्षेत्र : एयर फोर्स गेट से एयर फोर्स चौराहा से शिव रोड़, शिव रोड़ से भाटिया भवन, जिंदाणी चौकी से पटवा हवेली से जेठा पाड़ा, सुनार पाड़ा, पिजांरा पाड़ा से चांदी पाड़ा, छिपा पाड़ा से मैरासी पाड़ा से अंबेडकर कॉलोनी, मलका प्रोल से गफूर भट्टा से कलाकार कॉलोनी, अचलवंशी कॉलोनी से हनुमान चौराहा, सम रोड़, पुलिस लाइन कच्ची बस्ती, जयनारायण व्यास कॉलोनी का समस्त क्षेत्र। शेष त्नपेज १४

वार्ड संख्या 1,2,5,13,14,15,28,29 व 30

सफाई जमादार मोहनलाल

सहायक महेन्द्र कुमार

फोन न. 9887321578

आबंटित क्षेत्र

एयर फोर्स चौराहा से ढिब्बा पाड़ा से पुलिस चौकी रोड़, गोपा चौक, सब्जी मंडी, चुन्नीलाल भाटिया की गली से लोहार बस्ती से भाटिया बाजार से भाटिया पाड़ा, गोपालजी की दुकान वाली गली से सांवला पाड़ा से भैया पाड़ा से काछबा पाड़ा, कोठारी पाड़ा की घाटी से कोठारी पाड़ा, खेजड़ पाड़ा, रैलानी पाड़ा, मोहता पाड़ा से सुनार पाड़ा घाटी से कल्लू की हट्टों से मजदूर पाड़ा से गड़सीसर प्रोल, हरिजन बस्ती से गड़सीसर चुंगी नाका से गड़सीसर तालाब, ढिब्बा पाड़ा से एलआईसी आफिस, टेलीफोन कॉलोनी, मुक्तेश्वर मंदिर, बेरा रोड़ से पंचायत समिति जैसलमेर से नगरपालिका कार्यालय रोड़ से एयर फोर्स तक का समस्त क्षेत्र।

वार्ड सं या 3,4,6,7,8,9,10,11,12 व 17






हरिद्वार सबसे पवित्र तीर्थ स्थल


जहां गंगा पृथ्‍वी का वरण करती हैं
हरिद्वार उत्तराखंड में स्थित भारत के सात सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में एक है। गंगा नदी के किनारे बसा हरिद्वार अर्थात् हरि तक पहुंचने का द्वार सदियों से पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करता रहा है। इस शहर की पवित्र नदी में डुबकी लगाने और अपने पापों का नाश करने के लिए साल भर श्रद्धालुओं का आना जाना यहां लगा रहता है। गंगा नदी पहाड़ी इलाकों को पीछे छोड़ती हुई हरिद्वार से ही मैदानी क्षेत्र में प्रवेश करती है। उत्तराखंड क्षेत्र के चार प्रमुख तीर्थस्थलों का प्रवेशद्वार हरिद्वार ही है। संपूर्ण हरिदार में सिद्धपीठ, शक्तिपीठ और अनेक नए पुराने मंदिर बने हुए हैं। बारह वर्ष में आयोजित होने वाले कुंभ के मेले का यह महत्वपूर्ण स्थल है।
भारत के पौराणिक ग्रंथों और उपनिषदों में हरिद्वार को मायापुरी कहा गया है। कहा जाता है समुद्र मंथन से प्राप्त किया गया अमृत यहां गिरा था। इसी कारण यहां कुंभ का मेला आयोजित किया जाता है। पिछला कुंभ का मेला 1998 में आयोजित किया गया था। अगला कुंभ का मेला 2010 में यहां आयोजित किया जाएगा।
हरिद्वार में ही राजा धृतराष्‍ट्र के मंत्री विदुर ने मैत्री मुनी के यहां अध्ययन किया था। कपिल मुनी ने भी यहां तपस्या की थी। इसलिए इस स्थान को कपिलास्थान भी कहा जाता है। कहा जाता है कि राजा श्वेत ने हर की पौड़ी में भगवान ब्रह्मा की पूजा की थी। राजा की भक्ति से प्रसन्न होकर ब्रह्मा ने जब वरदान मांगने को कहा तो राजा ने वरदान मांगा कि इस स्थान को ईश्वर के नाम से जाना जाए। तब से हर की पौड़ी के जल को ब्रह्मकुंड के नाम से भी जाना जाता है।
क्या देखें

हर की पौड़ी- यह स्थान भारत के सबसे पवित्र घाटों में एक है। कहा जाता है कि यह घाट विक्रमादित्य ने अपने भाई भतृहरी की याद में बनवाया था। इस घाट को ब्रह्मकुंड के नाम से भी जाना जाता है। शाम के वक्त यहां महाआरती आयोजित की जाती है। गंगा नदी में बहते असंख्य सुनहरे दीपों की आभा यहां बेहद आकर्षक लगती है।
चंडी देवी मंदिर - गंगा नदी के दूसरी ओर नील पर्वत पर यह मंदिर बना हुआ है। यह मंदिर कश्मीर के राजा सुचेत सिंह द्वारा 1929 ई. में बनवाया गया था। कहा जाता है कि आदि शंकराचार्य ने आठवीं शताब्दी में चंडी देवी की मूल प्रतिमा यहां स्थापित करवाई थी। किवदंतियों के अनुसार चंडीदेवी ने शुंभ निशुंभ के सेनापति चंद और मुंड को यही मारा था। चंडीघाट से 3 किमी. की ट्रैकिंग के बाद यहां पहुंचा जा सकता है।

माया देवी मंदिर - माया देवी मंदिर भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में एक है। मायादेवी हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी हैं। कहा जाता है कि शिव की पत्नी सती का ह्रदय और नाभि यहीं गिरा था।

मनसा देवी मंदिर - यह मंदिर बलवा पर्वत की चोटी पर स्थित है। उड़नखटोले या ट्रैकिंग द्वारा मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। पहाड़ की चोटी से हरिद्वार का खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है। देवी मनसा देवी की एक प्रतिमा के तीन मुख और पांच भुजाएं हैं जबकि अन्य प्रतिमा की आठ भुजाएं हैं।

सप्तऋषि आश्रम - इस आश्रम के सामने गंगा नदी सात धाराओं में बहती है इसलिए इस स्थान को सप्त सागर भी कहा जाता है। माना जाता है कि जब गंगा नदी बहती हुई आ रही तो यहां सात ऋषि गहन तपस्या में लीन थे। गंगा ने उनकी तपस्या में विध्न नहीं डाला और स्वयं को सात हिस्सों में विभाजित कर अपना मार्ग बदल लिया। इसलिए इसे सप्‍त सागर भी कहा जाता है।

दक्ष महादेव मंदिर - यह प्राचीन मंदिर कंखल नगर के दक्षिण में स्थित है। सती के पिता राजा दक्ष के याद में यह मंदिर बनवाया गया है। किवदंतियों के अनुसार सती के पिता राजा दक्ष ने यहां एक विशाल यक्ष का आयोजन किया था। यक्ष में उन्होंने शिव को नहीं आमंत्रित किया। अपने पति का अपमान देख सती ने यज्ञ कुंड में आत्मदाह कर लिया। इससे शिव के अनुयायी गण उत्तेजित हो गए और दक्ष को मार डाला। बाद में शिव ने उन्हें पुनर्जीवित कर दिया।

गुरूकुल कांगडी विश्वविद्यालय - यह विश्वविद्यालय शिक्षा का एक प्रमुख केन्द्र है। यहां पारंपरिक भारतीय पद्धति से शिक्षा प्रदान की जाती है। विश्वविद्यालय के परिसर में वेद मंदिर बना हुआ है। यहां पुरातत्व संबंधी अनेक वस्तुएं देखी जा सकती हैं। यह विश्वविद्यालय हरिद्वार-ज्वालापुर बाईपास रोड़ पर स्थित है।

चीला वन्य जीव अभ्यारण्य - यह अभ्यारण्य राजाजी राष्ट्रीय पार्क के अन्तर्गत आता है जो लगभग 240वर्ग किमी.के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां 23 स्तनपायी और 315वन्य जीवों की प्रजातिया पाई जाती हैं। पर्यटक यहां हाथी, टाईगर, तेंदुआ, जंगली बिल्ली, सांभर, चीतल, बार्किग डि‍यर, लंगूर आदि जानवरों को देख सकते हैं। अनुमति मिलने पर यहां फिशिंग का भी आनंद लिया जा सकता है।

कैसे जाएं
वायुमार्ग - देहरादून में स्थित जौली ग्रांन्ट एयरपोर्ट नजदीकी एयरपोर्ट है। हरिद्वार से एयरपोर्ट की दूरी लगभग 45 किमी. है। एयरपोर्ट से हरिद्वार के लिए बस या टैक्सी की सेवाएं ली जा सकती हैं।

रेलमार्ग - हरिद्वार रेलवे स्टेशन भारत के अधिकांश हिस्से से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस के माध्यम से हरिद्वार पहुंचा जा सकता है।

सड़क मार्ग- राष्ट्रीय राजमार्ग 45 हरिद्वार से होकर जाता है जो राज्य और देश के अन्य शहरों से जुड़ा हुआ है। बेहतर सड़कों के नेटवर्क से दिल्ली से हरिद्वार आसानी से पहुंचा जा सकता है। हरिद्वार जाने के लिए राज्य परिवहन निगम की बसें अपनी सेवाएं मुहैया कराती हैं।

खरीददारी
हर की पौडी और रेलवे स्टेशन के बीच अनेक दुकानें हैं जहां तीर्थयात्रा से संबधित सामान मिलता है। यहां से पूजा के कृत्रिम आभूषण, पीतल और कांसे के बर्तन, कांच की चूड़ियां आदि खरीदी जा सकती हैं। यहां बहुत सी मिठाई की दुकानें हैं जहां से स्वादिष्ट पेडों की खरीददारी के साथ चूरण और आम पापड़ भी खरीदे जा सकते हैं। सामान्यत: तीर्थ यात्री यहां से कंटेनर खरीदकर गंगाजल भरकर घर ले जाते हैं।

कब जाएं- वैसे तो हरिद्वार में पर्यटन के लिहाज साल में कभी भी जाया जा सकता है। लेकिन सर्दियों में यहां भीड़ कम होती है। अक्टूबर से मार्च की अवधि यहां आने के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है।

अश्लील सी डी काण्ड विधायक को ब्लेकमेल करने के तीनो आरोपी गिरफ्तार

अश्लील सी डी काण्ड विधायक को ब्लेकमेल करने के तीनो आरोपी गिरफ्तार

बाड़मेर बाड़मेर के कथित बहुचर्चित अस्लोल सी डी काण्ड में क्षेत्रीय विधायक को ब्लेकमेल करने के तीनो आरोपियों को बाड़मेर पुलिस ने बीकानेर से दस्तयाब कर लिया हें .पुलिस सूत्रों ने बताया कि विधायक मेवाराम जैन ने सिटी कोतवा;;ली में एक स्थानीय समाचार पत्र के संपादक महावीर जैन ,उसके सहयोगी हरीश चांडक और जगदीश खत्री के खिलाफ समाचार के बदले उससे दस लाख रुपये मांगने का आरोप लगा कर मुक़दमा दर्ज कराया था .जिस पर बाड़मेर के पुलिस उप अधीक्षक नाजिम अली खान के नेतृत्व में एक दल का गठन कर उनकी तलास की जा रही थी .सब इन्स्पेक्टर सुमेर सिंह के दल ने तीनो आरोपियों को बीकानेर शहर से शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया .तीनो को आज बाड़मेर लाया जा रहा हें